RE: Kamukta Story एक और कमीना
अंजलि आँखे फाड़ कर सन्नी को देख रही थी, सन्नी मम्मी यह सच है कि मैने डॉली को कभी नही चोदा लेकिन उससे भी बड़ा सच यह है कि मैं दीदी को बहुत प्यार करता हू और उसके बिना जिंदा नही रह सकता, मैं उसे अपनी बीबी बनाना चाहता हू, सन्नी की बात सुन कर अंजलि के होश उड़ जाते है और वह सन्नी का मूह देखती रह जाती है,
अंजलि -पर बेटे यह सब कैसे पोज़िबल है, वो तेरी बहन है,
सन्नी -वो सब मैं कुछ नही जानता मम्मी, अगर डॉली मुझे नही मिली तो मैं अपनी जान दे दूँगा और यह मेरा आख़िरी फ़ैसला है, और सन्नी वहाँ से चला जाता है, अंजलि का मूह बंद हो जाता है और वह बहुत टेन्षन मे आ जाती है,
रात को अंजलि करवट लेते हुए सोने की कोशिश करती है लेकिन उसके कानो मे सन्नी के शब्द गूंजते रहते है, उसका दिमाग़ काम नही करता है, और वह सोचती है ये सन्नी ने कैसी ज़िद पकड़ ली है, यह सब कैसे पोज़िबल है, भला एक बहन एक भाई की बीबी कैसे बन सकती है, यही सब उधेड़ बुन के बारे मे सोचते हुए आख़िर अंजलि को नीद आ जाती है,
सुबह सन्नी और डॉली कॉलेज चले जाते है, अंजलि का काम मे मन नही लगता है वह सोचती है कि एक बार सन्नी से फिर बात करके उसे समझाएगी और डॉली के लिए जल्दी से कोई लड़का देख कर उसके हाथ पीले कर देगी, शाम को जब सन्नी सोफे पर बैठा होता है तो अंजलि सन्नी को समझाने की कोशिश करती है लेकिन सन्नी अपनी मम्मी पर बिगड़ जाता है, और मम्मी अगर तुम मेरी कोई हेल्प नही कर सकती तो अपने विचारो को अपने पास रखो मुझे किसी की सलाह की ज़रूरत नही मैं खुद अपने फ़ैसले कर सकता हू, और अगर तुमने डॉली की शादी किसी और से करने के बारे मे सोचा भी तो उसकी डोली इस घर से बाद मे उठेगी पहले मेरी अर्थी का इंतज़ाम कर लेना, अंजलि अच्छा बाबा नाराज़ क्यो होता है, मैं कुछ सोचती हू लेकिन एक बात बता क्या डॉली को यह सब पता है कि तू क्या चाहता है,
सन्नी- हाँ,
अंजलि-तो फिर उसने क्या कहा,
सन्नी-वह भी मेरे साथ अपनी सारी जिंदगी गुजारने को तैयार है,
अंजलि- कुछ सोचते हुए, सन्नी क्या तू डॉली से इतना प्यार करता है,
सन्नी- मम्मी अपनी जान से भी ज़्यादा, मैं उसके बिना एक पल नही रह सकता, अगर वो नही मिली तो मैं सच मुच अपनी जान दे दूँगा, और उठ कर अपने रूम मे चला जाता है,
तभी डॉली अपनी मम्मी के पास आकर बैठते हुए क्या हुआ मम्मी क्या सोच रही हो कुछ नही बेटा,
डॉली- मम्मी सन्नी कहाँ गया दिखाई नही दे रहा है,
अंजलि- अभी अभी अपने रूम के अंदर गया है जा उसके लिए एक कप कॉफी बना दे वह अभी माँग रहा था,
डॉली -जी मम्मी कह कर किचन मे चली गई और कॉफी बनाने लगी, मम्मी आप भी पीओगी,
अंजलि- नही बेटा मेरा मन नही कर रहा मैं अपने रूम मे जा रही हू मुझे नीद आ रही है,
डॉली -ठीक है मम्मी गुड नाइट,
अंजलि-गुड नाइट बेटे,
डॉली कॉफी लेकर सन्नी के रूम मे जाती है, सन्नी अपने पीसी को ऑन करके बैठा ही था कि डॉली को देख कर अरे दीदी तुम,
डॉली -लो भाई तुम्हारी फरमाइश पर कॉफी तैयार है,
सन्नी- लेकिन तुम्हे किसने कहा कि मुझे कॉफी पीना है,
डॉली-मम्मी ने,
सन्नी- कहाँ है मम्मी,
डॉली- अपने रूम मे चली गई है बोली कि उन्हे नीद आ रही है वह सोने जा रही है,
सन्नी -मन ही मन कितनी समझदार है मम्मी,
डॉली -क्या कहा,
सन्नी- कुछ नही, डॉली उसको कॉफी थमाने के बाद वापस जाने लगती है, सन्नी कुछ नही कहता तो डॉली पलट कर तेरे लिए कॉफी लेकर आई हू थॅंक्स नही तो कम से कम बैठने को तो बोल देता,
सन्नी-दीदी मुझे मालूम है कि तुम मेरे पास बैठने आई हो,
डॉली- मुस्कुरा कर बैठते हुए तुझे तो सब मालूम रहता है, बड़ा अंतर्यामी है ना,
सन्नी -दीदी वो तो है ही तभी तो तुम्हारे अंदर चल रही सभी बातो को मैं समझ जाता हू,
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