RE: Kamukta Story एक और कमीना
रोहन- हाँ बोल सन्नी,
सन्नी- क्यो बे क्या हो रहा है,
रोहन- कुछ नही यार बस लेटा हुआ था,
सन्नी- अच्छा सुन शाम को मैं तेरे पास आ रहा हू मुझे तुझसे कुछ ज़रूरी काम है,
रोहन- अबे तेरी जब मर्ज़ी हो चुपचाप मूह उठा कर चला आया कर ये फोन पर पहले सूचना देने की क्या ज़रूरत रहती
है,
सन्नी- अबे तेरा क्या भरोसा तू कब आंटी को लेकर पड़ा हो और मैं तुझे आकर डिस्टर्ब कर दू,
रोहन- अच्छा, अच्छा ठीक है अब रख फोन और जब आना हो आ जाना, और रोहन फोन डिसकनेक्ट करता हुआ साले को
अभी फोन करना था अब फिर से खड़ा करना पड़ेगा, और पलट कर रोज़ी को देखता है तो वह बेड पर पड़ी-पड़ी मुस्कुरा
रही थी रोहन भी जबरन हँसने की कोशिश करता हुआ वापस बेड पर चढ़ कर रोज़ी के पास आ जाता है और उसके बदन से
चिपक जाता है लेकिन उसका कॉंडम उसके सिकुडे लंड से निकलने लगता है तो रोज़ी उसका कॉंडम अपने हाथ से निकाल देती है और उसके लंड को सहलाने लगती है, रोहन रोज़ी के होंठो को चूमते हुए उसके मोटे-मोटे दूध दबाने लगता है, थोड़ी
देर बाद ही रोहन का लंड फिर से खड़ा हो जाता है तब रोज़ी उसे अपने बॅग की ओर इशारा करके बॅग लाने को कहती है रोहन नंगा ही बेड से उतर कर रोज़ी का बॅग लाकर उसे देता हुआ मुस्कुराता है रोज़ी भी रोहन को देखकर मुस्कुराते हुए दूसरा कॉंडम निकाल कर रोहन के लंड पर चढ़ाती है, और फिर रोहन वापस बेड पर चढ़ जाता है और रोज़ी अपनी दोनो टाँगो को फैला लेती है रोहन रोज़ी की चूत देख कर मचल जाता है और उसकी चूत मे हाथ फेरते हुए अपने लंड को पकड़ कर जैसे ही रोज़ी की चूत के छेद से लगा कर धक्का मारने वाला होता है रोहन के घर की कॉल बेल बज उठती है, रोहन का चेहरा मुरझा जाता है और वह वापस बेड से नीचे उतरता हुआ माँ की चूत इस गंदमारी किस्मत की साला नसीब ही खराब है, अब जाने कौन मा चुदाने आया है, कही सन्नी तो नही आ गया, रोहन जल्दी से अपना पाजामा पहनकर रोज़ी को कहता है जब तक मैं ना कहु तुम मेरे रूम से बाहर नही आना, रोज़ी अपना पेटिकोट अपने उपर डालते हुए ओके,
रोहन जाकर दरवाजा खोलता है तो उसके पेरो के नीचे की ज़मीन सरक जाती है.
उसके सामने उसकी मम्मी सारिका खड़ी रहती है, रोहन का चेहरा पीला पड़ जाता है, और उसके मूह से निकलता है मा चुद
गई आज तो 3000/-रुपये की,
सारिका- क्यो रे फिर सो गया था क्या इतनी देर मे दरवाजा क्यो खोला, और सारिका घर के अंदर आकर रोहन के बेडरूम की ओर जाने लगती है,
रोहन- मम्मी सुनो तो,
सारिका- रुकते हुए क्या है,
रोहन- अरे तुम तो शाम तक आने वाली थी ना,
सारिका- हाँ लेकिन किसी कारणवश सगाई की डेट एक वीक बाद की करदी गई है इसलिए आज सगाई का प्रोग्राम प्रोस्पोंड हो गया, और सारिका, चल तेरे बेडरूम मे चल कर वही बाते करेगे,
रोहन- अरे मम्मी यही बैठते है ना,
सारिका- नही मैं थक गई हू मुझसे बैठा नही जाएगा और वह रोहन के बेडरूमकी ओर चल देती है,
रोहन- आज तो मा चुद गई रे, और रोहन मम्मी सुनो तो,
सारिका उसके रूम मे घुसते हुए आ बेटा इधर ही बैठते है और जैसे ही सारिका की नज़र केवेल पेटिकोट और ब्लॉज पहने
रोज़ी पर पड़ती है उसके होश उड़ जाते है और ,
सारिका- कौन हो तुम और यहाँ क्या कर रही हो,
रोज़ी- जी वो,
सारिका- जी वो क्या, बोलती क्यो नही कौन है तू, रोज़ी बेड से उतर कर अपनी साड़ी पहनती हुई, रोहन की ओर इशारा करके, मुझे उन्होने बुलाया था,
सारिका को समझते देर नही लगती और वह रोहन को घूर कर देखती हुई अपने रूम मे चली जाती है, रोहन जल्दी से रोज़ी को पैसे देकर उसे कपड़े पहन कर चले जाने को कहता है, रोज़ी जल्दी से दरवाजे के बाहर हो जाती है,
रोहन डरता हुआ अपनी मम्मी के रूम मे जाकर उसके पास बैठता हुआ,
रोहन- सॉरी मम्मी,
सारिका- तू मुझसे बात मत कर रोहन,
रोहन- ऑफ हो मम्मी आप इतना क्यो नाराज़ हो रही हो ज़रा सी बात पर, वो मेरी दोस्त थी इसलिए मैं बोर हो रहा था तो उसे बुला लिया,
सारिका- अच्छा तेरी दोस्त थी और नंगी होकर तुझसे अपनी चूत मरवाने आई थी,
रोहन- ओ कम ऑन मम्मी अगर हमने थोड़ा बहुत एंजाय कर भी लिया तो इसमे इतना नाराज़ होने वाली क्या बात है,
सारिका- ठीक है मैं नाराज़ नही होती पर अगर मेरा भी ऐसा कोई दोस्त हो जिसके साथ मैं एंजाय करू तो तुझे बुरा नही
लगेगा,
रोहन- अरे मम्मी अगर आप किसी को लाइक करती हो तो आप आज़ाद हो उसके साथ एंजाय करने के लिए इसमे मुझे क्यो बुरा लगेगा,
सारिका- रोहन का मूह देखते हुए, रोहन सोच ले अच्छे से फिर ना कहना कि मैने ग़लत किया है,
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