RE: Hindi Chudai Kahani हिटलर को प्यार हो गया
अमित की नज़र प्रीति की टाइट और गुलाबी चूत पर से नही हट रही थी. प्रीति अपने चेहरे पे हाथ रखकर मुस्कुरा रही थी. आज पहली दफ़ा वो किसी मर्द के सामने बिल्कुल नंगी हुई थी. लेकिन वो खुश थी क्यूंकी जिसके सामने वो नंगी हुई थी वो कोई और नही बल्कि उसका प्रेमी था. जो उसे दिल से चाहता था. अमित ने अपने होंठ उसकी चूत के पास किए और जैसे ही उसके होंठ प्रीति की चूत के होंठो से टकराए. प्रीति मचल उठी और एकदम से उपर को उठ गई और बोली.
प्रीति-प्लीज़ अमित दूर रहो.
अमित-प्रीति प्लीज़ एक बार मुझे इन्हे चूसने दो.
और कहकर अमित ने फिर से प्रीति की टाँगें पकड़ी और उसे अपनी तरफ खींच लिया. और अपने होंठ उसकी चूत पे टिका दिए और उन्हे चूसने लगा. प्रीति का सारा शरीर काँपने लगा और वो आआहएं भरने लगी.
अमित अपनी जीभ को अंदर तक घुमाने लगा. प्रीति के हाथ अब अमित के सिर पे पहुँच गये थे और वो उसे अपनी चूत की ओर धकेल रही थी. प्रीति की आँखें बंद थी और वो धीरे धीरे सिसक रही थी. अमित ने अपने होंठ उसकी चूत पर से हटाए और अपनी टी-शर्ट खोल कर बॅक सीट पर फेंक दी. उसने अपनी एक उंगली को थूक लगाया और प्रीति की चूत की पंखुड़ियों पे टिका दी और धीरे धीरे उसे अंदर सरका दिया. उंगली अंदर जाते ही प्रीति बेचैन हो उठी और एकदम से अमित को मारने लगी. और बोली.
प्रीति-ब्स अब आगे मैं कुछ नही करवाउन्गी. तुम बहुत बदमाशी कर रहे हो.
अमित ने उसकी टाँगें खोली और फिर से एक उंगली ज़बरदस्ती अंदर डाल दी और तेज़ तेज़ अंदर बाहर करने लगा. प्रीति ने कुछ देर विरोध किया और जब उसपे सेक्स भारी होने लगा तो अपनी टाँगें फैला कर विंडो को पीठ लगाकर आराम से मज़ा लेने लगी.
अमित ने एक हाथ से अपनी पॅंट की ज़िप खोली और अपना फनफनाता हुया लंड बाहर निकाल लिया. उसका लंड एकदम गोरा था और पूरे उफान पर था उसकी लंबाई कम से कम 7इंच होगी और मोटाई 2 इंच थी. अमित एक हाथ से धीरे धीरे अपना लंड मसल्ने लगा. प्रीति अब अपनी चरम सीमा पर पहुँच चुकी थी अचानक उसके अंदर एक तूफान सा उठा और उसकी चूत में से पानी की फुहारें छूटने लगी.
अमित का हाथ उसके पानी से भीग गया मगर उसने उंगली अंदर बाहर करना जारी रखा. पूरी तरह से झड़ने के बाद प्रीति ने अपनी आँखें खोली और अमित को प्यार से देखकर मुस्कुराने लगी. मगर अमित की नज़र उसकी चूत पर थी और एक हाथ उसकी चूत में था और दूसरा उसके लंड पे. प्रीति की नज़र जैसे ही अमित के लंड पर पड़ी तो वो बस उसे देखती ही रह गई. उसने आज पहली बार किसी मर्द का लंड देखा था. अमित ने जब प्रीति को अपने लंड की तरफ देखते हुए पाया तो उसने प्रीति का हाथ पकड़ा और अपने लंड पे रख दिया. प्रीति ने एकदम से हाथ हटा लिया और अपना चेहरा अपने हाथों से ढक लिया.
अमित-जानू इसे पाकड़ो ना ये भी सिर्फ़ तुम्हारा ही है.
प्रीति कुछ नही बोली और उसने ना में सिर हिला दिया. अमित को अब रुकना बहुत मुश्किल हो रहा था. उसने प्रीति को अपनी तरफ खीचा और अपना लंड उसकी चूत पे टिका दिया. चूत पे लंड का स्पर्श पाते ही प्रीति चौंक गई और बोली.
प्रीति-प्लीज़ अमित तुमने प्रॉमिस किया था.
लेकिन अमित कुछ सुन ने के मूड में नही था. उसने हल्के से एक धक्का दिया और उसका टोपा प्रीति की चूत में उतार गया. प्रीति एकदम से हिली और उसके मूह से एक दर्दनाक चीख निकली. अमित ने एक और धक्का दिया और उसका आधा लंड चूत को फाड़ता हुआ अंदर घुस गया. कुछ देर बाद जब प्रीति सामान्य हो गई तो अमित ने एक आख़िरी और जोरदार धक्का दिया और लंड पूरा जड़ तक अंदर पह्नचा दिया. प्रीति दर्द से बिलखने लगी.
अमित ने कुछ देर वेट की और फिर धीरे से लंड को थोड़ा पीछे किया और फिर आगे किया और वो ऐसे ही धीरे धीरे करने लगा. जब उसका लंड थोड़ा बाहर निकलता तो उसके लंड पे प्रीति की कुँवारी चूत के फटने से निकले खून के निशान दिखाई देते. अब प्रीति को भी मज़ा आने लगा था तो वो भी अमित का साथ देने लगी थी.
अमित ने भी धक्कों की स्पीड बढ़ा दी थी औक़ धड़ा धड़ धक्के लगाने लगा था. कोई 10मिनट ऐसे ही दमदार चुदाई के बाद वो और प्रीति साथ साथ झड़ने लगे. प्रीति ने अमित को कस कर पकड़ रखा था. और अमित ने अपना सारा पानी प्रीति की चूत में भर दिया. 5मिनट बाद वो अलग हुए तो प्रीति अमित से नज़रे नही मिला पा रही थी. अमित ने उसका चेहरा उपर उठाया और उसके होंठों पे एक किस की. और बोला.
अमित-आइ लव यू जानू. मैं तुम्हे लाइफ में कभी भी दुखी नही होने दूँगा.
उसकी बात सुनकर प्रीति उस से फिर लिपट गई.
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