RE: Nangi Sex Kahani अमेरिका रिटर्न बंदा
"बद-तमीज़!!, " नीता बुरी तरह से शर्मा गयी. "बेशरम! तुम्हारे भाई को पता चला ना के तुम मेरे साथ क्या क्या कर रहे हो ओर क्या माँग रहे हो तो इतनी मार लगाएँगे के सारी मस्तियाँ अंदर रह जाएँगी, "एक भरपूर कोशिश कर के नीता उठ्ने मे कामयाब हुई थी कि पंकज ने फिर गोद मे गिरा लिया. "अरे, भाई को क्या प्राब्लम होगी भाभी, जो चीज़ वो देख चुके है मैं भी तो वही देखने को कह रहा हूँ" यह कहते हुए पंकज ने अपनी गिरफ़्त कुच्छ हल्की छोड़ी ओर नीता मोक़ा गनीमत जानते हुए फॉरन उठि. लेकिन पंकज ने गिरफ़्त हल्की की ही इसी लिए थी कि वो उसे सिड्यूस करना चाह रहा था. जैसे ही वो उठि पंकज भी उठ खड़ा हुवा ओर लपक कर नीचे झुकते हुए नीता को अपनी बाँहों मे उठा लिया. चूके साऱी पहले ही अपनी जगह से हट कर नीचे आन पाहूंची थी सो नाभी पंकज के होन्टो के बिल्कुल साम'ने ही अपने जोबन पर थी. पंकज अपने सुलगते होन्ठ अपनी भाभी की नॅफ पर होले से अभी रख ही पाया था के नीता को जैसे एक करेंट सा लगा ओर अजीब अंदाज़ मे निकलने की कोशिश की जिस'से स्थिति कुच्छ इस तरह बनी की नीता का पेट तो होन्टो से हट गया लेकिन नितंब पीछे को हो कर पंकज के हाथों को मज़ा देने लगे. पंकज नीता को ऐसे ही उठाए हुए घूम कर बेड पर खड़ा कर दिया ओर खुद नीचे ही खड़ा रहा. एक हाथ नीता की कमर के बॅक पर दूसरा चुतडो पर रखते हुए. जब के नीता उसे सिर से थामे उसे दूर करने की कोशिश कर रही थी. वो समझ चुकी थी कि पंकज उसकी नाभी को चूम'ना चाहता है ओर नीता अच्छी तरह जानती थी कि यह उसकी काफ़ी सेनसटिव जगह है. वो अपने जज़्बात पर नियंत्रण नहीं कर पाएगी. लेकिन पंकज एक मूँ'ह ज़ोर तूफान था. आख़िर उस'ने अपने होन्ठ नीता की नॅफ पर रख दिए.
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