RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
जब;वो कार की ड्राइविंग सीट पे बैठी तो उसे चक्कर से आ जाता है
जब भी नजमा हाइपर टेन्ष्शियन का शिकार होती है तो उसका यही हाल होता है उसे चक्कर आने लगते है और BP हाइ हो जाता है उसके फॅमिली डॉक्टर्स ने उसे और घर वालों को सॉफ सॉफ कहा था कि जहाँ तक होसके नजमा को टेंशन ना दी जाए वरना कुछ भी होसकता है
सॅम;जब नजमा को ऐसी हालत मे देखता है तो वो समझ जाता है ये उसे क्या हुआ है वो भाग के फ्रंट सीट खोल देता है और नजमा को आराम करने के लिए बॅक सीट पे लेजाने लगता है
नजमा;इतने गुस्से मे थी कि वो सॅम का हाथ झटक देती है
छोड़ मुझे ज़लील इंसान हाथ मत लगा
सॅम;मुझे जितनी गालियाँ देनी हो देदो अम्मी मारना हो तो मारलो पर प्लीज़ पीछे की सीट पे चलके लेट जाओ ऐसी हालत मे आपको आराम की सख़्त ज़रूरत है उसकी आवाज़ मे नरमी और परेशानी का असर सॉफ बयान हो रहा था जिसे नजमा समझ सकती थी वो बिना कुछ कहे सॅम का हाथ झटक के बॅक सीट पे जाके लेट जाती है और सॅम कार चलाने लगता है वो स्लो स्पीड मे ड्राइव कर रहा था
नजमा;गुस्से से तूने इतनी ज़लील हरकत क्यूँ की सॅम मैने तुझपे सबसे ज़्यादा भरोसा किया तुझे यूके एक अच्छा इंसान बनने के लिए भेजा और तू ये सीख के आया है वहाँ से
अर्रे कम्बख़्त खाला भी तो माँ जैसी होती है कितना गिरी हुई हरकत की है तूने सॅम आख़िर तूने ऐसा क्यूँ किया उसकी आवाज़ मे गुस्सा और दर्द दोनो सॉफ नज़र आ रहे थे
सॅम;कार के ब्रेक ज़ोर से लगा देता है
इसकी वजह भी सिर्फ़ और सिर्फ़ आप हो अम्मी सिर्फ़ आप
नजमा;ये सुनके आग बगुला हो जाती है वो चिल्लाने लगती है क्या कहा तूने मैं वजह हूँ इस सब के पीछे बेशर्म इंसान ऐसा गंदा काम करता है और मुझे कुसूर वॉर ठहराता है
सम;हाँ आप हो ज़िमेदार
क्योंकि जो मैने खाला के साथ किया वो सब मैं आपके साथ करना चाहता था पता है क्यूँ इसीलिए कि मैं आपसे सच्ची मोहब्बत करता हूँ ऐसी मोहब्बत जो एक माँ बेटे के बीच नही होसकती जबसे मैने जवानी की दहलीज़ पे कदम रखा मुझे सिर्फ़ आपका चेहरा नज़र आया मैने यूके मे भी कई लड़कियों के साथ सेक्स किया पर जब भी उन्हे चोदता मुझे आप नज़र आती मुझे दुनिया की कोई भी लड़की या औरत आपसे ज़्यादा अच्छी नही लगती मैं जानता हूँ आप इसे पागल पन कहेंगी अगर अपनी अम्मी से प्यार करना पागल पन है तो हूँ मैं पागल और मैने खाला को भी सिर्फ़ इसीलिए चोदा कि वो आपकी सग़ी बहन है उसे चोदते वक़्त मुझे आप नज़र आती थी उसे जब भी मैं अपने नीचे लेता था मुझे लगता मैं आपके साथ कर रहा हूँ मेरा ये जुनून ग़लत सही पर मेरी मोहब्बत सच्ची है मुझे अपनी अम्मी से प्यार करने की कोई भी सज़ा दी जाए मैं खुशी खुशी क़ुबूल करने को तैयार हूँ
वो एक सांस मे अपने दिल का हाल वो जज़्बात जो उसके सीने मे कई सालों से दफ़न थे आज वो एक साथ किसी बाढ़ की तरह सभी दीवारे सभी बंधन तोड़ के सामने आ गई थी
नजमा;;बड़े गौर से ये सब सुन रही थी इस सब के दौरान उसके चेहरे से कितने अलग अलग एहसास आके गुज़र गये वो एक दम बेसूध सी बैठ गयी थी वो अपनी आँखे बंद कर लेती है वो सॅम की बातें सुनके हैरान और परेशान होचुकी थी ऐसी हालत मे वो सॅम को कुछ समझाना या उसपे चिल्लाना नही चाहती थी वो अपने ही ख़यालों मे गुम हो जाती है
जब वो लोग घर पहुँचे तो सभी ने उनका वेलकम किया नजमा तो अपना बॅग लेके ऑफीस चले गयी और सॅम दिल ओ दिमाग़ से थका हारा अपने रूम मे चला जाता है
आबिद;बहुत खुश था वो दिल ही दिल मे आने वाले वक़्त के संपने भी बुनने लगा था
रात मे खाना खाते वक़्त सॅम और नजमा दोनो खामोश थे जिसे सभी ने नोटीस किया पर ये समझ के इग्नोर कर्दिया कि शाएद नाना जान की तबीयत को लेके ये दोनो उदास है
सॅम;अपने रूम मे सोने चला जाता है
और नजमा अपने रूम मे
नजमा;अपने रूम मे अकेली सोती थी
पर आज उसकी आँखों से नींद कोसो दूर थी उसे रह रह के यही बात याद आ रही थी कि सॅम जब भी किसी के साथ सेक्स करता था तो उसे मैं नज़र आती थी वो सॅम के साथ झगड़ा करना चाहती थी उसे मारना चाहती थी कि वो कैसे इतनी गंदी सोच रख सकता है और वो फीरोजा को भी इसीलिए चोदता था क्यूँ कि वो मेरी सग़ी बहेन है उसके दिमाग़ मे सॅम के लिए गुस्सा बढ़ने लगता है पर उसका जिस्म उसका साथ नही देता
उसका एक हाथ उसकी चूत की तरफ बढ़ जाता है
वो अपनी क्लाइटॉरिस को ज़ोर ज़ोर से रगड़ने लगती है इतने गुस्से मे भी वो अपनी चूत को इतनी ज़ोर से रगड़ रही थी उसे सॅम की कही हुई हर एक एक बात याद आ रही थी
उस वक्त उसके दिमाग़ मे क्या खल बली मची हुई थी ये तो सिर्फ़ नजमा जानती थी पर एक लंबी चीख उःन्णननननणणन् अहह स्शह ऊऊऊऊऊ के साथ उसका हाथ गीला हो जाता है उसकी चूत ने इससे पहले इतना सारा पानी कभी नही छोड़ा था जब वो सुहागरात के दिन अपने शोहर से चुदी थी तब भी उसका क्लाइटॉरिस इतना मोटा नही हुआ था उसके निपल्स मे इतना खीचाव कभी नही हुआ था उसका जिस्म अजीब बर्ताव कर रहा था जिससे नजमा खुद हैरान थी वो अपनी चूत के पानी से भीगी हुई दो उंगलियाँ अपनी नाक के पास लाके सूंघटी है और फिर अचानक उसे अपने मुँह मे लेके चूसने लगती है जब वो उंगलियाँ चूस रही थी उसे सॅम का लंड और फीरोजा का मुँह दिखाई देने लगता है वो डर के मारे अपने आँखे खोल देती है और बेड मे उठ के बैठ जाती है
वो दिल मे सोचने लगती है ये मुझे क्या हो रहा है आअज मैने जो देखा उससे मुझे सॅम को मारना पीटना चाहिए था उफफफफफफफफफफ्फ़ मैं ये क्या कर रही हूँ मैं कल सॅम की अचही खबर लूँगी कमीना मेरी बहन को चोदता है
उधर सॅम अपने बेड पे औंधा लेटा हुआ था और सुबह जो उसने किया और नजमा से कहा उसका अंजाम क्या होगा ये सोच रहा था तभी उसे अपनी गान्ड पे किसी का हाथ महसूस होता है
सॅम;को गान्ड पे किसी का हाथ महसूस होता है
वो पीछे मूड के देखता है सामने आबिद एक छोटे से वी शेप चढ्ढि मे खड़ा मुस्कुरा रहा था
आबिद;क्या हुआ भाई आप परेशान लग रहे हो
सॅम;कुछ नही हुआ मुझे परेशान मत कर सोने दे
आबिद;भाई दिल कर रहा है ना
सॅम;देख आबिद मेरा दिमाग़ ऑलरेडी बहुत गरम है उपर से अगर तू परेशान करेगा ना तो मुझसे बुरा कोई नही जा अब मुझे सोने दे
आबिद;कहाँ सॅम की सुनने वाला था वो सॅम के बेड पे बैठ के सॅम के लंड को पॅंट के उपर से सहलाने लगता है भाई करोना मूड मैं ठीक करदेता हूँ
सॅम;मैने कहा ऐसा मत कर आबिद
आबिद;भाई प्लीज़ उसकी पकड़ सॅम के लंड पे मज़बूत होने लगी थी
सॅम;नजमा के साथ हुए हादसे से काफ़ी टेन्स था वो एक परेशानी दूर करना चाहता था और अब आबिद उसके लंड के साथ खिलवाड़ किए जा रहा था
आबिद को कौन समझाता कि जब इंसान गुस्से मे हो तो उसके लंड के साथ खेला नही करते एक तो गान्ड फटती है या दाँत टूटते है
जब आबिद पे सॅम की धमकी का कोई असर नही हुआ तो वही हुआ जिसका डर था
एक ज़ोर दार थप्पड़ ने आबिद को अपनी दुनिया से इस दुनिया मे लाके पटक दिया
सम;हरामी मैने तुझे कहा ना मेरा दिमाग़ और खराब मत कर निकल जा यहाँ से वरना साले गान्ड मे बम्बू डालके चीर दूँगा
सम;की ज़हर उगलती आँखे आबिद को काफ़ी ख़ौफ़ जदा कर कई थी उपर से सॅम के मज़बूत हाथों का थप्पड़ जिसने आबिद के नाज़ुक से गालों पे उंगलियाँ छाप दी थी
बेचारा गान्ड के दर्द का मारा अपने दिल मे सॅम को कोस्ता हुआ दूसरे रूम मे चला गया.
सुबह 8 बजे;;
डाइनिंग टेबल पे महक बैठी नाश्ता कर रही थी जब वहाँ सॅम नहा के सिर्फ़ टवल लपेटे आके बैठता है तो महक उसे टोके बिना नही रह पाती
महक;ऊईए शरम हया नाम के कोई चीज़ है भी कि नही तुझमे ऐसे ही चला आ रहा है जा जाके कपड़े तो पहन ले घर मे तीन जवान औरतें रहती है
सॅम;उसे घुरके देखते हुए तीन कहाँ दो ही तो है
अम्मी और भाभी
महक;और मैं
सम;तू तो मेरा जुड़वा भाई है और सॅम उसके गाल पर थपथपाते हुए नाश्ता करने बैठ जाता है
महक;बुरी तरह तिलमिला जाती है अगर मुझे पता होता कि तू ऐसा निकलेगा सॅम तो मैं अम्मी के पेट मे ही तेरा गला दबा देती
सॅम;को उसकी बात पे हँसी आजाती है
तभी वहाँ नजमा आती है नजमा को देख सॅम की सारी हँसी गायब हो जाती है
नजमा;;सॅम मुझे तुमसे कुछ ज़रूरी बात करनी है ज़रा मेरे रूम मे आना
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