RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
तभी
सॅम; उसे रोक लेता है एक मिनट भाभी इस शर्ट का एक बटन गिरा हुआ है
शबनम;अर्रे हाँ एक मिनट मैं अभी इसे ठीक कर देती हूँ और शबनम सॅम के बटन सुई धागे से सीने लगती है वो सॅम के इतने करीब थी कि सॅम के उसके जिस्म की महक अच्छी तरह महसूस हो रही थी सॅम ने शर्ट उतारा नही था
और शबनम ऐसे ही उसके सामने खड़े खड़े बटन ठीक कर रही थी
एक पाल के लिए शबनम अपनी पलकें सॅम के चेहरे की तरफ उठाती है
जो उसे ही घूर रहा था
सॅम;एक बात कहूँ भाभी
शबनम;ह्म्म्म्म मममम
सम;आप बहुत खूबसूरत हो आपकी आँखे
शबनम;क्या
सॅम;आपकी आँखे कितनी नशीली है
उसके इतनी अच्छे से तारीफ करने से शबनम थोड़ी ठिठक जाती है
उसका दिल करता है कि सॅम उसकी और तारीफ करे
शबनम;और क्या अच्छा लगता है तुम्हे सॅम
सम;आपके लिप्स
कितने गुलाबे है बिना लिपस्टिक के भी इतने वो बोलते बोलते रुक सा गया
शबनम;बोलो ना रुक क्यूँ गये
सॅम;शबनम का चेहरा उपर उठाते हुए आपके लिप्स सच मे बहुत रसीले है दिल करता है और वो आगे बढ़ता है
पर शाएद शबनम अभी इसके लिए तैयार नही थी वो अपने कदम पीछे सरका लेती है
सॅम;उसका इशारा समझ के जल्द बाज़ी नही करता एक तो पहले ही नजमा ने उसकी गान्ड फाड़ रही थी उपर से अगर शबनम भी बिदक गयी तो घर मे रहना मुश्किल होज़ायगा यही ख़याल से वो भी खुद को रोक लेता है
अर्रे भाभी लगता है आपको बुरा लगा ओके बाबा ये लो हम आपके कान पकड़ते है
बस अब तो हंस दो
शबनम;ह्म्म्म्म म ग़लती तुम करो और कान मेरे पकडो देवर जी आप ना बड़े वो है
सॅम;क्या जी
शबनम;शरमाते हुए मुझे नही पता और वो सॅम के रूम से भाग जाती है
सॅम;साली पत्तो पे आ रही है इसकी भी लेलेंगे एक दिन मस्त माल है
और वो तैयार होके ऑफीस के लिए निकल जाता है
उसे नजमा के साथ ऑफीस जाना था आज सॅम का ऑफीस मे पहला दिन था इसलिए वो फर्स्ट इंप्रेशन को लास्ट इंप्रेशन बनाना चाहता था
जब वो नजमा की कार के पास आया तो नजमा भी उसे देखती रह गयी
नजमा के इस तरह उसे घूर्ने से वो दिल मे बहुत खुश हो रहा था
वो नजमा की आँखों मे देखते हुए बोल ही देता है
सॅम;क्यूँ पहले कभी कोई मर्द नही देखा क्या आपने
नजमा;बुरी तरह बिदक जाती है वो सॅम को डांटना चाहती थी पर डाँट नही पाती और सिर्फ़ घूर के रह जाती है
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