RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
रात1एएम;सभी अपने अपने रूम्स में सो रहे थे सॅम अपने बेड से उठता है और शबनम के रूम की तरफ बढ़ता है
जब वो रूम का दरवाज़े पे हाथ रखता है तो उसका दिल ज़ोरों से धड़कने लगता है शबनम ने रूम का दरवाज़ा अंदर से बंद नही किया था
सॅम;जब रूम के अंदर दाखिल हुआ तो चारों तरफ अंधेरा पसरा हुआ था वो भाभी भाभी कहके शबनम को आवाज़ देता है पर शबनम की तरफ से कोई रिप्लाइ नही आता वो लाइट ऑन करदेता है और डोर बंद करके जब पीछे मुड़ता है
उसकी आँखे जैसे किसी तेज़ रोशनी से चौंधिया जाती है सामने हुस्न की मलिका शफ़ाफ़ गोरे जिस्म वाली किसी परी को देख किसी आम से आदमी का जो हाल होता है वही हाल सॅम का हो गया था
लाल रंग की साड़ी में लिपटी हुई वो परी जिसके होंठ शबनाक की बूँदों की तरह चमक रहे थे उसकी पेशानी पे चमकते पसीने की वो बूँदें मानो ऐसी लग रही थी जैसे पहली बारिश की चन्द मदमस्त बूंदे किसी पेड़ के पत्ते पे जब गये हो
शबनम ने अपनी शादी की वही साड़ी पहनी थी जिसमे सॅम ने जब उसे शादी वाले दिन देखा था तो उसके दिल में भी एक बार को अपने भाई के लिए जलन और हसद पैदा हो गयी थी कि काश ये मालिकाए हुस्न मेरी बिस्तर की ज़ीनत बन पाती
पर आज वो दिन शायद आ गया था जिसके बारे में सोच सोच के सॅम ने कितनी बार मूठ मारा था
शबनम;का सर झुका हुआ था और साँसें तेज चल रही थी
सॅम;उसके एकदम करीब जाके खड़ा हो जाता है और धीरे से शबनम के चेहरे को उपर उठाके उसकी नशीली आँखों में देख के कहता है
थॅंक यू सो मच भाभी जो अपने मेरी बात मान ली
शबनम;अपना सर उपर उठाके उसे देखती है शबनम की आँखों में आँसू थे जो बस छलकने ही वाले था कि सॅम अपनी ज़ुबान से उस छलकते हुए पैमाने को पी जाता है
शबनम;के पूरे जिस्म में कपकपाहट सी पैदा कर गया था सॅम का इस तरह उसके आँसू पीना
सॅम;भाभी क्या आप मुझसे नाराज़ हो
शबनम;नही में सर हिलाती है
सॅम;तो आप रो क्यूँ रही हो
शबनम;पता नही सॅम मुझे कुछ पता नही मुझे अपनी ज़ात पता नही मैं तो ये सब करना भी नही चाहती थी मैं तो रूम लॉक करके सोजाना चाहती थी मैं तुमसे बात भी नही करना चाहती थी पर मैं नही जानती कि मे ये सब चाहते हुए भी क्यूँ करना सकी
मुझे अपने होने का एहसास दिलाओ सॅम में भी एक औरत हूँ मुझे वो एहसास चाहिए जो मैं तुम्हारे भाई के साथ दफ़ना चुकी थी क्या तुम मुझे वो प्यार दे सकते हो जो मैं चाहती हूँ
सॅम;नही जानता था कि शबनम इतनी एमोशनल लड़की है उसके दिल में शबनम के लिए इज़्ज़त और मोहब्बत दोनो का मुकाम और बढ़ गया था वो शबनम की बाहें थाम के उसे अपने सीने से लगा लेता है और उसके कानों के पास की ज़ुल्फो को हटा के धीरे से कहता है
आइ लव यू भाभी
आप वो दूसरी औरत हो जिसे मैं ये दिल से कह रहा हूँ
आप मुझसे जितना प्यार करती है शाएद मैं अभी उतना प्यार आपसे नही करता हूँ पर मैं आपको वादा करता हूँ कि मैं आपकी हर जायज़ तमन्नाओ को पूरा करूँगा जो आप मुझसे चाहती है
शबनम;सॅम की आँखों में अपना अक्स तलाश करने लगती है
उससे एक धुंधला सा चेहरा देखाई देता है जिसे वो अपना चेहरा समझ के उससे लिपट जाती है
ओह सॅम तुम नही जानते मैं भी तुमसे कितना प्यार करती हूँ और वो एक छोटी सी बच्ची की तरह अपने सॅम के चेहरे को चूमना शुरू कर्देति है
सॅम;भी शबनम को चूमे जा रहा था और अब उसके हाथ अपना जादू दिखा रहे थे वो शबनम की साड़ी उसकी नाभि के पास से खींच लेता है और एक हाथ से उसका ब्लाउस भी खोल देता है
शबनम;सिर्फ़ लेनहगे और ब्रा में थी वो इतनी पागल होचुकी थी कि उसने भी सॅम की पॅंट और शर्ट खोल दी थी दोनो एक दूसरे को देखने लगते है और फिर दुबारा एक दूसरे को चूमने लग जाती है इस बार ये पॅशनेट किस्सिंग थी जिसमें ज़ुबान और सलाइवा एक दूसरे को पिलाया जा रहा था
वो दोनो जल्द से जल्द पूरी तरह नंगे होना चाहते थे और हुआ भी यही जहाँ सॅम ने शबनम के पूरे कपड़े निकाल दिए वहीं शबनम ने भी सॅम को लग भग नंगा करदी थी सॅम सिर्फ़ अंडरवेर में था और शबनम उसके सामने पूरी नंगी खड़ी थी दोनो एक दूसरे को मसलते हुए बेड पे गिर जाते हैं
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