RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
सॅम;शिबा पे कोई रहम नही करने वाला था हर मर्द का यही हाल होता है जब कोई चुलबुली चूत किसी मस्ताने लंड को खुला चॅलेंज देती है तो उसका यही हाल होता है या तो वो चीर दी जाती है या फॅट जाती है
सॅम;अपनी जवानी की पूरी ताक़त साथ अपनी कमर के पूरे दबाव के साथ शिबा को चोद रहा था और उसका नतीजा ये निकला कि शिबा एक ज़ोर की चीख की साथ वहीं बेड पे मुतना शुरू कर देती है
शिबा;अहहहहहः हरामी अहह मेरा पेशाब निकाल दिया रे तूने हााआ मैं आज के बाद कभी तुझ से नही हााआ उःन्ह्ंहंह्न चुदाउन्गी अहह मर गयी अम्मी जी अहह
सॅम;अब पता चला पठान को छेड़ने का अंजाम अहह ले साली अभी तो तूने सिर्फ़ मुता है आगे आगे देख तू क्या क्या करती है अहह
पूरा बेड शिबा के पेशाब से भर गया था शिबा की चूत से हल्का हल्का खून भी निकल गया था वो काफ़ी छोटे बॅट से खेलने की आदि थी आज उसे वो सब्बल मिला था उस सुराख में जहाँ सुई भी बड़ी मुश्किल से जाती थी
शिबा;दर्द और चूत की जलन के मारे चिल्ला उठती है और एक ज़ोर दार झटके के साथ अपनी कमर बार बार उठा उठा के सिसक ने लगती है वो झड रही थी और ये ऑर्गॅनिसम बहुत भारी था शिबा की ज़िंदगी का सबसे बड़ा
सॅम;भी एक दो झटकों के बाद वहीं शिबा की चूत में झड्ने लगता है अहह अहह शिबाआाआआ अहहहहहहहः
10मिनट बाद
दोनो बड़े प्यार से एक दूसरे को चूम ने लगते हैं
शिबा;आइ लव यू समीर मुझे सच में नही पता था कि तुम इतने जबरदस्त हो वरना में कभी तुम्हे नही छेड़ती पर देखा जाए तो फ़ायदा मेरा ही हुआ ना में तुम्हे छेड़ती और ना मेरा ये हाल होता आइ रियली लव यू समीर
सम;सच कहूँ तो मेरा तुझे ऐसा करने का इरादा नही था पर तूने जब ऐसी बात कही तो तुझे बताना ज़रूरी था ना
शिबा;मुहह आगे भी बताते रहना भूल मत जाना मुझे
सम'हाहहः अभी तो कह रही थी कि आगे से कभी नही लूँगी
शिबा;शरमा जाती है और दोनो फिर से एक दूसरे को चूमने लगते है
वो दोनो फ्रेश होने बाथरूम में जाते है और वहाँ भी सॅम एक बार खड़े खड़े शिबा की ले लेता है
और अपने कपड़े पहन के उसके घर से निकल जाता है उसे शबनम की अम्मी को रिसीव करने स्टेशन पे जाना था
सॅम;कार ड्राइव करता हुआ सीधा स्टेशन पे पहुँच जाता है उसके पास शबनम की अम्मी ज़ेब्यूनिस्सा का नंबर था वो नंबर ट्राइ करता है तभी पीछे से कोई उसके कंधे पे हाथ मारता है सम पीछे पलट के देखता है तो सामने ज़ेबा मुस्कुराती हुए खड़ी मिलती है
सॅम;दुआ सलाम के बाद ज़ेबा का बॅग लेके चलने लगता है
ज़ेबा;;शबनम की अम्मी
एक 40 साल के करीब की खूबसूरत कसेलि औरत हमेशा खुश रहने वाली मुस्कुराने वाली दिलकश औरत ज़ेबा के शोहर की 7 साल पहले मौत हो गई थी उसने अपने दोनो बच्चो शबनम और बेटे हाशाम को को बड़े प्यार और लाड़ से पाला था ..बेटी शबनम की शादी के बाद घर काफ़ी खाली खाली लगता था ज़ेबा को..और सबसे ज़्यादा खाली पन उसे उसके बिस्तर पे लगता था खाली दिमाग़ शैतान का घर होता है..और ज़ेबा के शैतानी दिमाग़ ने एक दिन ऐसा खेल खेला के वो अपने सगे बेटे हाशाम के नीचे आगे ..ज़ेबा पिछले 7 सालों से अपने गठीले जिस्म को हाशाम के नीचे फैला के रात भर गान्ड उछाल उछाल के चुदाति आई है पर पिछले 3महीनो से उसकी चुदाई के सिलसिले पे जैसे कर्फ़्यू सा लग गया है उसकी बहू साना जबसे घर में आई है बेटे हाशाम ने अम्मी ज़ेबा की चूत की तरफ देखना छोड़ दिया भला जवान चूत के सामने बूढ़ी चूत का क्या मज़ा..
सॅम;खाला जान आपको रास्ते में कोई तकलीफ़ तो नही हुई ना
ज़ेबा;नही बेटा आराम से पहुँच गयी घर पे सब कैसे है
सॅम;सब ठीक है खाला आप को बहुत याद करते है खास तौर पे भाभी
पर दिल में तो सॅम ज़ेबा को गालियाँ दे रहा था हराम जादी आ गई मेरे लंड की दुश्मन..
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