RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
जैसे ही सॅम महक को नीचे उतारता है महक अपने घुटने से सॅम के पैरों के बीच में उसका लंड पे मारने की कोशिश करती है पर उसका वॉर सॅम बच के उसे घुमा देता है और पीछे से उसे पकड़ लेता है
ये महक की बचपन की आदत थी जब उसे कोई उससे ज़्यादा मज़बूत लगने लगता तो वो अपना आखरी हथियार इस्तेमाल करती थी
सॅम;इस बात से अच्छी तरह वाकिफ़ था
वो महक को पकड़ लेता है और उसके कान में धीरे से कहता है
तुझे कितनी बार बोला मेने डेलिकेट डेलिकेट ऑर्गन पे नही मारने का
और फिर सॅम कुछ ऐसा करता है जिससे महक के तन बदन में झुरझुराहट सी पैदा हो जाती है
सॅम;अपना पूरा हाथ का पंजा महक की जाँघ पे ज़ोर से मारता है जैसे कोई किसी की कमर पे थप्पड़ मारता है ना उसी तरह सॅम ने महक की चूत पे थप्पड़ मारा था
महक;ऊऊचह के लिए ये एक ऐसी चीज़ थी जिसने उसे एहसास दिलाया कि वो लड़की है
वो सॅम की आँखों में देखने लगती है जैसे पूछ रही हो ये तूने क्या किया ज़ालिम
वो थप्पड़ महक के सोए हुए क्लाइटॉरिस को गहरी नींद में से जगा देता है
महक;सॅम के पकड़ में से निकल के चुप चाप वहाँ से बाहर निकल जाती है
सॅम;अर्रे महक मैने तो मज़ाक किया था सॉरी यरर्र्र्र्ररर
महक;कोई जवाब नही देती और बाथरूम में जाके अपनी पैंटी नीचे करने के बाद अपनी चूत पे हाथ फेरती है
अहह एक अजीब सी गुदगुदी एक अजीब एहसास उसके दिल में कहीं हुआ था ये क्या हो रहा है महक तुझे वो तेरा सगा जुड़वा भाई है
और वो अपना सर झटक के बाहर निकल जाती है
रात 10पी एम;
रात का खाना सभी खा चुके थे शबनम और ज़ेबा दोनो रूम में बैठी बातें कर रही थी
इधर आबिद कल जाने की तैयारी कर रहा था महक उसकी मदद कर रही थी
महक को आबिद से एक खास लगाव था वो आबिद का चेहरा बिल्कुल लड़कियों जैसा था और महक को उसके चेहरे पे बहुत प्यार आता था ..सॅम तो महक का बचपन से जानी दुश्मन था उनके बीच कभी भाई बहेन का रिश्ता था ही नही..पर आज नज़ाने महक थोड़ी गुम्सुम सी थी पता नही उसे क्या हो गया था आबिद उसे पूछ लेता है
पर वो एक बहाना बना के उसकी बात झटक देती है
नजमा;अपने रूम में बेड पे बैठी कुछ ऑफीस की फाइल्स देख रही थी तभी सॅम वहाँ आजाता है
सॅम;अम्मी में कुछ हेल्प करूँ
नजमा;नो
सम;अम्मी में कुछ करूँ
नजमा'उसे घुरत देख कब सुधरेगा तू सॅम जब से तू आया है देख रही हूँ तेरा बिहेवियर ऐसा ही है
बेटा मैं तेरी अम्मी हूँ क्यूँ कर रहा है तू ऐसा मेरा साथ
सॅम;ब्कोज़ आइ लव यू सिंपल
नजमा;कुछ नही बोलती और अपनी फाइल्स में देखने लगती है
सॅम;अम्मी आपकी गर्दन पे कुछ है
नजमा;गर्दन पे हाथ फेरती हुए कहाँ क्या है
सॅम;एक मिनट रूको और सॅम नजमा के पीछे जाके उसके बाल गर्दन पे से हटा देता है और जल्दी से अपने लिप्स उसकी गर्दन पे रख के किस कर देता हैमुह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
नजमा;सॅम की चाल समझ जाती है दूर हट बेशरम
सॅम;मुस्कुराता हुआ सच कहूँ अम्मी आप बहुत खूबसूरत हो आप जैसी लेडी मैने अपनी लाइफ में नही देखा यूके में भी आप जैसी हसीन जमील लेडी नही देखी मुझे यू आर आ मास्टर पीस अम्मी
नजमा;एक औरत थी भला कौनसी औरत को अपनी तारीफ अच्छी नही लगती और सॅम ने तो मुँह भर के कर दिया था जिससे नजमा को रुखसारों पे लाल रंग आजाता है
चल हट बेशरम अपनी अम्मी को कुछ भी कहता है
सॅम;उफफफफफफफ्फ़ हो अम्मी सच में ये देखो आपकी नाक कितनी प्यारी है आपकी गर्दन एकदम सुराही की तरह आपके कान सो स्वीट आपके होंठ
जो सॅम की तारीफ से लरजने लगे थे उनमें कप कपाहट सी पैदा होने लगी थी
लाल गुलाबी होंठ अपनी तारीफ सुनना चाहते थे पर सॅम ने उनकी तारीफ लफ़्ज़ों से ना कहते हुए अपने होंठों से कहना बेहतर समझा
नजमा;इससे पहले कुछ कर पाती सॅम उसके होंठो को चूम चुका था
नजमा;गुस्से से तिलमिला जाती है और सॅम को घूँसा मारना चाहती है पर सॅम अपने मज़बूत हाथ से नजमा के दोनो हाथों की कलाई पकड़ के पीछे मोड़ देता है
सॅम;अपनी हद से आगे बढ़ना चाहता था वो नजमा की कलाई छोड़ के उसकी कमर में हाथ डालना चाहता है नजमा रीफ्लेक्स आक्षन देखती है और एक ज़ोर दार कर्रारा थप्पड़ सॅम की सुनने की शक्ति कुछ देर के लिए जैसे ख़तम कर देता है
नजमा;चिल्ला भी नही सकती थी घर में मेहमान आई हुई थी और वो क्या करती एक ही तो हथियार था उसके पास थप्पड़
पर अब इस थप्पड़ का भी सॅम पे कुछ ज़्यादा असर नही होता था
सॅम;अपने गाल को मल्ता हुआ नजमा के रूम से बाहर निकलने ही वाला था कि नजमा उसका हाथ पकड़ के फिर से अपनी तरफ मोड़ देती है और रूम का डोर बंद कर देती है
नजमा;पलट के सॅम के करीब जाती है
सॅम;का गाल लाल हो चुका था और चेहरे पे एक खामोशी थी शायद उसे नजमा का ये थप्पड़ चेहरे पे नही बल्कि दिल पे कहीं लगा था
नजमा;धीमी आवाज़ में क्यूँ कर रहा है तू बेटा ऐसा मेरे साथ अर्रे मैं तेरी अम्मी हूँ सॅम तुझे मेने पैदा किया है और तू इस बूढ़ी औरत को इस उमर में इस तरह पढ़ाना कर रहा है शरम नही आती तुझे ऐसा करते हुए
अगर तू कहे तो बेटा में तेरे लिए कहीं रिश्ते की बात करूँ
सॅम;अम्मी खबर दार जो अपने खुद को बूढ़ी औरत कहा तो और एक और बात मैने अपने लिए एक खूबसूरत लड़की देख ली है और वो में आपको बता भी चुका हूँ..सम ने जान बुझ के औरत की बजाय लड़की लफ्ज़ इस्तेमाल किया ताकि नजमा पे गहरा असर पड़े उसकी बात का
नजमा;फिर से भन्ना जाती है और अपनी उंगली उसके चेहरे के सामने करते हुए
देख सॅम अब बहुत हुआ अगर तू मेरी बात नही सुनेगा तो मैं तुझे अपने मामा के वहाँ भिजवा दूँगी में तुझे सही रास्ते पे लाना चाहती हूँ और एक तू है कि वही गंदे बेहूदा रास्ते पे चला जा रहा है अगर ............
वो और कुछ बोलना चाहती थी पर सॅम की एक हरकत उस के तन बदन में चिंगारियाँ पैदा कर देती है
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