RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
सॅम;एक दम सीरीयस हो जाता है और नजमा का चेहरा अपने दोनो हाथों में थाम लेता है
आपको मेरी मोहब्बत पे शक होगा पर में जानता हूँ मेरी मोहब्बत आसमान से भी ज़्यादा बुलंद है
नजमा;मुझ जैसी बूढ़ी औरत में तुझे क्या दिखता है ऐसा
सॅम;;तुझे देख के जोश ए जवानी भी रख्स करती है
तू डाले पाँव पानी में तो पानी भी रख्स करता है
तुझे छूने की खावहिश में हवा रुक रुक के चलती है
और जो छूळे तुझे तो खूब जलती है
और आप खुद को बूढ़ी कहती हो
नजमा;का ये सुनके बुरा हाल हो चुका था शायद दिल के किसी कोने में एक सॉफ्ट कॉर्नर बन गया था सॅम के लिए
नजमा;ये तूने खुद लिखा है मेरे लिए
सॅम;नही अम्मी ये शेर तो एक गुमनाम शायर शम्स ख़ान की है पर जज़्बात मेरे अपने हैं.
नजमा;अपने लखते जिगर को अपने सीने से लगा देती है.
सॅम;के हाथ भी नजमा को कस लेते है और दोनो माँ बेटे एक दूसरे की बाहों में सिमट जाते है ये पहली दफ़ा नही था जब सॅम और नजमा इस हालत में थे पर कितने दिनो से सॅम की हरकतों की वजह से नजमा सॅम से दूरियाँ बनाए हुई थी
सॅम;अपने एक हाथ को नजमा की ब्रेस्ट पे रख के हल्के से दबाता है
नजमा;ऊऊचह क्या कर रहा है छोड़ तुझे मना किया था ना मैने
सॅम;अम्मी कुछ भी तो नही कर रहा हूँ और वो फिर से नजमा की ब्रेस्ट मसल देता है
नजमा;सॅम को पीछे करते हुए देख सॅम कितने मर्तबा मैं तुझे बता चुकी हूँ जो तू फीरोजा के साथ करचूका है वो में अपने साथ कभी नही होने दूँगी चल हट मुझे ऑफीस जाना है
सॅम;नजमा के चेहरे को दोनो हाथों में थामते हुए अम्मी प्लेआसेज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ देखो में आपको बताना चाहता हूँ कि में आपसे कितना प्यार करता हूँ
नजमा;अच्छा वो कैसे
सॅम;आपको फीरोजा खाला की तरह प्यार करके
नजमा;फीरोजा का नाम सुनके बिदक जाती है उसे वो सब याद आजाता है जो सॅम ने उसके सामने फीरोजा के साथ किया था
अचानक उसका मोहब्बत वाला लहज़ा खराब सा हो गया था
सॅम ने फीरोजा का नाम लेके अपने पैरों पे कुल्हाड़ी मार दिया था वरना आज नजमा शायद उफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़
सॅम;कुछ बोलने वाला था कि नजमा उठ के जाने लगती है
तभी सॅम उसका हाथ पकड़ लेता है
अम्मी सुनो ना
नजमा;दरवाज़ा बंद कर देती है और सॅम के सामने खड़ी हो जाती है
अब बोल क्या करना चाहता है तू मेरे साथ
सॅम;को लगा लाइन क्लियर है वो नजमा के पास आके खड़ा हो जाता है और उसकी आँखों में देखते हुए बड़े रोमॅंटिक अंदाज़ में कहता है
अपनी अम्मी को बीवी की तरह से
इससे पहले वो आगे कुछ और बोल पाता
नजमा;अपनी साड़ी का पल्लू नीचे गिरा देती है और अपने हाथ पीछे लेजाके ब्लाउस के बाद ब्रा भी खोल देती है
ले सॅम नोच ले मुझे यही चाहता है ना तू अपनी अम्मी को बिस्तर पे लेजाके करले जो करना चाहता है मैं उफफफफ्फ़ तक नही करूँगी पर याद रख इस सब में मेरी मर्ज़ी शामिल नही है मिटा ले अपनी हवस
नजमा;को लगा जैसे उस की इस बात से सॅम शर्म महसूस करके वहाँ से चला जाएगा और फिर आइन्दा कभी ऐसी हरकत नही करेगा आख़िर वो भी सॅम को थप्पड़ मार मार के परेशान हो चुकी थी..
सॅम;की आँखे फटी की फटी रह गई थी उसकी उम्मीद के खिलाफ अमल हुआ था
वो ललचाई हुई नज़रों से नजमा के ब्रेस्ट को देखने लगता है
38डी के सुडोल ब्रेस्ट एकदम सफेद मखमल से एहसास वाले ये मखमले एहसास सॅम को कार में हो चुका था जब वो सब फीरोजा के यहाँ जा रही थी
वो नजमा के पास आता है और उसके बिल्कुल सामने खड़ा हो जाता है
नजमा;अभी भी सॅम को ही देख रही थी
सॅम;सॅम के हाथ कांप रहे थे पर दिल में जोश उफ्फान पे था
वो धड़कते दिल के साथ अपना एक हाथ नजमा के राइट ब्रेस्ट पे रख के हल्के से उसका निपल मसलता है
और फिर नीचे झुक के उसे अपने मुँह में लेलेता है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प स्शह उसने बड़े ज़ोर से काटा था
नजमा;अहह कम्बख़त दूर हट
नजमा जो सोच भी नही सकती थी सॅम ने वो हरकत की थी
सॅम;अम्मी आपको क्या लगा आपके इस तरह मुझे खुला चॅलेंज देने से में शर्मिंदा हो जाउन्गा
अहहहहहह आप ये कैसे भूल गयी कि बेशरम को शरम नही आती
और एक बात मैं ना डास्टर पे शरम करता हूँ और ना बिस्तर पे
अभी आप कपड़े पहन लो क्योंकि मैं आपको पाना चाहता हूँ पर आपकी मर्ज़ी से और आपकी खुशी से उसके लिए मुझे कुछ भी करना पड़े पर मेरी मोहब्बत आपके लिए कभी कम नही होने वाली.
सॅम;ये बोलके रुका नही और बाहर की तरफ निकल गया
नजमा;जाने कितनी देर उसी तरह टॉपलेस खड़े खड़े उसकी बातें और उसके अंदाज को निहारती रही
सॅम;ऑफीस के लिए निकल चुका था आज शबनम ने ऑफीस से छुट्टी लेली थी उसे अपनी अम्मी के साथ वक़्त गुज़ारना था
ऑफीस में नजमा का रवैया सॅम के साथ एकदम नॉर्मल था जैसे सुबह कुछ हुआ ही नही
जब सॅम अपनी ऑफीस में बैठा कुछ फाइल्स चेक कर रहा था जब उसके सेल पे शिबा का कॉल आता है
सॅम;हेल्लो जी कैसी हो जानेमन
शिबा;तुम्हारे बिना जल बिन मछली हूँ सॅम आजाओना घर पे
सॅम;हाहः आज नही शिबा ऑफीस में बहुत काम है
शिबा;फिर कब देखो ना मेरी वो रो रो के तुम्हे कितना बुला रही है
सॅम;ह्म्म्म्म म ऐसा करता हूँ में तुम्हे फोन करूँगा ओके
शिबा'ओके मैं इंतजार करूँगी बयययययी
सॅम;जैसे ही बात ख़तम करके घुमा उसे सामने नजमा घूरते हुए मिली
नजमा;किस से बातें कर रहे थे
सॅम;क्यूँ कुछ नही वो फ्रेंड था मेरा आप इस वक़्त मेरे कॅबिन में कुछ काम था
नजमा;काम वाम होते रहेंगे पहले तुम मुझे अपना सेल फोन दिखाओ मैं भी तो देखूं कौनसा फ्रेंड है
सॅम;उफफफफफफफ्फ़ हो अम्मी आप भी ना कभी कभी बिल्कुल बीवी जैसा रिएक्ट करती है
ये कहते हुए सॅम के चेहरे पे मुस्कान आ गई थी
सॅम;एक दम सीरीयस हो जाता है और नजमा का चेहरा अपने दोनो हाथों में थाम लेता है
आपको मेरी मोहब्बत पे शक होगा पर में जानता हूँ मेरी मोहब्बत आसमान से भी ज़्यादा बुलंद है
नजमा;मुझ जैसी बूढ़ी औरत में तुझे क्या दिखता है ऐसा
सॅम;;तुझे देख के जोश ए जवानी भी रख्स करती है
तू डाले पाँव पानी में तो पानी भी रख्स करता है
तुझे छूने की खावहिश में हवा रुक रुक के चलती है
और जो छूळे तुझे तो खूब जलती है
और आप खुद को बूढ़ी कहती हो
नजमा;का ये सुनके बुरा हाल हो चुका था शायद दिल के किसी कोने में एक सॉफ्ट कॉर्नर बन गया था सॅम के लिए
नजमा;ये तूने खुद लिखा है मेरे लिए
सॅम;नही अम्मी ये शेर तो एक गुमनाम शायर शम्स ख़ान की है पर जज़्बात मेरे अपने हैं.
नजमा;अपने लखते जिगर को अपने सीने से लगा देती है.
सॅम;के हाथ भी नजमा को कस लेते है और दोनो माँ बेटे एक दूसरे की बाहों में सिमट जाते है ये पहली दफ़ा नही था जब सॅम और नजमा इस हालत में थे पर कितने दिनो से सॅम की हरकतों की वजह से नजमा सॅम से दूरियाँ बनाए हुई थी
सॅम;अपने एक हाथ को नजमा की ब्रेस्ट पे रख के हल्के से दबाता है
नजमा;ऊऊचह क्या कर रहा है छोड़ तुझे मना किया था ना मैने
सॅम;अम्मी कुछ भी तो नही कर रहा हूँ और वो फिर से नजमा की ब्रेस्ट मसल देता है
नजमा;सॅम को पीछे करते हुए देख सॅम कितने मर्तबा मैं तुझे बता चुकी हूँ जो तू फीरोजा के साथ करचूका है वो में अपने साथ कभी नही होने दूँगी चल हट मुझे ऑफीस जाना है
सॅम;नजमा के चेहरे को दोनो हाथों में थामते हुए अम्मी प्लेआसेज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ देखो में आपको बताना चाहता हूँ कि में आपसे कितना प्यार करता हूँ
नजमा;अच्छा वो कैसे
सॅम;आपको फीरोजा खाला की तरह प्यार करके
नजमा;फीरोजा का नाम सुनके बिदक जाती है उसे वो सब याद आजाता है जो सॅम ने उसके सामने फीरोजा के साथ किया था
अचानक उसका मोहब्बत वाला लहज़ा खराब सा हो गया था
सॅम ने फीरोजा का नाम लेके अपने पैरों पे कुल्हाड़ी मार दिया था वरना आज नजमा शायद उफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़
सॅम;कुछ बोलने वाला था कि नजमा उठ के जाने लगती है
तभी सॅम उसका हाथ पकड़ लेता है
अम्मी सुनो ना
नजमा;दरवाज़ा बंद कर देती है और सॅम के सामने खड़ी हो जाती है
अब बोल क्या करना चाहता है तू मेरे साथ
सॅम;को लगा लाइन क्लियर है वो नजमा के पास आके खड़ा हो जाता है और उसकी आँखों में देखते हुए बड़े रोमॅंटिक अंदाज़ में कहता है
अपनी अम्मी को बीवी की तरह से
इससे पहले वो आगे कुछ और बोल पाता
नजमा;अपनी साड़ी का पल्लू नीचे गिरा देती है और अपने हाथ पीछे लेजाके ब्लाउस के बाद ब्रा भी खोल देती है
ले सॅम नोच ले मुझे यही चाहता है ना तू अपनी अम्मी को बिस्तर पे लेजाके करले जो करना चाहता है मैं उफफफफ्फ़ तक नही करूँगी पर याद रख इस सब में मेरी मर्ज़ी शामिल नही है मिटा ले अपनी हवस
नजमा;को लगा जैसे उस की इस बात से सॅम शर्म महसूस करके वहाँ से चला जाएगा और फिर आइन्दा कभी ऐसी हरकत नही करेगा आख़िर वो भी सॅम को थप्पड़ मार मार के परेशान हो चुकी थी..
सॅम;की आँखे फटी की फटी रह गई थी उसकी उम्मीद के खिलाफ अमल हुआ था
वो ललचाई हुई नज़रों से नजमा के ब्रेस्ट को देखने लगता है
38डी के सुडोल ब्रेस्ट एकदम सफेद मखमल से एहसास वाले ये मखमले एहसास सॅम को कार में हो चुका था जब वो सब फीरोजा के यहाँ जा रही थी
वो नजमा के पास आता है और उसके बिल्कुल सामने खड़ा हो जाता है
नजमा;अभी भी सॅम को ही देख रही थी
सॅम;सॅम के हाथ कांप रहे थे पर दिल में जोश उफ्फान पे था
वो धड़कते दिल के साथ अपना एक हाथ नजमा के राइट ब्रेस्ट पे रख के हल्के से उसका निपल मसलता है
और फिर नीचे झुक के उसे अपने मुँह में लेलेता है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प स्शह उसने बड़े ज़ोर से काटा था
नजमा;अहह कम्बख़त दूर हट
नजमा जो सोच भी नही सकती थी सॅम ने वो हरकत की थी
सॅम;अम्मी आपको क्या लगा आपके इस तरह मुझे खुला चॅलेंज देने से में शर्मिंदा हो जाउन्गा
अहहहहहह आप ये कैसे भूल गयी कि बेशरम को शरम नही आती
और एक बात मैं ना डास्टर पे शरम करता हूँ और ना बिस्तर पे
अभी आप कपड़े पहन लो क्योंकि मैं आपको पाना चाहता हूँ पर आपकी मर्ज़ी से और आपकी खुशी से उसके लिए मुझे कुछ भी करना पड़े पर मेरी मोहब्बत आपके लिए कभी कम नही होने वाली.
सॅम;ये बोलके रुका नही और बाहर की तरफ निकल गया
नजमा;जाने कितनी देर उसी तरह टॉपलेस खड़े खड़े उसकी बातें और उसके अंदाज को निहारती रही
सॅम;ऑफीस के लिए निकल चुका था आज शबनम ने ऑफीस से छुट्टी लेली थी उसे अपनी अम्मी के साथ वक़्त गुज़ारना था
ऑफीस में नजमा का रवैया सॅम के साथ एकदम नॉर्मल था जैसे सुबह कुछ हुआ ही नही
जब सॅम अपनी ऑफीस में बैठा कुछ फाइल्स चेक कर रहा था जब उसके सेल पे शिबा का कॉल आता है
सॅम;हेल्लो जी कैसी हो जानेमन
शिबा;तुम्हारे बिना जल बिन मछली हूँ सॅम आजाओना घर पे
सॅम;हाहः आज नही शिबा ऑफीस में बहुत काम है
शिबा;फिर कब देखो ना मेरी वो रो रो के तुम्हे कितना बुला रही है
सॅम;ह्म्म्म्म म ऐसा करता हूँ में तुम्हे फोन करूँगा ओके
शिबा'ओके मैं इंतजार करूँगी बयययययी
सॅम;जैसे ही बात ख़तम करके घुमा उसे सामने नजमा घूरते हुए मिली
नजमा;किस से बातें कर रहे थे
सॅम;क्यूँ कुछ नही वो फ्रेंड था मेरा आप इस वक़्त मेरे कॅबिन में कुछ काम था
नजमा;काम वाम होते रहेंगे पहले तुम मुझे अपना सेल फोन दिखाओ मैं भी तो देखूं कौनसा फ्रेंड है
सॅम;उफफफफफफफ्फ़ हो अम्मी आप भी ना कभी कभी बिल्कुल बीवी जैसा रिएक्ट करती है
ये कहते हुए सॅम के चेहरे पे मुस्कान आ गई थी
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