RE: Kamukta Story एक राजा और चार रानियाँ
सॅम;जैसे पिघल चुका था नजमा के जज़्बात उसके दिल में वो मकाम बना चुके थे जो एक बीवी बनी है जब वो अपने शोहर को वो सब कुछ देदेति है जिसका वो हकदार होता है.
नजमा;सॅम को चूमते हुए कहती है अहह जानू अब अंदर डाल भी दो क्यूँ तड़पाते हो अहह
ऐसे नही आहह पीछे से दोनो में बारी बारी अहह
सॅम;अपनी रानी का हुक्म मानते हुए उसे उल्टा कर देता है और उसकी कमर को थामते हुए गाआआआआआआप से अपने लंड को नजमा के चूत की गहराईयो में समा देता है अहह
ना नजमा चिल्लाई और ना सॅम चीखा बल्कि आज वो दोनो एक दूसरे में खो से गये थे आज ना जल्द से जल्द चुदाई का जोश था और ना किसी चीज़ की जल्दी हल्के हल्के ज़ोर दार गहराई वाले धक्के नजमा की चूत को अंदुरूनी सुकून पहुँचा रहे थे.वो थोड़ी थोड़ी देर के बाद सॅम को चूम लेती पर ना सॅम थक रहा था और ना नजमा लगातार 25 मिनट चली इस चुदाई में नजमा सॅम के पूरी तरह नीचे बिछ चुकी थी.
नजमा;अहह बस थोड़ा पीछे का भी ख़याल करो मालिक अहह पीछे से मारो ना उन्हञंननननननणणन्
सॅम;अपनी बीवी की हर अच्छी बुरी ख्वाहिश मानने वाला शोहर बनते जा रहा था वो अपने लंड को उसकी चूत से निकाल के धीरे धीरे गान्ड के छोटे पर नरम सुराख में घुसाने लगता है जिससे नजमा पूरी तरह जोश में आ जाती है और सॅम को और ज़ोर से और ज़ोर से गान्ड मारने का कहती जाती है.
पसीने में लथ पथ दोनो एक दूसरे को चूमते हुए प्यार को नजमा तक पहुँचा रहे थे ये सिलसिला फीरोजा और शबनम के घर आने तक यूँ ही चलता रहा.
और आख़िर देखते ही देखते शादी का दिन भी आ गया.
समीर;ने अपने कुछ ख़ास फरन्डस और करीबी लोगों को ही इन्वाइट किया था वो ज़्यादा शोर शराबा नही चाहता था है शादी के बाद की पार्टी के लिए उसने होटेल बुक किया था जो निकाह के दूसरे दिन होने वाली थी..दुनिया की नज़र में ये समीर और महक की शादी नही बल्कि समीर की उसके किसी कज़िन के साथ शादी होरही थी प्लास्टिक सर्जरी ने अपना कमाल दिखा दिया था..दूसरी तरफ शबनम और आबिद निकाह में बँधने वाले थे..
फीरोजा;बहुत खुश थी उसके जिस्म पे दुल्हन का लाल ड्रेस बहुत खूबसूरत लग रहा था उसका निकाह नूर ख़ान..काशिफ के बड़े भाई और समीर के खास दोस्त से करवाया गया..
नजमा;नॉर्मल ड्रेस में ही थी सारे मेहमानो के जाने के बाद समीर ने घर के मेंबर के सामने काज़ी साहब के ज़रिए..नजमा को अपनी दूसरी बीवी क़ुबूल किया..हालाँकि इसके लिए उसे काज़ी को मुँह माँगी कीमत भी अदा करने पड़ी..पर वो खुश था कि उसकी मोहब्बत आज तकमिल पे पहुँच ही गयी..
घर के मेन हॉल में अब सिर्फ़ घर के मेंबर्ज़ ही बैठे हुए थे..
फीरोजा;अपने शोहर के साथ अपनी नई ज़िंदगी शुरू करने जा चुकी थी..
आबिद;दिल ही दिल में मुस्कुरा रहा था वो चोरी चोरी शबनम की तरफ देख रहा था पर शबनम तो सॅम की बातों में ही गुम थी सभी खुश थे खास तौर पे नजमा..
कुँवारी तो उनमें से कोई थी नही और ना दुल्हन की कोई शरम ओ हया उनमें थी..एक नॉर्मल दिन की तरह वो सब एक दूसरे से बातें कर रही थी..
सॅम;नजमा और महक को अपने पास बुलाता है और अपनी गोद में बैठा देता है..
ह्म्म्म्म ममममममम शादी बहुत बहुत मुबारक हो मेरी दोनो बीबीयों को
और ये कहते हुए वो नजमा और महक के होंठों को चूम लेता है..
शबनम;अपनी ही आग में जल रही थी कहीं ना कहीं दिल में दर्द ज़रूर था कि काश मैं भी सॅम की गोद मे होती..
वो आबिद का हाथ पकड़ की उसे रूम में ले जाती है.
सॅम;के साथ साथ नजमा और महक भी उसकी इस हरकत पे हँसने लगती है..
नजमा;लगता है बहू को बहुत जल्दी है.
सॅम;जितनी तेज़ी से ये यहाँ से गयी है ना उतनी तेज़ी से वापस भी आजाएगी..
महक;वो क्यूँ जी
सॅम;उसे चूमते हुए तेरे छोटे भाई में उसे सॅटिस्फाइ करने की क़ाबलियत नही है.मेरी जाने मन.
महक;नजमा को देखने लगती है और तीनो के चेहरे खिल जाते है.
रूम में पहुँच के शबनम';अपनी लाल साड़ी निकाल देती है और पल भर में ब्लाउस के साथ साथ पैंटी भी ज़मीन पे गिर जाती है.उसकी आँखों में गुस्सा और हवस देखी जासकती थी..
आबिद;अपनी नई नवेली बीवी जिसके पेट में उसके भाई का बच्चा था उसे अजीब नज़रों से देखने लगता है..
शबनम;नंगी आबिद के पास आती है और उसे बेड पे बैठा देती है वो बिना कुछ कहे आबिद की पॅंट उतार कर फेंक देती है और अंडरवेर खींच लेती है.
उसे जोरों का झटका लगता है एक नंगी औरत को सामने देखने के बाद भी आबिद के लंड में कुछ खास बदलाव नही हुआ था वो अभी भी बेजान बेसूध नीचे मुन्डी डाल के पड़ा हुआ था
शबनम;उसे हाथ में पकड़ के हिलाती है और फिर अचानक उसे अपने मुँह में भर लेती है गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प
आबिद;अहह आराम से भाभी अहह
शबनम;साले मैं तेरी बीवी हूँ भाभी नही अहह गलपप्प्प्प्प्प्प्प गलपप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प
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