RE: Chodan Kahani छोटी सी भूल
अब क्योंकि मेरी मम्मी पिंकी के झाँसे में आई हुई थी इश्लीए हम लोगो ने ज़्यादा जाँच पड़ताल नही की और मैं जब सुरेश से मिली तो मुझे भी वो अछा लगा.
ये बात और है कि वो थोड़े दीनो बाद ही मुझे फोन पर परेशान करने लगा.
वाहा पर्दे के पीछे खड़े-खड़े मुझे पूरा चक्कर समझ आ गया था.
ये सॉफ हो गया था कि सुरेश के ज़रिए वो मुझ से बदला ले रही थी. अब मुझे समझ आया था कि क्यो सुरेश ने रिंग सेरेमनी के लिए मना किया था, वो नही चाहता था कि ज़्यादा लोग आए और उसे देंखे.
वो दोनो बड़ी बेशरामी से हंस रहे थे ऐसा लग रहा था जैसे कि बहुत गहरा रिस्ता है दोनो का.
पिंकी बिस्तर पर लेट गयी और सुरेश उस के उपर लेट कर उसके बालो में हाथ फिरा कर बोला, बता क्या सेवा करूँ आज तुम्हारी मैं ?
पिंकी ने हंसते हुवे कहा, अब मेरी क्या सेवा करोगे, आज कल तो दीप्ति को लंड चूस्वा रहे हो. वैसे एक बात बताओ मुझ से अछा चूसा था क्या उसने ?
मैं हैरान थी कि पिंकी कैसी बाते कर रही है.
सुरेश ने पिंकी के होंटो को किस की और किस करने के बाद बोला, चूसा नही था उसने, मैने चूस्वाया था उसे, उसे तो पता ही नही है कि लंड कैसे मूह में लिया जाता है, अभी बिल्कुल अनाड़ी है.
पिंकी ने मुस्कुराते हुवे कहा, और मैं क्या हूँ ?
सुरेश बोला, मेरी जान तुम तो इस खेल में माहिर हो, ऐसा लगता है जैसे तुमने सकिंग में पीएचडी कर रखी है.
पिंकी ये सुन कर झूम उठी और सुरेश को गले से लगा लिया
मैने ये देख कर मन ही मन मेने कहा, बिच….. ऐसे खुस हो रही है जैसे पता नही इसको क्या मिल गया.
पिंकी ने सुरेश से पूछा, अछा ये बताओ की दीप्ति के बूब्स कैसे है ?
मुझे बिल्कुल अछा नही लग रहा था कि वो दोनो बार बार मेरा जीकर कर रहे थे. मन कर रहा था कि मैं ज़ोर से बोलूं कि बंद करो ये बकवास. पर मैं मनीष के कारण चुप थी.
सुरेश ने बेशर्मी से कहा, अभी देखे ही कहा है साली के, कोशिस तो बहुत की पर वो दिखाने के लिए राज़ी नही हुई. पर तू चिंता मत कर उसकी बगिया के अंगूर सबसे पहले मैं ही खाउन्गा ?
पिंकी बोली, क्या पता उसने पहले ही अपने अंगूर किसी को चखा रखे हो ?
मैं फिर से मन ही मन कह रही थी कि, कामीनो तुम अपने बारे में बात क्यो नही करते मेरे पीछे क्यो पड़े हो. मनीष मेरे साथ था और मुझे ये सब सुन-ना पड़ रहा था, मुझे बड़ा ही एंबॅरसिंग फील हो रहा था.
सुरेश बोला, नही नही उशके बर्ताव से यही लगता है कि आज तक उसके अंगूर किसी के हाथ नही लगे है, नही तो वो मेरे साथ इतने नखरे नही करती.
पिंकी बोली, नखरे तो लड़किया करती ही है, इस से कुछ साबित नही होता.
सुरेश बोला, मैं लड़कियो को तुमसे ज़्यादा जानता हूँ समझी, ऐसे ही नही फँसाया है तुम्हे, तुम्ही बताओ क्या मेरे अलावा तुमने अभी तक किसी और को अंगूर चखाए है.
पिंकी झट से बोली, कैसी बात करते हो, तुम मेरी जींदगी में पहले मर्द हो.
सुरेश बोला, मैं जानता हूँ, तभी कह रहा हूँ, जैसे तुम्हे जानता हूँ, वैसे ही दीप्ति को भी जानता हूँ. मैं तो उड़ती चिड़िया के पंख गिन लेता हूँ, मेरी आँखे धोका नही खा सकती, क्या समझी ?
पिंकी ने पूछा, फिर भी तुमने उसके बूब्स को नंगे नही तो वैसे तो देखा होगा, बताओ ना मेरे वालो से ज़्यादा बड़े है क्या.
सुरेश बोला, अरे भाई तुम अभी 21 साल की हो वो 27 साल की है कुछ तो फरक होगा ना पर फिर भी तुम्हारे उस से बड़े लगते है.
ये कह कर सुरेश ने पिंकी के बूब्स को हाथो में ले लिया और बोला, बड़े क्यों नही लगेंगे, इनका पालन पोषण मैं जो करता हूँ.
मैने चैन की साँस ली कि सूकर है, मेरी बाते ख़तम हुई.
पर ये चैन एक पल का ही था.
“ अछा ये बताओ तुमने दीप्ति की गांद देखी है ” ?
मैने मन ही मन में कहा, हे भगवान ये लड़की……., एक बार मनीष की वीडियो बन जाए फिर मैं इसकी खबर लूँगी, कामिनी कहीं की.
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