vasna kahani चाहत हवस की
12-20-2018, 01:25 AM,
#29
RE: vasna kahani चाहत हवस की
मैंने मिनी दी के कन्धे और गले को चूमते हुए उनके कुर्ते को उनके गले में से ऊपर करते हुए उतार दिया। जैसे ही मिनी दी की चूँचियों का दीदार हुआ, मैंने उनको अपने मुँह में भर लिया, और जब तक मैं उनके कुर्ते को अपने हाथों से दूर फ़ेंकता, मैं मिनी दी की चूँचियों को बेतहाशा चूसने लगा। मिनी दी ने मुझे अपनी चूँचियों से दूर करते हुए मुझसे भी अपने कपड़े उतारने को कहा, जिससे वो भी मेरे लण्ड को चूस सकें। मैंने खुशी खुशी जल्दी से अपने कपड़े उतार दिये और नंगा होकर बैड पर बैठ गया। मिनी दी मेरे सामने घुटनों के बल बैठ गयीं, और दोनों हाथों से मेरे लण्ड को पकड़ लिया, और मेरे लण्ड के सुपाड़े को चूसने लगीं, मैं मिनी दी के लण्ड चूसने का आभार जताते हुए और उनकी कुशलता को सराहते हुए कराहते हुए तरह तरह की आवाजें निकालने लगा। मिनी दी मेरे लण्ड के सुपाड़े की पूरी गोलाई पर जीभ फ़िराते हुए सुपाड़े के निचले अंदरूनी संवेदनशील भाग को चाटने लगीं। मैंने मिनी दी के निप्पल को मसलते हुए उनसे खड़े होने के लिये कहा। मिनी दी ने अपने मुँह में से मेरे लण्ड को बाहर निकाल दिया और मेरे सामने सिर्फ़ लैगिंग पहने हुए खड़ी हो गयीं, खुजुराहो की मूरत की तरह उनकी छोटी छोटी कड़क चूँचियों से खड़े होकर बाहर उभरे हुए निप्पल किसी भी जवान लड़के को उनको पटक कर चोदने पर मजबूर कर देते। 

मैंने आगे बढकर दोनों हाथों में मिनी दी के दोनों अमरूदों को भर लिया, और प्यार से धीरे धीरे उनको मसलने लगा, और अपनी जीभ से उनके समतल सपाट गोरे पेट को कमर के पास चाटने लगा, मिनी दी की स्किन धूप में एक्टिवा चलाने के कारण आये पसीने से थोड़ी नमकीन हो रही थी। मैंने अपने हाथों को उनकी चूँचियों से हटाते हुए और उनकी पंसलियों पर सहला कर नीचे उनके मस्त गोल नितम्बों पर ले आया, और फ़िर उनको दबा कर गूंथते हुए मसलने लगा। और फ़िर अपनी उँगलियों को मिनी दी कि कमर पर ले जा कर लैगिंग के इलास्टिक में फ़ंसाकर, उनकी टाँगों से चिपकी लैगिंग को केले के छिलके के मानिंद उतार दिया, फ़िर मिनी दी की गोरी लम्बी टाँगें और चिकनी सुडौल जाँघें नितांत नग्नाव्सथा में मेरे सामने थीं।

लैगिंग उतारने के बाद मैंने देखा मिनी दी ने एक हॉट पिन्क कलर की पैण्टी पहनी हुई थी, जो उनकी गोल गुदाज गाँड़ और मस्त चूत को छुपा रही थी। मैने मिनी दी को दूसरी तरफ़ घूमाकर खड़ा कर दिया, और उनसे झुककर अपने पैर के पजे छूने को कहा, जिससे मैं उनकी पैण्टी में छुपी हुई चूत को देख सकूँ, और जैसे ही मैंने अपनी उँगलियों से मिनी दी की चूत को पैण्टी के ऊपर से सहलाना शुरू किया, ये देखकर मैं अचंभित रह गया कि उनकी पनिया रही चूत ने किस कदर पैण्टी को गीला कर रखा था। मैने आगे बढकर मिनी दी की चूत को पैण्टि के ऊपर से चूम लिया, और फ़िर पैण्टी की इलास्टिक में ऊँगलियां फ़ँसाकर उस को भी नीचे खींचकर उतार दिया। मिनी दी ने अपनी झाँटें ट्रिम कर रखीं थीं, और उनके बीच से झाँकता उनकी चूत का गुलाबी छेद मस्त मादक द्रष्य प्रस्तुत कर रहा था। मैंने मिनी दी की चूत की दरार को जैसे ही चाटा, मिनी दी घूमकर पलट गयीं और अपने घुटनों के बल बैठते हुए फ़िर से मेरे लण्ड को चूसने लगीं, और फ़िर कुछ देर बाद बैड पर चढकर मेरे पास लेट गयीं। मिनी दी ने मुझे अपनी तरफ़ नीचे की ओर खींचा और मेरे होंठों को चूम लिया, और एक हाथ से मेरे लण्ड को जकड़ लिया, मैं मिनी दी की चूत की दोनों फ़ाँकों को अपनी उँगलियों से अलग अलग करते हुए उनकी पनिया रही चूत के छेद में अपनी उँगलियाँ घुसाने लगा। 

''हाँ, विशाल ऐसे ही, मेरी चूत को अपनी उँगलियों से चौड़ाकर के खोल लो, और तैयार कर दो इसको अपने मूसल को अंदर घुसाने के लिये, और अंदर घुसाओ ना,'' मैंने उस वक्त तो उँगलियाँ चूत में घुसा रखीं थीं, ये सुनकर मैंने एक तीसरी उँगली और उनकी चूत में घुसा दी, और फ़िर ज्यादा से ज्यादा उनको अंदर घुसाते हुए मिनी दी को चुदने के लिये तैयार करने के लिये अपनी अँगलियों को चूत के अंदर बाहर करने लगा। 

''विशाल मैं तुम्हारे लण्ड से चुदना चाहती हूँ, मैं अपनी चूत में तुम्हारे मोटे बड़े प्यारे लण्ड को अंदर घुसवाना चाहती हूँ, फ़ाड़ दो मेरी चूत को अपने मोटे लम्बे लण्द से विशाल, तुम मुझे चोदोगे ना विशाल?"

''हाँ, क्यों नहीं मिनी दी,'' मैंने उत्साहित होते हुए जवाब दिया, मिनी दी अपनी टाँगें चौड़ीकर फ़ैलाते हुए बैड पर सीधी लेट गयीं। मैंने मिनी दी के ऊपर आते हुए, अपने हाथ से लण्ड के सुपाड़े को चूत के द्वार पर रख दिया, मिनी दी अपना मुंह खोलकर, मेरा साथ देते हुए बेकरारी से मेरे लण्ड का उनकी चूत के घुसने का इंतजार कर रही थीं। 

''अहिस्ता आहिस्ता करना विशाल, एक बार मैं एडजस्ट कर लूँ।''

''ओके, ठीक है।''

मैं अपनि कजिन सिस्टर मिनी दी की पनिया रही चिकनी चूत में अपना लण्ड घुसाने का प्रयास कर रहा था, और मिनी दी ने मेरे लण्ड को अपने एक हाथ से पकड़ रखा था, जिससे वो मेरी स्पीड को कण्ट्रोल कर सकें। जैसे ही मेरे लण्ड का सुपाड़ा मिनी दी की चूत में घुसा, उन्होने मुझे रोक दिया, और एक बार को थोड़ा बाहर निकालने के लिये कहा। और फ़िर मुझे फ़िर से अंदर घुसाने को कहा, इस बार मेरा लण्ड और ज्यादा अंदर तक घुस गया। ऐसे ही कुछ देर क्रते रहने के बाद, थोड़ा बाहर निकालकर फ़िर से अंदर और ज्यादा घुसाने का खेल चलता रहा। जब मेरा लण्ड करीब दो ईन्च मिनी दी की चूत के अंदर घुस गया, तब मिनी दी ने मुझे बताया कि किस तरह मेरे मोटे लण्ड ने उनकी चूत के छेद को पहली बार इस कदर चौड़ा किया था, और उनको कैसे पहली बार अपनी चूत पूरी तरह भरी हुई मेहसूस हो रही थी, और फ़िर मुझे और ज्यादा अंदर घुसाने को कहा। 

जब मेरा लण्ड दो तिहाई मिनी दी की चूत में घुस गया, तो मिनी दी ने हथियार डाल दिये, और बोलीं कि इस से ज्यादा वो बर्दाश्त नहीं कर पायेंगी, और फ़िर मुझे सावधानी से चोदने के लिये कहा। मुझे अपनी कजिन बहन की चूत में अपना लण्ड घुसाकर जो आनंद आ रहा था, ये सोचकर मुझे अपनी किस्मत पर भरोसा नहीं हो रहा था। जब मैं मिनी दी की चूत में अपने लण्ड को अंदर बाहर करने लगा, तो मैं इतना ज्यादा कामोत्तेजित और चोदने को बेकरार पहले कभी नहीं हुआ था। मिनी दी की टाईट चूत को अपने मूसल जैसे लण्ड के गिर्द लिपटे होने के एहसास को संजोते हुए, मैं मिनी दी के निप्पल को चूसने और हल्के से काटने लगा, मिनी दी मुझे ऐसा करते रहने के लिए प्रोत्साहित कर रहीं थीं।

''हे भगवान, स्स्स विशाल तुम्हारा कितना बड़ा है, चोद दो मेरी चूत को इससे, बहुत मजा आ रहा है!" जैसे ही मैंने मिनी दी की चूत में अपना लण्ड अंदर बाहर करते हुए चोदना शुरू किया, मिनी दी बड़बड़ाते हुए बोलीं। कुछ ही मिनट बाद मेरे सब्र का बाँध टूटने लगा, और मैं झड़ने के बेहद निकट पहुँच गया, इतना कि फ़िर कन्ट्रोल करना मुश्किल हो रहा था। 

''मैं बस होने ही वाला हूँ, दी,'' मैंने मिनी दी को बोला। 

''मेरी चूत में ही निकाल दो विशाल, अपने लण्ड का पानी, चिंता मत करो मैंने गोली खा रखी है। मैं तो कब से चाह रही थी कि तुम मेरी चूत को अपने वीर्य के पानी से पुरी तरह लबालब कर के भर दो, विशाल।'' अपनी कजिन सिस्टर के मुँह से ऐसी गंदी गंदी बातें सुनकर मेरे से और ज्यादा बर्दाश्त नहीं हुआ और मेरे लण्ड का ज्वालामुखी मिनी दी की चूत के अंदर ही फ़ुट गया, और मेरे वीर्य के पानी की पिचकारियों ने मिनी दी की चूत में बाढ ला दी, मैं अभी भी अपने लण्ड के अंतिम झटके मिनी दी की चूत में अपने लण्ड को घुसाये हुए, ताबड़तोड़ लगाये जा रहा था। 

"ओह मिनी दी, थैन्क यू, मजा आ गया,'' मैं अपनी कजिन मिनी दी के ऊपर निढाल होकर लेटता हुआ बोला।
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RE: vasna kahani चाहत हवस की - by sexstories - 12-20-2018, 01:25 AM

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