Desi Porn Kahani करिश्मा किस्मत का
03-29-2019, 11:24 AM,
#15
RE: Desi Porn Kahani करिश्मा किस्मत का
मैंने झट से कंप्यूटर की स्क्रीन बंद कर दी। दिन भर में यह दूसरी चोरी थी जो प्रिया ने पकड़ी थी। मैं सच में समझ नहीं पा रहा था कि क्या करूँ। मैं अपने कमरे के बाथरूम में भाग गया। मैंने बाथरूम में घुस कर नल खोल दिया और कमोड पर बैठकर अपने आप को सम्हालने लगा। फिर खानें से ठीक पहले और खानें के समय के प्रिया के व्यवहार को याद कर के यह लगा कि शायद प्रिया भी यही चाहती है और फिर मैंने थोड़ी सी हिम्मत जुटाई और बाथरूम से बाहर निकल आया। 

जब मेरी नज़र कमरे में पड़ी तो मैंने प्रिया को बिस्तर पर अपनी किताबों और नोट्स के साथ पाया। मैंने चुपचाप अपनी कुर्सी खींची और उसके सामने बैठ गया। प्रिया बिस्तर पर अपने दोनों पैर मोड़ कर बैठी थी और झुक कर अपने नोट्स लिख रही थी। मैंने उसकी एक किताब उठाई और देखने लगा। किताबों में लिखे शब्द मुझे दिख ही नहीं रहे थे। मैं परेशान था और थोड़ा डरा हुआ भी, पता नहीं प्रिया अब क्या कहेगी।

मैंने धीरे से अपनी नज़र उठाई और उसकी तरफ देखा, उसके चेहरे पर एक अजीब सी मुस्कान थी और और वो थोड़ा झुकी हुई थी। उसके टॉप का गला पूरा खुला हुआ था और जब उसके अन्दर से झांकती हुई चूचियों पर मेरी नज़र गई तो मैं एक बार फिर से सिहर उठा। मुझे एहसास हुआ कि शायद उसने अन्दर ब्रा नहीं पहनी थी, तभी तो उसकी साँसों के साथ साथ उसके अनार ऊपर नीचे हो रहे थे और पूरे स्वछंद होकर हिल रहे थे। अब मुझे पूरा यकीन हो चला था कि शायद वह भी वही चाहती है जो मैं चाहता हूँ । 

मेरे कृष्णमुरारी नें फिर से अपनी शरारतें शुरू कर दी थी और अपना सर उठाने लगा। मैं इस तरह से बैठा था कि चाह कर भी अपने कन्हैयालाल को हाथों से छिपा नहीं सकता था। मैंने मज़बूरी में अपने हाथ को नीचे किया और अपने कन्हैया को छिपाने की नाकाम कोशिश की। लेकिन हमारे कन्हैयालाल कुछ सुनने मानने को तैयार ही नहीं थे। । मेरी इस हरकत पर प्रिया की नज़र पड़ गई और उसने मेरी आँखों में देखा। हम दोनों की आँखें मिलीं और मैंने जल्दी ही अपनी नज़र हटा ली। 

"बताओ, तुम्हें कैसी मदद चाहिए थी प्रिया? क्या नोट्स बनाने हैं तुम्हें?" मैंने किताब हाथों में पकड़े हुए उससे पूछा। 

"बताती हूँ बाबा, इतनी जल्दी क्या है। अगर आपको नींद आ रही है तो मैं जाती हूँ।" प्रिया ने थोड़ा सा बनावटी गुस्सा दिखाते हुए कहा। 

"अरे ऐसी बात नहीं है, तुम्हीं तो कह रही थी न कि तुम्हें जरूरी नोट्स बनाने हैं। मुझे नींद नहीं आ रही है अगर तुम चाहो तो मैं रात भर जागकर तुम्हारे नोट्स बना दूंगा।" मैंने उसको खुश करने के लिए कहा। 

"अच्छा जी, इतनी परवाह है मेरी?" उसने बड़ी अदा के साथ कहा और अपने हाथों से नोट्स नीचे रखकर अपनी टाँगें सीधी कर लीं और अपने कोहनी के बल बिस्तर पर आधी लेट सी गई।

क्या बताऊँ यार, उसकी छोटी सी स्कर्ट ने उसकी चिकनी टांगों को मेरे सामने परोस दिया। उसकी टाँगे और जांघें मेरे सामने चमकने लगीं। मेरे हाथों से किताब नीचे गिर पड़ीं और मेरा मस्त लंड पैंट में खड़े हो कर टनटनाने लगा। लंड ठनक रहा था मानो उसे अपनी ओर आने का निमंत्रण दे रहा हो। प्रिया की आँखों से यह बचना नामुमकिन था और उसकी नज़र मेरे लंड पर चली गई। और उसकी आँखें बड़ी हो गईं। उसने एकटक मेरी पैंट में उभरे हुए लंड पर अपनी आँखें गड़ा लीं। 

मैंने अपने पैरों को थोड़ा सा हिलाया और प्रिया का ध्यान तोड़ा। उसने झट से अपनी आँखें हटा लीं और दूसरी तरफ देखने लगी। 

"अरे, माँ ने हमारे लिए दूध रखा है...चलो पहले ये पी लेते हैं फिर बातें करेंगे।" प्रिया ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा।

"अच्छा जी, तो आप यहाँ बातें करने आई हैं?" मैंने उससे पूछा। तभी प्रिया ने आगे बढ़कर दूध का गिलास उठाया और मुझे भी दिया। 

"अरे, आपके गिलास का दूध पीला क्यूँ है?" प्रिया ने चौंक कर पूछा।

"आंटी ने इसमें हल्दी मिला दी है। वो कह रही थीं की इसे पीने से मुझे थोड़ी ताक़त मिलेगी और मेरी तबीयत ठीक हो जाएगी।" मैंने इतना कहते हुए गिलास हाथ में लिया और मुँह से लगाकर पीने लगा। 

"हाँ पी लो हल्दी वाला दूध, तुम्हें जरुरत पड़ेगी।" प्रिया ने फुसफुसाकर कहा लेकिन मैंने उसकी बात सुन ली। मेरे कान खड़े हो गए और मैं सोचने लगा कि आखिर यह लड़की क्या सोचकर आई है...कहीं आज यह सच में ही मुझसे योनि-छेदन को तो नहीं कहेगी...

शायद इसीलिए उसने अपनी चूचियों को ब्रा में कैद नहीं किया था। 

"हे भगवन, कहीं सच में तो ऐसा नहीं है..." मैंने अपने मन में सोचा और थोड़ा बेचैन सा होने लगा। चोदना तो मैं भी चाहता था पर समझ नहीं पा रहा था कि प्रिया खुद क्या चाहती है। मैंने एक बात सोची कि देखता हूँ प्रिया ने नीचे कुछ पहना है या नहीं। अगर उसने नीचे भी कुछ नहीं पहना होगा तो पक्का वो आज मुझ से चुदवायेगी। 

मैं रोमांच से भर गया और उसके स्कर्ट के नीचे देखने की जुगाड़ लगाने लगा। प्रिया वापस उसी हालत में अपनी कोहनियों के बल लेट कर दूध पीने लगी। उसने सहसा ही अपनी एक टांग मोड़ ली जिसकी वजह से उसका स्कर्ट थोड़ा सा खुल गया और ऊपर हो गया।लेकिन मुश्किल यह थी कि उसकी टाँगे बिस्तर पर मेज की तरफ थीं और मैं बगल में बैठा था। मैं उसकी स्कर्ट के अन्दर नहीं देख सकता था। 

मेरे दिमाग में एक तरकीब आई और मैं कुर्सी से उठ गया- अरे, मैंने दवाई तो ली ही नहीं!

मैंने दवाई लेने के लिए मेज की तरफ अपने कदम बढ़ाये और टेबल की दराज़ से क्रोसिन की एक गोली निकाली। मेरा पीठ इस वक़्त प्रिया की तरफ था। मैंने सोचा कि अगर मैं खड़े खड़े ही वापस मुड़ा तो मुझे उसके स्कर्ट के नीचे का कुछ भी नज़र नहीं आएगा। तभी मैंने अपने हाथ से दवाई की गोली नीचे गिरा दी और प्रिया की तरफ मुड़ कर नीचे झुक गया उठाने के लिए। यह तो मेरी एक चाल थी और यह कामयाब भी हो गई। 

जैसे ही मैंने झुक कर गोली उठाई और ऊपर उठने लगा मेरी नज़र सीधे प्रिया की स्कर्ट के अन्दर गई और मेरे हाथ से दुबारा दवाई गिर पड़ी। इस बार वो सचमुच मेरे हाथों से अपने आप गिर गई क्यूंकि मेरी आँखों ने जो देखा वो किसी को भी विचलित करने के लिए काफी था। 

प्रिया ने अन्दर कुछ नहीं पहना था। स्कर्ट से आधी ढकी हुई हल्की रोशनी उसकी नंगी चूत को और भी हसीन बना रही थी...उसकी चूत पर एक भी बाल नहीं था, बिल्कुल चिकनी थी उसकी जवान चूत। 

मेरे दिमाग में रिंकी की चूत का नज़ारा आ गया। लेकिन रिंकी की चूत पर बाल थे और प्रिया ने अपनी चूत शेव कर रखी थी। मेरा गला सूख गया और मैं वैसे ही झुका हुआ उसके चूत के दर्शन करने लगा। मेरी जुबान खुद ब खुद बाहर आ गई और मेरे होठों पर चलने लगी। प्रिया ने यह देखा और अपनी टाँगें सीधी कर लीं और अपनी स्कर्ट को ठीक कर लिया। मैं उठ गया और वापस आकर कुर्सी पर बैठ गया। अब मैं पक्का समझ चुका था कि आज मुझे प्रिया की गुलाबी चिकनी चूत का स्वाद जरुर मिलेगा। मैं कुर्सी पर बैठ गया और एकटक प्रिया की तरफ देखने लगा।

"क्या हुआ भैया, तुम अचानक से चुप क्यूँ हो गए?" प्रिया ने अपनी आँखों में शरारत भर के मेरी तरफ देखा। मैंने भी मुस्कुराते हुए उसकी तरफ देखा और अपने गिलास को वापस अपने होठों से लगा कर दूध पीने लगा। हम दोनों बस एक दूसरे को देखे जा रहे थे और मुस्कुरा रहे थे मानो एक दूसरे को यह बताने की कोशिश कर रहे हों कि हम दोनों एक ही चीज़ चाहते हैं। 

"भैया एक बात पूछूं?" प्रिया ने अचानक से पूछा। 

मैं हड़बड़ा गया,"हाँ बोलो...क्या हुआ?" 

"क्या आप मुझे इंटरनेट से सर्च करके नोट्स बनाना सिखायेंगे?" बड़े भोलेपन से प्रिया ने कहा। मुझे लगा था कि वो कुछ और ही कहेगी। 

"इसमें कौन सी बड़ी बात है?" मैंने कुर्सी से उठते हुए कहा और अपनी कुर्सी को खींचकर मेज के पास चला गया। कुर्सी के बगल में एक स्टूल था। मैंने प्रिया की तरफ देखा और उसे अपने पास बुलाया। प्रिया बिस्तर से उतरकर मेरे दाहिनी तरफ स्टूल पर बैठ गई। वो मुझसे बिल्कुल सट कर बैठ गई जिस वजह से उसकी एक चूची मेरे दाहिने हाथ की कोहनी से छू गई। मुझे तो मज़ा आ गया। मैं मुस्कुराने लगा और माउस से बन्द कंप्यूटर स्क्रीन पर इधर उधर करने लगा। लेकिन मैंने अभी थोड़ी देर पहले ही कंप्यूटर की स्क्रीन को ऑफ किया था इसलिए स्क्रीन फिर भी आन नहीं हुई। मैंने हाथ बढ़ाकर स्क्रीन को फिर से ऑन किया। 

और यह क्या, स्क्रीन पर अब भी वही पोर्न साईट चल रही थी। मेरे हाथ बिल्कुल रुक से गए। स्क्रीन पर एक वीडियो आ रही थी जिसमें एक लड़की एक लड़के का मोटा काला लंड अपने हाथों में लेकर सहला रही थी। बड़ा ही मस्त सा दृश्य था। अगर मैं अकेला होता तो अपना लंड बाहर निकल कर मुठ मारना शुरू कर देता लेकिन मेरे साथ प्रिया थी और वो भी मुझसे चिपकी हुई। 

मैंने तुरंत ही उस विंडो को बंद कर दिया और प्रिया की तरफ देखकर उससे सॉरी बोला। प्रिया मेरी आँखों में देख रही थी और ऐसा लग रहा था जैसे मेरा विंडो बंद करना उसे अच्छा नहीं लगा। उसकी शक्ल थोड़ी रुआंसी सी हो गई थी। मैंने उसकी आँखों में एक रिक्वेस्ट देखी जैसे वो कह रही हो कि जो चल रहा था उसे चलने दो।

हम दोनों ने एक दूसरे को मौन स्वीकृति दी और मैंने फिर से वो पोर्न साईट लगा दी।

उफफ्फ्फ्फ़..." एक हल्की सी मादक सिसकारी प्रिया के मुँह से निकली। 

साईट पर कई छोटे छोटे विंडोज में सेक्सी वीडियो लगे हुए थे जिसमें चुदाई के अलग अलग सीन थे। किसी में लड़का लड़की की चूत चाट रहा था तो किसी में लड़की की चूत में अपना मोटा लंड डाल रहा था। 

मैंने एक विंडो पर क्लिक किया जिसमे एक कमसिन लड़की एक बड़े लड़के का विशाल लंड अपने हाथों में सहला रही थी। मैंने कंप्यूटर का साउंड थोड़ा सा बढ़ा दिया। अब हमें उस सेक्सी विडियो से आ रही लड़की और लड़के की सिसकारियाँ सुनाई दे रही थीं। 

हम दोनों बिना एक दूसरे से कुछ कहे और बिना एक दूसरे को देखे कंप्यूटर स्क्रीन की तरफ देखने लगे। स्क्रीन पर लंड और चूत का खेल चालू था और इधर हम दोनों की साँसें अनियंत्रित तरीके से चल रही थीं। मेरी तो मानो सोचने समझने की शक्ति ही नहीं रह गई थी, सच कहो तो मुझे स्क्रीन पर चल रही फिल्म दिखाई ही नहीं दे रही थी। मैं बस इस उहा पोह में था कि अब आगे क्या करूँ। 

मुझसे रहा नहीं जा रहा था। आप लोग सोच रहे होंगे कि कैसा चूतिया है, मस्त जवान लड़की बगल में बैठ कर ब्लू फिल्म देख रही है और मैं चुपचाप बैठा हुआ हूँ। लेकिन दोस्तो, यकीन मानो अगर कभी आप ऐसी स्थिति में आओगे तब पता चलेगा कि क्या हालत होती है उस वक़्त! 

जो भी हो, पर प्रिया के पास होने के ख़याल से और थोड़ी देर पहले उसकी चूचियों और चूत के दर्शन करने की वजह से मेरा लंड अपने पूरे शबाब पर था और मेरा पैंट फाड़ कर बाहर आने को बेताब हो रहा था। मेरा एक हाथ की बोर्ड और दूसरा हाथ माउस पर था। मैं चाहता था कि अपने लंड को बाहर निकालूँ और उसके सामने ही मुठ मारना शुरू कर दूँ। लेकिन पता नहीं क्यूँ एक अजीब सी हिचकिचाहट थी जो मुझे हिलने भी नहीं दे रही थी।
Reply


Messages In This Thread
RE: Desi Porn Kahani करिश्मा किस्मत का - by sexstories - 03-29-2019, 11:24 AM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  बाप का माल {मेरी gf बन गयी मेरी बाप की wife.} sexstories 72 2,029 4 hours ago
Last Post: sexstories
  Incest Maa beta se pati patni (completed) sexstories 35 1,422 5 hours ago
Last Post: sexstories
  Thriller Sex Kahani - मोड़... जिंदगी के sexstories 21 15,318 06-22-2024, 11:12 PM
Last Post: sexstories
  Incest Sex kahani - Masoom Larki sexstories 12 7,338 06-22-2024, 10:40 PM
Last Post: sexstories
Wink Antarvasnasex Ek Aam si Larki sexstories 29 5,017 06-22-2024, 10:33 PM
Last Post: sexstories
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,758,737 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 577,742 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,344,629 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 1,028,848 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,806,563 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68



Users browsing this thread: 1 Guest(s)