RE: Sex Kahani मेरी चार ममिया
मैं झुक कर उस निपल को अपने मुँह मे ले धीरे धीरे चूसने
लगा. शायद उनका दर्द कम हो गया था इसलिए वो सिसकने लगी.
सिमरन मेरी तीनो मामियों को नंगा देख समझ गयी थी कि में
तीनो को चोद चुका हूँ.
"दीदी क्या ये तुम तीनो को अभी ऐसे ही चोद्ता है.... बाप रे कितना
बड़ा लंड है इसका पूरा मूसल है... फाड़ ही दिया इसने मेरी चूत
को...." सिमरन ने पूछा.
"अरे नही रे...... ये तो बड़े प्यार से चोदता है..... हमारा तो दिल
करता है कि इसका लंड चूत मे लिए पड़े रहें." अनिता ने उसकी
चुचि को मसल्ते हुए कहा.
"और दीदी इसके लंड का स्वाद भी बड़ा प्यारा है... मेरा तो दिल करता
है कि इसके लंड को लॉली पोप समझ चूस्ति रहूं." मोना मेरे लंड
से खेलती हुई बोली.
"होगा इसके लंड का स्वाद अच्छा और चोद्ता होगा तुम तीनो को प्यार से
मुझे तो इसने जानवरों से भी गए गुज़रे तरीके से चोदा है...."
सिमरन थोड़ा सा नाराज़ होते हुए बोली.
"अरे गुस्सा क्यों दिखाती हो मामी.... प्यार से सभी चोद्ते है और
चुड़वाते है.....कसम खाकर कहो क्या इस तरह चुद्वाने मे मज़ा
आया कि नही." मैने सिमरन मामी की चूत मे अपनी उंगली डालते हुए
कहा.
"सच कहूँ तो बहोत मज़ा आया.... बरसों से मेरी तंमना थी कि
कोई मुझे इस बेरहमी से चोदे....सच." कहकर सिमरन मामी ने
मुझे गले लगा लिया.
हम सब तक कर लेटे हुए थे. अब जब कि सिमरन मामी को में चोद
चुका था हम सभी की कल्पनाए पूरी हो चुकी थी सिवाय कंगन
मामी के.
"मामी क्यों ना आपकी कल्पना भी पूर की जाए." मेने कंगन मामी
से कहा.
"अभी जल्दी भी क्या है पूरा दिन पड़ा है पहले कुछ चाइ नाश्ता हो
जाए तब तक." कंगन मामी ने कहा.
"मामी आप सब के लिए नाश्ता बनाए में तब तक अपनी चाय यहीं
पी लेता हूँ." कहकर में सिमरन मामी की टाँगो के बीच आ गया
और उनकी चूत को चूसने लगा.
"राज ये तो तुम्हारा चाय नाश्ता हुआ मेरा क्या होगा?' सिमरन मामी
हंसते हुए बोली.
"वाह मामी अभी थोड़ी देर पहले तो मुझे गालिया दे रही थी और
मुझे भगा रही थी अब नाश्ता चाहिए." मेने अपनी उंगली उनकी
चूत मे घूसाते हुए कहा.
"वो तो राजा अलग बात थी अब तो नाश्ता भी चाहिए और मीठा
भी." कहकर मामी ने मुझे अपने उपर खींच 69 की अवस्था मे लेटा
लिया.
मामी ने मेरे लंड को पहले तो थोड़ी देर सहलाया और फिर उसे अपने
मुँह मे ले चूसने लगी. मैने भी उनकी चूत को फैला अपनी जीब
अंदर डाल दी.
अनिता और कंगन मामी रसोई मे चाय नाश्ता बनाने चली गयी.
हम दोनो को इस तरह देख मोना मामी से भी नही रहा गया. वो
सिमरन मामी के सिर की तरफ आई और अपनी जीभ उनकी जीभ से मिला
मेरे लंड को चाटने लगी.
अपने लंड पर दो दो जीभ का मज़ा पा में जोश मे आ गया और ज़ोर
ज़ोर से सिमरन की चूत को चूसने लगा. अब ये आलम था कि कभी
सिमरन मेरे लंड को मुँह मे लेती और कभी मोना मेरे लंड को मुँह मे
लेती.
अगर सिमरन लंड को मुँह मे लेती तो मोना मेरी गोलियों को मुँह मे ले
चूस्ति और अगर मोना लंड को मुँह मे लेती तो सिमरन मेरी गोलियों
को चाटने लगती. में भी अपनी जीभ को सिमरन की चूत के अंदर
तक घुसा इधर उधर घूमाता और कभी उसकी पंखुरियों को मुँह मे
भर चूस्ता या फिर दांतो से काट लेता. सिमरन को भी मज़ा आ
रहा था वो नीचे से अपनी कमर उछाल अपनी चूत को मेरे मुँह पर
दबा देती.
हम तीनो के बदन उत्तेजना मे काँप रहे थे.
"राज अब नही रहा जाता प्लीज़ अपने लंड को मेरी चूत मे डाल मुझे
चोदो ना....." सिमरन मामी सिसक पड़ी.
"नही दीदी राज पहले मुझे चोदेगा.....आप तो अभी अभी चुदी हैं
मुझे तो कितनी देर हो गयी चुदे हुए...... देखो मेरी चूत कैसे
तड़प रही है....." मोना बोल पड़ी.
दोनो पर इस बात पर बहस होने लगी कि कौन पहले चुदेगा. तभी
मेरे मन मे एक ख़याल आया, "अरे मेरी प्यारी प्यारी मामियो झगड़
क्यों रही हो, में दोनो को साथ साथ चोदुन्गा."
"दोनो को साथ साथ कैसे चोदेगा, क्या तुम्हारे पास दो लंड है?"
मोना मेरे लंड को भींचते हुए बोली.
"अरे आप लोग देखो तो में कैसे चोद्ता हूँ अपनी प्यारी मामियों
को." मेने कहा.
"ठीक है तो फिर चोदो.' सिमरन ने अपनी टाँगे फैलाते हुए
कहा.
"अच्छा एक काम करो सिमरन तुम उठो और मोना को पहले बिस्तर
पर लेट जाने दो." मेने कहा.
सिमरन बिस्तर से उठ गयी और उसकी जगह मोना अपनी टाँगे फैलाए लेट
गयी.
"अब सिमरन मामी आप मोना पर इस तरह लेटो कि आपकी चूत मोना
मामी की चूत से थोड़ी ही उपर हो." मेने उन्हे समझाते हुए कहा.
"अरे मोना मामी अपनी टाँगो को बिस्तर के नीचे लटका दो इससे सिमरन
मामी को थोड़ी आसानी होगी," मेने उन्हे टोकते हुए कहा.
मोना मामी बिस्तर के किनारे पर आकर अपनी टाँगे नीचे लटका पूरी
तरह फैला दी. अब सिमरन मामी मोना के उपर आ अपनी पीठ के बल
उसपर लेट गयी और उन्होने अपनी चूत ठीक मोना के पेट पर इस तरह
रखी कि वो मोना की चूत से थोड़ी ही दूरी पर थी.
अब मेने मोना की टाँगो के बीच आया और पहले अपने लंड को सिमरन
की चूत पर घिसने लगा. जब मेरा लंड सिमरन की चूत से निकले
रस से गीला हो गया तो मेने अपना लंड मोना की चूत पर रख ज़ोर
का धक्का मारा.
"ओह मर गयी...." मोना चिल्ला पड़ी.
मेने एक ज़ोर का धक्का फिर मारा, "मोना तुम एक काम करो अपने दोनो
हाथ आगे को कर सिमरन मामी की चुचियों को मसलो."
मोना मामी सिमरन मामी की चुचियों को मसल रही थी और मैं मोना
मामी की चूत मे धक्के मार रहा था. फिर मेने अपने लंड को मोना
की चूत से निकाला और थोड़ा उँचा होते हुए अपना लंड सिमरन की
चूत मे घूसा दिया.
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