Sex Kahani मेरी चार ममिया
06-30-2017, 11:40 AM,
#9
RE: Sex Kahani मेरी चार ममिया
मेरी चार मामियां --5

गतान्क से आगे...................................

"अगर सच कहूँ तो नही..... मेरी बहोत सारी कल्पनाए थी जो पूरी ना

हो सकी. बचपन से ही में बहोत सेक्सी थी. दिल करता था कि पिताजी

से

भाई से सभी से चुदवाऊ. एक दिन मम्मी पापा को चुदाई करते देखा तो

मुझे भी लगा कि मैं उनसे भी चुदवाऊ. मेरा कोई भाई है तो नही

और यहाँ ससुराल में भी एक तुम ही रिश्तेदार हो. दिल करता है कि

में भी तुमसे खूब चुदवा कर तुम्हारे बच्चे की मा बन जाउ." मोना

ने

मुस्कुराते हुए कहा.

"क्या सच मच तुम मेरे बच्चे की मा बनना चाहती हो?" मेने पूछा.

"हां राज सही मे और अगर कुछ हुआ भी तो में कह दूँगी कि बच्चा

मेरे पति का है." मोना ने मेरी छाती पर हाथ फिराते हुए कहा.

इसी तरह बातें करते करते कब नींद आ गयी हमे पता भी नही

चला. सुबह जब सूरज की गर्मी से बदन जलने लगा तभी मेरी आँख

खुली. सुबह पहली बार मेने मोना के नंगे बदन को दिन के उजाले मे

देखा. उसका गोरा बदन सूरज की रोशनी मे चमक रहा था. उसके खुले

बॉल उसकी चुचियों को ढके हुए थे. गुलाबी होठों पर एक प्यारी

मुस्कान नाच रही थी जैसे की नींद मे कोई प्यारा सपना देख रही

हो.

में बेखायाली मे जब मोना के नंगे बदन को निहार रहा था तभी

अनिता मामी और कंगन मामी आ गयी. हम दोनो को नंगा देख दोनो फिर

हमे चिढ़ाने और हँसने लगी. दोनो ने स्नान कर लिया था और उनके

गीले बालों से अभी भी पानी की बूंदे टपक रही थी. दोनो मुझे

देख

मुस्कुरई फिर मोना मामी को उठाने लगी.

"सोने दो ना क्यों तंग करते हो." कहकर मोना ने अपने दोनो हाथ उठा

कर एक अंगड़ाई ली तो उसकी चूत थोड़ा उपर को उठ गयी. मेने देखा

की

उसकी झांतें मेरे और उसके रस से चिपचिपा रही थी.

जब उसने आँख खोली और एहसास हुआ कि वो नंगी है तो उसने झट से

पास ही पड़ी अपनी सारी उठा अपने बदन पर डाल ली.

"अरे क्यों छुपा रही है अपने इस नशीले बदन को, हां उठो और

नीचे आ कर नहा धोकर नाश्ता कर लो." इतना कहकर अनिता मामी ने

उसकी सारी खींच ली और हमारे सारे कपड़े लेकर नीचे चली गयी.

"सारी रात तो नंगे रहे हो अब क्या ज़रूरत पड़ गयी कपड़े पहनने की,

ऐसे नंगे ही घूमना है घर मे." कहकर कंगन मामी भी चली

गयी.

में और मोना नंगे ही नीचे आ गये. जैसे ही अंदर आए मोना ने

कहा, "राज क्यों ना हम दोनो साथ साथ स्नान करें."

इसके पहले की में कुछ कहता मोना मुझे खींच कर अपने साथ

बाथरूममे ले आई.

हम दोनो पहले से ही नंगे थे इसलिए उतारने के लिए कुछ था नही.

मोना सिर्फ़ अपने गले मे पहने मंगल सुत्र को उतार कर साइड मे रख

दिया. फिर वो मेरे शरीर पर पानी डालने लगी और साबून मलने लगी.

उसकी चूड़ियों की खनकार से मेरा लंड एक बार फिर तन्न्कर खड़ा हो

गया.

"मोना कभी किसी का लंड चूसा है?" मेने पूछा.

"एक बार तुम्हारे मामा जी ने कोशिश की थी पर मुझे अच्छा नही लगा."

मोना ने कहा.

मैने मोना को अपने सामने नीचे बिठा दिया, "अरे बहोत मज़ा आएगा आओ

में तुम्हे सिखाता हूँ." कहकर में अपने खड़े लंड को उसके होठों

पर घिसने लगा.

"अपनी जीब को पहले मेरे सूपदे पर फिराओ और इसे चॅटो." मेने कहा.

मोना ने आनी जीभ बाहर निकाली और सूपदे पर घूमाने लगी.

"हां अब इसे अपनी मुट्ठी मे पाकड़ो और अपनी ज़ुबान को उपर से नीचे

तकले जाकर चॅटो फिर नीचे से उपर तक."

मैं जैसा कह रहा था मोना वैसे ही करती जा रही थी.

"अब अपना मुँह खोलो और पहले सिर्फ़ सूपदे को मुँह मे लेकर चुलबुलाओ,

साथ ही इसपर अपनी जीभ फिराती रहना."

मोना ने मेरे लंड के सूपदे को अपने मुँह मे लिया और चूसने लगी.

मेने अपना हाथ नीचे कर उसकी चुचियों को भींचे लगा.

"अब अपने गले को थोड़ा खोलो और जितना लंड अंदर ले सकती हो लो और

फिर बाहर निकालो सिर्फ़ सूपदे तक फिर उसे अंदर लो जैसे कि तुम्हारा

मुँह ना होकर तुम्हारी चूत हो और मेरा लंड उसमे अंदर बाहर हो रहा

है." मेने उसकी चुचियों को मसल्ते हुए कहा.

मोना अब मेरे बताए तरीके से मेरा लंड चूसने लगी. मुझे भी मज़ा

रहा था मेने उसके सिर को पकड़ा और उसके मुँह मे धक्के लगाने लगा.

मोना ने मेरे लंड को अपने मुँह से निकाल दिया और बोली, "राज मुझसे अब

नही रहा जाता मुझे चोदो ना प्लीज़."

मेने उसे दीवार के सहारे घोड़ी बनाया और पीछे से उसकी चूत मे

अपना लंड पेल दिया. में ज़ोर ज़ोर से धक्के मारने लगा.

"ओह राज चोदो हाआँ ज़ोर ज़ोर से चोदो ऑश ःआआआआण चोदो और

ज़ोर से." मोना सिसकने लगी.

मेरे लंड काफ़ी उबाल पर था, "ऑश मोना डार्लिंग मेरा तो छूटने

वाला है,"

"में भी कगार पर हूँ राज छोड़ दो अपना पानी मेरी चूत मे ऑश

हाां."

मेने दो चार धक्के लगाए और हम दोनो साथ साथ खलास हो गये.

फिर एक दूसरे को खूब अच्छी तरह साबून लगाया और स्नान करके हम

बाहर आ गये.

जब हम दोनो बाहर आए तो टेबल पर नाश्ता तय्यार था.

जब हम थोड़ा संभाल चुके तो दिन के 10.00 बज चुके थे. थोड़ी

भूक भी लग रही थी. तीनो मामियों ने मिलकर खाना बनाया और जब

हम सब खाना खा चुके तो सभी हॉल मे बैठ कर टीवी देखने लगे.

हां में ये तो बताना ही भूल ही गया कि हम चारों अभी पूरी

तरह नंगे ही थे.

"दीदी क्यों ना अब सिमरन को भी शामिल कर लिया जाए." कंगन मामी

ने कहा.

"कंगन तुम तो जानती हो उसका स्वाभाव कितना टेडा है, वो इतनी जल्दी

हम सब मे शामिल नही होगी." अनिता मामी ने कहा.

"अरे दीदी आप उसे फोन करके बुलाओ तो सीधे नही मानेगी तो साली को

ज़बरदस्ती चुदवा देंगे हमारे राज से..... क्यों राज क्या कहते हो?"

कंगन मामी ने कहा.

"वो तो ठीक है मामी..... पर अगर बाद मे उसने मामा जी से कह दिया

तो.. क्या होगा." मेने अपना डर बताते हुए कहा.

"अरे इतना डरते क्यों हो.... अगर कुछ हुआ तो हम तीनो बात को

संभाल लेंगे." कंगन ने कहा.

अनिता मामी ने सिमरन मामी को फोन लगाया.

"सिमरन, अनिता बोल रही हूँ... ऐसा करो तुम यहाँ कंगन के मकान

पर आ जाओ." अनिता मामी ने कहा.

"पर दीदी मेने अभी तक स्नान भी नही किया है." वहाँ से सिमरन ने

कहा.

"अरे तो यहाँ आकर कर लेना." अनिता मामी ने कहा.

"ठीक है दीदी आती हूँ." कहकर सिमरन मामी ने फोन रख दिया.

अब हम चारों मिलकर सिमरन मामी को फँसाने का प्रोग्राम बनाने

लगे.

प्लान इस तरह बना कि में बेडरॉंम मे जाकर पलंग पर सोने का बहाना

करूँगा. कंगन मामी और मोना मामी घर के काम काज मे जुटी

रहेंगी. और जब सिमरन मामी दरवाजे की घंटी बजाएगी तो रूल के

हिसाब से अनिता मामी सिर्फ़ पेटिकोट पहने दरवाज़ा खोलेंगी.

अगर सिमरन मामी ने पूछा कि वो ऐसे क्यों है तो पहले ही तय के

तहत अनिता मामी कहेंगी कि वो अभी अभी स्नान कर के निकली है. जब

सिमरन मामी घर मे आ जाएँगी तो तीनो मामिया उसे पहले स्नान

करने की सलाह देंगी. कंगन मामी उसे अपने कपड़े और टवल देंगी.

और फिर हमारा सही प्लान शुरू होता है, जैसे ही सिमरन मामी

नहाने के लिए बाथरूम मे घुसेगी तीनो मामी उसके सारे कपड़े और

टवल बाथरूम के दरवाज़े पर से उठा कर ले जाएँगी. इस तरह जब

सिमरन नहा कर निकेलेगी तो पहनने के लिए वहाँ कुछ भी नही होगा.

उसे नंगी ही भीगे हुए बेडरूम तक आना होगा. तब हम उसे अपने खेल

मे शामिल कर सकते है.

जब एक बार प्लान फाइनल हो गया तो अनिता मामी ने पहले जाकर अपना

चेहरा धोया फिर अपने बालों को थोड़ा गीला कर लिया जिससे लगे कि

अभी अभी नहा कर निकली है. फिर उन्होने हल्के नीले रंग का

पेटिकोट अपनी चुचि के उपर बाँध लिया. पेटिकोट इतना छोटा था कि

बड़ी मुश्किल से उनके चूतदों को धक पा रहा था. उनकी गोरी जंघे

और जाँघो का अन्द्रूनि हिस्सा सॉफ दीखाई दे रहा था.
Reply


Messages In This Thread
RE: Sex Kahani मेरी चार ममिया - by sexstories - 06-30-2017, 11:40 AM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,482,491 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 542,358 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,224,410 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 926,079 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,643,279 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,071,698 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,935,948 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,007,247 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,013,077 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 283,079 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 1 Guest(s)