Sex kahani अधूरी हसरतें
04-01-2020, 03:05 PM,
RE: Sex kahani अधूरी हसरतें
निर्मला एक पल भी गंवाए बिना तुरंत घुटनों के बल बैठ गई और शुभम का तना हुआ लंड अपने मुंह में लेकर लॉलीपॉप की तरह चूसना शुरू कर दी। निर्मला ने आरंभ में ही शुभम पर हावी होना शुरू कर दी, शुभम की तो हालत खराब होने लगी कुछ ही पल में उसके मुख से गर्म सिसकारी छूटने लगी। वह भी धीरे-धीरे करके अपनी कमर को आगे पीछे हिलाने लगा मुखमैथुन का भरपूर आनंद लेते हुए निर्मला एक हाथ से अपनी कचोरी की तरह फुल़ी हुई बुर को मसल रही थी।
जिससे उसका आनंद दुगुना होता जा रहा था शुभम जल्दी से एक हाथ ऊपर की तरफ बढ़ा कर बाथरूम का पावर ऑन कर दिया और ठंडे पानी की बौछार बारिश की बूंदों की तरह दोनों के तपते तन बदन को
संतुष्टि जनक ठंडक प्रदान करने लगी। दोनों पूरी तरह से कामातुर हो चुके थे । शुभम अपनी मां के होटो के बीच अपने मोटे तगड़े लंड को इस तरह से अंदर-बाहर कर रहा था कि मानो जैसे कि वह उसके मुंह में नहीं बल्कि उसकी गुलाबी पत्तियों के बीच बुर की पतली दरार में लंड को अंदर बाहर करते हुए चोद रहा हो। दोनों को भरपूर आनंद मिल रहा था। कुछ ही देर बाद उत्तेजना के परम शिखर पर पहुंचते हुए एक हाथ से अपनी रसीली बुर को जोर-जोर से मसलते हुए उसके मदन रस को बाहर निकाल रही थी, और साथ ही अपने बेटे के तगड़े लंड को मुंह की गहराई में उतारते हुए अपने गले में लंड से निकलने वाली गरम पिचकारी को महसूस करना चाहती थी। जिस तरह से निर्मला लैंड को मुंह में आइसक्रीम कौन की तरह इधर-उधर जीभ घुमाकर चाट रही थी इस हरकत की वजह से शुभम को अपने ऊपर और ज्यादा कंट्रोल कर पाना बेहद नामुमकिन सा लग रहा था, इसलिए वह भी जोर-जोर से मुंह में धक्के लगाना शुरु कर दिया और अगले ही पल एक चीख के साथ उसने अपना सारा लावा पिचकारी के तौर पर गले में उतारना शुरू कर दिया,,, जबरदस्त प्रेशर के साथ निकली हुई गरम पिचकारी को अपने गले में महसूस करके निर्मला पूरी तरह से कामोत्तेजना के सागर में गोते लगाते हुए अपनी बुर से भी पानी की बौछार करने लगी। शॉवर से बरस रही कृत्रिम बारिश और दोनों के बदन से पानी की बौछार कुल मिलाकर दोनों को पूरी तरह से अपनी आगोश में लेते हुए आनंदित कर रही थी। दोनों झड़ कर चरम स्खलन का आनंद ले चुके थे दोनों पूरी तरह से नग्न अवस्था में स्नान करने के बाद बाथरुम से बाहर आ गए लेकिन दोनों के अभी भी कपड़े का रेशा तक नहीं था,, दोनों उसी तरह से नग्न अवस्था में ही डिनर करने के बाद अपने असली कार्यक्रम की तरफ आगे बढ़ने लगे।

शुभम आज की रात हम दोनों के लिए एक अद्भुत रात है क्योंकि मैं कभी सपने में भी नहीं सोची थी कि इस तरह से हमें किसी होटल में रुकना पड़ेगा और कोई मुझे कॉल गर्ल समझेगा मैं तो अभी तक यकीन नहीं कर पा रही हूं कि मुझे देखकर कोई यह कह सकता है।

तुम बहुत खूबसूरत हो इसलिए तो सबकी नजर तुम पर ही टिकी हुई थी तुम्हारा गदराया जिस्म तुम्हारी जवानी देखकर उन लोगों के भी होश उड़ गए हैं।,, तभी तो वह लोग तुम्हें खा जाने वाली नजर से देखकर गर्म आहे भर रहे थे।

अपने बेटे के मुंह से अपनी तारीफ सुनकर निर्मला पूरी तरह से गदगद हुए जा रही थी और मुस्कुराते हुए बोली।

चल अब ज्यादा चापलूसी मत कर,,, जिस काम के लिए तुझे लाई हूं वह काम शुरू कर,,,,
( अपनी मां का बदलता हुआ अंदाज और बोलने का ढंग देख कर आश्चर्य से वह अपनी मां की तरफ देखने लगा लेकिन अगले ही पल वह समझ गया और मुस्कुराने लगा और मुस्कुराते हुए बोला।)

चल तु भी मुझे ज्यादा मत सिखा मुझे मालूम है कि तु मुझे यहां किसलिए लाई है और मुझे क्या करना है।,,,


( शुभम की बातें सुनते ही निर्मला समझ गई थी अब बहुत मजा आने वाला है इसलिए मुस्कुराते हुए बोली)

क्या पता है रे तुझे बातें तो ऐसीे करता है जैसे कि बहुत बड़ा हो गया है।


बड़ा नहीं हुआ तो क्या हुआ लेकिन तुझे जिस काम के लिए मुझे यहां लेकर आई है मेरा वह हथियार तो बहुत बड़ा है तभी तो तू अपनी प्यास बुझाने के लिए मुझे लेकर आई है।


बड़ा घमंड है तुझे अपने हथियार पर दिखा तो सही कितना तगड़ा हथियार है तेरा।( बिस्तर पर उसी तरह से नग्न अवस्था में ही आराम से लेटते हुए बोली।)

अगर देख लेगी ना,,,, तो ही तेरी बुर पीनी छोड़ देगी, वैसे भी लगता है कि तेरी बुर में बहुत पानी भरा हुआ है तभी तो उसे बाहर निकलवाने के लिए इतना तड़प रही है।,,,( शुभम एक बार पानी छोड़ चुके अपने ढीले लंड को हांथ मे पकड़कर हीलाते हुए बोला,, अपने बेटे की ढीले पड़े झूलते लंड की तरफ देखकर मुस्कान बिखेरते हुए बोली।)

ओहहह बड़ा नाज है तुझे अपने लंड पर लेकिन देख तो सही कैसा झूल गया है, जरा सा भी टाइट नहीं है लगता है कि तुझे यहां लाकर मैंने बहुत बड़ी गलती कर दी,,,,
( अपनी मखमली जांघो पर उंगलीया फिराते हुए बोली)

टाइट भी हो जाएगा मेरी जान और ऐसा टाईट होगा कि तेरी बुर के परखच्चे उड़ा देगा, बस एक बार जरा सा इसको प्यार तो कर, यह प्यार करने से दुगुना बड़ा हो जाता है ।इसमे ईतनी जान आ जाती है कि तेरी बुर का सारा रस निचोड़ डालेगा लेकिन फिर भी इसकी प्यास नहीं बुझेगी।

तो यह बात है चल तेरे ढीले लंड को प्यार भी करूंगी, लेकिन तुझे उससे पहले अपनी जीभ से मेरी बुर साफ करना पड़ेगा और वह भी अच्छे से चाट चाट कर ताकी ईसकी मलाई का स्वाद तू अच्छी तरह से ले सके,,,,, चल मादरचोद अब ज्यादा देर मत कर शुरू कर अपना काम.
( इतना कहने के साथ ही निर्मला अपनी दोनों टांगों को चौड़ा करके अपनी हथेली को बुर पर रगड़ने लगी,, और गर्म सिसकारी लेते हुए शुभम को ऊकसाने लगी,, शुभम एक हाथ में अपने लंड को पकड़ कर आगे बढ़ने लगा। अगले ही पल वहां अपनी मां की मोटी मोटी जांघों को अपने हाथों से खिलाते हुए बुर को एकटक निहारते हुए बोला,,,।)

वाह रे मेरी छम्मक छल्लो तेरी बुर तों रसमलाई का कटोरा लग रहा है इसमें तो डूबने का मन कर रहा है।

तो डूब जा रे हरामी तुझे रोका किसने है।

बड़ी उतावल लग रही है तुझे कुत्तिया, लगता है कि तुझे कुतिया बनाकर चोदना पड़ेगा।,,,

चोदना बाद में भोसड़ी के पहले तो मेरी बुर का रस मलाई चाट कर साफ कर,,,,,
( दोनों पूरी तरह से धंधेदारी चरित्र में ढल चुके थे दोनों को इस तरह से वार्तालाप करके बेहद कामोत्तेजना का अनुभव हो रहा था। एक दूसरे को गाली देने में एक गजब का अनुभव दोनों को प्राप्त हो रहा था। दोनों टांगों को अपने हाथों से फैला कर शुभम बुरनुमा कटोरी में अपना मुंह डाल दिया,,,, और जैसे ही तपती बुर मे प्यासे होठो का स्पर्स हुआ निर्मला के तन-बदन में चिंगारियां फूटने लगी।

सससहहहहहहहहह,,,,, हरामी तू तो आग लगा दिया मेरे बदन में बस अब अपनी जीभ का कमाल दिखा तब मुझे लगेगा कि से सच में बड़ा हो गया है।

तू चिंता मत कर मेरी रंडी रानी तेरी बुर ईस तरह से चाटूंगा कि तू एकदम से तड़प उठेगी मेरे लंड को अपनी बुर मैं डलवाने के लिए (और इतना कहने के साथ ही शुभम अपना कार्यक्रम आगे बढ़ाने लगा शुभम की जीत कुछ ही सेकंड में निर्मला की बुर की गहराई नापने लगी जिस तरह से शुभम के लंड में ज्यादा दम था उसी तरह से उसकी जीभ भी उसके लंड से कम नहीं थी,,, वह भी बुर की गुलाबी पत्तियों को रगड़ते हुए अंदर बाहर हो रही थी। शुभम तो लपालप मीठी खीर की तरह बुर से झर रही मदन रस की बूंदों को चटखारे लगाकर गटक जा रहा था। निर्मला की तो हालत खराब होने लगी थी उत्तेजना के मारे वह दाएं बाएं अपना सिर पटक रही थी साथ ही दोनों हाथ आगे बढ़ा कर शुभम के बालों को अपनी मुट्ठी में भींचते हुए जोर-जोर से अपनी कमर को ऊपर की तरफ उचका रही थी। ऐसा लग रहा था वह जैसे खुद ही अपनी बुर से अपने बेटे का मुंह चोद रही हो,,,, साथ ही अपनी गर्म शिसकारियों से पूरे कमरे में शोर मचा रही थी।

सससहहहहहहह,,,,, आहहहहहहहह,,,,,, सच में रे तू तो पूरा का पूरा मादरचोद है तुझे यहां लाकर मैंने कोई गलती नहीं की बड़ा जान है तुझमें,,,, बस ऐसे ही चाट और जोर से चाट मेरी बुर की पूरी मलाई निकाल ले,,,,
आहहहहहहहह,,,,,, बड़ा मजा आ रहा है।

तू भी तो बहुत मस्त माल है एकदम छिनार है मैंने आज तक तेरे जैसी गर्म औरत नहीं देखा तभी तो तेरी बुर चाटने में इतना मजा आ रहा है।

दोनों के बीच का यह वार्तालाप,,, कमरे के वातावरण को और भी ज्यादा जोशीला बना रहा था बंद कमरे में मां बेटे दोनों संपूर्ण रूप से नग्नावस्था होकर के एक दूसरे में समाने की पूरी कोशिश कर रहे थे। निर्मला नीचे से अपनी कमर को उपर की तरफ बार-बार दे रही थी यह उसका जवाबी कारवाही था। जिससे शुभम को और भी ज्यादा उत्तेजन दे रहा था थोड़ी ही देर में चीख के साथ निर्मला बंद बनाकर पानी भरने लगी जिसे अमृत समझ कर शुभम गटागट अपने गले से नीचे उतार ले गया।
लेकिन इतने से निर्मला कहां मानने वाली थी उसकी बुर में तो अब आग लग चुकी थी, जोकि अपने बेटे के लंड के लिए पूरी तरह से तड़प रही थी। शुभम भी अपनी मां की रसीली बुर को चाट कर पूरी तरह से चुदवासा हो चुका था उसका लंड किसी लोहे के रोड की तरह तन कर खड़ा हो गया था। जिसे देखकर निर्मला बोली।

वाह रे मादरचोद तेरा लंड तो फिर से खड़ा हो गया है। लगता है कि सच में आज ये मेरी बुर के परखच्चे उड़ा देगा।,,,, चल भोंसड़ी के देखु क्या सच में तू एक औरत को अच्छे से चोद पाता है कि नहीं,,,,,,

ए रंडी भोसड़ी चोदी तुने अभी मेरे लंड की ताकत देखी कहां है तू क्या तेरी जेसी 3 4 औरत एक साथ चुदना चाहे तो उन्हें भी मैं उन चारों को एक जैसा ही मजा दूंगा वह भी बिना झड़े,,,,, बस अब तैयार हो जा मेरी रानी देख तेरा राजा तेरी बुर का कैसा बजाता है बाजा।


मादरचोद लगता है सच में तुम आकर चोदना को जरूर अपनी मां को चोदकर इतना ताकतवर हुआ है तभी तो तुम इतना विश्वास के साथ कह रहा है सच-सच बताना तुने अपनी मां को चोदा है कि नहीं।
( निर्मला सच में एक धंधे धारी रंडी की तरह गंदी बातें करके अपने बेटे को और भी ज्यादा उकसा रही थी,,,, अपनी मां की मां की बातें सुनकर शुभम अपने लंड को हिलाता हुआ बोला।)


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