RE: Incest परिवार में हवस और कामना की कामशक्ति
मैं मन में- "ओह्ह ... अब तो मेरा शक और भी पक्का हो गया और एम.एल.ए. ने मुझे फंसाने के लिए और फिर में एम.एल.ए. की कुर्सी पाने के लिए ये चल चली है। जिसमें अब तक के सभी काले कामों को लोग इस सिचुयेशन से भूल जाएं और अगली बार भी जीत सके। साला बेटे की मौत की भी राजनीति खेल रहा है, ये कुछ अपने ही स्टैंडई का कमीना है। मजा आएगा..."
माम- ओहह.. ये क्या हो रहा है अपने शहर में?
डैड. "हूँ। इतना कुछ हो रहा है और मुझे पता भी नहीं?"
डैड की ये बात मुझे कुछ अजीब लगी, वो क्या कमिशनर हैं या कोई मंत्री हैं जो उन्हें पता होना चाहिये? इसलिए मैं पूछता उससे पहले ही मोम बोल पड़ी।
मोम- "राज तुम्हें पता ना होने से क्या मतलब है तुम्हारा?"
-
मोम का डैड की बात पर गौर करते हए सवाल करने में और सभी को उनकी तरफ देखने से वो हड़बड़ा गये पर जल्द ही संभल गये।
डैड - "अरें कुछ नहीं यार, वो क्या है की इतना बड़ा बिजनेसमैन होने के बाद भी मा अपने ही शहर का कुछ पता नहीं बस यही कह रहा था." और मन में- "साली का सम्माहन क्या खतम हो गया? दिमाग ज्यादा चलने लगा है."
फिर सभी कुछ देर टीवी देखने के बाद अपने रूम में चले जाते हैं। और मैं भी अपने रूम में आकर दरवाजा लाक कर लेता है, और बेड पर आकर पड़ जाता है।
आज नींद कुछ देर से आई क्योंकी चुदाई की प्यास जो लग रही थी। अब में नशा ही कुछ ऐसा था की चत और गाण्ड मारने के अलावा और किसी में मजा ही नहीं आता है। पर देर से ही सही जींद आ गई। फिर वही रोज की तरह सभी का तैयार होकर नीचे डाइनिंग टेबल पर आना पर अभी तक डैड नहीं आए थे।
चलो इसका कारण जानते हैं।
आज राज2 उठकर जब बाहर आया तो उसने सोचा- "एक बार ऊपर चलकर घर की कच्ची कमसिन माल को एक बार देख लिया जाए... और यही सोचकर वो डाली के रूम की और बढ़ गया क्योंकी उसे डाली का जिम ज्यादा पसंद था।
जब राज? रूम के पास पहुँचकर देखता है की दरवाजा तो खुला हुआ ही है, तो राज2 अंदर देखता है। उससे उसकी हालत खराब हो जाती है। क्योंकी डाली शार्टस में उल्टी होकर एक्साइज कर रही थी, जिससे उसकी गाण्ड आधी नंगी थी और उसके मोटी-मोटी जांघे देखकर उसका लण्ड पानी छोड़ देता है जिससे आज उसे देर हो गई थी।
पर इधर डाली से आज गलती से दरवाजा खुला रह गया था, जिसका उसे पता नहीं चला। और न ही ये पता चला की उसका कमीना बाप उसे देखकर पानी छोड़ा है पैट में। वो वैसे ही मस्त होकर एक्ससाइज कर रही होती है, राज? के जाने के बाद भी।
फिर कोई 15 मिनट बाद डैड भी आ जाते हैं और वो सभी को हवस भरी आँखों से देखकर सुबह ही खुली आँखों में सपनों में चाद रहे होते हैं। पर हकीकत कुछ और थी। पर इससे एक बड़ी गलती राज2 से हो जाती है। वो ये की सुबह वाली घटना से जो उत्तेजित हो रहा था, उसके चक्कर में उससे गर्म-गर्म सब्जी उसके लण्ड पर पैंट के ऊपर से गिरड़कर अंदर तक चली जाती है, और लण्ड की मोमबत्ती बना देती है।
डॅड. "उहह... आऽऽ बहुत जल रहा है... अरे कोई पानी दो.."
मोम जल्दी से पानी देती हैं पर तब तक तो सब्जी अपना काम कर चुकी थी। डैड की आँखों में आँसू और चीखें थीं। मोम से पानी लेकर पैंट पर डालती हैं, पर कुछ खास फर्क नहीं पड़ता, देखकर हैड अपने रूम के बाथरूम में दौड़ते हैं। बा बड़ी मुश्किल गम की और दौड़ रहे थे, वो भी बहुत फनी स्टाइल में। जिससे डैड के जाने के बाद सभी जो इतनी देर से हँसी रोक रहे थे, बो निकल जाती है। सभी बहत हँसते है और फिर निकल जाते हैं।
आज डाली दीदी अपनी इस टाइट ड्रेस में मस्त माल लग रही थी, और उनकी गाण्ड क्या उभर कर नजर आ रही थी। जब वो अपने कालेज के पास पहुँचती है तो वही रोज की तरह आज भी एम.एल.ए. का कमीना दूसरा बेटा सभी को छेड़ते और कमेंटस करते दिखाई देता है, जो उसे सबसे ज्यादा परेशान करता है। पर डाली काई इश्यू ना हो, इसलिए उसे कुछ नहीं कहती थी बस कभी-कभी डॉट देती थी।
इधर एम.एल.ए. साहब ने अपने बेटे का अंतिम संस्कार कर दिया, अब घर का माहौल ठीक नहीं था तो अजीत अपने कमरे में आकर किसी को फोन करके पूछता है- "मेरे भाई के कातिल का कुछ पता चला?"
-
उधर से बताता है- "नहीं पता चला.."
जिसे सुनकर अजीत को गुस्सा तो बहुत आता है. पर कर भी क्या सकता है? फिर काल कट करके आवारागर्दी करने निकल जाता है।
अगले दिन सुबह एम.एल.ए. और उसके आदमी कुछ प्लान बनाते हैं की आगे अब क्या और कैसे करना है?
एम.एल.ए.- "दो दिन बाद उस लड़की को उठा लो फिर से। इस बार वो नहीं बचेगी और उसी से पता चलेगा की किसने मारा मेरे बेटे को."लय सब बातें कर रहे होते हैं की अजीत आ जाता है।
अजीत- डैड में चलता हैं अपने दोस्तों के साथ कुछ काम है।
एम.एल.ए. काला- "अबे लौडिया की चूत के अलावा भी कुछ दिखता है तुझे? घर मातम छाया है, अभी तक तेरे छोटे भाई के कातिल का कुछ पता नहीं और तू चला लौड़ियों के चक्कर में?"
अजीत- "वो... वा... वो डैड..."
एम.एल.ए.- सब जानता हैं। चल निकल अब। पर ध्यान भी रखना कहीं वो तेरे पीछे हो।
अजीत- ओंके डैड।
अजीत अपने चमचे दोस्तों के साथ लड़कियां छेड़ और गंदे कमेंटस कर रहा होता है। पर काई भी उसे उल्टा जवाब नहीं दे रहा था, क्योंकी सब एम.एल.ए. काला को अच्छे से जानते थे की वो कितना बड़ा कमीना है? जब उसे डाली आती दिखाई देती है, अब उसे भी पता चल गया था की वो लड़की उसी की छोटी बहन है, और अजीत ने भी सोच लिया था की इसकी बहन की वजह से ही मेरे भाई की मौत हुई है, तो वो अब बदला लेने पर आ गया था।
अजीत- अरे आज तो देखो, साली क्या टंच माल बनकर आई है बहन चौदों, इसके जिश्म को नंगी करके रगड़ के मसलने में नया मजा आएगा सालों.. ये सोचकर ही लण्ड खड़ा हो गया और इसकी गाण्ड में तो परी बियर की बोतल घुस जाए यार। साली रंडी ने पता नहीं कितने लण्ड लिए है इसने गाण्ड में..."
डाली ये सब सुनकर भी कुछ नहीं कहती क्योंकी ये रोज की बात थी। अजीत सभी के लिए ऐसे ही गंदे कमेंट पास करता है। इसलिए वो पूरा अनदेखा करतं हए आगे बढ़ती रहती है। पर आज उसने हद ही पार कर दी थी, तो डाली को गुस्सा आ जाता है। डाली रूक कर अजीत की तरफ गुस्से से उसकी तरफ बढ़ जाती है और अजीत के पास पहुँचकर उसके मुँह पर।
+++++
+++
***** *****
|