वर्दी वाला गुण्डा / वेदप्रकाश शर्मा
लाश ने आंखें खोल दीं।
ऐसा लगा जैसे लाल बल्ब जल उठे हों।
एक हफ्ता पुरानी लाश थी वह।
कब्र के अन्दर, ताबूत में दफन!
सारे जिस्म पर रेंग रहे गन्दे कीड़े उसके जिस्म को नोच-नोचकर खा रहे थे।
कहीं नरकंकाल वाली हड्डियां नजर आ रही थीं तो कहीं कीड़ों द्वारा अधखाया...
याराना
जर, जोरू और जमीन- कहा जाता है कि झगड़े की यही सबसे बड़ी वजहें होते हैं और इनके कारण भाई-भाई भी दुश्मन हो जाते हैं। खास कर जोरू तो भाइयों तो क्या गहरे से गहरे दोस्तों में भी अलगाव करा देती है। लेकिन हमारे मामले में कुछ उल्टा ही हुआ था। 'जोरुओं' की वजह से हम दो दोस्तों की टूट चुकी दोस्ती...
लंड के कारनामे - फॅमिली सागा
मेरा नाम अशोक है, और मेरी उम्र २१ साल की है, मेरे घर में मेरे अलावा मेरी मम्मी पापा और मेरी छोटी बहन ऋतू रहते हैं, मेरे पापा का अपना बिज़नस है और हम अपर मिडल क्लास में आते हैं.
मैं आज कॉलेज से घर पहुँच कर जल्दी से अपनी अलमारी का दरवाजा खोला और उसमे बनाये हुए छेद के...
दस जनवरी की रात
कार के ब्रेकों के चीखने का शोर इतना तीव्र था कि अपने घोंसलों में सोते पक्षी भी फड़फड़ाकर उड़ चले । रात की नीरवता खण्ड-विखण्ड होकर रह गयी ।
"क्या हुआ ?" सेठ कमलनाथ ने पूछा ।
"एक आदमी गाड़ी के आगे अचानक कूद गया ।" ड्राइवर ने थर्राई आवाज में उत्तर दिया, "मेरी कोई गलती नहीं सेठ जी...
हादसे की एक रात
तीन जुलाई !
वह बुधवार की रात थी- जिस रात इस बेहद सनसनीखेज और दिलचस्प कहानी की शुरुआत हुई ।
वह एक मामूली ऑटो रिक्शा ड्राइवर था ।
नाम- राज !
राज पुरानी दिल्ली के सोनपुर में रहता था । सोनपुर- जहाँ ज्यादातर अपराधी किस्म के लोग ही रहा करते हैं । जेब तराशी, बूट लैगरस और चैन स्नेचिंग...
जलन
लेखक कुशवाहा कांत
"चलिए, भोजन कर लीजिए!"
"भोजन की इच्छा नहीं है।" -मैंने कहा।
"इच्छा क्यों नहीं है? भला इस तरह भी कोई क्रोध करता है? दादी ने जरा-सी बात कह दी, बस आप रूठ बैठे।
"मैं नहीं खाऊंगा।" -मैंने पूर्ववत् हठ किया।
उसके मुंह से एक सर्द आवाज निकली। बोली, “मत खाइए, मैं भी नहीं...
अचूक अपराध ( परफैक्ट जुर्म )
तेज रफ्तार से दौड़ती फीएट की ड्राइविंग सीट पर मौजूद राज की निगाहें सामने हाईवे पर जमी थीं।
अचानक वह चौंका। एक्सीलेटर से पैर उठ गया और ब्रेक पैडल दबता चला गया।
सड़क से नीचे खाई में घुटनों के बल उठता एक आदमी बाँह ऊपर उठाए कार रोकने का इशारा कर रहा था। चेहरा पीला था...
दोस्तो यह कहानी के पहले तीन भाग मेरी फेवरेट लेखिका कामिनी जी ने लिखे है जो आप इस फोरम पे "कामिनी" नाम से पढ़ चुके है अगर नही पढ़े तो जल्द पढ़ ले यह कहानी वही से आगे शुरू कर रहा हु जहां कामिनी जी ने छोड़ी थी मैं आशा करता हु कामिनी जी को मेरा यह प्रयास जरूर पसंद आएगा अपने बहुमोल कमेंट जरूर दे यह...
Update ~ 1
★ परिचय विला
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मुम्बई शहर में भीड़वाले क्षेत्र से थोड़ा दूर राज ने अपना एक शानदार बंगलों बनवाया है जिसका नाम है.... विलास विला ।
राज अपने घर का नाम विलास विला क्यों रखा किसी को नही पता सिर्फ राज के.......। क्योंकि न विलास किसी का नाम , न सरनेम और न ही राज से इस नाम का कोई जुड़ाव...
"आग्याकारी माँ"
दोस्तो मैं आपका अपना सतीश नई कहानी स्टार्ट कर रहा हु वैसे दोस्तो आपको इसका नाम कुछ अजीब लग रहा होगा कही माता पिता भी आग्याकारी होते है आग्याकारी तो बच्चे होते है पर यकीन मानिए इस कहानी को यही नाम सही है यह कहानी माँ बेटा भाई बहन के सेक्स के ऊपर आधारित है कैसे एक माँ अपने पति से...
दोस्तो मैं आपका अपना सतीश एक और नई कहानी शरू कर रहा हु यह एक इनसेस्ट कहानी है एक ऐसे बेटे की जो अपनी बेहद हसीन माँ और खूबसूरत बहन का दीवाना है पर अब उसकी बहन शादी करके चली गई है मैं भी क्या आपको बोर करने लगा मैं अपनी बकवाणी बंद करता हु और कहानी शुरू करता हु जो आपको जरूर पसंद आयेगी ……सतीश...
मेरा नाम राहुल है और मैं अभी मात्र 16 साल का हु मेरी लंबाई साढ़े5 फिट है रंग गोरा है । मेरे घर मे सभी लोग है केवल पिता जी को छोड़ कर पिता जी आर्मी में थे तो एक लड़ाई में वो सहीद हो गए । हम बहुत अमीर तो नही और न ही गरीब है माध्मयवर्गीय परिवार है । मेरे पापा के गुजर जाने के बाद घर की पूरी जिमेदारी...
अगिया बेताल
मैं उस दृश्य को देख रहा था। इससे पहले भी मैंने लोगों के मुँह से सुना था, पर मुझे यह सब देखने का अवसर पहली बार मिला था। मैं स्तब्ध था कि यह सब जो मैं देख रहा हूँ - इसमें कितनी सच्चाई है। कल तक जो बात कानो सुनी थी, वह प्रत्यक्ष नजर आ रही थी।
हवा बर्फ की तरह सर्द थी। ऊपर से पानी...
Hindi novel अलफांसे की शादी
“हैल्प.....हैल्प.....प्लीज, हैल्प मी!” मुसीबत में फंसी किसी नारी की चीखें कहीं दूर से उभरने के बाद सुनसान वातावरण में गूंजती हुईं जब अलफांसे के कानों तक पहुंचीं तो उसके पैर स्वतः ही ब्रेकों पर दबाव बढ़ाते चले गए।
टायरों की हल्की-सी चरमराहट के साथ रॉल्स रुक गई।
सीट पर...
वारिस (थ्रिलर)
Chapter 1
कोकोनट ग्रोव गणपतिपुले के समुद्रतट पर स्थित एक हॉलीडे रिजॉर्ट था जिसे कि उस प्रकार के कारोबार के स्थापित मानकों के लिहाज से मामूली ही कहा जा सकता था लेकिन क्योंकि वो मुम्बई से कोई पौने चार सौ किलोमीटर दूर एक कदरन शान्त, छोटे लेकिन ऐतिहासिक महत्व के इलाके में था और...
Doston, main Ankur phir se ek Baar ek nayer kahani ke saath jald laut aa raha hoon. Yeh kahani ek tarah se 'Kaamdev ka Aashirwad' ka sequel hain, lekin ek bilkul naye parivar ke saath.
Umeed karta hoon is kahani ko bhi utna hi pyar milega.
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नीला स्कार्फ़
अपेक्षाओं का बोझ
रूममेट
कॉन्फ़्रेंस रूम में गहन विचार-विमर्श के बीच असीमा का फ़ोन इतनी तेज़ बजा कि सभी चौंक गए।
“फ़ोन साइलेंट पर क्यों नहीं है? मीटिंग में तहज़ीब का थोड़ा तो ख़्याल रखा करो असीमा।” अकबर ने सबके सामने असीमा को डाँट पिला दी। लेकिन असीमा का पूरा ध्यान फ़ोन पर था।...
बीबी की चाहत
मेरा नाम दीपक है। यह वाक्या काफी सालों पहले का है। मैं उन दिनों जयपुर में रहता था।
एक प्राइवेट कंपनी ने में सेल्स डिपार्टमेंट में सीनियर मार्केटिंग एग्जीक्यूटिव था। मेरा परफॉरमेंस अच्छा था और सेल्स में मैं हमारी कंपनी में अक्सर अव्वल या पुरे इंडिया में पहले पांच में रहता था। मेरा...
Thriller क़त्ल एक हसीना का
1
सिडनी
कुछ गड़बड़ थी।
पहले पासपोर्ट ऑफिसर ने मुस्कुराते हुए पूछाः 'कैसे हो, दोस्त ?'
'मैं ठीक हूं,' राज ने झूठ कहा। ओस्लो से उड़ान भरे उसे 30 से अधिक घंटे हो चुके थे, वह लंदन के रास्ते आया था। बहरीन में जहाज बदलकर वह एमरजेंसी एग्जिट के पास उसी सख्त सीट पर बैठा था...