Update 1 .
चंडीगड़ सेक्टर 27 की एक 2कनाल की कोठी में राठौर निवास का बोर्ड लगा हुआ था । कोठी के सामने खड़ी टोयोटा फॉर्च्यूनर ,मिनी कूपर ,bmw x6और ऑडी a8 को देखकर हर कोई यही सोचता कि न जाने कितना भरा पूरा परिवार होगा । और लोग न तो पूरी तरह से सही होते और न ही पूरी तरह से गलत ।
राठौर परिवार में कुल चार लोग थे । विक्रांत राठौर रिटार्यड कर्नल और उनके साथ उनकी दो बेटियां रूपिका और पलविका और बेटा राहुल बस यही लोग इस बड़े घर में रहते थे । विक्रांत की उम्र 55 हो चली थी पर कसरती बदन और 6फुट 4इंच के कद के कारण वो मुश्किल से 35-40 के लगते । विक्रांत की पत्नी वैशाली को गुज़रे 12 बरस हो चुके थे । अपने बच्चों की खातिर विक्रांत ने दूसरी शादी नही की । और बच्चों को माँ और बाप दोनों का प्यार दिया । विक्रांत ने सेना से आने के बाद अपनी जमा पूंजी से एक कॉल सेन्टर खोल लिया और कहने की ज़रूरत नही की सेना की ही तरह व्यापार में भी उसे अपार सफलता मिली ।
बड़ी बेटी रूपिका अब 24 साल की है और अगर आपकी सुविधा के लिए मैं सिर्फ इतना कहूंगा कि वो आएशा टाकिया की तरह कामुक बदन वाली ही नहीं बल्कि देखने में तो उससे भी सुंदर है । रूपिका MBA कर चुकी है और अब पिता कि ही कंपनी को संभालती है ,रूपिका के कई बॉयफ्रेंड रह चुके हैं और कई बार वो संभोग कर चुकी है पर अभी तक उसके जीवन में कोई ऐसा मर्द नही आया जो उसे पूरी तरह से संतुष्ट कर पाता उसे अभी उसने अपने 36" के मंम्मों को निचोड़े जाने का सुख और चूत में ऐसे लौड़े को महसूस नहीं किया था ।
छोटी बेटी पलविका 22 की हो चली है और लोग उसे लोग दीपिका पादुकोण से भी सुंदर मानते है । और फिर ऐसे ही कोई लगातार 4 बार मिस चंडीगड़ थोड़े बन सकती है । पलविका इंजीनियरिंग के लास्ट ईयर में है, पलविका वैसे तो आज के जमाने की ओपन माइंडेड लड़की है पर किताबी कीड़ा है जिसके कारण अभी तक काम सुख को भोग नहीं पाई ।
राहुल घर का सबसे छोटा सदस्य है और एक नंबर का हरामी भी , 20 की उम्र में वो 40 से ज्यादा चूतों का मज़ा ले चुका है । फिर लेता भी क्यों न ? यंग एंड हैंडसम होने के साथ-2 6.2 का कद और जिम की आदत के कारण अच्छी खासी कसरती बॉडी ऊपर से खानदानी 9 इंची लौड़ा चाहे अपने बाप के लौड़े से कुछ छोटा ही था पर आज जहाँ लड़के मुठ मार-2 अपने लौड़ों कि जान ले लेते हैं वँहा किसी लड़की को ऐसा मूसल मिले तो लड़की एक दो चूतों का जुगाड़ और कर देती है ।
सुबह के सात बज रहे थे और विक्रांत पार्क का आठवां चक्कर लगा रहा था कि उसे प्रोफ़ेसर दिनेश की आवाज़ सुनाई दी । "राठौड़ जी" विक्रांत रुक गया और प्रोफ़ेसर दिनेश की तरफ चल पड़ा । दिनेश की उम्र 60 के ऊपर थी और रिटायर हो चुके थे पर प्रोफेसर साहब हैं एक नंबर के ठरकी । नोकरी करते हुए न जाने कितनी चूतों का भोग लगा चुके थे पर अब न तो उनमें ही जान बची थी और न ही उनके लन्ड में ।
विक्रांत- प्रोफेसर जी गुडमार्निंग ।
दिनेश- राठौर जी अब इस उम्र में क्या गुड ? अब तो सब डाउन ही है । दिनेश ने कुछ दूरी पर योगा कर रही लड़की की तरफ इशारा करते हुए कहा । लड़की की उम्र कोई 24-25 की रही होगी और जवानी उसके हर एक अंग से उबल-उबल के बाहर आ रही थी ।
विक्रांत- प्रोफेसर जी अब इस उम्र में तो रहने दीजिए । दिनेश ने लड़की को एक नज़र देखते हुए कहा । लड़की वाकई कमाल थी । दूध सी गोरी तीखे नैन नक्श और ऊपर से कातिलाना फिगर । पर विक्रांत नहीं चाहता था कि दिनेश फिर से अपनी बकवास शुरू कर दे इसिलए उसने बात बदलने की कोशिश की "प्रोफेसर जी आप यह बताओ की कल शेयर मार्केट के क्या फिगर थे "
दिनेश- भाई कल के तो पता नही पर आज के तो 35-27-35 हैं कम से कम ।
विक्रांत कि नज़र न चाहते हुए भी फिर उसी लड़की पर चली गयी 'साले की नज़र है या एक्सरे' विक्रांत ने खुद से कहा ।
विक्रांत- क्या प्रोफेसर साहब कुछ तो शर्म कीजिये ।
दिनेश -यार राठौर मर्द खुद को कंट्रोल कर सकता है पर बीवी और लन्ड को नही । यार कुछ भी कह पर सामान है कड़क ।
विक्रांत- पर भाई अब तो उम्र हो चुकी है इस उम्र में मुझे तुझे कौन पूछता है ऊपर से बच्चों की टेंशन ।
दिनेश- यार गोयल कह रहा था कि यह उसकी किरायदार है नाम है ईशा,अभी पढ़ रही है और नोकरी चाहिए इसे । तुझे भी तो पर्सनल सेक्रेटरी चाहिए रख ले । दिनेश ने विक्रांत कि बात को अनसुना करते हुए कहा ।
विक्रांत- यार मुझे सेक्रेटरी रखनी है कंपनी लुटानी नहीं है । इसको देखकर लगता नहीं कि मेरे बजट की है ।
दिनेश- यार तू भी न रहेगा कंजूस का कंजूस ही । भेज दूंगा सैलरी डिस्कस कर लेना । और फिर ऐसी सेक्रेटरी हो तो आधे काम आसान हो जाते हैं।
विक्रांत की नज़र अचानक फिर से ईशा की तरफ चली गयी जो इस समय झुककर अपने पांव पकड़ रही थी उसकी मटकों सी गोल-2 बड़ी और भरी-2 गाँड़ देख कर विक्रांत के पूरे बदन में झुरझरी सी दौड़ गयी । उसके लन्ड ने एक अँगड़ाई ली और तन कर तंबू बन गया । उसने एक झटके से नज़र हटा ली और उठकर जाने लगा ।
विक्रांत-चल यार चलता हूँ । काफी टाइम हो गया है और तू ये लौंडो वाली हरकतें बंद कर दे ।
दिनेश- यार तू भी न । तेरी यही बातें मुझे पसंद नहीं है । चल जा पर इसे तो मैं भेजूंगा ज़रूर । लगता है तूने उस साइट पर कहानियां पढ़ी नहीं । वरना इतनी ठंडी बातें न करता ।
विक्रांत- यार कुछ भी हो तेरी वो साइट अन्तर्वासना है मस्त । इस उम्र में भी हिलाने को मजबूर कर देती है ऊपर से किसी महिला लेखिका से बात करने का मौका अलग से ।
दिनेश ने महिला शब्द सुनते ही विक्रांत को पकड़ के दोबारा अपने पास बिठा लिया और आंख मारते हुए बोला " यार बड़ा हरामी है अकेले-2 मज़ा ले रहा है ... बता तो किससे बात हो रही है ?"
विक्रांत - कुछ खास नहीं कोई लड़की है उषा उससे थोड़ी सी बात होती है।
दिनेश- फोटो तो दिखा ।
विक्रांत ने अपने फ़ोन पे एक लड़की की तस्वीर दिनेश को दिखा दी । यही कोई 20-21 की उम्र मासूम सा चेहरा , तराशे हुए होंठ और ऊपर वाला होंठ हल्का सा ऊपर की और उठा हुआ । सुडौल बदन संतरो के आकार के स्तन पतली कमर । फ़ोटो देखते ही दिनेश के मुँह में पानी आ गया ।
दिनेश- यार क्या लौंडिया हाथ आई एक दम चुदासी है । ऐसा फूल जिसे जितना मसलो उतना और निखर जाए । पर देखी-2 लगती है । हां याद आया देखने में बिल्कुल शहनाज़ पद्मशी लगती । इस हीरोइन पर तो कई बार हिलाया है मैंने
विक्रांत -यार अभी बच्ची है । शोक-2 में कहानी लिख दी इसने ।
दिनेश- पर है मस्त माल । इसका बॉयफ्रेंड तो ज़रूर होगा रख के चुदाई करता होगा इसकी । और होंठ तो देख खुदा ने इन्हें बस लन्ड चूसने के लिए ही बनाया है । दिनेश ने अपने लन्ड को खुजाते हुए कहा ।
विक्रांत-कुछ भी बोलता है यार तू तो । तुझे तो औरत में चुदाई के इलावा कुछ सूझता ही नहीं । अभी अभी कॉलेज जाना शुरू किया है तो दूसरों की देखा देखी इसे भी शौक लग गया और क्या इसका मतलब यह तो नहीं कि यह रंडी हो गई ।
दिनेश जो विक्रांत के ज़रिए ईशा की चूत को चोदना चाहता था थोड़ा संभल गया उसे लगा कि बंदा बुरा मान गया । इसिलए बात संभालने के लिए बोला " यार तू भी न मैं तो बस सुंदर चीज़ को सुंदर कह रहा था और क्या तू तो बुरा मान गया "
विक्रांत - नहीं यार मैं तो बस कह रहा था कि हमारी उम्र नहीं है यह सब करने की ।
दिनेश- हाँ वो तो है पर तु ही बोल उम्र हो गयी है पर हमारे अंदर के मर्द तो अभी ज़िंदा है । बस बोल के देख के जी भर लेते हैं ।
विक्रांत- सही कह रहा है दिनेश । कभी कभी तो जी करता कि ऐसी ज़िन्दगी भी क्या ज़िन्दगी ? सेक्स किये सालों हो गए । बस बच्चों के लिए जिये जाओ ।
दिनेश - चल छोड़ यार ये बता इस पटाखे के और भी फ़ोटो हैं तेरे पास?
विक्रांत - एक दो और हैं । देख ले । उसने दिनेश को मोबाइल देते हुए कहा ।
दिनेश ने फ़ोन ले लिया और उषा की एक तस्वीर पे जाके रुक गया जिसमें उसने गुलाबी रंग की टाइट टॉप और शॉर्ट पहनी हुई थी और मन ही मन उसने उषा का सारा बदन नाप लिया था ।
" प्रोफेसर जी क्या सोचने लग पड़े ?..फ़ोटो में ही चोद दोगे क्या " विक्रांत ने दिनेश को फ़ोटो को घूरते देख मज़ाक किया ।
"कसम से बड़े दिनों बाद ऐसी चीज़ देखी है । इसकी टाँगे देख कितनी गोरी और चिकनी हैं गुलाबी रंग की चूत होगी इसकी और कसम कामदेव की 2इंच से छोटी ही होगी इसकी फुद्दी जिसका भी लन्ड जाएगा उसे जन्नत मिल जाएगी । और इसके मम्में तो संतरों की तरह गोल गोल होंगे एक दम टाइट"
विक्रांत दिनेश की बातें सुन के हैरान भी हो रहा था और गर्म भी बरसों से तड़पा हुआ लन्ड इस समय फटने वाला हो रखा था । आज तक उसने खुद पे कंट्रोल रखा था पर अब उसका सब्र जवाब देता जा रहा था । विक्रांत ने टाइम देखा तो आठ बज चुके थे और दस बजे उसे ऑफिस पहुंचना था ।
विक्रांत- चल भाई चलते हैं मुझे ऑफिस जाना है ।
दिनेश-ठीक है जा पर ईशा को भेज दूँ न ?
विक्रांत - भेज देना यार ।
विक्रांत के घर पर क्या हुआ इसे जानने के लिए कहानी पढ़ते रहें