दीदी को चुदवाया - Page 11 - SexBaba
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दीदी को चुदवाया

[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]दीदी उफ्फ उस बोर्ड मे थी और आप लोग मुझे दो उंगली के बीच मे एक उंगली घुसा कर दिखाते थे और जिभ से चाटने का इशारा करते थे तो मै समझ जाती थी की आप लोग क्या कहना चाहते है और आपसे मजा लेती थी मुझे आपलोगो के हरकत अच्छी तरह से समझ आ जाता था पर आप लोग कितने बड़े होकर ऐसे करते थे सेम सेम[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]अशोक बहन की लौरी मादरचोद साली उस समय इतना गर्म कर देती थी नायटी के अंदर कुछ नही पहन कर साली पुरा भूगोल नजर आता था। तेरी गांड चूची का गलती उस समय ही हुई थी हमसे तुझे बच्ची समझ कर आगे नही बढे नही तो आज तु अपने भाई के बच्चे के जगह हमलोग के बच्चे की मा होती। रंडी तेरी कसी हुई चूत हमलोग चोद रहे होते[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]इतने मे विजय चचा क्या ये रानु से प्रेग्नेंट हुई? अरे मादरचोद भाई से ही चुदा रही है हमलोग मर गए थे क्या ज्योती बोल तु एक बार इशारा कर देती तो तुझे खुश कर देते बहनचोद।। [/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]अशोक तुझे फोन पर बोला था की बहुत सॉलिड माल है  आज तु आज[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]खुश हो जायेगा।। [/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]विजय अरे यार तु तो बोला ही था पर ये कहाँ हाँ बोला की अपनी ज्योती डार्लिंग है अब तो इसकी गांड अच्छे से लूंगा आज [/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]दीदी बोली की अब  आप लोग को जो करना है करे मै कुछ बोल थोरी रही हूँ[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]विजय अब बोलने से थोरे न कुछ होने वाला है ज्योती मेरी जान अब तो  आज मस्त चुदाई करेंगे तुम्हारी पुरा दम से[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]दीदी अरे नही नही दम से नही अभी सिर्फ प्यार से ही आज आप लोग करना थोरा मेरी मजबूरी भी समझो आप लोग न अंकल अपनी पेट दिखाते हुए बोली। [/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]अशोक अरे यार अब सिर्फ बात ही करेगी की कपड़े भी खोलेगी और विजय तु अब पैग बना आज तो हम लोग जश्न करेंगे। ज्योती तु भी पियेगी क्या और रानु तु बहनचोद तु पियेगा की सिर्फ अपनी दीदी की चुदाई देखेगा [/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]मै बोला अब यहाँ हु तो कौन सा झक मारूंगा , पिऊंगा ही और दीदी निट पीती है बिना पानी की [/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]विजय वाह बहनचोद अपनी दीदी का तो पुरा ख्याल रखता है तब ना तेरा लंड ले ली साले दारू पिला कर ही चोद दिया क्या ज्योती को । उसके बाद वो उठा और गलास निकाल कर चार पैग बनाया इधर दीदी के साथ अशोक लगा था कपड़े खोलने मे दीदी भी बिना कोई विरोध के कपड़े उतार दी और अशोक अपने कपड़े खोल कर दीदी से चिपक गया। और दीदी की चुचियो को पीने लगा दीदी आह ह ह ह ह ह ह शि श श श करने लगी अशोक अपनी एक हाँथ दीदी की जांघो के बीच घुसा कर बुर मसलने लगा और दीदी भी पुरा उसके साथ सहयोग कर रही थी। [/font]

[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]इतने मे विजय चचा पैग बना कर बोले लो भाई सब उठा लो और मुझे एक पैग थमा दिये । अशोक चचा दीदी की दूध को छोर कर उठे और पैग उठा कर निट वाला दीदी को दिये और अपना लिए और सब दीदी के पास आ गय दीदी और अशोक चचा फूल न्यूड और मैं और विजय चचा अभी तक कपड़े मे थे । [/font]

[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]विजय अरे यार रानु तेरी दीदी तो बहुत चिकनी है[/font]
 
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]विजय अरे यार रानु तेरी दीदी तो बहुत चिकनी है खूब रगड़ की चोदी है लगता है तुमने अपनी ज्योती दीदी को अच्छा एक बात बता सोहन ने भी ली है क्या तुम्हारी दीदी की? यार तुम्हारी दीदी की गांड कितनी बड़ी और मस्त है मस्त लंड लेती होगी ना। [/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]सब एक एक पैग लगा चुका थे तब तक दीदी तो निट पीने मे माहिर थी और विजय चचा साथ मे ही पेग बनाने लगे [/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]मै बोला अरे नही चचा सोहन ने दीदी की कभी ली नही पर देखता तो है दीदी को। अब सबके नसीब मे दीदी थोरे है और चिकनी तो दीदी है अभी आपको पता चल ही रहा होगा देख कर [/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]इधर अशोक चचा दीदी के साथ पूरे लगे हुए थे और दीदी भी पुरा टांग फैला कर अपना बुर उन्हे दिखा रही थी [/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]और अशोक चचा ने दीदी को थोरा हटाते हुए बोले ज्योती एक बात है तो चुदा कर निखर भी गयी है और मस्त भी हो गयी है पर एक बात तो है तुम्हारी बुर को देख कर नही लग रहा की तु सिर्फ रानु के लंड से ही चुदी है साली इतनी फैली टिट् और बुर की हालत देख कर नही लगता की सिर्फ एक लण्ड से ही तेरी ऐसी हुई होगी और दीदी को लिटा कर गांड देख कर बोले ये भी मस्त फैली है रे अब आज तो हमलोग तो जम के तुम्हारी गांड भी लेंगे। [/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]अशोक चचा की बात सुन कर दीदी मेरी तरफ देख कर बोली अरे नही चचा सिर्फ रानु और मै ही ऐशा करते थे उसी मे हुआ है ऐसा[/font]
तभी विजय चचा दीदी की गांड को देखते हुए दीदी की गांड पर एक चूमा लिए! दीदी आह्ह्ह्ह क्या कर रहे है चचा उफ्फ
विजय चचा सही मे अशोक ज्योती की गांड और बुर दोनो की छेद एकदम फूली हुई है जैसे उस रंडी की थी उस दिन वाली। बोल ज्योती कितने लंड से चुदी है 
दीदी विजय चचा को अपने उपर खिच कर अरे क्या चचा पहले तो खूब मेरी लेना चाहते थे अब कह रहे उसके जैसी है तो उसी के साथ करो ना मेरी जरूरत क्यों परी आपको और लपक के अशोक चचा के लंड से खेलने लगी । और उनके हाँथ को अपनी बुर पर रख कर बोली देखिये ना कैसे पानी छोर रही है आपके लिए आइये ना उपर
दीदी भी खुल के मजा लेने के लिए रेडी थी और उहाँ का माहौल भी वैसा ही था विजय चचा तुरन्त दीदी की चुचियो को मसलने लगे और अशोक को बोले भाई पहले एक राउंड चोद ले यार ज्योती को मेरा भी अब लंड बर्दास्त से बाहर है और अपना पेंट खोल दिये विजय चचा का लंड ( राजू के लंड के तरह मोटा और बरा था) दीदी भी मेरी तरफ देखी विजय चचा के लंड को देख कर और मुस्कायी मैं भी आँख मेरा लो अब मस्ती से। 

दीदी झट से अशोक चचा के लंड को छोर कर विजय चचा के लंड को पकर ली और बोली अब पहले चोदिये उसके बाद कुछ बात होगा 
अशोक ये देख कर सीधे दीदी को लिटा दिया और अपना लंड सीधा दीदी की बुर मे और चुदाई शुरू। मैं उठा और सबको दारू की ग्लास थमा दिया  और खुद पीने के बाद अपना कपड़े भी उतार दिया और उनके पास ही चला गया वो सब मुझे देखे तो बोले तु भी करेगा क्या


मैं बोला दीदी की तीन छेद है फ्री रखने से क्या फायदा 


वो सब हाँ बहनचोद आ जा तु भी तेरी वजह से ही तो ज्योती को आज हमलोग चोद रहे है आ तु भी चोद हमलोग के साथ ही 

दीदी तो मस्त होकर अशोक का लंड बुर मे और विजय के लंड से खेल रही थी और मैं सीधा दीदी के मुह मे लंड दे दिया और दीदी चूसने लगी । दीदी तो एकदम नशा मे आ गयी थी दो दो बूढ़े प्रेमी के साथ 
तभी विजय बोला भाई तु नीचे लेट मैं भी ज्योती की गांड मे घुसाता हु पीछे से और दीदी को उठा कर बिठाया और अशोक दीदी को अपने उपर खरे लंड पर दीदी को बिठा लिया  और विजय चचा तो दीदी की गाँड़ के इतने दीवाने थे एकदम से दीदी की गांड मे थूक लगया और गच् से अंडर 
दीदी के जगह कोई और होती तो गयी थी काम सी पर दीदी तो सौ लंड भी ले ले उसे कोई फर्क परना नही था। 

अब दोनो तरफ से घपा घप् नीचे से अशोक चचा दीदी की चुचियो को मसल रहे है और उपर से विजय चचा और दोनो का लंड दीदी के दोनो छेद मे अंदर बाहर आराम से मै भी अपना लंड दीदी से चुसवाने लगा। 

अब दोनो तो दीदी को रेल बना दिये थे  अब दीदी भी खुल कर उनके साथ इंजॉय कर रही थी। और मेरा लंड भी फूल मस्ती मे चूस रही थी और आज का सीन ये था की पहले मै ही दीदी के मुह मे झर गया पर दीदी अच्छे से लंड को चूस के साफ की। 
और ये दोनो तो आह ज्योती मेरी जान खूब चोदु गा यार तुम्हारी गांड चूत आह्ह्ह्ह करते जा रहे थे दीदी भी पुरा साथ दे रही थी दोनो का
 
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]और ये दोनो तो आह ज्योती मेरी जान खूब चोदु गा यार तुम्हारी गांड चूत आह्ह्ह्ह करते जा रहे थे दीदी भी पुरा साथ दे रही थी दोनो का[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]दोनो चचा भी खूब मस्ती मे दीदी की चुदाई किये जा रहे थे  और मैं दीदी की चुचियो को मसलने लगा तभी दीदी बोली रानु एक पैग ही बना ना सब के लिए। मै उठ कर पैग बनाने लगा और वो दोनो दीदी को बस चोदे जा रहे थे। और गिरने का नाम भी नही ले रहे थे दीदी भी पूरी मस्ती मे कभी हाँथ पीछे कर के एक को सटाती थी कभी आगे हो जाती थी। इतने मे मै पैग बना कर लाया और सब को दिया सब थोरा रेस्ट ले कर पहले पीने लगे। दीदी विजय चचा के गोद मे बैठी और उन से पूरा शरीर सटा दिया और बोली विजय चचा आपका तो अच्छा खासा मोटा और बरा है गांड की हालत खराब कर दी आपने। [/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]विजय अरे यार ज्योती तु अभी प्रेग्नेंट है इसलिए थोरा धीरे चोद रहा हु नही तो घोरी बना कर रेलता तो पूरी प्राण बाहर आ जाती तेरी। पूरे शरीर पर हाँथ फिराते बोला। [/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]अशोक अरे विजय ये साली खूब चुदी है इसकी कुछ नही होने वाली बाहर। देख रहा चुचियो पर कितने जगह निशान है जैसे लग रहा है कितने लोग लटके होते होंगे इसकी चुचियो से उपर से कोई सिम्पल भाई की लौरे खा रही होती तो हमदोनो को साथ मे नही चढाती पचासो नौटकी होता पर ये बहनचोद तो एक बार मे ही तीन तीन लौरे खा रही है जैसे कोई फर्क ही नही इसे। साली भाई के साथ साथ भाई के दोस्तो का भी खाती होगी। मै तो पहले ही देख कर समझ गया था की बहनचोद धंधा करती है शायद। शाली की बुर भी अच्छी खासी फैली है। [/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]दीदी अरे क्या अशोक चचा आप तो एकदम जासूस बन गये है पुरा सराब के नशा मे मस्ती हो ही जाती है [/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]विजय दीदी की दोनो टांगों को फैला कर लंड दीदी की बुर मे घुसाते हुए और दोनो हांथो से दीदी की चुचियो को पकर कर बोले अरे छोर ना भाई वो सब अभी पहले हमलोग मिल कर ज्योती की चुदाई कर और आगे भी चुदाई करेंगे इसकी अब कहाँ जायेगी हमे छोर कर [/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]दीदी अपनी मुह घुमा कर विजय चचा के मुह मे अपनी मुह डाल दी और फिर बोली नही अब मैं आपलोगो को क्यों छोर दूँगी कितना मस्त मजा आ रहा है आपलोगो के साथ  आह ह ह ह[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]और उनके लंड पर कुदने लगी[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]अब अशोक चचा उठे और बेड पर खरे होकर अपना लंड दीदी के मुह में देने लगे[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]दीदी गप्पाक से उनका लंड मुह मे ले कर अंदर बाहर करने लगी[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]और इधर विजय चचा दीदी की बुर मे अपना माल छोर दिये और थोरा हल्का हुए[/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]अब दीदी दम लगा कर अशोक चचा के लंड को चुसे जा रही एक मिनट मे वो भी अपना माल दीदी के मुह मे ही छोर दिये और दीदी उनका लंड अच्छे से चूस के साफ की फिर तुरन्त विजय चचा के लंड को अपनी मुह मे लेकर साफ की। दोनो ये सीन देख कर दंग रह गय । चूसने के बाद दीदी बोली असली मजा तो चूत के माल के साथ लंड का माल चाटने मे आता है। [/font]
विजय अरे यार सच मे तुम बहुत मस्त हो आजतक् हमलोगो ने जितनी भी लरकियों को चोदा है वो सिर्फ बेमन से चुदाई करवाती थी पर तुम तो पुरा मन खुश कर दी ज्योती मैं भी तुम्हारी बुर पे किस करूँगा। और वो दीदी को उठा कर बेड पर लिटा कर दीदी की बुर पर किस किये। दीदी भी तुरन्त अपनी दोनो टांगों को क्रॉस बना कर उनके सर को अपनी बुर मे सटा दी। 
और विजय चचा दीदी की गांड को फैलाते हुए चाटना शुरू कर दिये। इधर अशोक चचा ने ये देखा तो दीदी की चुचियो को लेट कर ही फिर से चूसना शुरू कर दिये मैं पीछे क्यों रहता एक साइड से मै भी चूसना लगा चुचियो को और एक हाँथ से दीदी की बुर टटोलने लगा और अशोक चचा अपना एक हाँथ दीदी के मुह पर फिराने लगे दीदी भी पूरी मस्ती मे आह् हह ह ऊ श श श करे जा रही थी हम्म और जोर से ऐसे 
नीचे से विजय चचा भी पूरी जोश मे दीदी की बुर गाँड चाट रहे थे दीदी भी पुरा शरीर ढीला कर के मजा दे रही थी। और फिर वो डिस्चार्ज हुई तो विजय चचा का मुह पुरा कैसिना पानी से भर गया और दीदी आह
आह
आह करते थोरा ढीला पर गयी पर हमलोगो को चुचियो को चुसवाने मे कोई तकलीफ नही दी और अपनी दोनो हाँथ हमदोनो पर फिराते रही। 
फिर विजय चचा हमलोगो को बोले की अब
 
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]फिर विजय चचा हमलोगो को बोले की अब तो आज तो ज्योती मौज करा दी पुरा यार इतनी मस्त है अभी भी तुम की मन ही नही कर रहा तुमको छोरने का। [/font]

[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]ज्योती विजय चचा आप भी मस्त कर दिये हमको आज बहुत मजा आया आपके साथ मुझे भी करने मे मुझे मालूम होता की आप लोग इतना मुझे चाहते है तो मैं पहले ही आप लोगो से चुद जाती। पर अब आज तो छोर ही दीजिये मुझे बहुत देर से निकली हु घर से हम दोनो और आज ट्रिटमेंट भी होगा नही अशोक चचा क्या बोलते है आप? [/font]
[font=tahoma, arial, helvetica, sans-serif]अशोक अरे ज्योती अब आज तो पॉसिबल नही है टाइम तो लगेगा ही और तुम लोग समय निकाल कर आओगे तो ही होगा कम से कम एक दिन पुरा। । क्योंकि ब्लडिंग होता है इसमे बहुत तो थोरा समय देना होगा तुम लोगो को। [/font]ऐशे अभी जल्दी क्या है एक राउंड और कर लेते है चुदाई। अभी तो बोतल भी पूरी ख़तम नही हुई है। 
दीदी अरे चचा बोतल तो फिर आ जायेगी इसमे क्या है पर आज तो रहने दो ना सुबह से ने निकले हुए है 
विजय अरे ज्योती अभी टाइम ही क्या हुआ है एक राउंड और लगा लेने दो मजे से फिर जाना ना घर ऐसे भी भाई तो तुम्हारे साथ ही है ना। संभाल लेगा ही
दीदी अरे नही चाचा पापा मम्मी घर पहुँच गये तो प्रॉब्लम हो जायेगी क्यों रानु सुबह से हम लोग घर से बाहर है और अब देर भी बहुत हो रही है घर पहुचने मे भी समय लग जायेगा ही। 

उतने मे अशोक चाचा दीदी की चूची को मसलते हुए बोले देख ज्योती आज थोरा मन से चोदने दे कल फिर सुबह आ जा सुबह ही तेरी सफाई कर देता हु चार बजे तक फिर घर चली जाना ऐसे भी आज तो मूड पुरा बना हुआ है आज तो तुम्हारा रेप करने का सोच रहा हू  उफ़्फ़् ज्योती

दीदी अरे आह्ह्ह्ह ऊम्म्मि प्यार से प्यार से मै की भागे थोरी जा रही हू
 
हैलो दोस्तो कैसे हो आप लोग लगता है की मेरी ज्योती दीदी को बिल्कुल भूल गए हो आप सब ?
 
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