hotaks444
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बबलू मुस्कराता हुआ बाहर निकल गया शोभा के दिल ने ज़ोर-2 से धड़कना शुरू कर दिया उसे समझ नही आ रहा था कि वो अब क्या करे वो कैसे रेणु का सामना कर पाएगी
बबलू वापिस अपने रूम में आ चुका था और वो बेड के पास आ गया और बेड पर बैठ गया रेणु अब भी सो रही थी बबलू ने अपना एक हाथ रेणु के चुचि पर रख दिया और उसे धीरे-2 मसलने लगा रेणु के नींद टूट गयी बबलू को अपने ऊपर झुकी हुए देख रेणु मुस्कराने लगी
रेणु:क्या बार है नींद नही आ रही
बबलू ने झुक कर रेणु के होंठो को अपने होंठो में ले लिया बदले में रेणु ने भी अपने होंठो को खोल लिया और अपनी बाहों को बबलू की पीठ पर कस लिया बबलू ने अपने होंठ हटाए और अपना एक हाथ को रेणु की टाँगों से नीचे ले जाकर रेणु को अपनी गोद में उठा कर खड़ा हो गया
रेणु:मुस्कुराते हुए) इस वक़्त उठा कर कहाँ ले जा रहे हो
बबलू: अपनी सास के कमरे में
रेणु;क्या नीचे उतारो मुझे प्लीज़ छोड़ो
बबलू: पर तुम ने ही तो कहा था और ये मेरा सर्प्राइज़ है तुम्हारे लिए
रेणु:प्लीज़ में इस हालत में माँ के सामने नही जा सकती मुझे नीचे उतारो
बबलू रेणु के बात को अनसुना करते हुए रेणु को उठाए हुए कमरे से बाहर आ गया और शोभा के रूम के तरफ बढ़ने लगा
रेणु;प्लीज़ जानुउऊ मान जाओ नाआ में तो मररर्ररर हीईई जाउन्गी
कुछ ही पलों में बबलू रेणु को उठाए हुए शोभा के रूम के बाहर खड़ा था अंदर शोभा की हालत भी रेणु जैसे ही थी वो बेड पर बिना किसी कपड़ों के लेटी हुई थी बाहर आहट सुन कर शोभा के दिल ने धड़कना बंद कर दिया और शोभा की साँसें थाम गये शोभा जल्दी से बेड पर करवट के बल लेट गयी और अपना फेस नीचे की ओर करके बेड शीट से सटा लिया डोर खुलने की आवाज़ से शोभा का दिल मानो जैसे थम गया हो रेणु ने अपने चहरे को बबलू की चेस्ट में छुपा लिया था बबलू रेणु को उठाए हुए अंदर आ गया और रेणु को बेड पर शोभा के बगल में लेटा दिया रेणु अपनी आँखें बंद की हुई थी बबलू बेड पर चढ़ कर रेणु के ऊपर लेट गया और उसके होंठो को चूसने लगा रेणु अपने हाथों से अपनी चुचियों को छुपाई हुई थी शोभा की पीठ उन दोनो की तरफ थी बबलू ने एक हाथ आगे बढ़ा कर शोभा की गान्ड पर रख दिया शोभा का पूरा बदन हिल गया
बबलू धीरे -2 अपनी उंगलियों को शोभा की गान्ड के दरार में रगड़ने लगा शोभा ने अपनी गान्ड को सिकोड लिया पर बबलू अपनी एक उंगली से शोभा की गान्ड के छेद को कुरेदने लगा रेणु के हाथों को उसकी चुचियों से हटा कर उसकी एक चुचि को मूँह में लेकर चूसने लगा रेणु ने अपने आप पर काबू रखने की पूरी कोशिश की पर उसके मूँह से अहह निकल ही गयी
उधर अपनी बेटी की मस्ती भरी आवाज़ सुन कर शोभा की चूत भी खुजलाने लगी बबलू ज़ोर से रेणु के एक निपल को चूस रहा था और हाथ से शोभा की गान्ड के छेद को रगड़ रहा था रेणु ने हिम्मत जुटा कर अपनी आँखें खोली और शोभा की तरफ देखा शोभा की नंगी पीठ और गान्ड देख रेणु पूरी तरह से हिल गयी रेणु ने देखा बबलू अपने हाथ से उसकी माँ की गान्ड की दरार में सहला रहा है रेणु ये सब एक टक देखे जा रही थी बबलू उठ कर घुटनों को बल बैठ गया और रेणु को भी खींच कर बैठा दिया फिर बबलू ने शोभा को कमर में हाथ डाल कर सीधा करने लगा पर शोभा अपनी पूरी ताक़त से सीधा होने से बचने की कोशिश कर रही थी पर आख़िर कार बबलू ने उसे सीधा कर ही दिया शोभा ने अपने हाथों से अपनी चुचियों को ढक लिया रेणु आँखें फाडे अपनी माँ के भरे पूरे बदन को देख रही थी उसकी बड़ी-2 चुचियों से रेणु की आँखें हट नही रही थी जबकि शोभा ने अपनी आँखें बंद कर रखी थी बबलू शोभा की जाँघो को फैला कर बीच में बैठ गया और रेणु को अपनी तरफ खींचते हुए बोला
बबलू;आज में तुम्हें वो छेद दिखाता हूँ यहाँ से तुम इस जहाँ में आई थी बबलू ने शोभा की जाँघो को घुटनों से मोड़ कर ऊपर की ओर उठा दिया जिससे शोभा की चूत रेणु और बबलू की आँखों के सामने आ गयी
शोभा:नहियीईईईईई बबलू
और शोभा ने अपने हाथो एक हाथ को अपनी चुचियों से हटा कर अपनी चूत के ऊपर रख लिया बबलू ने शोभा के हाथ को पकड़ कर झटक दिया
बबलू:आररीए सासू जी अगर आप ही ऐसे शरमाएँगी तो कैसे चलेगा आज नही तो कल ये होना ही है
बबलू रेणु के हाथ को पकड़ शोभा की चूत की तरफ बढ़ाने लगा
रेणु: घुटि हुई आवाज़ में)नही बब्लुउउुउउ
पर बबलू कहाँ मानने वाला था बबलू ने रेणु के हाथ को शोभा की चूत के छेद पर रख दिया शोभा ने अपनी आँखें बंद कर ली बबलू अपने हाथ से रेणु के हाथ को पकड़ कर शोभा की चूत को मसलने लगा शोभा अपनी आवाज़ और सिसकारियों को दबाने के पूरी कोशिश कर रही थी रेणु बबलू के बिल्कुल बगल में बैठी हुई थी
बबलू:अगर तुम दोनो मुझे प्यार करती हो तो जो में कहता हूँ बस मानती जाओ रेणु अपने दोनो हाथ से शोभा की चूत की फांकों को फैला दो मेरा लंड शोभा की चूत में जाने के लिए मचल रहा है
रेणु बबलू की ओर हैरानी से देखने लगी बबलू शोभा को उसके नाम से ऐसे बुला रहा था जैसे वो उसकी ही पत्नी हो रेणु वैसे ही बिना हिले घुटनो के बल बैठी रही बबलू ने अपना एक हाथ रेणु के पीछे ले जाकर रेणु के नरम चुतड़ों पर रख दिया और धीरे-2 सहलाने लगा रेणु की गान्ड उसकी पिंडलयों से सटी हुई थी बबलू ने गान्ड के नीचे हाथ बढ़ाना शुरू कर दिया रेणु ने अपने चुतड़ों को थोड़ा सा ऊपर उठा लिया जिसका फ़ायदा उठाते बबलू ने अपने हाथ को आगे लेजा कर रेणु की चूत में अपनी एक उंगली को घुस दिया और अंदर बाहर करने लगा रेणु भी गरम होने लगी रेणु ने आगे झुक कर अपने हाथों से शोभा की चूत की फांकों को फैला दिया रेणु अपनी साँसें थामे शोभा की चूत को देख रही थी जो उसे अपनी चूत से बिल्कुल अलग नज़र आ रही थी
शोभा की चूत की फाँकें ज़्यादा बड़ी और लटकी हुई थी उसकी चूत का छेद रेणु की चूत के छेद से काफ़ी खुला हुआ था बबलू ने अपने लंड के सुपाडे पर थूक लगा कर अपने लंड के सुपाडे को शोभा की चूत के छेद के पास टिका दिया शोभा ने अपने दोनो हाथों से अपनी चुचियों को ढक रखा था बबलू ने अपनी कमर को पूरी ताक़त से आगे की तरफ धक्केल दिया लंड चूत की फांकों को फैलाता हुआ अंदर घुस गया शोभा के मूँह से घुटि हुई अह्ह्ह्ह्ह्ह निकल गइई बबलू ने आगे झुक कर शोभा के हाथों को उसकी चुचियों से हटा दिया और शोभा की जाँघो को पकड़ कर धना धन शॉट लगाने लगा और अपने एक हाथ से रेणु की चूत में उंगली को अंदर बाहर करने लगा बबलू ने एक ज़ोर का झटका मारा लंड ठप की आवाज़ के साथ शोभा की चूत में जड तक घुस गया रेणु अपने आँखें फाडे देख रही थी बबलू ने एका एक रेणु को आगे करके शोभा के ऊपर झुका दिया और रेणु की एक टाँग उठा कर शोभा के ऊपर से दूसरी तरफ रख दी अब रेणु शोभा के ऊपर डॉगी स्टाइल में आ गयी थी नीचे शोभा लेटी हुई थी रेणु उसके ऊपर दोनो तरफ पैर करके घुटनों के बल झुकी हुई थी
रेणु:नहियीईईईईईईई ईईई क्या कार्ररर रही हो
बबलू ने बिना कुछ बोले शोभा की चूत से लंड निकाल लिया और थोड़ा सा ऊपर होकर रेणु की चूत पर अपने लंड के सुपाडे रगड़ने लगा शोभा अपनी आँखे बंद किए हुए थी उसे ये तो पता था कि रेणु अब उसके ऊपर है पर उसे पता नही था कि बबलू क्या कर रहा है रेणु अपनी चूत पर बबलू के लंड रगड़ने से गरम होने लगी थी
रेणु;अहह बब्लुउउुुुुुुुउउ क्या कर रहीईई हूऊऊ ओह मररर्र्ररर गीईईईई
बबलू ने एक ही झटके में रेणु की चूत में अपना पूरा का पूरा लंड पेल दिया था और रेणु की कमर पकड़ कर अपने लंड को अंदर बाहर करके चोदे जा रहा था शोभा ने अपनी आँखों को थोड़ा सा खोला और देखा रेणु उसपर झुकी हुई थी उसकी 36 साइज़ की चुचियाँ आगे पीछे उसके चहरे के ऊपर 1 इंच के दूरी पर हिल रही थी नीचे बबलू की जांघे रेणु के चुतड़ों पर चोट कर रही थी शोभा अपनी बेटी को ऐसी हालत में देख कर गरम होने लगी थी उसने अपनी जिंदगी में कल्पना भी नही की थी वो ऐसे भी अपनी बेटी को इतने करीब से चुदते हुए देखे गी बबलू ने अपने दोनो हाथों को रेणु के कंधों पर रख कर रेणु को शोभा के ऊपर झुकाने लगा रेणु अपनी चूत को अपनी जांघे खोल कर चुदवा रही थी रेणु की चुचियाँ शोभा की चुचियों पर रगड़ खाने लगी रेणु के तने हुए निपल्स शोभा के निपल्स से बार-2 रगड़ खा रहे थे कुछ ही पलों में रेणु की चुचियाँ शोभा की बड़ी-2 चुचियों में धँस गयी रेणु भी गरम हो चुकी थी
बबलू: देखो शोभा तुम्हारी बेटी कैसे तुम्हारी चुचियों से चिपकी हुई है इसे अपनी बाहों में भर कर प्यार करो
शोभा बिना कुछ बोले अपने आँखें बंद किए लेटी रही बबलू अपनी पूरी ताक़त से रेणु की चूत में लंड पेल कर चोदने लगा
रेणु अहह ओह सीईईईईईईईईईईई करने लगी बबलू ने अपना एक हाथ नीचे लेजा कर शोभा की चूत के भगनासे (क्लिट ) को अपनी उंगलियों से मसलना चालू कर दिया शोभा के बदन में मानो जैसे करेंट दौड़ गया हो
शोभा:ओाहह उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह नहियीईईईईईई मात्त्ततत्त कारूव
बबलू:चुप साली अब क्यों नखरे कर रही है चल अब अपनी बेटी को अपनी बाहों में लेकर उसकी चुचियों को चूसना चालू कर अब शोभा भी पूरी गरम हो चुकी थी ना चाहते हुए भी उसने रेणु को अपनी बाहों में भर लिए बबलू ने रेणु की चूत से लंड निकाला रेणु की चूत के पानी की कुछ बूंदे शोभा की चूत के ऊपर गिरने लगी बबलू ने अब नीचे होकर अपने लंड को शोभा की चूत पर टिका दिया और उसकी टाँगों को घुटनो से पकड़ कर अपनी कमर को आगे की तरफ धक्का दिया लंड शोभा की चूत के अंदर चला गया
शोभा;हइईईई मररर्र्ररर गइईईईई धीरीईई
बबलू धना धन शॉट लगा कर शोभा की चूत को चोदने लगा शोभा मस्ती से भर चुकी थी बबलू ने एक हाथ की एक उंगली को रेणु की चूत में घुसा दिया और अंदर बाहर करने लगा रेणु भी अपनी माँ के साथ चिपकी हुई थी दोनो की साँसें एक दम तेज से चल रही थी बबलू ने रेणु के कंधों को पकड़ कर सीधा किया और उसके कान में बोला
बबलू: अपनी माँ के चुचियों को चूसो
और रेणु फिर से बेजान बुत की तरह शोभा पर झुक गयी और शोभा की चुचि को मूँह में ले लिया शोभा की चूत का ज्वाला मुखी अब फटने को तैयार था शोभा अपनी कमर उचका उचका कर अपनी चूत को बबलू के लंड पर मारने लगी थप-2 की आवाज़ पूरे रूम में गूंजने लगी और शोभा का बदन झटके खाने लगा और उसकी चूत ना पानी छोड़ दिया शोभा का बदन ढीला पड़ गया बबलू ने शोभा की चूत से लंड निकाल कर रेणु की चूत के छेद पर टिका दिया और रेणु की गान्ड को पकड़ कर पीछे की ओर खींचने लगा लंड चूत के दीवारों से रगड़ ख़ाता हुआ अंदर घुस गया बबलू रेणु की गान्ड को पकड़ कर आगे पीछे करने लगा और कुछ देर बाद उसने रेणु की गान्ड से अपने हाथ को हटा लिया रेणु ने आगे से झुक पीछे अपनी गान्ड को ऊपर उठा लिया जिससे उसकी चूत ऊपर की तरफ हो गयी और वो अपनी गान्ड पीछे धक्केल धक्केल कर बबलू का लंड अपनी चूत में अंदर बाहर लेकर चुदवाने लगी बबलू ने उसके चुतड़ों पर एक थप्पड़ जड दिया
रेणु:अहह दर्द्द्दद्ड होता हाईईईई
बबलू;और तेज कर मेरी रनीईईईइ रेणु ने भी पुर जोश में आकर अपनी गान्ड को पीछे की तरफ धकेलना चालू कर दिया लंड तेज़ी से चूत के अंदर बाहर होने लगा
रेणु;अहह ओह सीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई मेईईईईन्न्नननननननणणन् ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
और रेणु की चूत ने भी पानी उगलना चालू कर दिया और वो शोभा की चुचियों पर गिर पड़ी बबलू ने रेणु की कमर को अपने हाथों से पकड़ लिया और ताबडतोड़ धक्के लगाने चालू कर दिए बबलू जैसे ही झड़ने के करीब आया बबलू ने रेणु की चूत से लंड को बाहर निकाल लिया और अपने हाथ से दो तीन बार हिलाया बबलू के लंड से वीर्य की धार निकलने लगी और सीधा रेणु की चूत के ऊपर जाकर गिरने लगी एक के बाद एक बबलू के लंड से चार बार रुक रुक कर पिचकरी छूटी और रेणु की चूत को भीगो दिया रेणु की चूत से वीर्य बह कर शोभा की चूत पर गिरने लगा दोनो की चूत बबलू के काम रस से भीग चुकी थी दोनो को अपनी चूत पर बबलू के गरम वीर्य का अहस्सास हो रहा था जो रेणु और शोभा को बहुत अच्छा लग रहा था बबलू बेड से उतर कर खड़ा हो गया
बबलू:में सोने जा रहा हूँ रूम में आ जाना
और बबलू बाहर आकर रेणु के रूम जो अब दोनो का था में आ गया और बेड पर लेट गया रेणु बेड से उठ कर खड़ी हुई और शोभा की तरफ देखने लगी शोभा बेड पर लेटी गहरी साँसें ले रही थी उसकी आँखें अभी भी बंद थी शोभा की जांघे फैली हुई थी उसकी चूत की फाँकें अभी भी खुल हुई थी जिसपर बबलू का वीर्य भरा हुआ था रेणु ने अपनी जाँघो को फैला कर अपना एक हाथ नीचे लेजा कर अपनी चूत पे लगा कर देखा उसकी चूत पर भी बबलू का काम रस लगा हुआ था रेणु ने पास पड़े एक कपड़े से अपनी जाँघो को फैला कर अपनी चूत और जाँघो को साफ किया और रूम से बाहर आ गयी रेणु आज पहली बार इसतरह अपने घर में बिना कपड़ों के घूम रही थी ना चाहते हुए भी उसे ये अब बहुत अच्छा लग रहा था रेणु अपने रूम में आ गयी और उसने डोर लॉक कर दिया और बेड पर आकर लेट गये बबलू ने उसे अपनी तरफ खींच कर बाहों में भर लिया
बबलू; तो कैसा लगा मेरा सरप्राइज
रेणु:आप बहुत गंदे हो पता है मुझे कितनी शरम आ रही थी
बबलू: चल अब ये शरम छोड़ और सो जा में बहुत थक गया हूँ
रेणु बबलू की बाहों में नींद के आगोश में समा गयी
बबलू वापिस अपने रूम में आ चुका था और वो बेड के पास आ गया और बेड पर बैठ गया रेणु अब भी सो रही थी बबलू ने अपना एक हाथ रेणु के चुचि पर रख दिया और उसे धीरे-2 मसलने लगा रेणु के नींद टूट गयी बबलू को अपने ऊपर झुकी हुए देख रेणु मुस्कराने लगी
रेणु:क्या बार है नींद नही आ रही
बबलू ने झुक कर रेणु के होंठो को अपने होंठो में ले लिया बदले में रेणु ने भी अपने होंठो को खोल लिया और अपनी बाहों को बबलू की पीठ पर कस लिया बबलू ने अपने होंठ हटाए और अपना एक हाथ को रेणु की टाँगों से नीचे ले जाकर रेणु को अपनी गोद में उठा कर खड़ा हो गया
रेणु:मुस्कुराते हुए) इस वक़्त उठा कर कहाँ ले जा रहे हो
बबलू: अपनी सास के कमरे में
रेणु;क्या नीचे उतारो मुझे प्लीज़ छोड़ो
बबलू: पर तुम ने ही तो कहा था और ये मेरा सर्प्राइज़ है तुम्हारे लिए
रेणु:प्लीज़ में इस हालत में माँ के सामने नही जा सकती मुझे नीचे उतारो
बबलू रेणु के बात को अनसुना करते हुए रेणु को उठाए हुए कमरे से बाहर आ गया और शोभा के रूम के तरफ बढ़ने लगा
रेणु;प्लीज़ जानुउऊ मान जाओ नाआ में तो मररर्ररर हीईई जाउन्गी
कुछ ही पलों में बबलू रेणु को उठाए हुए शोभा के रूम के बाहर खड़ा था अंदर शोभा की हालत भी रेणु जैसे ही थी वो बेड पर बिना किसी कपड़ों के लेटी हुई थी बाहर आहट सुन कर शोभा के दिल ने धड़कना बंद कर दिया और शोभा की साँसें थाम गये शोभा जल्दी से बेड पर करवट के बल लेट गयी और अपना फेस नीचे की ओर करके बेड शीट से सटा लिया डोर खुलने की आवाज़ से शोभा का दिल मानो जैसे थम गया हो रेणु ने अपने चहरे को बबलू की चेस्ट में छुपा लिया था बबलू रेणु को उठाए हुए अंदर आ गया और रेणु को बेड पर शोभा के बगल में लेटा दिया रेणु अपनी आँखें बंद की हुई थी बबलू बेड पर चढ़ कर रेणु के ऊपर लेट गया और उसके होंठो को चूसने लगा रेणु अपने हाथों से अपनी चुचियों को छुपाई हुई थी शोभा की पीठ उन दोनो की तरफ थी बबलू ने एक हाथ आगे बढ़ा कर शोभा की गान्ड पर रख दिया शोभा का पूरा बदन हिल गया
बबलू धीरे -2 अपनी उंगलियों को शोभा की गान्ड के दरार में रगड़ने लगा शोभा ने अपनी गान्ड को सिकोड लिया पर बबलू अपनी एक उंगली से शोभा की गान्ड के छेद को कुरेदने लगा रेणु के हाथों को उसकी चुचियों से हटा कर उसकी एक चुचि को मूँह में लेकर चूसने लगा रेणु ने अपने आप पर काबू रखने की पूरी कोशिश की पर उसके मूँह से अहह निकल ही गयी
उधर अपनी बेटी की मस्ती भरी आवाज़ सुन कर शोभा की चूत भी खुजलाने लगी बबलू ज़ोर से रेणु के एक निपल को चूस रहा था और हाथ से शोभा की गान्ड के छेद को रगड़ रहा था रेणु ने हिम्मत जुटा कर अपनी आँखें खोली और शोभा की तरफ देखा शोभा की नंगी पीठ और गान्ड देख रेणु पूरी तरह से हिल गयी रेणु ने देखा बबलू अपने हाथ से उसकी माँ की गान्ड की दरार में सहला रहा है रेणु ये सब एक टक देखे जा रही थी बबलू उठ कर घुटनों को बल बैठ गया और रेणु को भी खींच कर बैठा दिया फिर बबलू ने शोभा को कमर में हाथ डाल कर सीधा करने लगा पर शोभा अपनी पूरी ताक़त से सीधा होने से बचने की कोशिश कर रही थी पर आख़िर कार बबलू ने उसे सीधा कर ही दिया शोभा ने अपने हाथों से अपनी चुचियों को ढक लिया रेणु आँखें फाडे अपनी माँ के भरे पूरे बदन को देख रही थी उसकी बड़ी-2 चुचियों से रेणु की आँखें हट नही रही थी जबकि शोभा ने अपनी आँखें बंद कर रखी थी बबलू शोभा की जाँघो को फैला कर बीच में बैठ गया और रेणु को अपनी तरफ खींचते हुए बोला
बबलू;आज में तुम्हें वो छेद दिखाता हूँ यहाँ से तुम इस जहाँ में आई थी बबलू ने शोभा की जाँघो को घुटनों से मोड़ कर ऊपर की ओर उठा दिया जिससे शोभा की चूत रेणु और बबलू की आँखों के सामने आ गयी
शोभा:नहियीईईईईई बबलू
और शोभा ने अपने हाथो एक हाथ को अपनी चुचियों से हटा कर अपनी चूत के ऊपर रख लिया बबलू ने शोभा के हाथ को पकड़ कर झटक दिया
बबलू:आररीए सासू जी अगर आप ही ऐसे शरमाएँगी तो कैसे चलेगा आज नही तो कल ये होना ही है
बबलू रेणु के हाथ को पकड़ शोभा की चूत की तरफ बढ़ाने लगा
रेणु: घुटि हुई आवाज़ में)नही बब्लुउउुउउ
पर बबलू कहाँ मानने वाला था बबलू ने रेणु के हाथ को शोभा की चूत के छेद पर रख दिया शोभा ने अपनी आँखें बंद कर ली बबलू अपने हाथ से रेणु के हाथ को पकड़ कर शोभा की चूत को मसलने लगा शोभा अपनी आवाज़ और सिसकारियों को दबाने के पूरी कोशिश कर रही थी रेणु बबलू के बिल्कुल बगल में बैठी हुई थी
बबलू:अगर तुम दोनो मुझे प्यार करती हो तो जो में कहता हूँ बस मानती जाओ रेणु अपने दोनो हाथ से शोभा की चूत की फांकों को फैला दो मेरा लंड शोभा की चूत में जाने के लिए मचल रहा है
रेणु बबलू की ओर हैरानी से देखने लगी बबलू शोभा को उसके नाम से ऐसे बुला रहा था जैसे वो उसकी ही पत्नी हो रेणु वैसे ही बिना हिले घुटनो के बल बैठी रही बबलू ने अपना एक हाथ रेणु के पीछे ले जाकर रेणु के नरम चुतड़ों पर रख दिया और धीरे-2 सहलाने लगा रेणु की गान्ड उसकी पिंडलयों से सटी हुई थी बबलू ने गान्ड के नीचे हाथ बढ़ाना शुरू कर दिया रेणु ने अपने चुतड़ों को थोड़ा सा ऊपर उठा लिया जिसका फ़ायदा उठाते बबलू ने अपने हाथ को आगे लेजा कर रेणु की चूत में अपनी एक उंगली को घुस दिया और अंदर बाहर करने लगा रेणु भी गरम होने लगी रेणु ने आगे झुक कर अपने हाथों से शोभा की चूत की फांकों को फैला दिया रेणु अपनी साँसें थामे शोभा की चूत को देख रही थी जो उसे अपनी चूत से बिल्कुल अलग नज़र आ रही थी
शोभा की चूत की फाँकें ज़्यादा बड़ी और लटकी हुई थी उसकी चूत का छेद रेणु की चूत के छेद से काफ़ी खुला हुआ था बबलू ने अपने लंड के सुपाडे पर थूक लगा कर अपने लंड के सुपाडे को शोभा की चूत के छेद के पास टिका दिया शोभा ने अपने दोनो हाथों से अपनी चुचियों को ढक रखा था बबलू ने अपनी कमर को पूरी ताक़त से आगे की तरफ धक्केल दिया लंड चूत की फांकों को फैलाता हुआ अंदर घुस गया शोभा के मूँह से घुटि हुई अह्ह्ह्ह्ह्ह निकल गइई बबलू ने आगे झुक कर शोभा के हाथों को उसकी चुचियों से हटा दिया और शोभा की जाँघो को पकड़ कर धना धन शॉट लगाने लगा और अपने एक हाथ से रेणु की चूत में उंगली को अंदर बाहर करने लगा बबलू ने एक ज़ोर का झटका मारा लंड ठप की आवाज़ के साथ शोभा की चूत में जड तक घुस गया रेणु अपने आँखें फाडे देख रही थी बबलू ने एका एक रेणु को आगे करके शोभा के ऊपर झुका दिया और रेणु की एक टाँग उठा कर शोभा के ऊपर से दूसरी तरफ रख दी अब रेणु शोभा के ऊपर डॉगी स्टाइल में आ गयी थी नीचे शोभा लेटी हुई थी रेणु उसके ऊपर दोनो तरफ पैर करके घुटनों के बल झुकी हुई थी
रेणु:नहियीईईईईईईई ईईई क्या कार्ररर रही हो
बबलू ने बिना कुछ बोले शोभा की चूत से लंड निकाल लिया और थोड़ा सा ऊपर होकर रेणु की चूत पर अपने लंड के सुपाडे रगड़ने लगा शोभा अपनी आँखे बंद किए हुए थी उसे ये तो पता था कि रेणु अब उसके ऊपर है पर उसे पता नही था कि बबलू क्या कर रहा है रेणु अपनी चूत पर बबलू के लंड रगड़ने से गरम होने लगी थी
रेणु;अहह बब्लुउउुुुुुुुउउ क्या कर रहीईई हूऊऊ ओह मररर्र्ररर गीईईईई
बबलू ने एक ही झटके में रेणु की चूत में अपना पूरा का पूरा लंड पेल दिया था और रेणु की कमर पकड़ कर अपने लंड को अंदर बाहर करके चोदे जा रहा था शोभा ने अपनी आँखों को थोड़ा सा खोला और देखा रेणु उसपर झुकी हुई थी उसकी 36 साइज़ की चुचियाँ आगे पीछे उसके चहरे के ऊपर 1 इंच के दूरी पर हिल रही थी नीचे बबलू की जांघे रेणु के चुतड़ों पर चोट कर रही थी शोभा अपनी बेटी को ऐसी हालत में देख कर गरम होने लगी थी उसने अपनी जिंदगी में कल्पना भी नही की थी वो ऐसे भी अपनी बेटी को इतने करीब से चुदते हुए देखे गी बबलू ने अपने दोनो हाथों को रेणु के कंधों पर रख कर रेणु को शोभा के ऊपर झुकाने लगा रेणु अपनी चूत को अपनी जांघे खोल कर चुदवा रही थी रेणु की चुचियाँ शोभा की चुचियों पर रगड़ खाने लगी रेणु के तने हुए निपल्स शोभा के निपल्स से बार-2 रगड़ खा रहे थे कुछ ही पलों में रेणु की चुचियाँ शोभा की बड़ी-2 चुचियों में धँस गयी रेणु भी गरम हो चुकी थी
बबलू: देखो शोभा तुम्हारी बेटी कैसे तुम्हारी चुचियों से चिपकी हुई है इसे अपनी बाहों में भर कर प्यार करो
शोभा बिना कुछ बोले अपने आँखें बंद किए लेटी रही बबलू अपनी पूरी ताक़त से रेणु की चूत में लंड पेल कर चोदने लगा
रेणु अहह ओह सीईईईईईईईईईईई करने लगी बबलू ने अपना एक हाथ नीचे लेजा कर शोभा की चूत के भगनासे (क्लिट ) को अपनी उंगलियों से मसलना चालू कर दिया शोभा के बदन में मानो जैसे करेंट दौड़ गया हो
शोभा:ओाहह उम्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह नहियीईईईईईई मात्त्ततत्त कारूव
बबलू:चुप साली अब क्यों नखरे कर रही है चल अब अपनी बेटी को अपनी बाहों में लेकर उसकी चुचियों को चूसना चालू कर अब शोभा भी पूरी गरम हो चुकी थी ना चाहते हुए भी उसने रेणु को अपनी बाहों में भर लिए बबलू ने रेणु की चूत से लंड निकाला रेणु की चूत के पानी की कुछ बूंदे शोभा की चूत के ऊपर गिरने लगी बबलू ने अब नीचे होकर अपने लंड को शोभा की चूत पर टिका दिया और उसकी टाँगों को घुटनो से पकड़ कर अपनी कमर को आगे की तरफ धक्का दिया लंड शोभा की चूत के अंदर चला गया
शोभा;हइईईई मररर्र्ररर गइईईईई धीरीईई
बबलू धना धन शॉट लगा कर शोभा की चूत को चोदने लगा शोभा मस्ती से भर चुकी थी बबलू ने एक हाथ की एक उंगली को रेणु की चूत में घुसा दिया और अंदर बाहर करने लगा रेणु भी अपनी माँ के साथ चिपकी हुई थी दोनो की साँसें एक दम तेज से चल रही थी बबलू ने रेणु के कंधों को पकड़ कर सीधा किया और उसके कान में बोला
बबलू: अपनी माँ के चुचियों को चूसो
और रेणु फिर से बेजान बुत की तरह शोभा पर झुक गयी और शोभा की चुचि को मूँह में ले लिया शोभा की चूत का ज्वाला मुखी अब फटने को तैयार था शोभा अपनी कमर उचका उचका कर अपनी चूत को बबलू के लंड पर मारने लगी थप-2 की आवाज़ पूरे रूम में गूंजने लगी और शोभा का बदन झटके खाने लगा और उसकी चूत ना पानी छोड़ दिया शोभा का बदन ढीला पड़ गया बबलू ने शोभा की चूत से लंड निकाल कर रेणु की चूत के छेद पर टिका दिया और रेणु की गान्ड को पकड़ कर पीछे की ओर खींचने लगा लंड चूत के दीवारों से रगड़ ख़ाता हुआ अंदर घुस गया बबलू रेणु की गान्ड को पकड़ कर आगे पीछे करने लगा और कुछ देर बाद उसने रेणु की गान्ड से अपने हाथ को हटा लिया रेणु ने आगे से झुक पीछे अपनी गान्ड को ऊपर उठा लिया जिससे उसकी चूत ऊपर की तरफ हो गयी और वो अपनी गान्ड पीछे धक्केल धक्केल कर बबलू का लंड अपनी चूत में अंदर बाहर लेकर चुदवाने लगी बबलू ने उसके चुतड़ों पर एक थप्पड़ जड दिया
रेणु:अहह दर्द्द्दद्ड होता हाईईईई
बबलू;और तेज कर मेरी रनीईईईइ रेणु ने भी पुर जोश में आकर अपनी गान्ड को पीछे की तरफ धकेलना चालू कर दिया लंड तेज़ी से चूत के अंदर बाहर होने लगा
रेणु;अहह ओह सीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई मेईईईईन्न्नननननननणणन् ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
और रेणु की चूत ने भी पानी उगलना चालू कर दिया और वो शोभा की चुचियों पर गिर पड़ी बबलू ने रेणु की कमर को अपने हाथों से पकड़ लिया और ताबडतोड़ धक्के लगाने चालू कर दिए बबलू जैसे ही झड़ने के करीब आया बबलू ने रेणु की चूत से लंड को बाहर निकाल लिया और अपने हाथ से दो तीन बार हिलाया बबलू के लंड से वीर्य की धार निकलने लगी और सीधा रेणु की चूत के ऊपर जाकर गिरने लगी एक के बाद एक बबलू के लंड से चार बार रुक रुक कर पिचकरी छूटी और रेणु की चूत को भीगो दिया रेणु की चूत से वीर्य बह कर शोभा की चूत पर गिरने लगा दोनो की चूत बबलू के काम रस से भीग चुकी थी दोनो को अपनी चूत पर बबलू के गरम वीर्य का अहस्सास हो रहा था जो रेणु और शोभा को बहुत अच्छा लग रहा था बबलू बेड से उतर कर खड़ा हो गया
बबलू:में सोने जा रहा हूँ रूम में आ जाना
और बबलू बाहर आकर रेणु के रूम जो अब दोनो का था में आ गया और बेड पर लेट गया रेणु बेड से उठ कर खड़ी हुई और शोभा की तरफ देखने लगी शोभा बेड पर लेटी गहरी साँसें ले रही थी उसकी आँखें अभी भी बंद थी शोभा की जांघे फैली हुई थी उसकी चूत की फाँकें अभी भी खुल हुई थी जिसपर बबलू का वीर्य भरा हुआ था रेणु ने अपनी जाँघो को फैला कर अपना एक हाथ नीचे लेजा कर अपनी चूत पे लगा कर देखा उसकी चूत पर भी बबलू का काम रस लगा हुआ था रेणु ने पास पड़े एक कपड़े से अपनी जाँघो को फैला कर अपनी चूत और जाँघो को साफ किया और रूम से बाहर आ गयी रेणु आज पहली बार इसतरह अपने घर में बिना कपड़ों के घूम रही थी ना चाहते हुए भी उसे ये अब बहुत अच्छा लग रहा था रेणु अपने रूम में आ गयी और उसने डोर लॉक कर दिया और बेड पर आकर लेट गये बबलू ने उसे अपनी तरफ खींच कर बाहों में भर लिया
बबलू; तो कैसा लगा मेरा सरप्राइज
रेणु:आप बहुत गंदे हो पता है मुझे कितनी शरम आ रही थी
बबलू: चल अब ये शरम छोड़ और सो जा में बहुत थक गया हूँ
रेणु बबलू की बाहों में नींद के आगोश में समा गयी