मेरी शादीशुदा दीदी - SexBaba
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मेरी शादीशुदा दीदी

desiaks

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Aug 28, 2015
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मेरी उम्र अभी 26 साल है और दीदी की 28 साल है वो जब चलती है तो ऐसा लगता है मानो गिलहरी चल रही हो टाइट जीन्स में तो गांड देखते ही बनती है जो भी उन्हे देखता है बस देखता ही रह जाता है में दावे के साथ कह सकता हूँ की जो भी उनकी मस्त गांड के दर्शन कर लेता है उसका तो पेंट में ही छूट जाता है सभी लड़कियाँ उनसे जलती है ऐसा मेरे जीजा जी का कहना है. मेरी married sister sex story पढ़िए..


उनका फिगर 38DD-26-36 है 6 साल पहले लतिका दीदी अपने घर पर आई हुई थी। वो बाहर पढ़ती थी तो छुट्टियों में घर पर आ जाती थी में फटाफट से अपना स्कूल ख़त्म करके मामा के यहाँ पहुँच गया गर्मी बहुत थी तो में बड़ी मुश्किल से पसीने में दीदी के वहाँ पहुँचा जाते ही दीदी ने पंखा चला दिया और मुझे पानी दिया लतिका दीदी पहली बार कॉलेज जाने के बाद घर पर आई थी चेहरे पर अलग ही ग्लो आ गया था बाकी जगह यानी की मुम्मे गांड पर नजर पड़ते ही मुझे एकदम से झटका लगा उनमें थोड़ा-थोड़ा गठीलापन और कसावट आ गयी थी लतिका दीदी ने बिल्कुल ढीली टी-शर्ट पहनी हुई थी वो भी बिना ब्रा के मुझे इसलिये पता है बिना ब्रा के क्योंकि निप्पल साफ साफ एक अलग ही टेंट बना रहे थे.

मेरी नज़र को दीदी ने भाँप लिया और थोड़ा घूरते हुये मुझे देखने लगी में समझ गया की में पकड़ा गया हूँ मैने नज़रे झुका ली और इधर उधर देखने लगा लतिका दीदी मेरे सामने आ कर बैठ गयी और थोड़ी झुकी तो उनकी चूचीयाँ उनकी साँसों के साथ हिलने लगी जिसे देख कर में मदहोश होने लगा पर मेने अपने आप को संभाला और वहाँ से उठ कर उपर चला गया उपर मेरे कज़िन बेडमिंटन खेल रहे थे शेड के नीचे.

मैं भी वहाँ जा कर खेलने लगा तभी दीदी आ गयी शायद उन्होने ब्रा पहन ली थी क्योकी अब निप्पल नही दिख रहे थे थोड़ी देर में शूटल खराब होने वाली थी 1-2 गेम की ही उसमे जान रह गयी थी लतिका दीदी को पता था की कभी भी शूटल खराब हो सकती थी तो वो नीचे चली गयी मेरे कज़िन ने मुझसे कहा की जाओ और स्टोर में से और शूटल या फिर स्माल बॉल्स ले आओं में नीचे गया स्टोर का गेट बंद था जैसे ही मैने गेट को धक्का मारा मेरे तो होश ही उड़ गये लतिका दीदी टॉपलेस मेरे सामने खड़ी थी मेरे अन्दर घूसते ही वो मेरी तरफ मूडी और मुझे वो दो जन्नत का रस रखने वाले आम दिख गये क्या लग रहे थे वो एकदम गोरे-गोरे और उन पर लाइट और डार्क ब्राउन कलर मिक्स दो मीडियम साइज़ निपल्स मेरा तो लंड खड़ा ही हो गया था मन तो कर रहा था की जा के उनको चूस लूँ पर लतिका दीदी ने हड़बडाते हुए क्रॉस स्टाइल में अपनी चूचीयों को ढाक लिया और मुझे गुस्से से देखा जिसमे थोड़ी शरारत भी मिली हुई थी.

लतिका दीदी ने मुझसे पूछा की क्या कर रहे हो यहाँ पर पर में तो किसी और ही दुनिया में था शायद काफ़ी बार उन्होने मुझसे ये पूछा जब मैने कोई जवाब नही दिया तो वो चिल्लाई और मैं होश में आ गया मैने कहा स्माल बॉल्स लेने आया था लतिका दीदी ने कहा की यहाँ कोई बॉल्स नही है तो मैने ना जाने कैसे कह दिया - है तो सही 2 बड़े- बड़े इतना कहते ही में वहाँ से भाग गया और उपर आ गया थोड़ी देर में लतिका दीदी 2 बॉल्स ले कर उपर आ गयी अब वो चेंज करके आई थी यल्लो सूट विद कढ़ाई ओंर दुप्पटा और बॉल्स मेरे कज़िन को दे के वो मेरे पास आई और मुझे गाल पर किस किया और बोली की वो 2 बॉल्स अभी किसी और की अमानत है जब वो कोई अमानत का मज़ा ले लेगा तब मुझे भी उनके साथ थोड़ा खेलने का मौका मिलेगा.

ये सुनकर तो मेरे कान ही धन्य हो गये पर उसके बाद कुछ अजीब ही हुआ लतिका दीदी ने ना तो कभी कुछ दिखाया और ना ही कभी उस बारे में बात की 5 साल बाद यानी की लास्ट साल फरवरी में मेरी भी जॉब लग गयी और 2 साल पहले उनकी भी शादी हो गयी मैं बहुत रोया इसलिये नही की वो विदा हो गयी बल्कि इसलिये की उस जन्नत को में पा ना सका और वो जन्नत मुझसे दूर जा रही थी खैर कहते है सब अच्छे के लिए होता है और शायद मेरा अच्छा भी यही था में दिल्ली मे एक रियल इस्टेट कंपनी मे काम करने लगा लतिका दीदी गुडगाँव में रह रही थी में शुरू में तो 6 महीने कभी उनके पास गया नही पर लास्ट दिसम्बर में जाना हुआ। जीजा और भांजा शादी मे अपने गावं जा रहे थे और गुडगाँव में लतिका दीदी अकेली रह जाती उनके पेपर थे इसलिए वो नही गयी उन्होने मुझे फोन किया.

मैं उनकी आवाज़ सुन के बहुत खुश हो गया आवाज़ सुनते ही मेरे मन मे उनका चेहरा और फिगर दोनो याद आ गये हाल चाल पूछने के बाद उन्होने मुझे अपनी प्रोब्लम बताई मेरी तो जैसे लॉटरी ही लग गयी मैने तुरंत हाँ कर दी अब में ये सोच रहा था की कैसे लतिका दीदी को चोदा जाये मैने एक प्लान बनाया ठंड काफ़ी थी तो मैं लगभग शाम को 6 बजे लतिका दीदी के यहाँ पहुँच गया दीदी को देखा तो मैं तो पागल हो गया चूचे जैसे रसीले आम होंठ जैसे गुलाब की पंखुड़िया हाथ एकदम गोरे-गोरे और मुड़ते ही जो उनकी गांड दिखी वो भी चलते हुए ओये होये में तो आउट ऑफ कंट्रोल हो रहा था तरबूज़ जैसी गांड को देख के कौन कमबक्त अपने आप पर कंट्रोल रख सकता है और उपर से टाइट टी शर्ट और लो लेंग्थ केप्री बस अब तो कंट्रोल नही हो रहा था मन कर रहा था की पकड़ के चोद दूं पर में मज़ा लेना चाहता था जल्दबाज़ी क्या है.


दीदी की कातिल जवानी

लतिका दीदी ने मुझे पानी दिया और जा के चाय बनाने लगी आज तो उनका फिगर कुछ ज़्यादा ही कयामत लग रहा था उन्होने कहा की में फ्रेश हो जाउं फिर दोनो साथ बैठ के चाय पीयेगे मैने ओके कहा टावल लिया और जैसे सोचा था अपने मोबाइल में 7 मिनिट के बाद की फेक कॉल एक्टीवेट करके मोबाइल बाथरूम के पास वाले कमरे में टेबल पर रख दिया में बाथरूम में गया कपड़े उतारे और नहाने लगा 7 मिनिट के बाद मोबाइल बजा लतिका दीदी ने आवाज़ लगाई फोन बज रहा है अटेंड कर लो शायद ज़रूरी होगा अंदर जाते ही में सारे कपड़े उतार चुका था और मेरा लंड तो पहले से ही खड़ा हो चुका था में आपको बता दूं मेरा लंड 9 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है मोटा कुछ ज़्यादा ही है तभी में बाहर आ गया टावल लपेट के मैने फोन उठा लिया और झुठ मूठ की बात करने लगा.

लतिका दीदी रसोई में खड़ी हो के बार बार मुझे ही देख रही थी में भी चोरी-चोरी उन्हे देख रहा था तभी मैने चोरी से अपना टावल गिरा दिया मेरा तना हुआ लंड हवा में लहरा गया पर में दिखाने लगा की मुझे कुछ पता नही है और में फोन पर बिज़ी हूँ लगभग 10 मिनिट तक में फोन पर बात करता रहा और लतिका दीदी मेरे लंड को निहारती रही 10 मिनिट के बाद मैने फोन काट के रख दिया और एकदम से हैरान हो गया की मेरा टावल गिर गया है मैने लतिका दीदी को देखा वो शर्म से लाल हो गयी थी
 
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