desiaks
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- Aug 28, 2015
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ही मेरा नाम संज्ञा है और मैं एक हाउसवाइफ हूँ, मेरी आगे 28 है ,मेरा फिगर भी बहुत अच्छी है . मेरे हज़्बेंड का नाम विशाल है वो एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करते है , और हम को एक बेटा भी है हम अपने लाइफ से से बहुत खुश थे. हमारे घर पे किसी भी प्रकार की प्राब्लम णःइ थी.भगवान का दिया हुआ सब कुछ था हमारे पास . किसी भी चीज़ को नज़र लगती हुई देरी नहीं लगती. ऐसी ही एक नज़र लगी हुंपे यानि मुझपर. रोज़ की तरह सुबह विशाल अपने ऑफिस के लिए निकल गये और मैं घर के काम में बिज़ी हो गयी. घर का पूरा काम खत्म करके मैं णहकर फ्रेश हो गयी और टीवी देख ने लग गयी. इतने में मैं दूर बेल बज्ज गयी और मैं दूर ओपन किया तो मेरे सामने एक 40 साल का एक मर्द खड़ा हुआ नज़र आया.मैंने उससे पूछा कौन है आप तो उसने बताया की यहीं पे रहने आया हूँ आप के सामने वाले बिल्डिंग में मुझे यहाँ के सेक्रेटरी का नो. चाहिए था क्या आप प्लीज़ दे सकती हो. मैंने हाँ करके नो. लाने के लिए घर के अंदर चली आई मैं जब नो. लेकर रूम से बाहर आई तो वो हमारे हॉल के अंदर आ गया था .मुझे वो आदमी कुछ अजीब लग रहा था बिना बुलाए घर के अंदर घुस गया था पूरे घर को घूरे जा जा रहा था. मैं ये लीजिए नो. वो थेन्क्स कहकर नो. लिया और अपना नाम रमेश बताया और बताया की उसकी वाइफ गओन में रहतएे है वो एक गवर्नमेंट ऑफिस में काम करता है उसका ट्रांसफर इधर हुआ है. और मेरे बारे में पूछ ने लग गया मेरे हज़्बेंड के बारे में .और जाते वक्त मुझे देख कर बोला की आप बहुत खूबसूरत हो.मैं उसके चेहरे को ही देख थी रहगाई वो एक अजीब अंदाज़ से बोला और फेस पे एक शारती मुस्कुराहट था और मेरे बदन को ऊपर से नीचे घूरे जा रहा था. उसके जाने के बाद मैं मैं दूर बंद किया और टीवी देख ने लग गयी शाम को जब विशाल आए तो अनो ने कहा की चलो रात का डिनर बाहर करते है और हम रात को तैयार हो कर बाहर चले गये हम हमारे कार पे गये हुए थे बारे से रेष्तूरेंट में खाना खाने के बाद मुझे इसे क्रीम खाने को दिल हुआ तो विशाल ने कहा की मैं अब इसे क्रीम नहीं खवँगा तुम जाकर खाके आ जाओ मैं कार ले आता हूँ और बच्चे को यहीं चोद जाओ मैं ले जाता हूँ तुम खाकर आ जाओ मैं ने ठीक है बोल के रोड क्रॉस करके निकल गयी वहाँ हमेशा एक इसे क्रीम की गाड़ी रुखती थी आज वो वहाँ नहीं थी तो मैं थोड़ी आगे चली गयी वहाँ पे मुझे एक पानी के स्टॉल के पास एक गाड़ी नज़र आई. मैं ने आगे बड़के वो गाड़ी के पास चली गयी वहाँ पे काफी भीड़ थी सब शराबी लोग दिख रहे थे मुझे कुछ सही नहीं लग रहा था फिर भी मैंने भीड़ के बीच से आगे चली आई और इसे क्रीम लेने लगी वो रेडी करके दे ने में कुछ समय ले रहा था मैं वहीं खड़ी रही सब लोग आगे पीछे हो रहे थे कोई किसी के ऊपर भी पड़ रहा था मैं ने नज़र घुमा के देखा तो वो कन्स्ट्रक्षनल अरे वहाँ पे मार्केट वगैरह नहीं था मैं ने टाइट ड्रेस पहनी हुए थे सूट टाइप जो मेरे बदन से चिपके हुए थे इससे मेरा फिगर साफ नज़र आ रहा था मेरी टॉप बहुत छोटी थी मेरे घुटनों से ऊपर थी और पेंट भी टाइट थी. मैं इसे क्रीम का इंतजार कर रही थी की मोबाइल पे विशाल का कॉल आया मैं ने रिसीव किया विशाल ने कहा की कार का पेट्रोल खत्म हो ने को है वो आगे जाकर पेट्रोल डाल के आयंगे अभी ज्यादा ट्रैफिक हो ने के कारण टाइम लग सकती है तुम उदार ही रूखो वो इधर ही आयंगे लाने.मैं ने हाँ कहकर कॉल कट किया और चुप चाप रुख गयी जब मैं रूखी हुई थी मुझे ऐसा लगा की कोई मुझे टच कर रहा है मुझे कुछ समाज में नहीं आया मैं चुप खड़ी हुई थी और सोचा की ऐसा ही किसी का हाथ लग गया हो भीड़ के कारण थोड़ी देर के बाद फिर से किसी का हाथ मेरे बदन को छूटा हुआ फील हुआ जब तक मुझे इसे क्रीम मिल गया मैं वहाँ से पीछे को आ गयी और रुख के इसे क्रीम खाने लग गयी मुझे वहाँ ज्यादा देर रुख ना ठीक नहीं लगा इतने में 2 लोग मेरे साइड में आकर रुख गये दिख ने में तो वर्कर्स लग रहे थे वो लोग मुझे ही दिखे जा रहे थे और आपस में ही बात कर्क हंस रहे थे मुझे उदार कंफर्टबल नहीं लग रहा था मैं जल्द से जल्द वहाँ से जाना चाहती थी उसमें से एक मेरे पास आकर खड़ा हो गया और मेरे से कहने लगा ' चलेगी क्या?' मैंने गुस्से में उसकी वॉर देखा और कहा वॉट? क्या समझते हो मुझे उठने में दूसरा जो रूखा था वो भी मेरे पास आ गया और कहा की ' यही एक धंधे वाली, रात में अच्छे घर की औरत यहाँ नहीं रुखती है मुझे डर भी लग ने लगा की मैं यहाँ क्यों आ गयी . और एक ने कहा की कितना लाओगी मुझे बहुत गुस्सा आ रही था मैंने कहा की जो तुम लोग समझ रहे हो मैं वैसी नहीं हूँ मैं अच्छे घर से हूँ मेरे हज़्बेंड भी है मेरे सात वो अभी आएँगे . वो लोग ज़ोर से हंस ने लगे और कहा की तुम हिगकलसस रंडी लगती हो हम जैसे लोग के सात चलने वाली नहीं लगती हो इधर ज्यादा टाइम रूखो गी तो कोई उठा के लेकर जाएगा
मज़ेदार सेक्स कहानियाँ
- May 14, 2016- December 26, 2015- October 15, 2015- March 4, 2016- January 3, 2016
और पुलिस वाले आयंगे तो वो लेकर जाकर छोड़ेंगे इससे अच्छा है तुम हमारे सात चलो. ये सुन्न्ते ही मेरे आँखों पे आँसू आने लगे की विशाल कीदार रहे गये मैं ने जल्दी से विशाल को कॉल लगाया कॉल भी नहीं लग रहा था नेटवर्क का प्राब्लम होने से मैं और भी डर गयी वो लोग मेरे करीब आकर रुख गये और कहा की क्या फैसला किया है हम तुम्हें ज़्ीडा पैसा देंगे चलो. मैं ने फिर से कहा की मैं वैसी नहीं हूँ प्लीज़ चले जाओ वो लोग मैंने वाले नहीं थे एक ने मेरा हाथ पकड़ कर मुझे थोड़ा आगे लेकर गया वहाँ एक धूकान जैसा कुछ बना हुआ था जो बंद था उसे टाइम मैं चिल्लाने की खोषिश करने लगी तो एक ने हाथ मेरे मुंह पे रख दिया मैं चिल्ला भी नहीं सकती थी और दूसरने कहा की देखो चिल्लाओ मत कोई नहीं सुनाने गा ऐसा चीख तो रोज़ आत्ीे हैं यहाँ से कोई देख भी नज़र अंदाज़ कर देता है , हम को पता है तुम कोई रंडी नहीं हो, मैं ने कहा की हाँ मैं नहीं हो मुझे चोद दो जाने दो मुझे , आप लोग को पैसे चाहिए तो मैं देने को तैयार हूँ कितना चाहिए तुम लोग को वो एक दूसरे का मुंह देख ने लगे और बोला की कहाँ र्हतये है तू? मैं ने अपना अड्रेस बता दिया और वो बोला की हमें कुछ नहीं चाहिए हमें तो तेरा चाहिए बारे घर की औरत रोज़ कहाँ मिलती है कहकर वो हंस ने लगा. दूसरा जो रूखा था वो अपना मोबाइल निकल कर रिकार्डिंग करने लगा मैं डर गयी और कहा की ये क्या कर रहे हो प्लीज़ ऐसा मत करो क्यों मेरा वीडियो निकल रहे हो प्लीज़ इससे बंद करो वो लोग नहीं मैंने वाले थे , ये जो मुझे पकड़ा हुआ था वो मुझे दीवार की वॉर धक्का दिया और मैं दीवार को सतक के रुख गयी, मैं तो रोही जा रही थी वो अपना हाथ मेरे बालों के पास लाया और मेरे फेस को टच करने लगा और दूसरा हाथ मेरे कमर में डाल दिया कमर को फेहरन लगा और वो हाथ कमर से होते हुए मेरे टॉप के अंदर चले गये और मेरा टॉप ऊपर को करने लगा मैं उससे रोख ने की कोशिश कर रही थी मेरी ताक़त उसे पे नहीं चल रही थी और वो अपना गंधा से चेरहा मेरे चिकज़ पे टच कारण लगा और मेरे खड़ने को किस करने लगा और अपना जीभ बाहर निकल कर मेरा गले को चाट ने लगा और दोनों हातों से मेरा कमर ज़ोर से पकड़ा हुआ था और उससे ज़ोर से दबाए जा रहा था दूसरा जो वीडियो निकल रहा था वो ये देख कर अपना लंड को पेंट के ऊपर से मस्सल रहा था, ये मुझे दीवारें की मुंह कर के घुमा दिया और अपना हाथ मेरे पीट पर फेह्राने लगा मैं तो रोई ही जा रहे थी कुछ भी समाज में नहीं आ रहा था की ये मेरे सात क्या हो रहा है सच है क्या या कोई सपना मैं ये सोच ही रही थी की उसका हाथ मेरे पीट से होते हुए मेरे गान्ड पे आ पहुँचे और वो अपने दोनों हातों से मेरे गान्ड को ज़ोर से दबा ने लग गया और बुरी तरह से मस्सल रहा था, और अपना हाथ मेरे टॉप के अंदर यानि मेरे पेट के पास ले गया और मेरे पेट को मस्सल ने लग गया और मेरे नाभी में उंगली डाल रहा था, थोड़ी देर मेरे पेट से खेल ने के बाद वो अपना हाथ मेरे पेंट के नाडे के पास ले आया ,जैसे ही उसका हाथ मेरे नाडे के पास आया तो मैं बहुत डर गयी मैं अपने हाथ उसके हातों के ऊपर रख दिया उससे रोख ने के लिए वो मेरा हाथ को हटता ने में लग गया और कहा चुप खड़ी हो जा वरना तेरा सारा ड्रेस फादौँगा और इडर ही चोद कर चल जाऊंगा , सुबह तक लोग तेरा रेप करेंगे, तब मैंने कहा तुम भी तो ये ही कर रहे हो ये भी तो रेप ही है, वो बोला तू कुछ भी समाज ले इतना कहकर वो मेरा नाडा खींच दिया मैं ज़ोर से चिल्लाने लगी कोई मेरे मदद के लिए आ जाए लेकिन वहाँ कोई नहीं आया वो मेरे नाडे को लूस कर के मेरे पेंट को नीचे खींच रहा था अब मेरा पेंट मेरे जांघों तक आया गया था उसका तो खुशी का ठिकाना ही नहीं था और वो मेरे पेंट को मेरे घुटनों तक सरका दिया और अपना हाथ मेरे जांघों में फेहरने लगा और वो हाथ मेरे पैंटी तक आ पहुँचे वो पैंटी के ऊपर से ही मेरी चुत को दबा ने लगा मुझे बहुत दर्द हो रहा था , वो अपनी दोनों उंगलियाँ को मेरे पैंटी के एलएस्टिक में डाल दिया मैं तो होश में ही नहीं थी वो मेरे पैंटी को नीचे सरका ने लगा अब मेरी पैंटी मेरी जांघों में थी वो अपना उंगली आगे लाकर एक झटके में ही मेरी चुत के अंदर डाल दिया इस अचानक हुए हंबल से मैं चीख उठी मेरे अंदर बहुत दर्द हो रहा था वो ज़ोर से अपनी उंगली आगे पीछे कर रहा था इससे मेरी चुत भी गीली हो रही थी मुझे बिलकुल भी मजा नहीं आ रहा था मुझे पता था मेरा रेप हो रहा है और वो मेरे चुत से अपनी उंगली बाहर निकल दिया और अपना पेंट का ज़िप खोल ने लग गया और अपना पेंट नीचे कर के अपनी अंडरवियर भी नीचे किया और अपना बड़ा सा लंड बाहर निकल दिया मैं उनसे बीन्न्ति करने लगी प्लीज़ ऐसा मत करो मेरे सात लेकिन वो मेरी एक सुनाने को तैयार नहीं थे वो अपने लंड को मेरे पीछे से मेरी चुत पे सेट करने लगा और एक ज़ोर का धक्का दिया और मेरे मुंह से आआआआयययययययययय निकल गयी उसका लंड सिर्फ़ 2 इंच ही अंदर गया हुआ था और फिर एक ज़ोर का धक्का लगा उसका लंड चीरता हुआ मेरे चुत के घेराई में घुस गया मेरे मुंह से तो इस बार इतनी ज़ोर से चीख निकल गयी लेकिन वो तो हँसी ही जा रहा था मैं बस आआआआः आआआआआः आआआआआः ही कर रही थी वो पहले थोड़ा धीरे धक्का दे रहा रहा फिर वो थोड़ा तेज धक्का लगाने लग गया और जैसे उसकी बढ़ता बाद गयी तो इधर मेरा सिसकियां में ज़ोर होती चली गयी मुझे यकीन नहीं हो रहा था की मेरा बदन मेरा साआत छोड़ेगा मैं ज़ोर चिल्ल्ल के झाड़ ने लगी और उदार ही ढीली पड़ गयी लेकिन ये था की रुख ने का नाम ही नहीं ले रहा था और अपना हाथ मेरे टॉप के अंदर डाल दिया और मेरे ब्रा के ऊपर से ही मेरे बूब्स को मस्सल ने लग गया करीब 30 मइंट्ज़ के चुदाई के बाद वो बोला की अब मेरा माल निकल ने वाला है मैं ज़ोर से चिल्लाई प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़ इससे बाहर निकालो पल्लज़्ज़्ज़्ज़ अंदर मत डालो मैं प्रेग्नेंट नहीं बनना छठी प्लज़्ज़्ज़्ज़ निकालो बाहर वो हंस ने लगा मेरे खड़े को ज़ोर झकाड़ लिया और अपना लंड को पूरा चुत में समा दिया और ज़ोर से चिल्ला के अपना पूरा माल मेरे चुत में भर दिया, मैं ज़ोर से रोती ही जा रही थी वो अपने माल से मेरी चुत भर दिया 5मीं के बाद अपना लंड बाहर निकल दिया मैं उदार ही रोते हुए नीचे को बैठ गयी मेरी इज्जत लूटगई थी मैं किसी को मुंह दिखा ने लायक णःइ बची थी . मैंने अपने आप को संबल के उठ ने लगी तो दूसरा जो मेरा वीडियो बना रहा था वो मुझे पकड़ के वहीं नीचे लिटा दिया और मेरे ऊपर चढ़ ने लगा मेरे अब थोड़ी भी स्टॅमिना णःइ बची, थी मैं अब तैयार भी णःइ थी लेकिन वो कहाँ मैंने वाला था उसने मेरे गालों को चूमने लगा मुझे पागलों के जैसा किस किए जा रहा था वो मेरे टॉप को ऊपर की उठा के उतार दिया मैं अब सिर्फ़ ब्रा में थी मेरा पैंटी और पेंट मेरे घुटनों में थे , वो मेरे बूब्स को मुंह में लेकर चूस रहा था और निप्पल काट भी रहा था मुझे बहुत दर्द हो रहा था , वो अपना लंड एक झट के में मेरे चुत में डाल कर चोद ने लग गया और मेरे होठों को किस कर रहा था, 15म्न के चुदाई के बाद वो मेरे नीचे को आ गया मुझे उसके ऊपर लेता दिया और मेरे चुत में फिर से लंड रख दिया और अंदर को पुश करने लगा मैं चिल्ला ही जा रही थी ये फिर से मेरी चुत मारना शुरू कर दिया इतने में मुझे पता ही नहीं चला की कब वो दूसरा मेरे पीछे आ गया है वो अपना लंड मेरे गान्ड के छेद में रगड़ रहा था मेरे को तो जैसे आसमान ही सर पे गिरा वैसे हो गया मैंने आज तक कभी गान्ड नहीं मरवाई थी मैं ने रोते हुए उनसे बीन्न्ति की प्लज़्ज़्ज़्ज़ वहाँ नहीं प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ मेरी गान्ड मत मरो प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ वहाँ नहीं वो अपना लंड अंदर घुसा ने लगा मुझे दर्द इतना ज़ोर से हो रहा था जैसे मैं मर ही जाऊंगी आज , मेरी छेद छोटी होने से उसका लंड सही से अंदर नहीं जा सखा वो अपनी लंड को बाहर निकल दिया और देर सारा थूक अपनी लंड पे लगाया और मेरे छेद में भी लगा दिया और ज़ोर से एक धक्का मारा उसका लंड थोड़ी सी अंदर चली गयी मेरी मुंह से आआआआआआआआआआआआहह निकल गयी ज़ोर से फिर वो अपना पूरा लंड बाहर निकल दिया फिर एक करार धक्का मारा उससे उसका पूरा लंड मेरे गान्ड में घुस गया मैं अपना सर इधर उदर मर रही थी दर्द के कारण मैं तो बेहोश ही हो गयी थी आगे से मेरी चुत और पीछे से मेरी गान्ड मेरे दोनों छेद में लंड था मैं दोनों तरफ से चुद रही थी करीब 1ह्र की चुदाई के बाद वो झाड़ गये मैं भी 4 बार झाड़ गयी थी , मेरा सारा बदन पसीना से भीग गया था और चुत और गान्ड में उनकी वीर्य भर के बाहर की वॉर टपक रहा था, करीब 15म्न ऐसी ही लेते रहने के बाद उनलोग ने उठ कर अपने कपड़े फेनलए और मुझे मेरे कपड़े मेरे बदन के ऊपर डाल दिया .और वो वहाँ से चले गये, मेरे आँखों से आँसू टपक ना बंद ही नहीं हो रहे थे बहुत टाइम रोने के बाद मैंने कैसे भी करके अपनी ड्रेस पहनलय मुझे ड्रेस पहनने में बहुत दर्द हो रहा था ,कैसे कर के भी मैं खड़ी हो गयी अपने आप को नॉर्मल कर दिया मुझे पता था मेरा रेप हुआ है आज और ये मैं कभी नहीं भूल सकती मर्रते दम तक मैं कैसे भी करके वहाँ से रोड तक आ गये मुझे सही से चला भी नहीं जा रहा था सब मुझे ही अजीब नज़र से देख रहे थे मैनेजर वहाँ से चल के आगे को चली आई उठने में विशाल भी कार लेकर वहाँ पहुँच गये वो बहुत टेन्शन में थे अनो ने काफी टाइम तक मुझे ढूंढ. रहे थे और मुझे से पूछ ने लगे की कहना थी मैं ,मैं विशाल को नहीं बोल सकती थी की मेरा रेप हुआ है मेरा हाल देख कर विशाल ने पूछा क्या हुआ तुम ठीक तो हो ना मैंने ज़रा सा चक्कर आ गया था कहे के बात को टाल दिया और कार में बैठ के घर चली आई
मज़ेदार सेक्स कहानियाँ
- May 14, 2016- December 26, 2015- October 15, 2015- March 4, 2016- January 3, 2016
और पुलिस वाले आयंगे तो वो लेकर जाकर छोड़ेंगे इससे अच्छा है तुम हमारे सात चलो. ये सुन्न्ते ही मेरे आँखों पे आँसू आने लगे की विशाल कीदार रहे गये मैं ने जल्दी से विशाल को कॉल लगाया कॉल भी नहीं लग रहा था नेटवर्क का प्राब्लम होने से मैं और भी डर गयी वो लोग मेरे करीब आकर रुख गये और कहा की क्या फैसला किया है हम तुम्हें ज़्ीडा पैसा देंगे चलो. मैं ने फिर से कहा की मैं वैसी नहीं हूँ प्लीज़ चले जाओ वो लोग मैंने वाले नहीं थे एक ने मेरा हाथ पकड़ कर मुझे थोड़ा आगे लेकर गया वहाँ एक धूकान जैसा कुछ बना हुआ था जो बंद था उसे टाइम मैं चिल्लाने की खोषिश करने लगी तो एक ने हाथ मेरे मुंह पे रख दिया मैं चिल्ला भी नहीं सकती थी और दूसरने कहा की देखो चिल्लाओ मत कोई नहीं सुनाने गा ऐसा चीख तो रोज़ आत्ीे हैं यहाँ से कोई देख भी नज़र अंदाज़ कर देता है , हम को पता है तुम कोई रंडी नहीं हो, मैं ने कहा की हाँ मैं नहीं हो मुझे चोद दो जाने दो मुझे , आप लोग को पैसे चाहिए तो मैं देने को तैयार हूँ कितना चाहिए तुम लोग को वो एक दूसरे का मुंह देख ने लगे और बोला की कहाँ र्हतये है तू? मैं ने अपना अड्रेस बता दिया और वो बोला की हमें कुछ नहीं चाहिए हमें तो तेरा चाहिए बारे घर की औरत रोज़ कहाँ मिलती है कहकर वो हंस ने लगा. दूसरा जो रूखा था वो अपना मोबाइल निकल कर रिकार्डिंग करने लगा मैं डर गयी और कहा की ये क्या कर रहे हो प्लीज़ ऐसा मत करो क्यों मेरा वीडियो निकल रहे हो प्लीज़ इससे बंद करो वो लोग नहीं मैंने वाले थे , ये जो मुझे पकड़ा हुआ था वो मुझे दीवार की वॉर धक्का दिया और मैं दीवार को सतक के रुख गयी, मैं तो रोही जा रही थी वो अपना हाथ मेरे बालों के पास लाया और मेरे फेस को टच करने लगा और दूसरा हाथ मेरे कमर में डाल दिया कमर को फेहरन लगा और वो हाथ कमर से होते हुए मेरे टॉप के अंदर चले गये और मेरा टॉप ऊपर को करने लगा मैं उससे रोख ने की कोशिश कर रही थी मेरी ताक़त उसे पे नहीं चल रही थी और वो अपना गंधा से चेरहा मेरे चिकज़ पे टच कारण लगा और मेरे खड़ने को किस करने लगा और अपना जीभ बाहर निकल कर मेरा गले को चाट ने लगा और दोनों हातों से मेरा कमर ज़ोर से पकड़ा हुआ था और उससे ज़ोर से दबाए जा रहा था दूसरा जो वीडियो निकल रहा था वो ये देख कर अपना लंड को पेंट के ऊपर से मस्सल रहा था, ये मुझे दीवारें की मुंह कर के घुमा दिया और अपना हाथ मेरे पीट पर फेह्राने लगा मैं तो रोई ही जा रहे थी कुछ भी समाज में नहीं आ रहा था की ये मेरे सात क्या हो रहा है सच है क्या या कोई सपना मैं ये सोच ही रही थी की उसका हाथ मेरे पीट से होते हुए मेरे गान्ड पे आ पहुँचे और वो अपने दोनों हातों से मेरे गान्ड को ज़ोर से दबा ने लग गया और बुरी तरह से मस्सल रहा था, और अपना हाथ मेरे टॉप के अंदर यानि मेरे पेट के पास ले गया और मेरे पेट को मस्सल ने लग गया और मेरे नाभी में उंगली डाल रहा था, थोड़ी देर मेरे पेट से खेल ने के बाद वो अपना हाथ मेरे पेंट के नाडे के पास ले आया ,जैसे ही उसका हाथ मेरे नाडे के पास आया तो मैं बहुत डर गयी मैं अपने हाथ उसके हातों के ऊपर रख दिया उससे रोख ने के लिए वो मेरा हाथ को हटता ने में लग गया और कहा चुप खड़ी हो जा वरना तेरा सारा ड्रेस फादौँगा और इडर ही चोद कर चल जाऊंगा , सुबह तक लोग तेरा रेप करेंगे, तब मैंने कहा तुम भी तो ये ही कर रहे हो ये भी तो रेप ही है, वो बोला तू कुछ भी समाज ले इतना कहकर वो मेरा नाडा खींच दिया मैं ज़ोर से चिल्लाने लगी कोई मेरे मदद के लिए आ जाए लेकिन वहाँ कोई नहीं आया वो मेरे नाडे को लूस कर के मेरे पेंट को नीचे खींच रहा था अब मेरा पेंट मेरे जांघों तक आया गया था उसका तो खुशी का ठिकाना ही नहीं था और वो मेरे पेंट को मेरे घुटनों तक सरका दिया और अपना हाथ मेरे जांघों में फेहरने लगा और वो हाथ मेरे पैंटी तक आ पहुँचे वो पैंटी के ऊपर से ही मेरी चुत को दबा ने लगा मुझे बहुत दर्द हो रहा था , वो अपनी दोनों उंगलियाँ को मेरे पैंटी के एलएस्टिक में डाल दिया मैं तो होश में ही नहीं थी वो मेरे पैंटी को नीचे सरका ने लगा अब मेरी पैंटी मेरी जांघों में थी वो अपना उंगली आगे लाकर एक झटके में ही मेरी चुत के अंदर डाल दिया इस अचानक हुए हंबल से मैं चीख उठी मेरे अंदर बहुत दर्द हो रहा था वो ज़ोर से अपनी उंगली आगे पीछे कर रहा था इससे मेरी चुत भी गीली हो रही थी मुझे बिलकुल भी मजा नहीं आ रहा था मुझे पता था मेरा रेप हो रहा है और वो मेरे चुत से अपनी उंगली बाहर निकल दिया और अपना पेंट का ज़िप खोल ने लग गया और अपना पेंट नीचे कर के अपनी अंडरवियर भी नीचे किया और अपना बड़ा सा लंड बाहर निकल दिया मैं उनसे बीन्न्ति करने लगी प्लीज़ ऐसा मत करो मेरे सात लेकिन वो मेरी एक सुनाने को तैयार नहीं थे वो अपने लंड को मेरे पीछे से मेरी चुत पे सेट करने लगा और एक ज़ोर का धक्का दिया और मेरे मुंह से आआआआयययययययययय निकल गयी उसका लंड सिर्फ़ 2 इंच ही अंदर गया हुआ था और फिर एक ज़ोर का धक्का लगा उसका लंड चीरता हुआ मेरे चुत के घेराई में घुस गया मेरे मुंह से तो इस बार इतनी ज़ोर से चीख निकल गयी लेकिन वो तो हँसी ही जा रहा था मैं बस आआआआः आआआआआः आआआआआः ही कर रही थी वो पहले थोड़ा धीरे धक्का दे रहा रहा फिर वो थोड़ा तेज धक्का लगाने लग गया और जैसे उसकी बढ़ता बाद गयी तो इधर मेरा सिसकियां में ज़ोर होती चली गयी मुझे यकीन नहीं हो रहा था की मेरा बदन मेरा साआत छोड़ेगा मैं ज़ोर चिल्ल्ल के झाड़ ने लगी और उदार ही ढीली पड़ गयी लेकिन ये था की रुख ने का नाम ही नहीं ले रहा था और अपना हाथ मेरे टॉप के अंदर डाल दिया और मेरे ब्रा के ऊपर से ही मेरे बूब्स को मस्सल ने लग गया करीब 30 मइंट्ज़ के चुदाई के बाद वो बोला की अब मेरा माल निकल ने वाला है मैं ज़ोर से चिल्लाई प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़ इससे बाहर निकालो पल्लज़्ज़्ज़्ज़ अंदर मत डालो मैं प्रेग्नेंट नहीं बनना छठी प्लज़्ज़्ज़्ज़ निकालो बाहर वो हंस ने लगा मेरे खड़े को ज़ोर झकाड़ लिया और अपना लंड को पूरा चुत में समा दिया और ज़ोर से चिल्ला के अपना पूरा माल मेरे चुत में भर दिया, मैं ज़ोर से रोती ही जा रही थी वो अपने माल से मेरी चुत भर दिया 5मीं के बाद अपना लंड बाहर निकल दिया मैं उदार ही रोते हुए नीचे को बैठ गयी मेरी इज्जत लूटगई थी मैं किसी को मुंह दिखा ने लायक णःइ बची थी . मैंने अपने आप को संबल के उठ ने लगी तो दूसरा जो मेरा वीडियो बना रहा था वो मुझे पकड़ के वहीं नीचे लिटा दिया और मेरे ऊपर चढ़ ने लगा मेरे अब थोड़ी भी स्टॅमिना णःइ बची, थी मैं अब तैयार भी णःइ थी लेकिन वो कहाँ मैंने वाला था उसने मेरे गालों को चूमने लगा मुझे पागलों के जैसा किस किए जा रहा था वो मेरे टॉप को ऊपर की उठा के उतार दिया मैं अब सिर्फ़ ब्रा में थी मेरा पैंटी और पेंट मेरे घुटनों में थे , वो मेरे बूब्स को मुंह में लेकर चूस रहा था और निप्पल काट भी रहा था मुझे बहुत दर्द हो रहा था , वो अपना लंड एक झट के में मेरे चुत में डाल कर चोद ने लग गया और मेरे होठों को किस कर रहा था, 15म्न के चुदाई के बाद वो मेरे नीचे को आ गया मुझे उसके ऊपर लेता दिया और मेरे चुत में फिर से लंड रख दिया और अंदर को पुश करने लगा मैं चिल्ला ही जा रही थी ये फिर से मेरी चुत मारना शुरू कर दिया इतने में मुझे पता ही नहीं चला की कब वो दूसरा मेरे पीछे आ गया है वो अपना लंड मेरे गान्ड के छेद में रगड़ रहा था मेरे को तो जैसे आसमान ही सर पे गिरा वैसे हो गया मैंने आज तक कभी गान्ड नहीं मरवाई थी मैं ने रोते हुए उनसे बीन्न्ति की प्लज़्ज़्ज़्ज़ वहाँ नहीं प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ मेरी गान्ड मत मरो प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ वहाँ नहीं वो अपना लंड अंदर घुसा ने लगा मुझे दर्द इतना ज़ोर से हो रहा था जैसे मैं मर ही जाऊंगी आज , मेरी छेद छोटी होने से उसका लंड सही से अंदर नहीं जा सखा वो अपनी लंड को बाहर निकल दिया और देर सारा थूक अपनी लंड पे लगाया और मेरे छेद में भी लगा दिया और ज़ोर से एक धक्का मारा उसका लंड थोड़ी सी अंदर चली गयी मेरी मुंह से आआआआआआआआआआआआहह निकल गयी ज़ोर से फिर वो अपना पूरा लंड बाहर निकल दिया फिर एक करार धक्का मारा उससे उसका पूरा लंड मेरे गान्ड में घुस गया मैं अपना सर इधर उदर मर रही थी दर्द के कारण मैं तो बेहोश ही हो गयी थी आगे से मेरी चुत और पीछे से मेरी गान्ड मेरे दोनों छेद में लंड था मैं दोनों तरफ से चुद रही थी करीब 1ह्र की चुदाई के बाद वो झाड़ गये मैं भी 4 बार झाड़ गयी थी , मेरा सारा बदन पसीना से भीग गया था और चुत और गान्ड में उनकी वीर्य भर के बाहर की वॉर टपक रहा था, करीब 15म्न ऐसी ही लेते रहने के बाद उनलोग ने उठ कर अपने कपड़े फेनलए और मुझे मेरे कपड़े मेरे बदन के ऊपर डाल दिया .और वो वहाँ से चले गये, मेरे आँखों से आँसू टपक ना बंद ही नहीं हो रहे थे बहुत टाइम रोने के बाद मैंने कैसे भी करके अपनी ड्रेस पहनलय मुझे ड्रेस पहनने में बहुत दर्द हो रहा था ,कैसे कर के भी मैं खड़ी हो गयी अपने आप को नॉर्मल कर दिया मुझे पता था मेरा रेप हुआ है आज और ये मैं कभी नहीं भूल सकती मर्रते दम तक मैं कैसे भी करके वहाँ से रोड तक आ गये मुझे सही से चला भी नहीं जा रहा था सब मुझे ही अजीब नज़र से देख रहे थे मैनेजर वहाँ से चल के आगे को चली आई उठने में विशाल भी कार लेकर वहाँ पहुँच गये वो बहुत टेन्शन में थे अनो ने काफी टाइम तक मुझे ढूंढ. रहे थे और मुझे से पूछ ने लगे की कहना थी मैं ,मैं विशाल को नहीं बोल सकती थी की मेरा रेप हुआ है मेरा हाल देख कर विशाल ने पूछा क्या हुआ तुम ठीक तो हो ना मैंने ज़रा सा चक्कर आ गया था कहे के बात को टाल दिया और कार में बैठ के घर चली आई