hotaks444
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भाभी: कोई मेसेज नहीं करेगा... सुनो मेरी बात... मैंने सोचा है... के आप पांचो में... अरे वाह पांडव... मैं द्रौपदी... हा हा हा हा... आप पांचो में चार वर्जिन है... समीर अब पक्का खिलाड़ी बन गया है... में चाहती हूँ के कल से हर रोज़ एक एक जन घर आए मुझसे सिख के एक पक्का खिलाड़ी बन जाए... ११ बजे आना है और ६ बजे तक... एक रूम में रहेंगे... खाना भी वही... तो बर्थडे तक सब खिलाड़ी बन जाए...
और जो ख़ुशी की लहर चैट में दौड़ पड़ी... थोडा हल्ला भी बोला गया... के कौन पहले घर आएगा... केविन तो आखरी था ये तय था... पर राजू, कुमार और सचिन में पहले कौन आएगा? ये चर्चा चलने लगी... फिर भाभी ने ही तय किया... के अल्फाबेटिकली डिसाइड करते है... पहले आएगा कुमार, फिर राजू और फिर सचिन.....
तय होने पर कल आना था कुमार को... पर आज तो भाभी को मैं और मसलने वाला था... मैं तो भाभी को करीब ला कर उसके बूब्स मसल रहा था के कुमार का भाभी पर पर्सनल मेसेज आया....
मैं: माँ चुदाये कुमार, भोसडीका अभी तुजे क्यों मेसेज कर रहा है?
भाभी: तू तेरा काम चालू रख मुझे बात करने दे... थोडा घुलती हूँ उनसे... कल जो उनकी बाहो में पिघलना भी तो है...
मैं: तू मादरचोद आगे जाके बड़ी रण्डी बन सकती है... चल मैं चुदाई करता हु तेरी पीछे से तू बाते कर... तेरा बदन मुझे लण्ड खड़ा करने के लिए... चल अब ज्यादा टाइम रह नहीं गया... तेरा पति कभीभी आ टपकेगा... ,२० मिनिट है...
भाभी: पर चोद लेना... तुजे चूत कहा है पता... बाते मत कर न...
मैं: साली कुतिया रंडी... तू पैर तो फैला साली मादरचोद..
भाभी: तुजे चोदना है तो तू ही सब कर ले.. मुझे कल की तयारी करनी है तो मैं कुमार से बात करती हूँ...
भाभी ने तो अपना काम पैर फैला कर, कर दिया... चूत चाटो और भाभी को तैयार करना मुझे सोप कर... वो खुद बाते करने लगी, उनकी बाते और उत्तेजक हो इसीलिए मैं भाभी को और उकसा रहा था... उनकी चैट कुछ इस तरह से हुई...
भाभी: हां बोल
कुमार: ये सब मुझे सपना लग रहा है.. सब मुझे बेवकूफ नहीं बना रहे हो न?
भाभी: तेरी मरजी मत आना...
कुमार: अरे मैं तो सिर्फ... ओके कुछ तैयारी कर के आउ क्या मेरी भाभी जान?
भाभी: नहीं मेंटली प्रिपेर कर के आना...
कुमार: आपके रिप्लाय शॉर्ट आ रहे है...
भाभी: क्या करू तेरा दोस्त मेरी डौगी स्टाइल में बजा रहा है...
कुमार: में भी करूँगा... पर मैंने कॉन्डम नहीं खरीदा कभी...
भाभी: मेरे साथ कभी जरूरत नहीं.. कभी मत पहनना जब तू मुझे चोदे...
कुमार: थैंक्यू भाभी..
भाभी: और कुछ?
कुमार: बस साफ सफाई करू के रहने दू?
भाभी: हा हा हा हा... तुजे जो ठीक लगे... मैं तो एकदम चिकनी और मस्त रहूंगी बिना बाल के... तुम्हारे जनरेशन में यही पसंद होता है न?
कुमार: हा पर मैंने महीने से नहीं काटे... मैं नहीं काटु तो चलेगा...?
भाभी: अरे तुजे जो पसंद हो... तेरा पहली बार है... कल तुजे एक्सपर्ट बनाके ही घर भेजूंगी...
कुमार: और एक बात... मुझे जड़ने के टाइम गाली बोलना अच्छा लगता है...
भाभी: अरे तू मुझे कभी भी गाली देकर बुला सकता है... अभी भी बुला सकता है... कर दे तेरी भड़ास पूरी...
कुमार: थैंक्यू मेरी भोसडीकि रण्डी भाभी...
भाभी: ह्म्म्म खुश? अब मैं जाती हूँ... कल मिलते है... अभी मुझे भी जड़ना है समीर के भैया आये उस से पहले...
कुमार: ओके मफरचोद बाय...
तो ये था उन दोनों के बिच का संवाद... मैंने भाभी को मस्त तरीके से चोद दिया... और फिर हम अपने अपने काम पर लग गए... वो दिन तो ख़तम हो गया..... प्रॉब्लेम ये था के कल भाभी के चूत गांड या मुह तो मिलने वाला नहीं था.. घर में बैठ के मैं क्या करूँगा?
दूसरे दिन भाभी गायब... नहीं उठाने आई... किचन में देखा तो लिखा था...
"मेरे सेनापति जी... जो भी नया सेनापति आये उसे मेरे कमरे में भेज दीजिएगा... ये प्रजा उनसे डाइरेक्ट रूम में मिलेंगी... और हां... आपके उठने का इंतज़ार नहीं किया क्योकि मैं उसे तरोताज़ा मिलना चाहती हूँ... तुमारी सेक्सी भाभी कीर्ति..."
लो अब भाभी की ठुकाई नहीं मिलने वाली थी उतना कम था के भाभी का चेहरा भी नहीं देखने मिलने वाला था? ११ बजे कुमार आया...
कुमार: हेलो... भाभी कहा है...
मैं: वो रंडी उनके रूम मे है.. और तू क्या साले मुझसे तो मिल? रंडी मिली तो दोस्तों को भूल गया..?
कुमार: मादरचोद मुझे मिली कहा है... तू तो मिली फिर २ दिन गायब हो गया था...
मैं: हा... ठीक है ठीक है... जा अंदर चला जा..
वो अंदर चला गया... भाभी ने या किसीने ये कभी किसीको नहीं बताया के हर एक जन के साथ रूम में क्या क्या हुआ था... बस दिन भर रूम से भाभी की चीखें सुनाई देती थी... कोई इन्टेन्स हो के मारता भी था.. यहाँ तहा... तो चपत बाहर तक सुनाई देती... जब सबका राउंड ख़तम होता तो थोड़ी देर रूम में शांति बनी रहती... पर थोड़ी देर मैं भाभी वापस चुदी जाती... मैं बस सुन पाता... मेरे दोस्त भारी गालिया बकते... सब के चहरे पे एक अजब का सुख देखने को मिलता। हररोज़ भाभी रूम में पलंग पर नंगी लेटी पड़ी पायी जाती... कुमार, राजू और समीर का कॉमन डायलॉग था... साली मुझे सिखाने चली थी... अब पस्ता रही है.. खड़ी होने की हिम्मत नहीं है...
मैं भाभी को पलंग पर देखता तो उसके मुह पर एक अजीब सी ख़ुशी दिखाई देती... गांड, चूत वीर्य से भरी... मुह से वीर्य की सुगंध... पूरा रूम अजीब सी स्मेल देता था... मुझे इस हाल पर देख के रहा नहीं जाता था... और मैं सब पोछ कर मैं भी अपनी हवस पूरी कर लेता.. भाभी की कैपेसिटी गज़ब थी... मुझे बड़ा अच्छा साथ देती... केविन के टाइम तो कुछ अलग ही हुआ...
केविन जब बाहर निकला रूम से तो...
केविन: ४०००० तक की रंडिया ने जो सुख नहीं दिया वो सुख तेरी भाभी ने आज दिया है.. साला मस्त माल है... मादरचोद सम्भल के जतन करना... ये लंबे अरसे तक हमारा साथ देगी... हमने आज एडवांस्ड लेवल की चुदाई की है... और मैं चाहता हूँ के तू और बाकि के बच्चे ये सीखे की अडवांस्ड लेवल क्या होता है... ताकि बर्थडे के दिन हम सब उसके शरीर का मस्त इस्तेमाल करे.... देख जा लास्ट पोसिशन में जो भाभी पड़ी है... वो देख ले... तेरे लिये हे आँखों देखा होगा पर सब को मैं मेसेज में.. मैं और भाभी दोनों समजायेंगे... ओके?
मैंने सब सुन लिया... चारो जन को रिटर्न गिफ्ट क्या चाहिए वो ये हर एक सेशन के बाद बताता था.. जो मैं आपको वो पहले बता देता हूँ... वो सब एक कागज़ में लिखा था...
कुमार: भाभी ए+ ग्रेड माल है... मतलब की फाइव स्टार रंडी है... तो रंडी होने के नाते निप्पल पर रिंग्स होने ही चाहिए... तो खीच के टॉर्चर करने में मज़ा आए... टॉर्चर सहन करना उसे पसन्द है इसलिए...
राजू: हम गरीबो को ऐसी रंडिया भी नसीब नही होती.. ना ही शादी के लिए ऐसी खूबसूरत बीवी मिलती है... मैं चाहता हूँ मैं उनको अपनी बीवी बना लूँ...
सचिन: भाभी को कही बाहर ले जाते है... भाभी को हमारे अलावा किसी और से भी चुदवाते है... मस्त कपड़े पहनाकर ता के हर कोई उसे घूरे... बहोत ही रफ सेक्स करना चाहते है... ऐसा के कोई काबू न रहे...
केविन: भाई, तेरी भाभी तो महा रण्डी निकली... मेरे पिताजी के कम्पनी की दो डील्स रुकी हुई है... करोडो आ सकते है... १०% तेरा... अगर वो दोनों क्लाइंट्स के साथ मीटिंग में भाभी आ जाए... थोडा खुश कर देंगे तो मज़ा आ जाए...
अरे बाप रे... ये लोग तो बहोत बड़े हवसी निकले.. मैंने केविन के कहने पर भाभी को देखने अंदर रूम में गया... तो ये नज़ारा पाया...
साला जो छोटे लोग सोच रहे थे उससे आगे निकल गया था केविन...
मैं: छोड़ू के रहने दू भाई के आने तक मादरचोद... साली रंडी ये कौनसा लेवल आया है हवस का... भोसडीकि?
भाभी: वो मैं और केविन बाद में बतायेगे... तुजे अभी चोदना है तो इसी हाल में चोद ले... पर तुजे ये बताना पड़ेगा...
मैं: क्या? पेंटी हटाना है वो?
भाभी: अरे उसे साइड में कर दे या काट डाल... भाड़ में जाए... पर तुजे... अगर मेरे बालो को पीछे गर्दन से हटाएगा..... तो रस्सी मिलेगी... वो रस्सी मेरे दोनों निप्पल से बंधी है एकदम टाइट... तो जब भी तू उसे खिंचेगा... मेरे मम्मे ऊपर निप्पल के सहारे आएंगे... मुझे मज़ा आएगा... और मुझे कहरते हुए देख तुजे भी...
मैं: साला ये तो आप दोनों ने सेक्स को एक लेवल उप कर दिया... अभी तो तुजे सब को रिटर्न गिफर देने है... वो पढ़ेगी तो तुजे और मजा आने वाला है...
भाभी: क्यों? क्या है...
मैं: पहले मैं तुजे अच्छे से ठोक तो लूँ...
भाभी: याद रहे मेरे निप्पल...
मैं: अरे वो तो पहले याद रहेंगे... मुझे मजा नहीं आएगा ऐसा कुछ भी करेगी के खीच लूंगा... कल से पुरे दिन की ये ड्यूटी है..
मैंने भाभी को बराबर चोदा और फिर जल्दी से सब ख़तम करके कमरे को पूरा चकाचक कर दिया... केविन ने तो पुरे रूम मैं भाभी की बराबर ले ली थी...
और जो ख़ुशी की लहर चैट में दौड़ पड़ी... थोडा हल्ला भी बोला गया... के कौन पहले घर आएगा... केविन तो आखरी था ये तय था... पर राजू, कुमार और सचिन में पहले कौन आएगा? ये चर्चा चलने लगी... फिर भाभी ने ही तय किया... के अल्फाबेटिकली डिसाइड करते है... पहले आएगा कुमार, फिर राजू और फिर सचिन.....
तय होने पर कल आना था कुमार को... पर आज तो भाभी को मैं और मसलने वाला था... मैं तो भाभी को करीब ला कर उसके बूब्स मसल रहा था के कुमार का भाभी पर पर्सनल मेसेज आया....
मैं: माँ चुदाये कुमार, भोसडीका अभी तुजे क्यों मेसेज कर रहा है?
भाभी: तू तेरा काम चालू रख मुझे बात करने दे... थोडा घुलती हूँ उनसे... कल जो उनकी बाहो में पिघलना भी तो है...
मैं: तू मादरचोद आगे जाके बड़ी रण्डी बन सकती है... चल मैं चुदाई करता हु तेरी पीछे से तू बाते कर... तेरा बदन मुझे लण्ड खड़ा करने के लिए... चल अब ज्यादा टाइम रह नहीं गया... तेरा पति कभीभी आ टपकेगा... ,२० मिनिट है...
भाभी: पर चोद लेना... तुजे चूत कहा है पता... बाते मत कर न...
मैं: साली कुतिया रंडी... तू पैर तो फैला साली मादरचोद..
भाभी: तुजे चोदना है तो तू ही सब कर ले.. मुझे कल की तयारी करनी है तो मैं कुमार से बात करती हूँ...
भाभी ने तो अपना काम पैर फैला कर, कर दिया... चूत चाटो और भाभी को तैयार करना मुझे सोप कर... वो खुद बाते करने लगी, उनकी बाते और उत्तेजक हो इसीलिए मैं भाभी को और उकसा रहा था... उनकी चैट कुछ इस तरह से हुई...
भाभी: हां बोल
कुमार: ये सब मुझे सपना लग रहा है.. सब मुझे बेवकूफ नहीं बना रहे हो न?
भाभी: तेरी मरजी मत आना...
कुमार: अरे मैं तो सिर्फ... ओके कुछ तैयारी कर के आउ क्या मेरी भाभी जान?
भाभी: नहीं मेंटली प्रिपेर कर के आना...
कुमार: आपके रिप्लाय शॉर्ट आ रहे है...
भाभी: क्या करू तेरा दोस्त मेरी डौगी स्टाइल में बजा रहा है...
कुमार: में भी करूँगा... पर मैंने कॉन्डम नहीं खरीदा कभी...
भाभी: मेरे साथ कभी जरूरत नहीं.. कभी मत पहनना जब तू मुझे चोदे...
कुमार: थैंक्यू भाभी..
भाभी: और कुछ?
कुमार: बस साफ सफाई करू के रहने दू?
भाभी: हा हा हा हा... तुजे जो ठीक लगे... मैं तो एकदम चिकनी और मस्त रहूंगी बिना बाल के... तुम्हारे जनरेशन में यही पसंद होता है न?
कुमार: हा पर मैंने महीने से नहीं काटे... मैं नहीं काटु तो चलेगा...?
भाभी: अरे तुजे जो पसंद हो... तेरा पहली बार है... कल तुजे एक्सपर्ट बनाके ही घर भेजूंगी...
कुमार: और एक बात... मुझे जड़ने के टाइम गाली बोलना अच्छा लगता है...
भाभी: अरे तू मुझे कभी भी गाली देकर बुला सकता है... अभी भी बुला सकता है... कर दे तेरी भड़ास पूरी...
कुमार: थैंक्यू मेरी भोसडीकि रण्डी भाभी...
भाभी: ह्म्म्म खुश? अब मैं जाती हूँ... कल मिलते है... अभी मुझे भी जड़ना है समीर के भैया आये उस से पहले...
कुमार: ओके मफरचोद बाय...
तो ये था उन दोनों के बिच का संवाद... मैंने भाभी को मस्त तरीके से चोद दिया... और फिर हम अपने अपने काम पर लग गए... वो दिन तो ख़तम हो गया..... प्रॉब्लेम ये था के कल भाभी के चूत गांड या मुह तो मिलने वाला नहीं था.. घर में बैठ के मैं क्या करूँगा?
दूसरे दिन भाभी गायब... नहीं उठाने आई... किचन में देखा तो लिखा था...
"मेरे सेनापति जी... जो भी नया सेनापति आये उसे मेरे कमरे में भेज दीजिएगा... ये प्रजा उनसे डाइरेक्ट रूम में मिलेंगी... और हां... आपके उठने का इंतज़ार नहीं किया क्योकि मैं उसे तरोताज़ा मिलना चाहती हूँ... तुमारी सेक्सी भाभी कीर्ति..."
लो अब भाभी की ठुकाई नहीं मिलने वाली थी उतना कम था के भाभी का चेहरा भी नहीं देखने मिलने वाला था? ११ बजे कुमार आया...
कुमार: हेलो... भाभी कहा है...
मैं: वो रंडी उनके रूम मे है.. और तू क्या साले मुझसे तो मिल? रंडी मिली तो दोस्तों को भूल गया..?
कुमार: मादरचोद मुझे मिली कहा है... तू तो मिली फिर २ दिन गायब हो गया था...
मैं: हा... ठीक है ठीक है... जा अंदर चला जा..
वो अंदर चला गया... भाभी ने या किसीने ये कभी किसीको नहीं बताया के हर एक जन के साथ रूम में क्या क्या हुआ था... बस दिन भर रूम से भाभी की चीखें सुनाई देती थी... कोई इन्टेन्स हो के मारता भी था.. यहाँ तहा... तो चपत बाहर तक सुनाई देती... जब सबका राउंड ख़तम होता तो थोड़ी देर रूम में शांति बनी रहती... पर थोड़ी देर मैं भाभी वापस चुदी जाती... मैं बस सुन पाता... मेरे दोस्त भारी गालिया बकते... सब के चहरे पे एक अजब का सुख देखने को मिलता। हररोज़ भाभी रूम में पलंग पर नंगी लेटी पड़ी पायी जाती... कुमार, राजू और समीर का कॉमन डायलॉग था... साली मुझे सिखाने चली थी... अब पस्ता रही है.. खड़ी होने की हिम्मत नहीं है...
मैं भाभी को पलंग पर देखता तो उसके मुह पर एक अजीब सी ख़ुशी दिखाई देती... गांड, चूत वीर्य से भरी... मुह से वीर्य की सुगंध... पूरा रूम अजीब सी स्मेल देता था... मुझे इस हाल पर देख के रहा नहीं जाता था... और मैं सब पोछ कर मैं भी अपनी हवस पूरी कर लेता.. भाभी की कैपेसिटी गज़ब थी... मुझे बड़ा अच्छा साथ देती... केविन के टाइम तो कुछ अलग ही हुआ...
केविन जब बाहर निकला रूम से तो...
केविन: ४०००० तक की रंडिया ने जो सुख नहीं दिया वो सुख तेरी भाभी ने आज दिया है.. साला मस्त माल है... मादरचोद सम्भल के जतन करना... ये लंबे अरसे तक हमारा साथ देगी... हमने आज एडवांस्ड लेवल की चुदाई की है... और मैं चाहता हूँ के तू और बाकि के बच्चे ये सीखे की अडवांस्ड लेवल क्या होता है... ताकि बर्थडे के दिन हम सब उसके शरीर का मस्त इस्तेमाल करे.... देख जा लास्ट पोसिशन में जो भाभी पड़ी है... वो देख ले... तेरे लिये हे आँखों देखा होगा पर सब को मैं मेसेज में.. मैं और भाभी दोनों समजायेंगे... ओके?
मैंने सब सुन लिया... चारो जन को रिटर्न गिफ्ट क्या चाहिए वो ये हर एक सेशन के बाद बताता था.. जो मैं आपको वो पहले बता देता हूँ... वो सब एक कागज़ में लिखा था...
कुमार: भाभी ए+ ग्रेड माल है... मतलब की फाइव स्टार रंडी है... तो रंडी होने के नाते निप्पल पर रिंग्स होने ही चाहिए... तो खीच के टॉर्चर करने में मज़ा आए... टॉर्चर सहन करना उसे पसन्द है इसलिए...
राजू: हम गरीबो को ऐसी रंडिया भी नसीब नही होती.. ना ही शादी के लिए ऐसी खूबसूरत बीवी मिलती है... मैं चाहता हूँ मैं उनको अपनी बीवी बना लूँ...
सचिन: भाभी को कही बाहर ले जाते है... भाभी को हमारे अलावा किसी और से भी चुदवाते है... मस्त कपड़े पहनाकर ता के हर कोई उसे घूरे... बहोत ही रफ सेक्स करना चाहते है... ऐसा के कोई काबू न रहे...
केविन: भाई, तेरी भाभी तो महा रण्डी निकली... मेरे पिताजी के कम्पनी की दो डील्स रुकी हुई है... करोडो आ सकते है... १०% तेरा... अगर वो दोनों क्लाइंट्स के साथ मीटिंग में भाभी आ जाए... थोडा खुश कर देंगे तो मज़ा आ जाए...
अरे बाप रे... ये लोग तो बहोत बड़े हवसी निकले.. मैंने केविन के कहने पर भाभी को देखने अंदर रूम में गया... तो ये नज़ारा पाया...
साला जो छोटे लोग सोच रहे थे उससे आगे निकल गया था केविन...
मैं: छोड़ू के रहने दू भाई के आने तक मादरचोद... साली रंडी ये कौनसा लेवल आया है हवस का... भोसडीकि?
भाभी: वो मैं और केविन बाद में बतायेगे... तुजे अभी चोदना है तो इसी हाल में चोद ले... पर तुजे ये बताना पड़ेगा...
मैं: क्या? पेंटी हटाना है वो?
भाभी: अरे उसे साइड में कर दे या काट डाल... भाड़ में जाए... पर तुजे... अगर मेरे बालो को पीछे गर्दन से हटाएगा..... तो रस्सी मिलेगी... वो रस्सी मेरे दोनों निप्पल से बंधी है एकदम टाइट... तो जब भी तू उसे खिंचेगा... मेरे मम्मे ऊपर निप्पल के सहारे आएंगे... मुझे मज़ा आएगा... और मुझे कहरते हुए देख तुजे भी...
मैं: साला ये तो आप दोनों ने सेक्स को एक लेवल उप कर दिया... अभी तो तुजे सब को रिटर्न गिफर देने है... वो पढ़ेगी तो तुजे और मजा आने वाला है...
भाभी: क्यों? क्या है...
मैं: पहले मैं तुजे अच्छे से ठोक तो लूँ...
भाभी: याद रहे मेरे निप्पल...
मैं: अरे वो तो पहले याद रहेंगे... मुझे मजा नहीं आएगा ऐसा कुछ भी करेगी के खीच लूंगा... कल से पुरे दिन की ये ड्यूटी है..
मैंने भाभी को बराबर चोदा और फिर जल्दी से सब ख़तम करके कमरे को पूरा चकाचक कर दिया... केविन ने तो पुरे रूम मैं भाभी की बराबर ले ली थी...