hotaks444
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मैं क्या बीवी लगती हूँ तुम्हारी?
मेरी आँखें खुलीं मैने मोबाइल मे देखा सुबह के सवा चार बज रहे थे , मुझे सुबह सवा नौ की फ्लाइट ले कर बॅंगलॉर जाना था. मैने कॅब वाले को फोन लगाया ही था कि बगल में लेटी शिखा ने मेरी छाती पर सिर रखकर उसे अपने गालों से आहिस्ता आहिस्ता सहलाया . मेरे ठंडे बदन पर उसके घने बालों गर्म हाथों और नर्म मुलायम गालों की छुअन का अहसास बड़ा ही मीठा था , दूसरी ओर से फ़ोन रिसीव कर लिया गया था , अचानक ही उस मीठे अहसास की जगह तेज जलन ने ले ली . "उफ़" मैं दर्द से कराहा , और फ़ोन काट दिया मेरी छाती के बाल शिखा की हीरे की अंगूठी में फँस कर टूट गये थे "ही ही ही" शिखा मेरी इस हालत पर हंस पड़ी . "सोई नहीं शिखा ?" उसके माथे को लेते हुए ही प्यार से चूमते हुए पूछा "नींद नहीं आई रात में?" "उन्हूँ " अंगड़ाई लेते हुए वह बोली और एकदम से मेरे उपर औंधी लेट गयी "तुम मुझे छोड़ कर जा रहे हो यह सोच कर पूरी रात जागती रही " फिर मेरी छाती को चूमते हुए धीरे से बोली "जाना ज़रूरी है?" "काम है भई , जाना तो पड़ेगा , और २-३ दिन की तो बात है" मैने प्यार से उसके बालों को सहलाते हुए बोला. "यहा पर भी तो हम काम ही कर रहे हैं " वह शरारत से बोली और मेरे सीने में मुँह छुपा लिया "हाँ भई , तुम्हारा पति तो वहाँ कॉल सेंटर में काम कर रहा है औरयहाँ तुम्हे मेरे साथ काम करना हैं , क्यों?" मैने उसको चिढ़ाते हुए कहा , और अगले ही पल उसने मुझे चिढ़ाने की सज़ा दे दी "आईई..आहह उफ़" मेरे मुँह से चीख निकल गयी उसने गुस्सा कर मेरे छाती के निप्पल्स पर जोरों से काट खाया 'छी..थू..थू" वह एकदम से उठी , नाइट लॅंप की रोशनी में मैं कुछ देख नही पाया लेकिन वह बाथरूम की ओर लपकी. "क्या हुआ ?" मैने उठकर बनियान पहनते हुए कहा लेकिन अभी वह बाथरूम में ही थी. मैं उठ कर वॉश बेसिन की ओर मुँह धोने गया और टॉवेल से मुँह पोंछ ही रहा था कि वह बाहर निकली. "बाथरूम का नल खराब हो गया है बदलवा लेना" उसने अपने बाल ठीक करते कहा "पानी टपक रहा है" "तुम ही कर दो न दिनभर में .. मुझे तो कुछ देर में निकलना है" मैने मुँह पोंछते कहा "अच्छा जी ? मैं क्या बीवी लगती हूँ तुम्हारी? जो तुम्हारे घर के सब काम करूँ ' उसने पूछा "नहीं तो मेरे बाथरूम के नल को बदलवाने कि तुम्हें क्या सुझि?" मैने भौंहें उचकाई "मुझे क्या पड़ी है" उसने मुँह बिचका कर कहा मैं उसकी इस अदा पर हंस पड़ा "और तुम यह छाती में कड़वा पाउडर क्यों लगाते हो?" उसने गुस्सा होते हुए पूछा "नहीं तो क्या चॉकलेट लगाऊ ?" मैने शेविंग का झाग बनाते हुए कहा "उस कड़वे पाउडर के गंदे टेस्ट से मुँह खराब हो गया मेरा " वह बुरा सा मुँह बनाते हुए मेरे बगल से गुज़री तो मैने पीछे से उसको अपनी बाँहों में भर लिया "अभी आपके मुँह का टेस्ट ठीक कर देता हूँ मेडम" " हटो मुझे चाय बनाने दो" वह कसमसाई "पहले मुझे अपनी शिखा के मुँह का टेस्ट तो ठीक करने दो" मैं उसकी गर्दन को चाटते हुए बोला और हम दोनो एक बार फिर बिस्तर पर गये और एक दूसरे में फिर से खो गये. शिखा बेंद्रे , अपने पति राजन बेंद्रे के साथ मेरे सामने वाले फ्लॅट में रहती थी , दोनो की शादी हुए ४ साल हो गये लेकिन कोई औलाद नहीं . राजन एक कंपनी में काम करता था और टुरिंग जॉब होने की वजह से सफ़र करता . शिखा एक हाउसवाइफ थी. दोनो अपर मिडिल क्लास मराठी कपल थे और गैर मराठी लोगों से ज़्यादा बात नहीं करते. वह तो मैं तीन महीने पहले इनके सामने वाले फ्लॅट में शिफ्ट हुआ तो बात चीत शुरू हुई.
मेरी आँखें खुलीं मैने मोबाइल मे देखा सुबह के सवा चार बज रहे थे , मुझे सुबह सवा नौ की फ्लाइट ले कर बॅंगलॉर जाना था. मैने कॅब वाले को फोन लगाया ही था कि बगल में लेटी शिखा ने मेरी छाती पर सिर रखकर उसे अपने गालों से आहिस्ता आहिस्ता सहलाया . मेरे ठंडे बदन पर उसके घने बालों गर्म हाथों और नर्म मुलायम गालों की छुअन का अहसास बड़ा ही मीठा था , दूसरी ओर से फ़ोन रिसीव कर लिया गया था , अचानक ही उस मीठे अहसास की जगह तेज जलन ने ले ली . "उफ़" मैं दर्द से कराहा , और फ़ोन काट दिया मेरी छाती के बाल शिखा की हीरे की अंगूठी में फँस कर टूट गये थे "ही ही ही" शिखा मेरी इस हालत पर हंस पड़ी . "सोई नहीं शिखा ?" उसके माथे को लेते हुए ही प्यार से चूमते हुए पूछा "नींद नहीं आई रात में?" "उन्हूँ " अंगड़ाई लेते हुए वह बोली और एकदम से मेरे उपर औंधी लेट गयी "तुम मुझे छोड़ कर जा रहे हो यह सोच कर पूरी रात जागती रही " फिर मेरी छाती को चूमते हुए धीरे से बोली "जाना ज़रूरी है?" "काम है भई , जाना तो पड़ेगा , और २-३ दिन की तो बात है" मैने प्यार से उसके बालों को सहलाते हुए बोला. "यहा पर भी तो हम काम ही कर रहे हैं " वह शरारत से बोली और मेरे सीने में मुँह छुपा लिया "हाँ भई , तुम्हारा पति तो वहाँ कॉल सेंटर में काम कर रहा है औरयहाँ तुम्हे मेरे साथ काम करना हैं , क्यों?" मैने उसको चिढ़ाते हुए कहा , और अगले ही पल उसने मुझे चिढ़ाने की सज़ा दे दी "आईई..आहह उफ़" मेरे मुँह से चीख निकल गयी उसने गुस्सा कर मेरे छाती के निप्पल्स पर जोरों से काट खाया 'छी..थू..थू" वह एकदम से उठी , नाइट लॅंप की रोशनी में मैं कुछ देख नही पाया लेकिन वह बाथरूम की ओर लपकी. "क्या हुआ ?" मैने उठकर बनियान पहनते हुए कहा लेकिन अभी वह बाथरूम में ही थी. मैं उठ कर वॉश बेसिन की ओर मुँह धोने गया और टॉवेल से मुँह पोंछ ही रहा था कि वह बाहर निकली. "बाथरूम का नल खराब हो गया है बदलवा लेना" उसने अपने बाल ठीक करते कहा "पानी टपक रहा है" "तुम ही कर दो न दिनभर में .. मुझे तो कुछ देर में निकलना है" मैने मुँह पोंछते कहा "अच्छा जी ? मैं क्या बीवी लगती हूँ तुम्हारी? जो तुम्हारे घर के सब काम करूँ ' उसने पूछा "नहीं तो मेरे बाथरूम के नल को बदलवाने कि तुम्हें क्या सुझि?" मैने भौंहें उचकाई "मुझे क्या पड़ी है" उसने मुँह बिचका कर कहा मैं उसकी इस अदा पर हंस पड़ा "और तुम यह छाती में कड़वा पाउडर क्यों लगाते हो?" उसने गुस्सा होते हुए पूछा "नहीं तो क्या चॉकलेट लगाऊ ?" मैने शेविंग का झाग बनाते हुए कहा "उस कड़वे पाउडर के गंदे टेस्ट से मुँह खराब हो गया मेरा " वह बुरा सा मुँह बनाते हुए मेरे बगल से गुज़री तो मैने पीछे से उसको अपनी बाँहों में भर लिया "अभी आपके मुँह का टेस्ट ठीक कर देता हूँ मेडम" " हटो मुझे चाय बनाने दो" वह कसमसाई "पहले मुझे अपनी शिखा के मुँह का टेस्ट तो ठीक करने दो" मैं उसकी गर्दन को चाटते हुए बोला और हम दोनो एक बार फिर बिस्तर पर गये और एक दूसरे में फिर से खो गये. शिखा बेंद्रे , अपने पति राजन बेंद्रे के साथ मेरे सामने वाले फ्लॅट में रहती थी , दोनो की शादी हुए ४ साल हो गये लेकिन कोई औलाद नहीं . राजन एक कंपनी में काम करता था और टुरिंग जॉब होने की वजह से सफ़र करता . शिखा एक हाउसवाइफ थी. दोनो अपर मिडिल क्लास मराठी कपल थे और गैर मराठी लोगों से ज़्यादा बात नहीं करते. वह तो मैं तीन महीने पहले इनके सामने वाले फ्लॅट में शिफ्ट हुआ तो बात चीत शुरू हुई.