Chuto ka Samundar - चूतो का समुंदर - Page 4 - SexBaba
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Chuto ka Samundar - चूतो का समुंदर

आंटी के ऐसा कहते ही मैने आंटी को अपने सामने खड़ा किया ओर उनकी पैंटी भी पकड़ कर फाड़ दी

अब आंटी मेरे सामने पूरी नंगी थी….लेकिन कमाल की बात ये थी कि वो शरमा नही रही थी

आंटी ने अपने दोनो हाथ अपने सिर के पीछे रख लिए,…


फिर आंटी ने इतराते हुए पूछा…

आंटी-पसंद आया माल

मैं-ऐसा माल किस्मत वालो को मिलता है

मैने इतना बोल कर आंटी को अपनी तरफ खींचा ऑर पलटा कर उनकी गंद को देखने लगा

आंटी-आअहह…क्या कर रहा है

मैं-उस गंद को देख रहा हूँ…जो मुझे मारनी है

आंटी(खुलकर बात कर रही थी)- मस्त है ना

मैं-आंटी …आप इतनी बोल्ड होगी ये सोचा भी नही था…ऐसे खुल कर बोल रही हो

आंटी(पलटकर)-अभी कहाँ…देखते जाओ मेरे जलवे….कि मैं चीज़ क्या हूँ…हहेहीहे

मैने – सब देखुगा…मेरी रानी….अब आ भी जा...

आंटी-हाँ जल्दी करो....मुझे मेरा माल दिखाओ

मैने जल्दी से आंटी को बेड पर पटक दिया…वो बेड पर पैर नीचे किए हुए…डाली थी..ओर मैने उठ कर अपनी जकेट ऑर टी-शर्ट निकाली

ऑर आंटी के पैरो के पास आकर दोनो हाथो से उनके दोनो पैरो को पकड़ कर उपेर किया…

मेरे सामने आंटी की बिना बालों की चूत आ गई…जिसे देखकर मेरे मुँह मे पानी आ गया ओर लंड कड़क होने लगा

मैं-आंटी…क्या मस्त चिकनी चूत है आपकी
आंटी-तेरे लिए ही चिकनी की है बेटा…

मैं-खा जाउन्गा इसे तो…..ऑर मैने जीभ से चूत को चाट लिया

आंटी-आअहह…खा जाओ बेटा….खा जाओ

मैं मुँह आंटी की चूत पर रख कर चाट ने लगा ओर आंटी सिसकने लगी

सीन कुछ ऐसा था...



मैं-सस्स्ररुउउप्प…सस्ररुउउप्प्प…

आंटी-आअहह…आआहह्ा…आहहह

मैं-सस्स्ररुउउप्प्प…आआहह…आंटी मज़ा आया

आंटी-आअहह…हहाा…..कक्खहाअ ज्ज्ज्जाऊओ

मैने अचानक जीभ को नुकीला करके आंटी की चूत के अंदर डाल दिया

आंटी-आआहह…..उउउंम्म….

मैने जीभ से चूत को चोदना स्टार्ट किया ऑर आंटी मस्ती मे आके बड़बड़ाने लगी

आंटी-आअहह…ययययए कक्क्क्यय्य्ाआ…क्क्कीिईयय्य्ाआ
आऐईीससाअ तो संजू के पापा ने…भी नही…ककक्कीिईयय्याअ
…आअहह

मैने अपनी स्पीड बढ़ा दी ओर जीभ से चुदाई चालू रखी

आंटी-आआहह…..म्म्म्मा ज़्ज़्ज़ाआ…एयेए गयगगयययाअ….आआववववीिइ त्ताआक्कक कक्खाअ त्ततहाअ…….तततुउउ

मैने मज़े से चूत चुदाई करते हुए आंटी की बाते सुन रहा था

आंटी—आऐईीइसस्साअ……पता होता……त्त्त्तूओ…कककाब्ब का तेरे.प्प्पाआससस्स…एयाया ज्ज्जात्त्तीइ…आआआहह…उूुुउउम्म्म्मम…आहह…माआईयईईई

इतना बोलते ही आंटी झड गई ऑर मैं चूत रस पीने लगा जब मैने चूत रस पूरा पी लिया.....
चूत रस पी कर मैं खड़ा होकर आंटी को देख कर बोला

मैं-आंटी ….मज़ा आया????

आंटी-आअहह…मेरे राजा इतना मज़ा पहली बार आया

मैं-खुश हो ना

आंटी-हाँ बेटा,….आज पहली बार जीभ से चुदि हूँ…खुश कर दिया तूने तो

मैं-अभी तो शुरुआत है…आगे-2 देखते जाओ

आंटी-हां बेटा…जल्दी दिखा…चूस्ता ऐसा है तो आगे तो कमाल करेगा….अब जल्दी आजा बेटा

मैने भी टाइम ना लेते हुए अपनी पेंट ऑर अंडरवर निकाल दी ….मेरा लंड जो लगभग पूरा खड़ा हो गया था…जैसे ही आंटी ने देखा तो…

आंटी-ओह माइ गॉड….ये तो...सच मे…बड़ा..

मैं-तो आपने क्या समझा था

आंटी बैठ कर लंड को हाथ मे लेकर देखने लगी ऑर

आंटी-इतना बड़ा कैसे……क्या ख़ाता है तू

मैं-आंटी…आपको पसंद आया कि नही

आंटी-बताती हूँ..ऑर आंटी मेरे लंड को किस करके मुँह मे ले गई ऑर चूसने लगी....



आंटी-सस्स्स्सुउउउप्प्प…ऊओंम्म….उउउंम्म….सस्स्रर्र्र्र्रप्प्प्प

मैं-आआहह…आंटी….क्कक्या चूस्ति हो….ओर तेज,…हहाअ …ऐसे ही

आंटी-सस्स्स्र्र्ररुउउप्प्प…..ऊओंम्म….उउउंम्म…सस्स्रररुउउप्प

मैं-आअहह…..पक्की रंडी हो….ऑर तेज…मेरी रंडी…आअहह…

जब मुझे लगा कि मैं झड़ने वाला हूँ तो मैने आंटी के मुँह से लंड निकाल लिया
मेरे लंड निकलते ही आंटी का मुँह ऐसा हो गया जैसे भूके से रोटी छीन ली हो…उनकी हालत देख कर मेरी हँसी निकल गई

आंटी-एयेए…क्या हुआ…

मैं-आंटी अब आपके उपर के होंठो का काम ख़तम ऑर नीचे वाले होंठो का काम स्टार्ट…

इतना कहकर मैने आंटी के पैरो को पकड़ कर उन्हे लिटा दिया…ऑर बिना कुछ बोले…लंड को चूत पर सेट करने लगा…
 
मैं-आंटी..

आंटी-हाँ

मैं-डाल दूं 

आंटी-हाँ बेटा जल्दी डाल दे अब बर्दास्त नही होता

मैने लंड आंटी की चूत के उपर रगड़ते हुए उनकी आखो मे देखा…तो आंटी शरमाने लगी….

आंटी-क्या हुआ बेटा

मैं-आंटी….आज से आप मेरी रखैल बनोगी

आंटी-शरमाते हुए….बना ले ना

मैं-सच

आंटी-सच मे…आहह…अब डाल भी दे

मैने आंटी को तड़पते हुए फिर कहा

मैं-पहले मेरी रखैल की तरह बोलो

आंटी-क्या

मैं-रखैल की तरह मिन्नते करो

आंटी-मेरे मालिक….अपनी गुलाम पर तरस खाओ ऑर मेरी फाड़ दो…आअहह…जल्दी

मैने 1 छोटा सा धक्का लगाया तो मेरा लंड आंटी की चूत मे एंटर हुआ….अभी टोपा ही अंदर गया था 

आंटी-आअहह….

मैं- आंटी…

आंटी-डाल दे 

मैने 1 तेज झटका मारा तो 5 इंच लंड चूत के अंदर

आंटी-आआहह…ब्बबाअदददाअ हहाऐईयइ….आअहह

मैं-आंटी..निकाल लूँ क्या

आंटी-नाआंणननी……

मैं-तो ये लो…ऑर मैने बाकी का3 इंच भी अंदर कर दिया

आंटी-आआहह,,,,,,म्म्म्मीमाआआ…..आआअहह….म्म्माीररर ग्गगाआयइ

आंटी के पति का लंड छोटा होगा…तभी आंटी चीख पड़ी

मैं- आंटी…

आंटी-आअहह…म्म्मा अररर द्ददडााल्ल्ल…र्ररुउउक्क्क ज्ज्जाआ

आंटी की आँखो मे आंशु आ गये थे लेकिन मैं तो आंटी को तडपा कर चोदना चाहता था…ताकि आंटी मेरे लंड की गुलाम हो जाए

मैने लंड को पीछे लिया ओर आधे से ज़्यादा बाहर करके 1 तेज धक्का मारा ऑर लंड पूरा अंदर डाल दिया….

इस शॉट से आंटी का मुँह खुला रह गया ऑर आँखे फटी रह गई

मैने कोई फ़िक्र ना करते हुए तेज़ी से धक्के मारना सुरू कर दिया

आंटी-आआहह.....अहहहह...आघह
म्म्माोरर.....गगग्गगाऐइ.......अर्र्ररुउउउक्क्क.....ज्ज्जाआअ.....म्म्म.म्मद्द्ददडाआररक्चो....हह..ऊ...द.द..द.....ड्ड....म्म्म्मा अररर द्द्ददडााललाल्ल्लाला

मैं-चुप कर रंडी....आज तेरी फाड़ डालुगा....

आंटी-आअहह......र्र्ररुउउउक्क्क ज्ज्जजाआाअ
आआहहह....म्म्मा.अररर ग्ग्गाऐइ

मैं धक्के मारते हुए सोचने लगा कि इतना तो कुवारि लड़की भी नही चिल्लाती.....ऑर ये तो 3 बच्चों की माँ है….फिर भी,,,साली नाटक कर रही है

मैने धक्को की स्पीड कम नही की...ऑर तेज़ी से आंटी को चोदने लगा...

थोड़ी देर बाद आंटी की चीखे....सिसकारियो मे बदल गई

मैं-आअहह…आंटी…..मज़ा आ रहा है

आंटी-आअहह,,,,,,कचछूड्द ड्डेययाल्ल…आअहह….त्ट्तीएजज़्ज़्ज

मैं-ये ले साली

आंटी-आअहह….फ़फफ़ाआद्ड डदीए बबबीएतत्टाआ……आआब्ब्बब तततुउउ …आअहह…..

मैं-आंटी….खुश हो????

आंटी-आअहह…तततुउउउ,,,,हहिि म्म्मरीएरररीि कक्चहूवततत ककक्काअ म्म्मा ल्ल्लीक्कककक….आअहह…ऊररर त्तीएज्ज्ज्ज..आअहह…म्म्माएअज़्जज आआ गगग्गययाअ
 
मैने थोड़ा रुक कर लंड बाहर निकाला तो शॉक्ड हो गया….क्योकि लंड पर खून लगा हुआ था….आंटी ने भी नीचे देखा ऑर बोली

आंटी-आअज असली मर्द से चुदि हूँ…

मैने इतना बोलते ही आंटी की चूत मे एक झटके मे लंड डाल दिया….

आंटी-आआहह…….म्म्म्मकमाआअ
म्म्म्मा ऐईयईई…..आऐईयइ

मैने लंड आंटी की चूत से निकाले बिना उनको घुमाते हुए साथ मे साइड मे बेड पर लेट गया….

अब मैं, आंटी के साइड मे था ओर मेरा लंड आंटी की चूत मे…...




मैने आंटी के एक पैर को हाथ से उठाकर धक्के देने स्टार्ट कर दिए…


ओर आंटी झड गई…..

मैं अब ऑर तेज़ी से आंटी को चोदने लगा….रूम मे पूछ पूछ की आवाज़ गूज़्ने लगी

आंटी-आअहह…..आअज्जज….सस्सीए तततुउउ म्मईएररर्राा …प्प्पाअत्त्त्तीइ…..आअज्जज आस्स्सल्ल्ल्लीी स्सुउउह्ह्हग्रात हहुउऊइ हहायिया
फ्फ़ादद्ड़ डडीईए ….आआब्ब्बब ययईई तततुउउम्म्म्महाअरर्रीि….आअहह


पूछ….पूछ….पूछ…पकुहह…थप—थप…आहह…य्ययहहाअ....आअहह
ऐसी आवाज़ो से रूम भर गया था

20-25 मिनट की चुदाई मे आंटी फिर से झड गई ऑर मैं भी झड़ने के करीब था…

मैने लंड आंटी की चूत से बाहर निकाला ऑर आंटी को उठा कर पलटा दिया ऑर आंटी को पीछे से कमर से पकड़ कर उठाकर थोड़ा उठाया ऑर उनके एक पैर को मोड़ा ओर दूसरा पैर आंटी ने बेड के नीचे रख लिया...

मैने आंटी की कमर को हाथ से पकड़ा ओर पीछे से लंड को आंटी की चूत मे डाल दिया….

आंटी ने अपने एक हाथ का सहारा लेकर अपने आप को कुतिया की तरह कर लिया…..

ऑर मुड़कर मुझे देखने लगी....



मैं एक हाथ ले जाकर आंटी के 1 बूब को दबाते हुए हुए प्यार से उनकी चूत मारने लगा….

अगले 10 मिनट मैने आंटी के बूब्स को बारी-बारी दबाते हुए आंटी को चोद रहा था …..

आंटी-आअहह…ऊओ……….ऊओररर त्तीएज्ज्ज…ब्ब्बीएत्त्ताअ…….म्म्माउअररर ल्ल्ल्ल्लीए……कक्चहूवततत…फफफफ़ाआड्द्ड़ …द्डदीए….आआहह

मैं-आअहह….आंटी…..मज़ा आया

आंटी-हहाा……पाअह्ह्ह्ल्ल्लीइ ब्बबाअरररर…..ईट्ट्टन्न्न्नाअ…म्म्मारआज़्ज़्ज़ाअ…आययय्या….आअहह….ब्ब्बबीएतत्टाअ…म्म्म्मा ऐईइईमन्न्णन्…आऐईयईईईईईईई

मैं-आंटी…मैं भी…आअहह

ऑर हम दोनो साथ मे झड़ने लगे…..
आंटी की चूत…पूरी भरने के बाद मे साइड मे लूड़क गया ऑर आंटी भी वैसे ही बेड पर लेट गई…....
करीब 15 मिनट बाद आंटी उठी ऑर लड़खड़ाते हुए बाथरूम गई…मैं भी बेड पर बैठ गया था…
जब आंटी बाथरूम से आई तो उनका चेहरा ख़ुसी से चमक रहा था..
मैं-क्या बात है आंटी
आंटी आकर मेरी गोद मे बैठ गई ऑर मुझे किस करके बोली
आंटी-आज से मैं तेरी
मैं-मान गई ना आंटी
आंटी-सच मे….इतना सोचा नही था…..आज तूने मुझे पहली बार चुदाई का असली मज़ा चखाया है
मैं-सॉरी आंटी….मैने आपको रुलाया…
आंटी(मेरे होंठो पर उंगली रखकर)-स्स्श्ह्ह……ऐसा दर्द तो मैं रोज सहना चाहुगी
मैं(आंटी की किस कर के)-तो आप खुश हो
आंटी-अर्रे…बहुत खुश….आज मेरी सही सुहागरात हुई
मैं-हां खून भी निकला था….हहहहहहा
आंटी-तभी तो….इतना लंबा ऑर इतना मोटा….पहली बार लिया है...
मैं-तो अब आप वही करोगी जो मैं कहुगा
आंटी-आज से दासी आपकी...हर बात मानेगी…हुकुम करो
मैं(टेस्ट लेता हूँ)- मैं पूनम को चोदना चाहता हूँ
आंटी(शॉक्ड हो गई फिर बोली)-कब चोदना है
अब मेरी बारी थी शॉक्ड होने की
मैं- सच मे पूनम की दिलवा दोगि
आंटी-अरे पूनम क्या जिसे भी कहो...उसे पटा कर ले आउन्गी..हाँ टाइम लगेगा
मैं-अच्छा तो पूनम के लिए कितना टाइम लगेगा
आंटी- टाइम तो लगेगा..कब चाहिए
मैं-जब मैं कहूँ तब ला दोगि
आंटी-मेरा ख्याल रखना बस...फिर जिसे कहोगे उसे मना के ले आउन्गी....

मैने सोचा चलो इसको बाद मे यूज़ करेगे ….कहाँ तक काम कर पाती है ये मेरा...देखते है
 
मैं-अभी नही…अभी तो आपका सफ़र शुरू होना है…..अभी सिर्फ़ मैं ऑर आप है….मज़े ही मज़े होगे

आंटी-मैं तैयार हूँ…जहा मन करे वहाँ हुकुम कर देना

मैं-ठीक है…अब जाओ ऑर रेडी हो जाओ

आंटी-कपड़े तो फाड़ दिए

मैं (1 बॉक्स की तरफ इसरा करके)- आप ये कपड़े पहनोगी

आंटी उठी ऑर बॉक्स मे से ड्रेस निकाल कर बोली…आंटी(चौुक्ते हुए)-ये ड्रेस….इतनी छोटी

मैं-हाँ यही पहनोगी...ऑर नीचे देखो..ऑर भी है

मैने आंटी के लिए 1 वेस्टर्न वेड्डिंग ड्रेस भी मग़वाई थी

आंटी-वाउ ये तो सच मे बहुत सुंदर है..

मैं-नही...आप पहानोगी तब सुंदर लगेगी

आंटी(मुस्कुरा कर)-थॅंक्स...पर ये तो महगी होगी

मैं-अब आप मेरी गर्लफ्रेंड हो...ऑर मेरी गर्लफ्रेंड सस्ती ड्रेस मे नही रह सकती

आंटी-लेकिन जो हमने खरीदी थी उनमे से नही है ये…कहाँ से आई

मैने कुछ ड्रेस सेल्स गर्ल से बोल कर घर भिजवा दी थी….

मैं- आपको इससे क्या…यही पहनो…ऑर वो भी... सब शादी मे पहन ना...ताकि वहाँ लोग आपको ही देखे

आंटी-लेकिन इनमे कुछ बहुत छोटी है...उसमे तो सब दिखेगा

मैं-यही तो मैं चाहता हूँ,,,,कि लोग आपको देखा कर गरम हो जाये…ऑर मेरे साथ आपको देख कर जल जाए

आंटी-मुझे शरम आती है

मैं(तेज आवाज़ मे)-आज से तुम मेरी पर्सनल रांड़ हो…मैं जैसे कहूँगा…वैसा ही करना पड़ेगा….जो पहनाउन्गा…वही पहनोगी…समझी

आंटी(गुस्से ऑर डर से)-मेरे घर पर क्या बोलुगी..बाहर निकलवा दोगे मुझे

मैं- नही इस सहर मे आप वैसी ही रहोगी जैसे आप चाहो….जब आप मेरे साथ होगी…अकेले मे या इस सहर से बाहर तो…मेरी रंडी रहोगी…समझी

आंटी(मुस्कुराते हुए)-इस सहर के बाहर तो मैं नंगी भी हो जाउन्गी…जब भी कहो

मैं-आंटी की गंद को हाथ मारकर-अब पहन लो….

आंटी-अहह….

मैं-रेडी हो जाओ…शादी मे पहुचने से पहले…तुम्हारी गांद भी खोलनी है

आंटी(खुश होते हुए)-सच….मैं तो पूरे रास्ते चुदने को तैयार हूँ….कहो तो शादी मे जाते ही नही….यही रहते है 2 दिन….दम से चोदो मुझे...

मैं-अरे नही..यहाँ तो मैं…अब कभी भी चोद लुगा….शादी मे चलो फिर दिखाता हूँ कि मैं तुम्हें कहाँ-कहाँ ऑर किस तरह से चोदता हूँ..ऑर फिर आपकी फरन्ड को भी आपका न्यू लुक दिखाना है ना

आंटी-ठीक है…बस मेरे परिवार की इज़्ज़त पर आँच ना आए….बाकी जो करना हो वो करना..मैं ना नही कहुगी

मैने आंटी को किस किया ऑर बोला

मैं-डॉन’ट वरी…अब रेडी हो जाओ…वैसे भी 2 घंटे हो गये है ऑर 4 घंटे का सफ़र है...ऑर रास्ते मे भी टाइम लगेगा

आंटी मुस्करा कर चेंज करने चली गई …

जब तक मैने 1 कॉल किया ओर कुछ सामान मंगवा लिया…. जो मुझे आगे काम आयगा मेरे प्लान मे…

और मैं भी रेडी होने के लिए आंटी के साथ बाथरूम मे घुस गया…..

मैं जैसे ही बाथरूम मे एंटर हुआ …आंटी ने मुझे देखते ही बोला

आंटी-क्या हुआ…मन नही भरा क्या…

मैं-आप जैसी माल साथ हो तो किसका मन भर जायगा

आंटी मेरे पास आई और मेरे लंड को हाथ से पकड़ कर बोली

आंटी-आज से मैं इसकी गुलाम हो गई….जितना चाहे उतना मन भर लो
मैने भी आंटी का एक बूब हाथ मे लेकर कहा

मैं-क्यो नही मेरी रानी…..लेकिन अभी आप रेडी हो जाओ….मस्ती तो स्टार्ट हुई है अभी

आंटी-मैं तो रेडी होने ही आई थी….तुम ही लेट कर रहे हो

मैं-अरे मुझे भी रेडी होना है….चलो दोनो साथ नहाते है…टाइम ऑर पानी दोनो बचाते है…ओके
 
आंटी ने मुस्कुरा कर शावर चालू कर दिया ऑर हम पानी बचाओ अभियान मे हिस्सेदार हो गये…हाहहहहा

नहाते हुए हम हल्की-फुल्की मस्ती करते रहे ओर बाहर निकल आए

जैसे ही हम बाहर आए तो सामने रश्मि खड़ी हुई थी कॉफी लेकर

आंटी ने रश्मि को देखा तो उनकी गंद फट गई ओर वो पत्थर की मूरत बन के खड़ी हो गई…

मैने आंटी की हालत देखी….ऑर बोला

मैं-अरे आप टेन्षन मत लो…..कुछ नही हुआ

आंटी(लड़खड़ाती आवाज़ मे)-ये…ये…क्या बोल रहे हहूओ…ये..ये…अंदर कैसे आई

मैने आंटी का डर भगाने का सोचा ओर रश्मि के पास जाकर उसके बूब्स दवाने लगा ऑर बोला

मैं-आंटी, ये भी मेरे लंड की गुलाम है…डॉन’ट वरी…

आंटी(थोड़ा नॉर्मल होते हुए)-क्या..?

मैं-अरे आंटी, जैसे मैने आप को अभी-अभी चोदा है…इसे कई बार चोद चुका हूँ वैसे ही…..ऑर आगे तुम दोनो को चोदुन्गा

आंटी(पूरी तरह नॉर्मल हो गई)-ओह्ह..तो ये बात है…मतलब ये सब जानती है

मैं(रश्मि की तरफ देख कर हंस दिया)-अरे आंटी ये सब सिर्फ़ जानती ही नही…बल्कि जब आप मेरे लंड का मज़ा ले रही थी…ये गेट से लाइव शो देख रही थी…हहहहा

मैं ऑर रश्मि साथ मे हँसने लगे…ओर आंटी शॉक्ड हो गई

आंटी-क्या..???...इसे पता था कि हम यहाँ क्या करने वाले है

मैं- अरे आंटी…..मैं ऐसे माल के साथ रूम मे अकेला क्या करता हूँ..ये अच्छी तरह जानती है

आंटी-ओह..तो मतलब ये प्लान फिक्स था

मैं-सच बोलू…कुछ फिक्स नही था…बस मैने इसे लेट आने को बोला था…ऑर अंदर आपके साथ मूड बन गया…ऑर जब ये आई तो आप अपनी गंद उछाल कर मेरा लंड अंदर ले रही थी…बस इसने भी लाइव शो एंजाय किया

मैं ऑर रश्मि फिर से हँसने लगे

रश्मि-अरे मेडम आप टेन्षन मत लो…..जब चाहे चुदवाना…सर का लंड ही ऐसा है कि कोई भी चूत गुलाम बन जाय इसकी….

आंटी-ठीक है, जब पता चल ही गया तो शरम कैसी …पर प्लज़्ज़्ज़…किसी को पता ना चले

रश्मि-आप टेन्षन मत लो…हम यहाँ जितनी भी मस्ती कर सकते है…..किसी को पता नही चलेगा…आप कॉफी पियो ऑर रिलॅक्स हो जाओ

तभी मेन डोर की बेल बजी…

रश्मि-मैं देखती हूँ…डॉन’ट वरी
इसके बाद रश्मि कॉफी देकर बाहर निकल गई ऑर मैने कपड़े पहन लिए…आंटी ने ब्रा-पैंटी दिखाते हुए बोला कि

आंटी-कौन सी पहनूं

मैं(इशारे से)-ये वाली..ऑर हां ड्रेस ये पहनॉगी

आंटी-ओके बट छोटी है

मैने आंटी को बता दिया कि मैने ऐसी ही कुछ ऑर ड्रेस मग़वा ली है…ऑर वो इससे भी छोटी है…मैं आपको ऐसे ही घुमाना चाहता हूँ….इतने मे रश्मि एक बॉक्स लेकर आ गई…

रश्मि-सर ये आपके लिए

मैं-उसे वहाँ रख दो ऑर तुम जाओ

रश्मि(बॉक्स रखते हुए)-ओके

रश्मि के जाने के बाद आंटी ने मेरी सेलेक्ट की हुई ड्रेस पहन ली…..


सच मे ड्रेस मे आंटी सेक्सी लग रही थी…शायद साड़ी के अलावा आज उन्होने कुछ न्यू ड्रेस पहना होगा…...

आंटी के बूब्स ड्रेस मे समा ही नही रहे थे…वो आधे से ज़्यादा ड्रेस के बाहर थे…..मैने ड्रेस ही ऐसी दिलाई थी

नीचे भी ड्रेस आंटी के घुटनो के उपर तक थी….गंद बस छुपी हुई थी ऑर आंटी के सेक्सी लेग नंगे थे…. 

आंटी की गंद सॉफ-सॉफ उभरी हुई दिखाई दे रही थी ..….

आंटी ने अपने आप को देखा ऑर बोली

आंटी-बेटा ये तो….छोटी है

मैं-आंटी इसी लिए तो पहनाई है

आंटी-मेरी पूरी बॉडी दिख रही है बेटा

मैं-आंटी…मैं आपको ऐसे ही घुमाना चाहता हूँ…ताकि पूरे टाइम आपकी बॉडी के मज़ा ले सकूँ

आंटी-बट किसी के सामने जाउन्गी तो अच्छा नही होगा.

मैं-क्यो नही होगा…मैं चाहता हूँ कि सब आपको देखें…ऑर मुझसे जले

आंटी-पर बेटा सब क्या सोचेगे कि मैं रंडी हूँ ..???

मैं-हां ऐसा ही सोचेगे…मैं यही चाहता हूँ कि सब ये ही सोचे कि तुम मेरी रंडी हो…समझी

आंटी मेरी बात सुनकर शॉक्ड हो गई

आंटी-क्या बोल रहे हो बेटा
 
मैं-आंटी….आज से आप मेरी रंडी हो ऑर मैं जैसे चाहूं , जब चाहूं,,,कुछ भी करवाउन्गा तुमसे …याद रखना

आंटी-ठीक है…बस मेरे घर मे पता नही चलना चाहिए….बाकी जो कहो मैं तैयार हूँ

मैने आंटी की गंद पर चपत लगा कर बोला

मैं-मेरी रंडी टेन्षन मत ले…बस मज़े के लिए तैयार हो जा...आज से आपकी न्यू लाइफ स्टार्ट…ऑर हाँ उस बॉक्स मे इससे भी छोटी ड्रेस है ये आपको शादी के घर पहनाउन्गा…देखते जाओ आंटी मैं आपको सेक्स बॉम्ब बना दूँगा…

आंटी-बेटा इतना खर्चा क्यो...काफ़ी ड्रेस थी ना

मैं- आंटी आपकी फरन्डस देखेगी तो जलेगी कि आप भी खर्च करने मे कम नही ऑर सबके मुँह बंद हो जायगे..


ओर ये कह कर मैं नीचे आ गया...ऑर आंटी मेक-अप करके आयगी…ऐसा बोल कर मेक-अप करने लगी

मैने जैसे ही नीचे आया तो रश्मि से बोला

मैं-काम हो गया

रश्मि-हाँ सर...जैसा आप ने कहा था वैसा हो गया

मैं-ओके...1 काम करो उसे संभाल के रखना...मैं कुछ दिन बाद जब घर आउन्गा तब देना मुझे ओके

रश्मि-जी सर

मैने रश्मि को एक काम बोला था….जो मेरे लिए आगे काम आयगा…प्लान क्या था ऑर मैने क्या संभाल के रखने को बोला…ये राज कहानी मे आगे खुलेगा…सही टाइम पर

मैं और रश्मि बात ही कर रहे थे कि आंटी नीचे आती हुई दिखाई दी…क्या माल लग रही थी आंटी….…

उनको इस ड्रेस मे देख कर किसी का लंड भी खड़ा हो जाय…

उपर से उनके बड़े-2 बूब्स , जो आधे बाहर थे ऑर मस्त उभरी हुई गंद ….बुड्ढे का लंड भी खड़ा कर दे…

मैं आंटी को देख ही रहा था कि रश्मि धीरे से बोली

रश्मि-सर आइटम तो मस्त चूज़ की आपने ऑर ड्रेस भी…अब क्या करने वाले हो आप

मैं-देखती जाओ....इस साली को सच मे सेक्स बॉम्ब ना बनाया तो मेरा नाम नही....

मैं-(मन मे)-मुझसे पंगा लेने का सोचा साली ने...अब देखना कैसी हालत करता हूँ इसकी...ऑर इसके साथियो की

( कहानी मे जो भी बात अभी आपके सामने नही आई...वो आपको कहानी के साथ पता चलती जाएगी…ये आंटी के पंगे वाली बात भी जल्दी ही सामने आयगी…....
आप लोग पॅशन्स रखे प्लज़्ज़्ज़ )


इतने मे आंटी हमारे पास आ गई ऑर बोली

आंटी-बेटा सच मे ऐसे ही चलूं

मैं-अब क्या लिख कर दूं मेरी रांड़

आंटी-ओके, बेटा अब मेरी इज़्ज़त तेरे हाथ मे जो..करना है करो बस...किसी को पता ना चले

मैं-डॉन’ट वरी …आपके घर मे आपकी इज़्ज़त वैसी ही रहेगी…बस बाहर वैसी होगी जैसी मैं चाहूगा

आंटी-मतलब..???

मैं(बात संभालते हुए)-अरे मतलब मेरी पर्सनल रांड़…ऑर अब चलो …आपकी फ्रेंड की भी जलानी है ना

आंटी-हाँ…उसे जलाने के लिए तो कुछ भी कर सकती हूँ

मैं-ओके…रश्मि हम जा रहे है….टेककेइर

इसके बाद हम बाहर आकर कार मे बैठे ऑर निकल गये आंटी की फ्रेंड के गाओं की तरफ…

( आक्च्युयली वो गाओं से बड़ा ही था…कस्बे के जैसा
हमे लगभग 4 घंटे की ड्राइव करनी थी….अभी दोपहर के 1.30 हो रहे थे तो हम 5.30 तक पहुच सकते थे 

बट इतनी जल्दी जा कर क्या करना है….अभी तो सफ़र शुरू हुआ है …आगे-2 देखो क्या-क्या होता है..)

मैं कार चलाते हुए आगे का प्लान कर रहा था कि तभी आंटी बोली

आंटी-चलो अच्छा है तुम्हारी कार मे कोई बाहर से अंदर नही देख पाता ..नही तो कोई भी देख लेता

मैं-डॉन’ट वरी…यहाँ आप सेफ है….हां यहाँ से निकलने के बाद आपको बदल के रख दूँगा

आंटी-क्या मतलब

मैं-कुछ नही…मतलब ये कि सहर से बाहर निकलते ही मेरे साथ मेरी आंटी नही होगी…बल्कि मेरी पर्सनल रंडी होगी

आंटी(मुस्कुरा कर)-जो हुकुम सर

मैं ऑर आंटी..ऐसे ही मस्ती भरी बाते करते हुए जा रहे थे …लगभग 30 मिनट बाद हम सहर से बाहर आ गये …

अब हम हाइवे पर थे..जहाँ दोनो तरफ पेड़ ऑर खेत ही दिखाई दे रहे थे…

दूर-2 तक कोई इंसान नज़र नही आ रहा था..हाँ थोड़ा ट्रॅफिक ज़रूर मिल रहा था इस हाइवे पर…

मैने सोचा चलो अब इसको असली मे रंडी बनाने का प्लान शुरू करते है…..क्या करूँ….

कुछ सोच कर…हाँ ये सही रहेगा…अगर ये मान गई तो शादी मे पहुचने से पहले इसकी बची हुई शरम दूर हो जाएगी…ऑर ये फिर कही भी चुदने को रेडी हो जाएगी…पक्की रंडी की तरह…हम ऐसा ही करता हूँ…
 
मैने अपने मन मे कुछ सोचकर डिसाइड किया कि आज आंटी की शरम को पूरी तरह भगा देना है…बट मेरे पास टाइम कम था…हमे शादी मे भी पहुचना था

मुझे सोच मे डूबे हुए देख कर आंटी बोली

आंटी-क्या सोच रहे हो

मैं-अर्रे..कुछ नही…बस ये सोच रहा था कि इतनी जल्दी पहुच कर क्या करेगे

आंटी-अरे मेरी कई फ्रेंड्स आयगी वहाँ …तो सबसे मिल लुगी ना

मैं-आंटी 1 बात बोलू

आंटी-हाँ बोलो

मैं-आंटी आपकी फ्रेंड्स भी आपकी तरह है…

आंटी-मतलब

मैं-मेरा मतलब था कि क्या वो भी आपकी तरह पसंद रखती है

आंटी(आँखे उपर कर के)-मेरी तरह पसंद…मतलब…क्या चल रहा है माइंड मे 

मैं-(हँसते हुए)-अर्रे कुछ नही आंटी मैं तो बस ये बोल रहा था कि क्या मुझे कुछ फ़ायदा हो सकता है कि नही

आंटी-क्यो…मुझसे दिल भर गया…जो मेरी फ्रेंड्स चाहिए

मैं(आंटी के बूब्स पर हाथ फेरते हुए)-अरे नही जान …तुझे तो अभी चखा है….अभी तो खाना है तुझको…निचोड़ कर…ये कहकर मैने बूब को तेज़ी से दवा दिया

आंटी-आआअहह…तो खा लो ना….दूसरो का क्यों पूछ रहे हो

मैं- क्यो आंटी….आप मेरा फ़ायदा नही करवा सकती…ऑर मैने बूब दवाने की गति बढ़ा दी…ऑर एक हाथ से ड्राइव करने लगा

आंटी---आओऊउककच….हाँ बेटा करवा दुगी …मेरी कुछ फरन्ड शायद तेरे लंड के नीचे आ जाय….आख़िर वो भी तो मस्त लंड मांगती है

मैं-ये हुई ना बात ….अब मज़ा आया

आंटी-आअहह...बट अभी मेरा ख्याल रखो बस...वो बाद मे देखेगे

मैं-ओके आंटी तो शुरू हो जाओ….मस्ती यही से स्टार्ट होती है

इतना कह कर मैने आंटी के बूब से अपना हाथ खीच लिया ऑर उन्हे मेरे लंड की तरफ इशारा किया…

आंटी मेरा इशारा समझ गई ओर थोड़ा पास आ कर मेरे पेंट के उपर से मेरे लंड पर हाथ फेरने लगी…


मैने कार ड्राइव कर रहा था और आंटी मेरा लंड सहलाए जा रही थी…कुछ देर बाद मेरा लंड अपनी औकात दिखाने लगा…

आंटी-(हँसते हुए)-ओह हो…तैयार हो गया

मैं-अभी कहा आंटी….तैयार तो ये तब होगा जब आपके गरम-2 होंठो से होते हुए आपने मुँह मे जायगा….

आंटी-अच्छा..ऐसी बात है….अभी तैयार करती हूँ

इतना बोलकर…आंटी ने अपनी सॅंडल को शीट के नीचे निकाला…ऑर कार की शीट पर मेरी तरफ मुँह करके घुटनो के बल बैठ गई……ऑर आंटी ने अपने हाथो से मेरे पेंट की ज़िप को खोला ऑर अंडरवर के अंदर से मेरा लंड बाहर कर लिया …

मेरा लंड बाहर आते ही फड्फाडाने लगा….जो अभी पूरा खड़ा नही था….

आंटी ने एक हाथ से मेरे लंड को पकड़ा ऑर दूसरा हाथ कार के सामने वाले बोर्ड पर रखा ओर लंड की मूठ मारने लगी

मैं-आअहह…आंटी..आअराम से…मज़ा आ गया

आंटी कुछ देर तक लंड हिलाने के बाद बोली

आंटी-अब और मज़ा आएगा 

और इतना बोलते ही आंटी ने झुक कर मेरे लंड को पूरा का पूरा मुँह मे भर लिया ऑर मस्ती मे लंड चुसाइ करने लगी...


मेरे लिए अब ड्राइविंग मुस्किल हो रही थी….तो मैने कार रोड के साइड से कर के स्लो चलाना शुरू कर दिया ऑर लंड चुसाइ का मज़ा लेने लगा

मैं-आंटी…..क्या चूस रही हो….आप तो एक्सपर्ट रंडी की तरह कर रही हो चुसाइ

आंटी-सस्स्ररुउउप्प्प….सस्स्रररुउउप्प्प…ऊओंम्म्मममह…सस्स्रररुउउप्प्प

मैं-आअहह…ओर तेज मेरी जान

आंटी-सस्स्ररुउउप्प्प….सस्रररुउउप्प्प्प….ऊओंम्मह…सस्स्रररुउउप्प्प्प

इसी तरह आंटी लंड को चूसे जा रही थी…मैने भी आंटी की ड्रेस को एक हाथ से गंद के उपर करके उनकी कमर पर चढ़ा दिया…ऑर अपनी 1 उंगली ले जाकर पैंटी को साइड करके आंटी की चूत मे डाल दिया

आंटी-ऊओंम्म…सस्स्ररुउउप्प्प…सस्स्रररुउउप्प्प…ऊओंम्म्ममह

मैं-आहह…ओर तेज आंटी…हाँ…ऐसे ही….अंदर तक ले जाओ

आंटी-ऊमम्मह..सस्स्ररुउउप्प्प्प…..सस्रररुउउप्प्प….उउउम्म्म्मह
 
करीब 5 मिनट आंटी बिना लंड को मुँह से निकाले चूस्ति रही ओर मैं 1 उंगली से आंटी की चूत मारता रह….ऑर 1 हाथ से ड्राइव कर रहा था

कार की स्पीड बहुत कम थी बट आंटी की नही….मैने अब कार को रोक लिया ऑर दो उंगली आंटी की चूत मे डाल दी ऑर तेज़ी से अंदर बाहर करने लगा….



आंटी तो जैसे आज पागल हो गई थी….10 मिनट से मेरा लंड उनके मुँह मे था ओर वो चूसे जा रही थी

आंटी-सस्रररुउुउउप्प्प्प्प्प….सस्स्स्र्र्ररुउुउउप्प्प…..उूुउउम्म्म्ममनममम….सस्स्र्र्ररुउउउप्प्प्प

मैं-आंटी …मज़ा आ गया…आअहह

अचनाक आंटी अकड़ने लगी तो मैं समझ गया कि मेरी उंगलियो का कमाल है ये ऑर मैं तेज़ी से उंगली को आंटी की चूत मे अंदर बाहर करने लगा….

थोड़ी ही देर मे आंटी झड गई ऑर उनका पूरा चूत रस मेरे हाथ से बहता हुआ कार की शीट पर जाने लगा….अब आंटी ने लंड को मुँह से निकाला…

आंटी-आअहह…..मज़ा आ गया…ऑर ये बोलकर फिर से पहले की तरह लंड चूसने लगी…

कुछ देर बाद मैं भी झड़ने लगा

मैं-आअहह…आअहह…आंटी….मैं…आआया…..पी जाओ

मेरे झड़ने पर आंटी ने लंड को चूसना जारी रखा ओर गपगाप मेरा लंड रस अपने गले से उतार लिया.......
ऑर जब लंड रस पी लिया तो मेरे लंड को चूस के सॉफ कर दिया…तब उसे मुँह से निकाला

आंटी फिर शीट पर टिक कर बैठ गई

आंटी-आअहह….मज़ा आया..???

मैं-बहुत…आपको??

आंटी-मुझे भी

मैं-आंटी आज तो आप एक्सपर्ट रंडी की तरह चूस रही थी

आंटी-अब तुम्हारी रंडी बन ना है तो वैसे काम भी करने पड़ेंगे ना

हम दोनो ही इस बात पर हँसने लगे…

फिर मैने कुछ सोच कर कहा…

मैं-आंटी…आप वो करोगी जो मैं कहुगा

आंटी-कोई शक है क्या…बोल के देख लो

मैं-पलट मत जाना

आंटी-मैं तुम्हारी हूँ…जो कहोगे ..वो करूगी

मैं-ठीक है तो अब आपको खुले आसमान के नीचे चोदता हूँ

आंटी-तुम जहाँ चाहो वहाँ चोदो…मैं तैयार हूँ

मैं-पक्का

आंटी(मेर लंड को हाथ से मसल्ते हुए)- सर…आपकी पर्सनल रंडी हूँ….लाइफ टाइम के लिए…कुछ भी कर सकती हूँ…आपकी खुशी के लिए

मैने आंटी को किस किया ऑर बोला…

मैं-चलो कोई अच्छी जगह देखते है…

ओर मैने कार की स्पीड बढ़ाई ऑर जाते हुए जगह भी देखने लगा …जहाँ मैं आंटी की चुदाई कर सकूँ

करीप 45 मिनट के सफ़र के बाद मुझे 1 मस्त खेत दिखा …जहाँ कुछ बड़े-2 पेड़ दिख रहे थे…ओर 1 छोटा सा लकड़ी का घर भी था वहाँ...

वो मेन रोड से थोड़ा हटकर जगह थी….मैने कार को वहाँ मोड़ दिया…ऑर साइड मे लगा दिया

आंटी-ह्म्म..यहाँ???

मैं-हाँ, यहाँ…आ जाओ…

ऑर हम कार ने निकल कर कार लॉक करके खेत मे जाने लगे….अब आंटी बिंदास लग रही थी…कोई कह भी नही सकता था कि ये एक हाउसवाइफ है…

हम खेत के अंदर पहुचे तो हमे एक तरफ छोटा का मैदान दिखाई दिया …वहाँ पर बड़े-2 पेड़ भी लगे थे ऑर घास भी मस्त थी…

मैने सोचा..यहाँ चुदाई का मज़ा आयगा…ऑर मैने आंटी को कमर से पकड़ कर वहाँ चलना शुरू किया…

जब हम वहाँ पहुचे…तो नज़ारा देख कर हम खुश हो गये…चारो तरफ घास थी …ऑर उपर से पेड़ो की छाया…

आंटी-वाउ…यहाँ तो मज़ा आ जायगा

मैं- बिल्कुल

आंटी-मैने कभी सोचा भी नही था कि मैं ऐसी जगह भी चुदाई करूगी

मैं(आंटी की गंद दवाकर)-अब देखती जाओ मैं ….कहाँ-कहाँ…ऑर कैसे –कैसे तुम्हारी चूत ऑर गंद को फाड़ता हूँ..

आंटी-आहह….अब मेरी चूत , गंद ऑर ये बॉडी तुम्हारी है…जैसे चाहो यूज़ करो..


मैने आंटी को वही बैठने को कहा ओर आंटी…घास पर बैठने लगी…तभी रुक कर बोली

आंटी-ड्रेस खराब हो जाएगी

मैं-हां, सही कहा…तो निकाल दो

आंटी-यहाँ???...कोई देख ना ले

मैं-देख लेगा तो क्या

आंटी-मतलब….क्या है

मैं-तुम मेरी हो…मैं जो कहता हूँ वैसा करो

आंटी-तुम जो कहो…बट कोई दूसरा आ गया तो

मैं(कुछ सोच कर)-अगर आ गया…तो मैं उसी के सामने तुम्हे चोदुन्गा…कोई प्राब्लम

आंटी(चुप रही)-……

मैं-बोलो क्या हुआ

आंटी(थोड़ा सोच कर)-तुम कैसे भी चोदो…कोई प्राब्लम नही…खुश
 
मैं आंटी के पास गया ऑर हम दोनो ने साथ मे आंटी की ड्रेस निकाल दी ऑर साइड मे पेड़ पर रख दी…अब आंटी ब्रा-पैंटी मे थी...


मैं- अब इसे भी निकाल दो

आंटी- निकाल दूगी जल्दी क्या है

मैं जल्दी है....टाइम कम है आंटी

आंटी- ओके....ऑर ये कह कर आंटी ने ब्रा-पैंटी भी निकाल दी ऑर पूरी नंगी हो गई

मैं- आंटी अब 1 मस्त पोज़ दो...आपकी 1 पिक्चर लेता हूँ

आंटी- पिक्चर क्यो...???

मैं- आप पोज़ दोगि या नही

आंटी- ओके गुस्सा नही....तुम जो भी कहो

फिर आंटी ने एक मस्त न्यूड पोज़ दिया ऑर मैने आंटी की नंगी पिक्चर मोबाइल से क्लिक कर के सेव कर ली...

ये पिक्चर आगे शायद मेरे काम आ जाय...
फिर आंटी ने एक मस्त न्यूड पोज़ दिया ऑर मैने आंटी की नंगी पिक्चर मोबाइल से क्लिक कर के सेव कर ली...

मैं-अब बनी ना तू मेरी पक्की रंडी

आंटी(मुस्कुरा कर)-अब जल्दी करो…शादी मे भी जाना है
शादी का नाम सुनते ही मैने टाइम देखा …2.50 बज रहे थे ऑर अभी हमे अप्रॉक्स 3 घंटे ऑर ड्राइव करना था…

मैं-अरे जाना क्यो नही है…जाएगे नही तो तेरी फ्रेंड की कैसे मिलेगी…..चल आजा मेरी रानी…लंड को जगा फिर से

मेरे बोलते ही आंटी झट से मेरे पास आई ऑर मेरा पेंट खोल कर के नीचे कर दिया ऑर देखता ही देखते मेरी अंडरवर भी…ओर आंटी घटनो पर आ कर मेरा लंड चूसने लगी….

मैं- हाँ….ऐसे ही जल्दी करो टाइम कम है

आंटी मेरी बात सुनकर फुल स्पीड मे लंड चूसने लगी….


आंटी ने 10 मिनट तक लंड चूसना चालू रखा…क्योकि मैं झड के आया था तो लंड 10 मिनट मे जाकर पूरा खड़ा हुआ….

जैसे ही मेरा लंड औकात पर आया मैने आंटी को रोक कर खड़ा किया ऑर उनके बूब्स चूसने लगा

मेरा एक हाथ आंटी के दूसरे बूब्स पर था….ऑर मैं…मुँह मे भर कर एक बूब को चूसे जा रहा था….

आंटी-आहह….ऐसे ही…हाँ मेरे राजा…चूस डालो

मैं-सस्स्रररुउउप्प्प…सस्स्रररुउउप्प्प…उूउउम्म्म्मम

आंटी-आअहह….हहाअ….आईीससीए हहिि…ज्ज्ज्ूओर्रर से…खा जाओ

मैने अपना मुँह दूसरे बूब पर लगाया और हाथ को दूसरे बूब पर...ऑर तेज़ी से बूब्स पर काम शुरू कर दिया….

आंटी के दोनो बूब्स….पूरी तरह कड़क हो गये थे…ऑर आंटी अपने हाथ से अपनी चूत मसल रही थी

5 मिनट बूब्स चूसने के बाद मैने बूब छोड़ दिए ओर अपने कपड़े निकाल के आंटी के सामने घुटनो पर बैठ गया….

आंटी मेरा इशारा समझ गई…ऑर दोनो पैर फैला कर चूत चाट ने की दावत देने लगी…

मेरे सामने आंटी की राशीली चूत आ गई….

आंटी की चूत फटी तो थी…पर थी कमाल थी…ऑर अभी रस से भीगी हुई है…

मैने आंटी की चिकनी चूत के पास मुँह किया तो 1 मस्त खुसबु….मेरी नाक ने समा गई…..

मैं-आअहह…क्या महक है आंटी…
ओर मैने अपने हाथो से आंटी की जाघो को खोला ऑर जीभ से आंटी की चूत चाट ली

मैं-सस्ररुउउप्प्प

आंटी-आअहह….

मैं थोड़ी देर ऐसे ही चूत चाट ता रहा ...
फिर मैने आंटी को अपने सामने कुतिया बनने को कहा…

जैसे ही आंटी कुतिया की तरह झुकी…उनकी चूत ऑर गंद खुल के मेरे सामने आ गई….


मैने अपनी जीभ की नुकीला किया ऑर हाथ से आंटी की गंद को दोनो तरफ से पकड़ कर फैलाया ओर जीभ को गंद के छेद मे अंदर कर दिया….

आंटी-आअहह……ययययए …क्याअ….

मैने थोड़ी देर जीभ को आंटी की गंद के छेद पर फेरा फिर बोला

मैं-मज़ा आया आंटी

आंटी-आअहह…सच मे…पहली बार इतना मज़ा आया…आज तक किसी ने मेरी गंद पर जीभ नही चलाई

मैं-आंटी….देखती जाओ…जो आज तक नही हुआ वो सब होगा…आप बस मज़े लो
आंटी-आअहह…बेटा ऐसे मज़े के लिए….तो कुछ भी कर सकती हूँ….

मैं-तो आंटी गंद मार लूँ…

आंटी-जो करना है कर लो…पर प्यार से मारना क्योकि मैने गंद कई दिनो से नही मरवाई ऑर…केवल 4-5 बार ही गंद मरवाई है बेटा…वो भी 5 इंच के लंड से..आहह

मैं-डोंट वरी....मैं प्यार से फाडुन्गा आपकी गंद

आंटी-तब तो तुम जैसा कहो…मैं वैसा करूगी...फाड़ दो बेटा...आहह

मैं-ठीक है…अब आप मज़े लो...

मैं फिर से जीभ से आंटी की गंद को ऑर चूत को चाट ता ऑर चोदता रहा….

फिर मैने जीभ आंटी की गंद मे और एक उंगली आंटी की चूत मे घुसा के गंद को चूसना ऑर चूत को उंगली से चोदना तेज कर दिया.....


ऑर 2-3 मिनट मे ही....
 
आंटी-आअहह….माआयन्न्न…ग्गगाइइइ…आअझहह

मैं-उूउउम्म्म्म….सस्रररुउउप्प्प…..सस्स्रररुउउप्प्प्प्प्प..सस्स्स्स्रररुउउप्प्प….आआहह

मैने आंटी का सारा चूत रस पी लिया...
मैने आंटी का सारा चूत रस पी लिया ऑर बोला

मैं-आअहह…मज़ा आ गया…

आंटी-आआहह…बहुत मज़ा…आआया बेटा…ऐसे खुले मे चूत भी ज़्यादा ही गरम हो गई

मैं-हाहहहहा….तो होने दो ना…मैं हूँ ना ठंडा करने को…

आंटी-आजा बेटा…अब डाल भी दे

मैं-(कुछ सोच कर)-आंटी क्यो ना हम अपनी चुदाई को याद गार बने…

आंटी-मतलब बेटा..क्यों..???

मैं-देखो आंटी ऐसी खुली जगह मे पहली बाद चुदाई कर रहे है ऑर आपकी गंद को भी पहली बार मस्त लंड मिलेगा..
तो क्यो ना हम इस चुदाई को कमरे मे क़ैद कर ले..

आंटी-बेटा तुम जैसा चाहो…पर कौन रेकॉर्ड करेगा….???

आंटी –रूको अभी बताता हूँ

ओर मैने खड़े होकर अपना सेल लिया ऑर पास मे लगे एक पेड़ पर सेट कर दिया…जहाँ से हमारी चुदाई सॉफ-सॉफ दिखेगी….

( मेरे पास काफ़ी अच्छा , महगा वाला सेल है जिसकी सी क़्वालिटी बहुत शानदार है)

जब मैने कॅमरा सेट कर दिया तो वापस आंटी के पास गया ऑर बोला

मैं-अब आ जाओ आंटी अपनी पॉर्न मूवी बनाते है…

इतना बोल कर मैने आंटी के साइड मे लेट गया ऑर आंटी को लंड चूसने का इशारा किया...

आंटी ने एक्सपर्ट रंडी की तरह मेरे लंड को मुँह मे भर लिया ओर चूसने लगी…

आंटी बीच -2 मे कमरे की तरफ देखते हुए मेरा लंड चूस रही थी…ताकि फिल्म अच्छे से बने

मैने 1 मिनट लंड चुसवाने के बाद आंटी को बोला

मैं-आ जाओ जान…आज स्वारी करवाता हूँ….लंड की

आंटी ने देर ना करते हुए दोनो पैर मेरे पैरो के साइड मे रखे ऑर अपनी चूत को लंड के उपर सेट करके बोली

आंटी-ऐसी सवारी करने मिले तो मैं हमेशा इसी पर स्वर रहहुउऊुउउ….

आंटी बात पूरी कर पति उसके पहले मैने आंटी की कमर पकड़ कर नीचे से एक झटका दिया ओर आधा लंड आंटी की चूत मे सरसराता हुआ घुस गया

ओर आंटी का मुँह खुल गया….


आंटी-आअहह….आआहह

मैं-मज़ा आया

आंटी-आअहह…बहुत….बता तो…द्डदीईत्ट्तीईए

आंटी बोल ही रही थी कि मैने फिर से वैसे ही झटका मारा ऑर आंटी की चूत मेरा पूरा लंड गटक गई…..


आंटी-आआहह…..म्म्म्मा आररररर ड्ड्ड्डयाययाऑल्ल्लआयाया

मैं आंटी को नीचे से धक्के मारता हुआ चोद रहा था ऑर आंटी मेरे सीने पर झुक गई…मैने थोड़ी देर आंटी के बूब्स चूस्ते हुए धक्के मारे ऑर फिर आंटी को कमेरे की तरफ मुँह करके चोदना चालू कर दिया….


आंटी-आहह..आहह..आह…आह..आहह

मैं-आंटी…मस्त फिल्म बनेगी..ऐसे ही ओर ज़ोर से

आंटी-आअहह…हहा..बेटा….बना दो….मुझे…आहह….रंडी…..आहहह..दिखाओ….सब.को…आआहह..आहह..अहहह

ऐसे ही आंटी को कुछ देर चोदने के बाद 

मियने टाइम ना गँवाते हुए आंटी को कमर से पकड़ कर धक्के देना चालू रखा

आंटी-अया..आअहह..आहह…आहह..आहह…अहह

मैं-ययईएह….ययईईहह…यी…ल्ल्लीए

आंटी-ऊओ….म्म्मामआ…आआहह….अहहाा

मैं 2-3 मिनट धक्के देकर थकने लगा तो मैने आंटी को बोला

मैं-आंटी…कमेरे की तरफ पोज़ देते हुए चूत उछालो

आंटी समझ गई ऑर पलट कर मेरे लंड को चूत मे भर कर मेरी तरफ पीठ करके बैठ गई
 
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