hotaks444
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[font=Verdana, Helvetica, Arial, sans-serif]
वहाँ मोना अपनी मोम से चूत चुस्वाते हुए मुझसे बात कर रही थी...
मैने मोना के पास आ कर कॉल कट की और मोना को झुक कर किस कर लिया...
मोना- उउउंम्म...आ गये...देखो मोम..
मोहिनी ने चूत से मूह हटा कर मुझे देखा तो शरमा गई....
मोना- मोम..आज अंकित का लंड खा कर देखो...सबको भूल जाओगी...
मोहिनी(मन मे)- माना ये दुश्मन का बेटा है...पर लंड खाने मे क्या बुराई....वैसे भी इसका लंड सवारी करने लायक ही है....
मोना- मोम...रेडी...और अंकित तुम..रेडी हो..हम माँ-बेटी की प्यास भुजाने को...
मैं- ह्म..
मैं पहले ही गरम था इसलिए और देर ना करते हुए मैने अपने कपड़े निकाल दिए और नंगा खड़ा हो गया...
मोहिनी की नज़र मेरे लंड पर ठहर गई....उसने आज तक ऐसा लंड नही खाया था...और नया लंड मिलने की एक्सिटमेंट उसकी आँखो मे सॉफ दिख रही थी...
फिर मोना उठी और मुझे सोफे पर बैठा लिया और लंड को पकड़ कर हिलाने लगी...
मोहिनी अभी भी नीचे बैठी हुई हमे देख रही थी...
मोना- ओह्ह...मोम...तू बैठी क्यो है...आजा उपर...और देख इस लंड को...तेरी फाड़ देगा...हहहे...
मैं मोना की बातो से थोड़ा चौका तो मोना ने बता दिया कि चुदाई के वक़्त दोनो माँ-बेटी ऐसे ही बात करती है...
मोहिनी उठी और मेरे दूसरे तरफ बैठ गई...और मोना ने मोहिनी को मेरा लंड पकड़ा दिया...
मेरा लंड पकड़ते ही मोहिनी के मूह से सिसकी निकल गई और वो मेरे लंड को उपेर-नीचे करते हुए सुपाडे को देखने लगी...
थोड़ी देर लंड हिलाने के बाद ...मुझसे रहा नही गया...
मैं- अरे आंटी हिलाती ही रहोगी क्या...चूस भी लो..
मोना- आज ये आंटी नही...मोहिनी रांड़ है..और मैं मोना रांड़..समझे...
मैं- ह्म्म...मुझे भी तुम दोनो को रंडी की तरह चोदने मे मज़ा आयगा...अब सुरू हो जाओ...
मोना- हाँ मेरी रंडी मॉम...चूस ले अब...बुझा ले अपनी प्यास...
मोहिनी तो इसी बात के इंतज़ार मे थी...उसने झुक कर सुपाडा मूह मे भर लिया और चूसने लगी....
मोना भी पीछे नही थी...वो भी झुक कर मेरे लंड पर जीभ फिराने लगी.....
मोहिनी- उउउंम्म...उूउउम्म्म्मम....उउउम्म्म्म...उूउउम्म्म्मम....
मोना- सस्स्ररुउउप्प्प...सस्स्स्रररुउउप्प्प्प....सस्स्स्रररुउउप्प्प...सस्स्स्रररुउउप्प्प्प....
मैं-आआहह....ऐसे ही चूसो मेरी रंडियो....आआहह. ..ज़ोर से ..
मोना- सस्स्रररुउउप्प्प्प...सस्स्रररुउउप्प्प...सस्ररुउप्प्प...सस्स्रररुउपप..
मोहिनी- उउउम्म्म्म...उूउउम्म्म्मम...उूुुउउम्म्म्म...उूुुउउम्म्म्मम....
मैं- आअहह...दोनो माँ-बेटी मस्त हो....चूसो...आआहह.....
धीरे -धीरे मोहिनी पूरा लंड मूह मे ले गई और मोना अपनी माँ को गुस्से से देखने लगी...क्योकि उसे लंड नही मिल रहा था...
मोहिनी- उउउंम्म..स्स्सल्ल्लूउउउप्प्प्प...सस्स्रररूउग़गग....सस्स्रररुउउउगग....उउउंम्म..
मोना- साली...पूरा ले लिया...मुझे तो छोड़ देती...
मोहिनी- सस्स्रररूउउग़गग...सस्स्रररुउउउगग़गग...उउउंम...उउउंम्म...
मैं- आअहह....मोहिनी.....गले से गटक लेगी क्या...आआहह....मस्त चूस्ति है तू...
मोना- हाँ..साली बहुत बड़ी रंडी है...खा जा पूरा...
मोना गुस्से से बड़बड़ाती रही पर मोहिनी तसल्ली से लंड चूस्ति रही और मैं तो मस्ती के आसमान मे था....
थोड़ी देर बाद मोना ने मोहिनी के मूह से लंड निकाल लिया....
मोना- बस मोम..बेटी का ख्याल भी करो..अकेले-अकेले मज़े लोगि...
मोहिनी- अरे बेटी..गुस्सा क्यो होती है...तू भी मज़ा ले ले...
और मोहिनी ने मोना का सिर मेरे लंड पर जमा दिया...और मोना भी गप्प से लंड को मूह मे ले कर चूसने लगी...
मोहिनी- ले रंडी...तू पूरा भर के चूस...ले...
मोहिनी , मोना का सिर मेरे लंड पर दवाए बड़बड़ा रही थी...और मोहिनी की गर्मी देख कर मुझे खुशी हो रही थी....
मोना- गग़ग्गल्लूउप्प्प्प...गगल्ल्लूउउप्प्प..ग्गगूउपप्प...उउउंम्म..उउंम......
मैं- आअहह...ज़ोर से ....मेरा पानी निकलने वाला है...आअहह...
मोहिनी- मुझे भी चखना है....ज़ोर से चूस मोना....
मोना- सस्स्रररुउउउगगगगग....सस्स्रररूउउगग़गग...सस्स्रररुउउउगग़गग...सस्स्रररूउउग़गग...
मैं- आअहह..मैं आ रहा हूँ...
मेरे बोलते ही मोनिनी ने मोना के मूह से लंड निकाला और नीचे बैठ गई...
मोना भी अपनी माँ के बाजू मे बैठ गई और मेरा लंड हिलाने लगी...
मैं- ऊओ..कोँमिंग....यष्ह...ययईईससस्स...आआहह...आअहह...
मैं अपने लंड रस की पिचकारिया मारने लगा और दोनो माँ-बेटी मेरे लंड रस को मूह खोल कर पीने लगी....
मैं झाड़ कर शांत बैठ गया...और मोना और मोहिनी आपस मे किस करने लगी...
मोना- आअहह...कैसा लगा मोम..मस्त है ना....
मोहिनी- बहुत मस्त बेटी...अब तो चूत मे आग लग गई है...इसे लेने के लिए...
मोना- तो देर किस बात की इसे तैयार करते है..फिर आग बुझवा लेगे...
फिर दोनो माँ-बेटी दोनो तरफ से मेरे लंड पर जीभ फिराने लगी....
थोड़ी देर तक दोनो ने बारी-बारी मेरे लंड को चूस-चूस कर दुबारा तैयार कर दिया...
दोनो अपनी जीभ को मेरी बॉल्स से लेकर सुपाडे तक फिराती और सुपाडे के दोनो तरफ जीभ को घुमाती..
मैं एक साथ माँ-बेटी को चोदने के एक्सिटमेंट मे जल्दी ही तैयार हो गया...[/font]
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वहाँ मोना अपनी मोम से चूत चुस्वाते हुए मुझसे बात कर रही थी...
मैने मोना के पास आ कर कॉल कट की और मोना को झुक कर किस कर लिया...
मोना- उउउंम्म...आ गये...देखो मोम..
मोहिनी ने चूत से मूह हटा कर मुझे देखा तो शरमा गई....
मोना- मोम..आज अंकित का लंड खा कर देखो...सबको भूल जाओगी...
मोहिनी(मन मे)- माना ये दुश्मन का बेटा है...पर लंड खाने मे क्या बुराई....वैसे भी इसका लंड सवारी करने लायक ही है....
मोना- मोम...रेडी...और अंकित तुम..रेडी हो..हम माँ-बेटी की प्यास भुजाने को...
मैं- ह्म..
मैं पहले ही गरम था इसलिए और देर ना करते हुए मैने अपने कपड़े निकाल दिए और नंगा खड़ा हो गया...
मोहिनी की नज़र मेरे लंड पर ठहर गई....उसने आज तक ऐसा लंड नही खाया था...और नया लंड मिलने की एक्सिटमेंट उसकी आँखो मे सॉफ दिख रही थी...
फिर मोना उठी और मुझे सोफे पर बैठा लिया और लंड को पकड़ कर हिलाने लगी...
मोहिनी अभी भी नीचे बैठी हुई हमे देख रही थी...
मोना- ओह्ह...मोम...तू बैठी क्यो है...आजा उपर...और देख इस लंड को...तेरी फाड़ देगा...हहहे...
मैं मोना की बातो से थोड़ा चौका तो मोना ने बता दिया कि चुदाई के वक़्त दोनो माँ-बेटी ऐसे ही बात करती है...
मोहिनी उठी और मेरे दूसरे तरफ बैठ गई...और मोना ने मोहिनी को मेरा लंड पकड़ा दिया...
मेरा लंड पकड़ते ही मोहिनी के मूह से सिसकी निकल गई और वो मेरे लंड को उपेर-नीचे करते हुए सुपाडे को देखने लगी...
थोड़ी देर लंड हिलाने के बाद ...मुझसे रहा नही गया...
मैं- अरे आंटी हिलाती ही रहोगी क्या...चूस भी लो..
मोना- आज ये आंटी नही...मोहिनी रांड़ है..और मैं मोना रांड़..समझे...
मैं- ह्म्म...मुझे भी तुम दोनो को रंडी की तरह चोदने मे मज़ा आयगा...अब सुरू हो जाओ...
मोना- हाँ मेरी रंडी मॉम...चूस ले अब...बुझा ले अपनी प्यास...
मोहिनी तो इसी बात के इंतज़ार मे थी...उसने झुक कर सुपाडा मूह मे भर लिया और चूसने लगी....
मोना भी पीछे नही थी...वो भी झुक कर मेरे लंड पर जीभ फिराने लगी.....
मोहिनी- उउउंम्म...उूउउम्म्म्मम....उउउम्म्म्म...उूउउम्म्म्मम....
मोना- सस्स्ररुउउप्प्प...सस्स्स्रररुउउप्प्प्प....सस्स्स्रररुउउप्प्प...सस्स्स्रररुउउप्प्प्प....
मैं-आआहह....ऐसे ही चूसो मेरी रंडियो....आआहह. ..ज़ोर से ..
मोना- सस्स्रररुउउप्प्प्प...सस्स्रररुउउप्प्प...सस्ररुउप्प्प...सस्स्रररुउपप..
मोहिनी- उउउम्म्म्म...उूउउम्म्म्मम...उूुुउउम्म्म्म...उूुुउउम्म्म्मम....
मैं- आअहह...दोनो माँ-बेटी मस्त हो....चूसो...आआहह.....
धीरे -धीरे मोहिनी पूरा लंड मूह मे ले गई और मोना अपनी माँ को गुस्से से देखने लगी...क्योकि उसे लंड नही मिल रहा था...
मोहिनी- उउउंम्म..स्स्सल्ल्लूउउउप्प्प्प...सस्स्रररूउग़गग....सस्स्रररुउउउगग....उउउंम्म..
मोना- साली...पूरा ले लिया...मुझे तो छोड़ देती...
मोहिनी- सस्स्रररूउउग़गग...सस्स्रररुउउउगग़गग...उउउंम...उउउंम्म...
मैं- आअहह....मोहिनी.....गले से गटक लेगी क्या...आआहह....मस्त चूस्ति है तू...
मोना- हाँ..साली बहुत बड़ी रंडी है...खा जा पूरा...
मोना गुस्से से बड़बड़ाती रही पर मोहिनी तसल्ली से लंड चूस्ति रही और मैं तो मस्ती के आसमान मे था....
थोड़ी देर बाद मोना ने मोहिनी के मूह से लंड निकाल लिया....
मोना- बस मोम..बेटी का ख्याल भी करो..अकेले-अकेले मज़े लोगि...
मोहिनी- अरे बेटी..गुस्सा क्यो होती है...तू भी मज़ा ले ले...
और मोहिनी ने मोना का सिर मेरे लंड पर जमा दिया...और मोना भी गप्प से लंड को मूह मे ले कर चूसने लगी...
मोहिनी- ले रंडी...तू पूरा भर के चूस...ले...
मोहिनी , मोना का सिर मेरे लंड पर दवाए बड़बड़ा रही थी...और मोहिनी की गर्मी देख कर मुझे खुशी हो रही थी....
मोना- गग़ग्गल्लूउप्प्प्प...गगल्ल्लूउउप्प्प..ग्गगूउपप्प...उउउंम्म..उउंम......
मैं- आअहह...ज़ोर से ....मेरा पानी निकलने वाला है...आअहह...
मोहिनी- मुझे भी चखना है....ज़ोर से चूस मोना....
मोना- सस्स्रररुउउउगगगगग....सस्स्रररूउउगग़गग...सस्स्रररुउउउगग़गग...सस्स्रररूउउग़गग...
मैं- आअहह..मैं आ रहा हूँ...
मेरे बोलते ही मोनिनी ने मोना के मूह से लंड निकाला और नीचे बैठ गई...
मोना भी अपनी माँ के बाजू मे बैठ गई और मेरा लंड हिलाने लगी...
मैं- ऊओ..कोँमिंग....यष्ह...ययईईससस्स...आआहह...आअहह...
मैं अपने लंड रस की पिचकारिया मारने लगा और दोनो माँ-बेटी मेरे लंड रस को मूह खोल कर पीने लगी....
मैं झाड़ कर शांत बैठ गया...और मोना और मोहिनी आपस मे किस करने लगी...
मोना- आअहह...कैसा लगा मोम..मस्त है ना....
मोहिनी- बहुत मस्त बेटी...अब तो चूत मे आग लग गई है...इसे लेने के लिए...
मोना- तो देर किस बात की इसे तैयार करते है..फिर आग बुझवा लेगे...
फिर दोनो माँ-बेटी दोनो तरफ से मेरे लंड पर जीभ फिराने लगी....
थोड़ी देर तक दोनो ने बारी-बारी मेरे लंड को चूस-चूस कर दुबारा तैयार कर दिया...
दोनो अपनी जीभ को मेरी बॉल्स से लेकर सुपाडे तक फिराती और सुपाडे के दोनो तरफ जीभ को घुमाती..
मैं एक साथ माँ-बेटी को चोदने के एक्सिटमेंट मे जल्दी ही तैयार हो गया...[/font]
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