hotaks444
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नीलम ने देखा कि बुढ्ढे ने तो सोनू के बस मे चढ़ने के लिए उसकी गान्ड को पूरी तरह हाथो मे भर कर दबाते हुए अंदर धकेल दिया सोनू को उपर चढ़ने के लिए ज़रा भी ज़ोर नही लगाना पड़ा
तभी नीलम ने पीछे देखा दो पीजी स्टूडेंट अपने लंड को नीलम की मोटी गान्ड से सटाये हुए बस मे चढ़ने लगे नीलम ने जैसे ही एक पेर बस मे रखा एक स्टूडेंट ने तो नीलम की जाँघो की जड़ो मे अपना हाथ भर दिया और नीलम की पूरी चूत को अपनी हथेली मे भरते हुए दबोच लिया तभी दूसरे स्टूडेंट ने नीलम के मोटे मोटे चुतड़ों को दोनो हाथों मे भर कर दबाया और नीलम जैसे ही बस मे चढ़ि दोनो स्टूडेंट उसकी गान्ड से चिपक गये,
नीलम का चेहरा लाल हो गया था और उसकी बुर रिसरिसाने लगी थी, उसने जब सोनू की तरफ देखा तो वह बूढ़ा सोनू की मोटी गान्ड के पीछे बिल्कुल सट कर खड़ा हुआ था और एक दूसरा आदमी सोनू के आगे से उसके मोटे मोटे दूध से अपनी बाँहे सटा कर खड़ा था उसने बस के पोल को पकड़ा हुआ था लेकिन उस आदमी के हाथ का सारा दबाव सोनू के मोटे मोटे दूध पर लगा हुआ था, नीलम भी थोड़ा बीच में आ चुकी थी और वह महसूस कर रही थी कि किसी का हाथ उसकी
जाँघो की मोटाई को नाप रहा है तभी उसने एक साथ दो हाथो को अपनी मोटी गदराई गान्ड पर महसूस किया बस चलने लगी और जैसे ही कोई ब्रकर आता नीलम की गान्ड पर उन हाथो का दबाव बढ़ जाता था,
नीलम मस्ती में पागल हुई जा रही थी उसका चेहरा पूरा लाल हो गया था और जब उसने बहू को देखा तो बहू का चेहरा भी लाल पड़ा हुआ था वह देख रही थी कि वह बुड्ढ़ा बहू की मोटी गान्ड को अपने पाजामे के अंदर खड़े लंड से दबा रहा था, तभी नीलम के तो जैसे होश उड़ गये उसने सिर्फ़ लेग्गी पहनी थी और कोई हाथ साइड से आया और नीलम की लेग्गी में फूली हुई चिकनी चूत को अपनी हथेली में भर कर कस कर दबोच लिया नीलम के मुँह से आह जैसी सिसकारी निकल गई और उसकी आँखे बंद हो गई जब सोनू ने नीलम को देखा तो वह समझ गई कि मम्मी जी की चूत या गान्ड को किसी ने दबोच लिया है इसी लिए मज़े से उनकी आँखे बंद हो गई तभी नीलम ने अपनी आँखे खोल कर सोनू को देखा तो सोनू ने नीलम की ओर स्माइल दी और नीलम ने भी स्माइल पास की तब सोनू ने अपनी माथे की लकीरे उचकाते हुए नीलम से इशारे से पूछा कैसा फील हो रहा है तो नीलम का चेहरा खिल उठा और लाल पड़ गया तभी सोनू के चेहरे पर मज़े वाले एक्सप्रेशन आ गये और नीलम समझ गई कि जिस तरह उसकी गान्ड और चूत को लोग दबोच रहे है उसी तरह वह बूढ़ा भी सोनू की गान्ड और चूत को खूब दबोच रहा होगा,
तभी एक स्टूडेंट ने यह अंदाज़ा लगा लिया था कि नीलम ने अंदर पैंटी नही पहनी है और उसने अपनी जेब से पेन निकाला और धीरे से नीलम की गान्ड में फसि लेग्गी की सिलाई के एक दो टाँके उधेड़ दिए और फिर नीलम को जो एहसास हुआ उससे उसकी चूत पूरी पानी पानी हो गई, उस स्टूडेंट ने अपनी एक उंगली उस उधड़ी हुई जगह से अंदर की तरफ पेलते हुए सिलाई को और खोल दिया और उसकी उंगली सीधी नीलम की गान्ड के होल याने गुदा से जाकर टकराई तो नीलम के तो होश ही उड़ गये, जब उस लड़के ने अपनी उंगली थोड़ी और दबाई तो उसकी उंगली नीलम के पसीने से भीगी गुदा में घुस गई और नीलम के मुँह से एक गहरी सिसकारी निकल पड़ी, नीलम ने मज़े के मारे अपनी आँखे बंद कर ली और वह लड़का रेस्पॉन्स पाकर पागल हो गया और उसने इस बार अपनी उंगली बाहर निकाल ली और अपनी नाक से सूंघते हुए वह भी पागल हो गया और उसने अपनी उंगली को पूरी अपने मुँह में डाल कर अपने थूक से भिगो ली और फिर उसने उंगली को नीलम की फटी लेग्गी से जब अंदर पेला तो नीलम के मुँह से इस बार जोरदार सिसकारी निकली और उस लड़के की पूरी उंगली नीलम की मोटी गान्ड में समा गई , नीलम उसके इस प्रहार से दोहरी हो गई अब वह लड़का अपनी उंगली को नीलम की गान्ड में कस कर दबा रहा था और नीलम अपनी आँखे बंद किए हुए खड़ी थी, सोनू ने देखा तो वह समझ गई कि सासू जी कुछ ज़्यादा ही आनंद पा रही है तभी आँखे बंद किए हुए मज़ा ले रही है,
अब उस लड़के ने अपनी उंगली बाहर निकाली और उसे सूंघने लगा और वह नीलम की गान्ड की मादक महक सूंघ कर बोखला गया और नीलम खड़ी खड़ी राहत की सांस ले रही थी लेकिन तभी उस लड़के ने इस बार अपनी दो उंगलियो को मुँह में डाल कर पूरा थूक में गीला किया और फिर नीलम की मोटी गान्ड में एक साथ दो उंगलिया जड़ तक भर दी और उसके इस प्रहार से नीलम ने इतनी तेज आवाज़ निकली कि पास खड़े हुए आदमी ने पूछ ही लिया कि क्या हुआ बहन जी उसने जैसे ही पुच्छा उस लड़के ने डर के मारे अपनी उंगली फिर से बाहर निकाल ली तब नीलम ने कहा कुछ नही भाई साहब किसी का पेर मेरे पेर पर पड़ गया था, उस आदमी ने कहा क्या करे बहन जी ये बस वाले भी अनब सनब भर लेते है खड़े होने तक की भी जगह नही होती है, उस लड़के ने जब यह बात सुनी तो उसका होसला और बढ़ गया इस बार उसने अपनी उंगली को नीलम की गान्ड से लगा कर धीरे धीरे अंदर की और दबाना शुरू किया ताकि नीलम को एक दम से दर्द ना हो और वा आवाज़ ना करे,
उसकी उंगली जैसे ही अंदर घुसी नीलम ने अपनी आहे दबाते हुए अपने मुँह पर हाथ रख लिया और चुपचाप खड़ी रही अब वह लड़का धीरे धीरे बड़े प्यार से नीलम की गान्ड में उंगली अंदर बाहर करने लगा नीलम को अब खूब मज़ा आने लगा उसका मन कर रहा था की वह ज़ोर ज़ोर से सिसकारी मारे लेकिन लोगो के डर से वह मुँह दबाए मज़े ले रही थी अब उसकी गान्ड खुद ब खुद पीछे की ओर उठने लगी और उस लड़के ने भी अपनी पूरी ताक़त से उसकी गान्ड में उंगली अंदर बाहर करने लगा जब वह उंगली बाहर खिचता तो ध्यान रखता कि उंगली पूरी नीलम की गान्ड से बाहर ना आए और जब वह अंदर पेलता तो पूरी ताक़त से नीलम की गान्ड की जड़ो तक उंगली घुसाने की कोशिश करता और जब वह गान्ड में उंगली अंदर की तरफ पेलता तो नीलम भी अपनी ,मोटी गान्ड का धक्का गान्ड उभार कर पीछे की ओर मारती,
तभी नीलम ने पीछे देखा दो पीजी स्टूडेंट अपने लंड को नीलम की मोटी गान्ड से सटाये हुए बस मे चढ़ने लगे नीलम ने जैसे ही एक पेर बस मे रखा एक स्टूडेंट ने तो नीलम की जाँघो की जड़ो मे अपना हाथ भर दिया और नीलम की पूरी चूत को अपनी हथेली मे भरते हुए दबोच लिया तभी दूसरे स्टूडेंट ने नीलम के मोटे मोटे चुतड़ों को दोनो हाथों मे भर कर दबाया और नीलम जैसे ही बस मे चढ़ि दोनो स्टूडेंट उसकी गान्ड से चिपक गये,
नीलम का चेहरा लाल हो गया था और उसकी बुर रिसरिसाने लगी थी, उसने जब सोनू की तरफ देखा तो वह बूढ़ा सोनू की मोटी गान्ड के पीछे बिल्कुल सट कर खड़ा हुआ था और एक दूसरा आदमी सोनू के आगे से उसके मोटे मोटे दूध से अपनी बाँहे सटा कर खड़ा था उसने बस के पोल को पकड़ा हुआ था लेकिन उस आदमी के हाथ का सारा दबाव सोनू के मोटे मोटे दूध पर लगा हुआ था, नीलम भी थोड़ा बीच में आ चुकी थी और वह महसूस कर रही थी कि किसी का हाथ उसकी
जाँघो की मोटाई को नाप रहा है तभी उसने एक साथ दो हाथो को अपनी मोटी गदराई गान्ड पर महसूस किया बस चलने लगी और जैसे ही कोई ब्रकर आता नीलम की गान्ड पर उन हाथो का दबाव बढ़ जाता था,
नीलम मस्ती में पागल हुई जा रही थी उसका चेहरा पूरा लाल हो गया था और जब उसने बहू को देखा तो बहू का चेहरा भी लाल पड़ा हुआ था वह देख रही थी कि वह बुड्ढ़ा बहू की मोटी गान्ड को अपने पाजामे के अंदर खड़े लंड से दबा रहा था, तभी नीलम के तो जैसे होश उड़ गये उसने सिर्फ़ लेग्गी पहनी थी और कोई हाथ साइड से आया और नीलम की लेग्गी में फूली हुई चिकनी चूत को अपनी हथेली में भर कर कस कर दबोच लिया नीलम के मुँह से आह जैसी सिसकारी निकल गई और उसकी आँखे बंद हो गई जब सोनू ने नीलम को देखा तो वह समझ गई कि मम्मी जी की चूत या गान्ड को किसी ने दबोच लिया है इसी लिए मज़े से उनकी आँखे बंद हो गई तभी नीलम ने अपनी आँखे खोल कर सोनू को देखा तो सोनू ने नीलम की ओर स्माइल दी और नीलम ने भी स्माइल पास की तब सोनू ने अपनी माथे की लकीरे उचकाते हुए नीलम से इशारे से पूछा कैसा फील हो रहा है तो नीलम का चेहरा खिल उठा और लाल पड़ गया तभी सोनू के चेहरे पर मज़े वाले एक्सप्रेशन आ गये और नीलम समझ गई कि जिस तरह उसकी गान्ड और चूत को लोग दबोच रहे है उसी तरह वह बूढ़ा भी सोनू की गान्ड और चूत को खूब दबोच रहा होगा,
तभी एक स्टूडेंट ने यह अंदाज़ा लगा लिया था कि नीलम ने अंदर पैंटी नही पहनी है और उसने अपनी जेब से पेन निकाला और धीरे से नीलम की गान्ड में फसि लेग्गी की सिलाई के एक दो टाँके उधेड़ दिए और फिर नीलम को जो एहसास हुआ उससे उसकी चूत पूरी पानी पानी हो गई, उस स्टूडेंट ने अपनी एक उंगली उस उधड़ी हुई जगह से अंदर की तरफ पेलते हुए सिलाई को और खोल दिया और उसकी उंगली सीधी नीलम की गान्ड के होल याने गुदा से जाकर टकराई तो नीलम के तो होश ही उड़ गये, जब उस लड़के ने अपनी उंगली थोड़ी और दबाई तो उसकी उंगली नीलम के पसीने से भीगी गुदा में घुस गई और नीलम के मुँह से एक गहरी सिसकारी निकल पड़ी, नीलम ने मज़े के मारे अपनी आँखे बंद कर ली और वह लड़का रेस्पॉन्स पाकर पागल हो गया और उसने इस बार अपनी उंगली बाहर निकाल ली और अपनी नाक से सूंघते हुए वह भी पागल हो गया और उसने अपनी उंगली को पूरी अपने मुँह में डाल कर अपने थूक से भिगो ली और फिर उसने उंगली को नीलम की फटी लेग्गी से जब अंदर पेला तो नीलम के मुँह से इस बार जोरदार सिसकारी निकली और उस लड़के की पूरी उंगली नीलम की मोटी गान्ड में समा गई , नीलम उसके इस प्रहार से दोहरी हो गई अब वह लड़का अपनी उंगली को नीलम की गान्ड में कस कर दबा रहा था और नीलम अपनी आँखे बंद किए हुए खड़ी थी, सोनू ने देखा तो वह समझ गई कि सासू जी कुछ ज़्यादा ही आनंद पा रही है तभी आँखे बंद किए हुए मज़ा ले रही है,
अब उस लड़के ने अपनी उंगली बाहर निकाली और उसे सूंघने लगा और वह नीलम की गान्ड की मादक महक सूंघ कर बोखला गया और नीलम खड़ी खड़ी राहत की सांस ले रही थी लेकिन तभी उस लड़के ने इस बार अपनी दो उंगलियो को मुँह में डाल कर पूरा थूक में गीला किया और फिर नीलम की मोटी गान्ड में एक साथ दो उंगलिया जड़ तक भर दी और उसके इस प्रहार से नीलम ने इतनी तेज आवाज़ निकली कि पास खड़े हुए आदमी ने पूछ ही लिया कि क्या हुआ बहन जी उसने जैसे ही पुच्छा उस लड़के ने डर के मारे अपनी उंगली फिर से बाहर निकाल ली तब नीलम ने कहा कुछ नही भाई साहब किसी का पेर मेरे पेर पर पड़ गया था, उस आदमी ने कहा क्या करे बहन जी ये बस वाले भी अनब सनब भर लेते है खड़े होने तक की भी जगह नही होती है, उस लड़के ने जब यह बात सुनी तो उसका होसला और बढ़ गया इस बार उसने अपनी उंगली को नीलम की गान्ड से लगा कर धीरे धीरे अंदर की और दबाना शुरू किया ताकि नीलम को एक दम से दर्द ना हो और वा आवाज़ ना करे,
उसकी उंगली जैसे ही अंदर घुसी नीलम ने अपनी आहे दबाते हुए अपने मुँह पर हाथ रख लिया और चुपचाप खड़ी रही अब वह लड़का धीरे धीरे बड़े प्यार से नीलम की गान्ड में उंगली अंदर बाहर करने लगा नीलम को अब खूब मज़ा आने लगा उसका मन कर रहा था की वह ज़ोर ज़ोर से सिसकारी मारे लेकिन लोगो के डर से वह मुँह दबाए मज़े ले रही थी अब उसकी गान्ड खुद ब खुद पीछे की ओर उठने लगी और उस लड़के ने भी अपनी पूरी ताक़त से उसकी गान्ड में उंगली अंदर बाहर करने लगा जब वह उंगली बाहर खिचता तो ध्यान रखता कि उंगली पूरी नीलम की गान्ड से बाहर ना आए और जब वह अंदर पेलता तो पूरी ताक़त से नीलम की गान्ड की जड़ो तक उंगली घुसाने की कोशिश करता और जब वह गान्ड में उंगली अंदर की तरफ पेलता तो नीलम भी अपनी ,मोटी गान्ड का धक्का गान्ड उभार कर पीछे की ओर मारती,