hotaks444
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फ्लश बॅक...................
नीलम और रोहित माल के फर्स्ट फ्लोर से शॉपिंग के बाद 4र्थ पर जाने के लिए लिफ्ट में जाते है लिफ्ट जैसे ही 2 फ्लोर क्रॉस करती है अचानक पवर कट हो जाता है और
नीलम : रोहित बेटे अब क्या करे पॉवेर चला गया अब पता नही कब आएगा, तब रोहित ने कहा घबराओ नही मम्मी थोड़ा वेट करते है शायद आ जाएगा, तभी उपर से कवर हटा और गार्ड ने कहा आप लोग यहाँ से बाहर आ जाओ कुछ फॉल्ट हुआ है पॉवेर आने में टाइम लग जाएगा तब गार्ड ने एक स्टूल दिया और कहा इस पर चढ़ कर आप बाहर आ सकते है, रोहित ने पहले नीलम को स्टूल पर चढ़ाया लेकिन नीलम बहुत हेल्ती थी इसलिए रोहित को नीचे से उसे सहारा देना पड़ा और जब उसने नीचे से अपनी मम्मी के भारी भरकम चुतड़ों को हाथों में भर कर उपर की ओर उठाया तो उसका लंड टाइट हो गया क्या गुदाज गान्ड थी वह तो अपनी मम्मी के चुतड़ों को पकड़ कर मस्त हो रहा था
पर जैसे ही उसकी नज़र अपनी मम्मी की फटी लेग्गी से झाँकती गुदाज गान्ड के छेद और मस्त फटी हुई फूली चूत पर पड़ी तो वह पागल सा हो गया और उसका हाथ अपनी मम्मी की फूली चूत की खुली हुई फांको में चला गया अब रोहित अपनी मम्मी की मस्त चूत यानी कि दोनो जाँघो की जड़ो में हाथ भर के उपर की ओर दबा रहा था,
वही नीलम को जब एहसास हुआ कि उसका बेटा रोहित उसकी फटी लेग्गी की जड़ो में अपनी मम्मी की चूत को दबा रहा है तो उसकी चूत पिघलने लगी रोहित से रहा नही गया उसके मुँह के पास उसकी मम्मी की फूली चूत पूरी फांके खोले सामने थी रोहित ने अपने मुँह को मम्मी की फूली चूत की फांको के बीच रख कर जब सूँघा तो उसकी आत्मा तृप्त हो गई और उससे रहा नही गया और उसने अपनी मम्मी की गान्ड और चूत पर अपने होंठो से धीरे से जैसे ही चूमा नीलम सिहर उठी तब लिफ्टमेन ने कहा क्या हुआ मेडम चोट तो नही आई और उसने नीलम का हाथ पकड़ कर उपर की तरफ खींचा तब रोहित ने नीचे से अपनी मम्मी की गान्ड और चूत में हाथ भर कर उपर की ओर दबाया और नीलम लिफ्ट के बाहर हो गई उसके बाद रोहित भी लिफ्ट मॅन की मदद से उपर चढ़ गया था,
नीलम ने जब रोहित के पेंट में लंड का उभार देखा तो उसकी बुर और भी पनिया गई और रोहित को तो आज जैसे जन्नत को सूंघने और चूमने का मोका मिला था, उस समय दोनो माँ बेटे के लंड और चूत पानी पानी हो रहे थे, उसके बाद रोहित मम्मी को लेकर सीढ़ियो से उपर के माले पर जाने लगा नीलम जैसे जैसे सीढ़िया चढ़ने के लिए अपनी गुदाज जाँघो को चौड़ा करती रोहित उसकी मोटी गान्ड और फटी चूत के उभार को देख देख कर अपना लंड मसल्ते हुए पीछे पीछे चढ़ रहा था नीलम भी अपने बेटे को मस्त करने के लिए कुछ ज़्यादा ही अपनी गुदाज गान्ड को मटका मटका कर सीढ़िया चढ़ रही थी और फिर वह लोग फौर्थ पर पहुच गये लेकिन रोहित पीछे पीछे मम्मी की मोटी मतवाली गान्ड की लचक को देखता ही रहा और फिर वह लोग शॉपिंग करके वापस आ गये,
नीलम उस वाकये को सोच सोच कर मनोहर के मोटे लंड को अपने बेटे रोहित का मोटा तगड़ा लंड सोच सोच कर खूब कस कस कर चूस रही थी और उधर मनोहर नीलम की फूली हुई चूत की फांको को खूब फैला फैला कर यह सोच सोच कर चूस रहा था कि वह उसकी बहू सोनू की मस्त चूत चाट रहा है, दोनो ने एक दूसरे की गान्ड को अपने हाथों में भर कर एक दूसरे के लंड और चूत को खूब कस कस कर चूसना शुरू किया और फिर एक दूसरे के मुँह में आज कुछ ज़्यादा ही जोश के साथ खूब पानी छोड़ा, नीलम अपने बेटे के रस को सोच सोच कर मनोहर का सारा रस पी गई और जब नीलम की फूली चूत ने रस छोड़ा तो मनोहर अपनी बहू सोनू की चिकनी चूत का रस सोच सोच कर खूब नीलम की चूत में मुँह दबा दबा कर सारा रस चूस चूस कर पी लिया और फिर दोनो गहरी साँसे लेते हुए हान्फते हुए लेट गये उनके चेहरे पर एक असीम शांति और सुख की अनुभूति हो रही थी,
आज लंच टेबल पर सभी के चेहरे पर एक ताज़गी नज़र आ रही थी और बिना बात चीत किए मंद मंद मुस्कान के साथ सभी ने खाना ख्या और फिर आराम करने अपने अपने रूम में चले गये, रात को खाने के बाद रोहित के रूम में.........
सोनू : रोहित के लंड को सहलाते हुए कहने लगी क्या बात है जनाब आज कल तो यह दिन रात सर उठाए खड़ा रहता है सच सच बताओ किसको सोच सोच कर इतना मुस्टंडा हो रहा है
रोहित : सोनू की चूत में हाथ लगाते हुए, जानेमन इसका कोई ईमान धरम थोड़े ही होता है यह तो किसी की भी मोटी गान्ड देख कर खड़ा हो जाता है
सोनू : मुस्कुराते हुए वो तो में जानती हूँ इसीलिए तो पुंछ रही हूँ, अपनी बहन सुधा की गदराई जवानी को याद करके इतना मोटा हो रहा है या फिर मम्मी जी की मोटी गान्ड को सोच सोच कर फनफना रह है
रोहित : तुम बस बाते ही करती हो और कुछ जुगाड़ हो तो बताओ
सोनू : देखो रोहित जब तक खुल कर मुझे अपने अंदर की हालत नही बताओगे में क्या जुगाड़ कर सकती हूँ, तुम मुझे बताओ तुम्हे किसकी मोटी गान्ड मारना है सुधा की या मम्मी जी की तो में कुछ जुगाड़ करूँ
रोहित : सोनू के दूध को ब्लाउज के उपर से दबाते हुए कहने लगा, रानी किसी की भी दिलवा दो दोनो की खूब मोटी मोटी है मज़ा आ जाएगा
सोनू : मंद मंद मुस्कुराते हुए अच्छा जी तो बहन के साथ अब मम्मी जी की गान्ड भी आपको परेशान कर रही है, पर यह तो बताओ ज़्यादा परेशान किसकी गान्ड ने किया हुआ है
रोहित : यार सोनू कल मैने मम्मी की फटी लेग्गी से उसनकी गान्ड और चूत दोनो के दर्शन कर लिए तब से मम्मी की मोटी गान्ड और उसका बड़ा सा छेद सोच सोच कर ना जाने कितना पानी लंड से बह रहा है
सोनू : अच्छा जी तो मेरा यह मूसल मम्मी जी की मोटी तगड़ी गान्ड को फाड़ना चाहता है लेकिन पहले किसकी फाड़ना चाहता है मम्मी की या सुधा की
रोहित : में तो दोनो की एक साथ भी फाड़ सकता हूँ
सोनू : फिकर ना करो मुझे लगता है तुम्हारेलिए कुछ ना कुछ करना ही पड़ेगा, अच्छा यह बताओ कल हमारे साथ मेले में चलोगे,
रोहित : यार मुझे मेले जैसी चीज़े पसंद नही है
सोनू ; अरे घर के सभी लोग जा रहे है बड़ा मज़ा आएगा
रोहित: नही यार मुझे भीड़ भाड़ से जी घबराता है
सोनू : अरे तुम भी ना पागल हो भीड़ भाड़ में ही तो मज़ा आता है
रोहित : वो कैसे
सोनू : तुम देखना भीड़ में जब तुम्हारी चुदासी माँ और बहन अपनी मोटी गान्ड उठा कर और मटका मटका कर चलेगी तो मेले में मनचले लोगो के मज़े हो जाएगे कोई उनकी मोटी गान्ड में हाथ मारेगा और कोई उनकी गान्ड में उंगली पेलेगा, तुम्हे मम्मी जी और सुधा की मोटी मोटी गान्ड को सहलाने और दबाने का खूब मन करता है ना तो यह बड़ा अच्छा मोका रहेगा, भीड़ की आड़ में तुम भी अपनी मम्मी और सुधा की गदराई गान्ड को खूब दबोच दबोच कर सहलाना उन्हे कुछ पता भी नही चलेगा वह सोचेंगी कि लोग उनकी गान्ड पर हाथ मार रहे है और तुम्हारे मज़े हो जाएगे,
रोहित : लेकिन मम्मी या सुधा ने पीछे मूड कर देख लिया तो
सोनू : नही देखेगी क्योकि पिछली बार जब में और मम्मी बस में खड़े खड़े आ रही थी तो एक कॉलेज बॉय ने मम्मी की मोटी गान्ड को खूब दबोचा था और तो और उसने तो मम्मी की लेग्गी में पीछे से पेन से सुराख करके अपनी एक उंगली भी मम्मी की गान्ड में घुसा दी थी लेकिन तुम्हारी मम्मी इतनी चुदासी है कि उसने एक बार भी पीछे नही देखा और खूब मज़े लिए,
रोहित : अश्चर्य से सोनू को देखते हुए कहने लगा क्या बात कर रही हो तभी मम्मी की लेग्गी इतनी फटी हुई थी
सोनू : अरे उस लड़के ने तो पेन से छोटा सा उंगली के साइज़ का ही छेद किया था पर मम्मी को अपनी गान्ड में उंगली पेल्वाने में इतना मज़ा आया कि उन्होने अपने हाथो से अपनी लेग्गी और भी ज़्यादा फाड़ ली ताकि लोग आसानी से उनकी मोटी गान्ड में लंड भी पेल सके,
रोहित : और सुधा की गान्ड कैसे दबाने का मोका मिलेगा
सोनू :पहले मम्मी के तो मज़े लो सुधा को बाद में देखते है वैसे भी आज कल वह दिन भर पापा जी के पास ही घुसी रहती है
रोहित : क्या मतलब
सोनू : मैने कल देखा था वह पापा की गोद में बैठी थी और पापा उसे दुलार रहे थे
रोहित : तो क्या हुआ वह तो उनकी बेटी है उसे गोद में भी बैठा सकते है,
सोनू : और गोद में अपनी जवान और गदराई बेटी को बैठा कर उसकी मोटी मोटी जाँघो पर हाथ फेरते हुए उसे चूमे तब
रोहित: तो क्या हुआ वह उनकी बेटी है उसे गोद में बैठा कर चूम भी सकते है
सोनू : मुस्कुराते हुए और अगर कल को वह मुझे अपनी गोद में बैठा कर इसी तरह चूमने लगे तब
रोहित ; तो क्या हुआ डार्लिंग तुम भी तो उनकी बेटी जैसी ही हो तुम्हे भी वह अपनी गोद में बैठा कर दुलार सकते है,
सोनू : पर सुधा कह रही थी कि जब पापा उसे गोद में बैठा कर दुलार रहे थे तब उसकी मोटी गान्ड के नीचे से पापा का मोटा लंड चुभ रहा था
रोहित : अरे जानेमन जब एक मर्द किसी जवान लोंड़िया को अपने गोद में बैठाएगा तू उसके भारी चुतड़ों की वजन से किसी का भी लंड खड़ा हो सकता है
सोनू : अच्छा और अगर पापा ने मुझे अपनी गोद में बैठाया तब उनका लंड खड़ा होगा कि नही
रोहित : क्यो नही होगा तुम्हारी गान्ड भी तो एक दम ठोकने लायक है,
सोनू : ब्लाउज के बटन खोलते हुए कहने लगी अच्छा जी अब अपनी बीबी की मोटी गान्ड को अपने पापा से ठुकवाओगे क्या, कहते हुए सोनू अपने ब्लाउज और पेटिकोट को उतार कर सिर्फ़ ब्रा और पैंटी में आ चुकी थी और पैंटी भी उसने वह पहनी थी जिसमे चूत की लकीर के यहाँ से पैंटी में चीरा लगा हुआ था और सोनू ने बेड पर बैठ कर जब रोहित की ओर अपनी जांघे फैलाई तो उसकी चूत की फूली फांके खुल कर अलग हो गई
रोहित : अपने लंड को मसल्ते हुए अरे वाह सोनू कितनी अच्छी पैंटी लेकर आई हो तुम
नीलम और रोहित माल के फर्स्ट फ्लोर से शॉपिंग के बाद 4र्थ पर जाने के लिए लिफ्ट में जाते है लिफ्ट जैसे ही 2 फ्लोर क्रॉस करती है अचानक पवर कट हो जाता है और
नीलम : रोहित बेटे अब क्या करे पॉवेर चला गया अब पता नही कब आएगा, तब रोहित ने कहा घबराओ नही मम्मी थोड़ा वेट करते है शायद आ जाएगा, तभी उपर से कवर हटा और गार्ड ने कहा आप लोग यहाँ से बाहर आ जाओ कुछ फॉल्ट हुआ है पॉवेर आने में टाइम लग जाएगा तब गार्ड ने एक स्टूल दिया और कहा इस पर चढ़ कर आप बाहर आ सकते है, रोहित ने पहले नीलम को स्टूल पर चढ़ाया लेकिन नीलम बहुत हेल्ती थी इसलिए रोहित को नीचे से उसे सहारा देना पड़ा और जब उसने नीचे से अपनी मम्मी के भारी भरकम चुतड़ों को हाथों में भर कर उपर की ओर उठाया तो उसका लंड टाइट हो गया क्या गुदाज गान्ड थी वह तो अपनी मम्मी के चुतड़ों को पकड़ कर मस्त हो रहा था
वही नीलम को जब एहसास हुआ कि उसका बेटा रोहित उसकी फटी लेग्गी की जड़ो में अपनी मम्मी की चूत को दबा रहा है तो उसकी चूत पिघलने लगी रोहित से रहा नही गया उसके मुँह के पास उसकी मम्मी की फूली चूत पूरी फांके खोले सामने थी रोहित ने अपने मुँह को मम्मी की फूली चूत की फांको के बीच रख कर जब सूँघा तो उसकी आत्मा तृप्त हो गई और उससे रहा नही गया और उसने अपनी मम्मी की गान्ड और चूत पर अपने होंठो से धीरे से जैसे ही चूमा नीलम सिहर उठी तब लिफ्टमेन ने कहा क्या हुआ मेडम चोट तो नही आई और उसने नीलम का हाथ पकड़ कर उपर की तरफ खींचा तब रोहित ने नीचे से अपनी मम्मी की गान्ड और चूत में हाथ भर कर उपर की ओर दबाया और नीलम लिफ्ट के बाहर हो गई उसके बाद रोहित भी लिफ्ट मॅन की मदद से उपर चढ़ गया था,
नीलम ने जब रोहित के पेंट में लंड का उभार देखा तो उसकी बुर और भी पनिया गई और रोहित को तो आज जैसे जन्नत को सूंघने और चूमने का मोका मिला था, उस समय दोनो माँ बेटे के लंड और चूत पानी पानी हो रहे थे, उसके बाद रोहित मम्मी को लेकर सीढ़ियो से उपर के माले पर जाने लगा नीलम जैसे जैसे सीढ़िया चढ़ने के लिए अपनी गुदाज जाँघो को चौड़ा करती रोहित उसकी मोटी गान्ड और फटी चूत के उभार को देख देख कर अपना लंड मसल्ते हुए पीछे पीछे चढ़ रहा था नीलम भी अपने बेटे को मस्त करने के लिए कुछ ज़्यादा ही अपनी गुदाज गान्ड को मटका मटका कर सीढ़िया चढ़ रही थी और फिर वह लोग फौर्थ पर पहुच गये लेकिन रोहित पीछे पीछे मम्मी की मोटी मतवाली गान्ड की लचक को देखता ही रहा और फिर वह लोग शॉपिंग करके वापस आ गये,
नीलम उस वाकये को सोच सोच कर मनोहर के मोटे लंड को अपने बेटे रोहित का मोटा तगड़ा लंड सोच सोच कर खूब कस कस कर चूस रही थी और उधर मनोहर नीलम की फूली हुई चूत की फांको को खूब फैला फैला कर यह सोच सोच कर चूस रहा था कि वह उसकी बहू सोनू की मस्त चूत चाट रहा है, दोनो ने एक दूसरे की गान्ड को अपने हाथों में भर कर एक दूसरे के लंड और चूत को खूब कस कस कर चूसना शुरू किया और फिर एक दूसरे के मुँह में आज कुछ ज़्यादा ही जोश के साथ खूब पानी छोड़ा, नीलम अपने बेटे के रस को सोच सोच कर मनोहर का सारा रस पी गई और जब नीलम की फूली चूत ने रस छोड़ा तो मनोहर अपनी बहू सोनू की चिकनी चूत का रस सोच सोच कर खूब नीलम की चूत में मुँह दबा दबा कर सारा रस चूस चूस कर पी लिया और फिर दोनो गहरी साँसे लेते हुए हान्फते हुए लेट गये उनके चेहरे पर एक असीम शांति और सुख की अनुभूति हो रही थी,
आज लंच टेबल पर सभी के चेहरे पर एक ताज़गी नज़र आ रही थी और बिना बात चीत किए मंद मंद मुस्कान के साथ सभी ने खाना ख्या और फिर आराम करने अपने अपने रूम में चले गये, रात को खाने के बाद रोहित के रूम में.........
सोनू : रोहित के लंड को सहलाते हुए कहने लगी क्या बात है जनाब आज कल तो यह दिन रात सर उठाए खड़ा रहता है सच सच बताओ किसको सोच सोच कर इतना मुस्टंडा हो रहा है
रोहित : सोनू की चूत में हाथ लगाते हुए, जानेमन इसका कोई ईमान धरम थोड़े ही होता है यह तो किसी की भी मोटी गान्ड देख कर खड़ा हो जाता है
सोनू : मुस्कुराते हुए वो तो में जानती हूँ इसीलिए तो पुंछ रही हूँ, अपनी बहन सुधा की गदराई जवानी को याद करके इतना मोटा हो रहा है या फिर मम्मी जी की मोटी गान्ड को सोच सोच कर फनफना रह है
रोहित : तुम बस बाते ही करती हो और कुछ जुगाड़ हो तो बताओ
सोनू : देखो रोहित जब तक खुल कर मुझे अपने अंदर की हालत नही बताओगे में क्या जुगाड़ कर सकती हूँ, तुम मुझे बताओ तुम्हे किसकी मोटी गान्ड मारना है सुधा की या मम्मी जी की तो में कुछ जुगाड़ करूँ
रोहित : सोनू के दूध को ब्लाउज के उपर से दबाते हुए कहने लगा, रानी किसी की भी दिलवा दो दोनो की खूब मोटी मोटी है मज़ा आ जाएगा
सोनू : मंद मंद मुस्कुराते हुए अच्छा जी तो बहन के साथ अब मम्मी जी की गान्ड भी आपको परेशान कर रही है, पर यह तो बताओ ज़्यादा परेशान किसकी गान्ड ने किया हुआ है
रोहित : यार सोनू कल मैने मम्मी की फटी लेग्गी से उसनकी गान्ड और चूत दोनो के दर्शन कर लिए तब से मम्मी की मोटी गान्ड और उसका बड़ा सा छेद सोच सोच कर ना जाने कितना पानी लंड से बह रहा है
सोनू : अच्छा जी तो मेरा यह मूसल मम्मी जी की मोटी तगड़ी गान्ड को फाड़ना चाहता है लेकिन पहले किसकी फाड़ना चाहता है मम्मी की या सुधा की
रोहित : में तो दोनो की एक साथ भी फाड़ सकता हूँ
सोनू : फिकर ना करो मुझे लगता है तुम्हारेलिए कुछ ना कुछ करना ही पड़ेगा, अच्छा यह बताओ कल हमारे साथ मेले में चलोगे,
रोहित : यार मुझे मेले जैसी चीज़े पसंद नही है
सोनू ; अरे घर के सभी लोग जा रहे है बड़ा मज़ा आएगा
रोहित: नही यार मुझे भीड़ भाड़ से जी घबराता है
सोनू : अरे तुम भी ना पागल हो भीड़ भाड़ में ही तो मज़ा आता है
रोहित : वो कैसे
सोनू : तुम देखना भीड़ में जब तुम्हारी चुदासी माँ और बहन अपनी मोटी गान्ड उठा कर और मटका मटका कर चलेगी तो मेले में मनचले लोगो के मज़े हो जाएगे कोई उनकी मोटी गान्ड में हाथ मारेगा और कोई उनकी गान्ड में उंगली पेलेगा, तुम्हे मम्मी जी और सुधा की मोटी मोटी गान्ड को सहलाने और दबाने का खूब मन करता है ना तो यह बड़ा अच्छा मोका रहेगा, भीड़ की आड़ में तुम भी अपनी मम्मी और सुधा की गदराई गान्ड को खूब दबोच दबोच कर सहलाना उन्हे कुछ पता भी नही चलेगा वह सोचेंगी कि लोग उनकी गान्ड पर हाथ मार रहे है और तुम्हारे मज़े हो जाएगे,
रोहित : लेकिन मम्मी या सुधा ने पीछे मूड कर देख लिया तो
सोनू : नही देखेगी क्योकि पिछली बार जब में और मम्मी बस में खड़े खड़े आ रही थी तो एक कॉलेज बॉय ने मम्मी की मोटी गान्ड को खूब दबोचा था और तो और उसने तो मम्मी की लेग्गी में पीछे से पेन से सुराख करके अपनी एक उंगली भी मम्मी की गान्ड में घुसा दी थी लेकिन तुम्हारी मम्मी इतनी चुदासी है कि उसने एक बार भी पीछे नही देखा और खूब मज़े लिए,
रोहित : अश्चर्य से सोनू को देखते हुए कहने लगा क्या बात कर रही हो तभी मम्मी की लेग्गी इतनी फटी हुई थी
सोनू : अरे उस लड़के ने तो पेन से छोटा सा उंगली के साइज़ का ही छेद किया था पर मम्मी को अपनी गान्ड में उंगली पेल्वाने में इतना मज़ा आया कि उन्होने अपने हाथो से अपनी लेग्गी और भी ज़्यादा फाड़ ली ताकि लोग आसानी से उनकी मोटी गान्ड में लंड भी पेल सके,
रोहित : और सुधा की गान्ड कैसे दबाने का मोका मिलेगा
सोनू :पहले मम्मी के तो मज़े लो सुधा को बाद में देखते है वैसे भी आज कल वह दिन भर पापा जी के पास ही घुसी रहती है
रोहित : क्या मतलब
सोनू : मैने कल देखा था वह पापा की गोद में बैठी थी और पापा उसे दुलार रहे थे
रोहित : तो क्या हुआ वह तो उनकी बेटी है उसे गोद में भी बैठा सकते है,
सोनू : और गोद में अपनी जवान और गदराई बेटी को बैठा कर उसकी मोटी मोटी जाँघो पर हाथ फेरते हुए उसे चूमे तब
रोहित: तो क्या हुआ वह उनकी बेटी है उसे गोद में बैठा कर चूम भी सकते है
सोनू : मुस्कुराते हुए और अगर कल को वह मुझे अपनी गोद में बैठा कर इसी तरह चूमने लगे तब
रोहित ; तो क्या हुआ डार्लिंग तुम भी तो उनकी बेटी जैसी ही हो तुम्हे भी वह अपनी गोद में बैठा कर दुलार सकते है,
सोनू : पर सुधा कह रही थी कि जब पापा उसे गोद में बैठा कर दुलार रहे थे तब उसकी मोटी गान्ड के नीचे से पापा का मोटा लंड चुभ रहा था
रोहित : अरे जानेमन जब एक मर्द किसी जवान लोंड़िया को अपने गोद में बैठाएगा तू उसके भारी चुतड़ों की वजन से किसी का भी लंड खड़ा हो सकता है
सोनू : अच्छा और अगर पापा ने मुझे अपनी गोद में बैठाया तब उनका लंड खड़ा होगा कि नही
रोहित : क्यो नही होगा तुम्हारी गान्ड भी तो एक दम ठोकने लायक है,
सोनू : ब्लाउज के बटन खोलते हुए कहने लगी अच्छा जी अब अपनी बीबी की मोटी गान्ड को अपने पापा से ठुकवाओगे क्या, कहते हुए सोनू अपने ब्लाउज और पेटिकोट को उतार कर सिर्फ़ ब्रा और पैंटी में आ चुकी थी और पैंटी भी उसने वह पहनी थी जिसमे चूत की लकीर के यहाँ से पैंटी में चीरा लगा हुआ था और सोनू ने बेड पर बैठ कर जब रोहित की ओर अपनी जांघे फैलाई तो उसकी चूत की फूली फांके खुल कर अलग हो गई
रोहित : अपने लंड को मसल्ते हुए अरे वाह सोनू कितनी अच्छी पैंटी लेकर आई हो तुम