hotaks444
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अब आगे
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आज अजय की छुट्टी थी...ईद की...इसलिए वो काफ़ी देर तक सोता रहा..
और आज ही प्राची का वीकली चेकअप भी था...ईद की छुट्टी होने के बावजूद उसकी गायनो ने सिर्फ़ 12 बजे तक ही अपना क्लिनिक खोल कर रखा हुआ था..अजय काफ़ी गहरी नींद में था..इसलिए उसने अपनी माँ रजनी को फोन कर दिया और उनके साथ क्लिनिक के लिए निकल गयी.
जाते हुए रजनी ने अपनी बेटी पूजा को उठा दिया..और उसको अपने जीजू के नाश्ते की ज़िम्मेदारी पर लगा गयी.
वैसे तो पूजा को काफ़ी गहरी नींद आ रही थी...एक तो वो रात को काफ़ी देर तक रिया के साथ मज़े लेने के बाद सोई थी..करीब 3 बजे, उपर से छुट्टी वाले दिन उठना उसे बहुत बड़ा टॉर्चर लगता था..पर अपने जीजू का नाम सुनकर उसकी सारी नींद हवा हो गयी...और वो तुरंत बाथरूम में घुसकर नहा धोकर तैयार हो गयी.
उसने एक स्कर्ट और उसके उपर शर्ट पहनी...और जान बूझकर उसने आज अंदर ब्रा नही पहनी..
ऐसा तो तब होता था जब उसकी चुचियाँ नींबू जितनी थी...अब तो नारियल जितनी बड़ी और कठोर हो चुकी है...ब्रा ना पहनकर उसके तन - बदन में अलग ही तरह का रोमांच भर रहा था.
रिया को वो गहरी नींद में छोड़कर जल्दी-2 अपने प्यारे जीजू के पास पहुँच गयी.
वहां पहुँचकर देखा तो अजय नींद में बेसुध होकर सो रहा था..पूजा उसकी बगल में बैठ गयी..और बड़े ही प्यार से उसे निहारने लगी..सोते हुए कितना मासूम सा लग रहा था वो...पर उठकर कैसी-2 शरारते करता है ये बदमाश...यही सोचती हुई पूजा मुस्कुरा दी..वो सोते हुए भी इतना टेंप्टिंग सा लग रहा था की ना चाहते हुए भी पूजा अजय के उपर झुकती चलती गयी और उसने होल से अपने गीले लबों से उसके गालों को चूम लिया..
ऐसा करते हुए उसके गीले बाल फिसलकर नीचे आ गये और एक परदा सा बनकर उसके बालों ने उन दोनो के चेहरों को छुपा लिया...एक तो पहले से ही कमरे में अंधेरा था..उपर से ऐसा रोमॅंटिक सा अंधकार होते ही पूजा की जवानी ने एक जोरदार अंगड़ाई ली और उसने आवेश में आकर अपने होंठों को थोड़ा साइड में लाकर अजय के होंठों पर रख दिया और उसे चूसने लगी...पहले धीरे-2 और फिर ज़ोर से...
अपने होंठों के उपर हुए ऐसे हमले से अजय की नींद भी खुल गयी...और अधखुली आँखों से उसने देखना चाहा पर कुछ दिखा नही...फिर वो भी उस चुंबन का रिप्लाइ करने लगा..ज़ोर-2 से...जैसा वो अक्सर किया करता था...रोज सुबह.
यानी...वो ये समझ रहा था की ये किस्स उसकी बीबी प्राची कर रही है...जैसा की वो रोज मॉर्निंग में करती है...उसे उठाने के लिए..नहा धोकर..पूजा करके..वो सीधा आकर उसे चूमती और उठाती थी..
और यही काम जब आज उसकी साली कर रही थी तो उसे पता भी नही चला...पर जैसे ही अजय के हाथ खिसककर उसके मुम्मो पर आए और उसने उन्हे दबाया तो एक जोरदार चीख मारती हुई पूजा दूर जाकर खड़ी हो गयी..
''आआआआआअहह.....जीजू................. ये क्या करते हो.....''
जीजू!!!!! ये सुनते ही अजय उछलकर बैठ गया...और दूर खड़ी होकर शरमा रही पूजा को आँखे फाड़-फाड़कर देखने लगा...और समझने की कोशिश करने लगा की ये सब हो क्या रहा है...ये सच है या वो अभी तक कोई सपना देख रहा है...उसने अपने हाथ पर चुटकी काटी..जिसे देखकर दूर खड़ी पूजा ज़ोर-2 से हँसने लगी.
''ये सपना नही है जीजू....मैं सच में आपके सामने हूँ ....''
अजय के तो सारे के सारे दाँत दिखाई देने लग गये...इतनी हसीन सुबह तो उसकी आज तक नही हुई थी...जिसमे उसकी कुँवारी साली ने उसे ठीक वैसे ही उठाया था जैसे उसकी बीबी उसे रोज उठाया करती है..
अजय : "पर....पर तुम यहा कैसे....और प्राची कहा है...''
पूजा ने उसे सारी बात बताई....जिसे सुनने के बाद अजय की बाँछे खिलती चली गयी....यानी अगले 1-2 घंटे तक वो अपनी साली के साथ अकेला है...
उसके चेहरे पर आ रही शरारती मुस्कान को देखकर पूजा भी समझ गयी की अजय के ठरकी दिमाग़ में क्या चल रहा है...
''नो....नो....नो ......डोंट ईवन थिंक अबाउट देट ....मैं तो बस....आपको जगाने के बाद नाश्ता करवाकर वापिस जा रही हूँ ...''
इतना कहकर वो अपने दाँतो से होंठों को दबाकर जैसे ही वापिस जाने के लिए मुड़ी , अजय ने लपक कर उसकी कलाई पकड़ी और एक झटका देकर उसे अपनी तरफ खींच लिया...और वो स्लो मोशन में एक चकरी खाती हुई सीधा उसकी गोद में आकर गिर गयी...उसके चेहरे पर उसके गीले बालों ने बड़े ही सेक्सी अंदाज से कब्जा कर लिया....जिनके पीछे से वो अपनी गोल-मटोल आँखे दिखाती हुई बोली : "प्लीज़ जीजू ...छोड़ो ना.....क्या कर रहे हो....''
अजय : "वही...जो मैं रोज सुबह करता हूँ प्राची के साथ...अब वो तो है नही तो अपनी आधी घरवाली के साथ एटलीस्ट वो तो कर ही सकता हू ना...''
''क....क्या .....क्या कर सकते हो....'' उसने हकलाते हुए पूछा...उसके दिल की धड़कन अजय को सॉफ सुनाई दे रही थी..
अजय : "वही.... जो तुम मेरे साथ अभी कर रही थी....मुझे सोते हुए जो किस्स तुमने की थी...उसका रिप्लाइ तो लेती जाओ...''
पूजा की साँसे तेज हो गयी ये सुनकर...अजय उसके साथ वो करना चाहता था जो वो अपनी बीबी के साथ करता था...यानी वो उसकी बीबी की तरह है...यानी अजय उसे प्राची की तरह ही समझता है...
ये सोचकर एक अजीब सा अभिमान आ गया उसके अंदर...
और वो धीरे से बोली : "पर सिर्फ़ उतना ही ना...कुछ ज़्यादा तो नही....''
वो शायद चुदने तक के बारे में सोचने लग गयी थी...
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आज अजय की छुट्टी थी...ईद की...इसलिए वो काफ़ी देर तक सोता रहा..
और आज ही प्राची का वीकली चेकअप भी था...ईद की छुट्टी होने के बावजूद उसकी गायनो ने सिर्फ़ 12 बजे तक ही अपना क्लिनिक खोल कर रखा हुआ था..अजय काफ़ी गहरी नींद में था..इसलिए उसने अपनी माँ रजनी को फोन कर दिया और उनके साथ क्लिनिक के लिए निकल गयी.
जाते हुए रजनी ने अपनी बेटी पूजा को उठा दिया..और उसको अपने जीजू के नाश्ते की ज़िम्मेदारी पर लगा गयी.
वैसे तो पूजा को काफ़ी गहरी नींद आ रही थी...एक तो वो रात को काफ़ी देर तक रिया के साथ मज़े लेने के बाद सोई थी..करीब 3 बजे, उपर से छुट्टी वाले दिन उठना उसे बहुत बड़ा टॉर्चर लगता था..पर अपने जीजू का नाम सुनकर उसकी सारी नींद हवा हो गयी...और वो तुरंत बाथरूम में घुसकर नहा धोकर तैयार हो गयी.
उसने एक स्कर्ट और उसके उपर शर्ट पहनी...और जान बूझकर उसने आज अंदर ब्रा नही पहनी..
ऐसा तो तब होता था जब उसकी चुचियाँ नींबू जितनी थी...अब तो नारियल जितनी बड़ी और कठोर हो चुकी है...ब्रा ना पहनकर उसके तन - बदन में अलग ही तरह का रोमांच भर रहा था.
रिया को वो गहरी नींद में छोड़कर जल्दी-2 अपने प्यारे जीजू के पास पहुँच गयी.
वहां पहुँचकर देखा तो अजय नींद में बेसुध होकर सो रहा था..पूजा उसकी बगल में बैठ गयी..और बड़े ही प्यार से उसे निहारने लगी..सोते हुए कितना मासूम सा लग रहा था वो...पर उठकर कैसी-2 शरारते करता है ये बदमाश...यही सोचती हुई पूजा मुस्कुरा दी..वो सोते हुए भी इतना टेंप्टिंग सा लग रहा था की ना चाहते हुए भी पूजा अजय के उपर झुकती चलती गयी और उसने होल से अपने गीले लबों से उसके गालों को चूम लिया..
ऐसा करते हुए उसके गीले बाल फिसलकर नीचे आ गये और एक परदा सा बनकर उसके बालों ने उन दोनो के चेहरों को छुपा लिया...एक तो पहले से ही कमरे में अंधेरा था..उपर से ऐसा रोमॅंटिक सा अंधकार होते ही पूजा की जवानी ने एक जोरदार अंगड़ाई ली और उसने आवेश में आकर अपने होंठों को थोड़ा साइड में लाकर अजय के होंठों पर रख दिया और उसे चूसने लगी...पहले धीरे-2 और फिर ज़ोर से...
अपने होंठों के उपर हुए ऐसे हमले से अजय की नींद भी खुल गयी...और अधखुली आँखों से उसने देखना चाहा पर कुछ दिखा नही...फिर वो भी उस चुंबन का रिप्लाइ करने लगा..ज़ोर-2 से...जैसा वो अक्सर किया करता था...रोज सुबह.
यानी...वो ये समझ रहा था की ये किस्स उसकी बीबी प्राची कर रही है...जैसा की वो रोज मॉर्निंग में करती है...उसे उठाने के लिए..नहा धोकर..पूजा करके..वो सीधा आकर उसे चूमती और उठाती थी..
और यही काम जब आज उसकी साली कर रही थी तो उसे पता भी नही चला...पर जैसे ही अजय के हाथ खिसककर उसके मुम्मो पर आए और उसने उन्हे दबाया तो एक जोरदार चीख मारती हुई पूजा दूर जाकर खड़ी हो गयी..
''आआआआआअहह.....जीजू................. ये क्या करते हो.....''
जीजू!!!!! ये सुनते ही अजय उछलकर बैठ गया...और दूर खड़ी होकर शरमा रही पूजा को आँखे फाड़-फाड़कर देखने लगा...और समझने की कोशिश करने लगा की ये सब हो क्या रहा है...ये सच है या वो अभी तक कोई सपना देख रहा है...उसने अपने हाथ पर चुटकी काटी..जिसे देखकर दूर खड़ी पूजा ज़ोर-2 से हँसने लगी.
''ये सपना नही है जीजू....मैं सच में आपके सामने हूँ ....''
अजय के तो सारे के सारे दाँत दिखाई देने लग गये...इतनी हसीन सुबह तो उसकी आज तक नही हुई थी...जिसमे उसकी कुँवारी साली ने उसे ठीक वैसे ही उठाया था जैसे उसकी बीबी उसे रोज उठाया करती है..
अजय : "पर....पर तुम यहा कैसे....और प्राची कहा है...''
पूजा ने उसे सारी बात बताई....जिसे सुनने के बाद अजय की बाँछे खिलती चली गयी....यानी अगले 1-2 घंटे तक वो अपनी साली के साथ अकेला है...
उसके चेहरे पर आ रही शरारती मुस्कान को देखकर पूजा भी समझ गयी की अजय के ठरकी दिमाग़ में क्या चल रहा है...
''नो....नो....नो ......डोंट ईवन थिंक अबाउट देट ....मैं तो बस....आपको जगाने के बाद नाश्ता करवाकर वापिस जा रही हूँ ...''
इतना कहकर वो अपने दाँतो से होंठों को दबाकर जैसे ही वापिस जाने के लिए मुड़ी , अजय ने लपक कर उसकी कलाई पकड़ी और एक झटका देकर उसे अपनी तरफ खींच लिया...और वो स्लो मोशन में एक चकरी खाती हुई सीधा उसकी गोद में आकर गिर गयी...उसके चेहरे पर उसके गीले बालों ने बड़े ही सेक्सी अंदाज से कब्जा कर लिया....जिनके पीछे से वो अपनी गोल-मटोल आँखे दिखाती हुई बोली : "प्लीज़ जीजू ...छोड़ो ना.....क्या कर रहे हो....''
अजय : "वही...जो मैं रोज सुबह करता हूँ प्राची के साथ...अब वो तो है नही तो अपनी आधी घरवाली के साथ एटलीस्ट वो तो कर ही सकता हू ना...''
''क....क्या .....क्या कर सकते हो....'' उसने हकलाते हुए पूछा...उसके दिल की धड़कन अजय को सॉफ सुनाई दे रही थी..
अजय : "वही.... जो तुम मेरे साथ अभी कर रही थी....मुझे सोते हुए जो किस्स तुमने की थी...उसका रिप्लाइ तो लेती जाओ...''
पूजा की साँसे तेज हो गयी ये सुनकर...अजय उसके साथ वो करना चाहता था जो वो अपनी बीबी के साथ करता था...यानी वो उसकी बीबी की तरह है...यानी अजय उसे प्राची की तरह ही समझता है...
ये सोचकर एक अजीब सा अभिमान आ गया उसके अंदर...
और वो धीरे से बोली : "पर सिर्फ़ उतना ही ना...कुछ ज़्यादा तो नही....''
वो शायद चुदने तक के बारे में सोचने लग गयी थी...