hotaks444
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में--जैसा आप चाहे चाचा जी....
उसके बाद नीरा स्कूल चली गयी और चाचा बाज़ार मुझे कॉलेज जाना था लेकिन मैने आज कॉलेज जाने का प्रोग्राम कंसिल कर दिया...
चाची--जय तेरे लिए परान्ठे और लेकर आउ...
में --नही चाची...मेरा पेट भर गया है अब...
चाची मेरे पास खड़ी होकर बोलती है...
चाची--तू आज कॉलेज नही जाएगा क्या....
में--नही चाची ....में आज आप से कुछ बात करना चाहता हूँ...इसलिए कॉलेज नही जा रहा...
चाची--अरे वाह मुझ से बात करनी है इसलिए तू कॉलेज नही जा रहा ....आज कुछ ख़ास बात करनी लगता है...
में--हाँ चाची बात तो ख़ास ही है लेकिन में आप से थोड़ी देर अकेले में बात करना चाहता हूँ..आप मेरे रूम में चलिए में अभी आता हूँ हाथ धो कर...
में हाथ धो कर रूम में पहुँच जाता हूँ...चाची वहाँ मेरी कुछ बुक्स देख रही थी...मुझे रूम में आता देख कर उन्होने वो बुक्स वही रख दी और कहने लगी....
चाची-- हाँ बोल क्या बात है......ऐसी क्या बात करनी थी तुझे अकेले में.......
मैने अंदर आने के बाद दरवाजा लॉक कर दिया और चाची की तरफ बढ़ने लगा...
में--चाची में आपसे ये जानना चाहता हूँ आपने मेरी बहनों को मुझ से दूर क्यो किया....
चाची--पागल ये कैसा सवाल है....में भला क्यो तेरी बहनों को तुझ से दूर करूँगी...
में--चाची मुझे सब पता चल गया है....कोमल और दीक्षा किसका खून है....में बस आपसे सच सुनना चाहता हूँ...
चाची--ये क्या बकवास कर रहा है तू...मुझे अब बाहर काम है में बाहर जा रही हूँ.....
मैने चाची को अपने बाहो में भरते हुए....आप क्यो सोई थी पापा के साथ....में ये सच जाने बिना आपको कहीं नही जाने दूँगा...
चाची की आँखो में अब आँसू आचुके थे....और वो अपनी सारी भडास निकालती चली गयी....जब उनके दिल का बोझ कम हुआ तो वो मेरे सामने किसी निर्जीव प्राणी को तरह खड़ी थी...
मैने अपना हाथ आगे बढ़कर उनके सीने से उनका पल्लू हटा दिया....
वो अचानक मेरी इस हरकत से वापस होश में आजाती है....
चाची ये क्या कर रहा है तू.....में तेरी चाची हूँ....तुझे ये सब शोभा नही देता....
उसके बाद नीरा स्कूल चली गयी और चाचा बाज़ार मुझे कॉलेज जाना था लेकिन मैने आज कॉलेज जाने का प्रोग्राम कंसिल कर दिया...
चाची--जय तेरे लिए परान्ठे और लेकर आउ...
में --नही चाची...मेरा पेट भर गया है अब...
चाची मेरे पास खड़ी होकर बोलती है...
चाची--तू आज कॉलेज नही जाएगा क्या....
में--नही चाची ....में आज आप से कुछ बात करना चाहता हूँ...इसलिए कॉलेज नही जा रहा...
चाची--अरे वाह मुझ से बात करनी है इसलिए तू कॉलेज नही जा रहा ....आज कुछ ख़ास बात करनी लगता है...
में--हाँ चाची बात तो ख़ास ही है लेकिन में आप से थोड़ी देर अकेले में बात करना चाहता हूँ..आप मेरे रूम में चलिए में अभी आता हूँ हाथ धो कर...
में हाथ धो कर रूम में पहुँच जाता हूँ...चाची वहाँ मेरी कुछ बुक्स देख रही थी...मुझे रूम में आता देख कर उन्होने वो बुक्स वही रख दी और कहने लगी....
चाची-- हाँ बोल क्या बात है......ऐसी क्या बात करनी थी तुझे अकेले में.......
मैने अंदर आने के बाद दरवाजा लॉक कर दिया और चाची की तरफ बढ़ने लगा...
में--चाची में आपसे ये जानना चाहता हूँ आपने मेरी बहनों को मुझ से दूर क्यो किया....
चाची--पागल ये कैसा सवाल है....में भला क्यो तेरी बहनों को तुझ से दूर करूँगी...
में--चाची मुझे सब पता चल गया है....कोमल और दीक्षा किसका खून है....में बस आपसे सच सुनना चाहता हूँ...
चाची--ये क्या बकवास कर रहा है तू...मुझे अब बाहर काम है में बाहर जा रही हूँ.....
मैने चाची को अपने बाहो में भरते हुए....आप क्यो सोई थी पापा के साथ....में ये सच जाने बिना आपको कहीं नही जाने दूँगा...
चाची की आँखो में अब आँसू आचुके थे....और वो अपनी सारी भडास निकालती चली गयी....जब उनके दिल का बोझ कम हुआ तो वो मेरे सामने किसी निर्जीव प्राणी को तरह खड़ी थी...
मैने अपना हाथ आगे बढ़कर उनके सीने से उनका पल्लू हटा दिया....
वो अचानक मेरी इस हरकत से वापस होश में आजाती है....
चाची ये क्या कर रहा है तू.....में तेरी चाची हूँ....तुझे ये सब शोभा नही देता....