hotaks444
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बापू : मेरी जान अब तेरे कूल्हों को चखना है. घुटनों के बल हो जा मैं डॉगी स्टाइल में आ गयी जिस-से की मेरी हिप्स आसानी से खुल जाएँ....बापू ने मेरी दोनो हिप्स को पकड़ कर अलग करा.और मेरे हिप्स के बीच के भाग में जीभ मारने लगे...मेरी हिप्स के बीच में बाल हैं.वह उन बालों को भी चाट-ने लगे..धीरे धीरे वह मेरे पीछे का छेद (अशोल) चाट-ने लगे...
मैं : ऊवू.बापू.आइ .लव.यू..आह.कितना अच्छा लग रहा है.इस छेद के बारे में तो मैने खुद भी कभी नहीं सोचा.ऊ.अपनी जीभ डालो इसमें.अपनी बेटी के हर कोई छेद को भोग लो..
मैं : जानेमन आप ज़रा लेट जाओ..मैं आपके मूँह के ऊपर बैठ-ती हूँ बापू लेट गये और मैं बापू के मुँह के ऊपर पॉटी करने की पोज़िशन में बैठ गयी..मैने टीवी पर 69 पोज़िशन देखी थी..बापू मेरा अशोल चाट रहे थे.उसमें जीभ दे रहे थे .मैने बापू की लूँगी उतार दी.उन्होने कच्छा नहीं पहना था.शायद सोच कर आए थे कि अपनी जवान बेटी को फिरसे चोदना है..लूँगी उतार कर मैने बापू का कठोर मोटा लॉडा हाथ में के लिया...फिर थोडा झुक कर मैने लॉडा अपने मुँह में ले लिया और चूसने लगी...
बापू : आ..छ्हम्मो..यह टोन कहाँ से सीखा..यह तो तेरी मा नेभी आज तक नहीं किया
मैं : बापू सीखा कहीं नहीं.सोचा जब आप नाश्ता कर रहे हो तो मैं भी नाश्ता कर लू..जब मैं आपका डंडा चूस्ती हूँ तो आपको कैसा लगता है ?.
बापू : बहुत अच्छा लगता है..चूस्ती रह. मैं फिरसे बापू का लॉडा चूसने लगी और बापू मेरा पीछे का छेद...कुच्छ देर बाद
बापू : चल बेटी..चाटना और चूसना बहुत हो गया.अब घुसाने वाला काम किया जाए..चल अपने दोनो हाथों और घुटनो पर हो जा..घोड़ी (हॉर्स) बन..
मैं : क्यूँ मेरे प्यारे बाबुल.घुसाने के लिए घोड़ी बनने की क्या ज़रूरत है
बापू : तेरे पीछे के छेद में घुसाना है.
मैं : ओह बापू कहाँ कहाँ घुसाएगा.. मैं घोड़ी बन गयी...बापू ने अपना लॉडा मेरे पिछे के छेद पे रखा और धीरे धीरे अंदर करने लगे..मुझे दर्द हो रहा था पर मैं अब कुच्छ भी रोकना नहीं चाहती थी.इसलिए सोचा दर्द से लिया जाए.बापू ने पूरा लॉडा मेरी गंद मे डाल दिया..मैं दर्द से कर्राहा उठी.
मैं : ओह.मेरे गांडू बाप. क्या कर दिया यह..मेरी जान निकाल दी.ऊओ.उउईए.
बापू : मेरी जान थोडा सह ले. फिर बहुत मज़ा आएगा कल रात जैसे. फिर बापू अंदर बाहर अंदर बाहर करने लगे..मेरा दर्द भी कम हो गया
मैं : ऊऊओ. बापू.मारो मेरी .लेलो अपनी बेटी की..चोद दो मुझे.. आगे से भी. पीछे से भी.ऊपर से और नीचे से भी..आई.रात चूत ली थी.अब गंद लेलो.
बापू : साली. अपने बाप से मालिश करवाती है. तेल लगवाती है.. अपने बापू को अपना दूध पिलाती है. और अब अपनी गंद मरवाती है.. बेशरम तेरा बदन बहुत मखमली है. तेरा बाप तेरे जवान बदन का मज़ा लेकर रहेगा.
मैं : ऊवू.बापू.आइ .लव.यू..आह.कितना अच्छा लग रहा है.इस छेद के बारे में तो मैने खुद भी कभी नहीं सोचा.ऊ.अपनी जीभ डालो इसमें.अपनी बेटी के हर कोई छेद को भोग लो..
मैं : जानेमन आप ज़रा लेट जाओ..मैं आपके मूँह के ऊपर बैठ-ती हूँ बापू लेट गये और मैं बापू के मुँह के ऊपर पॉटी करने की पोज़िशन में बैठ गयी..मैने टीवी पर 69 पोज़िशन देखी थी..बापू मेरा अशोल चाट रहे थे.उसमें जीभ दे रहे थे .मैने बापू की लूँगी उतार दी.उन्होने कच्छा नहीं पहना था.शायद सोच कर आए थे कि अपनी जवान बेटी को फिरसे चोदना है..लूँगी उतार कर मैने बापू का कठोर मोटा लॉडा हाथ में के लिया...फिर थोडा झुक कर मैने लॉडा अपने मुँह में ले लिया और चूसने लगी...
बापू : आ..छ्हम्मो..यह टोन कहाँ से सीखा..यह तो तेरी मा नेभी आज तक नहीं किया
मैं : बापू सीखा कहीं नहीं.सोचा जब आप नाश्ता कर रहे हो तो मैं भी नाश्ता कर लू..जब मैं आपका डंडा चूस्ती हूँ तो आपको कैसा लगता है ?.
बापू : बहुत अच्छा लगता है..चूस्ती रह. मैं फिरसे बापू का लॉडा चूसने लगी और बापू मेरा पीछे का छेद...कुच्छ देर बाद
बापू : चल बेटी..चाटना और चूसना बहुत हो गया.अब घुसाने वाला काम किया जाए..चल अपने दोनो हाथों और घुटनो पर हो जा..घोड़ी (हॉर्स) बन..
मैं : क्यूँ मेरे प्यारे बाबुल.घुसाने के लिए घोड़ी बनने की क्या ज़रूरत है
बापू : तेरे पीछे के छेद में घुसाना है.
मैं : ओह बापू कहाँ कहाँ घुसाएगा.. मैं घोड़ी बन गयी...बापू ने अपना लॉडा मेरे पिछे के छेद पे रखा और धीरे धीरे अंदर करने लगे..मुझे दर्द हो रहा था पर मैं अब कुच्छ भी रोकना नहीं चाहती थी.इसलिए सोचा दर्द से लिया जाए.बापू ने पूरा लॉडा मेरी गंद मे डाल दिया..मैं दर्द से कर्राहा उठी.
मैं : ओह.मेरे गांडू बाप. क्या कर दिया यह..मेरी जान निकाल दी.ऊओ.उउईए.
बापू : मेरी जान थोडा सह ले. फिर बहुत मज़ा आएगा कल रात जैसे. फिर बापू अंदर बाहर अंदर बाहर करने लगे..मेरा दर्द भी कम हो गया
मैं : ऊऊओ. बापू.मारो मेरी .लेलो अपनी बेटी की..चोद दो मुझे.. आगे से भी. पीछे से भी.ऊपर से और नीचे से भी..आई.रात चूत ली थी.अब गंद लेलो.
बापू : साली. अपने बाप से मालिश करवाती है. तेल लगवाती है.. अपने बापू को अपना दूध पिलाती है. और अब अपनी गंद मरवाती है.. बेशरम तेरा बदन बहुत मखमली है. तेरा बाप तेरे जवान बदन का मज़ा लेकर रहेगा.