hotaks444
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कुसुम….आआआहह उूुउउम्म्म्म हाई में क्या करूँ…इनकी तो अपनी ही खिचड़ी पक रही है…ऑर मेरी चूत में ज्वालामुखी फट रहा है…उूुउउम्म्म्मईएइससस्स्सिईईईईईईईई उूुउउईईई म्म्माआअ में क्या करूँ…..है कोई जो इस चूत की आग बुझा सके….इस शास के पास तो टाइम है नहीं…….उूुउउईईईई आआआहह….हाई रे मेरी चूत का क्या होगा……
संतोष…क्यूँ परेशान होती है. कुसुम…ये शास तो मज़ाक कर रहा है…जितनी जल्दी तुम्हे चुदवाने की है…उससे कही ज़्यादा जल्दी इस शास को भी तुम्हारी कुँवारी मस्त चूत को चोदने की भी है…पर अभी तू जितना परेशान हो रही है…जितनी जल्दी में है…शास का लंड चूत पर लगते ही..तू उतना ज़्यादा चिल्लाएगी भी….अब ज़रा अपने आप को पक्का कर ले….कि चाहे जितना दर्द हो चिल्लयाएगी नहीं…जब मेरी जैसी चुदि चुदाई …को भी इस मूसल से लंड ने चिल्लाने पर विवश कर दिया…तो सोच तेरी क्या हालत होगी…जब तेरी चूत फटेगी तो तू इतना चिल्लाएगी कि फिर तो यहाँ सारे गाँव वाले इकट्ठा हो जाएँगे…बस फिर तुम भी चुद लेना ऑर में भी जो एक बार फिर चुदने के चक्कर में हूँ….ज़रा सोच कर देख किसी को क्या जबाब देंगे…
कुसुम…भला मुझे क्या समझ रखा है…ये तो में पहले से ही जानती हूँ कि जब वर्जिनिटी भंग होती है तो पहली बार दर्द होता है…पर ये लंड ज़्यादा बड़ा है…इस लिए ज़्यादा होगा….पर में अपना मुँह बंद करके झेल लूँगी….में सोच लूँगी कि मेरी चूत का आज ऑपेरेशन बिना बेहोश किए ही किया जा रहा है…जब इस मॅस्टंड लंड ने तुम्हारी चूत से खून निकाल दिया ऑर फाड़ कर बुरा हाल कर दिया तो मेरा तो ऑर भी ज़्यादा हाल खराब होगा…पर आज जब चुदने की ठान ली है तो…अपनी चूत को फडवा कर ज़रूर रहूंगी…इसके बाद किसी लंड का डर भी तो नहीं रहेगा….आज ही चूत में इतनी जगह बन जाएगी कि बाद में दो दो लंड भी इसमें आसानी से आ जाएँगे…बस फिर मेडिकल कॉलेज में खूब मज़ा जो लेना है….जिसे आज तक नहीं ले पाई हूँ….
संतोष…ठीक है कुसुम…आज अपनी चूत का पूरा भोसड़ा बनवा ले…फिर तो तू गधे के लंड को भी आसानी से झेल जाएगी…शास अब प्लीज़ अपना लंड बाहर तो निकाल…लो मेरी चूत भी काफ़ी दुख रही है…ना जाने तुमने इस लंड को क्या खिलाया पिलाया है…इसके सामने तो घोड़े गधे का लंड भी फैल है…इतना पानी छोड़ने ऑर तुम्हारे वीर्य से भरी होने के बाद भी ये मेरी भोसड़ा बन चुकी चूत में ही फँसा है….
शास…ठीक है बुआ निकालता हूँ…ये तो बुआ आपकी चूत के पानी का ही कमाल है….जिसने मेरे लोड्े को लंड क्या महा लंड बना दिया….ऑर अब ये आपकी ही चूत को फाड़ चुका है….कहते हुए…शास ने लंड को बाहर खींचा…ऑर एक पुच की आवाज़ के साथ शास का लंड बुआ की चूत से बाहर निकल आया…बुआ की चूत से खून मिला वीर्य ऑर पानी बाहर बहने लगा….वास्तव में बुआ की चूत फट चुकी थी….
कुसुम…शास तुम्हारा लंड तो पानी छोड़ने के बाद भी तना हुआ है….
शास…इसने तुम्हारी मीठी चूत के दर्शन जो कर लिए है…अब ये तुम्हारी चूत का मीठा पानी ऑर कुँवारी चूत का खून पीने के लिए तत्पर है…जिसके बाद ये ऑर भारी..मोटा..ऑर मस्टंड हो जाएगा….
कुसुम…हैं शास,…आज फाड़ डालो मेरी भी चूत को…इसके अंदर आग लगी हुई है…मेने आज तक अपनी वर्जिनिटी को संभाल कर रखा है…मुझे इस बात की ख़ुसी है…कि आज इस चूत को पहली बार एक मर्द चोदेगा…ऑर मेरी चूत की सील एक मस्टंड लंड के द्वारा तोड़ी जाएगी…जैसा मेने सुना है…मस्टंड लंड को पाकर चूत धन्य हो जाती है….ये तो मेरा सोभाग्य है…कि मेरी पहली सुहागरात वास्तव में एक मर्द के मुस्टंड लंड के द्वारा होगी….
शास….ठीक है…कुसुम बुआ…आप चिंता ना करें में आपकी चूत को बड़े ही प्यार से…उस वक्त तक चोदता रहूँगा….जब तक आपकी चूत की बरसों की प्यास ना बुझ जाए….
कुसुम…आज तो में निहाल हो जाउन्गी शास…आओ अब बस जल्दी से मुझे भी चोद दो….मुझसे अब बर्दास्त नहीं हो रहा है….
शास…कुसुम बुआ…आप जैसी सुंदर कली को जिसका अंग अंग भगवान ने बड़े आराम से बनाया हो…भला इतनी जल्दी में क्यूँ चोदुन्गा…थोड़ा धीरज धरो कुसुम बुआ…में तुम्हे…बड़े ही प्यार से चोदना चहता हूँ…
कुसुम…पर में क्या करूँ…संतोष दीदी की चुदाई देखकर मेरी चूत में आग जो लगी है…में इस आग से मरी जा रही हूँ…
शास…कुसुम बुआ…मेरा लंड संतोष बुआ की चूत के खून में सना हुआ है…में इसे बाथरूम में धोकर आता हूँ ऑर टाय्लेट भी करके आता हूँ…ताकि में एक लंबी ऑर मस्त चुदाई कर सकूँ….
संतोष…क्यूँ परेशान होती है. कुसुम…ये शास तो मज़ाक कर रहा है…जितनी जल्दी तुम्हे चुदवाने की है…उससे कही ज़्यादा जल्दी इस शास को भी तुम्हारी कुँवारी मस्त चूत को चोदने की भी है…पर अभी तू जितना परेशान हो रही है…जितनी जल्दी में है…शास का लंड चूत पर लगते ही..तू उतना ज़्यादा चिल्लाएगी भी….अब ज़रा अपने आप को पक्का कर ले….कि चाहे जितना दर्द हो चिल्लयाएगी नहीं…जब मेरी जैसी चुदि चुदाई …को भी इस मूसल से लंड ने चिल्लाने पर विवश कर दिया…तो सोच तेरी क्या हालत होगी…जब तेरी चूत फटेगी तो तू इतना चिल्लाएगी कि फिर तो यहाँ सारे गाँव वाले इकट्ठा हो जाएँगे…बस फिर तुम भी चुद लेना ऑर में भी जो एक बार फिर चुदने के चक्कर में हूँ….ज़रा सोच कर देख किसी को क्या जबाब देंगे…
कुसुम…भला मुझे क्या समझ रखा है…ये तो में पहले से ही जानती हूँ कि जब वर्जिनिटी भंग होती है तो पहली बार दर्द होता है…पर ये लंड ज़्यादा बड़ा है…इस लिए ज़्यादा होगा….पर में अपना मुँह बंद करके झेल लूँगी….में सोच लूँगी कि मेरी चूत का आज ऑपेरेशन बिना बेहोश किए ही किया जा रहा है…जब इस मॅस्टंड लंड ने तुम्हारी चूत से खून निकाल दिया ऑर फाड़ कर बुरा हाल कर दिया तो मेरा तो ऑर भी ज़्यादा हाल खराब होगा…पर आज जब चुदने की ठान ली है तो…अपनी चूत को फडवा कर ज़रूर रहूंगी…इसके बाद किसी लंड का डर भी तो नहीं रहेगा….आज ही चूत में इतनी जगह बन जाएगी कि बाद में दो दो लंड भी इसमें आसानी से आ जाएँगे…बस फिर मेडिकल कॉलेज में खूब मज़ा जो लेना है….जिसे आज तक नहीं ले पाई हूँ….
संतोष…ठीक है कुसुम…आज अपनी चूत का पूरा भोसड़ा बनवा ले…फिर तो तू गधे के लंड को भी आसानी से झेल जाएगी…शास अब प्लीज़ अपना लंड बाहर तो निकाल…लो मेरी चूत भी काफ़ी दुख रही है…ना जाने तुमने इस लंड को क्या खिलाया पिलाया है…इसके सामने तो घोड़े गधे का लंड भी फैल है…इतना पानी छोड़ने ऑर तुम्हारे वीर्य से भरी होने के बाद भी ये मेरी भोसड़ा बन चुकी चूत में ही फँसा है….
शास…ठीक है बुआ निकालता हूँ…ये तो बुआ आपकी चूत के पानी का ही कमाल है….जिसने मेरे लोड्े को लंड क्या महा लंड बना दिया….ऑर अब ये आपकी ही चूत को फाड़ चुका है….कहते हुए…शास ने लंड को बाहर खींचा…ऑर एक पुच की आवाज़ के साथ शास का लंड बुआ की चूत से बाहर निकल आया…बुआ की चूत से खून मिला वीर्य ऑर पानी बाहर बहने लगा….वास्तव में बुआ की चूत फट चुकी थी….
कुसुम…शास तुम्हारा लंड तो पानी छोड़ने के बाद भी तना हुआ है….
शास…इसने तुम्हारी मीठी चूत के दर्शन जो कर लिए है…अब ये तुम्हारी चूत का मीठा पानी ऑर कुँवारी चूत का खून पीने के लिए तत्पर है…जिसके बाद ये ऑर भारी..मोटा..ऑर मस्टंड हो जाएगा….
कुसुम…हैं शास,…आज फाड़ डालो मेरी भी चूत को…इसके अंदर आग लगी हुई है…मेने आज तक अपनी वर्जिनिटी को संभाल कर रखा है…मुझे इस बात की ख़ुसी है…कि आज इस चूत को पहली बार एक मर्द चोदेगा…ऑर मेरी चूत की सील एक मस्टंड लंड के द्वारा तोड़ी जाएगी…जैसा मेने सुना है…मस्टंड लंड को पाकर चूत धन्य हो जाती है….ये तो मेरा सोभाग्य है…कि मेरी पहली सुहागरात वास्तव में एक मर्द के मुस्टंड लंड के द्वारा होगी….
शास….ठीक है…कुसुम बुआ…आप चिंता ना करें में आपकी चूत को बड़े ही प्यार से…उस वक्त तक चोदता रहूँगा….जब तक आपकी चूत की बरसों की प्यास ना बुझ जाए….
कुसुम…आज तो में निहाल हो जाउन्गी शास…आओ अब बस जल्दी से मुझे भी चोद दो….मुझसे अब बर्दास्त नहीं हो रहा है….
शास…कुसुम बुआ…आप जैसी सुंदर कली को जिसका अंग अंग भगवान ने बड़े आराम से बनाया हो…भला इतनी जल्दी में क्यूँ चोदुन्गा…थोड़ा धीरज धरो कुसुम बुआ…में तुम्हे…बड़े ही प्यार से चोदना चहता हूँ…
कुसुम…पर में क्या करूँ…संतोष दीदी की चुदाई देखकर मेरी चूत में आग जो लगी है…में इस आग से मरी जा रही हूँ…
शास…कुसुम बुआ…मेरा लंड संतोष बुआ की चूत के खून में सना हुआ है…में इसे बाथरूम में धोकर आता हूँ ऑर टाय्लेट भी करके आता हूँ…ताकि में एक लंबी ऑर मस्त चुदाई कर सकूँ….