MUSLIM SEX STORY-खाला को चोदा 01 - SexBaba
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MUSLIM SEX STORY-खाला को चोदा 01

aamirhydkhan

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Feb 10, 2021
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दोस्तो, मेरे नाम आमिर है. मैं हैदराबाद का रहने वाला हूँ, मेरी उम्र 21 साल है. मैं अपने अम्मी अब्बा की इकलौती संतान हूँ. मैंने विदेश से पढ़ाई की है और पढ़ाई पूरी कर कुछ दिन पहले ही घर वापिस आया हूँ.

कुछ दिन पहले सब लोग एक शादी में दिल्ली गए हुए थे. वहां पर मेरे अम्मी के चाचा के बेटी यानि मेरी खाला नूरी भी आयी हुई थी. अम्मा ने मुझे उनसे मिलवाया. नूरी खाला बहुत सुन्दर हैं, एकदम गोरा रंग, गोल चेहरा बड़ी बड़ी काली आँखें सुन्दर तीखे नैन नक्श मीठी आवाज ... खाला बहुत हंसमुख हैं.

मुझे पता चला कि खाला शादी के कुछ ही साल बाद ही जवानी में ही बेवा हो गयी थी. मेरी खाला से अच्छी बन गयी और बातचीत में पता चला कि खाला की चार बेटियाँ हैं और उनमें से एक की शादी हो चुकी है.

जब सगाई हो रही थी तो खाला मेरे साथ ही बैठी थी. शादी के दौरान खाला ने मेरे साथ खूब अपनी सेल्फ़ियाँ ली और मुझसे पूछा कि मेरी कितनी गर्लफ्रेंड हैं.

मैंने बताया- अभी तीन साल बाद विदेश से घर वापिस आया हूँ, कोई गर्लफ्रेंड नहीं है.

तो खाला ने पूछा- विदेश में कितनी गर्लफ्रेंड थी?

मैंने कहा- बहुत सारी.

तो खाला ने मुस्कुरा के पूछा- फिर तो बहुत मजे किये होंगे?

इससे पहले मैं जवाब देता, खाला का फ़ोन आ गया और खाला उठ कर चली गयी.

उसके बाद खाला मेरी अम्मी से मिली और फिर कहीं नज़र नहीं आयी. मैंने पता किया तो पता चला किसी कारण से खाला को इमरजेंसी में वापिस अपने घर कश्मीर अर्जेंट जाना पड़ा है इसीलिए वे चली गयी.

मैं सगाई में बोर होता रहा क्योंकि मेरे वहां कोई परिचित या दोस्त नहीं थे.

सगाई हो गयी तो अम्मी अब्बू ने बुलाया और कहा- बेटा आमिर, नूरी खाला से तो तुम मिल ही चुके हो, एक जरूरी काम से तुम्हें नूरी खाला के पास कश्मीर जाना होगा, उनका बहुत जरूरी काम है हम शादी बीच में छोड़ कर जा नहीं सकते और वहाँ जो खाला कहें, वह हमारा हुक्म मान कर पूरा करना.

मैंने सर झुका कर आदाब बजाया और अगली फ्लाइट से कश्मीर श्रीनगर निकल गया.

कश्मीर मैंने देखा भी नहीं था और नूरी खाला का साथ मुझे अच्छा लगा था.

वहाँ जाकर जो कुछ मालूम हुआ, उससे मेरे कान सुर्ख हो गए, मेरी 1 कजिन जिसका नाम सारा था और उम्र लगभग १९ साल थी की शादी हमारे कजिन इमरान से हुई थी और उनका आपस में बहुत प्यार मोहब्बत था, पता नहीं क्या हुआ कि उसने ग़ुस्से में आकर मेरी कजिन सिस्टर को तलाक़ दे दिया और इसी कारण से वह शादी में भी नहीं आयी थी.

इस तलाक देने के बाद मेरे कजिन को बहुत पछतावा हुआ और इमरान ने दोबारा सारा से शादी करने की ख्वाहिश की, मौलवी साहेब बोले- शरीयत के रूल से सारा को हलाला से गुजरना होगा और कम से कम एक रात के लिए किसी और की बीवी बनना पड़ेगा, तब ही इन दोनों की शादी हो सकती है.

नूरी खाला ने मुझे बताया कि वो एक रात की शादी मुझको सारा से करनी होगी. जब मुझे यह बात मालूम हुई तो मैंने मन ही मन कहा- चलो एक रात की ही बात है, मज़े कर लो आमिर साहब!

मैंने हामी भर ली और कहा- खाला, आपकी बेटी का घर बस जाए, मुझे उससे ज्यादा कुछ नहीं चाहिए.

नूरी खाला बहुत खुश हुई और मुझे गले लगा कर प्यार किया और बोली- बेटा, कभी कुछ भी चाहिए हो तो बेझिझक मांग लेना.

अगले दिन निकाह होने की बात तय हो गयी. खाला का घर काफी बड़ा था, मुझे रात में अलग कमरा सोने के लिए दिया और मैं सोने के तैयारी करने लगा.

कुछ देर बाद मेरा मोबाइल बजा और खाला का फ़ोन था, उन्होंने कहा- सो गए थे क्या?

तो मैंने कहा- सोने की तैयारी कर रहा था.

खाला बोली- तुम मेरे कमरे में आओ!

और फ़ोन कट गया.

मैं खाला के कमरे में गया तो देखा कि एक मोहतरमा लाल कपड़ों में दुल्हन बन घूंघट ओढ़े मेरा बिस्तर पर इंतजार कर रही थी. फिर मैं उनके पास गया और पूछा- खाला, ये सब क्या है?

खाला बोली- आमिर, आज तुम्हारा इम्तेहान है. तुम्हें सारा से सिर्फ शादी ही नहीं करनी, उसके साथ सोना भी है और शौहर बीवी की तरह चोदना भी है. मैं पक्का करना चाहती हूँ कि तुम उसे चोद पाओगे या नहीं.

मैंने कहा- आपको ऐसा क्यों लगता है?

तो खाला ने सारा की पूरी कहानी बताई, खाला बोली- इमरान मेरे भाई का बेटा है, उसी ने जिद कर के सारा से शादी की थी लेकिन शादी के बाद पता चला उसका लंड बहुत छोटा था और वह सारा को चोद ही नहीं पाता था. इसी कारण दोनों में झगड़ा हुआ और इमरान ने गुस्से में सारा को तलाक दे दिया. अब मैं चाहती हूँ हलाला के जरिये ही सही, कम से कम एक बार तो सारा को चुदाई का पूरा सुख मुझ से मिल जाए.

अब वे यह देखना चाहती थी मेरा लंड कितना बड़ा है और क्या मैं ठीक से चोद पाता हूँ या नहीं! इसीलिए उन्होंने ये सारा इंतज़ाम किया था.

फिर नूरी खाला बोली- आमिर, मेरे साथ आराम से करना क्योंकि मैं भी कुंवारी हूँ!

मैं फिर चौंका- ये कैसे?

तो खाला बोली- मेरी चारों बेटियाँ मेरी बड़ी आपा की औलाद हैं. बिमारी से आपा के इन्तकाल के बाद तुम्हारे खालू भी बीमार रहने लगे तो बच्चों की देखभाल के लिए मेरा निकाह आपा के शौहर से कर दिया गया. और बिमारी के कारण सुहागरात भी नहीं मनी और निकाह के कुछ दिन बाद ही वे चल बसे और तुम्हारी ये नूरी खाला शादी कर के भी कुंवारी रह गयी. आज इसी बहाने तुम्हारी खाला की हसरतें भी पूरी हो जाएंगी.

तो मैं खाला को गले लगा कर बोला- खाला, मुझसे एक बार चुदने के बाद मुझसे चुदे बिना रह नहीं पाओगी.

खाला ने लाल लहंगा, चोली चुनरी और ढेर सारे गहने पहने हुए थे और साथ में गजरा और फूलों से शृंगार किये हुए स्वर्ग से आयी हुई अप्सरा लग रही थी. मेरा तो लंड उसे देख कर बेकाबू हो गया और मेरी हालत काम रोग से ग्रस्त हो गयी.

खाला बिस्तर के पास शर्मायी हुई अपने पैरों की तरफ देख रही थी. उसने हल्का सा घूंघट किया हुआ था. उसका चेहरा शर्म और आगे जो होने वाला था, सोच कर लाल हो रहा था, वह थोड़ी सी घबराई हुई थी.

मैं थोड़ा सा आगे होकर और उनका हाथ अपने हाथ में ले लिया और उनको बेड पर ले गया.

या खुदा!! उनका नर्म गर्म हाथ पकड़ते ही मेरे तनबदन की आग और भड़क गयी और मेरा लंड सनसनाता हुआ पूरा 8 इंची बड़ा हो गया और सलामी देने लगा.

मैंने नूरी खाला की तारीफ करना शुरू कर दिया. मैंने कहा- खाला, बहुत सुन्दर हो आप, आप मेरे सपनों की रानी हो, जबसे आपको देखा है, तब से आपसे बहुत प्यार करता हूँ मैं और आपको पाना चाहता था. आज अल्लाह के करम से आप मेरी हो गयी हैं.

वह और भी शर्माने लगी और मेरे बहुत कहने पर मीठी आवाज़ में बोली- मैं भी आप को प्यार करती हूँ.

दूध जैसी गोरी चिट्टी लाल गुलाबी होंठ नाज़ुक होटों के नीचे काला तिल! नाक पर बड़ी नथ, मांग में टिका बालों में गजरा, उनका चेहरा नीचे को झुका हुआ था इतनी सुन्दर दुल्हन देख मेरे मुँह से निकला वाह!! तुम तो क़यामत हो मेरी जान!

मेरा लंड फुफकारने लगा. मैंने धीरे से उनके चेहरे को ऊपर किया, नूरी खाला की आँखें बंद थी. इतनी सुन्दर नूरी खाला मुझे अता फरमाने के लिए मैंने अल्लाह का शुक्रिया अदा किया और बोला- मेरी जान, अपनी आँखें खोलो और मुझे देखो!

उन्होंने आँखें खोली और हल्की से मुस्करायी मैंने उनके ओंठों पर एक नर्म सा चुम्बन ले लिया. यह उनका पहला चुम्बन था, वह फिर शर्मा कर सिमट कर मुझ से लिपट गयी.

मैंने खाला को अपने गले लगाया और पीठ पर हाथ फिराया, उनकी पीठ बहुत चिकनी थी, मैंने पूछा- क्या आपको मालूम है सुहागरात में क्या करते हैं?

उन्होंने अपना सर हाँ में हिलाया और मुझसे और कस का लिपट गयी.

मेरे हाथ ने महसूस किया उन्होंने बैकलेस चोली पहनी हुई थी जो सिर्फ दो डोरियों से बंधी हुई थी और ब्रा नहीं पहनी हुई थी फिर मेरे फिसल हाथ की कमर तक पहुँच गए थे ... क्या चिकनी नरम और नाजुक कमर थी.

मेरे हाथ फिसल कर उनकी गांड पर पहुँच गए थे. उन्होंने लहंगा अपनी नाभि की नीचे और चूत के ऊपर पहना हुआ था. उनकी गांड की दरार को मैंने महसूस किया. 'आअह्ह्ह...' उनकी सिसकी निकल गयी.

मैंने फिर पूछा- खाला, क्या आप तैयार हो?

उन्होंने हाँ में सर हिलाया और धीरे से बोली- इस रात का इंतज़ार तो हर लड़की करती है.

मेरे सपनों की रानी मेरे साथ थी दुल्हन बन मेरे से चुदने को तैयार!

मैंने फिर से कहा- आप सबसे सुन्दर, गोरी मस्त माल हो. आपको देखकर मैं तो दीवाना हो गया हूँ!

मैंने हल्की सी आवाज में बोला- आई लव यू खाला! आपको मालूम नहीं है मेरी क्या हालत है. मेरे मन आपको देखते ही बेकाबू हो जाता है, तुम तो मेरे दिल की मलिका हो!

मैं आगे बोला- आपके गुलाबी नर्म गुलाब के पंखुरियों जैसे होठों का रस चूसना शुरू करे तो रूकने का नाम ही न ले। मैंने आज तक तुम जैसी सेक्सी लड़की नहीं देखी!

मैंने फिर उनको अपने से हल्का सा दूर किया, हाथों से उनका चेहरा ऊपर किया और होंठों पर एक लम्बी किस की. उनकी आँखें बंद थी, मैंने उनके होंठों को छोड़ कर चेहरा ऊपर किया तो खाला ने आँखें खोली और मुस्करायी.

मैं फिर मैं उनके ओंठों को चूमने लगा और वह भी मेरा साथ देने लगी. फिर मैंने अपनी जीभ उनके मुँह में डाल दी और वह मेरी जीभ को चूसने लगी. फिर मैंने भी उनकी जीभ को चूसा. मेरी जीभ जब उनकी जीभ से मिली तो उनका शरीर सिहरने लगा.

फिर मैंने अपने होंठ उनके ओंठों से अलग किये हम दोनों मुस्कराये और फिर बेकरारी से लिप किस करने लगे और चूमते चूमते हमारे मुंह खुले हुये थे जिसके कारण हम दोनों की जीभ आपस में टकरा रही थी और हमारे मुंह में एक दूसरे का स्वाद घुल रहा था।

कम से कम 15 मिनट तक लिप किस करता रहा, वह मेरा लिप किस में भरपूर साथ दे रही थी. खाला को दर्द हो रहा था मगर खाला मुझ से भी ज्यादा प्यासी थी, उने दर्द में भी मज़ा आ रहा था।

हम लोग एक दूसरे को किस करने लगे थे. मैंने खाला की पीठ, कमर पर अपनी उंगलियाँ फेरनी शुरू कर दी थीं. मेरे हाथ उनके कन्धों पर थे और वह मुझको अपनी ओर खींच रही थी और उसी बीच मेरे हाथ उनके चोली पर से होते हुए खाला की पीठ कमर पर होते हुए उनके स्तनों पर पहुँच गये. मेरा हाथ चोली के ऊपर से स्तनों को दबा रहा था. खाला की आँखें पूरी तरह से बंद थी. वह मेरे हर प्रयास को अनुभव कर रही थी और उसका पूरा मजा ले रही थी.

फिर मैंने धीरे से उन्हें अपनी बांहों में लिया और उनके ओंठों पर चूमना जारी रखा. अब नूरी खाला सिहरकर मुझसे लिपट गयी थी और उनकी 38 साईज की चूचियां मेरे सीने से दब गयी थी. मैंने उत्तेजना में उन्हें जकड़कर अपनी बांहों में मसल डाला.

तो नूरी खाला ने कहा- आमिर, मेरे दूल्हे, धीरे करो, बहुत दर्द होता है.

कहानी जारी रहेगी.


आमिर खान (हैदराबाद)
 
खाला को चोदा 02


नूरी खाला ने कहा- आमिर, मेरे दूल्हे, धीरे करो, बहुत दर्द होता है.


फिर मैंने उनके गालों पर अपनी जीभ फेरनी चालू कर दी और फिर उनके ऊपर के होठों को चूमता हुआ, उनके नाक पर अपनी जीभ से चाट लिया. अब नूरी खाला उत्तेजित हो चुकी थी और सिसकारियां भरती हुई मुझसे लिपटी जा रही थी. अब मैं उनके चेहरे को चूसते हुए उनकी गर्दन को चूमने, चाटने लगा था और मेरे ऐसा करते ही वो सिसकारी लेती हुई मुझसे लिपटी जा रही थी.

अब मैंने खाला के कपड़े उतारने शुरू किये तो खाला बहुत उत्तेजित थी, कि आज वह पहली बार किसी मर्द के सामने बिना कपड़ों के होने वाली थी. और तो और आज एक पुरुष को पूर्ण नग्न देखने का मौका मिलने वाला था.

धीरे से मैंने उसकी गोरी पेशानी चूम ली और धीरे से उनकी चुनरी हटाने लगा. उन्होंने भी मुझे चुनरी हटाने में मदद की. मैंने खाला को कहा- नूरी खाला आप मुझे बिल्कुल मुमताज लगती हैं!

तो वे बोली- मेरे शाहजहां, मैं आपकी मुमताज ही हूँ! आप आगे से मुझे मुमताज ही कहें!

अब मैंने उसका मांग टीका हटा दिया, उनकी नशीली आंखें मुझे नशे में कर रही थी। फिर मैंने उनकी दोनों नशीली आँखों पर एक चुम्मा दिया. फिर अपनी मुमताज का नाक को चूमा तो वे सिहर उठी.

मैंने चुनरी के एक पल्लू को लहंगे और एक कंधे से हटाया और वो एक तरफ गिर गया, अब चुनरी एक कंधे पर थी साथ ही चुनरी का दूसरा हिस्सा जो लहंगे में घुसा हुआ था होता है, वे मेरे सामने लहंगे और चोली में थी और चुनरी आधे बदन पर थी क्या क़यामत का नज़ारा था.

मेरा लंड फिर सनसनाने लगा. मैंने खाला को एक बार फिर से अपनी बाहों में भर लिया और हम दोनों एक दूसरे की आँखों में देखने लगे.

उनकी चोली में उनके स्तन पूरी तरह फिट थे और बाहर आने को आतुर थे. उसकी चोली स्लीव लेस थी, मैंने उसकी चोली के ऊपर की डोरी खोल दी और उसके कंधों और बाँहों पर किस करने लगा. उसके बाद नीचे की भी डोरी खींच कर चोली की अलग कर दिया और खाला के उरोज आजाद कर दिए.

नूरी खाला शर्मा कर बांहों से अपनी छाती छुपाने लगी और मुझसे लिपट गयी. मैंने धीरे से उनको अलग किया और छातियों को हाथों से पकड़ लिया और जोर से दबाने लगा, दोनों बूब्स एकदम लाल हो गए. फिर मैंने उनके निप्पल्स को पकड़ लिया और मसलने लगा. खाला के गुलाबी चूचुक उत्तेजना से खड़े हो चुके थे. मेरे हाथों ने उनके स्तनों को अपनी हथेलियों में भरा और उन्हें किस करने लगा. हम दोनों की साँसें तेज तेज चलने लगी.

मैंने अपना कुर्ता उतार दिया और खाला को अपनी छाती से लगा कर अपनी बाँहों में जकड़ लिया, उनके नर्म मुलायम बूब्स का मेरी छाती से दबने लगे. मैं अपने आनंद को बयां नहीं कर सकता! मैं उनके स्तनों को देखे जा रहे था और उनका दिल जोर जोर से धड़क रहा था. मैंने एक निप्पल अपने मुख में रखा और चूसने लगा. अल्लाह... नहीं बता सकता कि उस पल क्या अनुभूति हुयी. फिर मैंने दूसरे निप्पल को किस किया और उसे भी चूसना शुरू कर दिया. उन्होंने अपना सर उत्तेजना और आनंद के मारे पीछे की ओर कर लिया था.

मैंने चूचियों को दांतों से काटा तो खाला कराह उठी और वो मादक आवाजें निकालने लगी, आह उह आह की आवाजें पूरे कमरे में गूंज रही थी, खाला कह रही थी- धीरे मेरे राजा, धीरे प्यार से चूसो सब तुम्हारा ही है!

उनके बूब्स अब लाल हो चुके थे, उनके पूरे शरीर में एक आग सी लग गयी. तभी पता नहीं क्या हुआ, उनके शरीर में एक उफान सा आया और वे सिस्कारती हुई निढाल सी हो गयी.

मैं समझ गया कि वे झड़ चुकी हैं. और मैंने पहली बार उसकी चूत को छुआ, मुझे योनि में गीलापन सा महसूस हुआ. वो उसका पहला ओर्गास्म था उस सुहागरात में!

और उन्हें लगा कि उन्होंने पैंटी में पेशाब कर लिया है. खाला बहुत शर्मिंदगी महसूस करने लगी.

"यह क्या था? मुझे लगा कि मैंने पेशाब कर दिया." नूरी खाला ने पूछा.

"नहीं, आपको ओर्गास्म हुआ है." मैंने जवाब दिया.

फिर मैंने लहंगे का नाड़ा खोल कर उतार दिया दिया और उनकी चूत पैंटी के ऊपर ही हाथ फेरने लगा. उन्हें जैसे करंट सा लगा, उन्होंने मुझे कस कर पकड़ लिया और मुझसे लिपट गयी, उनका गोरा बदन सुर्ख लाल हो गया था. और फिर पैंटी पर भी किस किया. मैंने उसके हिप्स को पकड़ा और अपने चेहरे को पैंटी से सटा डाला और उसे चूमने लगा.

मैंने धीरे से अपनी उंगलियाँ पैंटी के इलास्टिक में डाली और धीरे धीरे उसे नीचे करना शुरू कर दिया और पैंटी उतर फेंकी. उनकी चुत पर कोई बाल नहीं था. खाला ने अपनी चूत से बाल साफ़ किये हुए थे, चूत थोड़े गुलाबी रंग की थी और गीलेपन की कुछ बूंदे साफ़ दिख रही थी.

नूरी खाला की कमर बल खा रही थी ... मेरी हालात भी ख़राब हो चली थी.

अब उनकी हालत देखकर मैंने भी सोचा कि देर करना उचित नहीं है और उनको पूरी नंगी कर दिया, क्या मस्त माल था!

थैंक यू अल्लाह, शुक्रिया.

फिर मैंने सिर्फ़ गहनों में लदी नूरी ... सपाट पेट, लहराती हुई कमर, गहरी नाभि और बूब्स पर तनी हुई निपल्स, आँखें अधमुंदी चेहरा और गला मेरे चाटने के कारण गीला और शेव्ड हल्के ब्राउन कलर की चूत, केले के तने जैसी जांघें और गोरा बदन.

मेरा मन तो कर रहा था कि बस चूमता, चाटता रहूँ और अपनी बांहों में जकड़ कर मसल डालूँ और जिंदगी भर ऐसे ही पड़ा रहूँ!

फिर अपनी जीभ उनकी चूत पर लगाकर उनकी चूत को चाटने लगा तो वो उछल पड़ी और मेरे बालों को अपने हाथ में लेकर सिसकारी भरने लगी और बड़बडाने लगी- आमिर मैं 10 साल से तेरे बड़े होने का इंतज़ार कर रही थी, मेरी 30 साल की कुँवारी चूत की प्यास तूने आज और भड़का दी है.

मैंने अपना पायजामे का नाड़ा खोला और खाला ने मेरा पायजामा अपने हाथों से निकाल दिया. फिर मेरे कहने पर खाला ने अपना हाथ मेरे अंडरवियर पर रखा और खाला ने मेरा कठोर लिंग पकड़ा. अब मेरा 8 इंची लम्बा 3 इंची मोटा लंड तनकर पूरा 90 डिग्री का हो गया था। खाला मेरे लंड पकड़कर सहलाने लगी और अपनी उँगलियों में दबोच लिया. वो बहुत बड़ा था.

खाला बोली- आमिर, क्या ये मेरे अंदर जा पायेगा? ये मेरी चूत फाड़ तो नहीं देगा?

मैं बोला- नहीं मेरी रानी, ये तो तुम्हारा आशिक़ है और हमारे प्यार और आनंद का औज़ार है, इसी से तो हम दोनों को प्यार के मजे मिलेंगे.

मैंने उन्हें मेरे लंड पर प्यार करने को कहा. पहले तो वे घबराई फिर मेरे कहने पर लंड पर एक मीठी चुम्मी की. मेरे हिप्स भी हरकत करने लगे थे.

उसके बाद मैंने खाला को इस तरह लिटा दिया कि मेरी छाती के साथ नूरी खाला की पीठ लगने लगी. मैंने अपने दोनों हाथों में उनके स्तन दबा लिए. हम दोनों पूरी तरह से नंगे थे. मेरा लंड उनकी चूतड़ों की दरार में घुस रहा था.

मैं उनकी चूत पर हाथ फेरने लगा उन्हें जैसे करंट सा लगा और उन्होंने मुझे कस कर पकड़ लिया और मुझसे लिपट गयी, मैंने उनकी चूत में अपनी एक उंगली की पंखुरियों को अलग करने की कोशिश की पर वह बहुत टाइट थी. मैंने दो उंगलियों की मदद से चूत की पंखुड़ियों को अलग किया, मैंने धीरे धीरे चुत में उंगली घुसानी शुरू की तो वो ज़ोर से चिल्लाई- आहह अब लंड डाल दो, अब और इंतज़ार नहीं होता, प्लीज जल्दी करो ना, प्लीज आहहह!

मैं उन्हें उंगली से लगातार चोद रहा था और वो ज़ोर से सिसकार कर रही थी- ये तूने क्या कर दिया? अब मुझसे रहा नहीं जा रहा है, जल्दी से चोद दो, मेरी चूत में आग लग रही है।

वो ज़ोर-जोर से हाँफ रही थी और जैसे कोई कई मीलों से दौड़कर आई हो!

अब मैं भी उनको चोदना चाहता था मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रखा और चूत खोलने की कोशिश की लेकिन वह बहुत टाइट थी, मैंने अपने उँगलियों से चूत को खोला और लंड का गुलाबी सुपारा बीच में रख दिया, फिर नूरी खाला से बोला- खाला आप तैयार हो?

वो बोली- हाँ मैं पूरी तरह से आपकी ही हूँ मुझे सुहागरात का पूरा सुख चाहिए!

"देखो, हो सकता है कि तुम्हें थोड़ा दर्द हो... पर बाद में अच्छा लगेगा." मैंने कहा.

"मैं जानती हूँ. बस आप मुझे प्यार करो." खाला ने बोला.

मैं बोला- खाला, मेरी आँखों में देखो!

मैंने उनकी छाती पर अपना हाथ फिराना शुरू कर दिया. फिर मैंने धीरे धीरे अन्दर डालना शुरू किया. फिर धीरे से थोड़ा पीछे और फिर अन्दर की ओर दबाया लेकिन चूत बहुत टाइट थी और लंड अंदर जा नहीं रहा था.

मेरे लिए भी रुकना मुश्किल हो रहा था, फिर मैंने कस कर जोर लगाया और लंड दो इंच अंदर चला गया.

खाला चीखने चिलाने लगी- हाआअ... आमिर आईईईईई ईईई दर्द उउउउइई ईईईई हो रहा है! उउउईईईई माँ, आहहहाँ!

उनकी चीख से मैं और मदहोश हो गया, मैंने कहा- धीरे से चिल्लाओ खाला, सब सुन कर क्या सोचेंगे!

एक बार फिर मैं पीछे हटा और फिर अन्दर की ओर दबाव दिया. मैंने थोड़ा सा लंड पीछे किया उठा और फिर से धक्का दिया, अन्दर अवरोध महसूस होने लगा था. लंड झिल्ली तक पहुँच चुका था मेरा लंड खाला की हायमन से टकरा रहा था और जब उसने उसे भेदकर आगे बढ़ना चाहा तो खाला चिल्लाने लगी कि दर्द के मारे मर जाऊँगी.

मैंने पूरी ताकत के एक धक्का लगा दिया.

"ओह अम्मी..." खाला के मुख से निकला, खाला के स्तन ऊपर की ओर उठ गए और शरीर एंठन में आ गया. मेरा गर्म, आकार में बड़ा लिंग पूरी तरह से गीली हो चुकी योनि में घुस गया. अन्दर, और अन्दर वो चलता गया, नूरी खाला दर्द के मारे चिललाने लगी- आहह आमिर उउइइ ओह्ह्ह्हह बहुत दर्द हो रहा है! प्लीज इसे बाहर निकाल लो, मुझे नहीं चुदना तुमसे! तुम बहुत जालिम हो! यह क्या लोहे की गर्म रॉड घुसा डाली है तुमने मुझमें! निकालो इसे! बहुत दर्द हो रहा है, मैं दर्द से मर जाऊँगी. प्लीज निकालो इसे!

और खाला की आँखों से आंसू निकल आये.

मैंने कहा- मैं 2 मिनट में बाहर खींच लूँगा और अब और नहीं फाड़ूँगा!

और धीरे से उन्हें सहलाने लगा और चूमने लगा और अपना लंड 2 इंच बाहर निकालकर फिर से एक ज़ोर का शॉट मारा तो मेरा लंड उसकी चूत को चीरता हुआ चूत की जड़ में समा गया.

खाला की चूत बहुत टाइट थी मुझे लगा कि मेरा लंड भी छिल गया है, मेरी भी चीखें निकल गयी... हम दोनों एक साथ चिल्ला रहे थे.

थोड़ी देर तक मैंने खाला को धीरे धीरे चोदा, फिर हम दोनों झड़ गये और मैं खाला के ऊपर गिर गया. मैं कुछ देर के लिए उसके ऊपर ही पड़ा रहा तो कुछ देर के बाद वो शांत हुई.

मेरा लंड खाला की चूत के अंदर ही था, उनकी चूत ने मेरे लंड को जैसे जकड़ लिया था. कुछ देर बाद जब मुझे लगा कि झड़ने के बाद भी मेरा लंड खड़ा है. मेरे साथ पहली बार ऐसा हुआ था कि झड़ने के बाद भी लंड खड़ा था.

फिर मैंने अपना लंड बाहर निकाला तो वह वीर्य, खाला के चूतरस और खून से भीगा हुआ था . बेड शीट खून से सन चुकी थी. मैंने फिर खाला को चूमा और उनके बदन को सहलाया और बोला- आप तो जानती हो कि पहली बार थोड़ा दर्द होता है और खून भी आता है, उसके बाद तो मजा ही मजा है.

खाला बोली- पर क्या कोई ऐसे भी चोदता है जैसे तुमने मुझे चोदा. तुम बड़े जालिम हो.

फिर मैंने उनको प्यार से चूमा तो कहने लगी- मेरा महबूब बड़ा प्यारा कसाई है, बहुत बेदर्दी से चोदता है, लेकिन मुझे जन्नत की सैर कराई.

हम दोनों उठ कर वाशरूम चले गए और अपने अंगों को धोया. मैंने उनकी चूत पर क्रीम लगाई. फिर हम बिस्तर पर वापिस आ गए तो खाला बोली- चूत में अभी भी दर्द हो रहा है!

मैंने कहा- मुझे देखने दीजिये.

मैंने चूत पर किस किया और चाटने लगा तो वो बोली- आअह्ह्ह... आराम मिल रहा है, बहुत अच्छा लग रहा है, प्लीज और चाटो!

उन्हें दस मिनट तक मैंने चाटा और चूसा और फिर खाला झड़ गयी. मैंने उन्हें किस किया और हम दोनों एक दूसरे से चिपट कर सो गए.

कहानी जारी रहेगी.

आमिर खान (हैदराबाद)
 
खाला को चोदा 03


मेरी पूर्व कहानी में आपने पढ़ा था कि कैसे मैंने सारा आपा के हलाला से पहले नूरी खाला को चोदा था. लीजिये पेश है आगे की कहानी.

सुबह पांच बजे मेरी आँख खुली तो नूरी खाला मुझसे से चिपट कर सो रही थीं. वे मेरे सीने से लिपटी हुई सोते हुए बड़ी प्यारी और मासूम लग रही थीं, उनको देखते ही मेरा संयम टूट गया. सोते देख मुझे उन पर प्यार आ गया और धीरे से मैंने उनकी गोरी पेशानी चूम ली. मेरे स्पर्श से वह जग गईं और बड़े प्यार से बोलीं- मेरी आँख लग गयी थी.

मैंने पूछा खाला- आपकी तबीयत कैसी है?

"हम्म ..."

मैंने प्यार से उनके गुलाबी होंठों को चूमते हुए पूछा- क्या आपको अच्छा नहीं लगा?

वे धीरे से बोलीं- अच्छा तो लगा ... मजा भी बहुत आया ... पर दर्द बहुत हुआ.

मैंने उनकी चूची मसल दी तो कराहते हुए उन्होंने मेरे होंठों को चूम लिया- आराम से करो न ... मेरे राजा मैं पूरी तुम्हारी हूँ.

मैंने फिर से चूची मसली तो शरमाते हुए उन्होंने कहा- तुमने अपनी खाला को बड़ी बेरहमी से जिबह किया, ऐसा भी करता है कोई, देखो मेरी कैसे सूज गयी है.

खाला ने मेरा हाथ पकड़ कर अपनी चुत पर रख दिया. उन्होंने पैंटी भी नहीं पहनी थी. सच में उनकी चुत एकदम सूजी हुई थी. मैंने प्यार से चुत को ऊपर से ही को सहलाया ... फिर मैं उनके होंठों को चूमने लगा और वह भी मेरा साथ देने लगीं. मैंने अपनी जीभ उनके मुँह में डाल दी और वह मेरी जीभ को चूसने लगीं. मैंने भी उनकी जीभ को चूसा. मेरी जीभ जब उनकी जीभ से मिली, तो उनका शरीर सिहरने लगा और वे रिसने लगीं क्योंकि मेरे हाथों को उनकी चुत गीली गीली लगने लगी थी. मैंने उनकी चुत को ऊपर से हो चूमा और उसके बाद मैं अपने हाथों से उनके मस्त मोमे दबाने लगा. एक पल बाद ही मुझे उनका निप्पल कड़ा होता सा महसूस हुआ.

अपनी उंगलियों से मैंने निप्पल को खींचा तो खाला कराह उठीं- आआह मेरे राजा धीरे ... बहुत दुख रहे हैं.

मैंने निप्पल को किस किया और फिर उनके होंठों को चूमा. मैंने इस डर से कि कहीं खाला मना न कर दें, मैंने उन्हें दबोच लिया और उनके रसीले होंठों को किस करने लगा.

जिसका उन्होंने बड़ी कामुक और मादक अंदाज में जवाब दिया. वह नींद से भरी बोलीं- आमिर, मेरी आदत मत बिगाड़ो, तुम तो कुछ दिनों में चले जाओगे और मैं तड़पती रह जाऊंगी. मेरा तो नंबर ही नहीं लगेगा.

मैंने कहा- खाला इसकी फ़िक्र न करें, आप सबसे सुन्दर, गोरी और मेरे से बड़ी होने के बावजूद मस्त माल हो. आपको देखकर तो कोई भी पागल हो जाएगा, जैसे कि मैं हूँ. आपको मालूम नहीं है मेरी क्या हालत है. मेरा मन आपको देखते ही बेकाबू हो जाता है. आप तो मेरे दिल की मल्लिका हो.

खाला की गोल गोल चूचियों से भरी, उनकी छाती और भरे भरे गालों के साथ उनकी नशीली आंखें, मुझे नशे में कर रही थीं. मैं उनको बोला- आपके होंठों की बनावट तो ऐसी है, अगर कोई एक बार इनका रस चूसना शुरू करे, तो रूकने का नाम ही न ले.

नूरी खाला- मेरे राजा, पहले मेरी चुत चोदो ... फिर जैसा चाहे वैसा कर लेना ... लेकिन धीरे से चोदना ... ताकि दर्द न हो.

मैं उन पर चढ़ कर बेकरारी से उनको चूमने लगा. चूमते वक्त हमारे मुँह खुले हुए थे ... जिसके कारण हम दोनों की जीभ आपस में टकरा रही थीं ... और हमारे मुँह में एक दूसरे का स्वाद घुल रहा था. मैं कम से कम 15 मिनट तक उनके होंठों का किस लेता रहा. साथ मेरे हाथ उनके मम्मों को दबाने में लगे हुए थे, वो भी मेरा साथ देने लगी थीं.

मैं उनकी चुचियों को बेरहमी से मसलने लगा और वो मादक आवाजें निकालने लगीं- उम्म्ह... अहह... हय... याह...

मादक आवाजें पूरे कमरे में गूंज रही थीं फिर मैंने उनके मम्मों को चूसना शुरू कर दिया. उनके मम्मे कड़क हो गए थे और चूचियां कह रही थीं कि हमें जोर से चूसो.

मैंने चूचियों को दांतो से काटा खाला कराह उठीं- आह आह उह धीरे मेरे राजा धीरे प्यार से चूसो ... सब माल तुम्हारा ही है.

खाला के चूचे अब लाल हो चुके थे. इसके बाद मैं नीचे को आया और मैंने उनकी नाभि को होंठों से चूमा ... फिर अपनी जीभ उनकी नाभि में डाल दी. जीभ के खुरदुरे स्पर्श से खाला मस्त हो गईं और मेरे सर को अपने पेट पर दबाने लगीं.

खाला का पेट एकदम सपाट था. कमर पतली और नाजुक थी. मैंने उनके इस इलाके के एक एक हिस्से को चाट डाला. अब मैं उनकी चूत पर हाथ फेरने लगा. चूत पर मेरा सेक्सी टच होते ही उन्हें जैसे करंट सा लगा, उन्होंने मुझे कस कर पकड़ लिया और मुझसे लिपट गईं. उनका गोरा बदन सुर्ख लाल हो गया था. उनकी चूत गीली होने लगी थी.

मैंने पूछा- अब चूत कैसी है?

उन्होंने गांड उठाते हुए कहा- तुम खुद देख लो ... तुम्हारे लंड के लिए तड़प रही है.

मैंने उनकी चुत को चूमा तो चूत की खुशबू ने मुझे मदहोश कर दिया. मैं उनकी चूत को चाटने लगा. उनकी चूत के रस में क्या गज़ब का स्वाद था.

खाला बोलीं- आह ... मुझे बहुत अच्छा लग रहा है ... सच में बड़ा बहुत आराम मिल रहा है.

मेरा उनकी चूत की दरार में अन्दर जीभ पेलते ही वो जोर से चिल्ला उठीं- आआहह ... ओमम्म्म ... चाटो ना जोर से ... इस्स्स ... उहह ...

वे मचलने लगीं और अपनी गांड को इधर उधर घुमाने लगीं.

अब वो सिसकारियां मारने में लग गई थीं. वो 'अहह ... आहहह ... आहहह ...' कर रही थीं. उनके ऐसा करने से मेरे लंड में भी सनसनी होने लगी थी. फिर मैंने अपना लंड उनके हाथ में थमा दिया. कुछ ही पल में मेरा लंड तनकर पूरा 90 डिग्री का हो गया था. खाला मेरे लंड को पकड़कर सहलाने लगीं.

मैंने उनको उठाकर उनकी चूत में अपनी एक उंगली डाल दी, तो वो ज़ोर से चिल्ला दीं- आहह अब बस लंड डाल दो ... अब और इंतज़ार नहीं होता ... प्लीज जल्दी करो ना ... प्लीज आहहह.

जब मैंने उनकी चूत में अपनी उंगली की तो वो मेरे लंड को ज़ोर से आगे पीछे करने लगीं और ज़ोर से मोन करने लगीं. उनकी चूत पूरी डबल रोटी की तरह फूली हुई थी. अब मैं उन्हें उंगली से लगातार चोद रहा था.

वो ज़ोर से सीत्कारें भर रही थीं- आह ये तूने क्या कर दिया ... अब मुझसे रहा नहीं जा रहा है ... मेरी जान जल्दी से चोद दो ... मेरी चूत में आग लग रही है.

खाला ज़ोर-जोर से हाँफ रही थीं और ऐसे लग रहा था ... जैसे कई मीलों से दौड़कर आई हों.

उनके मुँह से 'आहह ... एम्म ... ओह ... आआअ ... डालो ना अन्दर ...' जैसी आवाजें निकल रही थीं. अब मैंने उनकी गांड के नीचे एक तकिया लगाया और उनके दोनों पैरों को फैला दिया. फिर अपना लंड उनकी चूत की फांकों में डाल दिया. जैसे ही मेरे लंड का सुपारा उनकी चूत में गया ... तो वो ज़ोर से चिल्लाने लगीं- उम्म्ह... अहह... हय... याह... बहुत मोटा है ... नहीं मुझे छोड़ दो ... नहीं मैं मर जाऊँगी ... आह ... अपना लंड बाहर निकाल लो.

लेकिन मैंने उनकी चिल्लपों को अनसुना करते हुए एक ज़ोर का धक्का लगा दिया. तो वो और ज़ोर से चिल्ला उठीं.

फिर मैंने उनके होंठों पर किस करते हुए उनके मुँह को बंद किया और अपने लंड के धक्के लगाता गया. वो बेहद छटपटा रही थीं और अपने बदन को इधर से उधर करने में लगी थीं. लेकिन मैं नहीं माना. इस वक्त मैं नूरी खाला की चूत में धक्के पे धक्के लगाए जा रहा था. उनकी आँखों से आंसू निकल रहे थे. फिर मैंने एक जोर का झटका लगा दिया. इस एक तगड़े झटके में मेरा पूरा लंड उनकी चूत के अन्दर चला गया. उनकी दबी हुई आह निकल गयी.

पूरा लंड पेलने के बाद मैं कुछ देर के लिए उनके ऊपर ही पड़ा रहा. कुछ देर के बाद जैसे ही वो शांत हुईं तो मैं उनके मम्मों को चूसने लगा. अपने एक हाथ से उनके बालों और कानों के पास सहलाने लगा था. फिर कुछ ही देर के बाद मैंने उनके कानों को भी चूमना शुरू कर दिया. अब कुछ पल बाद वो फिर से गर्म हो गईं और उनकी कमर ने हिल कर मेरे लंड को इशारा दिया.

मैंने धीरे-धीरे धक्के लगाना शुरू किया ... तो पहले पहल वो चिल्लाईं, लेकिन फिर कुछ देर के बाद चुप होकर लंड को जज्ब करने लगीं.

मैंने पूछा- खाला, मज़ा आ रहा है?

वो धीरे से बोलीं- हाँ बहुत मज़ा आ रहा है ... मेरी इस चूत का इलाज सिर्फ तुम्हारी चुदाई ही है ... हायईई ... म्म्म्मम!

मैंने धक्के तेज किए तो वो जोर-जोर से चिल्लाने लगीं. फिर कुछ देर के बाद मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी. अब दर्द खत्म हो गया था और वो पूरी मस्ती में थीं ... मस्ती में सिसकारियां ले रही थीं- अआहह आआइईई ... और करो ... बहुत मजा आ रहा है.

इस वक्त वो इतनी मस्ती में आ चुकी थीं कि पूरा का पूरा शब्द भी नहीं बोल पा रही थीं. मैं अपनी स्पीड धीरे-धीरे बढ़ाता जा रहा था.

"हाआअ ... राआआजा ... आईसीईई ... चोदो और जोर से चोदो ... आज मेरी चूत को फाड़ दो ... आज कुछ भी हो जाए ... लेकिन मेरी चूत फाड़े बगैर मत झड़ना ... आआह और ज़ोर से ... उउईईई अल्ला ... आहह ..." वे ऐसे ही गर्म आहें और कराहें निकाल रही थीं.

फिर कुछ देर के बाद मैंने महसूस किया कि मेरा लंड पानी से भीग रहा है. अब वो भी अपना पानी छोड़ने वाली थीं. वो नीचे से अपनी कमर उठा-उठाकर चिल्ला रही थीं और बड़बड़ा रही थीं- आहहह और चोदो मेरी चूत को ... आज मत छोड़ना ... इसे भोसड़ा बना देना.

मैंने कमर उठा आकार लम्बे लम्बे धक्के देना चालू कर दिए.

वे कुछ देर के बाद बोलीं- हाय मेरे राजा ... मैं झड़ने वाली हूँ.

मैंने उनकी गांड पकड़कर अपनी स्पीड बढ़ा दी, तो वो भी कुछ देर के बाद झड़ गईं.

फिर वो अचानक से चिल्ला भी नहीं सकीं, क्योंकि उनका मुँह मेरे मुँह से दबा था और मैं उनको ज़ोर-ज़ोर से किस करता गया और धक्के लगाते गया.

तभी मेरे मुँह से उनका मुँह एक पल के लिए छूटा कि वो बोल उठीं- आह ... आज फाड़ ही डाल मेरी चूत को ... वो तुम्हारे जैसा ही लंड मांगती है.

इसके बाद मैंने फिर से धक्कों का रेला पेला जमा दिया तो वो कुछ नहीं बोलीं ... शायद पानी छूट गया था. लेकिन मैं उन्हें लगातार धक्के लगा रहा था.

मैं ऐसे ही पांच मिनट तक उनको इसी पोज़िशन में चोदता चला गया. शायद अब उन्हें फिर से मज़ा आने लगा था. अब वो भी अपने कूल्हे उछाल-उछालकर मुझसे चुदवा रही थीं. मैंने उन्हें और ज़ोर-जोर से चोदना शुरू कर दिया था. फिर थोड़ी देर के बाद वो फिर झड़ गईं और शांत पड़ गईं. मैं उनको चूमता रहा और उनके मम्मों को सहलाता रहा.

फिर मैंने कहा- इस बार खाला आप ऊपर आ जाओ.

उनकी हां हुई और मैं उनके नीचे और खाला मेरे ऊपर आ गई थीं. मेरे तनकर खड़े लंड पर धीरे धीरे अपनी चूत दबाकर लंड को अन्दर घुसा रही थीं. दोस्तों आज पहली बार में उसकी चूत की चमड़ी को अपने लंड की चमड़ी पर रगड़ते हुए देख रहा था और मैं आपको बता नहीं सकता कि मुझे उस समय कितना मज़ा आ रहा था. वो मेरे लंड पर धीरे से उठतीं और फिर नीचे बैठ जातीं, जिसकी वजह से लंड अन्दर बाहर हो रहा था. वो खुद अपनी चुदाई मेरे लंड से कर रही थीं और बहुत मज़े कर रही थीं. सच कहो तो नंगी खाला मेरे लंड पर उछलते हुए मुझे बहुत मादक लग रही थीं. उनके रेशमी सुनहरे बाल चारों तरफ फ़ैल गए थे. खाला उन्हें पीछे करते हुए मेरी छाती पर अपने हाथ रख देती थीं.

मैंने भी अपने चूतड़ उठा कर उनका साथ दिया. जब मेरा लंड उनकी चूत के अन्दर पूरा समा जाता था, तो हम दोनों की आह निकल जाती थी. फिर मेरे हाथ उनके हिलते हुए मम्मों को मसलने लगे. मैं उनकी चूचियों को खींचने लगता था तो खाला सिहर जाती थीं और सिसकने लगती थीं.

उसके बाद खाला मेरे ऊपर झुक गयी और हम लिप किस करते हुए लय से चोदने में लग गए. मैं खाला को बेकरारी से चूमने लगा और चूमते चूमते हमारे मुँह खुले हुए थे जिसके कारण हम दोनों की जीभ आपस में टकरा रही थीं.

इस तरह से मैंने खाला की जम कर चुदाई की और उनको जन्नत की सैर करा दी. मेरे लंड की लगातार चोटों से थोड़ी देर के बाद खाला फिर से झड़ गईं.

इसके बाद मैंने उनको घोड़ी बना दिया. अब मैंने उनकी चूत में पीछे से लंड को डालकर चोदना शुरू किया. मुझे लगा पीछे से लंड ज्यादा अन्दर तक गया और पहले से ज्यादा मजा आया.

खाला भी मस्ती में गांड आगे पीछे कर मेरा साथ देने लगीं. उनका दर्द वाला चिल्लाना एकदम बंद हो गया. मैं उन्हें लगातार धक्के देकर चोदता रहा. बीच बीच में पीछे से उनके मम्मों को पकड़ कर दबाता भी रहा. जब मैं उनके मोमे दबाता था, तो वह मुँह पीछे कर मुझे किस करने को कहती थीं और मैं उनके लिप्स चूसने लगता. मैंने करीब दस मिनट तक लगातार उनको उसी पोज़िशन में चोदा, उनकी हालत बुरी हो गई थी ... वह कई बार झड़ चुकी थीं.

खाला निढाल होकर लेट गईं. मैं उनको प्यार से सहलाने लगा और किस करने लगा. मैं बोला- खाला क्या आपको मजा आया ... दर्द तो नहीं हुआ?

खाला बोलीं- बहुत मजा आया ... मेरे दुखती चूत का इलाज तुम्हारे लंड की चुदाई ही है.

खाला की चूत बुरी तरह से सूज चुकी थी ... एकदम पकौड़ा हो गई थी. लेकिन मैं एक बार भी नहीं झड़ा था और लंड अभी भी तनतनाया हुआ खड़ा था.

खाला ने लंड को सहलाते हुए कहा- आज क्या बात है ... ये ढीला क्यों नहीं हो रहा है?

मैंने कहा- आज ये आपकी गांड मारे बिना नहीं रूकेगा.

खाला शर्मा कर सिकुड़ गईं और मुझसे लिपट गईं. खाला बोलीं- आमिर, आज सारा भी वापिस आ जाएगी और शाम को तुम्हारा उसका निकाह हो जाएगा. फिर तुम उसको भी जम के चुदाई का पूरा सुख देना ... बेचारी चुदाई के लिए बहुत तड़पी है. आज सारी रात तुमको उसकी चुदाई करनी है. मेरी गांड तो तुम, जब मर्जी मार लेना. अभी मेरी चूत की आग ठंडी करके थोड़ा आराम कर लो.

मैंने कहा- जो हुकुम मेरी मुमताज मलिका.

मैं खाला को बेकरारी से चूमने लगा. चूमते हुए हमारे मुँह खुले हुए थे, जिसके कारण हम दोनों की जीभ आपस में टकरा रही थीं. फिर मैंने खाला की जम कर चुदाई की और उनको जन्नत की सैर कराई. फिर थोड़ी देर के बाद वो फिर झड़ गईं. खाला कई बार झड़ने के बाद निढाल हो रही थीं. मैं उनकी चूत में धक्के लगाने चालू रखता तो खाला फिर गर्म हो जाती थीं. आखिरी बार हम दोनों एक साथ झड़ गए. हम दोनों जन्नत में थे ... इतना मजा आह. बस मत पूछो यार मज़ा आ गया.

खाला के शरीर पर कई नीले निशान पड़ गए थे. फिर उनको प्यार से सहलाते हुए और उनके होंठों पर किस करते हुए मैंने कहा- आय लव यू खाला ... आपको चोद कर मैं धन्य हो गया.

खाला सिसकते हुए बहुत प्यारी लग रही थीं, लेकिन मुझसे गुस्सा भी थीं. वे बोलीं- जाओ हम तुमसे अब कभी नहीं चुदवाऊंगी ... कोई ऐसे भी अपनी खाला को चोदता है.

उनकी आंखों से आंसू आ गये, लेकिन मुझे उनके चेहरे पर संतुष्टि साफ साफ नजर आ रही थी.

इसके बाद अगले भाग में अपनी आपा सारा के हलाला का जबरदस्त चुदाई का किस्सा सुनाने वाला हूँ.


आमिर खान (हैदराबाद)
 
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