hotaks444
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वो समझ गयी. दिन मैने उससे खुद कहा था कि जब राजीव का मेरे पिछवाड़े का मन होता है तो मुझे फोर्स कर के खूब खिलाते हैं, जिससे उसने आँख नचा के अर्थपूर्ण ढंग से कहा,
" अरे भाभी, पति की बात नही टालते " और मेरी प्लेट मे ढेर सारा नूडल्स और राइस उडेल दिया. उन दोनो ने मिल के मुझे फोर्स कर के यहाँ तक कि अपने हाथों से इसरार कर के, खूब खिलाया .
लेकिन मैं उसका बदला राजीव से ले रही थी. मेरे हाथ ने उनका लंड बरमूडा से बाहर निकल लिया था. और कस के रगड़ मसल रही थी. बाद मे राजीव के लिए वो चाँदी के ग्लास मे दूध ले आई और अपने हाथ से पिलाया. उसमे ढेर सारी हर्बल पड़ी थी. मैं समझ गई. मैने ही उसे सिखाया था की इसका असर वियाग्रा से भी दूना होता है. इसके बाद वो फिर मेरे बगल मे आके बैठ गयी.
" बहोत स्वादिष्ट चाइनीस था." राजीव बोले.
" अरे तो इसको इनाम भी तो दीजिए ना.' मैं बोली.
" अरे तो बोलो ना जो माँगो वो मिलेगा."
" उसे तो बस यही चाहिए."
मैने गुड्डी का हाथ पकड़ के राजीव के पूरी तरह खड़े मोटे लंड पे रख, उसे पकड़ाते हुए कहा.
" धत्त भाभी" हाथ छुड़ाते हुए वो बोली. पर मैं भी जब तक उसने एक बार कस के पकड़ नही लिया, लंड उसके किशोर हाथ से दबाए रही.
वो उपर खाने के बाद बेडरूम मे चले गये और मैं गुड्डी के साथ लग कर जल्दी जल्दी किचन समेटने चली गयी. मुझे जल्दी करते देख वो मुस्कारके बोली, " भाभी, आज बड़ी जल्दी है."
मैं क्या बोलती. मैने बात बदल के पलट वार किया, " क्यों देख लिया ना मेरे सैयाँ का, उनका बड़ा था या उस फिल्म मे, जो उसे देख के तुम घबडा रही थी.
"19-20 रहा होगा. भाभी,
" किसका 20 रहा होगा."
" मेरे भैया का भाभी, 20 क्या 22 होगा, पर भाभी मान गये आप को. इत्ता लंबा और मोटा घोंट लेती हैं हंस हंस के."
" अरी बन्नो तू भी घोन्ट लेगी जल्द ही. रस तो आज सतक ही गयी पूरा." उपर से कस के उसकी चूत दबोचते हुए मैं बोली.
अब बात बदलने की उसकी बारी थी. उंसने बड़े इसरार से कहा, " भाभी,एक बात कहूँ पर प्रॉमिस करिए, हां कहिएगा."
" हाँ अरे इत्ति प्यारी सेक्सी ननद को किसकी हिम्मत है मना करने की."
" भाभी आज स्कूल से आ रही थी तो वो मिला था, बहुत रिक्वेस्ट कर रहा था"
" किस बात की" समझ तो मैं रही थी पर मैं कहती थी कि वो खुल के बोले.
" वही उसी के लिए. मिलना कहता है कुछ देर के लिए."
" अरे साफ साफ क्यों नही कहती छोड़ना कहता है तुझे फिर से. नही, अभी दो दिन ही तो हुए है'
" प्लीज़ भाभी देखिए मैं आप की सब बात मानूँगी. मेरी अच्छी भाभी."
" अच्छा बोल, तेरा भी मन कर रहा है." उसके गाल पे चुटकी काट के मैने पूछा.
" हाँ भाभी बहोत .."
" तो ठीक है दो तीन दिन मे तुम्हारा कुछ जुगाड़ करवा दूँगी ."
तब तक किचन का काम ख़तम कर के हम लोग बाहर आ गये थे और मैं नाइटी पहन रही थी. मैने उसको भी वैसी ही गुलाबी ऑलमोस्ट ट्रांसपेरांत नाइटी पहनने को कहा तो पहले तो उसने थोड़ा नखड़ा बनाया फिर मान गयी.
मैने उसे फिर छेड़ा, " अरे इस नाइटी मे एक बार अपने भैया के सामने चली गयी ना तो बिना चोदे छोड़ेंगे नही."
" धत्त भाभी" अबकी वो फिर शरमा गयी.
" अरे ये शरमाना छोड़ मेरी बन्नो, देख तुझे देख के उनका खड़ा हो जाता है आज तूने खुद पकड़ के देख लिया. मन तेरा भी करता है. वैसा मस्त हथियार और कही मिलेगा नही और तू खुद मान चुकी हे कि तुम दोनो का पहले से कुछ चक्कर था, तो ये मिडल क्लास हिपोक्रेसी छोड़ और खुल के मज़ा ले ,ऐसा मौका फिर दुबारा मिलेगा नही. और वो तो शरमाते ही रहते हैं तुम्हे ही इंशयेटिव लेना होगा"
" जो हुकम मेरी भाभी" हंस के वो बोली और हम दोनों ने कस के एक दूसरे को पकड़ लिया.
तब तक मेरी निगाह, ड्रॉयर मे रखे डिल्डो और वैयब्रेटर पर पड़ी जो शाम को मैने उसे दिया था. मैने उसे समझाया कि, आज रात कम से कम 20 मिनट तक डिल्डो से चूसने की प्रैक्टिस करे और दो तीन बार और कैसे 'रेबिट' से चूत और क्लिट दोनो पे एक साथ मज़ा लेते हैं.
" अरे भाभी, पति की बात नही टालते " और मेरी प्लेट मे ढेर सारा नूडल्स और राइस उडेल दिया. उन दोनो ने मिल के मुझे फोर्स कर के यहाँ तक कि अपने हाथों से इसरार कर के, खूब खिलाया .
लेकिन मैं उसका बदला राजीव से ले रही थी. मेरे हाथ ने उनका लंड बरमूडा से बाहर निकल लिया था. और कस के रगड़ मसल रही थी. बाद मे राजीव के लिए वो चाँदी के ग्लास मे दूध ले आई और अपने हाथ से पिलाया. उसमे ढेर सारी हर्बल पड़ी थी. मैं समझ गई. मैने ही उसे सिखाया था की इसका असर वियाग्रा से भी दूना होता है. इसके बाद वो फिर मेरे बगल मे आके बैठ गयी.
" बहोत स्वादिष्ट चाइनीस था." राजीव बोले.
" अरे तो इसको इनाम भी तो दीजिए ना.' मैं बोली.
" अरे तो बोलो ना जो माँगो वो मिलेगा."
" उसे तो बस यही चाहिए."
मैने गुड्डी का हाथ पकड़ के राजीव के पूरी तरह खड़े मोटे लंड पे रख, उसे पकड़ाते हुए कहा.
" धत्त भाभी" हाथ छुड़ाते हुए वो बोली. पर मैं भी जब तक उसने एक बार कस के पकड़ नही लिया, लंड उसके किशोर हाथ से दबाए रही.
वो उपर खाने के बाद बेडरूम मे चले गये और मैं गुड्डी के साथ लग कर जल्दी जल्दी किचन समेटने चली गयी. मुझे जल्दी करते देख वो मुस्कारके बोली, " भाभी, आज बड़ी जल्दी है."
मैं क्या बोलती. मैने बात बदल के पलट वार किया, " क्यों देख लिया ना मेरे सैयाँ का, उनका बड़ा था या उस फिल्म मे, जो उसे देख के तुम घबडा रही थी.
"19-20 रहा होगा. भाभी,
" किसका 20 रहा होगा."
" मेरे भैया का भाभी, 20 क्या 22 होगा, पर भाभी मान गये आप को. इत्ता लंबा और मोटा घोंट लेती हैं हंस हंस के."
" अरी बन्नो तू भी घोन्ट लेगी जल्द ही. रस तो आज सतक ही गयी पूरा." उपर से कस के उसकी चूत दबोचते हुए मैं बोली.
अब बात बदलने की उसकी बारी थी. उंसने बड़े इसरार से कहा, " भाभी,एक बात कहूँ पर प्रॉमिस करिए, हां कहिएगा."
" हाँ अरे इत्ति प्यारी सेक्सी ननद को किसकी हिम्मत है मना करने की."
" भाभी आज स्कूल से आ रही थी तो वो मिला था, बहुत रिक्वेस्ट कर रहा था"
" किस बात की" समझ तो मैं रही थी पर मैं कहती थी कि वो खुल के बोले.
" वही उसी के लिए. मिलना कहता है कुछ देर के लिए."
" अरे साफ साफ क्यों नही कहती छोड़ना कहता है तुझे फिर से. नही, अभी दो दिन ही तो हुए है'
" प्लीज़ भाभी देखिए मैं आप की सब बात मानूँगी. मेरी अच्छी भाभी."
" अच्छा बोल, तेरा भी मन कर रहा है." उसके गाल पे चुटकी काट के मैने पूछा.
" हाँ भाभी बहोत .."
" तो ठीक है दो तीन दिन मे तुम्हारा कुछ जुगाड़ करवा दूँगी ."
तब तक किचन का काम ख़तम कर के हम लोग बाहर आ गये थे और मैं नाइटी पहन रही थी. मैने उसको भी वैसी ही गुलाबी ऑलमोस्ट ट्रांसपेरांत नाइटी पहनने को कहा तो पहले तो उसने थोड़ा नखड़ा बनाया फिर मान गयी.
मैने उसे फिर छेड़ा, " अरे इस नाइटी मे एक बार अपने भैया के सामने चली गयी ना तो बिना चोदे छोड़ेंगे नही."
" धत्त भाभी" अबकी वो फिर शरमा गयी.
" अरे ये शरमाना छोड़ मेरी बन्नो, देख तुझे देख के उनका खड़ा हो जाता है आज तूने खुद पकड़ के देख लिया. मन तेरा भी करता है. वैसा मस्त हथियार और कही मिलेगा नही और तू खुद मान चुकी हे कि तुम दोनो का पहले से कुछ चक्कर था, तो ये मिडल क्लास हिपोक्रेसी छोड़ और खुल के मज़ा ले ,ऐसा मौका फिर दुबारा मिलेगा नही. और वो तो शरमाते ही रहते हैं तुम्हे ही इंशयेटिव लेना होगा"
" जो हुकम मेरी भाभी" हंस के वो बोली और हम दोनों ने कस के एक दूसरे को पकड़ लिया.
तब तक मेरी निगाह, ड्रॉयर मे रखे डिल्डो और वैयब्रेटर पर पड़ी जो शाम को मैने उसे दिया था. मैने उसे समझाया कि, आज रात कम से कम 20 मिनट तक डिल्डो से चूसने की प्रैक्टिस करे और दो तीन बार और कैसे 'रेबिट' से चूत और क्लिट दोनो पे एक साथ मज़ा लेते हैं.