hotaks444
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रॉकी- उषा चाची के यहाँ जाना कोई चने चबाने जितना आसान काम नही है. पर अगर उसने बात कर ली तो समझो के काम बन गया.
मिलन वापस आकर अपनी जगह पर बैठा और बोला- वो तुमसे कल सुबह मिलने की इच्छा रखती है.
उसने अपने जेब से अपना एक कार्ड निकाला और कहा- उन्हे तुम ये दे देना. और चयन हो जाने पर 1 हफ्ते के अंदर मेरी कमिशन मुझे पहुच जानी चाहिए.
रॉकी उसकी तारीफ़ करते हुए- आप तो महान हो सर !
मिलन उसे चिढ़ते हुए उसे बोला - खामोश हो जाओ ! मुझे दलालो से शख्त नफ़रत है.
फिर मेरी तरफ मुस्कुरा कर देखा और प्यार से मेरी तरफ हाथ बढ़ाकर बोला- बाइ जान.
मैने भी अपना हाथ उसके हाथो मे देकर उसे बाइ कहा. और हम वहाँ से निकल पड़े. उसने हमे पीछे से आवाज़ दी और मुझसे कहा,
मिलन – उषा चाची के पास जाने से पहले नहाना मत.
मैं – क्यू ??
मिलन- जाओ…………..तुम बहुत दूर तक जाओगी.
रॉकी ने मेरा हाथ पकड़ा और हम दोनो वहाँ से बाहर चले गये, मिलन हमे पीछे से देखे जा रहा था और बस देखे ही जा रहा था.अगली सुबह मैं उस जगह पहुच गयी जो मुझे मिलन ने बताई थी. वहाँ एक औरत जो दिखने मे बहुत ही गोरी आकर्षक लग रही थी, गार्डेन मे जॉगिंग कर रही थी.
मैं उसके आने के लिए वही इंतज़ार करने लगी. थोड़ी देर बाद वो मेरे पास आई. उसने सिर्फ़ जॉगिंग सूट पहना था. वो भी सिर्फ़ नीचे, उपर से वो बिल्कुल नंगी थी. उसके स्तन हवा मे लटक रहे थी. बहुत ही गोरे बड़े-बड़े थे. पसीने मे भीगे हुए थे और इस कारण धूप मे चमक रहे थे. निपल भी बड़े और आकर्षक थे. उस औरत ने अपने शरीर की खूब देखभाल की है (वेल मैंनटानेड फिगर) लग रही थी. उसके चेहरे पर एक अलग ही तेज था.
वो महिला – मैने रेसिंग मे गोल्ड मेडल जीता है. इसलिए सब मुझे यहाँ उषा चाची कहते है.
तुम मेरी मसल्स छू सकती हो !
उसने अपने बाजू मोड़ कर मुझे अपनी मसल्स दिखाई. मैने उन्हे छू कर उसे कहा.
मैं- ये तो लोहा से भी ज़्यादा कड़क है !
चाची- कड़क लंड से भी ज़्यादा कड़क है ! चलो कुश्ती हो जाए. तुमको मुझे उसमे हराना ही होगा !
चलो आओ मेरे साथ.
फिर वो मुझे अपने घर मे बने जिम मे ले गयी और मुझसे पूछा-
चाची- क्या तुम आज सुबह यहाँ नहा कर आई हो ?
मैने अपनी मादक अदा और नखरे दिखाते हुए ना मे सिर हिला दिया.
चाची- गंदी लड़की !
अच्छी लड़कियों को रोज नहाना चाहिए.
मैं- मुझे बताया गया था………………
चाची- शांत !
उन्होने मुझे बीच मे रोक दिया बोलने से.
चाची- अब तुम्हारी चाची तुम्हे नहलाएगी. चलो कपड़े उतारो.
और वो मेरे नहाने के लिए बाथ टब तैयार करने लगी.
मैं टॉप और स्कर्ट पहने हुए थी. पहले मैने टॉप उतारा, फिर स्कर्ट को भी उतार कर फेंक दिया. चाची मुझे देख कर खुश हो रही थी. फिर मैने अपनी ब्रा भी उतार कर साइड मे रख दी. मुझे मालूम था मुझमे सबसे सेक्सी चीज़ मेरी गान्ड है जिस पर हर कोई फिदा है. इसलिए मैने धीरे-धीरे अपनी गान्ड मतकाते हुए अपनी पॅंटी उतारी. और नग्न गान्ड हिलाते हुए चाची को दिखाने लगी.
चाची- बढ़िया, तैयार है टब. चलो अंदर आ जाओ.
मैं धीरे-धीरे चलकर टब के अंदर घुस गयी. और चाची पानी मे बने बुलबुलो को मेरे स्तनो पे रगड़ने लगी.
चाची- खुश्बुदार बुलबुलो का स्नान…….
और वो ज़ोर-ज़ोर से मेरे स्तनो को मसल्ने लगी. फिर चाची बोली,
चाची- खड़ी हो जाओ. अब मैं तुम्हारा पिछवाड़ा सॉफ करूँगी.
और मैं खड़ी हो गयी. चाची कभी मेरी योनि मे कभी मे गान्ड मे उंगली डाल-डाल कर उन्हे रगड़े जा रही थी.
चाची- कितनी प्यारी गान्ड है !
मज़ा आ रहा है ना गंदी लड़की ?
और वो ज़ोर-ज़ोर से अपनी दो उंगलियाँ मेरी योनि मे अंदर बाहर करने लगी. मैं योनि मे घर्षण के कारण तड़पने लगी.
चाची- क्या तुम आने वाली(डिसचार्ज) हो ?
क्या चूत है !
मैं तड़प-तड़प कर मचलने लगी. ज़ोर- ज़ोर से आगे-पीछे हिलने लगी. इस बार चाची अपनी मिड्ल फिंगर गीली की ऑर चूत पर रख कर हल्का सा झटका दिया, थोरा सा दर्द हुवा मगर वो ऐसा ही फिंगर गीली करती फिर चूत मे डाल देती, फिर गीली करती फिर चूत मे, अब वो चूत मे पूरी फिंगर डाल चुकी थी, ओर चूत मे फिंगर को हिला रही थी फिर मुझे और नशा सा आना लगा ओर उसने दूसरी फिंगर भी गीली कर के चूत मे डाल दी ऑर चूत को ज़ोर ज़ोर सा हिलाने लगी ओर मेरे मूह से सिसकारियाँ निकल गई, अहह ऑश यस यस अयू उसने अब थोरी स्पीड बढ़ा ली, जिस से मुझे ओर भी मज़ा आने लगा, मेरी चूत गीली होने लगी थी.
क्रमशः............................
मिलन वापस आकर अपनी जगह पर बैठा और बोला- वो तुमसे कल सुबह मिलने की इच्छा रखती है.
उसने अपने जेब से अपना एक कार्ड निकाला और कहा- उन्हे तुम ये दे देना. और चयन हो जाने पर 1 हफ्ते के अंदर मेरी कमिशन मुझे पहुच जानी चाहिए.
रॉकी उसकी तारीफ़ करते हुए- आप तो महान हो सर !
मिलन उसे चिढ़ते हुए उसे बोला - खामोश हो जाओ ! मुझे दलालो से शख्त नफ़रत है.
फिर मेरी तरफ मुस्कुरा कर देखा और प्यार से मेरी तरफ हाथ बढ़ाकर बोला- बाइ जान.
मैने भी अपना हाथ उसके हाथो मे देकर उसे बाइ कहा. और हम वहाँ से निकल पड़े. उसने हमे पीछे से आवाज़ दी और मुझसे कहा,
मिलन – उषा चाची के पास जाने से पहले नहाना मत.
मैं – क्यू ??
मिलन- जाओ…………..तुम बहुत दूर तक जाओगी.
रॉकी ने मेरा हाथ पकड़ा और हम दोनो वहाँ से बाहर चले गये, मिलन हमे पीछे से देखे जा रहा था और बस देखे ही जा रहा था.अगली सुबह मैं उस जगह पहुच गयी जो मुझे मिलन ने बताई थी. वहाँ एक औरत जो दिखने मे बहुत ही गोरी आकर्षक लग रही थी, गार्डेन मे जॉगिंग कर रही थी.
मैं उसके आने के लिए वही इंतज़ार करने लगी. थोड़ी देर बाद वो मेरे पास आई. उसने सिर्फ़ जॉगिंग सूट पहना था. वो भी सिर्फ़ नीचे, उपर से वो बिल्कुल नंगी थी. उसके स्तन हवा मे लटक रहे थी. बहुत ही गोरे बड़े-बड़े थे. पसीने मे भीगे हुए थे और इस कारण धूप मे चमक रहे थे. निपल भी बड़े और आकर्षक थे. उस औरत ने अपने शरीर की खूब देखभाल की है (वेल मैंनटानेड फिगर) लग रही थी. उसके चेहरे पर एक अलग ही तेज था.
वो महिला – मैने रेसिंग मे गोल्ड मेडल जीता है. इसलिए सब मुझे यहाँ उषा चाची कहते है.
तुम मेरी मसल्स छू सकती हो !
उसने अपने बाजू मोड़ कर मुझे अपनी मसल्स दिखाई. मैने उन्हे छू कर उसे कहा.
मैं- ये तो लोहा से भी ज़्यादा कड़क है !
चाची- कड़क लंड से भी ज़्यादा कड़क है ! चलो कुश्ती हो जाए. तुमको मुझे उसमे हराना ही होगा !
चलो आओ मेरे साथ.
फिर वो मुझे अपने घर मे बने जिम मे ले गयी और मुझसे पूछा-
चाची- क्या तुम आज सुबह यहाँ नहा कर आई हो ?
मैने अपनी मादक अदा और नखरे दिखाते हुए ना मे सिर हिला दिया.
चाची- गंदी लड़की !
अच्छी लड़कियों को रोज नहाना चाहिए.
मैं- मुझे बताया गया था………………
चाची- शांत !
उन्होने मुझे बीच मे रोक दिया बोलने से.
चाची- अब तुम्हारी चाची तुम्हे नहलाएगी. चलो कपड़े उतारो.
और वो मेरे नहाने के लिए बाथ टब तैयार करने लगी.
मैं टॉप और स्कर्ट पहने हुए थी. पहले मैने टॉप उतारा, फिर स्कर्ट को भी उतार कर फेंक दिया. चाची मुझे देख कर खुश हो रही थी. फिर मैने अपनी ब्रा भी उतार कर साइड मे रख दी. मुझे मालूम था मुझमे सबसे सेक्सी चीज़ मेरी गान्ड है जिस पर हर कोई फिदा है. इसलिए मैने धीरे-धीरे अपनी गान्ड मतकाते हुए अपनी पॅंटी उतारी. और नग्न गान्ड हिलाते हुए चाची को दिखाने लगी.
चाची- बढ़िया, तैयार है टब. चलो अंदर आ जाओ.
मैं धीरे-धीरे चलकर टब के अंदर घुस गयी. और चाची पानी मे बने बुलबुलो को मेरे स्तनो पे रगड़ने लगी.
चाची- खुश्बुदार बुलबुलो का स्नान…….
और वो ज़ोर-ज़ोर से मेरे स्तनो को मसल्ने लगी. फिर चाची बोली,
चाची- खड़ी हो जाओ. अब मैं तुम्हारा पिछवाड़ा सॉफ करूँगी.
और मैं खड़ी हो गयी. चाची कभी मेरी योनि मे कभी मे गान्ड मे उंगली डाल-डाल कर उन्हे रगड़े जा रही थी.
चाची- कितनी प्यारी गान्ड है !
मज़ा आ रहा है ना गंदी लड़की ?
और वो ज़ोर-ज़ोर से अपनी दो उंगलियाँ मेरी योनि मे अंदर बाहर करने लगी. मैं योनि मे घर्षण के कारण तड़पने लगी.
चाची- क्या तुम आने वाली(डिसचार्ज) हो ?
क्या चूत है !
मैं तड़प-तड़प कर मचलने लगी. ज़ोर- ज़ोर से आगे-पीछे हिलने लगी. इस बार चाची अपनी मिड्ल फिंगर गीली की ऑर चूत पर रख कर हल्का सा झटका दिया, थोरा सा दर्द हुवा मगर वो ऐसा ही फिंगर गीली करती फिर चूत मे डाल देती, फिर गीली करती फिर चूत मे, अब वो चूत मे पूरी फिंगर डाल चुकी थी, ओर चूत मे फिंगर को हिला रही थी फिर मुझे और नशा सा आना लगा ओर उसने दूसरी फिंगर भी गीली कर के चूत मे डाल दी ऑर चूत को ज़ोर ज़ोर सा हिलाने लगी ओर मेरे मूह से सिसकारियाँ निकल गई, अहह ऑश यस यस अयू उसने अब थोरी स्पीड बढ़ा ली, जिस से मुझे ओर भी मज़ा आने लगा, मेरी चूत गीली होने लगी थी.
क्रमशः............................