XXX Kahani Fantasy तारक मेहता का नंगा चश्मा - Page 29 - SexBaba
  • From this section you can read all the hindi sex stories in hindi font. These are collected from the various sources which make your cock rock hard in the night. All are having the collections of like maa beta, devar bhabhi, indian aunty, college girl. All these are the amazing chudai stories for you guys in these forum.

    If You are unable to access the site then try to access the site via VPN Try these are vpn App Click Here

XXX Kahani Fantasy तारक मेहता का नंगा चश्मा

उधर स्वीमिंग पूल में भिड़े का तो चश्मा ही उतर गया था....वो अपनी
खुद की आँखों से देख रहा था...

और साथ में खड़े नंगे अईयर का तो हाथ अपने लंड पे चला गया था...

और अपने खड़े तंबू को हिलाना शुरू कर चुका था..जब अंजलि अपने अंगों
का प्रदर्शन कर थी .....

और हिलाने की स्पीड इतनी बढ़ गई कि उसे पता ही नही चला.....
और कुछ ही सेकेंड में हाँ जी कुछ ही सेकेंड. में..उसका रस बाहर आ गया...
और नंगे होने की वजह से स्वीमिंग पूल के पानी में ही मिक्स हो गया...

जब अईयर को एहसास हुआ..कि उसने इस हवस में क्या किया....उसने इधर उधर
नज़र दौड़ाई....

लेकिन उसे शांति मिली....उन सभी जेंट्स की तो नज़र वहीं जमी हुई थी...
और बाकी लोग भी नही देख सकते थे...क्यूँ कि पानी का कलर इतना डार्क था...
कि पानी के नीचे का हिस्सा तो दिख ही नही रहा था....

लेकिन हाँ ...हाथ हिल रहे थे..वो कोई भी देख सकता था..लेकिन शायद सब अपनी
मौज़ में थे... तो किसी ने ध्यान नही दिया.......

जेठालाल अपने मन में....

अब मज़ा आएगा...अब तो बस बबीता जी ही बची है......
जब ये सब इतने मस्त लग रहे हैं..तो सोच जेठा..बबीता जी क्या कहर ढा
रही होंगी आज.....
बबीता जी जल्दी आइए...अब मुझसे इंतजार नही होता......
और एक उसकी बत्तीसी सी फट जाती है...कहने का मतलब एक मुस्कान आ जाती है...

(बॅक ग्राउंड . म्यूज़िक हँसने की आवाज़....)
 
अईयर की नज़र जब जेठालाल पे पड़ती है...और उसे हँसता हुआ देखती है...
तो अपने मन में...

ये जेठालाल देखो कितना खुश हो रहा है...
मुझे पता है...कि ये क्यूँ खुश हो रहा है..
क्योंकि अब बबीता जो आने वाली है...
इस जेठालाल को तो में छोड़ूँगा नही...
अगर मेरी ये हालत ना होती तो में जेठालाल को बबीता को देखने ही नही देता...

(बॅक ग्राउंड . म्यूज़िक आईयैयूऊऊऊऊऊऊ....)

अईयर जेठालाल को देखते हुए...ये सब सोच रहा था..कि अचनाक उसे जेठालाल..
के एक्सप्रेशन में कुछ बदलाव नज़र आता हुआ दिखाई दिया....

तो उसकी नज़र फिर वहीं पर पड़ी जहाँ सारी लॅडीस खड़ी थी.......

वहाँ से सभी लॅडीस के पीछे से....किसी के आने का आभास लग रहा था..

आवाज़ तो नही आ रही थी...मगर साया देखा जा सकता था....

जेठालाल के दिल की धड़कन तेज़ हो रही थी.....
इसी लिए..कि बबीता जी कैसी लग रही थी...

और अईयर का दिल इसलिए धड़क रहा था....कि जेठालाल को वो कैसे देखने दे सकता है..
लेकिन उसे पता नही था....कि वो कुछ नही कर सकता उस समय.....

अब वो साया...लॅडीस के आगे आ गया था.......

जेठालाल का दिल मानो थम गया हो....ढक्कन बंद हो गया हो...
बबीता को देख कर्र...

जी हाँ..बबीता ही थी....वो साया....

फिलहाल इस वक़्त बबीता को साइड से देखा जा सकता था...
क्यूँ कि वो आगे आकर...थोड़ा टेडी होकर खड़ी हो गई थी.....
बातें करने के लिए...उसका फेस भी धबग से देखा नही जा रहा था..
क्यूँ कि वो उसके बालो से धका हुआ थाअ...

लेकिन यहाँ तो लंड में आग लग ही चुकी थी..सबके..

लेकिन सबके मुक़ाबले..जेठालाल की ज़्यादा लगी थी.....
 
कहते हैं ना...कि जिस प्राणी को देखने की ज़्यादा इच्छा होती है...उसका हाल
सबसे ज़्यादा बुरा होता है....अग्री ना????

जेठालाल ...अपने मन में....

बबीता जी पलटीए....प्लीज़....पलट जाइए......

बबीता बात करते करते रुकती है...और अपना फेस टर्न कर लेती है..जेंट्स की तरफ...

मानो जेठालाल के मन की आवाज़ उसके कानो में जाके पड़ गई हो....

बबीता अपने चेहरे को पलट के सभी जेंट्स को देखती है...

जेठालाल की खुशी का ठिकाना नही था....कम से कम चेहरे को तो देखने को मिला....

बबीता सबके चेहररे को देख के थोड़ा हस्ती है.....
कुछ चल रहा था उसके दिमाग़ में......

जिसे समझना मुश्किल था..किसी को भी....

वैसे भी औरतों के दिमाग़ में क्या चल रहा है....इंसान क्या...कोई साधु भी
नही बता सकता...हहेहेहेहहे......

बबीता थोड़ा आगे आती है....

ठुमकते ठुमकते..आगे चलती है....

और अपने दोनो हाथ उठाती है...धीरे धीरे....

बालों को समेटती है...

अपनी गर्दन टेडा सा घूम की आँखें बंद करती है....

अपने राइट नी को थोड़ा सा बेंड करती है....और अपने पंजो को उपर की
तरफ करती है....उस पैर को अपनी उंगलियों के सहारे खड़ी होती है..
उसका लेफ्ट लेग बिल्कुल सीधा था...

अपनी छाती..यानी कि अपने बूब्स को थोड़ा बाहर की तरफ करती है.......

उफफफफफफफफफफफफफ्फ़ तौबा तौबा......क्या दिख रही थी बबीता उस वक़्त....

कहर ढा रही थी.........

कोई भी सेक्सी बिकनी मॉडेल भी उसके आगे पानी भरती........
 
सब्भी जेंट्स का तो हाल ही बहाल हो गया था....

अरे सिर्फ़ सोसायटी के जेंट्स छोड़िए....
वहाँ खड़े हर एक आदमी का...चाहे वो देसी हो या विदेशी...

सभी बबीता को ताड़ रहे थे......

जेंट्स को छोड़िए...

पीछे खड़ी सोसायटी की औरतों का भी मुँह खुला का खुला रह गया था...
वो सब भी यही सोच रही होंगी...कि ये बबीता जी को क्या हो गया है.....

जेठालाल का मुँह खुला हुआ था...और उसमे से लार टपक रही थी....

मेरे मुँह से भी लटकती.....और आप सबके भी...अगर उस हालत में बबीता हम
सब के सामने आ जाती तो....

बता दूं....

या फिर थोड़ी देर रहने दूं....और..

आप इमॅजिन कर लो थोड़ा सा...

चलो थोड़ा और इंतजार कर लेते हैं....

चलो बता देता हूँ...नही तो आप सब बेचैन ही रहेंगे...

बबीता ने पहनी थी...ब्लॅक बिकनी....

सोचिए..वाइट स्किन ब्लॅक बिकनी...हाई...सोच के ही खड़ा हो जाए किसी का भी....

अब वो खड़ी भी ऐसे थी..कि पूछो मत..जैसे कि आप सब उपर पढ़ सकते हैं..

उपर से मेडम ने पहन भी रखी थी अंजलि की बिकनी.....

वैसे तो वो किसी की भी पहन ले..फिट तो उसे होनी नही थी....

अब वैसे भी उसके बूब्स इतने बड़े हैं..कि किसी की भी आखें उधर अटक जाए..

उपर से उसने पहन ली अंजलि की ब्रा...तो फिर तो होना क्या था...

अब वो बूब्स अंदर तो जा नही सकते थे...इतनी छोटी सी ब्रा में...

होना क्या था..आ गये बाहर....

अब उस पोज़ीशन में उसके बूब्स...तौबा तुआबा..मशाल्लाह....काफ़ी शानदार नज़र
आ रहे थे...

छोटी ब्रा की वजह से....उसके बस नीचे बूब्स के हिस्से...और उसके निपल...ही..अंदर
ब्रा के फिट हो रहे थे...और बाकी के बाहर थे...उपर के गोरे गोरे..बड़े बड़े
बूब्स...बाहर निकले पड़े थे....उसके बूब्स की नसें भी सॉफ दिख रही थी.....
ब्रा इतनी छोटी थी..कि निपल्स तक नज़र आ रहा था..यानी उसका उभार....

मान लीजिए..कि 85 पर्सेंट उसके बूब्स सॉफ देखे जा सकते थे....
उसके बूब्स की गहराई तो इतनी ज़बरदस्त थी..कि उनके अंदर का झाँकना
ही नामुमकिन था....

खाई सी बनी हुई थी......
 
अब बात करते हैं पैंटी की...तो वो भी छोटी सी...इतनी बड़ी गान्ड..उसमे फिट कहाँ
से होगी...
गान्ड तो छोड़ो चूत तो बेचारी दब ही गई थी...पूरी चिपकी पड़ी थी...
जिस तरह वो खड़ी थी..उसमे चोट को देखना तो थोड़ा मुश्किल था...
लेकिन उसके इस पोज़ीशन में खड़ा होने की वजह से......उसकी आधी गोरी गोरी..
मस्तानी.. वाली गान्ड सबके सामने ही थी......

सॉफ रंग में वो पतली कमर..और पेट...आए हाई.....मज़ा ही आ जाए..
उन्हे छूने की....

रही बात उसकी जाँघो की ...तो वो तो कई बार देखने को मिलती है...
गोरी गोरी...थोड़ी सी मोटी है..लेकिन है इतनी मस्त..कि घन्टो वहीं हाथ फेरते
रहे कोई भी..........

जेठालाल का तो बुरा हाल हो गया था...
उसका उस समय वहाँ खड़ा होना नामुमकिन सा हो गया था..

कॉस्ट्यूम के अंदर उसका लंड आग के गोले बरसा रहा था....
अगर उसे ठंडा नही किया गया...तो अंदर ज्वाला मुखी फट जाएगा..
ये हाल था बेचारे का...

बबीता ने अपनी आखें खोली...
और सबसे पहले उसने नज़र जेठालाल पे ही डाली..

और जब उसने जेठालाल की शक्ल देखी जो इस वक़्त ऐसी थी...जैसे भूके कुत्ते को..
किसी ने हड्डी दिखा दी...

तो बबीता के मुँह पर एक स्माइल आ गई......

(बॅक ग्राउंड म्यूजिक . आई छोरि...)

बबीता की नज़र नीचे होते हुए बंद होने को थी..तो उसकी नज़र जेठालाल..
के उस तंबू पर पड़ी....जिसे देख के कोई भी कह सकता था..कि अपनी औकात से
ज़्यादा वो लंबा हो गया हो...

बबीता की नज़र लंड पर पड़ने के बाद...टॅक्सी वाली बात याद आ गई..
तो वो हल्का सा शरमा गई...
और फिर से आँखें बंद कर ली.......

बस मिल गई संतुष्टि जान के...बबीता कैसी लग रही थी..

और जेठालाल के भड़तके..लंड की.....

तो आगे देखेंगे कि अब ये सब स्वीमिंग पूल में क्या जलवा दिखाते हैं...
और हाँ वैसे जेठालाल को बहुत जल्दी पानी में जाने की ज़रूरत है....
हहेहेहेहेहेहहे.........
 
सभी जेंट्स के कॉस्ट्यूम के अंदर उनका साँप फनफना रहा था....
अपनी अपनी बीवियों को देख कर..

चाहे वो स्वीमिंग पूल में नंगे हों...या फिर बाहर खड़े लोग...

सिवाय जेठालाल के..उसका लंड तो अपनी बीवी की वजह से नही...बल्कि
बबीता को देख के फनफना रहा था ...

फनफना क्या रहा था बल्कि...उसमे तो आग लग चुकी थी...उसे तो इस
वक़्त उस आग को भुजाने के लिए कुछ करना चाहिए नही तो..
वो आग ज्वाला मुखी बन के फट जाती...

लेकिन जिस तरह बबीता खड़ी थी...उसे देख कर तो किसी का भी लंड सही नही
रह सकता....

उस वक़्त को शिकारी लग रही थी..जो आदमियों के लंड का शिकार करती हो.....

इस वक़्त बबीता वैसे ही आँखे बंद करे..मॉडेल वाले स्टाइल में..हल्के से होटो
पे स्माइल रखते हुए खड़ी थी..

जेठालाल का मुँह अभी भी खुला था....लंड उचाई छू रहा था....शायद कुछ
पाना चाहता हो...

अचनाक बबीता ने आँखें खोली...और नॉर्मल पोज़िशन में खड़ी होके...सभी जेंट्स की
तरफ देखने लगी..जो इस वक़्त उस पर लार टपका रहे थे...

सभी जेंट्स सकपका गये...और उन होने ने नज़र इधर उधर घुमानी शुरू कर
दी..

लेकिन हमारे प्यारे सभी के दुलारे...खास कर के बबीता जी....जी..हाँ जेठालाल जी....
वो तो अभी भी वैसे ही अपनी नज़रे गड़ाए बैठे थे.....

बबीता की नज़र पड़ी..तो वो हल्की सा मुस्कुरा दी....
और फिरररर......

फिर वो एक ही झटके में मूडी......

बबीता ने क्या झटका लिया...इधर तो जेठालाल के कॉस्ट्यूम के अंदर झटके पड़ने लगे..
तहलका मचा दिया जेठालाल के लंड ने अंदर....
उसे संभालना मुश्किल हो गया था....

हो भी क्यूँ ना...बबीता जितनी आगे से कयामत लग रही थी..उतनी ही पीछे से भी तो
क़यमत ढा रही थी वो...
 
देखते रहने का मन हो...ऐसा दृश्य हो गया था....

जी अल्लमोस्ट न्यूड बॅक...

अब हल्की सी डोरी बँधी थी...जो कि ना के बराबर ही लग रही थी..इतनी मस्त पीठ पे...

गोरी चिटी पीठ...इतनी सॉफ्ट के पानी भी ना ठहरे....हाई...क्या लाजवाब पीठ है..

जेठालाल की नज़र जब बबीता के पिछवाड़े पे पड़ी...तो उसके कानों से तो
धुआँ ही निकल गया....

अब क्या करें मालिक....लग भी तो तौबा रही थी.....अब इतनी मोटी बड़ी बड़ी गान्ड
पे जब एक छोटे से रुमाल जैसे कोई कपड़े से बँधी होगी तो कैसी दिखेगी...
खुद ही सोच लीजिए...

चलिए दिमाग़ पे ज़्यादा ज़ोर मत मारिए...में खुद ही बता देता हूँ...

अब पहनी थी उसने अंजलि की पैंटी...अब अंजलि की गान्ड है तो इतनी बड़ी नही...
लेकिन बबीता के डबल साइज़ की है उससे....तो अब जब वो छोटी सी पैंटी पहन
के सामने आई तो...उसकी वो बड़ी बड़ी गान्ड..जो तरबूज जितनी है...वो उसमे
छुपी नही....तो बस बबीता की गान्ड की दरार को ही छुपा पा रही थी....

सबकी हालत पतली थी..वो गान्ड देख कर..चाहे कोई भी आदमी क्यूँ ना खड़ा वो
वाह्न स्वीमिंग पूल के आस पास....

जेठालाल अपने मन में...

बबीता जी...आज तो आप कहर ढा रहे हो....मेरा तो खुद पर से काबू छूट जाएगा
अगर थोड़ी देर आप ऐसी ही खड़ी रही तो...क्या मस्त गान्ड है आपकी...वाहह...
आज तो ये सच्चाई यहाँ खड़ा हर शक्स देख रहा है...
ये अईयर कितना लूसी है.....कि आप जैसी बाइफ उसे मिली है... (जी जेठालाल के कहने का मतलब है वाइफ)
 
बबीता अब चलते हुए...सभी लॅडीस के पास जा रही थी.....
जब वो चल रही थी..तो उसकी वो बड़ी बड़ी हेवी गान्ड..उपर नीचे हो रही ही..उस
छोटी सी पैंटी में......

जेठालाल की गर्दन भी कभी लेफ्ट तो कभी राइट...घूम इधर उधर ही रही थी..
बबीता की मटकती गान्ड को देखते हुए...

पूरे स्वीमिंग पूल पे खड़े आदमियों की नज़र बबीता पर थी...
पर सिवाय एक आदमी के....

जी हाँ सब ही जान गये होंगे....अईयर........

जी हाँ ... ऐसा नही है कि वो नही चाहता था बबीता को देखना...लेकिन उसकी नज़र तो
जेठालाल पर अटकी थी...

अब वो बाहर निकल के कुछ कर तो सकता नही था...इसलिए अंदर ही अंदर जेठालाल को
गालियाँ दे रहा था......

उधर बबीता सभी लॅडीस के पास पहुच गई थी....

उन सब में कुछ घुसर पुसर हुई..पता नही क्या बात हो रही थी..

इधर जेंट्स के तो तोते उड़े पड़े थे...........

उन में से कोई भी बात नही कर रहा था...बस अपनी गर्दन इधर उधर घुमा रहे थे..

तभी तारक की नज़र पड़ी.....

कि सभी लॅडीस उनकी ही तरफ आ रही है..

तारक :- अरे भाईयो देखो हमारी बीवियाँ इधर ही आ रही है..
ज़रा संभाल के रहना....मुझे तो कुछ गड़बड़ लग रही है..
 
अब जब सबकी नज़र पड़ी कि सभी लैडेस इधर ही आ रही है...तो सब घबरा गये..
क्यूँ कि उनके नीचे कॉस्ट्यूम में तंबू जो बना हुआ था...
सब उसे छुपाने की कॉसिश में लग गये....
लेकिन ओपन्ली सबके सामने तो हाथ से छुपा नही सकते थे....

सभी जानते थे..कि सबके नीचे तंबू बना है...

अब्दुल :- मेहता साब..कोई आइडिया निकालो..सब पास ही आते जा रहे हैं.....
उन्हने देख लिया तो गड़बड़ हो जाएगी..

तारक :- अब्दुल बीवियाँ हमारी है..लेकिन खड़ा तेरा भी है..
तू तो बहुत चालू निकला..

अब्दुल :- मेहता साब...वो तो ठीक है..लेकिन में भी तो इंसान हूँ...
और उसे यानी मेरे लंड को थोड़ी पता है..कि ये मेरी बीवियाँ है..

जेठालाल :- मेहता साब..अभी अब्दुल को छोड़ो..कोई आइडिया निकालो..

सोढी :- हाँ मेहता साब...देखो रोशन और सब करीब आ रहे हैं..

तारक सोचने लगता है...

तारक :- एक आइडिया है........

अब्दुल :- क्या...

तारक :- पानी.....

मोहन लाल :- पानी से कैसे बिठाएँगे मेहता साब....

तारक :- अरे मोहन भाई..पानी से मतलब है...सब कूद जाते हैं स्वीमिंग पूल में..
तो किसी को कुछ नही दिखेगा...

जेठालाल :- हाँ ये सही रहेगा...

और ये बोलते ही...अब्दुल और सोढी तो छलाँग लगा लेते हैं....
उनकी देखा देखी मोहन लाल भी...

अब बचते हैं तारक और जेठालाल.

जेठालाल :- पहले आप जाइए...

तारक :- नही..दोनो एक साथ चलेंगे...

और तारक जेठालाल का हाथ पकड़ के कूद जाता है....

इसी तरह बाकी के भी जेंट्स पानी में होते हैं.....

अपने आप को सेट्ल करते हुए..पानी के उपर आ जाते हैं...

जिससे उनके उपर का हिस्सा ही दिखाई दे रहा था अब...
जैस ही सबकी गर्दन पानी में से निकलती है..

उन की नज़र सारी लॅडीस पर पड़ती है..जो कि स्वीमिंग पूल के किनारे में ही खड़ी थी..
अपनी अपनी कमर पे हाथ रख के....
 
अंजलि :- तारक अभी तो आप सब यहाँ खड़े थे...ये अचानक स्वीमिंग पूल में क्यूँ
कूद गये....

तारक :- वो वो..

बबीता :- और हाँ अईयर....तुम क्यूँ इतनी देर से अंदर हो..

अईयर :- वो बाब..

माधवी :- और आप...आप क्यूँ अंदर है...
ओहू..अच्छा..तो अब इन फिरंगियो...के पीछे पीछे आप स्वीमिंग पूल के अंदर उतर
गये....अब देखो आप...क्या करती हूँ आपका..

भिड़े :- आई माधवी आए..

रोशन :- क्यूँ रोशन...तू भी क्यूँ कूद गया..

तारक :- अरे आप लोग शांत हो जाए...
वो धूप इतनी तेज़..थी..कि..गर्मी ल .. ग र..ई थी..इसी ल..लिई...

अंजलि :- अच्छा गर्मी..

दया :- और टप्पू के पापा..आप...आप क्यूँ गये पानी में..

(जेठालाल का बॅक ग्राउंड म्यूज़िक.. बच्चे के रोने की आवाज़...)

जेठालाल :- अरे अब दया...वो..ओ ज..ब. सब अन्द.र.. आए.. तो मुझे भी आना पड़ा ना..

दया :- ओह्ह हन्न..सॉरी....

तारक :- अरे अंजलि..तुम तो कमाल की लग रही हो....

अंजलि :- अच्छा..जी..थॅंक यू..

जेठालाल :- और आप भी बबीता जी .......बहुत ही ज़्यादा...मस्त लग रहे हो..

(बबीता का बॅक ग्राउंड. म्यूज़िक....अहन्ंनननननननननणणन्)

अईयर :- क्या मतलब जेठालाल..

(बॅक ग्राउंड म्यूज़िक.......आयूऊऊऊ)

जेठालाल :- वो वो....(बॅक ग्राउंड म्यूज़िक... फ्लश चलने की आवाज़..)

जेठालाल :- वो बबीता जी से लेकर..इधर दया तक...सब मस्त लग रहे हैं..
ऐसा कहा मेने...

तारक बात को बदलते हुए..

तारक :- अरे आप सब अंदर आइए ना....क्यूँ बाहर खड़े हैं...

बबीता :- ओह्ह एस आइ आम वेटिंग.....
लेकिन अईयर तुम जब से अंदर ही क्यूँ हो.....ऐसे..एक ही जगह पे ...

जेठालाल :- वो ऐसे ही खड़े रहेंगे..

सब जेंट्स हल्की आवाज़ में हँसने लगते हैं...जेठालाल की बात सुन के..
 
Back
Top