desiaks
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फिर वो टीना की टांगों के बीच से बाहर निकली और उसकी चूत की फांकों को फैलाते हुए बोली- लो अब चाटो!
पायल के आदेश का पालन करते हुए मैंने टीना की चूत को चाटना शुरू किया, जैसे ही मैंने अपनी जीभ टीना की चूत में फिराई, मुझे कसैला सा स्वाद लगा, मैंने अपने मुंह को पौंछा और दुबार जीभ फिराई, करीब तीन-चार बार ऐसा ही करता रहा और फिर जब वो कसैला स्वाद मेरी जीभ में बैठ गया तो मुझे उसकी चूत चाटने में मजा आने लगा.मैं उसकी चूत चाटता और अपना सिर उठाता, ऐसा करते समय मेरी नजर टीना की लपलपाती हुई गांड के छेद पर पड़ी जो खुल बन्द हो रही थी, मेरी जीभ ने उस छेद के द्वार पर दस्तक दे दी और इधर उधर टहलने लगी.
मेरे ऐसा करने से टीना अपने हाथ से अपनी गांड को और फैला दी ताकि मेरी जीभ उस छेद में अच्छे से घूम सके.
उसके बाद टीना पायल को बोली- ऐ बहन की लौड़ी, अब घूम, मुझे तेरी गांड भी चाटनी है.‘गांड?’ पायल बोली.‘हाँ बहन की लौड़ी, सुन नहीं पाती है, क्या, चल घूम जा और अपने हाथों से अपनी गांड फैला ताकि मैं अच्छे से चाट सकूं.’
मजा तो दोनों को मिल रहा था, पर मैं अपने लंड की सेवा खुद ही कर रहा था. टीना की चूत और गांड काफी गीली हो चुकी थी. मैं भी बीच-बीच में अपने थूक से अपने लंड को गीला कर रहा था.मेरा लंड तन कर तम्बू हो चुका था, मैं खड़ा हुआ और टीना की चूत को लंड से सहलाने लगा.
कुछ देर ऐसे ही चलता रहा. अपनी चूत पर लंड की गर्माहट पाकर टीना अपनी चूत की फांकों को और फैलाने लगी और चूत को लंड की तरफ पुश करने लगी, थोड़ा जोर मैंने लगाया, दो तीन बार लंड फिसलकर जगह से हट गया, लेकिन अगली बार प्रयास करने से मेरा सुपारा उसकी चूत की गुफा में फंस गया था.टीना के मुंह से ‘आह…’ निकला, मुझे ऐसा लगा कि मेरा लंड किसी बहुत ही गर्म जगह पर जाकर फंस गया है, मेरे हाथ-पाँव काम्प रहे थे, मुझे लगा कि कोई चीज मेरे अन्दर से बाहर आना चाहती है.उसके मुंह से बस वो हल्की सी आह निकली, टीना ने मेरी तरफ देखा और फिर वो पायल के मम्मों को पीने लगी.
इधर मैं अपने फंसे हुए सुपारे को चूत के और अन्दर डालने की कोशिश कर रहा था, पर मुझे ऐसा लगा कि मेरे लंड के खाल को कोई चाकू लेकर छील रहा है. तीव्र जलन और दर्द का अहसास हो रहा था, मैंने लंड को बाहर निकाल लिया.लंड बाहर आते ही मुझे सकून सा लगा.
तभी टीना घूमी और मुझसे बोली- क्या हुआ?मैंने कहा- कुछ नहीं!‘तो फिर बाहर क्यों निकाल लिया?’‘थोड़ा जलन होने लगी थी.’‘कोई बात नहीं!’ कहकर वो मेरा लंड चूसने के लिये घुटने के बल बैठ गई और लंड को मुंह में ले लिया.
पायल भी टीना के बगल में बैठ गई और दोनों बारी-बारी से मेरे लंड को चूसने लगी. दोनों अपनी जीभ से मेरे सुपारे को ऐसे चाट रही थी जैसे आईसक्रीम चाट रही हों!अब मेरे लंड की जलन और दर्द दोनों कम होने के साथ-साथ खत्म भी हो गया.
उसके बाद टीना बिस्तर पर लेट गई, मैं उसकी जाँघों के बीच आ गया और पायल बेड पर चढ़ गई और टीना के मुंह में बैठ गई, टीना की जीभ निकली और वो उसकी चूत को चाटने लगी, इधर मैंने भी एक बार हिम्मत की और लंड को टीना की चूत को लंड से सहलाने लगा और ऐसा करते हुए एक बार फिर सुपारा चूत में जाकर फंस गया.
मैंने इस बार थोड़ा पुश किया तो टीना चीख पड़ी.इससे पहले की उसकी आगाज बाहर जाती, पायल उसके मुंह में पूरी तरह बैठ गई, इससे उसकी आवाज गले में फंस कर रह गई, मुझे समझ में नहीं आया. टीना के चीखने के कारण मेरे दिल की धड़कन बढ़ गई और इस कारण एक जोर का धक्का और लग गया.इस बार टीना की चीख तो नहीं निकली लेकिन उसने पायल को धक्का देकर एक किनारे कर दिया और मुझसे बोली- मादरचोद मेरी बुर में अपना लंड डाल रहा है कि चक्कू से मेरी चूत को काट रहा है.तभी पायल बोली- क्या कह रही हो, चक्कू कहाँ है? टीना; लगता है तेरी सील फट गई है, इतनी कहानी पढ़ती हो और ब्लू फिल्म देखती हो, फिर भी समझ नहीं पाई.चूंकि कहानी मैं भी पढ़ता था, तो मैं झट से टीना के मम्मों को बारी-बारी से चूसने लगा. पायल भी टीना के बगल में लेट गई और मुझसे उसके भी मम्मे पीने को कहने लगी.अब मेरे पास चार-चार मम्मे थे और मैं सभी को बारी-बारी पी भी रहा था और उन्हें मसल भी रहा था.
अचानक मुझे अहसास हुआ कि मुझे नीचे से धक्का दिया जा रहा है, मैंने पलट कर देखा तो पाया कि टीना अपनी कमर उठा-उठा कर मेरे लंड को अपने अंदर लेने की कोशिश कर रही है.मैं सीधा हो गया और धीरे-धीरे टीना की चूत में धक्के मारने लगा. मेरा लंड अब चूत के अन्दर आसानी से अन्दर बाहर आ जा रहा था.
कहानी जारी रहेगी