bahan sex kahani भैया का ख़याल मैं रखूँगी
02-02-2019, 12:51 AM,
RE: bahan sex kahani भैया का ख़याल मैं रखूँगी
सब कुछ सुनने के बाद वीरेंदर बोला: आशना मैं तुम्हारा गुनेहगार हूँ, तुम जो सज़ा दो मुझे मंज़ूर है. तुम चाहो तो मुझे ठुकरा सकती हो, यह कहकर उसने आशना की तरफ देखा. आशना के चेहरे की तरफ देखते ही वीरेंदर की रूह कांप उठी. आशना की आँखो से आँसुओ की झड़ी लगी हुई थी. वो बैठी बैठी जड सी बन चुकी थी. वीरेंदर ने उसे पुकारा लेकिन वो तो कहीं शून्य में जा चुकी थी. वीरेंदर जानता था कि उसने आशना का दिल दुखाया है. अगर यह सब बातें आशना के आने से पहले बीती होती तो शायद आशना को इनका इतना बुरा नहीं लगता.

वीरेंदर काफ़ी देर तक असहाय सा बैठा रहा. फिर वो हिम्मत करके आशना के पास गया और धीरे से अपना काँपता हुआ हाथ उसके कंधे पर रखा, आशना ने अपना कंधा झटक कर वीरेंदर के हाथ को दूर किया. 

वीरेंदर: आशना...................

आशना(रोते हुए, गुस्से से): जस्ट लीव मी अलोन. 

वीरेंदर ने अपनी शर्ट उठाई और चुप चाप कमरे से निकल गया.

वीरेंदर के जाते ही आशना फुट फुट कर रोने लगी. उसके आँसू थमने का नाम हे नहीं ले रहे थे. काफ़ी देर तक यों ही रो लेने के बाद आशना के आँसू भी सूखने लगे और रह रह कर उसके ज़हन मे वीरेंदर की बातें घूमती रही. धीरे धीरे आशना ने अपनी हालत पर काबू पाया और बेड से उठकर रूम की लाइट ऑन की. रूम मे रोशनी फैलते ही उसे अहसास हुआ कि कितनी मेहनत से उसने आज वीरेंदर का कमरा सजाया था और आज की रात को लेकर अपने दिल में कितने सपने संजोए थे. लेकिन अब सब ख़तम हो चुका था.

आशना की आँखो में एक बार फिर से नमी आ गई यह सब सोच कर. देल्ही आकर उसने हर घड़ी कुछ खोया ही खोया था. पहले अपनी पहचान खोई, फिर अपनी नौकरी खोई, फिर अपना भाई खोया और आज तो उसने अपना प्यार भी खो दिया.

आशना की नज़र टेबल पर रखी वाइन की बॉटल पर पड़ी. आशना ने बोतल उठाई और मुँह से लगा ली गटा गॅट शराब उसके गले से उतर कर उसके जिस्म में फैलने लगी. हर घूँट के साथ आशना की आँखो से आँसू मोती की तरह फिसल कर उसके गले से सरकते हुए उसकी चोली को भिगोने लगे. आशना ने एक ही बार मैं आधी से ज़्यादा बोतल खाली कर दी. उसके जिस्म में एक दम से जलन बढ़ने लगी और शराब का नशा उसके दिमाग़ पर भी छाने लगा. 

आशना वॉश रूम मे घुसी और जैसे ही लाइट ऑन करके वो वॉशबेसिन के शीशे के सामने आई तो उसके दिल से आवाज़ आई " इस सब में तेरी भी तो ग़लती है". 

आशना( मन में): नहीं नहीं, इसमे मेरी क्या ग़लती है???

दिल: क्यूँ????? तू नहीं जानती कि उसके खून मे कितनी मात्रा मे आफ्रोडीज़िक पाई गई थी. अगर उस वक्त तूने वीरेंदर को संभाल लिया होता तो क्या आज वीरेंदर भटका होता???? कभी नहीं, वो तुझसे प्यार करता है, यह अलग बात है. लेकिन उसकी शारीरिक ज़रूरतें अगर तू पूरी नहीं करेगी तो वो बाहर ही भटकेगा. तू तो उसकी हालत शुरू से जानती थी मगर क्या तूने कभी उसकी हालत समझने की कोशिश की????यही सच है कि तूने ही उसे सहारा नहीं दिया बल्कि उसमे अपना सहारा ढूँढा. उस ने तो फिर भी हिम्मत करके तुझे सब सच बता दिया. यह प्यार नहीं तो और क्या है????वो तुझे सच बता कर तुझे भविष्य मे धोके में नहीं रखना चाहता था मगर क्या तू कभी उसे सच बता पाएगी???? आशना, तुझे यह नहीं भूलना चाहिए कि तू अपनी सेक्षुयल नीड्स सॅटिस्फाइ करने के लायक है लेकिन वो तो यह भी नहीं कर सकता. तू सब जानती है तो सोच भला वो ग़लत कहाँ पर है???

आशना के दिमाग़ में अचानक आया कि वीरेंदर इस वक्त इतनी रात मैं कहाँ गया होगा. वो लड़खड़ाते कदमों से रूम में आई और वीरेंदर का नंबर. डाइयल किया. एक बेल पर ही वीरेंदर ने कॉल उठा ली. 

वीरेंदर: हेलो. 

आशना(अपने आप को नॉर्मल दिखाते हुए): मेरी ही कॉल का वेट कर रहे थे क्या जो एक ही बेल में उठा ली. 

वीरेंदर: अगर तुम कॉल नहीं भी करती तो ज़िंदगी भर तक इंतज़ार कर सकता हूँ आशना मैं तुम्हारा. आइ आम सॉरी. 

आशना: नो, यू आर नोट सॉरी बट मी. इट्स मी हू ईज़ सॉरी. आइ लव यू आंड आइ लव यू, आइ कॅन'ट शेयर माइ लव टू एनिबडी. 

वीरेंदर: क्या हो गया है तुम्हे, ग़लती मैने की और माफी तुम माँग रही हो. 

आशना: अभी कहाँ हो????

वीरेंदर: अपने कमरे मे हूँ, तुम रूको मैं अभी आ रहा हूँ. 

कुछ ही सेकेंड्स मे वीरेंदर रूम मे दाखिल होता है. आशना , वीरेंदर को देखते ही उस से चिपक गई. 

आशना: आइ आम सॉरी, मैने तुम्हे समझा नहीं. हर मोड़ पर जब तुम्हे मेरी ज़रूरत थी मैने तुम्हारा साथ नहीं दिया. मैं कभी अपने आप को माफ़ नहीं कर पाउन्गी. 

वीरेंदर ने आशना के सर पर हाथ रखेकर उसे अपने साथ सटा लिया और बोला "पगली गुड़िया, मुझे तुमसे कभी कोई शिकायत नहीं हुई और ना ही कभी होगी. 

आशना का दिमाग़ यह सुनकर एकदम शून्य मे चला गया. "पगली गुड़िया", यह नाम तो बचपन में उसे वीरेंदर ने दिया था. आशना ने झट से अपना चेहरा वीरेंदर की तरफ करके उसकी आँखो मे देखा. 

आशना: क्या कहा अभी अपने????

वीरेंदर: वोही जो मैं तुम्हे बचपन मैं कहता था. 

आशना की आँख से एक बार फिर से आँसुओ की झड़ी बहने लगी. 

आशना: तो आपको पता था के मैं.......वीरेंदर ने झट से अपना हाथ उसके होंठो पर रख दिया और बोला " कल ही पता लगा". 

आशना: आइ आम सॉरी भा..............

वीरेंदर: सस्स्शह, मैने कहा ना कि मुझे तुमसे कभी कोई शिकायत नहीं थी. हां तुमने मुझे कभी समझने की कोशिश नहीं की. 

आशना: मैं समझ गई हूँ आपको वीरेंदर, सच मे समझ गई और अब मुझे किसी और को नहीं समझना. 

वीरेंदर ने उसे अपनी बाहों मे कस लिया और बोला: मुझे भी अब किसी से कोई उम्मीद नहीं है तुम्हारे सिवा.

आशना: लेकिन यह सब आपको पता कैसे लगा???

वीरेंदर: बहुत जल्द सब बता दूँगा, मगर आज नहीं. 

आशना: आज क्यूँ नहीं???

वीरेंदर: आज मेरी एंजल के साथ मेरी पहली डेट है. 

आशना ने भी अपनी बाहें कस कर वीरेंदर के गले मे डाल दी और बोली: आपकी यह एंजल आज से "आपका हर ख़याल रखेगी".

वीरेंदर: जानता हूँ, तभी तो तुम सब कुछ छोड़ कर यहाँ आई हो. 

दोनो के जिस्म मिलने से एक बार फिर से उनके शरीर में गर्मी बढ़ने लगी. 

वीरेंदर: आज की डेट में मुझे क्या मिलेगा???

आशना: बहुत कुछ और शायद सब कुछ. 

वीरेंदर: आईला, ऐसा क्या. 

आशना: जी हां मेरे राजकुमार.

वीरेंदर: कहीं तुम्हारे दिल में कोई डर या कोई हीन भावना तो नहीं इस रिश्ते को लेकर. 

आशना: मैं तो काफ़ी दूर निकल आई हूँ इस रास्ते पर और अब लोटना नहीं चाहती.

वीरेंदर ने आशना को गोद में उठा लिया. 

आशना: उउउइ माँ. 

वीरेंदर: तो फिर चलो आज अपने उस रिश्ते को मिटाकर एक नया रिश्ता बनाए.

आशना(वीरेंदर के गले में बाहें डालते हुए): जो आप कहें मेरे पिया जी. 

वीरेंदर: ओह हो पिया जी, तो अब मत कहना कि यह क्या किया जी. 

आशना को लेकर वीरेंदर बेड पर आ गया और उसे बेड पर पटक दिया. 

आशना: ऊउच, यह क्या तरीका है वीरेंदर????

वीरेंदर: जब मॅट्रेस खरीदे थे तो सेल्समन ने गॅरेंटी दी थी कि इस पर कितना भी उछल लो, चोट नहीं आएगी, आज सोचा चेक कर ही लूँ. 

आशना: अच्छा???? तो और क्या क्या कहा था उसने???

वीरेंदर: उसने तो यह भी कहा था कि यह मट्रेस्स स्पेशल हनिमून कपल्स के लिए बनाया गया है. 

आशना: तब तो चेक करना ही पड़ेगा. 

वीरेंदर ने अपनी शर्ट उतारी और झट से बेड पर कूद पड़ा. 

वीरेंदर: वाउ, सच मैं बहुत मज़ा आता है इस पर कूदने में. 

आशना: आप आराम से कूदिए, तब तक मैं फेश होकर आती हूँ. 

वीरेंदर: ओह नो यार, ऐन मोके पर कलपद. 

आशना: आज सच मे कलपद नहीं होगा, प्रॉमिस. जस्ट गिव मी 15-20 मिनट्स प्लीज़. 

वीरेंदर: कम ऑन, युवर टाइम स्टार्ट्स नाउ, ओन्ली 20 मिनट्स. 
Reply
02-02-2019, 12:51 AM,
RE: bahan sex kahani भैया का ख़याल मैं रखूँगी
वॉश रूम आकर आशना ने अपने चेहरे की तरफ देखा, उसका चेहरा बेशक आँसू के निशान से भरा पड़ा था मगर उसकी आँखो में एक अजीब सी चमक थी. 

आशना(मन में): थॅंक्स वीरेंदर. तुमने मेरे इतने बड़े झूठ को इतनी आसानी से माफ़ कर दिया और मुझे गले भी लगा लिया. आप से ज़्यादा बढ़कर मुझे कोई प्यार नहीं कर सकता यह मैने आज जान लिया है और देखिएगा आज के बाद आपकी हर ज़रूरत का "ख़याल मैं रखूँगी भैया". इतना सोचते ही आशना के हाथ शरम से अपने आप ही उसके चेहरे पर आ गये. 
करीब 15 मिनट मे आशना फेश होकर वॉशरूम से बाहर निकली. 

वीरेंदर: वाउ, तो आग दोनो तरफ से बराबर लगी है, 5 मिनट पहले ही आ गई. 

आशना: यंग हूँ, हॉट हूँ, सेक्सी हूँ तो एक जवान मर्द के साथ कब तक नखरे दिखाती फिरुन्गि आख़िर मेरे भी तो कुछ अरमान हैं. 

वीरेंदर ने बेड से उठकर तेज़ी से आशना को पकड़ लिया और अपनी बाहों में उठा लिया. 

आशना: होप इस बार आप फिर से मॅट्रेस का टेस्ट नहीं लोगे. 

वीरेंदर: वो तो ज़रूर लूँगा लेकिन किसी और तरीके से. 

आशना और वीरेंदर की नज़रें मिली तो आशना शरमा गई और शरमा कर उसने अपना चेहरा वीरेंदर के सीने मे छुपा लिया. 

वीरेंदर: मरजावां सोणिये तेरी इस अदा ते. 

इस बार वीरेंदर ने आशना को आराम से बिस्तर पर उतारा और खुद उसकी बगल में बैठ गया.वीरेंदर: याद है तुम्हे वो बॅंगलॉर में होटेल वाली रात. 

आशना: सब याद है और यह भी याद है कि इतना अच्छा मोका होते हुए भी अपने मेरी मजबूरी का फ़ायदा नहीं उठाया. यू आर सो स्वीट. 

वीरेंदर: बस बस इतनी तारीफ मत करो कि बाद में आज की रात को लेकर भी तुम मुझे यही कहो. आज मैं तुम्हारा पूरा फ़ायदा उठाना चाहता हूँ. 

आशना: क्या फ़ायदा लोगे मेरा, मुझे भी तो पता चले?????

वीरेंदर: सबसे पहले तो "रूम की लाइट्स ऑफ कर दो प्लीज़ मुझे शरम आती है". 

आशना(हैरानी से): क्या???

वीरेंदर(मुस्कुराते हुए): तुम यह लाइन बिल्कुल नहीं बोलोगि. 

आशना(आँखे दिखाते हुए): चलो हटो बेशरम, मैं आपकी तरह नही हूँ.

वीरेंदर: आज के बाद तुम यह बात नहीं बोल सकती. 

आशना(आँखें नचाते हुए): क्यूँ???

वीरेंदर: क्यूंकी, आज से और आजके बाद, रात को कभी भी इस कमरे की लाइट ऑफ नहीं होगी. 

आशना ने धक्का देकर वीरेंदर को बेड पर लिटा दिया और बोली: तो फिर आज से आप मेरी बेशर्मी भी देख लीजिए. 

आशना, वीरेंदर के उपर लेट गई. आशना का क्रॉच एरिया ठीक वीरेंदर के क्रॉच एरिया के साथ मिला था और आशना के ब्रेस्ट सीधा वीरेंदर की छाती के उपेर. आशना को अपने क्रॉच एरिया मे वीरेंदर के लिंग की अकड़न महसूस हुई तो बोली: देखो कितने गंदे हैं, थोड़ा सा भी कंट्रोल नहीं है इन्हे. 

वीरेंदर: बस इसी चीज़ में कंट्रोल नहीं है. वैसे भी अब तुम आ गई हो तो मुझे इसे कंट्रोल में रखना भी नहीं. 

आशना ने वीरेंदर की तरफ देख कर कहा: क्या चाहिए????

वीरेंदर: सब कुछ. 

आशना: चलो आप भी क्या याद रखोगे कि शादी से पहले ही आपकी बीवी ने आपको मर्द बना दिया था. 

वीरेंदर: मतलब????

आशना: मतलब यह कि शादी से पहले आप को तो पूरा मर्द बना दूँगी लेकिन मैं औरत शादी के बाद ही बनना पसंद करूँगी. 

वीरेंदर: तो हम कल ही शादी कर लेंगे. 

आशना: कल नहीं????

वीरेंदर: तो फिर कब????

आशना: कल क्या डेट है???

वीरेंदर:13थ सेप्टेंबर. 

आशना: तो ठीक दो महीने बाद यानी 13थ नवंबर. को आप मेरे पति और मैं आपकी बीवी बनूँगी. 

वीरेंदर: दो महीने, यार तुम तो वकीलों वाली डेट डाल रही हो. 

आशना: वकील की बेटी हूँ, कुछ तो गुण होंगे ना उनके उनकी बेटी मे. 

वीरेंदर: लेकिन 13थ नवंबर. को ही क्यूँ???

आशना: क्यूंकी, उस दिन मोम-डॅड की ऐनिवर्सरी होती है. 

वीरेंदर ने आशना के जज़्बातों की कदर करते हुए खामोश रहना ही ठीक समझा. 

वीरेंदर: चलो मान लिया, लेकिन तुम मुझे आज ही कैसे मर्द बनाओगी. 

आशना ने डॉक्टर. बीना के साथ हुई सारी बातें वीरेंदर को बता दी. 

वीरेंदर: तो तुम्हे पता था कि मैं अभी तक वीर................ 

आशना(वीरेंदर के होंठो पर हाथ रखते हुए): आज के बाद नहीं रहोगे, प्रॉमिस. 

आशना ने वीरेंदर के उपर से सरक कर अपने शरीर को बिस्तर पर रखा और थोड़ा सा नीचे हो गई. 
Reply
02-02-2019, 12:51 AM,
RE: bahan sex kahani भैया का ख़याल मैं रखूँगी
आशना की नज़र वीरेंदर की पॅंट के उभरे हुए हिस्से पर पड़ी लेकिन उसके दिल मे शरम के कोई भाव नहीं आए बल्कि उसे और ज़्यादा एग्ज़ाइट्मेंट होने लगी. आशना ने अपना चेहरा वीरेंदर के पेट पर रख कर अपनी एक टाँग उठाकर वीरेंदर की टाँगो पर रख दी और धीरे से अपना हाथ वीरेंदर के लिंग की लंबाई पर फिरा दिया. वीरेंदर का पूरा बदन सिहर उठा और वहीं आशना को भी अपनी बेशर्मी पर हैरानी हुई. 

आशना(मन में): क्या हो गया है मुझे, इतनी बेशरम कब से हो गई मैं. 

वीरेंदर: क्या हुआ?? क्या सोचने लगी????

आशना ने " ना" मे गर्दन हिला कर कुछ नहीं का इशारा किया. 

वीरेंदर: गो अहेड, यह काट ता नहीं. 

आशना(सर उठा कर वीरेंदर की तरफ देख कर): तो क्या करता है यह???

वीरेंदर(मुस्कुरा कर): सिर्फ़ फाड़ता है. 

आशना ने झूठा गुस्सा दिखाते हुए वीरेंदर की कमर पर एक मुक्का मार दिया. 

वीरेंदर: सच तो सच है, मानो या ना मानो. 

आशना: बोल तो ऐसे रहे हैं जैसे पता नहीं कितनो की फाड़ चुके हैं. 

वीरेंदर: एक ही फट जाए इस से तो यह उसी मे खुश है. कोई वर्ल्ड रेकॉर्ड नहीं बनाना इसे. 

आशना(शरम और झूठे गुस्से के मिले झूले भाव से): आप चुप करोगे या नहीं??

वीरेंदर: मुझे चुप करवाना है तो आ जाओ मेरे उपेर. 

आशना: प्लीज़ वीरेंदर मुझे रुसवा मत करो. 

वीरेंदर: अरे यार आज नहीं तो कल यह सब तो होना ही है. 

आशना: प्रॉमिस, वक्त आने पर आपका पूरा साथ दूँगी बस धीरे धीरे मुझे थोड़ा खुलने तो दीजिए. 

वीरेंदर भी आशना की उलझन समझता था, वो खामोश रहा.आशना ने हिम्मत करके वीरेंदर की बेल्ट खोली और फिर पॅंट की हुक खोलकर ज़िप नीचे खिसका दी. वीरेंदर ने गहरी साँसे लेना शुरू कर दिया. आशना ने पॅंट का एक सिरा पकड़ कर नीचे खिसकाई तो वीरेंदर ने अपनी कमर उठा कर उसकी मदद की. आशना ने उठकर पॅंट वीरेंदर की टाँगो से निकाल कर दूर फैंक दी. 

वीरेंदर: वाउ, यू आर लुकिंग हॉट आशना बाइ डूयिंग दिस. 

आशना(नज़रें झुका कर): सब आपके प्यार का असर है. 

वीरेंदर: ज़रा एक बार मेरी तरफ देखो तो. 

आशना ने नज़रें उठाकर वीरेंदर की तरफ देखा. 

वीरेंदर: सॉरी अगर मैं तुम्हे फोर्स कर रहा हूँ तो. 

आशना: यू डिज़र्व दट वीरेंदर आंड आइ रियली डिज़ाइर इट, माइंड इट. 

वीरेंदर: ओह माइ गॉड, आज तो तुम मुझे पागल बना कर ही छोड़ोगी. 

आशना(वीरेंदर की नज़रों में देख कर): उूहून, पागल तो कब से हैं हम दोनो एक दूसरे के लिए, आज आपको बस मर्द बनाकर छोड़ दूँगी. 

वीरेंदर: तो तुम्हे क्या लगता है कि मैं मर्द नहीं हूँ???

आशना: अभी देख लेती हूँ कि आप किस तरह के मर्द हो. 

वीरेंदर ने अपनी टाँगे खोली और आशना को उनके बीच बैठने का इशारा किया. आशना शरमाती हुई मुस्कुराती वीरेंदर की टाँगो के बीच बैठ गई. आशना की नज़र वीरेंदर की जॉकी पर थी जो कि एक बड़े से टेंट का रूप ले चुकी थी. वीरेंदर ने अपनी कमर हवा मे उठाई तो आशना ने वीरेंदर की तरफ देखा. वीरेंदर ने इशारे से उसे जॉकी उतारने को कहा. 

आशना: आप आराम से लेटे रहिए, मुझे जो करना है मैं खुद कर लूँगी. आइ डॉन'ट वॉंट गाइडेन्स. 

वीरेंदर: ऐसा क्या??? तुम तो ऐसे कह रही हो कि जैसे पता नहीं कितना एक्सपीरियेन्स हो. 

आशना: कभी किया नहीं तो क्या, देखा तो बहुत बार है. 

वीरेंदर: हां जानता हूँ तुम्हारी वो हॉस्टिल वाली गंदी फ़िल्मे. 

आशना: अब वो फ़िल्मे गंदी नहीं रही. 

वीरेंदर: अच्छा तो अब क्या कहूँ उन फिल्मों को????

आशना: प्लेष्रबल आक्ट. 

वीरेंदर(सर उठाकर आशना की तरफ देखता है): विल यू प्लीज़ गिव मी दा प्लेषर. 

आशना: आइ विल आंड फॉरेवर आइ आम रेडी टू प्लीज़ यू माइ लव. 

वीरेंदर(तकिये पर सर पटक कर): आह, लगता है यह साला आज ऐसे ही फट जाएगा. 

आशना: माइंड युवर लॅंग्वेज, खबरदार आज के बाद अगर इसे गाली दी तो यह कहकर आशना ने अपना हाथ हल्का सा वीरेंदर के टेंट पर फिरा दिया. 

वीरेंदर: आहह सस्सिईईईईईईईई. वाउ, सिल्की टच. 

आशना: दिस ईज़ वेरी प्रेशियस टू मी, आइ विल हॅंडल इट वित केयर. 

वीरेंदर: ओह, आशना आइ लव यू. 

आशना: आइ लव यू टू बट नाउ टुडे ईज़ हिज़ टर्न टू गेट माइ लव. 

वीरेंदर: तुम मुझे अपनी बातों से ही क्लाइमॅक्स करवा दोगि यार. 

आशना: सबर करो, कंट्रोल करना सीखो. डॉन'ट स्पिल हियर आंड देयर, ट्राइ टू होल्ड ऑन. 

वीरेंदर: येस मॅम, आइ विल ट्राइ टू होल्ड ऑन. 

आशना: गुड बॉय. जस्ट रिलॅक्स आंड टेक ईज़ी आंड लोंग ब्रेत. आशना ने अपने हाथो से जॉकी का एलास्टिक पकड़ा और उसे धीरे धीरे नीचे खिसकाना शुरू कर दिया.जॉकी जैसे ही सुपाडे की स्टार्टिंग तक पहुँची, आशना ने शरारत भरी नज़रो से वीरेंदर को देखा. वीरेंदर सर उठाकर आशना को देख रहा था और उसकी साँस रुकी हुई थी.

आशना(डाँटते हुए): आइ सेड टेक डीप ब्रेत. 

वीरेंदर ने अपने सिर को तकिये पर दे मारा और लंबी लंबी साँस लेने लगा. आशना ने अपनी नज़र को वीरेंदर के लिंग पर रखते हुए जॉकी को नीचे करना शुरू किया. शुपाडा बाहर निकलते ही आशना के दिल में एक हूंक उठी और उसकी आँखें नशे और लज़्ज़त में बंद होने लगी. उसने कंट्रोल करके जॉकी को नीचे खिसकाना जारी रखा. जैसे जैसे इंच बाइ इंच जॉकी नीचे आती रही, आशना के दिल की धड़कन बढ़ती रही. आशना ने डर और शरम के बावजूद आँखें खोली तो सामने का नज़ारा देख कर उसकी आँखें फैल गई और हाथ अपने आप मुँह पर आ गये जैसे वो अपनी ही चीख को रोकना चाहती हो. 
Reply
02-02-2019, 12:51 AM,
RE: bahan sex kahani भैया का ख़याल मैं रखूँगी
वीरेंदर का आधे से ज़्यादा लिंग आशना की नज़रों के सामने था. उसका विकराल रूप देखकर आशना का बुरा हाल था. उसकी आँखो में डर सॉफ देखा जा सकता था. 

वीरेंदर(हंसते हुए): क्या हुआ???? डर क्यूँ गई????

आशना को तो मानो काटो तो खून नहीं, बुत(स्टॅच्यू) बनी वो वीरेंदर के लिंग को देखती रही. वीरेंदर ने खुद ही अपने हाथो से जॉकी उतार कर फैंक दी और आशना के सामने टाँगे फैलाए अपने लिंग के खुले दर्शन करवाने लगा. आशना के दिल की धड़कन इतने ज़ोर से चलने लगी कि आशना को लगा के वो अभी बेहोश हो जाएगी. वीरेंदर ने अपने हाथ से उसे झिंजोड़ा तो आशना होश मे आई. कभी वो वीरेंदर के चेहरे को तो कभी उस विकराल लिंग को देखती. 

वीरेंदर: क्या हुआ???तुम्हारे वो सो कॉल्ड"प्लेष्रबल आक्ट" मैं तुमने इसे नहीं देखा क्या????

आशना: माइ गॉड वीरेंदर इट ईज़ ह्यूज. आइ, आइ, आइ मीन, इट दिस रियल??????

वीरेंदर: 100% रियल आंड ईज़ दा ओन्ली वन यू हॅव टू प्लीज़ फॉर दा होल लाइफ.वैसे तुम्हे पसंद तो है ना????

आशना(अभी भी हैरानी से): पसंद??? अरे यह तो मेरी जान ही निकाल देगा. 

वीरेंदर: बस पहली बार थोड़ा तड़पोगी. उसके बाद तुम गपा गॅप इसे रोज़ अपने अंदर लोगि.

आशना: धात्ट!! आप कितने बेशरम हो ना, इस तरह से कोई किसी लड़की से बात करता है क्या???. 

वीरेंदर: आज इस बात का जवाब भी दूँगा तुमको. 

आशना हैरानी से विरेदर की तरफ देखने लगी. 

वीरेंदर: हमेशा यही कहती हो ना कि मैं लोफर हूँ और बहुत बेशरम हूँ. 

आशना: हां, कोई शक???

वीरेंदर: तो फिर तुम तो मुझसे भी बड़ी बेशरम निकली. 

आशना: क्या मतलब है आपका???

वीरेंदर: मुझे तो कल ही पता चला तुम्हारे बारे में लेकिन तुम तो पहले से जानती थी ना. 

आशना, वीरेंदर की बात सुनकर एकदम चुप हो जाती है और उसके चेहरे के भाव बदलने लगते हैं. 

वीरेंदर को लगा कि शायद उसने कुछ ग़लत बोल दिया है. आशना को चुप चाप देखकर वीरेंदर परेशान हो उठा. वो समझ सकता था कि आशना के दिमाग़ में इस वक्त क्या चल रहा होगा. 

वीरेंदर: आइ आम सॉरी, आइ वाज़ जस्ट जोकिंग. 

आशना(नज़रें झुकाए): नो भैया, इट्स ओके. 

इतना सुनते ही वीरेंदर का शरीर ठंडा पड़ने लगा. आशना के मुँह से "भैया" शब्द सुनकर वीरेंदर की आँखो के आगे अंधेरा छाने लगा. 

वीरेंदर: आइ हर्ट यू न मी "पगली गुड़िया" और यह कहकर वीरेंदर उठ कर बैठ गया. 

आशना अभी भी उसकी टाँगो के बीच बैठी हुई थी. वीरेंदर ने आशना को पकड़ कर अपनी तरफ खींचा तो आशना कटी पतंग की तरह उसके सीने से जा चिपकी. 

वीरेंदर: आइ आम सॉरी, आइ डॉन'ट वान्ट टू हर्ट यू. आइ वाज़ जस्ट जोकिंग. 

आशना: आइ आम नोट हर्ट वीरेंदर. इस मानसिक स्थिति से तो मैं कब की काफ़ी उपर निकल आई हूँ. 

वीरेंदर: क्या मतलब????

आशना: भैया मैं जानती थी कि एक ना एक दिन यह सब आपके सामने आ ही जाएगा, मुझे इस बात का हमेशा डर लगा रहता था कि आप शायद मुझे समझ नहीं पाएँगे. मेरे लिए सबसे बड़ी मुश्किल यही थी कि मैं खुद आपको कैसे यह सब बता पाउन्गी. 

वीरेंदर: चलो अच्छा है यह सब मुझे खुद ही पता चल गया. 

आशना: लेकिन कैसे???

वीरेंदर: वक्त आने पर सब बता दूँगा, बस किसी को भी पता नहीं लगना चाहिए कि तुम्हारी सच्चाई क्या है और मैं इस बारे मैं सब जान गया हूँ. और एक बात रागिनी से तुम कल भी उसी तरह बात करोगी जैसे कि अभी तक करती आई हो. 

आशना: उस बिच को तो मैं छोड़ूँगी नहीं. 

वीरेंदर: वाह एयिर्हसटेस्स को गुस्सा भी आता है?????

आशना: मेरे हक को कोई और छीनने की कोशिश भी करेगा तो मैं उसे, मैं उसे........ 

वीरेंदर: क्या करोगी????? 

आशना: उसे प्लेन से नीचे फैंक दूँगी. 

वीरेंदर: आआहहहहाहा, यह हुई ना एयिर्हसटेस्स वाली बात. 

आशना: वीरेंदर आप हंस रहे हैं????? आप नहीं जानते मैं उस से कितनी नफ़रत करने लगी हूँ. 

वीरेंदर: और मुझसे????

आशना(सेन्सिटिव होते हुए): आपसे अब तक तो नफ़रत ही की है वीरेंदर, अब सिर्फ़ प्यार करना है. 

वीरेंदर ने आशना को सीने से चिपका लिया. 

दो प्रेमी एक दूसरे की बाहों में आकर सुकून महसूस कर रहे थे. 

वीरेंदर: अच्छा अब सबसे पहले यह बताओ कि हमारे पुराने रिश्ते के बारे मे कॉन कॉन जानता है???

आशना: सबसे पहले बीना जी जानती थी मगर अब वो इस दुनिया में रही नहीं. 

बीना का नाम सुनते ही वीरेंदर किसी गहरी सोच में डूब गया. 

आशना: मेरी फ्रेंड प्रिया भी जानती है कि आप ही मेरे वीरेंदर भैया हैं. 

वीरेंदर(चौंकते हुए): क्या??????. 

आशना: डॉन'ट वरी, मैं उसे कभी नहीं बताउन्गी कि हम ने शादी कर ली है. 

वीरेंदर(आशना को चिडाने के लिए): शादी???? तो क्या तुम मुझसे शादी करने वाली हो???

आशना: तो आपको क्या लगता है कि आपसे शादी किए बिना ही मैं इस नाग (वीरेंदर के लिंग की तरफ इशारा करते हुए) को दूध पिलाउन्गी. 

यह कहते ही आशना ने वीरेंदर को धक्का देकर बेड पर लिटा दिया और बोली: अब कोई बात नहीं करेगा. बिल्कुल खामोशी चाहिए मुझे अब. बाकी की सारी बातें एक छोटे से "प्लेष्रबल आक्ट" के बाद. वीरेंदर ने मुस्कुराते हुए अपनी आँखे बंद कर ली और अपने शरीर को ढीला छोड़ दिया.
Reply
02-02-2019, 12:52 AM,
RE: bahan sex kahani भैया का ख़याल मैं रखूँगी
आशना वीरेंदर की टाँगो के बीच उकड़ू बैठ गई. वीरेंदर का लिंग इस समय अपने पूरे शबाब मे खड़ा छत को घूर रहा था. 

आशना: देखो कितना घना जंगल उगाया है, सफाई नहीं करते क्या???

वीरेंदर: क्या मुझे बोलने का हक है मेम साहिब?????

आशना: नो, बिल्कुल नहीं. तुम चुपचाप लेटे रहो. 

वीरेंदर: मुझे लगता है आज मेमसाहिब मेरी ले कर ही रहेंगी.

आशना ने यह सुनते ही प्यार से वीरेंदर की जाँघ पर एक चपत लगा दी और बोली: बिल्कुल चुप. 

वीरेंदर: तो मेरे होंठो पर कुछ ऐसी चीज़ रख दो कि मैं बोल ही ना पाऊ. 

वीरेंदर का इशारा समझते ही आशना का चेहरा शरम से लाल हो उठा.

आशना: आप की चालाकी सब समझती हूँ मैं बट आपकी यह इच्छा आज पूरी नहीं हो सकती. 

वीरेंदर: तो फिर कब????

आशना: आपकी अर्ज़ी लगा दी है, देखो कब मंज़ूर होती है. 

वीरेंदर: बड़ी खड़ूस बॉस मिली है मुझे, जब ज़रूरत हो तब कोई चीज़ इश्यू ही नहीं करती और अगर कहीं बाहर मुँह मारो तो फिर अपने ही रूम से बाहर भी निकला देती है. 

आशना(एकदम गुस्से से): आज के बाद कहीं बाहर मुँह मार के दिखाना, मुँह काला करके घर से बाहर निकाल दूँगी, समझे. 

वीरेंदर: कॉन साला पागल होगा जो तुम जैसे हीरे को छोड़ कर बाहर नकली मोती खरीदेगा. 

आशना: तो फिर चुप चाप लेटे रहो और अपने इस हीरे का कमाल देखते जाओ.

वीरेंदर: ऐसा क्या????

आशना ने झुक कर वीरेंदर के टेस्टेस के पास एक गरम साँस छोड़ी तो वीरेंदर का जिस्म सिहर उठा. 

वीरेंदर: आह उूउउफ़फ्फ़ आशना तुमने मुझे पागल कर दिया है. 

आशना: श्ह्ह्ह्ह्ह्ह.
आशना ने वीरेंदर के सुपाडे के बिल्कुल करीब अपने नॅचुरल पिंक होंठ रख दिए. वीरेंदर के दिल की धड़कन तेज़ हो गई. आशना ने वीरेंदर की तरफ नज़र उठाकर देखा. वीरेंदर ने आँख के इशारे से उसे आगे बढ़ने को कहा. आशना ने अपने होंठ वीरेंदर के सुपाडे के और करीब कर दिए. आशना की गरम साँसें वीरेंदर के सुपाडे से टकरा रही थी और वीरेंदर के लिंग की गर्माहट आशना अपने चेहरे पर महसूस कर रही थी. 

वीरेंदर(धीमे से): कम ऑन,आशना सक मी ऑफ.


आशना ने अपनी आँखें बंद की और अपने होंठ खोल दिए. वीरेंदर को लगा कि वो गाड़ी आ गई. वीरेंदर की आँखें अपने आप ही बंद हो गयी. थोड़ी देर तक आशना ने कोई हरकत नहीं की. वीरेंदर के लिए एक पल भी एक साल के बराबर हो रहा था. वीरेंदर अपनी आँखें खोलकर देखने ही वाला था कि उसे अपने सुपाडे पर कुछ गरम सा गीलापन महसूस हुआ. वीरेंदर के गले से एक आह निकली.वीरेंदर के सुपाडे का गीलापन फिसलते हुए लिंग की सारी लंबाई पर फैलने लगा. वीरेंदर को यह एहसास रोमांचित कर गया. 

वीरेंदर समझ नहीं पा रहा था की यह एहसास कैसा है.हालाँकि गीलेपन के अलावा उसे आशना की सांसो की गर्मी भी अपने सुपाडे पर महसूस हो रही थी मगर वो यह नहीं समझ पा रहा था कि उसके सुपाडे से लेकर लिंग की लंबाई पर यह गीला सा क्या है. 

अभी वो अपने ख़यालो मे खोया हुआ ही था कि उसे अपने सुपाडे पर फिर से गीलेपन का आभास हुआ. इस बार वीरेंदर ने अपनी आँखें खोली तो देखा कि आशना के होंठ अभी भी वीरेंदर के सुपाडे से काफ़ी दूर हैं और आशना अपने मुँह से थूक उसके सुपाडे पर फैंक रही है. आशना की यह हरकत वीरेंदर को और जोश से भर गयी. 

आशना इतनी वाइल्ड होगी उसने यह सोचा भी ना था. आशण एकटक वीरेंदर के लिंग की तरफ देखे जा रही थी. उसे मालूम भी नहीं हुआ कि वीरेंदर आँखें खोलकर उसे देख रहा है. आशना की आँखें अभी भी वीरेंदर के लिंग पर गढ़ी हुई थी. वीरेंदर ने धीरे से आँखें बंद की और बोला: यआः आशना, येआः कम ऑन. यू आर सच आ टीज़ बेबी. सक माइ कॉक आंड गिव मी व्हाट आइ वान्ट.

आशना ने वीरेंदर के लिंग को जड के इर्द गिर्द अपनी उंगलियों से पकड़ लिया. आशना के ठंडे कोमल हाथ वीरेंदर के लिंग पर पड़ते ही दोनो के जिस्म मे झुरजुरी दौड़ गई. वीरेंदर के लिंग को छुने मात्र से ही आशना चरमोत्कर्ष पर पहुँच गयी और आशना की योनि ने वीरेंदर के संपर्क मे आकर अपना पहला स्खलन कर दिया. कुछ देर तक आशना हवा मे गोते खाती रही और जब वो चरमोत्कर्ष भोगकर ज़मीन पर वापिस आई तो उसने आँखें खोलकर वीरेंदर की तरफ देखा. 

वीरेंदर भी आँखें खोले उसी की तरफ देख रहा था. आशना का गुलाबी चेहरा और सुर्ख हो गया और आशना की आँखो मे तैरते गुलाबी डोरे देख कर वीरेंदर भी आशना की हालत समझ गया. 

वीरेंदर: हो गया????

आशना ने वीरेंदर की आँखो मे देखते हुए शरमा कर हां में गर्दन हिलाई. 

वीरेंदर: इतनी जल्दी?????

आशना शरमा दी और उसकी नज़रें अनायास ही झुक गई.

वीरेंदर: अब मेरा क्या होगा??

आशना ने वीरेंदर के लिंग पेर उंगलियों से दबाव बनाया तो वीरेंदर सिसक उठा. 

आशना(मदहोशी में): क्लोज़ युवर आइज़ माइ लव. 

वीरेंदर: आइ वाना सी. 

आशना: प्लीज़ीयी. 

वीरेंदर: आइ वान्ट टू सी युवर पिंक लिप्स अराउंड माइ बिग कॉक, प्लीज़ माइ एंजल. 

आशना ने दूसरे हाथ से वीरेंदर की टेस्ट्स को हल्के से सहलाया तो वीरेंदर के गले से शब्द निकलना बंद हो गये. उसका बदन थिरका और गले से बस इतना ही निकल पाया "आआआहह ऊऊऊफफफफफफफफफ्फ़". 

आशना मुस्कुराने लगी. 

वीरेंदर: व्हाट ईज़ तीस????

आशना: जस्ट कन्सोलिंग देम नोट टू वरी, आइ आम हियर. 

वीरेंदर: आहह, मुझे लगता है तुम मुझे ऐसे ही क्लाइमॅक्स करवा दोगि. 

आशना: बिल्कुल नहीं, आपको रुकना होगा मेरी खातिर, कंट्रोल करना होगा, आइ रियली वाना ब्लो यू. 

वीरेंदर ने आँखे बंद की और बोला : ओह माइ गोद, यह लड़की तो सच मैं मेरी जा........................
Reply
02-02-2019, 12:52 AM,
RE: bahan sex kahani भैया का ख़याल मैं रखूँगी
इस से पहले के वीरेंदर अपना सेंटेन्स पूरा कर पाता, वीरेंदर के सुपाडे से निकलता प्रेकुं आशना ने अपनी जीभ से चाट लिया. 

वीरेंदर: उूवूऊऊओ. 

वीरेंदर की कमर एक दम हवा मे उछल गई. 

वीरेंदर ने जैसे ही अपनी आँखें खोली, आशना: जस्ट लुक अट मी. 

यह कहते ही आशना ने वीरेंदर के गर्म सुपाडे को अपने नाज़ुक गुलाबी होंठो मे क़ैद कर लिया. 

वीरेंदर: आहह एसस्स्स्स्स्स्स्सस्स. सक मी बाबययययी. 

आशना ने सुपाडे पर होंठ कस कर वीरेंदर की तरफ नज़रें उठाकर देखा. 

वीरेंदर: लुकिंग गॉर्जियस बेबी. यू आर आब्सोल्यूट्ली स्टन्निंग, लुक हाउ युवर नॅचुरल पिंक लिप्स आर क्लोस्ड अराउंड माइ फॅट कॉक. 

आशना के गले से बस उउन्न्नहूऊन्न्ह की आवाज़ निकल रही थी. वीरेंदर की आँखो मे देखते देखते ही आशना ने अपने हाथ को वीरेंदर की गोलियों पर फिरना शुरू कर दिया. 

वीरेंदर: आअहह होल्ड ऑन सेक्सी लेडी, नहीं तो सारा रस तुम्हारे मुँह मे ही गिर जाएगा. 

आशना ने झट से वीरेंदर के सुपाडे को मुँह से बाहर निकाला और बोली: नहीं ना वीरेंदर, प्लीज़ मुँह में मत करना. 

वीरेंदर: आज जो मैं कहूँगा वो तुम्हे करना ही पड़ेगा. 

आशना: अच्छा जी, कोई ज़बरदस्ती है क्या????

वीरेंदर: प्यार से हर चीज़ मिल जाएगी तो फिर ज़बरदस्ती की क्या ज़रूरत है. 

आशना, वीरेंदर की बात सुनकर बस मुस्कुरा दी. 


आशना: पूरी की पूरी आपके लिए ही हूँ, बस प्यार से धीरे धीरे खाइए. आपके लिए ही संभाल कर रखा है सब और ये कहते ही आशना ने वीरेंदर के सुपाडे को मुँह मे लेकर उस पर जीभ चलाना शुरू कर दिया. 

वीरेंदर एक बार फिर से सातवें आसमान पर उड़ने लगा. धीरे धीरे आशना ने वीरेंदर के लिंग को अपने मुँह मे समाना शुरू कर दिया. करीब 3" लिंग मुँह में उतारने के बाद आशना ने अपनी जीभ चारो तरफ चलाना शुरू कर दी. 

वीरेंदर: धीरे आह, दर्द हो रहा है. 

आशना ने वीरेंदर की आँखो में देख कर उसे बेफिकर रहने का इशारा किया. आशना जानती थी कि इस से आगे वीरेंदर के सुपाडे की चमड़ी नहीं हटेगी.आशना धीरे धीरे अपना मुँह उपर नीचे करती हुई वीरेंदर को ब्लो जॉब देने लगी. बीच बीच मे वो अपनी जीभ का कमाल भी दिखाती और कभी कभी वीरेंदर की गोलियों को उंगलियों मे पकड़ कर मरोड़ देती. वीरेंदर स्खलन के करीब पहुँचने वाला था. 

उसने आशना को आगाह करने के लिए आशना के सर पर धीरे से हाथ मारा. आशना ने वीरेंदर की तरफ नज़र उठाकर देखा. 

वीरेंदर: आहाआहह, आइ विल बी कमिंग इन एनी मोमेंट आहह, यू कॅन टेक इट आउट. आशना ने इशारे से हां कहा और वीरेंदर के लिंग को हाथ से जड के पास कस कर पकड़ लिया. वीरेंदर के लिंग मे उबाल बढ़ गया मगर आशना अभी भी पूरी शिद्दत से लिंग को चूसने मे लगी थी. 

वीरेंदर: आहह आशना आइ आम कमिंग अयाया. 

जैसे ही वीरेंदर के रस की पहली धार आशना के मुँह मे गिरी आशना ने झट से अपने हाथों और मुँह से वीरेंदर के लिंग पर नीचे की तरफ दबाव बढ़ाया और वीरेंदर की "कुमार झिल्ली" का टांका टूट गया. वीरेंदर एक दम कराह उठा. कमरे में वीरेंदर के करहने के अलावा आशना के गले से निकल रहा "उउल्प, उउल्प,उउल्प" का मधुर संगीत गूँज उठा.

आशना ने 4.5" तक लिंग निगल कर वीरेंदर के रस को पीना शुरू कर दिया. वीर्य इतनी मात्रा मे था कि कुछ वीर्य आशना के होंठो के साइड से निकल कर बिस्तर और वीरेंदर की जाँघो के आस पास गिर गया. वीरेंदर के लिंग से निकली एक एक बूँद को पीने के बाद आशना ने वीरेंदर के लिंग को मुँह से निकाला और एक तरफ को लूड़क गयी. वीरेंदर का लिंग भी संतुष्ट होकर एक साइड को लूड़क गया. 

दोनो मे से किसी को भी कोई होश ना रहा. दोनो ही अपनी अपनी साँसें संभालने मे लगे थे. करीब 5 मिनट के बाद वीरेंदर को अपने लिंग में हो रही पीड़ा का एहसास हुआ. 

वीरेंदर(कराहते हुए): आशना. 

आशना: जी. 

वीरेंदर: तुमने मुझे वहाँ पर काट लिया क्या???

आशना ने फॉरन सर उठाकर सवालिया नज़रों से वीरेंदर की तरफ देखा. वीरेंदर की नज़र जब आशना के चेहरे पर पड़ी तो वो एक दम से उठ कर बैठ गया. 

वीरेंदर: यह यह तुम्हारे होंठो पर खून कैसा, तुम ठीक तो हो????

आशना, वीरेंदर की बात सुनकर शरमा गयी और अपने होंठो पर उंगली फिरा कर देखने लगी. 

आशना की नज़र वीरेंदर के लिंग पर पड़ी तो वो एक दम डर गयी लेकिन फिर जल्दी ही संभाल कर बोली: "कोंग्रथस मिस्टर. वीरेंदर". 

वीरेंदर हैरानी से आशना को देखने लगा. 

आशना: यू आर ए मॅन नाउ हू कॅन प्लीज़ आ वुमन. 

वीरेंदर: व्हाट डू यू मीन????

आशना: यू लॉस्ट युवर वर्जिनिटी टू मी मिस्टर. शर्मा. 

वीरेंदर की नज़र अपने लिंग पर पड़ी तो बोला: यू मीन, यह खून मेरी वर्जिनिटी का है???

आशना: यॅ एग्ज़ॅक्ट्ली, ओरल कॅविटी डज़'ट कंटेन्स एनी वर्जिनिटी सील. सो, इट मस्ट बी युवर्ज़. 

वीरेंदर ने आशना को अपने से चिपका लिया. 

वीरेंदर: ओह आशना, थॅंक यू फॉर एवेरितिंग, यू डॉन'ट नो हाउ मच थॅंकफुल आइ आम टू यू. 

आशना: यह तो मुझे एक दिन करना ही था वरना सारी ज़िंदगी आप तो मुझे बस सज़ा कर ही रखते और यह कहकर आशना ने अपना चेहरा वीरेंदर की छाती मे छुपा दिया. 

वीरेंदर: लेकिन उस वक्त तो इतना दर्द नहीं हुआ मगर अब बहुत ज़्यादा दर्द हो रहा है. 

आशना: उस वक्त आप जोश मे थे जनाब और अब आपका खून ठंडा जो पड़ गया है तभी इतनी पेन फील हो रही है. डॉन'ट वरी, एवेरितिंग विल बी ओके वेरी सून. 

वीरेंदर: थॅंक्स आशना. 

आशना: माइ प्लेषर. 

वीरेंदर: नाउ आइ आम फुल्ली एबल टू गिव यू प्लेषर. 

आशना: यू बेट????ओन्ली यू कॅन. 
Reply
02-02-2019, 12:52 AM,
RE: bahan sex kahani भैया का ख़याल मैं रखूँगी
वीरेंदर, बिस्तर पर पीठ के बल लेट गया और आशना भी वीरेंदर की बगल में वीरेंदर की छाती पर सर रखकर लेट गयी. आशना ने धीरे से अपना हाथ वीरेंदर के मुरझाए हुए लिंग पर रख दिया. 

वीरेंदर: आह, अब कोई शरारत मत करना, नहीं तो बहुत दर्द करेगा. 

आशना: डॉन'ट वरी, आइ विल टेक केयर ऑफ दट. 

यह कहकर आशना,बेड से उठी और अपने बॅग से एक पेन किल्लर निकाल कर उसे खाने को दे दी. 

वीरेंदर: यह क्या है???

आशना: पेन किल्लर है, सुबह तक दर्द में काफ़ी आराम मिल जाएगा. 

वीरेंदर: तुम तो पूरी तैयारी से आई थी. 

आशना: हां, यह पेन किल्लर मैं अपने लिए लाई थी मगर यहाँ तो सारा खेल ही उल्टा हो गया. 

वीरेंदर: तेरी तो!! और जैसे ही आशना को पकड़ने के लिए बेड से उठने लगा, दर्द से दोहरा होते हुए वो दोबारा बेड पर गिर गया. 

आशना उसकी हालत देखकर हँसने लगी और बोली: मॅन यू जस्ट लॉस्ट युवर वर्जिनिटी, यू मस्ट टेक रेस्ट फॉर सम टाइम, अदरवाइज़, इट विल पेन आ लॉट. 

वीरेंदर: बस कुछ दिन रुक जा, पेन किसे कहते हैं सब पता लग जाएगा. 

आशना, वीरेंदर के पास बेड पर बैठ जाती है और वीरेंदर की आँखो में देख कर बोलती है"आप के लिए कुछ भी करूँगी और कुछ भी सहूंगी वीरेंदर", आइ लव यू. 

आशना ने वीरेंदर को पीछे धकेल कर लिटा दिया और खुद उस से चिपक कर लाइट गयी. 

आशना: चलो अब सो जाओ, गुड नाइट. 

वीरेंदर: मुझे तो नींद आ जाएगी मगर क्या तुम सो पाओगी. 

आशना: आपका मेरे बारे मे इतना सोचना ही बहुत है, आइ विल मॅनेज. 

सच तो यह था कि आशना का बदन जल रहा था पुरूष मिलन के लिए मगर वो अपने पहले मिलन को यादगार बनाना चाहती थी. थोड़ी ही देर मे आशना नींद की आगोश मे चली गयी मगर वीरेंदर की आँखो से नींद कोसो दूर थी.

वो सब घटनाओ को जोड़ने की कोशिश कर रहा था. कुछ तो ऐसा था जो उसके दिमाग़ मे चल रही कड़ियों को एक साथ जोड़ता था. उसके पास वक्त बहुत कम था और उसे इस बारे में बहुत कुछ करना था लेकिन वो आशना को इन सब परेशानियों से दूर रखना चाहता था. उसे पता लग चुका था कि आशना और वो दोनो ही एक साजिश का शिकार हुए हैं. वो किसी भी हाल में आशना के साथ बने रिश्ते से पीछे नहीं हटना चाहता था मगर वो यह भी नहीं समझ पा रहा था कि आशना को अपना बनाए रखने के लिए उसे क्या क्या करना होगा. वो आशना को बहुत चाहने लगा था और यह भी जानता था कि आशना भी उस से दूर नहीं रह पाएगी. 

काफ़ी देर तक अपने दिमाग़ पर ज़ोर डालने के बाद वीरेंदर ने एक सेफ प्लान पर काम करने का मन बनाया और आशना को आगोश मे लेकर सोने की कोशिश करने लगा. वीरेंदर के आगोश में आते ही आशना थोड़ा सा कसमसाई और फिर चैन से उसकी बाज़ू पर सर रखकर सो गई. आशना के मासूम चेहरे को देखते देखते वीरेंदर भी सपनों की दुनिया में खो गया.
अगले दिन:

आज शरमा निवास में निवास कर रही दोनो लड़कियों के चेहरे खिले हुए थे. उनके चहरे देख कर लग रहा था कि उन्हे दुनिया की सबसे कीमती चीज़ मिल गयी हो. जहाँ रागिनी, बिहारी से पूरी रात चुद कर खिली हुई थी वहीं आशना, वीरेंदर के साथ कुछ अंतरंग पल बिताकर गुलाब की तरह खिली हुई थी. सनडे की सुबह सुबह दोनो चहक रही थी. 

वहीं बिहारी और वीरेंदर अभी तक अपने अपने रूम में सो रहे थे. आशना सुबह अपने कमरे में जाकर नहा धोकर तैयार हो चुकी थी. वो वीरेंदर के लिए नाश्ता बनाने नीचे किचन मे आई तो रागिनी भी ठीक उसी वक्त अपने कमरे से तैयार होकर निकली. रागिनी(आशना को देखते हुए): गुड मॉर्निंग दीदी.

आशना ने झूठी हँसी चेहरे पर लाते हुए रागिनी को विश किया. रागिनी ने देखा कि आशना का चेहरे काफ़ी खिला हुआ है लेकिन उसकी चाल देख कर वो समझ गयी कि आशना अभी तक वीरेंदर से चुदि नहीं है. आशना रागिनी को अवाय्ड कर नाश्ता बनाने लगी.
रागिनी: दीदी रात कैसी रही????

रागिनी का सवाल सुनकर आशना का पारा एक दम चढ़ गया मगर अपने गुस्से पर काबू पाकर और फिर मुस्कुरा कर आशना बोली. 

आशना: माइंड ब्लोयिंग. मैं कल की रात ज़िंदगी भर नहीं भूल पाउन्गी. 

रागिनी(मन में): कैसी लड़की है, अपने भाई के साथ एक ही कमरे में रात गुज़ार कर इतनी खुश है जैसे इसे दुनिया की सबसे बड़ी खुशी मिल गयी हो. 

(बिहारी ने रागिनी को यही बताया था कि आशना उसकी (बिहारी) की मौसेरी बेहन है, जबकि रागिनी को यही लगता है कि वीरेंदर ही उसका भाई है)

रागिनी: क्या किया सर ने आपके साथ???

आशना(शर्मकार): तू बहुत शैतान हो गई है रागिनी, चल जल्दी से नाश्ता बनाने में मेरी मदद कर. 

आशना ने बात को टालना चाहा मगर रागिनी भला सच जाने बिना कहाँ मानने वाली थी. 

रागिनी: यह क्या बात हुई दीदी, मैने आपको अपने बारे मे सब सच सच बता दिया और आप मुझसे ही छुपा रही हैं. 

आशना: मैं कुछ नहीं छुपा रही हूँ. हां मैं उनके साथ उनके रूम में थी मगर मैने उन्हे कुछ भी करने नहीं दिया. 

इतना सुनते ही रागिनी का दिल एक दम बल्लियों उछल्ने लगा. वो जानती थी कि फ्रस्ट्रेशन में वीरेंदर उसके पास ज़रूर आएगा. 

रागिनी: लेकिन ऐसा क्यूँ दीदी???आप तो बहुत जल्द शादी करने वाले हो ना????

आशना: शादी हुई तो नहीं ना???जैसे ही तुम्हारे सर मुझसे शादी करेंगे हम दोनो एक हो जाएँगे. 

रागिनी के पास इस से आगे बोलने को कुछ नहीं था. वो आशना के रूखे पन से यह अंदाज़ा लगा बैठी कि शायद सेक्षुयल फ्रस्ट्रेशन के कारण आशना ऐसा बिहेव कर रही है. उसने भी चुपचाप आशना की हेल्प करना शुरू कर दिया.

थोड़ी देर बाद आशना ने ही चुप्पी तोड़ी और बोली: काका कहीं दिखाई नहीं दे रहे, कहीं बाहर गये हैं क्या???

रागिनी: चाचू शायद अभी तक सो रहे हैं. 

आशना: उनकी तबीयत तो ठीक है ना??? 

रागिनी: जी दीदी, कह रहे थे कि आज सनडे है तो नाश्ता तुम बना दो, मैं आज थोड़ा आराम करना चाहता हूँ. 

आशना: ठीक किया, बेचारे सारा दिन काम मे ही लगे रहते हैं. 

रागिनी(मन में): सारा दिन इस काम में लगे रहें तो और क्या चाहिए दीदी मगर सच तो यह है कि कुछ देर काम करने के बाद उनका तो काम ही तमाम हो जाता है. 

आशना: तुम काका को जगा दो, मैं भी वीरेंदर को फ्रेश होने के लिए बोल देती हूँ. 


आशना वीरेंदर के रूम के पास पहुँच कर डोर नॉक करती है. 

वीरेंदर: कम इन आशना, आइ आम रेडी. 

आशना ने दरवाज़े की नॉब घूमाकर डोर खोला तो सामने वीरेंदर को एक दम फ्रेश खड़े देख कर मुस्कुरा उठी. 

आशना: आप कब उठे????

वीरेंदर: अरे मैं तो दर्द के मारे सारी रात सो नहीं पाया.

आशना: मतलब??? 

वीरेंदर: आशना तुम कितनी भोली हो मैं जानता हूँ, मेरी वर्जिनिटी ख़तम करके मुझसे "मतलब"पूछती हो, साला रात से दुख रहा है. 

आशना की हँसी छूट गयी. 

वीरेंदर: हंस लो, जितना हँसना है हंस लो. उस दिन देखूँगा जब तुम्हारी....... ..........

इससे पहले कि वीरेंदर पूरा सेंटेन्स बोल पाता, आशना ने आगे बढ़कर अपना हाथ वीरेंदर के होंठो पर रख दिया. 

आशना: उस दिन का उस दिन देखेंगे, अभी चलिए नीचे चलकर नाश्ता कर लीजिए. 

वीरेंदर: नीचे नहीं जा पाउन्गा मैं. 

आशना: क्यूँ, क्या हुआ??????. 

वीरेंदर: चलने से इसे रगड़ लग रही है और दर्द होता है. 

आशना(शरमाते हुए): सब ठीक हो जाएगा, बस थोड़े दिनों में यह एक दम तैयार हो जाएगा. 

वीरेंदर: तब तक मेरा काम हो जाएगा, आआहह यार यह अंडरवेर भी नहीं पहना जा रहा. 

आशना: तो अंडरवेर उतार कर एक ढीला सा पायजामा पहन लीजिए और नाश्ता करके थोड़ी देर आराम कर लीजिए. आज लंच पर भी तो जाना है. 

वीरेंदर: हां याद आया, अच्छा सुनो तुम अपनी फ्रेंड को बोल दो कि ठीक 1:00 बजे हमें होटेल............ की पार्किंग में मिले. 

आशना: वो अकेली नहीं आ रही है, उसका फियान्से भी साथ होगा. 

वीरेंदर: अच्छा तो आज दो सहेलिओं ने अपने अपने फियांसियों के साथ घूमने का प्रोग्राम बनाया है. 

आशना: इरादा तो कुछ ऐसा ही है. 

वीरेंदर: देन लेट मी प्लान सम्तिंग एग्ज़ाइटेड फॉर दा ईव्निंग. 

आशना(एग्ज़ाइटेड हो जाती है):आइ लव यू वीरेंदर. 

वीरेंदर: सिर्फ़ बोलती हो, करने कुछ भी नहीं देती. 

आशना की आँखें एकदम शरम से झुक गयी. वीरेंदर ने उसकी चिन को पकड़ कर उसके चेहरे को उपेर उठा कर कहा: थॅंक्स फॉर दा नाइट ट्रीट मेरी "पगली गुड़िया".
Reply
02-02-2019, 12:52 AM,
RE: bahan sex kahani भैया का ख़याल मैं रखूँगी
आशना झट से वीरेंदर के सीने से चिपक गयी और तेज़ तेज़ साँसें लेने लगी. 

आशना: आपने मुझे भी बेशरम बना दिया, पता नहीं रात को मुझे क्या हो गया था. 

वीरेंदर: काश तुम हमेशा ऐसी ही रहो. 

आशना ने उसकी पीठ पर धीरे से मुक्का मारा और बोली: बस थोड़े दिनो की तो बात है, फिर हम हमेशा के लिए एक दूसरे के हो जाएँगे. वीरेंदर ने आशना को और ज़ोर से चिपका लिया. काफ़ी देर ऐसे ही गले लगे रहने के बाद वीरेंदर बोला: आशना, एक बात पूछूऊँ???

आशना(वीरेंदर के सीने से चिपके हुए): हुउऊउनम्म. 

वीरेंदर: तुमने इतनी आसानी से यह सब कैसे कर दिया???

आशना ने अपना चेहरा उठाकर वीरेंदर र्की तरफ देखा और आँखो के इशारे से पूछा "क्या". 

वीरेंदर मुस्कुराया और बोला: एक ही झटके में मेरी सील खचक, क्या जादू किया तुमने. 

आशना का चेहरा शरम से लाल हो गया और झूठा गुस्सा दिखाते हुए उस से दूर होते हुए बोली: जाओ मैं नहीं करती आपसे बात, आप बहुत गंदे हैं.

वीरेंदर: अच्छा बाबा सॉरी बट सच मे मैं खुद भी हैरान हूँ कि जो काम मैं अब तक नहीं कर पाया वो तुमने एक ही झटके में कर दिया. 

आशना: "डर के आगे जीत है" बुद्धू और यह कह कर आशना दरवाज़े की तरफ भागी. 

वीरेंदर वहीं खड़ा उसे देखते हुए मुस्कुराता रहा. 

आशना(दरवाज़े के पास पहुँच कर): जल्दी से चेंज करके नीचे आ जाइए. थोड़ी देर धूप में बैठो सब ठीक हो जाएगा. 

वीरेंदर: धूप में बैठ कर क्या होगा, तुम अपने मुँह से ही सेक दो थोड़ी देर. 

आशना ने वीरेंदर को ठेंगा और जीभ दिखाई और नीचे चल दी. थोड़ी देर बाद वीरेंदर भी एक लूस सा लोवर और टी-शर्ट पहन कर नीचे आ गया. अंडरवेर ना पहनने के कारण वीरेंदर को बड़ा अजीब लग रहा था मगर अब वो काफ़ी फ्रीली चल सकता था. नीचे आते ही उसने देखा आशना की नज़र उसके क्रॉच एरिया पर है. 

वीरेंदर(धीमे से): निकल कर दिखाऊ क्या???

आशण के चेहरे की लाली एक दम बढ़ गयी और आशना ने शरमा कर "ना" में इशारा किया.

नाश्ता करते समय वीरेंदर ने रागिनी से बिहारी के बारे में पूछा तो रागिनी ने बस इतना ही कहा कि "उनकी तबीयत ठीक नहीं है". नाश्ते के दौरान ज़्यादा बात नहीं हुई. आशना रागिनी की एक एक हरकत को बड़े ध्यान से देख रही थी. उसके चेहरे को देख कर सॉफ पता चल रहा था कि वो वीरेंदर से बात करना चाहती है मगर वीरेंदर ब्रेकफास्ट करने में इतना खोया हुआ था कि उसने ना तो रागिनी की तरफ ध्यान दिया और ना ही आशना की तरफ. 

आशना का दिल किया कि नाश्ते की प्लेट उठाकर रागिनी के मुँह पर दे मारे मगर वीरेंदर की हिदायत उसे याद थी. 

ब्रेकफास्ट के बाद वीरेंदर(आशना से): आशना, मैं थोड़ी देर धूप में बैठ कर आराम करना चाहता हूँ, देखना मुझे कोई डिस्टर्ब ना करे. थोड़ी देर बाद मैं तुम्हे फोन करूँगा, तुम भी बाहर आ जाना. 

आशना(रागिनी के सामने ही): क्यूँ क्या हुआ मेरी जान, बहुत थक गये हो क्या????? चलो आप थोड़ी देर आराम कर लो फिर लंच पर भी तो चलना है. 

वीरेंदर समझ गया कि आशना ने यह बात रागिनी को जलाने के लिए कही है. 

यह बात सुनकर रागिनी ने सारे बर्तन समेटे और किचन की तरफ चल दी.

आशना(रागिनी से): रागिनी आज मेरे और वीर (आशना बचपन में वीरेंदर को वीर भैया कहकर बुलाती थी) के लिए लंच मत बनाना, आज हम दोनो बाहर जा रहे हैं. रागिनी ने बिना किसी प्रतिक्रिया के गर्दन हिला कर हां कहा.

वीरेंदर काफ़ी देर बाहर बैठकर धूप का आनंद लेता रहा और साथ ही पिछली सारी घटनाओं को एक क्रम में जोड़ने की कोशिश करने लगा. करीब 11:00 बजे उसके सेल पर एक फोन आया. 

वीरेंदर: हेलो. 

कॉलर: हां सर टिकेट्स बुक हो गयी हैं. शाम 5:00 बजे की टिकेट्स हैं. 

वीरेंदर: थॅंक्स, मैं शाम को आकर आपसे टिकेट्स कलेक्ट कर लूँगा. 

तभी उसे अपने कंधे पर किसी के हाथ का एहसास हुआ. वीरेंदर ने चौंक कर पीछे की तरफ देखा. पीछे आशना को खड़ा देख कर वीरेंदर ने उसे साथ बैठने का इशारा किया और फोन काट कर जेब में डाल दिया. 
आशना सवालिया नज़र से वीरेंदर को देख रही थी. 

वीरेंदर: व्हाट????

आशना: आप कहीं जा रहे हो वीरेंदर???? 

वीरेंदर(आशना की तरफ हैरानी से देखते हुए): हां, तुम्हे किसने बताया???

आशना: कहाँ जा रहे हो????

वीरेंदर: यह मेरे सवाल का जवाब नहीं है.

आशना: और मेरे सवाल का जवाब भी यह नहीं है. 

वीरेंदर: सोच रहा हूँ कि कुछ दिन सिंगापुर होकर आ जाउ. वहाँ से कुछ एलेक्ट्रॉनिक आइटम्स को इम्पोर्ट करना है, इसी बहाने डील भी हो जाएगी और वैसे भी अब 13थ नवंबर. तक टाइम काटने के लिए कुछ ना कुछ तो करना ही पड़ेगा. 

आशना: तो इसका मतलब आप मुझे छोड़ कर जा रहे हैं. 

वीरेंदर: तो और क्या, अगर तुम्हे साथ ले गया तो फिर जाने का क्या मतलब. मैं तो इसी लिए जा रहा हूँ कि कुछ दिन तुमसे दूर रहूं तो शायद दिन जल्दी निकल जायें. 

आशना: मेरे आपके साथ जाने से आपको क्या प्राब्लम होगी???

वीरेंदर: प्राब्लम मुझे तो नहीं होगी लेकिन तुमने जिस ज़ख़्मी शेर को खून चखाया है शायद उसे हो क्यूंकी अब वो तुम्हे देख कर चुप तो बैठने वाला नहीं. 

आशना को जब वीरेंदर की बात का मतलब समझ आया तो वो शरम से उसके गाल लाल हो गये. 

आशना: यू रास्कल, बस इसी लिए आप मुझसे दूर जा रहे हो??? लेकिन मैने तो बस इतना ही कहा था कि शादी 13थ नवंबर. को करेंगे. अगर प्यार करते हो तो मुझे इतना पागल कर दो कि बाकी की रिस्ट्रीकेशंस अपने आप ही हट जायें.

वीरेंदर की आँखें यह सुनकर चमक उठी. इस से पहले कि वो कुछ बोलता या करता आशना तेज़ी से उठकर घर के अंदर की तरफ चल दी. 

वीरेंदर: साली तीखी मिर्च है यह लड़की तो. इसका पता ही नहीं चलता कुछ. क्या सोचती है और क्या चाहती है, मैं तो परेशान हो गया हूँ इस लड़की से. 
Reply
02-02-2019, 12:52 AM,
RE: bahan sex kahani भैया का ख़याल मैं रखूँगी
दरवाज़े के पास पहुँच कर आशना ने वीरेंदर को आवाज़ लगा कर कहा "त्रिवेणी से फोन पर बात हो गयी है, दोपहर एग्ज़ॅक्ट 2:00 बजे पहुँचना है". 

वीरेंदर: तुम मेरे रूम में चलो, मैं अभी आता हूँ. 

आशना: मैं अपने रूम में जा रही हूँ, जिसे मुझसे काम हो वो मेरे रूम में आ जाए. 

वीरेंदर, थोड़ी देर वहीं बैठ कर सुस्ताता रहा. 

करीब 11:30 बजे उसने अपने रूम में जाने का फ़ैसला किया. 

वीरेंदर, जैसे ही उठने को हुआ, उसे सामने से रागिनी आती हुई दिखाई दी. 

रागिनी, मुस्कुराते हुए उसकी तरफ ही आ रही थी. 

रागिनी: गुड मॉर्निंग सर. 

वीरेंदर: गुड मॉर्निंग और यह कहकर वीरेंदर रागिनी को क्रॉस करके आगे की तरफ बढ़ गया. 

रागिनी: मुझसे कोई ग़लती हो गयी सर???

वीरेंदर ने पीछे मुड़कर देखा: नो, क्यूँ क्या हुआ????

रागिनी: यही तो मैं जानना चाहती हूँ सर कि क्या हुआ???? 

वीरेंदर: मतलब????

रागिनी: सर परसों तक तो सब ठीक था लेकिन फिर अचानक आपने मुझे इग्नोर करना क्यूँ शुरू कर दिया???

वीरेंदर: इग्नोर??? नहीं तो. 

रागिनी: सर मैं बच्ची नहीं हूँ सब समझती हूँ कि आप मुझे इग्नोर कर रहे हो. 

वीरेंदर: रागिनी, यह तो मैं भी जानता हूँ कि तुम अब बच्ची नहीं रही लेकिन यकीन मानो मैं तुम्हे इग्नोर नहीं कर रहा बट हां मेरी प्रिफरेन्सस बदल गयी है. 

रागिनी: प्रिफरेन्सस??? क्या आशना दीदी अब आपकी पहली प्रेफरेन्स बन गयी है सर. 

वीरेंदर: रागिनी, तुमसे यह पहले भी बता चुका हूँ कि आशना ही मेरी पहली और आख़िरी प्रेफरेन्स है और रहेगी. तुम मेरी ज़िंदगी में आई, मुझे कुछ हसीन पल दिए मैं उसके लिए तुम्हारा शुक्रगुज़ार हूँ मगर आशना मेरी ज़िंदगी है और यही सच है. 

रागिनी स्टॅच्यू बनी उसे देखती रही. 

वीरेंदर: मैं बहक गया था और शायद मैने तुम्हारा नाजायज़ फ़ायदा उठाया लेकिन यकीन मानो मैं हर सज़ा भुगतने के लिए तैयार हूँ. 

रागिनी: सर, सज़ा तो मैं भुगत रही हूँ दो दिन से. हर पल दिमाग़ मैं आपका ख़याल रहता है. आपकी एक नज़र के लिए आँखें तरस जाती है लेकिन आप मेरी और प्यार से देखते ही नहीं. 

वीरेंदर: लीव दिस टॉपिक, आइ हॅव टू गो. 

रागिनी:हाउ सर, हाउ कॅन आइ लीव यू???

वीरेंदर: एनफ ईज़ एनफ रागिनी, मैं अभी तुमसे ज़्यादा बात करके बात को बढ़ाना नहीं चाहता. हम कल ऑफीस में बात करेंगे. 

रागिनी के चेहरे पर स्माइल आ जाती है. 

रागिनी: सर कल मैं किसी भी कीमत पर आपको अपने प्यार का सबूत दे दूँगी और आपको जता दूँगी कि मैं आपसे कितना प्यार करती हूँ. 

वीरेंदर: नाउ गो टू युवर रूम. 

वीरेंदर हाल में पहुँचा तो आशना हाल में ही बैठी हुई थी. आशना को देख कर वीरेंदर एक दम ठिठक कर रुक गया.
आशना ने वीरेंदर की तरफ देखा, वीरेंदर की नज़रें झुक गयी. आशना मुस्कुरा उठी. 

आशना: वीरेंदर आप कब जा रहे हैं???? मैं आपका समान पॅक कर दूं????


वीरेंदर ने आशना की तरफ देखा और उसके मुस्कुराते चेहरे को देख कर वीरेंदर का तनाव कम हुआ. 

आशना: डॉन'ट वरी, आइ नो मेरे प्यार में गिरफ्तार होकर आप किसी और के पास नहीं जा सकते. 

वीरेंदर ने आशना को गले से लगा लिया. 

वीरेंदर: जस्ट ट्रस्ट मी. आइ विल डू एवेरितिंग फाइन फॉर यू. 

आशना ने भी वीरेंदर को कस कर गले से लगा लिया. 

आशण(वीरेंदर के कान में): वीर भैया, आपकी दीवानी अंदर आने ही वाली होगी. इस से पहले कि वो हमे देख कर बेहोश हो जाए, आप मुझे छोड़ दीजिए. 

वीरेंदर ने एक झटके में आशना को अपनी बाहों में उठा लिया और सीडीयों की तरफ चल दिया. आशना ने अपनी बाहें वीरेंदर के गले में डाल दी. रागिनी जैसे ही घर के अंदर दाखिल हुई, सामने का नज़ारा देख कर उसका खून खोल उठा. वीरेंदर की पीठ उसकी तरफ थी इस लिए ना तो वीरेंदर और ना ही आशना उसे देख पाई. 

आशना: छोड़ो भी वीर, क्या उपर तक ऐसे ही उठा कर ले जाओगे???

वीरेंदर: एक बार हुकुम तो करो राजकुमारी सब कुछ ऐसे खड़े खड़े ही कर दूं. 

आशना ने वीरेंदर का कान पकड़ लिया और बोली: जितना तंग करोगे उतना इंतज़ार करवाउन्गी बच्चू. 

वीरेंदर: अपना फंडा लो अलग है. अपना तो सोचना है कि हमेशा ट्राइ करते रहो, कभी ना कभी तो चान्स मिलेगा ही. 

आशना(मुस्कुरा कर) : बदमाश कहीं के. 

वीरेंदर ने आशना के सर को उठाकर अपने होंठ उसके होंठों से जोड़ दिए. अपने रूम तक पहुँचते पहुँचते उसने आशना के होंठों का रस चूसना जारी रखा. आशना अपनी टाँगें हवा में पटकती रही मगर वीरेंदर की मज़बूत बाहों में छटपटाने के अलावा वो और कुछ ना कर सकी. अपने रूम के पास जाकर वीरेंदर ने आशना को नीचे उतारा तो आशना लड़खड़ा गयी. 

वीरेंदर: संभालो अपने आप को, प्यार का इतना नशा अच्छी बात नहीं. 

आशना का चेहरा शरम और सेक्स के नशे में लाल हो गया था. वीरेंदर ने जेब से चाबी निकाल कर अपने रूम का दरवाज़ा खोला. 

वीरेंदर: कम इन. 

आशना(धीमे से): "नो" और ना मैं अपनी गर्दन भी हिला दी. 

वीरेंदर: कम ऑन, आइ नीड यू. 

आशना: प्लीज़ वीरेंदर, मुझे फोर्स मत करो नहीं तो कुछ हो जाएगा. 

वीरेंदर, आशना की बाज़ू पकड़ कर रूम के अंदर ले गया और टाँग मार कर दरवाज़े को धडाक से बंद कर दिया. नीचे खड़ी रागिनी को ऐसा लगा जैसे यह दरवाज़ा उसके मुँह पर मारा गया हो. 
Reply
02-02-2019, 12:53 AM,
RE: bahan sex kahani भैया का ख़याल मैं रखूँगी
रागिनी: साली कुतिया कहीं की, नखरे तो ऐसे करती है जैसे कभी चुदेगि नहीं. 

बिहारी, जो कि यह सारा नज़ारा देख रहा था, रागिनी की हालत देख कर मुस्कुरा उठा. 

बिहारी: क्या हुआ मेरी रानी आज बहुत उदास दिख रही है??

रागिनी: आपने देखे उस कुतिए के नखरे. 

बिहारी: सब कुछ देखा और तुम्हारी हालत भी देखी. 

रागिनी: मुझे नहीं लगता कि आपसे किया हुआ वादा मैं निभा पाउन्गी. 

बिहारी: तुम चिंता मत करो, मेरे पास अभी तुरुप का इक्का है. 

रागिनी: तुरुप का इक्का????

बिहारी: वक्त आने पर सब बता दूँगा. 

रागिनी: अगर जल्दी ही कुछ ना किया तो वक्त हाथ से निकल जाएगा विराट. 

बिहारी: वो सब मैं देख लूँगा, तुम सबसे पहले यह बताओ कि रेकॉर्डिंग हो गयी इनकी रास लीला की. 

रागिनी: अभी कॅमरा उसके रूम में ही है. नाश्ता करके जब वीरेंदर बाहर गया तो मैं इसके कमरे में गयी थी मगर पता नहीं क्यूँ आज इसने दरवाज़े को लॉक करके रखा हुआ था. 

बिहारी: तुम भी कितनी पागल हो, मुझे पहले बताया होता, मेरे पास इस घर के हर दरवाज़े की एक ड्यूप्लिकेट चाबी है. 

रागिनी(खुशी से): सच!!! तो एक काम करते हैं आज दोपहर को जब यह बाहर जाएँगे तो सारी तिजोरी सॉफ करके यहाँ से निकल जाते हैं. 

बिहारी: बस इतने सालो मे यही तो पता नहीं लगा है कि तिजोरी है कहाँ. मैने कयि बार वीरेंदर के कमरे की तलाशी ली मगर तिजोरी नहीं मिली. 

रागिनी: तिजोरी यहीं कहीं होगी, आज उनके जाने के बाद हम मिलकर चेक करेंगे. 

बिहारी: तिजोरी मिल भी जाए और हम उसे सॉफ भी कर दें तो चोरी के इल्ज़ाम में कभी ना कभी पकड़े ही जाएँगे. वीरेंदर की पहुँच बहुत उपर तक है. सबसे अच्छा यही रहेगा कि तुम वीरेंदर को अपने जाल में फँसाने की कोशिश करती रहो और मैं देखता हूँ कि उनकी कल की वीडियो का क्या करना है.

तभी उन्हे वीरेंदर के रूम का दरवाज़ा खुलने की आवाज़ आती है. आशना मुँह फुलाए बाहर निकलती है.

वीरेंदर: अरे यार सुनो तो सही.

आशना: तो आप कहीं नहीं जा रहे??? फिर मुझसे झूठ क्यूँ बोला आपने??? जाओ मैं आपसे बात नहीं करती. 

यह कहकर आशना अपने रूम में घुस गयी. वीरेंदर भी उसके पीछे पीछे उसके रूम में घुस गया. वीरेंदर लगातार हँसे जा रहा था और आशना ने रोनी सी सूरत बना रखी थी. 

वीरेंदर(हंसते हुए): आइ आम सॉरी यार, आक्च्युयली मैं कहीं नहीं जा रहा, टिकेट्स तो आज शाम के शो की बुक करवाई है. मैने सोचा कि लंच के बाद हम सब मूवी देखने चलेंगे, काफ़ी टाइम हो गया मूवी देखे हुए. 

आशना: लेकिन यह सब आप मुझे तब भी तो बता सकते थे. 

वीरेंदर: तुमने मेरे बताने से पहले ही पूछ लिया के "आप कहीं जा रहे हो क्या", तो मैने भी मज़ाक में तुम्हे झूठी कहानी सुना दी. 

आशना: आप बहुत बुरे हैं वीर, जानते हो मैं कितना परेशान हो गयी थी. 

वीरेंदर: परेशान तो मैं भी हो गया था जब तुम मुझे छोड़ कर बंगलोर चली गयी थी, मैने तो तुमसे कोई शिकायत नहीं की. 

आशना वीरेंदर के सीने से चिपक गयी और बोली 'आइ आम सॉरी लव". 

वीरेंदर: चलो अब जल्दी से दे दो.

आशना(चौंक कर): क्या???

वीरेंदर: जो तुम देना चाहो. वैसे अब मैं बिल्कुल अच्छा फील कर रहा हूँ और कुछ भी ले सकता हूँ बशर्ते देने वाले का दिल बड़ा हो. 

आशना ने वीरेंदर को कस कर पकड़ लिया और बोली " सब आपका है वीर", जब मर्ज़ी जो चाहे ले लेना. 

वीरेंदर: ऐसा क्या???

आशना ने वीरेंदर की आँखो में देख कर हां मैं गर्दन हिलाई. वीरेंदर ने आशना के माथे को चूम कर उसे गले से लगा लिया. 

वीरेंदर: काश यह पल कभी ख़तम ना हो, तुम हमेशा ऐसे ही मेरी बाहों में रहो. 

आशना: बहुत तंग करूँगी मैं.

वीरेंदर: हम तो तंग होने के लिए तैयार बैठे हैं. 

आशना: प्रॉमिस मी वीरेंदर मुझे छोड़ कर कहीं नहीं जाओगे. 

वीरेंदर: पक्का प्रॉमिस जब तक ज़िंदा हूँ...........

आशना(वीरेंदर के होंठो पर हाथ रखते हुए): नो वीर, आपको मेरी भी उम्र लग जाए. 

वीरेंदर: इतनी उमर का क्या करूँगा यार, बस एक बार मेरी हो जाओ उसके बाद तो ज़िंदगी से और कुछ नहीं चाहिए.

आशना: भगवान करे आपकी तमन्ना जल्द ही पूरी हो. 

वीरेंदर: अच्छा छोड़ो अब मुझे, कोई देख लेगा तो क्या सोचेगा हमारे बारे में. 

आशना ने चेहरा उठा कर वीरेंदर की तरफ देखा और बोली: यही कि दो प्रेमी कितने पागल हैं, जब देखो चिपके ही खड़े रहते हैं और दोनो हँसने लगे. इनकी बातों के दौरान बिहारी ने वीरेंदर के रूम में रखा कॅमरा उठा लिया.

कुछ देर बाद वीरेंदर अपने रूम में आ गया.

नीचे आकर बिहारी ने कॅमरा रागिनी को छुपाने के लिए दे दिया. 

रागिनी: शायद इसकी बॅटरी ख़तम हो गयी है. 

बिहारी: तुम चार्जिंग पर लगा दो, इनके जाने के बाद इनकी रास लीला हॉल में बड़ी एलसीडी पर देखेंगे. 

रागिनी: आप भी थोड़ी देर आराम कर लीजिए, मैं खाना बना देती हूँ. आज हमारे पास भी सनडे एंजाय करने का काफ़ी टाइम होगा. 

बिहारी: तेरी चूत का दिल नहीं भरता कभी. 

रागिनी: आप जब साथ होते हो तो, इसे आपकी खुश्बू आ जाती है और यह फड़कना शुरू कर देती है.
Reply


Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,487,234 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 542,865 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,226,272 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 927,450 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,645,953 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,073,873 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,939,490 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,019,017 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,017,724 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 283,579 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 9 Guest(s)