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RE: Hindi Sex Kahani नशे की सज़ा
नशे की सज़ा--पार्ट--7
गतान्क से आगे................
दरवाज़ा खटखटाने की आवाज़ से मैं और सलोनी दोनो ही हैरान थी क्यूंकी इतनी रात को दरवाज़ा सिर्फ़ हॉस्टिल वॉर्डन ही खटखटा सकता था और वो 10 दिन की छुट्टी पर था.-मैने घबराकर सलोनी की तरफ देखा और नेहा को खुद से अलग करते हुए उसे यह कहते हुए वॉश रूम के अंदर धकेलकर वॉश रूम को बाहर से बंद कर दिया-“ बिल्कुल आवाज़ नही चाहिए…समझी ? “
“ जी मॅम ! “ नेहा बोली.
इसके बाद हम दोनो ने अपने कपड़े ठीक तक करके दरवाज़ा खोला तो देखा कि सामने सफइवाला लड़का सलीम खड़ा हुआ था लेकिन इस समय उसके हाथ मे सफाई करने के लिए ब्रूम,डस्टर,बुक़ुएट वग़ैरा कुछ भी नही था.
मैने उसकी तरफ हैरानी से देखा-“अब क्या रात के 12 बजे रूम की सफाई करोगे ?”
“नही मेडम, इस समय मैं सफाई करने की ड्यूटी पर नही हूँ-मैं इस समय वॉर्डन की ड्यूटी पर हूँ.” उसने इस तरह से कहा मानो उसकी प्रमोशन करके उसे राहुल की जगह वॉर्डन बना दिया गया हो.
“व्हाट………मेरा मतलब है………यह कैसे पासिबल है…..तुम और वॉर्डन…………” मुझे यकीन नही हो रहा था.
“मेडम,…………राहुल सर 10 दिन की छुट्टी पर गये हैं और वो अपनी जगह अपने असिस्टेंट प्रकाश को अपना चार्ज देकर गये थे लेकिन आज शाम प्रकाश की भी तबीयत खराब हो गयी और वो मुझे अपना चार्ज देकर छुट्टी पर चला गया है……….” मुझे और यकीन दिलाने के लिए उसने अपनी पॉकेट से नीले कलर की ड्यूटी स्लिप मुझे दिखाई जिसमे सॉफ सॉफ लिखा था कि प्रकाश के छुट्टी पर रहने तक वॉर्डन की ड्यूटी सलीम के पास ही रहेगी.
“तुम्हारा तो यकायक जबरदस्त प्रमोशन हो गया सलीम…….कमरो की सफाई करते करते तुम तो सचमुच वॉर्डन बन बैठे.” मैने अपनी घबराहट छुपाते हुए उसकी चापलूसी करने की कोशिश की जिसे वो खुद भी अच्छी तरह समझता था.मेरी तरफ देखकर वो बोला-“मेडम रात के 12 बज चुके हैं और आप लोगों के कमरे की लाइट भी जल रही है और आप दोनो जाग भी रही है……….यह हॉस्टिल रूल्स के खिलाफ है.मुझे यह रिपोर्ट करना पड़ेगा.” मैने मन ही मन उसे कोसा कि कल तक हमारे सामने झुककर हमारे कमरे और वॉश रूम की सफाई करने वाला अनपढ़ लड़का हम पढ़े लिखे लोगों को क़ानून सीखा रहा है.देखा जाए तो हम दोनो ही अचनाक आई इस सिचुयेशन से एकदम घबरा गयी थी.
अपनी घबराहट छुपाते हुए मैने किसी तरह बात सम्हलने की कोशिश की-“ आक्च्युयली हम लोगो को बाते करते करते टाइम का अंदाज़ा ही नही हुआ…हम ऐसा करते हैं कि अब लाइट बंद करके सो जाते हैं…..ठीक है ना.”
“मेडम, मुझे आपका वॉश रूम भी चेक करना पड़ेगा.आप दोनो बाहर हैं तो उसकी लाइट कैसे जल रही है……….” उसने दरवाज़े की नीचे से हल्की रोशनी की लकीर की तरफ इशारा करते हुए कहा.
मेरी घबराहट के साथ साथ अब सलोनी के चेहरे का रंग भी बदलने लगा था.इस बार वो बोली-“ अरे सलीम, अभी मैं वॉश रूम गयी थी,लाइट बंद करना भूल गयी थी.”
“मुझे चेक करना ही पड़ेगा………..कुछ ना कुछ गड़बड़ हो सकती है.” कहकर सलीम वॉश रूम के दरवाज़े की तरफ लपका-इससे पहले की वो दरवाज़ा खोलता मैं लगभग हाथ जोड़कर उसके आ गयी और उससे रिक्वेस्ट करते हुए बोली-“ प्लीज़ सलीम………..किसी को कुछ बताना नही……तुम जैसा कहोगे उस तरह से कर लेंगे.”
मेरी बात सुनकर सलीम की पॅंट के अंदर बंद उसका लिंग एकदम तनकर खड़ा हो गया था –इसका अंदाज़ा मुझे तब हुआ जब उसने अपने एक हाथ से अपने टेंट की तरह तने हुए लिंग को अड्जस्ट करने की कोशिश की. उसकी इस हरकत से मेरे मन ही मन खून खौल उठा-मैं मन ही मन सोचने लगी की इसको ग़लती से वॉर्डन का चार्ज क्या मिल गया,यह तो सचमुच ही अपने आपको राहुल सर समझने लगा है और उन्ही की तरह बिहेव कर रहा है.
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RE: Hindi Sex Kahani नशे की सज़ा
“देखो सलीम ऐसा है..तुम्हे यह वॉर्डन का चार्ज टेंपोररी मिला है-यह मत समझो कि तुम हमेशा के लिए वॉर्डन बन गये हो……दो तीन दिन बाद तुम्हे फिर से हमारे कमरे और बाथरूम की क्लीनिंग करने के लिए आना है….उसके बारे मे सोचो और फिर बताओ कि तुम जो कुछ भी करने जा रहे हो वो क्या ठीक है………” मैने उसे समझाने की कोशिश की लेकिन वो यह सुनकर और ज़्यादा भड़क गया और बोला-“देख लौंडिया,अपुन के पास टाइम कम है…सीधी सीधी काम की बात करती हो और सॉफ सॉफ सारी स्टोरी बताने के लिए तैय्यार हो तो मैं कुछ मदद कर सकता हूँ…….वरना……तुम लोग खुद ही समझदार हो.”
कोई और रास्ता ना देख मैं एक कुक की हुई स्ट्रोरी उसे सुना डाली-“आक्च्युयली हम लोग अपनी एक फ्रेंड के साथ जो इस हॉस्टिल मैं नही रहती है,उसके साथ कुछ मौज़ मस्ती कर रहे थे………इसी बीच तुमने दरवाज़ा खटखटा दिया और हमने उस फ्रेंड को वॉश रूम मे बंद कर दिया. अगर तुम हम दोनो को यानी मेरी और सलोनी की कोई भी रिपोर्ट वॉर्डन तक नही पहुँचाओगे तो हम तुम्हे भी अपनी उस फ्रेंड के साथ कुछ देर मौज़ मस्ती करने देंगे.”
मेरा ऑफर सुनकर उसके मूह मे पानी आ गया और वो अपने खड़े हुए लिंग पर पॅंट के उपर से ही हाथ फिरकर इसका सबूत देने लगा-“ ठीक है……..मैं कुछ वायदा नही करता लेकिन अगर मुझे मौज़ मस्ती मे भरपूर मज़ा आया तो ज़रूर तुम लोगों की मदद करूँगा.बुलाओ अपनी उस फ्रेंड को जिसे तुम लोगों ने वॉश रूम मे छुपा रखा है.”
“ठीक है,तुम यही इंतेज़ार करो मैं उसे अंदर से लेकर आती हूँ.”कहकर मैने छुपकर नेहा के कपड़े उठाए ओर नेहा को लाने बाथरूम मे चली गई
सलीम जिसकी आज तक कमरे मे बैठने की हिम्मत भी नही हुई थी आज बड़े रौब से मेरे सोफे पर रिलॅक्स कर रहा था और सलोनी के शायद किसी सवाल का जबाब दे रहा था-“ मेडम, आप तो पढ़ी लिखी हो…..मैं तो एकदम अनपढ़ हूँ……..आपको मुझसे ज़्यादा मालूम है कि कुर्सी की कितनी ताक़त होती है ……….इंसान से ज़्यादा कुर्सी की अहमियत होती है…….अगर मैं ग़लती से वॉर्डन नही प्रधान मंत्री की कुर्सी पर बैठ जाऊं तो मैं तुम लोगो के कमरे मे सफाई करने वाला सलीम नही प्रधान मंत्री सलीम बन जाऊँगा और सब लोग मुझे उसी तरह सलाम ठोकेंगे.इसलिए बिना किसी हील हुज्जत के जो मैं कहता हूँ,वही तुम्हे करना होगा क्यूंकी इस वक़्त मैं तुम्हारा सफाई करने वाला सलीम नही वरन हॉस्टिल वॉर्डन सलीम बोल रहा हूँ.”
मैने भी सलीम की यह बकवास सुनी और नेहा ने भी- नेहा को शायद इस बात का अंदाज़ा भी हो गया था कि सलीम मेरा कोई दोस्त वोस्त नही था वरन इस हॉस्टिल का एक मामूली का सफाई करने वाला था और उसकी वेशभूषा और रंग ढंग भी यही बता रहे थे-देखने मे सलीम एकदम डार्क कंपेक्स्षन का था और उसके बेहद आवरेज लुक्स थे-उसे देखकर हमेशा ऐसा लगता था जैसे वो काई महीनो से नाहया भी नही है-उसके दाँत एकदम पीले रंग के और एक गंदी सी काले रंग की टी-शर्ट और ग्रे कलर का ट्राउज़र पहन रखा था जो कि हॉस्टिल के सफाई कर्मचारीओं की यूनिफॉर्म थी.
मेरे वॉशरूम के बाहर निकलते ही सलीम एकदम उछल सा पड़ा-नेहा की खूबसूरती देखकर उसका यह उछालना स्वाभाविक ही था-“अच्छा तो अब तुम लोगों ने यह नये नये शौक भी पाल लिए हैं-लड़कियाँ लड़कियों के साथ भी मौज़ मस्ती करती हैं-मैं तो यही समझता था कि सिर्फ़ लड़के ही लड़कियों के साथ मौज़ मस्ती करते हैं.”
सलोनी को उसके बात करने के लहज़े पर हल्का सा गुस्सा आ गया और बोली-“देख सलीम, तुम यह मत भूलो कि कल तक तुम हमारे सामने झुककर हमारे कमरे की और हमारे बाथ रूम की सफाई किया करते थे और एक दो दिन बाद भी यही सब करने वाले हो-इसलिए बेमतलब अपने भाव मत दिखाओ और इस लौंडिया के साथ मौज़ मस्ती करके तुम अपना रास्ता नापो और हमे भी शांति से रहने दो.”
इस समय सलीम के सिर पर यकायक मिली पॉवेर का भूत सवार था-सलोनी के यह कहने पर कि वो कमरे की सफाई करने वाला एक मामूली सा नौकर है,वो बुरी तरह तिलमिला सा गया और बोला-“साली………पहले लगता है तेरे ही पर कतर्ने पड़ेंगे…….चल नंगी हो जा ! “
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09-02-2018, 11:46 AM,
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RE: Hindi Sex Kahani नशे की सज़ा
“ठीक है अब अपना शो चालू करो !” सलीम ने नेहा की तरफ देखा और मेरे गालों पर चपत लगाकर बोला-“ठीक से फिराओ अपनी जीभ …..पूरा मज़ा आना चहाइए…………वरना तुम्हे भी सख़्त सज़ा मिलेगी…..इसलिए मुझे खुश रखने मे ही तुम्हारी भलाई है…”
डर की वजह से मैने और ज़्यादा बढ़िया तरीके से अपनी जीभ को उसके लिंग पर फिरना शुरू कर दिया.
नेहा ने पास के टेबल पर रखा नाइफ उठाया और सलोनी की पॅंटी को काटना शुरू कर दिया –कुछ ही देर मे पॅंटी सलोनी के बदन से अलग हो गयी और उसका शेव किया हुआ चिकना योनि प्रदेश सलीम के सामने था. नेहा ने मुस्कुराते हुए एक बार अपना हाथ उसके चिकने योनि प्रदेश पर फिराया और सलीम की तरफ देखकर बोली-“क्या चिकनी लौंडिया है….सलीम सर ……..ज़रा छूकर देखें….मज़ा आ जाएगा…….”
सलीम कुछ कहता इससे पहले ही नेहा ने सलोनी को सलीम की तरफ धकेलते हुए उसे हुक्म दे डाला-“चलो सलीम सर अब तुम्हारी…….. चेक करेंगे……..”
शरम से लाल हुई जा रही सलोनी सलीम के एकदम नज़दीक आकर खड़ी हो गयी-नेहा ने फिर उसे हुक्म दिया-“अब तुम्हारे बदन के जिस किसी भी अंग को सलीम सर टच करेंगे…….तुम्हे उसका नाम सलीम सर को साफ साफ लफ़्ज़ों मे बताना है…..जब तक नाम नही बतओगि,तुम्हारा पिछवाड़ा मैं इस केन से गर्म करती रहूंगी.” नेहा ने अपने हाथ मे एक पोलीस के डंडे जैसी केन ले ली थी और नमूने के तौर पर उसने एक केन सलोनी के नितंबों पर ज़ोर से जड़ भी दी . सलोनी यकायक हुए इस प्रहार से एकदम दर्द से उछल पड़ी-नेहा ने एक बार फिर उसे धमकाया-“अगर अपना पिछवाड़ा सही सलामत रखना है तो जैसा मैने कहा है,वैसे ही करना………समझी…?”
“यस……….मॅम…………” सलोनी सुबक्ते हुए बोली.
सलीम ने जैसे ही सलोनी के योनि प्रदेश पर हाथ रखकर उसे दबाना सहलाना शुरू किया-सलोनी को ना चाहते हुए भी बोलना पड़ा-“सर यह मेरी योनि है.”
कुछ देर तक सलीम सलोनी की योनि पर हाथ फिराता रहा फिर उसके हाथ उसके नितंबो की गोलाईओं पर चले गये,इससे पहले की नेहा उसकी केन से स्पॅंकिंग करती,सलोनी बोल पड़ी-“ सर यह मेरे नितंब हैं.”
सलीम एकदम बौरा सा गया था-उसे सपने मे भी यह उम्मीद नही थी कि एक दिन ऐसा भी कभी आएगा जब यह सब हक़ीकत मे हो रहा होगा-उसने नेहा के हाथ से केन लेते हुए कहा-“नेहा तुम सामने सोफे पर बैठकर रिलॅक्स करो….आगे का शो मैं चालू रखता हूँ…”
नेहा ने अपने हाथ की केन सलीम के हाथ मे पकड़ा दी और सोफे पर जाकर बैठ गयी. सलोनी का इतना ज़्यादा ह्युमाइलियेशन करने के बाद नेहा खुद भी काफ़ी उत्तेजित हो चुकी थी और उसकी अपनी योनि एकदम गीली हो चली थी.नेहा ने अपनी जीन्स के उपर के बटन को खोलकर उसे अपनी कमर के पास से ढीला करके उसे थोड़ा नीचे की तरफ खिसकाया और सोफे पर बैठकर अपने योनि प्रदेश को पॅंटी के उपर से ही सहलाने लगी.
इस बीच सलीम ने अपने लिंग का वीर्य रस मेरे मूह मे भर दिया था जिसे मैं एक ओबीडियेंट सेक्स स्लेव की तरह पी रही थी-सलीम की भी अब तक हिम्मत काफ़ी बढ़ चुकी थी और उसे मालूल हो गया था कि हम सब पूरी तरह से उसकी गिरफ़्त मे हैं.मेरेद्वारा सारा वीर्य रस पीने एके बाद वो मेरे सामने अपना लिंग करता हुआ बोला-“देखो यह काफ़ी गीला गीला हो गया है-ज़रा अपनी जीभ से चाट चाट कर इसे एकदम सॉफ कर दो………”
नेहा ने हंसकर सलीम से कहा-“सर आप एकदम सही जा रहे हैं……..अपने सेक्स स्लेव से ऐसे ही ट्रीट करना होता है……”
अब मैने अपनी जीभ से चाट चाट कर उसके लिंग को सॉफ करना शुरू कर दिया-जब कुछ देर बाद उसे पूरी तसल्ली हो गयी तो उसने अपने लिंग को अपनी पानी के अंदर किया और बोला-“तुम अब नेहा के पास जाओ और उसके हुक्म की तामील करो ! मैं ज़रा इस सलोनी की जवानी से खेलता हूँ !”
मैं जैसे ही सलीम के चंगुल से कुछ देर के लिए आज़ाद हुई,नेहा ने एकदम ऑर्डर दे डाला-“निशा मेडम,ज़रा इधर आकर खड़ी हो जाओ मेरे सामने-मैं भी तो तुम्हारी इस जवानी को जी भरकर देख लूँ.”
नेहा का हुक्म सुनकर यकायक मुझे यह अहसास हुआ कि मैं पूरी तरह नंगी थी –मैने उठकर नेहा के पास पहुँचने मे कुछ देर लगाई तो वो एकदम गुर्रकार बोली-“फटाफट इधर आती है कि तेरी भी कुछ पूजा करनी पड़ेगी.”
इतना सुनते ही मैं एकदम उठी और अपने एक हाथ से अपना योनि प्रदेश और दूसरे हाथ से अपने उन्नत चूचियो को छुपाने का प्रयास करती हुई,नेहा के नज़दीक जाकर खड़ी हो गयी.
कुछ देर तक नेहा ने मेरे नंगे बदन को जी भरकर देखा और फिर अपने होंठों पर विषैली मुस्कान लाकर बोली-“अपने दोनो हाथ उपर उठाओ और उन्हे अपने सर के पीछे बाँधकर खड़ी रहो.जब तक मेरे ऑर्डर ना हो तुम्हारी पोज़िशन बदलनी नही चाहिए”
मैने वोही किया जो नेहा चाहती थी.
नेहा ने मेरे बदन पर इधर उधर अपना हाथ फिराया फिर अपने हाथ को वो मेरे योनि प्रदेश पर ले आई और वहाँ अपने हाथ का दबाब डालते हुए बोली-“चलो अपनी जंघें खोलो ! “
मैने अपनी टाँगे फैला दी और नेहा के लिए अब दबाना सहलाना कुछ आसान हो गया.
क्रमशः......................
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RE: Hindi Sex Kahani नशे की सज़ा
सलोनी और सलीम दोनो ही अपनी पूरी मस्ती मे थे और उन्हे बिल्कुल भी किसी बात का होश नही था-रात या फिर सुबह के 3 बज चुके थे और नेहा ने भी मुझे अपनी चूमा चाती से यह कहकर आज़ाद कर दिया –“ठीक है, तुम कुछ देर के लिए यहाँ मुर्गा बन जाओ !”
अब तक मैं उन दोनो की हर जायज़ नाजायज़ बात बिना किसी विरोध के मानती ही आ रही थी लेकिन मुर्गा बनने के हुक्म से पता नही मुझे कुछ लगा कि अब पानी सर के उपर से निकल गया है-दरअसल स्कूल के दीनो से ही मुर्गा पनिशमेंट मुझे सबसे ज़्यादा हुमीलियटिंग लगता है-इसकी वजह शायद यह भी थी की स्कूल मे ही मुझे यह मालूम पड़ गया था क़ि लड़की को मेल टीचर्स मुर्गा पनिशमेंट इसलिए देते हैं ताकि स्कर्ट के अंदर से नज़र आने वाले चिकने नितंबों को देख देखकर मेल टीचर्स अपना लिंग सहला सकें.हमारे मेत के टीचर तो बकायडा मुर्गा बनी हुई लड़की की पोज़िशन ठीक करने के बहाने उनके नितंबों पर अपने हाथ फिराते थे और जो लड़की कुछ ना-नकुर करती थी उसके नितंबो पर अपने हाथ से स्लॅप भी कर देते थे.
मैने नेहा की तरफ देखा और हिम्मत करते हुए कहा-“मॅम,मैं मुर्गा नही बनना चाहती………आप चाहे तो कोई और पनिशमेंट दे सकती हैं.”
नेहा को शायद मुझ से ऐसे जबाब की उम्मीद बिल्कुल भी नही थी-वो तो शायद इसी मौके की तलाश मे थी कि मैं उसकी किसी बात को मानने से मना करूँ ताकि वो मुझे अपने हिसाब से सज़ा दे सके.वो मेरी तरफ देखकर हंसते हुए बोली-“अब तुम्हारी इतनी हिम्मत हो गयी की मेरे हुक्म को भी मानने से मना करो-अब तुम्हे ऐसी सज़ा मिलेगी कि तुम भी क्या याद रखोगी………अभी तक तुमने को-ऑपरेट किया है……..इसलिए तुम्हे एक लास्ट चान्स दे रही हूँ-या तो जैसा मैने कहा है वैसे मुर्गा बन जाओ या फिर……………”
नेहा के तेवर देखकर मेरी रही सही हिम्मत भी जाती रही और बोली-“सॉरी मॅम,मैने आपकी बात नही मानी……..मैं अब मुर्गा बन जाती हूँ.”यह कहने के साथ ही मैं स्कूल के दीनो की याद को ताज़ा करते हुए मुर्गा बन गयी.
मेरे मुर्गा बनते ही नेहा मेरे पास ही सोफे पर बैठ गयी और मेरे नितंबो पर अपना हाथ फिराते हुए बोली-“अब मैं तुम्हारे इन चिकने और सुडौल नितंबों पर इस केन इस 50 स्ट्रोक लगाने वाली हूँ-हर स्ट्रोक के बाद तुम्हे गिनती बोलनी है-जहाँ गिनती भूल गयी वो स्ट्रोक काउंट नही होगा………..समझी…….”
“यस मॅम,समझ गयी…….” मैने मुर्गा पोज़िशन मे रहते हुए कहा.
नेहा फिर बोलने लगी-“ और एक बात,तुम्हारी स्पॅंकिंग होते वक़्त तुम्हारा बॅलेन्स नही बिगाड़ना चाहिए .अगर ऐसा हुआ तो स्पॅंकिंग नये सिरे से दुबारा शुरू होगी……..तुम्हारे मूह से चीखने या फिर चिल्लाने की आवाज़ भी नही आनी चाहिए………..वरना जितनी बार तुम्हारे मूह से आवाज़ निकलेगी उतने स्ट्रोक तुम्हारे इन नितंबों पर एक्सट्रा लगाए जाएँगे…….समझी मेरी गुलाम !”
“जी मॅम,समझ गयी….” मैं बड़ी मुश्किल से बोल सकी.मुझे लग रहा था कि जिस तरह की कंडीशन्स नेहा ने रखी हैं उनके हिसाब से मुझे कम से कम 100 स्ट्रोक लगने वाले हैं.
मुर्गा बने होने की वजह से मुझे यह नही मालूम था कि इस समय सलीम और सलोनी क्या कर रहे थे-नेहा ने जब सलीम से यह कहा –“सर………लगता है खूब मज़ा आया आपको इस चिकनी के साथ……”
सलीम ने नेहा को जबाब दिया-“हां मज़ा तो खूब आया लेकिन उतना नही जितना की इसके मूह मे डालकर आया था………”
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