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RE: Hindi Sex Stories By raj sharma
मामा के घर
हाई मैं कुसुम उमर 19 रंग गोरा चुचि गोल,फिगर 34 30 32,खास मेरे चुतताड की गोलाई और मेरे पिंक निपल लड़के देख कर पागल हो जाते है मुझे सेक्स बहुत पसंद है सखत सेक्स,चुदवाते वक़्त गालिया सुन-ना मुझे पसंद है.
मैं एक बार अपने मामा के घर गयी मामा विलेज मे रहते है उनकी लड़की है पिंकी मेरी उमर की चंचल लड़की, उसकी चुचि मुझसे बड़ी फिगर होगी कोई 36 30 34 गोरी चित्ति हम आपस मे बाते कर रही थी बाते सेक्स पर आ गयी मैने पिंकी की चुचि पर हाथ फेरा और बोली पिंकी ये तो बहुत बड़ी है वो शर्मा गयी, शाम को हम गाओं मे घूमने निकली तो मुझे उसकी बड़ी चुचिओ का राज पता लग गया हम जिस भी गली से जाते उस पर कॉमेंट होते मेरी छेमिया मेरी जान एट्सेटरा हम जब घर आए तो मैने पूछा ये क्या था पहले तो वो टालती रही पर जब मैने कहा कि मैं भी मज़े लेना चाहती हू तो वो खुल गयी उसने बताया यहा तो जब मैं 14 साल की थी जब से ही मज़े कर रही है फिर तो हम स्टार्ट हो गयी मैने पूछा कैसे करती हो तो वो बोली रात को बताउन्गी वो बोली यहा तो लगभग हर लड़की 15 साल की उमर मे चुद जाती है मुझे बड़ी जलन हुई उस से, वो बताती रही कि लड़के जब लड़की को चोद्ते है है तो बहुत तंग करते है कई बार तो मार भी देते है मैं बोली मेरी चूत को लंड मिलेगा वो बोली तुम्हारे उप्पर तो टूट के पड़ेंगे आज रात को ही तेरा कल्याण हो जाएगा पर तू सह तो लेगी मैं बोली यार चिंता मत कर.
रात तक हम एक दूसरे को छेड़ते रहे रात को 9 के करीब हम रूम मे गये मैने पिंकी के कपड़े उतारने शुरू कर दिए उसे पूरी नंगी करके मैने उसकी कूची पर हाथ फेरा और उस-से पूछा पिंकी तेरी इस चूत का उद्धाटन किसके लंड से हुआ था वो बोली पापा के दोस्त है उन्होने ही मेरी सील तोड़ी थी, अंकल ने मम्मी की चुदाई भी की हुई है और आज अंकल और उसके दोस्त तेरी चूत का कल्याण करेगे मैं बोली उनका लॉडा कैसा है, पिंकी बोली जान चिंता मत कर तेरी चूत की तो धज्जिया उड़ा देंगे हमारी बातो मे 10 के करीब टाइम हो गया मैं बोली कब उड़े गी चूत की धहाज़िया उसने खिड़की खोली और मुझे बोली नीचे कूद जा मैं नीचे कूदी पीछे पीछे चादर लपेटे वो कूद गयी अब हम दोनो खेत मे खड़े थे वो बोली चल मैं उसके पीछे चल पड़ी थोड़ी दूर ही खेत मे एक मकान था हम दोनो उसमे घुस गयी.
वाहा आँगन मे तीन 40-45 साल के आदमी ताश खेल रहे थे मुझे डर सा लगा वो तीनो कछे और बनियान मे थे उनमे से एक बोला आ गयी छेमिया, ये कॉन है मेरी तरफ देखते हुए बोले, पिंकी बोली शहर से आई है मेरी बुआ की लड़की अपनी चूत की धहाज़िया उड़वाने, वो बोले अरे ये तो बिम्ला की लड़की लगती है अपनी मम्मी का नाम सुन कर मैं हैरान हो गयी मैं बोली तुम कैसे जानते हो मम्मी को वो बोला तेरी मा यहा बहुत चुदी है आज तो हमारी किस्मत खुल गयी जवानी मे मा को चोदा अब लड़की को वाह,पिंकी ने अपनी चादर उतार दी अब वो पूरी नंगी थी.
पिंकी बोली यार हमे तो चोद लो मम्मी को बाद मे चोद लेना, उन तीनो नई हम दोनो को अपनी और खींच लिया हम दोनो उनकी गोदी मे लेटी पड़ी थी मेरी कुर्त और पाजामी दो मिनिट मे ही मुझसे अलग हो गये वे तीनो(मैं तीनो के नाम लिख दू सुरेश,रमेश,मनोज) हमे बुरी तरह से चूसने लगे मसलने लगे मेरी चुचिओ पर गर्दन पर नीले मार्क्स बना दिए हम दोनो के मूह से.
आआआआआअऊऊऊ वॉववववववव एयाया वॉववववव ऊऊऊ ऊऊ आआआआ ऊऊऊऊऊऊओह निकल रही थी रमेश बोला साली अपनी मा से भी चिकनी पड़ी है तभी रमेश ने मुझे गोदी मे ही उल्टी कर दिया अब मेरे चुतताड रमेश की गोदी मे थे और मेरा मूह सुरेश के लंड के पास था सुरेश ने अपना कछा उतारा उसका 10" लंबा.
लंड स्प्रिंग के तरह मेरे चेहरे से टकराया, उसके लंड देख कर मेरे होश उड़ गये रमेश ने मेर लेग्स खोल के मेरी चूत मे 2 उंगलिया डाली मैं चिहुक गयी वो बोला क्या हुआ, मैं बोली मैने नही चुदवाना ये तो मेरी चूत ही फाड़ देगा पिंकी बोली क्यू बड़ा शौक चढ़ा था चूत की धहाज़िया उड़वाने का सुरेश बोला तू वैसे ही डर रही है पिंकी तेरे से छ्होटी है फिर भी इससे रोज़ाना चुदवाति है 14 साल की उमर मे ही ये इसे अपनी चूत मे ले गयी थी मैने सुरेश का लोड्ा अपने हाथ मे पकड़ा उसका लंड लोहे से भी सखत था पिंकी मनोज की गोदी मे बैठी थी मनोज पिंकी की चुचिया चूस रहा था सुरेश मेरी गॅलो मेरे होंठो पर अपना मोटा लंड फिरा रहा था मेरे होठ सख्ती से बंद थे तभी रमेश ने मेरी गांद मे उंगली दे दी मेरा मूह खुला मूह खुलते ही सुरेश ने अपना लंड मेरे मूह मे सरका दिया सुरेश का लंड बड़ी मुश्किल से मेरे मूह मे आ रहा था पर उसने धक्के मार- मार के मूह मे जगह बना ली मैं धीरे धीरे उसका लंड चूसने लगी तभी रमेश ने मेरे को अपनी गोदी से नीचे पटक दिया और अपने कपड़े उतार कर मेरे सामने आ गया मैं उसका लंड देख कर फिर कांप गयी उसका लंड सुरेश से भी बड़ा और बीच मे से कुछ टेडा था वो अपना लुंड पूचकारता हुआ मेरे सामने खड़ा था.
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RE: Hindi Sex Stories By raj sharma
मैं मन मे सोच रही थी आज मेरी खैर नही इतने मे मूज़े पिंकी की चीख सुनाई दी आाआूऊ ऊऊऊऊ माआआआआअ ऊऊऊऊऊ धीरेयययययययी ऊऊऊऊऊऊओ माआआआआआ आआमम्म्ममममाआआआररर्र्र्र्र्रृिईईईईईईईईईई मैने उसकी तरफ उसकी दोनो टांगे हवा मे थी और मनोज अपना लंड उसकी चूत मे सरका रहा था मैं पिंकी की तरफ देख रही थी सुरेश बोला उधर क्या देख रही है तेरा भी यही हॉल होना है मुझे भी मस्ती चढ़ि थी पिंकी को देख कर पर मैं नाटक करती बोली, मैने नही चुदवाना तुमसे अपनी चूत नही फदवाणी इतने मोटे मोटे लॉड मेरी चूत मे नही जा पाएगे, पिंकी चुद्ते हुए बोली साली तो यहा भजन करने आई है अभी तक शहर के लूलिओ से चुदवाइ होगी आज पता चलेगा गाओं का लंड क्या मस्ती देता है पिंकी सुरेश को बोली अंकल इसे बड़ा शौक है अपनी चूत की धहाज़िया उड़वाने का आज इसकी चूत की धहाज़िया ही उड़ानी है मैं डर गयी मैं बोली पिंकी क्या बोल रही है तू, पर सुरेश ने मेरे मूह से लंड निकाला लंड निकलते ही टक की आवाज़ आई.
सुरेश और रमेश मुझे खींच कर पिंकी के पास ले गये पिंकी की चूत मे मनोज का लंड सटा-सॅट आ जा रहा था उसकी चूत की दोनो किनारिया दूर तक अलग हुई पड़ी थी मनोज की स्पीड इतनी तेज़ थी कि बस लंड सिर्फ़ चमकता था मैं पिंकी की चुदाई मे खो सी गयी मैं झुकी तो हुई थी रमेश ने मुझे थोड़ा और झुका दिया रमेश अंकल ने मेरी टांगे खुलवा कर अपना लंड मेरी चूत पर लगाया तो मैं चोकते हुए बोली अंकल अंदर मत करना पिंकी बोली क्यू मैं बोली मुझे इनके मुड़े हुए लंड से डर लग रहा रहा है रमेश बोला ये मुड़ा हुआ लंड तेरी मा को बहुत पसंद है उसने मेरी कमर पकड़ के ज़ोर से धक्का मारा तो छ्होटा गुबारा फटने की आवाज़ आई और लंड चूत को फाड़ता हुआ अंदर चला गया मेरे मूह से भयनकर चीख निकली आआआआआहह ऊऊऊऊ ऊओ मर गई ईईइ उउईईईईईईईईईई माआआआआ ऊऊऊओ माआआआआ फत्त्तटटटटतत्त गैिईईईईईईईईईईई ऊऊऊऊऊऊऊ आआआअ हहूओ ऊऊहह हमाआआआआ आआआआ बाहर निकालो प्ल्ज़ बहुत दर्द हो रहा है पिंकी बोली साली दो मिनिट रुक जा तू ही बोलेगी और अंदर डालो, रमेश ने धीरे धीरे धक्के लगाने स्टार्ट किए मैं उउउउउआआअ कर रही थी रमेश बोला कुसुम पूरा डाल दू पिंकी बोली अभी इस हरंजड़ी के अपना पूरा लोड्ा अंदर नही डाला रमेश ने दुबारा धक्का मारा उसका लंड छूट को चीरता हुआ मेरी बच्चे दानी को टच करने लगा मैं चीखती रही पर रमेश ने स्पीड से धकके मारने शुरू कर दिए, उधर पिंकी झड़ने वाली थी वो आंट-शॅंट बोल रही थी आआआ......राजा ज़ोर से चोदो अपनी रानी को मुझे चोद चोद के मार डालो मनोज भी झड़ने वाला था मनोज भी बोल रहा ले संभाल इसको अपनी चूत मे ले मैं आअ रहा हू आआआ मैं गया
जैसे ही मनोज झाड़ा दो काम एक साथ हुए, मनोज ने अपना टपकता लंड मेरे मूह मे डाल दिया और सुरेश ने पिंकी को अपने उप्पर खींच के पिंकी की चूत मे लंड घुसा दिया मेरे मूह मे मनोज का लंड झाड़ रहा था उसके लंड से पिंकी की चूत का स्वाद आ रहा था पूरी तरह झड़ने के बाद भी मनोज का लंड बड़ा दिख रहा था मैं लंड पकड़ कर बोली पिंकी अपनी चूत मे इतना बड़ा लंड कैसे ले गयी, पिंकी सुरेश के लंड पर बैठे थी सुरेश ने उसकी कमर मे हाथ डाल कर अपने उप्पर लिटा लिया पिंकी की चुचिया रमेश की छाती से दब गयी और पिंकी के चुतताड बाहर को उभर आए सुरेश ने अपनी टांगे मोड़ के धक्के मार रहा था मैं पिंकी की ओर देख रही थी तो रमेश ने मुझे उठाया और पिंकी की चूत के पास ले आया वाहा मुझे कुत्ति की तरह झुका के पीछे से लंड दुबारा घुसा दिया मेरा मूह पिंकी के चुतताड़ो की तरफ था मनोज ने मेरा मूह पिंकी की गांद पर लगा दिया मैं पिंकी की गांद चाटने लगी पिंकी के मूह से सिसकारिया निकल रही थी मेरी जीब थोड़ी सी नीचे आई तो वो सुरेश के लंड को टच कर रही थी मैं सुरेश की गोलिया सहला रही थी तभी सुरेश ने लंड निकाला मैने उसे चूस के दुबारा पिंकी की चूत मे डाल दिया मैं अपने चरम पर थी मैं रमेश को बोली अंकल तेज़ चोदो मुझे और हा सनडे को मम्मी आ रही है मैने मम्मी के साथ चुदना है रमेश बोला ये कैसे होगा मैं बोली मैं और मम्मी साथ मे चुद चुकी है पिंकी बोली मैं भी बुआ के साथ चुड़ूँगी रमेश ने स्पीड बढ़ाते हुए कहा ठीक है मैं उुआअ कर रही तभी मेरा बदन कस गया और मैं निढाल सी पड़ गयी रमेश ने भी मेरी चूत मे पिचकारी मारनी स्टार्ट कर दी उधर पिंकी और सुरेश झाड़ चुके थे सारी रात मैं और पिंकी ऐसे ही चुद्ती रही .
समाप्त
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RE: Hindi Sex Stories By raj sharma
'कैसी लगी रात की चुदाई '
दोस्तो मैं यानी आपका दोस्त राज शर्मा एक और कहानी लेकर हाजिर हूँ दोस्तो मैं रक्षाबन्धन की छुट्टी मे घर पर अकेला था. सनडे को मैं अपने दोस्त के घर गया. उसकी एक बहन है जिसका नाम है भावना. देखने मे बिल्कुल ही डॉल लगती थी. उसकी हाइट 5 फिट 6 इंच थी. मैं अक्सर अपने दोस्त के घर उसके पास जाता था. वो इतनी सुंदर और गोरी थी कि मैं उसे बयान नही कर सकता हू. मैने उसके साथ सेक्स करने का प्लान तो कयि बार बनाया लेकिन मौका ही नही मिलता था. उस दिन मेरे दोस्त के मम्मी,पापा नोएडा गये हुए थे,मेरा दोस्त और उसकी बहन घर पर अकेली थे जब मैं पहुचा तो मेरे दोस्त ने मुझसे कहा कि वो भी नोएडा जाना चाहता था पर भावना के एग्ज़ॅम(यूनिट टेस्ट)के वजह से नही जा पाया, फिर उसने कहा कि तुम कुछ दिन मेरे घर रुक जाओ तो मैं नोएडा चला जाउन्गा, मेरे तो दिल की हसरत जैसे पूरी हो गयी लेकिन उसे शक ना हो इस लिए मैं हिचकिचाने लगा पर वो रिक्वेस्ट करने लगा तो मैं तैयार हो गया मेरा दोस्त दोपहर की ट्रेन से नोएडा चला गया.उसे स्टेशन छोड़ने के बाद मैं जब वाहा पहुँचा तो मैने भावना को हाफ पैंट और टी शर्ट मे बेड पर बैठा पाया. मैं उसकी गोरी टाँगो पर देखता रहता था. लेकिन उसने कभी ध्यान नही दिया. मैं कुच्छ देर तक उसके साथ बात करता रहा. अब मैं सोने के लिए तैयार होने लगा. मैने अपनी पैंट खोल के तावेल पहन लिया और बेड पर लेट गया.उसके घर मे सिर्फ़ दो रूम ही थे चुकी इस रूम मे ए.सी.था इस लिए वो भी उस रूम मे आ गयी.
भावना भी सीधी रूम के दरवाजा को बंद कर के लाइट बुझा के नाइट बल्ब को जलाकर के मेरे बगल मे आके लेट गयी. उसने अपनी पीठ को मेरे तरफ कर रखा था. मैं कुच्छ देर तक सोचता रहा. कुच्छ देर के बाद मैने फाइनल डिसाइड कर लिया कि अब मुझे सोचना नही चाहिए. मैने अब अपनी कमर को उसकी कमर से सटा दिया. उसने अपनी कमर को थोड़ा सा खिचा. मैने फिर थोड़ी देर के बाद अपनी कमर को उसकी कमर से सताया. अब वो दीवाल मे सॅट चुकी थी. सो मैने अपनी कमर को उसकी कमर मे सताने के बाद जैसे ही अपने हाथ को उसकी कमर पर रखा तो उसने बोला 'ये क्या कर रहे हो' मैने बोला वही जो एक जवान लड़का एक सुंदर जवान और हसीन लड़की को अकेले मे पाकर करता है. वो बोली ' नही मैं ये नही करूँगी'. मैने बोला कि 'क्यो तुम्हारा मन नही करता' वो बोली नही ये ग़लत है. मैने बोला कि ग़लत क्या है. ये तो बिल्कुल सत्य है. अब मैं ने ये कहते हुए उसकी पैंट के एक बटन को खोल दिया. उसने मेरे हाथ को पकड़ के अपने कमर से हटा दिया. मैने पिछे से उसके पैंट को खिच दिया. वो पैंट को खिच के पहनने लगी तो मैने उसके हाथ को हटा दिया और उससे बोला ' क्यो दिखावा कर रही है, तुम्हारा मन भी तो है., और मैने उसकी पैंट को दोनो हाथो से पकड़ के खोल दिया. उसने मुझे धक्का दे दिया और रूम का डोर खोलने लगी मैने उसे पक्कड़ कर बेड पर गिरा दिया और उसके बूब्स दबाने लगा. अब मैं अपने एक हाथ से लंड को पकड़ के दूसरे हाथ को उसके गंद पर फेरते हुए अपने लंड को उसके गंद के होल के पास ले गया. अब मैने एक हाथ से उसके गंद को फैलाते हुए अपने लंड को उसकी गंद मे जाने के लिए रास्ता दिखाया. अपने लंड को.
मैने उसकी गंद के होल के दरवाजे पर रखते हुए उसके कमर को पकड़ के अपनी कमर को ज़ोर का झटका मारा और वो आआऔऊक्कककककककााआआअ कर के सिसक उठी. मैने पुछा क्या हुआ गया है. वो बोली हाआआआआअ अब मैने अपने हाथ से उसकी कमर को पकड़ के अपने तरफ खीच के अपने लंड को उसकी गंद मे जल्दी से जल्दी ले जाने के लिए ज़ोर ज़ोर के झटके मारने लगा. वो मेरे हर झटके के साथ आआआआआआआआआआअहह ऊऊऊऊऊओह हाआआआआआत की आवाज़ निकालती जो मेरे मन को और भी बढ़ाती थी. कुच्छ देर मे मैने अपने पूरे लंड को उसके गंद मे घुसा दिया था. दस मिनट के ठेलम पेल के बाद मेरा संपूर्ण लंड उसकी गंद मे घुस गया था मैने कुछ ही धक्के लगाए थे की मेरा वीर्य निकल गया फिर मैने अपने लंड को निकाल दिया और कुच्छ देर तक वैसे ही लेटे रहने के बाद उठ के बाथ रूम मे चला गया. मैने पेशाब करने के बाद अपने लंड को पूरी तारह से सॉफ किया और तब मे रूम मे आया. आने के बाद मैने भावना को वैसे ही बेड पर पड़ा पाया. मैने बोला जाओ बाथरूम नही जाना.' वो बिना कुच्छ बोले बाथ रूम मे चली गयी . मैने अब अगले दौर की तैयारी करना सुरू कर दिया. मैने अपने लंड को तेल के डिबे मे डाल दिया. जैसे ही भावना रूम मे आई मैने उससे पूरे कपड़े उतारने के लिए बोला वो बोली कि 'अब चोदोगे भी?' मैने बोला हा ये तो अभी ट्रेलर था अभी फाइनल तो बाकी है. उसने अपनी टी शर्ट और ब्रा को खोल के बेड के पास रख दिया. मैने देखा कि उसकी चूत पर तो एक भी बाल नही था. मैं इसी तरह के चूत को चोदना पसंद करता हू. मैने उसके हाथ को पकड़ के अपने लंड को उसके हाथ मे पकड़ाते हुए उसे मूह मे लेने के लिए बोला क्योकि मैं अभी पूरी तरह से तैयार नही हुआ था. उसने मेरे लंड को अपने हाथ मे लेलिया और अब झुक के मेरे लंड को अपने मूह मे लेने के बाद चूसने लगी.
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RE: Hindi Sex Stories By raj sharma
ये बोल कर मैने उसके सर को पकड़ कर अपने होंठ उसके होंठो से सटा दिए और ज़ोर से उसके होंठो को चूसने लगा और मैने एक हाथ से उसकी राइट साइड के चूतड़ को दबाने लगा और लेफ्ट साइड मे मैने हाथ से कमर को पकड़ा,मैने नीलिमा को ज़ोर से पकड़ा था और वो मुझसे छूटने की कोशिश कर रही थी. मैं 3 मिनिट तक उसके होंटो को चूस्ता रहा और उसके चूतड़ दबाता रहा . ओह माइ गॉड क्या बड़े बड़े और मस्त चूतड़ थे उसके मुझे तो जन्नत लग रहा था ,फिर मैने देखा की अब कुछ कुछ नीलिमा भी कमजोर पड़ती जा रही थी क्योकि मैने उसे बड़ी ज़ोर से पकड़ा था. पानी अभी भी पूरे रफ़्तार मे बरस रहा था. मैने नीलिमा के होंटो को छ्चोड़ उसकी चुचियो को उसके सूट के उपर से ही दबाने और चूसने लगा अब मैं पूरे जोश मे आते जा रहा था.
मैने नीलिमा की सलवार का नाडा खिच दिया. सलवार लूस होकर रह गया. क्यूकी उसका बदन से गीला होकर चिपका हुआ था. मैने उसे उसकी गांद से नीचे कर दिया. और एक हाथ अंदर डाल कर उसके पॅंटी मे हाथ को डाल दिया और उसे सहलाने लगा. नीलिमा अब सिर्फ़ मुझे "छ्चोड़ दो भैया ये ग़लत है" ऐसा बोले जा रही थी लेकिन मैं कहा सुनने वाला था मैं तो अपनी धुन मे ही था और उसके गांद और चुचि को दबाए जा रहा था. मैने उसकी सलवार को नीचे से पकड़ कर हाथो से खिचने लगा और मैने उसकी सलवार नीचे से ज़ोर से खिच कर उतार दिया उसकी नंगी टाँगो को देख कर मुझे और जोश आ गया और मैं उसकी टाँगो को चूमता हुआ उसकी टाँगो पर पड़ने वाली बूँदो को चूस रहा था और अपनी जीब से उसकी चिकनी टाँगो को चाट और चूम रहा था.
टाँगो को 5 मिनिट तक चूमता रहा और नीलिमा अब उसे भी अब मज़्ज़ा आने लगा था वो सिर्फ़ आँखे बंद किए हुई थी मैने अब तुरंत उसकी समीज़ भी उपर से खिच कर निकाल दी अब और उसे ज़मीन पर लेटा दिया, छत के चारो तरफ से बौंड्री होने के कारण हमे कोई भी अगाल बगल के लोग नही देख सकते थे अब मेरी प्यारी कज़िन नीलिमा ब्रा और पॅंटी मे थी. मैने उसके गोरे बदन को देखकर पागल हो गया एक तो गोरा ओर मासल बदन उपर से पानी का पड़ना, क्या बताऊ दोस्तो ग़ज़ब की फिगर लग रही थी.मैने उसके पेट को पहले चूमा और चूमते हुए उसके चुचियो की तरफ बढ़ा मैने अब नीलिमा की एक हाथ से चुचि दबाना स्टार्ट किया और नीलिमा के होंठो को चूसने लगा. नीलिमा अब थोड़ी जोश मे आ गयी थी और सीई सीयी सीयी स आहह..उम्म्म्म…संजूऊू..उफफफ्फ़..एमेम..की आवाज़ निकाल रही थी. मैने नीलिमा के ब्रा को खोल कर उसकी चुचियों को उपर से आज़ाद कर दिया उसके टाइट ब्रा के खुलते ही उसकी प्यारी और मस्त चुचिया आज़ाद हो गयी मैने उस्स्की चुचियो के निपल को दबाने लगा और बीच बीच मे उसे चूस और बाइट भी कर रहा था,
मैं धीरे धीरे उसके बदन को चूमते हुआ नीलिमा के जाँघो के पास आया और नीलिमा की गुलाबी पॅंटी को खींच कर उतार दिया मैने जैसे ही पॅंटी उतारी नीलिमा ने अपने पैरो को मोड़ लिया जिससे उसकी चूत च्छूप गयी. पानी अभी भी पड़े जा रहा था. मैने नीलिमा के दोनो पैरो को ज़ोर लगा के हटाया नीलिमा की चूत गुलाबी और टाइट लग रही थी और उस पर ब्लॅक कलर के हल्के बाल थे मैं अब उसकी चूत को चूमने लगा मैने नीलिमा रानी की गुलाबी चूत के दोनो फांको को हटाया और उसे अपनी जीभ से चाटने लगा . वाउ क्या टेस्ट था मेरी कज़िन की चूत का मैं उसकी चूत को चूस्ते जा रहा था मैने देखा अब नीलिमा भी जोश मे आ गयी थी और उसके मूह से आहह आ अहह अहह ह आआअसस्स्स्स्स्स्स्स्सस्स आस्स्स्स्स्स्सस्स आस्स्स्सस्स ष्ह.. हाईईईई..माआआअ… अच्छाअ.लग रहा हाईईईई.. कारू.. की आवाज़ आ रही थी. करीब 10 मिनिट नीलिमा की चूत चूसने के बाद मैने नीलिमा की टाइट चूत मे एक उंगली घुसा कर फिंगरिंग स्टार्ट कर दी नीलिमा मेरे हाथ को पकड़ कर निकालने की कोशिश कर रही थी लेकिन मैने उसके हाथो को हटाए रखा और उसकी फिंगरिंग करता रहा मैने देखा कि उससे वाइट टाइप का कोई चिपचिपा पानी जैसी चीज़ चूत से निकल रही है मैं समझ गया कि मेरी रानी का चूत का पानी गिरने लगा है मैने झत से झुक कर उसे चाटने लगा जैसे ही मेरी जीभ चूत के अंदर गयी नीलिमा एक दम पागलो की तरह आआआअहह आआहह ह ऊऊऊऊ ऊऊओ आआआआअहह..ओह…माआ..इष्ह….. उफफफफफफफफफफफ्फ़.. ज़ोर से..और ज़ोर सीईए… चटूऊऊओ.... किए जा रही थी. उसने ना जाने कितना पानी मेरे मुँह के अंदर डाला. मेरा 7.5 इंच का लंड भी अब पूरी तरह से खड़ा हो गया था, अब मुझे देर करना ठीक नही लगा सो मैने अपनी पॅंट निकाल दी.
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RE: Hindi Sex Stories By raj sharma
अंदर अंडरवेर नही था. मैने नीलिमा के पैरो को उठा कर फैलाया और अपना लंड का सूपड़ा उसकी चूत पर रखा और ज़ोर से धक्का मारा, मेरा आधा लंड मेरी प्यारी कज़िन नीलिमा की चूत मे घुस गया और नीलिमा की ज़ोर से चीख निकल गयी "अहह मुम्मय्ययययययययययी आआआआहह ऊऊहह दरर्रदद्ड़ हूओ र्र्र्र्र्र्र्रररहहााअ हाइईईईईई आआआआहह "भैया दर्द हो रहा है निकालो जल्दीीई आआआआआआहह .. मैं.. मर जौंगिइिईईईईईईईईईईईईई…. बहुत दर्द हो रहा हाईईईईईईई….. उसकी चूत से खून निकल कर छत के फ्लोर पर फैल रहा था.. उसकी सील टूट गयी थी.. लंड का सूपड़ा अंदर फँस गया था…और वो धीरे धीरे रोने लगी , मैने उससे कहा मेरी जान बस थोड़ी देर मे मज़्ज़ा आने लगेगा और ये कह कर मैं उसके उपर लेट कर उसके गुलाबी निपल को चूसने लगा और उसकी चुचियो को दबाने लगा फिर भी नीलिमा अपने सिर को दोनो तरफ हिला रही थी और मुझे हाथो से धकेल कर हटाने की कोशिश कर रही थी. उसका मुँह से हुशह..हाअ…ही आहह आह की आवाज़ आ रही थी. मेरा आधा लंड नीलिमा की चूत मे था और फुफ्कार रहा था और मुझसे बर्दस्त नही हुआ और मैने नीलिमा की कमर को हाथो से पकड़ कर ज़ोर से एक शॉट और दिया और इस बार मेरा पूरा लंड नीलिमा की चूत मे घुस्स गया मैने तुरंत अपने एक हाथ से उसका मूह दबा दिया जिससे नीलिमा की आवाज़ दब के रह गयी मैने देखा दर्द से नीलिमा के आँखो से आँसू गिर रहे थे और वो ज़ोर ज़ोर से अपनी कमर को हिला रही थी ताकि मेरा लंड उसकी चूत से निकल जाए .मैने झुक कर उसके आँसुओ को चूस लिया और फिर उसके मूह से हाथ को हटा कर उसके होंटो को चूसने लगा थोड़े देर ऐसे ही करने के बाद मैने आपने लंड को बाहर ताकि निकाल कर एक ज़ोर का शॉट मारा और मेरा लंड नीलिमा की चूत के जड़ तक घुस गया अब मेरे लंड का बॉल और उसकी चूत का बॉल एक दम सत गया था मैं पूरे जोश मे नीलिमा की चुदाई करने लगा .नामिया के मूह से सिर्फ़ कराह निकल रही थी वो" आआआअहह अहह अहह ऊऊऊऊहह "किए जा रही थी.. करीब 10 मिनिट मे वो बहुत ज़ोर से चिल्लाने लगी..आआहह.. भैया… मुझे कुछ हो रहा है… कुछ निकलेगाआ… मैं समझ गया वो झड़ने वाली है.. मैने स्पीड और तेज कर दी.. वो मुझसे चिपक गयी और अपने पैर मेरे कमर से लप्पेट दिए.. उसने पहली बार मेरे होंटो को चूमा और वैसे चिपक कर झाड़ गयी… मैं रुका नही.. उसे किस किया और मैं उसे ज़ोर ज़ोर से चुचियो को दबाते हुए बहुत कस कस के उसकी टाइट चूत मे लंड आगे पीछे किए जा रहा था. करीब 15 मिनिट लगातार चोदने के बाद मैने देखा कि अब नीलिमा थोड़ा शांत लग रही थी और आँखे बंद करके आअहह ह ह किए जा रही है मैने अपने लंड को चूत से बाहर निकाला और नीलिमा की कमर को पकड़ कर उसे डॉगी स्टाइल मे कर दिया नीलिमा घुटनो के बल डोगी स्टाइल मे हो गयी क्योकि मैं नीलिमा को गांद की तरफ से चोदना चाहता था ताकि उसकी रसबरी गांद का मज़्ज़ा भी ले सकु .उसके बाद मैने नीलिमा रानी की चूत मे अपना लंड पीछे से लगाया.. थोड़ा उसे गांद और चूत पर रगड़ा.. उसने अपनी चूत उभार दी.. मैने अपने लंड को चूत मे घुस्सा कर उसे पूरी रफ़्तार से चोदने लगा ,चोदते समय मेरा पूरा लंड उसकी चूत मे जा रहा था,मैं उस समय हैवान के जैसा फील कर रहा था इस तरह और 15 मिनिट की चुदाई के बाद मैने तेज धक्को के साथ मेरा लंड उसका चूत मे घुसेड़ा और अंदर करीब 7-8 गरम पिचकारी मार के चूत को भर दिया. उसकी गरमी से नीलिमा भी सिहर कर झाड़ गयी.इस तरह से मैने आपना रस नीलिमा के चूत मे ही गिरा दिया .
मैं अब पूरी तरह से थक गया था मैं नीलिमा के बगल मे ज़मीन पर उस मूसलाधार बरसात मे ही लेट गया, नीलिमा भी आँखे बंद करके लेटी हुई थी. मैने सोए हुआ सोचा कि मैने क्या कर दिया पता नही नीलिमा क्या करेगी इतने मे नीलिमा मेरी तरफ मूड कर के बोली "भैया आप बहुत बेदर्दी से करते हो, मेरी चूत की क्या हालत कर दी है.. थोडा प्यार से नही कर सकते थे. एक तो तुम्हारी लंड इतना मोटा और सख़्त है उपर से तुम्हारी धक्के.. पूरे एक घंटे चोदा तुमने मुझे.. देखो चूत कैसी हो गयी है.. मैं हाथ भी नही लगा पा रही ..सूज गयी है और दर्द भी हो रहा है."
मैं तो ये सुन कर हैरान था. मुझे तो लगा था कि वो मुझे दाँटेगी और मेरे मोम डॅड से शिकायत की बात कहेगी. लेकिन उसने ऐसा कुछ नही कहा. फिर उसने बोला कि भैया मुझे मालूम था कि मेरे सोने के बाद आप मेरी पॅंटी से मेरी चूत मे उंगली करते हो और जब आप ब्लू फिल्म देखते थे तो मैं भी छुप कर देखती थी. इस पर मैने पूछा कि तो तुमने कुछ बताया क्यो नही. तो नीलिमा ने बोला भैया मुझे भी मज़्ज़ा आता था. लेकिन बोलने मे शरम भी आती थी. और ये कह कर वो मुझसे लिपट गयी और मेरे गालो को किस करने लगी. थोड़ी देर मे हमे ठंड लगने लगी और पानी भी बरस रहा था. इस लिए हम दोनो सीढ़ी पर आकर टवल से अपने बदन को पोछने लगे तभी नीलिमा को नंगे देख कर मुझे फिर से जोश आने लगा. मैने पीछे से जाकर नीलिमा को फिर से पकड़ लिया . अब मैं उसके मखमली बदन और उसके मस्त गांद को चूमने लगा और नीलिमा प्यार से बोल रही थी "छ्चोड़ो ना भैया क्या कर रहे हो अभी तक मन नही भरा" मैने बोला माइ लव तुमसे कभी दिल भर सकता है और मैं उसके पैरो और गांद(आस )को चूमते रहा. थोड़ी देर पूरे बदन को चूमने के बाद नीलिमा भी थोड़ी जोश मे आ गयी. मैने कहा कि नीलिमा मैं इस बार तुम्हारी गांद भी मारूँगा तो उसने मना कर दिया बोली की नही भैया, मैं नही मरवाउन्गि मुझे बहुत दर्द होगा.
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