09-19-2020, 01:30 PM,
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desiaks
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RE: Thriller Sex Kahani - मिस्टर चैलेंज
अल्लारखा और ललिता के मर्डर के बाद मैंने हत्यारे को पहचाना । वह वजह जानी जिसके कारण वह हत्याएं कर रहा था । लविन्द्र की हत्या को भी मैं चाहती तो नहीं रोक सकती थी । बाकी बचे एकता , नगेन्द्र , गुल्लू और ऐरिक । इन चारों की हत्या से पहले मैं हत्यारे को जरूर गिरफ्तार कर सकती थी , मगर नहीं किया । दो कारण थे ---- पहला , मैं दिल से मानती थी हत्यारा ठीक कर रहा है । दूसरा , उस स्पॉट पर हत्यारे को पकड़ने से लाभ क्या था ? उसे चन्द्रमोहन , हिमानी , अल्लारक्खा , ललिता और लविन्द्र की हत्याओं के इल्जाम में फांसी होती और एकता , नगेन्द्र , गुल्लू तथा ऐरिक को सत्या की हत्या के जुर्म में । मरना उन सभी को था तो सोचा --- हत्यारे को अगर फांसी होनी ही है तो उन सबको मारने के बाद क्यों न हो जो कानून के हिसाब से भी मौत के हकदार है । "
" वो है कौन विभा ? किसने बदला लिया सत्या की हत्या का ? "
" मैं तुझे नहीं छोडूंगा हरामजादे । " राजेश जुनूनी अवस्था में ऐरिक के बाल पकड़े उसे झंझोड़ता हुआ दहाड़ा ---- " कच्चा चबा जाऊंगा तुझे ।
" राजेश " जीप को ड्राइविंग सीट पर बैठा रणवीर ने कहा ---- " इंस्पेक्टर पीछा कर रहा है । "
" करने दे । " संजय ने कहा- तेज दौड़ा । आज ड्राइविंग देखनी है तेरी ।
" रफ्तार पहले ही अस्सी से ऊपर थी। रणवीर का पैर एक्सीलेटर पर दबाव बढ़ाता चला गया । जीप हवा से बातें करने लगी । पिछली जीप की रफ़्तार भी उसी अनुपात में बढ़ गई थी । दोनों जीप मेन रोड पर शहर से बाहर निकल चुकी थी ।
ऐरिक हलाल होते बकरे की तरह डकरा रहा था । गुस्ससे में पागल हुए जा रहे संजय ने अपने सिर की भरपूर टक्कर उसकी नाक पर मारी । ऐरिक फड़फड़ा उठा । नाक से खुन का फव्वारा फुट पड़ा ।
" कमीने ! कुते ! " असलम दहाड़ा ---- " हमें पहले पता लग जाता तुमने सत्या मैडम की हत्या की है तो किसी को तुम्हारे खून से अपने हाथ रंगने की जरूरत नहीं पड़ती । हम ही तुम्हारे जिस्मों के चीथड़े करके चील - कब्वो के सामने डाल देते । " तभी जीप जोर से उछली ।
संजय ने कहा ---- " क्या कर रहा है रणवीर ? "
" क्या करूं ? सड़क में गडडे ही इतने है ! " " इंस्पैक्टर नजदीक आता जा रहा है ।
" शेखर ने पिछली जीप पर नजरें गड़ाये कहा । " ऐरिक को मार डाल राजेश ! इंस्पैक्टर नजदीक आ गया तो बचा लेगा इसे ! गोली मार दे साले को । "
" नही ! इतनी आसान और सीधी - सादी मौत नहीं मरेगा ये ! " राजेश ने कहा ---- " इसकी मौत भी कुछ वैसी ही नई टैक्निक लिए होगी जैसे इसके साथी मरे । "
" क्या करना चाहता है ? " संजय ने पुछा । " सब अपनी अपनी कमीज उतारो । " राजेश मानो पागल हो चुका था ---- " हम इसे बांधकर जीप के पिछले कुंदै में लटका देंगे । इस्पैक्टर के देखते - देखते सड़क पर घिसटता हुआ मर जायेगा साला ! "
उनका भयानक ईरादा सुनकर ऐरिक के छक्के छूट गये । तिरपन कांप गये ।
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RE: Thriller Sex Kahani - मिस्टर चैलेंज
बार - बार वैसा न करने के लिए गिड़गिड़ाने लगा । मगर सुनने का होश किसे था ? शेखर ने कहा ---- " इंस्पैक्टर और नजदीक आ गया है ।
" तु कमीज उतार । " राजेश बोला । रणवीर के अलावा सबने पल भर में कमीज उतार दी । राजेश ने एक कमीज का सिरा ऐरिक की दोनों कलाइयां जोड़कर उसमें बांधा । संजय ने बाकी कमीजों में गांठ लगाकर रस्सी थमा दी । उपर दातों पर दांत जमाये जैकी अपनी जीप की रफ्तार बढ़ाये चला जा रहा था । देखते ही देखते उसका बोनट अगली जीप के पिछले भाग से टच करने लगा ।
शेखर चिल्लाया .... " तेज चला रणवीर । "
राजेश ऐरिक को सड़क पर लटकाने की प्रक्रिया में जुटा । संजय ने कहा -- " रिवाल्वर दे ! मैं देखता हूं इंस्पैक्टर को ! " राजेश ने रिवाल्वर उसे दिया ।
संजय पिछली जीप पर फायर करने के लिए उसे संभाल ही रहा था कि दोनों जीप' घाड से टकराई।
स्टूडेन्ट्स की जीप खिलौने की तरह हवा में उछल गई ।
फिजा में अनेक चीखें गूंजी ।
हवा में उछलने के बाद जीप ढलान पर गिरी और लुढ़कती चली गयी ।
जैकी ने जोर से ब्रेक लगाकर अपनी जीप सड़क पर रोकी । कूदकर ढलान की तरफ भागा । उधर जीप जब ढलान तय करने के बाद खेत में रुकी तो उलटी खड़ी थी ।
छत जमीन पर पहिये हवा में ।
ऐरिक के अलावा राजेश , रणबीर , संजय , शेखर और असलम आदि सभी जख्मी हो चुके थे । इसके बावजूद न केवल बाहर निकले , बल्कि बंधे हुए ऐरिक को भी घसीटकर निकाला । तब तक दौड़ता हुआ जैकी उनके नजदीक पहुंच चुका था ।
राजेश ने झपटकर जीप के नजदीक पड़ा रिवाल्वर उठाया । रणवीर , संजय और शेखर आदि उन्हें अपने पीछे लेकर जैकी के सामने अड़ गये । ऐरिक चीखने वाली मशीन की मानिन्द चीख रहा था ।
राजेश रिवाल्वर की नाल उसकी कनपटी से सटाता चीखा ---- " आगे मत बढ़ना इस्पैक्टर ! वरना इसे गोली मार दूंगा । " ठिठकते हुए जैकी ने कहा ---- " नहीं राजेश । तुम ये बेवकूफी नहीं कर सकते । "
" करना तो नहीं चाहता इंस्पैक्टर लेकिन तुमने मजबूर किया तो करनी पड़ेगी । "
" और बीच में खड़े है हम ! " रणवीर गुर्राया ---- " हिम्मत है तो आगे बढ़ो इस्पैक्टर सत्या मैडम की कसम ! हमे पार करके राजेश तक नहीं पहुंच सकते तुम । "
" ये हमारा शिकार है । हमारी सत्या मैडम का खून किया है हरामजादे ने । " संजय कहता चला गया ---- " तुम जाओ यहां से ! बाद में आकर लाश उठा लेना । "
" नहीं संजय ! ऐसा हरगिज नही कर सकता मैं । " पगलाया सा जैकी कह उठा ---- " जिस शख्स ने कानून के रक्षक होने के बावजूद इन दरिन्दों को कानून के हवाले नहीं किया , वह तुम्हारे हवाले करके कैसे जा सकता है ? इनकी बोटी बोटी नोचने का हक केवल मुझे है । केवल मुझे !
सत्या मेरी जान थी , मेरी जिन्दगी थी , मेरी होने वाली पत्नी थी वो । और इन राक्षसों ने उसे मार डाला । बोलो ! अब बोलो इसकी बौटियां नोचने का हक किसे है ? "
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RE: Thriller Sex Kahani - मिस्टर चैलेंज
एरिक सहित सभी अवाक रह गये । राजेश कह उठा ---- " य - ये क्या कह रहे हो इस्पैक्टर ? तुम ? तुमसे मुहब्बत करती थी सत्या मैडम ? "
" हां राजेश जाने कितने सतरंगी सपने देखे थे दोनों ने मिलकर ? हमारा घर होगा ! बच्चे होंगे ! खुशीयों से भर जायेगी हमारी जिन्दगी ! मगर इन कमीनों ने एक ही क्षण में सारे सपनों की धज्जियां उड़ा दी । इसीलिए मैंने खुद एक - एक को चुन - चुनकर मारा ।
अब ऐरिक बचा है । और बचा है ये चाकु ! " जुनूनी अवस्था में कहने के साथ जैकी ने जेब से चाकू निकाल कर खोला । कहा ---- " पहचानो इसे ! यह वहीं चाकू है जिससे इसने मेरे रंगीन सपनों का खून किया । ये चाकु इसके खून का प्यासा है राजेश ! क्या अब भी तुम इसे मेरे हवाले नहीं करोगे ?
" राजेश , रणवीर , संजय , शेखर और असलम ने एक - दूसरे की तरफ देखा । ऐरिक की धिन्घी बंध चुकी थी । रो - रोकर खुद को उसके हवाले न करने के लिए कहने लगा वह । जज्बातों का आंधी में घिरा जैकी कहता गया-- " इस केस के दरम्यान मैंने कदम कदम पर महसूम किया और इस वक्त अपनी आंखों से देख रहा हूं कि तुम लोग सत्या को कितना चाहते थे । कितना प्यार करते थे उससे । इसका एक ही कारण है — वह भी तुममे बेइंतिहा प्यार करता थी । तुम्हारे किसी नुकसान को तो वरदास्त कर ही नहीं सकती थी सत्या। फिर भला मैं तुम्हें कैसे तबाह होने दे सकता हूं । इसे तुमने अपने हाथों से मारा तो कानून तुम्हारे पीछे पड़ जायेगा मेरे बच्चो । भविष्य बिगड़ जायेगा तुमारा । मेरी सजा मुकरर हो चुका है । इसके कत्ल के बाद भी फांसी होगी . पहले भी फांसी । जिस सत्या को प्यार करते थे उसी सत्या की कसम है तुम्हें , अपना केरियर तबाह मत करो । सत्या की आत्मा को दुख् होगा । मेरे हवाले कर दो इसे । "
" लो जैकी भैया ! लो । " कहने के साथ राजेश ने ऐरिक को इतना तेज धक्का दिया कि बुरी तरह चीखता लड़खड़ाता वह जैकी के कदमों में जाकर गिरा । , संजय दहाड़ा ---- " हलाल कर दो हरामजादे को । "
" बोटी - बोटी नोच डालो । " रणबीर ने कहा । असलम बोला ---- " खुदा भी ऐसे जालिमों का यही अंजाम चाहता है । "
" इसका खून सत्या मैडम के लिए सच्ची श्रद्धांजली होगी । शेखर बोला ।
जैकी के चेहरे पर तो पहले ही आग थी । अपने कदमों में पड़े ऐरिक का कुर्ता पकड़कर उसे ऊपर उठाया । ऐरिक मिमिया रहा था । जैकी के दांत भिजते चले गये । दांये हाथ की मुट्टी चाकु के फल में गड़ी जा रही थी । गुस्से और जुनून के कारण जैकी के जिस्म की हर नसें उभर आई । आग में लिपटे लफ्ज निकले उसके मुंह से ---- " यही चाकू है न वो ! यही चाकू है न जिससे तूने मेरी सत्या को मार डाला।
देख ---- सत्या का खून तक साफ नही किया मैंने इससे । उस दिन से इस दिन तक के लिए संभालकर रखा था इसे...... तेरा अंत इसी से होना था। " ऐरिक तेरा खेल इसी से खत्म होगा।
कहने के साथ ही चाकु खच्च से ' ऐरिक के पेट मे धंस गया ।
ऐरिक के हलक से चीख ,और पेट से खून का फबबारा उछला ।
उसके खून से लहूलुहान हो उठा जैकी ।
मगर रूका नही जैकी ... दांत पर दाँत जमाये चाकू का फल बाहर खींचा ।
वातावरण में ' खच्च खच्च ' की आवाजें गूंजती चली गई। जैकी मानो पागल हो गया था ।
बिजली से चलने वाले मशीन की तरह चल रहा था उसका हाथ। यहां तक कि ऐरिक के हलक से आवाजे निकलना बंद हो गयी । वह मर चुका था । मगर जैसी को होश कहाँ ?
लाश पर ही चाकु बरसाता रहा वह ।
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05-12-2021, 08:39 PM,
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Burchatu
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RE: Thriller Sex Kahani - मिस्टर चैलेंज
Bahut hi sundar laga padh kar
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