07-17-2020, 10:47 AM,
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desiaks
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RE: Sex kahani द मैजिक मिरर (Tell Of Tilism)
मंगल ने धीरे से अपने दोनों हाथ उस लड़कीं की गाँड़ पर रख दिये। लड़कीं के चूतड़ों को बड़े आराम से सहलाने लगा। लड़कीं ने जब मंगल के हाथों को अपनी गाँड़ पर महसूस किया तो आगे की और झुक गयी।
श्याम और राज उठ कर मंगल के दोनों साइड में खड़े हो गए ताकि आस पास के लोगो को दिखे नहीं। तभी मंगल उस लड़की की स्कर्ट ऊपर कर देता है। मगर कमाल की बात ये थी कि एक पब्लिक बस में कई अजनबी लड़का उस लड़की की स्कर्ट ऊपर कर रखा था और उस लड़कीं का विरोध बिल्कुल भी नहीं था। उल्टा वो लड़कीं आगे की तरफ झुक कर अपने पैरों को खोल रही थी। एकदम उल्टे v की तरह उस लड़कीं के पैर थे।
मंगल ने जब लड़कीं कि ये हरकत देखी तो तुरंत उस लड़कीं की पेंटी उतार दिया। और उस लड़कीं का एक पैर उठा कर एक पैर से उसकी पेंटी निकाल दी और दूसरे पेर के मोजे मैं उस पेंटी को डाल दिया।
राज ने जब लड़कीं कि पेंटी उतारते मंगल को देखा तो राज का लन्ड एक दम तन्ना गया।
राज अब हर हालत में उस लड़की को चौदना चाहता था। राज ने हल्के से अपने लन्ड को सहलाया लेकिन जब मंगल ने राज को अपना लन्ड सहलाते देखा तो इशारा से मना करने लगा।
राज ने जब ये उस इशारे को समझा तो पता चला कि मंगल उस लड़की को चोदने के लिए मना कर रहा था। राज अभी इस बात का कारण समझने की कोशिश कर ही रह था कि मंगल ने श्याम के बैग से कुछ निकाल और उस लड़की की चूत पर रख दिया। बड़ी अजीब सा था वो। ऐसा लग रहा था जैसे वो चूत पर चिपक गया हो। उसकी शेप सब कुछ पैड की तरह थी।
राज एक बार फिर से सोचों में गुम था ।
राज जब तक अपनी सोच से बाहर निकलता तब तक मंगल ने उस लड़कीं की पेंटी को फिर से ऊपर कर दिया। श्याम और मंगल उस लड़कीं के पास से हट गए। अब वो लड़कीं राज की तरफ बड़ी प्यासी नज़रों से देख रही थी।
उस लड़कीं कि नज़र राज के तन्नाये हुए लन्ड पर थी। लेकिन राज उज़ लड़कीं की आंखों में देखते हुए आने दोस्तों के पास चला गया।
अगले 20 मिनट के सफर में लड़कीं ना जाने कितनी बार पानी छोड़ी। उसके पैरों के नीचे का बस का फ्लोर बिल्कुल गीला था। जब राज ने मंगल से उस पेड जैसे दिखने वाले कपड़े के बारे में पूछा तो मंगल ने बोला।
मंगल: वो एक बहुत की कमाल का जापान गेजेट है। उसे वाइब्रेटर कहते है। कमाल भी बात ये है कि ये वरजिन ओर नॉन वर्जिन दोनो लड़कियों के लिए है। ये पेंटी की तरह है। बस गाँड़ और चूत पर टिका होता है। ओर उस से भी कमाल की बात ये है कि उसका कंट्रोलर मेरे पास है ये रिमोट।
तभी बस रुक जाती है। ये राज का घर के पास वाला क्षेत्र था। राज तुरन्त बस से उतर गया। आज राज को बहुत कुछ सीखने को मिला। राज ने बस से उतरने के पहले मंगल और श्याम के मोबाइल नम्बर ले लिए थे।
एक महीने बाद...........
पिछले एक महीने से छोटू की बहन चंचल की बहन के साथ खूब दोस्ती निभा रही थी। राज के कहने पर। वही राज अपनी नई बनी गर्लफ्रैंड के साथ पिछले एक महीने में खूब घुमा चिट्चैट की एयर आपस मे साथ वक़्त गुजारने के साथ साथ दोनो बहुत करीब आगये। आज राज को कोमल पास वाले शहर में ले जा रही थी जहां पर कोमल की बहन और जीजू रहते है।
वहीं पिछले एक महीने से रानी सोनिया और सरिता तीनो अपने जिस्म की आग में जल कर हर रात पिघल रही थी। हर रात तीनो का बिस्तर ओर पेंटी गीली हो जाती थी।
और एक तरफ राज के दोस्तों ने मंगल और श्याम ने दोनों ने मिलकर राज को बहित सी चीजो के बारे में बताया और उनके इस्तेमाल के बारे में भी। और राज ने भी उन्हें चंचल के बारे में बता दिया ताकि उसे चंचल से बदला लेने में मदद मिल सके।
पिछले 1 महीने में राज चंचल के साथ 7 से 8 बार डेट पर गया। लेकिन जैसा कोमल ने राज को कहा था कि चंचल के साथ डेट पर जाओ लेकिन उसे भाव मत देना। और उसी के चलते कोमल चंचल की क्लोज दोस्त बनती गयी।
अब कोमल और राज ने दोनों ने मिलकर एक खेल स्टार्ट कर दिया था। इस खेल में छोटी की बहन ने चंचल की बहन को और कोमल ने खुद चंचल को संभाला हुआ है। वही बाहरी मदद के लिए मंगल और श्याम है ही। अब मंगल और श्याम में राज को चौदना भी सोखा दिया और लड़कीं फंसाना भी।
जब राज ने मंगल से पूछा था कि बस के उस लड़कीं को चौदने क्यों नहीं दिया तो मंगल ने बोला कि " वहां पर भीड़ थी और वो लड़कीं वर्जिन और तेरा लन्ड गधे सा, अगर सुपडे भी डाल देता तो आधा भारत जान जाता कि कोई लड़कि चौद रहा है।
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धीरे धीरे समय बीतता रहा। समय के साथ साथ राज और कोमल का रिश्ता गहरा और गहरा होता चला गया। लेकिन राज की दोनों बहनें और उसकी माँ का दिल और दिन और रात दोनों बेचैनी से गुजरने लगी।
सरिता संग रानी और सोनिया को भी अभी तक ये समझ नही आ रहा था आखिर शुरुआत कहाँ से करें। तभी एक घटना घटी जिस से वो सब शुरू हो गया जो समाज की नज़र में तो पाप है मगर इन तीनो की नज़र में जीने का मक़सद। लेकिन उस से पहले एक बात रह गयीं जो आप सब का जान ना बहुत ज़रूरी है।
दरअसल पहले मैंने आपको बताया था की राज और कोमल डेटिंग करते करते इतने क्लोज हो गये की कोमल आज राज को अपनी बड़ी कजिन बहन से मिलवाने के लिए ले जा रही थी।
राज ने रानी और सोनिया के ज़रिए से कोमल को अपने मम्मी पापा से पहले ही इंट्रोड्यूस करवा दिया था। साथ ही सबको पता था राज के घर पर की कोमल राज की गर्लफ्रैंड है। इस लिए राज को कोमल के साथ दूसरे शहर में भेजना किसी को भी गलत नहीं लगा।
राज कोमल के साथ बड़े ही रोमांटिक अंदाज में कोमल की पर्सनल कार में सफर करते हुए वहां पहुंचा जहां राज की मुलाकात एक और शैतान से हुई। लेकिन ये शैतान राज का मददगार साबित हुआ।
रात को करीब 8.50 पर कोमल और राज दूसरे शहर की अपनी मंज़िल पर पहुंच गए। वहां जाकर जब कोमल ने दरवाजे की बेल बजायी तो एक बेहद खूबसूरत महिला ने दरवाजा खोला।
राज उस महिला को देखता ही रह गया। वो कोई महिला नहीं बल्कि 27-28 साल की कोई शादी शुदा लड़की थी। उसके चेहरे पर कोई निशान नहीं। यहां तक कि तिल भी नज़र नही आ रहा था। मोटी मोटी आंखें , सुर्ख गुलाबी होंठ, और दूध से रंग में गुलाब का मिला जुला रंग जैसा उसका रंग और गाल, सुडौल छातियाँ, पतली कमर, चेहरे पर क़ातिल मुस्कान और नज़रें जैसे जंग में चलती तलवारें।
राज अभी भी एक टक उस लड़की को देखे जा रहा था। तभी कोमल ने अपने कंधे से राज के कंधे पर मारा और धीरे से कान में बोली.....
कोमल: बस भी करो तुम्हारे साथ तुम्हारी गर्लफ्रैंड भी है....
कोमल की इस बात पर जहां राज झेंप गया था वहीं दरवाजे पर खड़ी खूबसूरत हसीना हँसने लगी। तभी कोमल ने उस लड़की का नाम लिया और उसके गले लग गयी।
कोमल: ओह कोमल दीदी.... मैं आपको बहुत मिस करती हूं। शादी के बाद तो आप जैसे भूल ही गयी।
फिर जब कोमल को याद आया कि राज का इंट्रो तो करवाया ही नही तो कोमल राज का इंट्रो एक नई कोमल से करवाती है।
कोमल: राज मीट मय फेवरेट सिस्टर कोमल रानी...
राज हाथ जोड़ कर नमस्ते बोलता है लेकिन तभी कोमल रानी राज को झिड़क देती है। और बोलती है।
कोमल रानी: मेरी बहन का बॉयफ्रेंड है तो क्या में तुझे आंटी लगी जो हाथ जोड़ कर नमस्ते कर रहा है। आगे से जब भी माइक तो सीधे हग करना। और हां सिर्फ मुझे ही नही किसी भी लड़की से मिले तो सीधे हग करना। समझे।
इतना बोलकर कोमल रानी अपनी सुडौल चुंचिया राज की छाती में धंसाते हुए और अभी टाइट गले लगाती।
वहीं कोमल अपनी कजिन बहन से पड़ी राज को प्यारी झड़प से मुस्कुराने लगती है।
Free Savita Bhabhi &Velamma Comics @
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07-17-2020, 10:48 AM,
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RE: Sex kahani द मैजिक मिरर (Tell Of Tilism)
कोमल की कहानी सुन कर राज अब बहुत गर्म हो चुका था। वहीं कोमल खुद भी अपनी गर्मी से पिघल रही थी। दोनों की हवस और प्यास पराकाष्ठा की चोटी पर पहुंच चुकी थी। जिसके आगे कुछ नही था। सिवा हसीन नज़ारों के।
कोमल और राज एक दूसरे के कपड़े उतारने लगे। राज के कपड़े उतारते हुए कोमल जितना शर्मा रही थी। उस से ज्यादा जब उसका एक मात्र शर्ट राज ने उतारा तो कोमल शर्म से ग़ुलाब हो गयी।
राज कोमल के बदन को हल्की रोशनी में देखता ही रह गया। उस हल्की रोशनी में कोमल का दूध सा और चांदनी जैसा चमकीला बदन काली घनघोर घटाओं जैसी जुल्फे, गुलाब की पंखुड़ी जैसे होंठ और उनपर शर्म की चादर से उमड़ी मुस्कान, आंखों में गहरा काजल और हया की चादर, माउंट एवरेस्ट जैसी सुडौल चुंचिया और उन चुंचियों पर जैसे एक छोटी सी चेरी रखी हो जैसे निप्पल। राज की नज़र जैसे नीचे आती है तो जैसे अजंता की गुफाओं की खूबसूरत नाभि, और पहाड़ों जैसा प्राकृतिक कमर के कटाव, और कॉक बोटल की तरह बाहर को उभरे कोमल के नितम्भ उफ्फ।
ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे स्वर्ग से साक्षात कोई अप्सरा आयी हो। राज एक टक कोमल के बदन को निहार रहा था। जो हाल इस वक़्त राज का था वही हाल कोमल का था। राज का मासूम चेहरा, कोमल की खूबसुरती में डूबा जहन, छाती और बदन पर हल्के बाल जो और हल्की मसल जो उसके पुरुषार्थ को दर्शा रही थी।
राज हल्के से आगे बढ़ कर कोमल की कमर में अपना हाथ डालता है और उसे अपनी और खींचता है। राज के हल्के से खींचने पर कोमल राज की बाहों में समा जाती है। ऐसा होते ही दोनों के शरीर मे बिजली कौंध जाती है। कोमल की वो खूबसूरत घाटियों का लिबास लिए चुंचियाँ सीधे राज के सीने में धंस जाती है। ये पहली बार था जब राज और कोमल इतने आगे बढ़े थे।
राज हल्का सा कोमल का चेहरा ऊपर को उठा कर कोमल के होंठों को चूमता है।
राज और कोमल दोनों ही इस वक़्त एक अलग ही दुनिया मे थे।
राज कोमल को किस करते करते बेड पर ले जाता है और बड़े ही शालीन तरीके से कोमल को बिस्तर पर लिटा देता है। कोमल को बिस्तर पर लिटाने के बाद भी कोमल की सुडौल चुंचियाँ एक दम ऊपर की और उठी हुई थी। राज अपने एक मात्र अंडरवियर को भी उतार कर कोमल के शरीर पर चढ़ जाता है। इस वक़्त कोमल और राज दोनो को सिवा एक दूसरे के सारी दुनिया की कोई परवाह नही थी। दोनों अपनी अपनी परेशानियां भूल कर एक दूसरे में गुम होने को तैयार थे।
आज पहली बार कोमल अपना सर्वस्व किसी पर लूटा रही थी। वो कोई और नहीं बल्कि उसकी महोब्बत राज था। राज भी एक तरफ जहां कोमल के कोमल से बदन पर हवस का शिकार होना चाहिये था वो भी एक अजीब सी कस्मोकश में था। ना तो राज के मन मे हवस की कोई जगह थी ना ही कोमल दूरी लड़कियों की तरह थी। आज का ये मिलन राज के लिए दुनिया का सबसे हसीन सुख था।
राज बड़े ही महोब्बत भरे अंदाज़ में कोमल पर झुकता चला जाता है और कोमल के नाजुक से गुलाब जैसे होंटों को अपने होंटों में भर लेता है।
राज कोमल के होंटों को इस कदर चूम रहा था जैसे वो कोई साधारण होंठ नहीं बल्कि अमृत का कोई झरना हो।
और कोमल राज की इसी चुम्बन से राज की महोब्बत की प्रगाढ़ता को महसूस कर सकती थी। कोमल भी अपनी आंखें मूंदे हुए राज के चुम्बन का जवाब देने की कोशिश कर रही थी लेकिन राज के पौरुष के सामने उसकी कोशिश महज कुछ भी नहीं के सिवा और क्या हो सकती थी।
कुछ ही क्षणों में राज और कोमल दोनो के नंगे बदन हल्के नीले चंद्रमा की चांदनी से चमक उठे। राज के हाथ उस हल्की चांदनी में कोमल के दूध से बदन पर रेंग रहे थे। राज के हाथ कभी कोमल के कंधे तो कभी गाल सहला रहे थे। कभी कोमल की गर्दन तो कभी सुडौल उरोज। कोमल के बदन का हर एक रोंया खड़ा हो रहा था।
जैसे कोमल को ठंड लग रही हो। लेकिन ये दशा ठंड के कारण नहीं बल्कि राज और कोमल की महोब्बत से बने एक नए मौसम से थी। एक ऐसा मौसम जिसमे सारी ऋतुएं एक ही पल में आ जाती है। सारे सुख उसी पल में समा जाते है। सारी दुनिया और ज़िन्दगी छोटी लगने लगती है। और आनंद और सुख एक नई ऊंचाई पर पहुंच जाता है।
करीब 10 - 15 मिनट तक राज कोमल के शरीर को सहलाता रहा। उसके बाद होले होले राज अपने होंटों की मुहर कोमल के ललाट से लेकर उसके पूरे चेहरे पर छाप दी। और उसी मुहर को राह कोमल के पूरे शरीर पर लगाने के लिए कोमल की ठुड्डी से नीचे की और बढ़ने लगा। राज के मुँह से निकलने वाली गर्म हवा और इश्क़ के इस नए अंदाज ने कोमल के पूरे शरीर मे झुरझुरी दौड़ा दी।
अचानक से राज के खुरदरे मर्दाना होंठ कोमल के नरम नाजुक और सुडौल उरोजों पर जा ठहरे। राज के होंटों का कोमल की चुंचियों पर स्पर्श ही कोमल की सिसकियों की वजह बन गया था। राज ने कोमल के शरीर की इस गर्मी को भांप कर हल्की मुस्कुराहट से कोमल की बायीं चुंची को अपने मुंह मे भर लिया और दायीं चुंची को अपनी दाएं हाथ की हथेली के पकड़ में कैद कर लिया।
कोमल राज की इस हरकत से बहुत बैचैन हो चुकी थी। राज के मुँह में कोमल की चुंची जाते ही कोमल की पीठ हवा में उठ गई। एक और जहां कोमल का शरीर थर थर कांप रहा था वहीं दूसरी और भट्टी की तरह गर्म हो कर तप रहा था।
धीरे धीरे राज कोमल की चुंचियों को अपने आतंक से मुक्त करते हुए आगे बढ़ता है और अपने होंटों को कोमल की गहरी नाभी की और ले जाता है। हल्की नीली चांदनी में कोमल की गहरी नाभी किसी झील-ए-इश्क़ से कम ना थी। कोमल की नाभि से जब राज ने नज़र उठा कर कोमल के चेहरे की तरफ देखा तो कोमल के शरीर के कटावों से होकर राज की नज़र कोमल के कांपते होंटों पर पड़ी। जब राज की नज़र कोमल के हुस्न पर से उसकी नज़रों तक गयी तो उसके मन मे यहीं ख्याल आया होगा।
ऐसा देखा नहीं खूबसुरत कोई
जिस्म जैसे अजंता की मूरत कोई
जिस्म जैसे निगाहों पह जादू कोई
जिस्म नगमा कोई
जिस्म खुशबू कोई
जिस्म जैसे महकती हुई चाँदनी
जिस्म जैसे मचलती हुई रागिनी
जिस्म जैसे किः खिलता हुआ इक चमन
जिस्म जैसे की सूरज की पहली किरण
जिस्म तरशा हुआ दिलकश ओ दिलनशीं
संदाली संदाली
मरमरी मरमरी
हुस्न ई जानां की तारीफ़ मुमकिन नहीं
क्या हुस्न है , क्या हया है, क्या महोब्बत है, क्या आशिक़ी है, क्या दीवानगी है। महोब्बत गर इतनी खूबसूरत है तो खुदा सबको बक्शे। बशर्ते महोब्बत जिस्मानी हो ना हो रूहानी ज़रूर हो।
राज कोमल की नाभी को चूमता है मन ही मन खुद से एक वादा करता है। भले ज़िन्दगी भर मैं कुछ भी ना करूँ लेकिन ज़िन्दगी भर महोब्बत में सिर्फ तुमसे ही करूँगा कोमल। वहीं दूसरी और कोमल आंखें बंद किये ये निश्चय कर रही थी कि "राज जब से मैंने तुम्हें दिल दिया है तब से तुम्हारी खुशियां और हम सब मेरे है। तगर तुम खुश नहीं तो में खुश कैसे हो सकती हूं। बस उम्मीद करती हूँ सारी उम्र मैं तुम्हारी हर खुशी का कारण बनूँ।
राज कोमल को जिस्मानी तौर पर बहुत गर्म कर चुका था। अब राज ने सोचा कि शायद अब उसे आगे बढ़ना चाहिए। राज ने बड़े ही नाजुक से अंदाज में कोमल की दोनों जांघों को चूमते हुए खोलने की कोशिश की। लेकिन कोमल शायद इसके लिए अभी तक तैयार नहीं थी इस लिए हल्का सा चिंहूँकि लेकिन तुरंत ही कोमल ने अपने आपको राज के हवाले कर दिया। राज ने बड़े ही नाजुक तरीके से कोमल की जांघों को चूमते हुए खोला।
राज के सामने कोमल की जवानी की सबसे बड़ी दौलत थी। कोमल का कौमार्य। राज एक तक उस खूबसूरत और हसीन कोमल की चूत को देखे जा रहा था। एक तरफ जहां राज के लन्ड में बिजली की लहर दौड़ गयी थी। वही राज आज कोमल के साथ पहली बार एक होने जा रहा था यही सोच कर राज और गर्म हो रहा था।
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