Ranu
New member
- Joined
- Dec 28, 2019
- Messages
- 107
डबु ज्योती डार्लीगं बात ये है की एक तो ईतना दीन से तुमसे मिला नहीँ था तो तुमको देखते ही लंड पगला गया था ऊपर से रानु तुमको चोद रहा है तब और दिमाग़ गर्म हो रहा था की मुंह ही चोदना शुरू कर दीया
मैं दीदी अभी तुम बोली रात भर मज़ा करेंगे वो?
दीदी हां तो अरे भाई पहले मैं किसी से मिलती तो तु या घर का कोई ना कोई आदमी से डर रहता पर अब तू ले रहा है रात को तो क्या दीक्कत है डबु को तो शाम को यंहा रोक लेते है फिर तो रात में पुरा मज़ा तेरा काम भी तो यही ना बनाता तो तू इसके लीये इतना नहीँ करेगा
दीदी कीं ये बाते सुनते हीं लंड टनाटना कर खडा हो गया और मैं दीदी की दोनो टांग उठा कर दीदी के बुर में लंड घुसा दीया
दीदी अरे रानु आह आराम से उधर डबु दीदी की बाते सुन कर खुस होकर दीदी पर झुक कर दीदी की होंट चुसने लगा और दीदी की चुची मसलने लगा और दीदी की बुर से पुरा पानी बहने लगा फिर एक हाथ दीदी की बुर मे लाकर सहलाने लगा और मैं दीदी की पुरा स्पीड में चोदने लगा मेरा माल अब झरने वाला था तो सोचा क्यों ना दीदी की मुंह में ही झार दुं और डबु को साइड हटने को कहा भैया आईये अब नीचे मेरा होने वाला है डबु दीदी को चुसना चाटना छोड के हटा तो दीदी पुरा लाल हो गई थी डबु भी दीदी को पुरा चुसा था वह हटा और मैं चडकर दीदी को थोड़ा उठा कर दीदी के मुंह में लंड घुसा दीया दीदी पुरा ज़ोर से लंड चुसने लगी और मेरा पीचकारी छूट गया और दीदी माल चाट कर पीने लगी और उधर डबु दीदी की छेद पर लंड सेट कर घुसा दीया दीदी भी मेरे लंड पर दवाब दी आहहह जब पुरा लंड डबु दीदी की बुर में चाप दीया तो दीदी आह भरने लगी
मैं अब दीदी को पीछे से उठा कर दीदी के पीछे से सट कर अपने दोनो हाथ से दीदी की चुची मसलते हुये दीदी की गर्दन को चाटते हुये डबु से बोला क्यों डबु भैया बोला था ना दीदी बहुत मस्त है आज न कल हमलोग सब कोई मीलकर खायेंगे
डबु हां यार तूमको तो हम भी कहे थे की पक्का तू ज्योती को चोदेगा। दीदी की बुर में लंड अंदर बाहर करते हुये बोला
दीदी हां यार बात तो सही है सब कोई खा रहा था भाई काहे तरसता अब रानु भी खाये और काम तो हर समय घर वाला ही आता है।
मैं दीदी को पीछे से ही चुमते हुये पुछा दीदी मज़ा आ रहा है ना
दीदी सीसक के हां भाई बहुत मज़ा आ रहा है आज तुझे भी बहुत मज़ा आयेगा और अपनी दोनो टांगे पुरा खोलती हुई डबु से बोली और जोड़ से मारो डबु आहहहह पुरा जड तक घुसाओ आज पुरा कसर तुम दोनो सेही नीकलेगा बहुत दीन ग़ायब रहे हो आह्ममम
डबु आज तो हम दोनो तुमको इतना चोदेंगे की तुमहारा सब प्यास मिता देंगे
दीदी हां आज तो तुम दोनो से पुरा प्यास मिटाना है देखो मेरा बुर कितना पानी छोड़ रहा है
मैं दीदी की चुची मसलते मसलते कभी जोड़ से दबाता तो दीदी की नीप्पल तन के बाहर कीशमीश की तरह टाइटहो जाती ईधर डबु दीदी की दोनो टांगे मोड़ के दीदी की चुची में सटा कर पुरा हुमच के चोदे जा रहा है और दीदी तो लंड लेने में माहीर है तो पुरा बुर चोदाये जा रही थी। अब डबु बोला आह माल कंहाँ नीकालु दीदी अभी अंदर ही डालो
मैं दीदी अभी तुम बोली रात भर मज़ा करेंगे वो?
दीदी हां तो अरे भाई पहले मैं किसी से मिलती तो तु या घर का कोई ना कोई आदमी से डर रहता पर अब तू ले रहा है रात को तो क्या दीक्कत है डबु को तो शाम को यंहा रोक लेते है फिर तो रात में पुरा मज़ा तेरा काम भी तो यही ना बनाता तो तू इसके लीये इतना नहीँ करेगा
दीदी कीं ये बाते सुनते हीं लंड टनाटना कर खडा हो गया और मैं दीदी की दोनो टांग उठा कर दीदी के बुर में लंड घुसा दीया
दीदी अरे रानु आह आराम से उधर डबु दीदी की बाते सुन कर खुस होकर दीदी पर झुक कर दीदी की होंट चुसने लगा और दीदी की चुची मसलने लगा और दीदी की बुर से पुरा पानी बहने लगा फिर एक हाथ दीदी की बुर मे लाकर सहलाने लगा और मैं दीदी की पुरा स्पीड में चोदने लगा मेरा माल अब झरने वाला था तो सोचा क्यों ना दीदी की मुंह में ही झार दुं और डबु को साइड हटने को कहा भैया आईये अब नीचे मेरा होने वाला है डबु दीदी को चुसना चाटना छोड के हटा तो दीदी पुरा लाल हो गई थी डबु भी दीदी को पुरा चुसा था वह हटा और मैं चडकर दीदी को थोड़ा उठा कर दीदी के मुंह में लंड घुसा दीया दीदी पुरा ज़ोर से लंड चुसने लगी और मेरा पीचकारी छूट गया और दीदी माल चाट कर पीने लगी और उधर डबु दीदी की छेद पर लंड सेट कर घुसा दीया दीदी भी मेरे लंड पर दवाब दी आहहह जब पुरा लंड डबु दीदी की बुर में चाप दीया तो दीदी आह भरने लगी
मैं अब दीदी को पीछे से उठा कर दीदी के पीछे से सट कर अपने दोनो हाथ से दीदी की चुची मसलते हुये दीदी की गर्दन को चाटते हुये डबु से बोला क्यों डबु भैया बोला था ना दीदी बहुत मस्त है आज न कल हमलोग सब कोई मीलकर खायेंगे
डबु हां यार तूमको तो हम भी कहे थे की पक्का तू ज्योती को चोदेगा। दीदी की बुर में लंड अंदर बाहर करते हुये बोला
दीदी हां यार बात तो सही है सब कोई खा रहा था भाई काहे तरसता अब रानु भी खाये और काम तो हर समय घर वाला ही आता है।
मैं दीदी को पीछे से ही चुमते हुये पुछा दीदी मज़ा आ रहा है ना
दीदी सीसक के हां भाई बहुत मज़ा आ रहा है आज तुझे भी बहुत मज़ा आयेगा और अपनी दोनो टांगे पुरा खोलती हुई डबु से बोली और जोड़ से मारो डबु आहहहह पुरा जड तक घुसाओ आज पुरा कसर तुम दोनो सेही नीकलेगा बहुत दीन ग़ायब रहे हो आह्ममम
डबु आज तो हम दोनो तुमको इतना चोदेंगे की तुमहारा सब प्यास मिता देंगे
दीदी हां आज तो तुम दोनो से पुरा प्यास मिटाना है देखो मेरा बुर कितना पानी छोड़ रहा है
मैं दीदी की चुची मसलते मसलते कभी जोड़ से दबाता तो दीदी की नीप्पल तन के बाहर कीशमीश की तरह टाइटहो जाती ईधर डबु दीदी की दोनो टांगे मोड़ के दीदी की चुची में सटा कर पुरा हुमच के चोदे जा रहा है और दीदी तो लंड लेने में माहीर है तो पुरा बुर चोदाये जा रही थी। अब डबु बोला आह माल कंहाँ नीकालु दीदी अभी अंदर ही डालो