hotaks444
New member
- Joined
- Nov 15, 2016
- Messages
- 54,521
हैल्लो दोस्तों, मेरा अजय है और आज में आप सभी कामुकता डॉट कॉम पर सेक्सी कहानियों को पढ़कर उनके मज़े लेने वालो को आज अपनी दूसरी कहानी सुनाने के लिए वापस आया हूँ, दोस्तों यह मेरी आज की कहानी मेरी सासूजी जिनका नाम निर्मला है, वो दिखने में ठीकठाक लगती है और उनका रंग गोरा बूब्स का आकार भी ठीक ठाक, लेकिन थोड़े से लटके हुए थे। बूब्स के निप्पल हमेशा तने हुए रहते है। दोस्तों यह उनकी चुदाई की एक सच्ची घटना है और में उम्मीद करता हूँ कि यह आप सभी पढ़ने वालों को जरुर पसंद आएगी। दोस्तों यह तब की घटना है जब मेरी सास को उनके एक हाथ में कुछ दर्द की समस्या होने की वजह से उनको मेरे ससुरजी ने उदयपुर चेकअप के लिए मेरे साथ भेज दिया और में उनको अपने साथ उदयपुर एक बस से ले आया और वैसे तो में अपनी सासुजी की बहुत इज्जत करता था, लेकिन मुझे क्या पता था कि कभी मेरे साथ इस तरह की कोई घटना भी घटित होगी और मुझे अपनी उस सेक्सी सास की चुदाई का मौका मिलेगा। में उनकी चूत में अपने लंड को डालकर वो मज़े लेकर उनको अपना बना लूँगा और वही मेरे साथ हुआ। मेरी पहली चुदाई के बाद अब वो मेरे लंड की दासी बन चुकी है और मुझे भी उनको चोदने में बड़ा मज़ा आता है। दोस्तों हम दोनों उस समय उस बस में एक ही सीट पर बैठे हुए थे और वो सफर कुछ लंबा था। वो सुबह 6 बजे का समय था और वो सर्दियों के दिन थे। में सासूजी को हमेशा मम्मी जी कहकर बुलाता हूँ।
दोस्तों उस समय मेरी मम्मी जी और मैंने अपने ऊपर एक शॉल डाल रखी थी और में कुछ घंटो के सफर के बाद अब बस में सोने की कोशिश कर रहा था, लेकिन सुबह का समय होने की वजह से मेरे बहुत कोशिश करने पर भी नींद नहीं आ रही थी और फिर मेरा लंड अचानक ही ना जाने क्यों खड़ा होने लगा और कुछ देर बाद मेरे तने हुए उस अकडू लंड पर मेरी सासू जी की नज़र पड़ गयी, तो वो हल्का सा मुस्कुराते हुए मुझसे कहने लगी कि यह क्या हो रहा है? अब मैंने उनसे कहा कि कुछ नहीं तो वो मुझसे बोली क्या तुम्हे अपनी पत्नी मंगला की याद आ रही है? तो मैंने कहा कि हाँ तभी थोड़ी देर के बाद मम्मी जी ने मेरे लंड पर अपना एक हाथ रख दिया और वो मेरे लंड को शॉल के अंदर अपना हाथ डालकर सहलाने लगी। मुझे यह खेल उनके साथ खेलना बहुत अच्छा लगा और हमारा यह खेल उदयपुर तक ऐसे ही चलता रहा। फिर उदयपुर आने के बाद हमने एक अच्छे बड़े डॉक्टर को अपनी समस्या को बताकर उससे मिलने का समय लिया, जो शाम को 7 बजे का था और इस वजह से सुबह 10 बजे से लेकर शाम के 7 बजे तक हम दोनों बिल्कुल फ्री थे, तो मैंने एक होटल में रूम बुक कर लिया और हम दोनों अब वहां पर आराम करने लगे थे और तभी मुझसे मेरी सासू जी ने बोला कि अजय बस में आपको क्या हो रहा था? तब मैंने उनको कहा कि ऐसा कुछ नहीं हुआ था और तभी वो बोली कि में सारे रास्ते पूरी बस में मैंने तुम्हारे लंड सहलाया है और तुम मुझसे कह रहे हो कि कुछ नहीं हुआ था। अब में उनके मुहं से यह बात सुनकर बिल्कुल सुन्न हो गया कि मम्मी जी ने अपने मुहं से लंड शब्द बोला। में पहली बार उनके मुहं से वो सुनकर बड़ा चकित हुआ और फिर भी मैंने अब डरते डरते उनको बोला कि हाँ आज मेरी इच्छा हो रही है, तो वो मुझसे कहने लगी कि में तुम्हारे साथ हूँ किसी को पता भी नहीं चलेगा, आओ आज हम दोनों मिलकर लंड चूत का असली खेल खेलते है। फिर मैंने उनको अपने ऊपर के मन से कहा कि नहीं यह सब बहुत ग़लत काम है और हमारे बीच यह सब कभी भी नहीं हो सकता और मुझे क्या पता था कि वो इस उम्र में भी अपनी चुदाई करवाने के लिए इतनी तरस रही है, जिसके लिए वो आज मेरे साथ चुदाई करके अपने सभी पुराने रिश्ते तोड़कर एक नया रिश्ता मेरे साथ बनाने के लिए भी तैयार है। फिर वो अब मुझसे कहने लगी कि जब हम दोनों की चमड़ी से चमड़ी रगड़ेगी तो तुम्हे और भी मज़ा जोश आएगा और फिर उनकी वो बातें सुनकर मुझे भी जोश आने लगा और में भी कुछ बातें सोचकर अब मम्मी जी की चुदाई अपने लंड से करने के लिए तैयार हो गया और अब मम्मी जी को मैंने कहा कि में आपको निम्मो या नीरू कहूँगा तो वो मेरी बात मान गई। अब मैंने उनको कहा कि नीरू मुझे आज तुम्हारा यह पूरा बदन बिना कपड़ो के देखना है। फिर नीरू ने मुझसे कहा कि पहले हम मार्केट से कुछ खरीदारी करेंगे और उसके बाद में तुम्हे अपनी तरफ से भरपूर मज़ा दूँगी, जिसकी तुम्हे मुझसे उम्मीद है। दोस्तों ये कहानी आप कामुकता डॉट कॉम पर पड़ रहे है।
फिर हम दोनों अब हमारे उस होटेल के पास ही उस मार्केट में आ गए और वहां पर नीरू ने सबसे पहले अपने लिए ब्रा, पेंटी, लिपस्टिक, नेलपोलिश और कुछ सामान खरीदा और उसके बाद हम दोनों वापस अपने होटेल में आ गये और होटेल में आने के बाद नीरू ने मुझसे कहा कि अजय तुम अब सबसे पहले मेरी चूत और बाहों के बाल को साफ कर दो और में आज तुम्हारे साथ बाथरूम में नहाना चाहती हूँ। फिर में उनके मुहं से यह बातें सुनकर मन ही मन बहुत खुश हो गया और उसके बाद तुरंत ही मैंने निम्मो की साड़ी, ब्लाउज और पेटीकोट को उतार दिया, जिसकी वजह से अब निम्मो मेरे सामने काले रंग की ब्रा और पेंटी में थी और उसके बड़े बड़े आकार के बूब्स मुझे देखने में बहुत अच्छे नजर आ रहे थे। मैंने उसी समय बिना देर किए अपनी हॉट सेक्सी निम्मो को बाथरूम में ले जाकर मैंने उसकी बाहों के बाल को साफ किया और फिर मैंने बिना देर किए उनकी पेंटी को भी नीचे कर दिया और तब मैंने देखकर अंदाजा लगाया कि निम्मो ने करीब दो महीने से अपनी चूत के बाल साफ नहीं किए थे, क्योंकि उसकी झांटो के बाल इतने बड़े बड़े थे। फिर मैंने निम्मो को बाथरूम में नीचे फर्श पर लेटा दिया और अब मैंने उसकी चूत के बाल साफ करना शुरू कर दिया करीब दस मिनट के बाद निम्मो की चूत पर एक भी बाल नहीं था और उसकी चूत एक 16 साल की कुंवारी लड़की की चूत जैसी लग रही थी। वो एकदम चिकनी सुंदर नजर आ रही थी। फिर मैंने निम्मो की ब्रा का हुक खोल दिया, जिसकी वजह से निम्मो अब मेरे सामने पूरी नंगी हो गयी और उसके बाद मैंने निम्मो के बदन पर बहुत सारा साबुन लगाया और में अपने हाथों से हल्के हल्के से उसके पूरे बदन को मसलने लगा था। तभी अचानक से निम्मो ने भी मेरे कपड़ो को उतारना शुरू कर दिया था, जिसकी वजह से मुझे भी बहुत अच्छा लगने लगा था और हम दोनों एकदम नंगे होकर एक दूसरे के बदन को सहलाने लगे और फव्वारे को चालू करके नहलाने भी लगे थे। फिर पानी में करीब लगातार एक घंटे तक नहाने मस्ती करने के बाद अब निम्मो और में बाथरूम से बाहर आ गये। अब मैंने बाहर आकर सबसे पहले निम्मो का बदन उस एक टावल से साफ किया और फिर उसके बाद निम्मो अब अपना मेकअप करने लगी और मैंने पहली बार अपनी सासूजी के होठों पर लिपस्टिक और हाथ में नेलपोलिश लगी हुई देखी थी। फिर निम्मो ने लाल रंग की ब्रा, पेंटी का वो जालीदार वाला सेट जो हम मार्केट से लाए थे, वो सब पहन लिए और निम्मो को तैयार होने के बाद में देखता ही रह गया और में यह बात भी पूरी तरह से भूल गया कि यह औरत मेरी सास है और वो उस ड्रेस और मेकअप में इतनी मस्त और ग़ज़ब लग रही थी कि उसके सामने कोई भी कुंवारी लड़की पीछे थी। तभी मेरी नज़र निम्मो की उस जाली वाली ब्रा और पेंटी पर पड़ी जिसमें से निम्मो के गोरे बूब्स के उठे हुए काले काले निप्पल और उस बिना बालो की कामुक सुंदर चूत के दर्शन हो रहे थे। फिर निम्मो मुझसे पूछने लगी क्यों अजय तू मुझे ऐसे क्या देख रहा है? तो मैंने कहा कि निम्मो में तेरी इस प्यासी जवानी को निहार रहा हूँ, लेकिन इसको देखकर मेरा मन नहीं भरता में प्यासा ही रह जाता हूँ।
फिर वो मुझसे पूछने लगी क्यों में आज तुझे कैसी लग रही हूँ? मैंने कहा कि मुझे मेरे सामने आज एकदम मस्त हॉट सेक्सी माल नजर आ रहा है। फिर निम्मो मुझे गंदी गंदी गालियाँ देकर बोली कि भोसड़ी के, मादारचोद, कुत्ते क्या तू मुझे अब ऐसे ही देखता ही रहेगा या मेरी चुदाई भी करेगा? तो मैंने उससे कहा कि मेरी जान में तुम्हे अपनी आखों ही आखों में चोद रहा हूँ। अब वो कहने लगी कि भड़वे अब जल्दी से तू मेरी चूत को अपना लंड डालकर चोदना शुरू कर ऐसे देखने से काम नहीं चलेगा। फिर मैंने तुरंत ही आगे बढ़कर मम्मी जी को अपनी बाहों में भर लिया और उनके होठों पर एक किस किया और उसके बाद उनके बड़े बड़े दूध से भरे हुए बूब्स को धीरे धीरे दबाना भी शुरू किया। फिर वो मुझसे बोली आह्ह्ह उफ्फ्फफ्फ्फ़ वाह अजय अब मुझे बहुत अच्छा लग रहा है और में पहली बार आज किसी दूसरे मर्द का लंड खाने जा रही हूँ। फिर मैंने उससे पूछा ऐसा क्या? तब वो आहे भरते हुए बोली कि हाँ और फिर मैंने निम्मो को उस बेड पर एकदम सीधा लेटा दिया और में उसके हाथों, गर्दन, छाती, चूत पर किस करने लगा। फिर वो ज़ोर से सिसकियाँ भरते हुए ऊह्ह्ह् आह्ह्ह्ह मेरे राजा मुझे बहुत मज़ा आ रहा है वाह तुम बहुत अच्छा कर रहे हो और फिर मैंने उनकी पेंटी के ऊपर से ही मम्मी जी चूत को अपने मुहं में लेकर ज़ोर से में उसको काटने लगा, तो वो आईईईई उफ्फ्फ्फफ्फ्फ़ अजय में मर गई में पहली बार अपनी चूत को किसी से चटवा रही हूँ और उसके मुहं से यह बात सुनकर मुझे पहले से ज्यादा जोश आ गया और मैंने उसी समय बिना देर किया निम्मो की पेंटी को उतार दिया और उसके बाद में उसकी बिना बालों की चूत को चाटने लगा। फिर करीब 15-20 मिनट तक उसकी चूत को चाटने के बाद मैंने महसूस किया कि अब मम्मी जी की गरम चूत से अब पानी निकल गया और वो मेरे मुहं में झड़ गयी जिसको मैंने चाटकर चूसकर दोबारा चमका दिया। वो एकदम निढाल बेजान होकर पड़ी रही और करीब एक घंटे के बाद हम दोनों एक बार फिर से तैयार हुए और इस बार मैंने निम्मो की चूत के अंदर अपना लंड डाल दिया और निम्मो की चूत पहले से ही बहुत गीली और चिकनी हो चुकी थी, इसलिए मेरा पूरा का पूरा लंड एक ही झटके में उसकी चूत में चला गया और हम दोनों बहुत मस्त हो रहे थे हमें उस समय कोई भी देखकर यह नहीं बोल सकता था कि यह एक सास और जवाई की चुदाई चल रही है, क्योंकि हम दोनों उस काम को करते समय एक दूसरे के साथ एक पति और पत्नी की तरह व्यहवार बातें कर रहे थे। फिर वो जोश में आकर मुझसे कहने लगी कि अजय मेरे राजा आज तू तेरी इस निम्मो की चूत को ऐसे ही दमदार धक्के देकर फाड़ दे, क्या पता तुझे फिर से यह मौका मिले या ना मिले। फिर मैंने उससे कहा कि निम्मो मेरी रानी तेरी यह जवानी क्या मस्त शानदार है मज़ा आ गया मुझे यह सब करने में, मुझे क्या पता था कि तेरी चुदाई में इतना मज़ा आएगा वरना में बहुत पहले ही यह सब कर चुका होता। फिर वो बोली कि अजय मेरी जान मेरा यह पूरा बदन आज से सिर्फ़ तेरे लिए ही है तू जब भी मेरी चुदाई का विचार बनाएगा में तुझे चुदाई के लिए मना नहीं करुँगी और तुझसे में अपनी चुदाई के पूरे पूरे मज़े लूंगी, क्योंकि मुझे तेरे लंड से अब प्यार हो चुका है और इसने मुझे बहुत सालों बाद चुदाई का पूरा मज़ा दिया है।
अब मैंने उसकी वो बातें सुनकर पहले से ज्यादा जोश में आकर अपने धक्को को तेज करके निम्मो को जमकर चोदा और उसके बाद मैंने आखरी में अपने वीर्य को उसकी चूत की गहराईयों में ही डाल दिया। फिर मैंने तब उसको दो बार जमकर मस्त चुदाई का मज़ा दिया और फिर शाम को डॉक्टर को दिखाने के बाद हम दोनों ने घर पर फोन करके झूठ बोल दिया कि डॉक्टर कल एक बार और चेकअप करेंगे और फिर उस रात को मैंने निम्मो को जमकर चोदा और उस चुदाई के बाद हम दोनों की हालत अब यह हो गयी थी कि हम 5-6 बार चुदाई कर रहे थे, लेकिन हमारे लंड और चूत से पानी निकलना बिल्कुल ही बंद हो गया था। फिर भी हम दोनों एक दूसरे की बाहों में रात भर नंगे ही पड़े रहे और फिर हम दोनों दो बार बाथरूम में जाकर नहाए और उसके बाद दूसरे दिन भी हम लोगों का चुदाई का खेल 12 बजे रात तक चलता रहा। फिर हम रात को करीब दो बजे की बस में बैठकर हमारे गाँव के लिए रवाना हुए और मम्मी जी ने फिर से बस में मेरे लंड को सहलाना शुरू कर दिया था। दोस्तों इस बात को अब पूरे आठ महीने हो चुके हैं और इस बीच में तीन बार अपने ससुराल जा चुका हूँ और मेरी सास की चूत को अपने लंड का तोहफा दे चुका हूँ। आज भी मेरी सास अपने पर्सनल मोबाइल से मुझे फोन करती है और मेरा लंड खाने के लिए तैयार रहती है। में 15-20 ब्रा पेंटी के सेट अपनी सास को गिफ्ट कर चुका हूँ और मेरी सास बड़ी ही चुदक्कड़ औरत है, जिसको लंड लेने का बहुत ज्यादा शौक है। वो सभी मुझे उसकी पहली बार उदयपुर की मस्त मजेदार चुदाई के बाद पता चला कि वो क्या चीज है ।।
धन्यवाद .
दोस्तों उस समय मेरी मम्मी जी और मैंने अपने ऊपर एक शॉल डाल रखी थी और में कुछ घंटो के सफर के बाद अब बस में सोने की कोशिश कर रहा था, लेकिन सुबह का समय होने की वजह से मेरे बहुत कोशिश करने पर भी नींद नहीं आ रही थी और फिर मेरा लंड अचानक ही ना जाने क्यों खड़ा होने लगा और कुछ देर बाद मेरे तने हुए उस अकडू लंड पर मेरी सासू जी की नज़र पड़ गयी, तो वो हल्का सा मुस्कुराते हुए मुझसे कहने लगी कि यह क्या हो रहा है? अब मैंने उनसे कहा कि कुछ नहीं तो वो मुझसे बोली क्या तुम्हे अपनी पत्नी मंगला की याद आ रही है? तो मैंने कहा कि हाँ तभी थोड़ी देर के बाद मम्मी जी ने मेरे लंड पर अपना एक हाथ रख दिया और वो मेरे लंड को शॉल के अंदर अपना हाथ डालकर सहलाने लगी। मुझे यह खेल उनके साथ खेलना बहुत अच्छा लगा और हमारा यह खेल उदयपुर तक ऐसे ही चलता रहा। फिर उदयपुर आने के बाद हमने एक अच्छे बड़े डॉक्टर को अपनी समस्या को बताकर उससे मिलने का समय लिया, जो शाम को 7 बजे का था और इस वजह से सुबह 10 बजे से लेकर शाम के 7 बजे तक हम दोनों बिल्कुल फ्री थे, तो मैंने एक होटल में रूम बुक कर लिया और हम दोनों अब वहां पर आराम करने लगे थे और तभी मुझसे मेरी सासू जी ने बोला कि अजय बस में आपको क्या हो रहा था? तब मैंने उनको कहा कि ऐसा कुछ नहीं हुआ था और तभी वो बोली कि में सारे रास्ते पूरी बस में मैंने तुम्हारे लंड सहलाया है और तुम मुझसे कह रहे हो कि कुछ नहीं हुआ था। अब में उनके मुहं से यह बात सुनकर बिल्कुल सुन्न हो गया कि मम्मी जी ने अपने मुहं से लंड शब्द बोला। में पहली बार उनके मुहं से वो सुनकर बड़ा चकित हुआ और फिर भी मैंने अब डरते डरते उनको बोला कि हाँ आज मेरी इच्छा हो रही है, तो वो मुझसे कहने लगी कि में तुम्हारे साथ हूँ किसी को पता भी नहीं चलेगा, आओ आज हम दोनों मिलकर लंड चूत का असली खेल खेलते है। फिर मैंने उनको अपने ऊपर के मन से कहा कि नहीं यह सब बहुत ग़लत काम है और हमारे बीच यह सब कभी भी नहीं हो सकता और मुझे क्या पता था कि वो इस उम्र में भी अपनी चुदाई करवाने के लिए इतनी तरस रही है, जिसके लिए वो आज मेरे साथ चुदाई करके अपने सभी पुराने रिश्ते तोड़कर एक नया रिश्ता मेरे साथ बनाने के लिए भी तैयार है। फिर वो अब मुझसे कहने लगी कि जब हम दोनों की चमड़ी से चमड़ी रगड़ेगी तो तुम्हे और भी मज़ा जोश आएगा और फिर उनकी वो बातें सुनकर मुझे भी जोश आने लगा और में भी कुछ बातें सोचकर अब मम्मी जी की चुदाई अपने लंड से करने के लिए तैयार हो गया और अब मम्मी जी को मैंने कहा कि में आपको निम्मो या नीरू कहूँगा तो वो मेरी बात मान गई। अब मैंने उनको कहा कि नीरू मुझे आज तुम्हारा यह पूरा बदन बिना कपड़ो के देखना है। फिर नीरू ने मुझसे कहा कि पहले हम मार्केट से कुछ खरीदारी करेंगे और उसके बाद में तुम्हे अपनी तरफ से भरपूर मज़ा दूँगी, जिसकी तुम्हे मुझसे उम्मीद है। दोस्तों ये कहानी आप कामुकता डॉट कॉम पर पड़ रहे है।
फिर हम दोनों अब हमारे उस होटेल के पास ही उस मार्केट में आ गए और वहां पर नीरू ने सबसे पहले अपने लिए ब्रा, पेंटी, लिपस्टिक, नेलपोलिश और कुछ सामान खरीदा और उसके बाद हम दोनों वापस अपने होटेल में आ गये और होटेल में आने के बाद नीरू ने मुझसे कहा कि अजय तुम अब सबसे पहले मेरी चूत और बाहों के बाल को साफ कर दो और में आज तुम्हारे साथ बाथरूम में नहाना चाहती हूँ। फिर में उनके मुहं से यह बातें सुनकर मन ही मन बहुत खुश हो गया और उसके बाद तुरंत ही मैंने निम्मो की साड़ी, ब्लाउज और पेटीकोट को उतार दिया, जिसकी वजह से अब निम्मो मेरे सामने काले रंग की ब्रा और पेंटी में थी और उसके बड़े बड़े आकार के बूब्स मुझे देखने में बहुत अच्छे नजर आ रहे थे। मैंने उसी समय बिना देर किए अपनी हॉट सेक्सी निम्मो को बाथरूम में ले जाकर मैंने उसकी बाहों के बाल को साफ किया और फिर मैंने बिना देर किए उनकी पेंटी को भी नीचे कर दिया और तब मैंने देखकर अंदाजा लगाया कि निम्मो ने करीब दो महीने से अपनी चूत के बाल साफ नहीं किए थे, क्योंकि उसकी झांटो के बाल इतने बड़े बड़े थे। फिर मैंने निम्मो को बाथरूम में नीचे फर्श पर लेटा दिया और अब मैंने उसकी चूत के बाल साफ करना शुरू कर दिया करीब दस मिनट के बाद निम्मो की चूत पर एक भी बाल नहीं था और उसकी चूत एक 16 साल की कुंवारी लड़की की चूत जैसी लग रही थी। वो एकदम चिकनी सुंदर नजर आ रही थी। फिर मैंने निम्मो की ब्रा का हुक खोल दिया, जिसकी वजह से निम्मो अब मेरे सामने पूरी नंगी हो गयी और उसके बाद मैंने निम्मो के बदन पर बहुत सारा साबुन लगाया और में अपने हाथों से हल्के हल्के से उसके पूरे बदन को मसलने लगा था। तभी अचानक से निम्मो ने भी मेरे कपड़ो को उतारना शुरू कर दिया था, जिसकी वजह से मुझे भी बहुत अच्छा लगने लगा था और हम दोनों एकदम नंगे होकर एक दूसरे के बदन को सहलाने लगे और फव्वारे को चालू करके नहलाने भी लगे थे। फिर पानी में करीब लगातार एक घंटे तक नहाने मस्ती करने के बाद अब निम्मो और में बाथरूम से बाहर आ गये। अब मैंने बाहर आकर सबसे पहले निम्मो का बदन उस एक टावल से साफ किया और फिर उसके बाद निम्मो अब अपना मेकअप करने लगी और मैंने पहली बार अपनी सासूजी के होठों पर लिपस्टिक और हाथ में नेलपोलिश लगी हुई देखी थी। फिर निम्मो ने लाल रंग की ब्रा, पेंटी का वो जालीदार वाला सेट जो हम मार्केट से लाए थे, वो सब पहन लिए और निम्मो को तैयार होने के बाद में देखता ही रह गया और में यह बात भी पूरी तरह से भूल गया कि यह औरत मेरी सास है और वो उस ड्रेस और मेकअप में इतनी मस्त और ग़ज़ब लग रही थी कि उसके सामने कोई भी कुंवारी लड़की पीछे थी। तभी मेरी नज़र निम्मो की उस जाली वाली ब्रा और पेंटी पर पड़ी जिसमें से निम्मो के गोरे बूब्स के उठे हुए काले काले निप्पल और उस बिना बालो की कामुक सुंदर चूत के दर्शन हो रहे थे। फिर निम्मो मुझसे पूछने लगी क्यों अजय तू मुझे ऐसे क्या देख रहा है? तो मैंने कहा कि निम्मो में तेरी इस प्यासी जवानी को निहार रहा हूँ, लेकिन इसको देखकर मेरा मन नहीं भरता में प्यासा ही रह जाता हूँ।
फिर वो मुझसे पूछने लगी क्यों में आज तुझे कैसी लग रही हूँ? मैंने कहा कि मुझे मेरे सामने आज एकदम मस्त हॉट सेक्सी माल नजर आ रहा है। फिर निम्मो मुझे गंदी गंदी गालियाँ देकर बोली कि भोसड़ी के, मादारचोद, कुत्ते क्या तू मुझे अब ऐसे ही देखता ही रहेगा या मेरी चुदाई भी करेगा? तो मैंने उससे कहा कि मेरी जान में तुम्हे अपनी आखों ही आखों में चोद रहा हूँ। अब वो कहने लगी कि भड़वे अब जल्दी से तू मेरी चूत को अपना लंड डालकर चोदना शुरू कर ऐसे देखने से काम नहीं चलेगा। फिर मैंने तुरंत ही आगे बढ़कर मम्मी जी को अपनी बाहों में भर लिया और उनके होठों पर एक किस किया और उसके बाद उनके बड़े बड़े दूध से भरे हुए बूब्स को धीरे धीरे दबाना भी शुरू किया। फिर वो मुझसे बोली आह्ह्ह उफ्फ्फफ्फ्फ़ वाह अजय अब मुझे बहुत अच्छा लग रहा है और में पहली बार आज किसी दूसरे मर्द का लंड खाने जा रही हूँ। फिर मैंने उससे पूछा ऐसा क्या? तब वो आहे भरते हुए बोली कि हाँ और फिर मैंने निम्मो को उस बेड पर एकदम सीधा लेटा दिया और में उसके हाथों, गर्दन, छाती, चूत पर किस करने लगा। फिर वो ज़ोर से सिसकियाँ भरते हुए ऊह्ह्ह् आह्ह्ह्ह मेरे राजा मुझे बहुत मज़ा आ रहा है वाह तुम बहुत अच्छा कर रहे हो और फिर मैंने उनकी पेंटी के ऊपर से ही मम्मी जी चूत को अपने मुहं में लेकर ज़ोर से में उसको काटने लगा, तो वो आईईईई उफ्फ्फ्फफ्फ्फ़ अजय में मर गई में पहली बार अपनी चूत को किसी से चटवा रही हूँ और उसके मुहं से यह बात सुनकर मुझे पहले से ज्यादा जोश आ गया और मैंने उसी समय बिना देर किया निम्मो की पेंटी को उतार दिया और उसके बाद में उसकी बिना बालों की चूत को चाटने लगा। फिर करीब 15-20 मिनट तक उसकी चूत को चाटने के बाद मैंने महसूस किया कि अब मम्मी जी की गरम चूत से अब पानी निकल गया और वो मेरे मुहं में झड़ गयी जिसको मैंने चाटकर चूसकर दोबारा चमका दिया। वो एकदम निढाल बेजान होकर पड़ी रही और करीब एक घंटे के बाद हम दोनों एक बार फिर से तैयार हुए और इस बार मैंने निम्मो की चूत के अंदर अपना लंड डाल दिया और निम्मो की चूत पहले से ही बहुत गीली और चिकनी हो चुकी थी, इसलिए मेरा पूरा का पूरा लंड एक ही झटके में उसकी चूत में चला गया और हम दोनों बहुत मस्त हो रहे थे हमें उस समय कोई भी देखकर यह नहीं बोल सकता था कि यह एक सास और जवाई की चुदाई चल रही है, क्योंकि हम दोनों उस काम को करते समय एक दूसरे के साथ एक पति और पत्नी की तरह व्यहवार बातें कर रहे थे। फिर वो जोश में आकर मुझसे कहने लगी कि अजय मेरे राजा आज तू तेरी इस निम्मो की चूत को ऐसे ही दमदार धक्के देकर फाड़ दे, क्या पता तुझे फिर से यह मौका मिले या ना मिले। फिर मैंने उससे कहा कि निम्मो मेरी रानी तेरी यह जवानी क्या मस्त शानदार है मज़ा आ गया मुझे यह सब करने में, मुझे क्या पता था कि तेरी चुदाई में इतना मज़ा आएगा वरना में बहुत पहले ही यह सब कर चुका होता। फिर वो बोली कि अजय मेरी जान मेरा यह पूरा बदन आज से सिर्फ़ तेरे लिए ही है तू जब भी मेरी चुदाई का विचार बनाएगा में तुझे चुदाई के लिए मना नहीं करुँगी और तुझसे में अपनी चुदाई के पूरे पूरे मज़े लूंगी, क्योंकि मुझे तेरे लंड से अब प्यार हो चुका है और इसने मुझे बहुत सालों बाद चुदाई का पूरा मज़ा दिया है।
अब मैंने उसकी वो बातें सुनकर पहले से ज्यादा जोश में आकर अपने धक्को को तेज करके निम्मो को जमकर चोदा और उसके बाद मैंने आखरी में अपने वीर्य को उसकी चूत की गहराईयों में ही डाल दिया। फिर मैंने तब उसको दो बार जमकर मस्त चुदाई का मज़ा दिया और फिर शाम को डॉक्टर को दिखाने के बाद हम दोनों ने घर पर फोन करके झूठ बोल दिया कि डॉक्टर कल एक बार और चेकअप करेंगे और फिर उस रात को मैंने निम्मो को जमकर चोदा और उस चुदाई के बाद हम दोनों की हालत अब यह हो गयी थी कि हम 5-6 बार चुदाई कर रहे थे, लेकिन हमारे लंड और चूत से पानी निकलना बिल्कुल ही बंद हो गया था। फिर भी हम दोनों एक दूसरे की बाहों में रात भर नंगे ही पड़े रहे और फिर हम दोनों दो बार बाथरूम में जाकर नहाए और उसके बाद दूसरे दिन भी हम लोगों का चुदाई का खेल 12 बजे रात तक चलता रहा। फिर हम रात को करीब दो बजे की बस में बैठकर हमारे गाँव के लिए रवाना हुए और मम्मी जी ने फिर से बस में मेरे लंड को सहलाना शुरू कर दिया था। दोस्तों इस बात को अब पूरे आठ महीने हो चुके हैं और इस बीच में तीन बार अपने ससुराल जा चुका हूँ और मेरी सास की चूत को अपने लंड का तोहफा दे चुका हूँ। आज भी मेरी सास अपने पर्सनल मोबाइल से मुझे फोन करती है और मेरा लंड खाने के लिए तैयार रहती है। में 15-20 ब्रा पेंटी के सेट अपनी सास को गिफ्ट कर चुका हूँ और मेरी सास बड़ी ही चुदक्कड़ औरत है, जिसको लंड लेने का बहुत ज्यादा शौक है। वो सभी मुझे उसकी पहली बार उदयपुर की मस्त मजेदार चुदाई के बाद पता चला कि वो क्या चीज है ।।
धन्यवाद .