hotaks444
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मेरी दीदी बड़ी मस्त मस्त है
दोस्तो मैं यानी आपका दोस्त राज शर्मा एक और मस्त कहानी लेकर हाजिर हूँ . दोस्तो माफी चाहूँगा आज मैं आज काफ़ी दिनों बाद आपसे रूबरू हो रहा हूँ . पर कहते हैं ना देर आए दुरुस्त आए . इसीलिए जब मुझे थोड़ा सा टाइम मिला है तो मैं आपके मनोरंजन के लिए ये कहानी लेकर आया हूँ . और उम्मीद करता हूँ ये कहानी आपको ज़रूर पसंद आएगी . तो दोस्तो चलते हैं कहानी की तरफ दोस्तो ये स्टोरी पुरानी है लेकिन में आज आप लोगों के साथ शेयर करने जा रहा हूँ.. दोस्तो ये कहानी एक भाई बहन की कहानी है जिन्हे रिश्तों मे कहानियाँ पसंद ना हों वो ये कहानी ना पढ़े. दोस्तो मेरे फादर यूएई में जॉब करते हैं. मोम गूव्ट स्कूल में टीचर हैं. में और प्रीति दीदी एक ही इंग्लीश मीडियम स्कूल में पढ़ते थे.
में बहुत ही शरारती लेकिन प्यार करने वाला लड़का हूँ में मोम और प्रीति दीदी दोनो के साथ हंसता खेलता मज़ाक करता रहता हूँ.
कभी तो बहुत हंसते हैं कभी मुझे डाँट भी मिलती है जब शरारत ज़्यादा करूँ तो.
प्रीति और में एक दूसरे से बहुत प्यार करते हैं हम भाई बहन भी हैं और बहुत अच्छे फ्रेंड्स भी . हम अपनी मोम के साथ भी बिल्कुल फ्री हैं गॅप शॅप करते हैं बातें करते हैं मज़ाक करते हैं बहुत अच्छी और खुश रहने वाली फॅमिली है हमारी.
प्रीति मेरे साथ मेरी बाइक पे स्कूल जाती थी और में रोज़ाना अपनी दीदी की मिल्की वाइट एंड सो हॉट बॉडी को फील करता तो मुझे बहुत मज़ा आता था कभी कभी तो प्रीति दीदी के बूब्स मुझे अपनी बॅक पे फील हो जाते थे जो उस वक़्त छोटे लेकिन हार्ड थे.
में बहुत ट्राइ करता था किसी ना किसी बहाने से प्रीति दीदी को टच करने की उस के हॉट जिस्म को फील करने की और अक्सर कामयाब भी हो जाता था कभी घर मे कोई काम करते हुए किसी बहाने से टच कर लेता कभी बाइक पे तो कभी जब हम कहीं घूमने जाते तब.
इसी तरह में अपनी सेक्सी और क्यूट मोम को भी फील करता था. जब मों मेरे साथ बाइक पे कहीं जातीं तब में बहुत एंजाय करता मोम की बॉडी , बॉडी हीट और बूब्स को क्यों कि मोम के बूब्स काफ़ी बड़े हैं प्रीति से कहीं ज़्यादा और बहुत नरम भी हैं.
में अपनी मोम और दीदी को टच करता उनकी बॉडी को फील करता लेकिन इतनी सावधानी से कि उन्हे कभी मुझ पे शक नही हुआ.
प्रीति दीदी 10थ में थीं और उस वक़्त वो ब्रा नही पहनती तीन क्यों कि दीदी के बूब्स इतने छोटे थे कि उन की साइज़ का ब्रा ही नही मिलता था.
अगर दीदी दुपट्टा के बगैर होती तो मुझे दीदी के बिग निपल्स आसानी से दिखाई देते थे. लेकिन ये मौका किस्मत से मिलता था क्यों कि मोम हर वक़्त दीदी से कहती रहती थीं कि दुपट्टा पहने रखा करो.
उस दिन में सुबह उठा और तैयार हो कर बाहर आया तो मोम किचन में खड़ी नाश्ता बना रही थीं में किचन मे गया.
नमस्ते मोम हाउ आर यू? मोम के बाल खुले हुए थे वो ब्लॅक आंड पिंक कलर के कपड़ों में थीं और बहुत सेक्सी लग रही थीं मेरा तो उन्हे देख के लंड खड़ा होने लगा उस दिन वो इतनी सेक्सी लग रही थीं.
मोम- नमस्ते बेटा में ठीक हूँ तुम कैसे हो? उठ गये? प्रीति कहाँ है?
जी मोम में भी ठीक हूँ. दीदी अपने रूम में होंगी.
कुछ देर बाद प्रीति भी आ गई और हम सब ने एक साथ नाश्ता किया और स्कूल को रवाना हो गये.
रास्ते में हम बातें करने लगे. मैने दीदी से कहा कि दीदी आज स्कूल के बाद हम घूमने चलेंगे क्या ख़याल है?
प्रीति दीदी ने कहा हां भाई कहीं चलेंगे काफ़ी दिन हो गये हम कहीं नही गये लेकिन मोम इजाज़त देंगी तो ही जाएँगे ना तुम तो जानते हो कि मोम कहीं आने जाने नही देती हमे.
रास्ते मे जान के मैने कुछ ज़ोर के ब्रेक्स लगाए जिस की वजह से दीदी के स्माल बट हार्ड टिट्स मुझे टच होते मुझे बहुत मज़ा आता जब दीदी के हार्ड बूब्स मुझे फील होते.
मेरा लंड खड़ा था कि अचानक दीदी का हाथ फिसला और दीदी का हाथ मेरे लंड को टच हुआ लेकिन दीदी ने कोई नोटीस नही लिया या खुद ही चुप कर गयीं.
खैर हम स्कूल पहुँचे टाइम गुज़रा और हम वापिस घर आ गये.
कुछ देर बाद में दीदी के रूम में गया और दीदी के साथ उन के बेड पे बैठ गया और हम बातें करने लगे.
मैने अपनी मोम को तो कभी नही लेकिन दीदी को कुछ बार कपड़े चेंज करते देखा था उन के डोर के की होल से थोड़ा बहुत दिखाई देता था.
प्रीति दीदी के बूब्स बहुत छोटे थे उस वक़्त और उनकी कमर बहुत स्लिम और स्मार्ट थी दीदी की गान्ड तो बहुत प्यारी शेप में थी और वो भी स्लिम आंड स्मार्ट थी बस थोड़ी सी पीछे की तरफ उभरी हुई थी.
कपड़ों में तो पता नही चलता था लेकिन जब मैने दीदी को नंगा देखा तब मुझे देखने मे पता चला कि दीदी की गान्ड बहुत प्यारी है.
एक दिन हम स्कूल से वापिस आ रहे थे कि बारिश शुरू हो गई हम घर पहुँचने तक भीग गये थे और जल्दी जल्दी घर के अंदर दाखिल हुए.
मैने बाइक खड़ी की और दीदी के पीछे अपने रूम मे आ गया.
दोस्तो मैं यानी आपका दोस्त राज शर्मा एक और मस्त कहानी लेकर हाजिर हूँ . दोस्तो माफी चाहूँगा आज मैं आज काफ़ी दिनों बाद आपसे रूबरू हो रहा हूँ . पर कहते हैं ना देर आए दुरुस्त आए . इसीलिए जब मुझे थोड़ा सा टाइम मिला है तो मैं आपके मनोरंजन के लिए ये कहानी लेकर आया हूँ . और उम्मीद करता हूँ ये कहानी आपको ज़रूर पसंद आएगी . तो दोस्तो चलते हैं कहानी की तरफ दोस्तो ये स्टोरी पुरानी है लेकिन में आज आप लोगों के साथ शेयर करने जा रहा हूँ.. दोस्तो ये कहानी एक भाई बहन की कहानी है जिन्हे रिश्तों मे कहानियाँ पसंद ना हों वो ये कहानी ना पढ़े. दोस्तो मेरे फादर यूएई में जॉब करते हैं. मोम गूव्ट स्कूल में टीचर हैं. में और प्रीति दीदी एक ही इंग्लीश मीडियम स्कूल में पढ़ते थे.
में बहुत ही शरारती लेकिन प्यार करने वाला लड़का हूँ में मोम और प्रीति दीदी दोनो के साथ हंसता खेलता मज़ाक करता रहता हूँ.
कभी तो बहुत हंसते हैं कभी मुझे डाँट भी मिलती है जब शरारत ज़्यादा करूँ तो.
प्रीति और में एक दूसरे से बहुत प्यार करते हैं हम भाई बहन भी हैं और बहुत अच्छे फ्रेंड्स भी . हम अपनी मोम के साथ भी बिल्कुल फ्री हैं गॅप शॅप करते हैं बातें करते हैं मज़ाक करते हैं बहुत अच्छी और खुश रहने वाली फॅमिली है हमारी.
प्रीति मेरे साथ मेरी बाइक पे स्कूल जाती थी और में रोज़ाना अपनी दीदी की मिल्की वाइट एंड सो हॉट बॉडी को फील करता तो मुझे बहुत मज़ा आता था कभी कभी तो प्रीति दीदी के बूब्स मुझे अपनी बॅक पे फील हो जाते थे जो उस वक़्त छोटे लेकिन हार्ड थे.
में बहुत ट्राइ करता था किसी ना किसी बहाने से प्रीति दीदी को टच करने की उस के हॉट जिस्म को फील करने की और अक्सर कामयाब भी हो जाता था कभी घर मे कोई काम करते हुए किसी बहाने से टच कर लेता कभी बाइक पे तो कभी जब हम कहीं घूमने जाते तब.
इसी तरह में अपनी सेक्सी और क्यूट मोम को भी फील करता था. जब मों मेरे साथ बाइक पे कहीं जातीं तब में बहुत एंजाय करता मोम की बॉडी , बॉडी हीट और बूब्स को क्यों कि मोम के बूब्स काफ़ी बड़े हैं प्रीति से कहीं ज़्यादा और बहुत नरम भी हैं.
में अपनी मोम और दीदी को टच करता उनकी बॉडी को फील करता लेकिन इतनी सावधानी से कि उन्हे कभी मुझ पे शक नही हुआ.
प्रीति दीदी 10थ में थीं और उस वक़्त वो ब्रा नही पहनती तीन क्यों कि दीदी के बूब्स इतने छोटे थे कि उन की साइज़ का ब्रा ही नही मिलता था.
अगर दीदी दुपट्टा के बगैर होती तो मुझे दीदी के बिग निपल्स आसानी से दिखाई देते थे. लेकिन ये मौका किस्मत से मिलता था क्यों कि मोम हर वक़्त दीदी से कहती रहती थीं कि दुपट्टा पहने रखा करो.
उस दिन में सुबह उठा और तैयार हो कर बाहर आया तो मोम किचन में खड़ी नाश्ता बना रही थीं में किचन मे गया.
नमस्ते मोम हाउ आर यू? मोम के बाल खुले हुए थे वो ब्लॅक आंड पिंक कलर के कपड़ों में थीं और बहुत सेक्सी लग रही थीं मेरा तो उन्हे देख के लंड खड़ा होने लगा उस दिन वो इतनी सेक्सी लग रही थीं.
मोम- नमस्ते बेटा में ठीक हूँ तुम कैसे हो? उठ गये? प्रीति कहाँ है?
जी मोम में भी ठीक हूँ. दीदी अपने रूम में होंगी.
कुछ देर बाद प्रीति भी आ गई और हम सब ने एक साथ नाश्ता किया और स्कूल को रवाना हो गये.
रास्ते में हम बातें करने लगे. मैने दीदी से कहा कि दीदी आज स्कूल के बाद हम घूमने चलेंगे क्या ख़याल है?
प्रीति दीदी ने कहा हां भाई कहीं चलेंगे काफ़ी दिन हो गये हम कहीं नही गये लेकिन मोम इजाज़त देंगी तो ही जाएँगे ना तुम तो जानते हो कि मोम कहीं आने जाने नही देती हमे.
रास्ते मे जान के मैने कुछ ज़ोर के ब्रेक्स लगाए जिस की वजह से दीदी के स्माल बट हार्ड टिट्स मुझे टच होते मुझे बहुत मज़ा आता जब दीदी के हार्ड बूब्स मुझे फील होते.
मेरा लंड खड़ा था कि अचानक दीदी का हाथ फिसला और दीदी का हाथ मेरे लंड को टच हुआ लेकिन दीदी ने कोई नोटीस नही लिया या खुद ही चुप कर गयीं.
खैर हम स्कूल पहुँचे टाइम गुज़रा और हम वापिस घर आ गये.
कुछ देर बाद में दीदी के रूम में गया और दीदी के साथ उन के बेड पे बैठ गया और हम बातें करने लगे.
मैने अपनी मोम को तो कभी नही लेकिन दीदी को कुछ बार कपड़े चेंज करते देखा था उन के डोर के की होल से थोड़ा बहुत दिखाई देता था.
प्रीति दीदी के बूब्स बहुत छोटे थे उस वक़्त और उनकी कमर बहुत स्लिम और स्मार्ट थी दीदी की गान्ड तो बहुत प्यारी शेप में थी और वो भी स्लिम आंड स्मार्ट थी बस थोड़ी सी पीछे की तरफ उभरी हुई थी.
कपड़ों में तो पता नही चलता था लेकिन जब मैने दीदी को नंगा देखा तब मुझे देखने मे पता चला कि दीदी की गान्ड बहुत प्यारी है.
एक दिन हम स्कूल से वापिस आ रहे थे कि बारिश शुरू हो गई हम घर पहुँचने तक भीग गये थे और जल्दी जल्दी घर के अंदर दाखिल हुए.
मैने बाइक खड़ी की और दीदी के पीछे अपने रूम मे आ गया.