Biwi ki Chudai बीवी के गुलाम आशिक - Page 4 - SexBaba
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Biwi ki Chudai बीवी के गुलाम आशिक

“तो क्या सोचा अपने “
मोना की आवाज से मैं थोड़ा चौका,ना जाने कितने समय हो चुके थे मुझे अपने ही ख्यालों में खोए हुए …
“क्यो मुझे फंसा रही हो “
उसकी मुस्कान बेहद ही गहरी हो गई ..
“आखिर मान ही गए ना “
“हा लेकिन फिर भी कुछ अजीब सी गुदगुदी होती है जब सोचता हु की कोई दूसरा ..”
उसने मेरे होठो में अपनी उंगली रख दी ..
“बहुत हो गया अब ,..”
वो थोड़े देर कुछ सोचने लगी..फिर अचानक ही बोल पड़ी
“अच्छा एक काम करते है ..क्यो ना ऐसा करते है की मैं अपनी जिंदगी जीयू आप अपनी ,लेकिन अब मुझसे कोई उम्मीद मत करना की मैं आपको कुछ बताऊंगी ...किसी भी लड़के के बारे में “
मैं हँस पड़ा
“पता है ना की मैं कौन हु ,कैसे छिपाओगी .”
वो मुस्कुरा उठी
“हम्म्म्म तो मेरी जासूसी करोगे ..चलो देखते है कितनी करोगे ,”
“अच्छा तो कुछ प्लान कर रही हो ..”
“अब तो सोचना ही पड़ेगा कुछ ,बस आप अपने को काबू में रखना ,वरना किसी को सच में मार बैठोगे..”
उसके होठो में एक शरारती मुस्कान आ गई ..
“क्या तुम सच में कुछ करने वाली हो “
मैं थोड़ा गंभीर था,
“बहुत बोलते थे ना अब देखना,जलने का सारा शौक पूरा कर दूंगी मैं आपका “
वो शरारत से बोलकर फिर से सो गई,मैं बुरी तरह से कांप गया आखिर ये करने क्या वाली थी ...खैर मुझे इसकी कोई फिक्र नही थी क्योकि वो जो भी करती मैं कैसे भी करके उसका पता तो लगा ही लेता ..

*****
सुबह मुझे अपने काम भी जाना था ,मैं अपने ऑफिस पहुचा और मुझे मोना की बात याद आ गई ,मैंने अपना मोबाइल निकाला और देखने लगा,चार लोगो के मेसेज थे ,
शर्मा,राज,रोहित और अब्दुल ..
मैं सोच में पड़ गया की ये आज मोना को हो क्या गया है सभी को लाइन में ला रही है ..
शर्मा के साथ कुछ हँसी मजाक तक ही सीमित थी ,वही राज ने कई बार उसे कहा की तुम आजकल ज्यादा बात क्यो नही करती जवाब में मोना ने उसे कहा था की अब से करूंगी फिक्र मत करो …
अब्दुल फिर से कही साथ जाने की जिद में था ,मोना ने उसे भी आश्वासन दे रखा था ,लेकिन मेरे दिल के किसी कोने से ये आवाज भी आ रही थी की मोना इन सबके साथ कुछ नही करने वाली,उसका उद्देश्य बस मुझे जलाना था ..
मेरा इंटरेस्ट था रोहित ,आखिर रोहित के साथ वो कैसे विहेब करेगी ,
रोहित को मेसेज में उसने बस यही लिखा था की आज मिलते है ,रोहित थोड़े गुस्से में था और मोना ने उसे बड़े से प्यार से मनाया,और आज मिलने और साथ थोड़ा वक्त बिताने की बात कही …
मैं इन सबको पढा ही था की मोना का काल मेरे मोबाइल में आ गया..
“हैलो मेरी जान “
वो हल्के से मुस्कुराई
“कल वाली बात याद है ना ..”
उसने सीधे ही कहा
“हाँ क्यो ..”
“कुछ नही बस आज जलना शुरू कर दो ..”
“मतलब “
“मतलब मेरे सारे मेसेज तो पढ़ ही लिए होंगे..”
मैं बुरी तरह से चौक गया आखिर इसे कैसे पता ..??
“क्या बोल रही हो ..”
वो खिलखिलाई
“जान मैं एक जासूस की बीवी हु,आपके व्यहार से ही थोड़ा शक सा हो गया था की इन्हें मेरे बारे में कैसे पता चल रहा है,मैंने फोन की जांच करवाई तो आपके दो स्पाई सॉफ्टवेयर मिल गए ,तो आज आपको मेसेज पढा दिया,लेकिन माफ करना अब से कोई मेसेज और काल आप तक नही पहुचेगा “
वो बेहद ही शरारत से हँसी ,
“अरे जान तुम तो ..”
“हो गया आपका बहुत ,अब देखती हु मेरे जान की हालत क्या होगी ,जलने का इतना शौक था ना तो जलो अब,और करो जासूसी ...मुझसे कोई उम्मीद मत रखना की मैं कुछ बतलाने वाली हु …”
उसने हंसते हुए काल काट दिया ,मैं सर खुजाते रह गया,आखिर ये करने क्या वाली है ,क्या ये सच में किसी के साथ अफेयर करने वाली है...मुझे तो नही लगता की मोना कुछ ऐसा करेगी लेकिन फिर भी एक शख्स के ऊपर थोड़ा डाउट जरूर था वो था रोहित …
मोना आज ही उससे मिलने वाली थी ,मेरा दिमाग बार बार वही जा रहा था की आखिर वो क्या कर रहे होंगे,मैंने एक रिस्क तो ले लिया था अब इस पाप की सजा भी तो मुझे ही भुगतनी थी,मोना एक मेच्योर लड़की थी लेकिन रोहित के सामने भावनात्मक रूप से कमजोर हो जाती थी ,वही उसे ये भी पता था की मैं अगर गुस्से में आ जाऊ तो क्या करूंगा लेकिन फिर भी उसने मुझे जलाने की सोची थी ,वो अपने कदम बेहद ही फूंक फूंक कर रखने वाली थी ,मुझे उसके दिमाग पर भरोसा था लेकिन ये खेल कही ऐसे मुकाम में मत पहुच जाय की हमारे रिश्ते में दरार आ जाए ,ये एक चिंता शायद हम दोनो को ही थी

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मैं मोना की बात से अपना सर पकड़े हुए बैठा था की मेरे मोबाइल पर एक काल आया वो काल गृहमंत्री जी का था,
मैंने अपने सर को झटका ये साली फिर से एक नई मुस्किबत आ गई ..
“हैलो सर “
“क्या भई अभिषेक हमारे काम पर ध्यान नही दे रह हो यार अब तो तुम डियूटी भी जॉइन कर लिए हो और तुम्हारा प्रमोसन भी होने वाला है “
“बस सर आपके ही काम के बारे में सोच रहा था,”
“सोचो मत करो अब समय आ गया है की तुम जाकर डॉली से मिल ही लो,अगर कोई परेशानी हो तो कहो वरना मैं किसी दूसरे को इस काम में लगाऊंगा …”
मंत्री जी की बात सुनकर मैंने एक गहरी सांस ली ,
“आपको लगता है की कोई और आपके काम को मुझसे बेहतर कर सकता है..”
“इसलिए तो तुम्हे चुना है ,लेकिन तुम्हे भी इसमें इमोशनल नही होना है ,और इसे पर्सनल में मत ले लेना वरना काम हमारा ही बिगड़ जाएगा ,”
“जी सर लेकिन इसके लिए मुह थोड़े फंड की जरूरत होगी ,मैं सरकारी खर्च में तो नही कर सकता ना आपका काम “
मंत्री जी की हल्की सी हँसी सुनाई दी ..
“मैं समझता हु थोड़ी ही देर में मेरा एक आदमी तुम्हारे पास आएगा और तुम्हे एक ATM और पासवर्ड दे जाएगा,10 लाख है जैसा चाहो खर्च करो ,जरूरत हो तो और बताना …”
10 लाख साला जनता का ही तो पैसा है …
“ठीक है सर मैं आज ही निकल जाता हु “
थोड़ी ही देर में मुझे ATM मिल गया,मंत्री जी की तरफ से तो मुझे खुली छूट थी की मैं उनका काम कैसे करू ,उन्हें बस एक ही चीज से मतलब था वो था की
1. उनकी उस बेटी का राज दुनिया के सामने मत आये,
2. उनकी बेटी एक सही निर्णय पर पहुचे ,जिसमे मुझे उसकी मदद करनी थी
3. उस निर्णय को मंत्री जी का निर्णय बनाना (ये काम मैं मंत्री नही किसी और के लिए कर रहा था )
तीनो चीजों को दिमाग में रख कर मैं तुरंत ही घर के ओर निकला ,अब मोना का मोबाइल का एक्सेज तो मेरे पास नही था ,और जासूसी तो मुझे करनी ही थी ,मैंने पूरे घर में 5 जगह कैमरे लगा दिए …ऐसे मेरे घर में 4 ही कमरे थे ,2 बेडरूम एक हाल और एक किचन...और एक कैमरा मैंने घर के इंट्री में लगा दिया था,सभी को मैं अपने मोबाइल या लेपटॉप से कंट्रोल कर सकता था,मैं अपने पर थोड़ा इतरा कर वँहा से निकल गया…
रास्ते में ही मैंने मोना को फोन कर दिया
“जान मुझे काम से बाहर जाना पड़ रहा है ,शायद 1-2 दिन या और ज्यादा मैं अभी नही कह सकता ,”
“क्या..?? ठीक है ,लेकिन आप तो मेरी जासूसी करने वाले थे क्या हुआ,और मुझे ऐसे खुली छोड़कर जा रहे हो,इस बीच कुछ हो गया तो “
उसकी शरारती आवाज मेरे कानो में पड़ी ,कितनी कमीनी हो गई थी ये ..
“खबरदार ..ऐसे भी तुम कुछ भी करो मुझे उसका पता चल जाएगा ..”मैंने अपनी होशियारी दिखाई
“ओहो मिस्टर जासूस देखते है ..ऐसे अभी मैं रोहित के साथ हु,अब आप नही हो तो साथ ही डिनर भी कर लेंगे,और रात को घर में …”
मेरा खून खोल गया …
मुझे चुप देखकर वो हल्के से हँसी ..
“जली ना जान ..”वो हँस पड़ी
“चुपकर कुछ की का तो देखना मैं क्या करता हु “
“अच्छा मैंने क्या किया है आपको कैसे पता चलेगा ..”
“मैं पता कर लूंगा ..”
“देखते है,..ऐसे आपके काम के लिए बेस्ट ऑफ लक ,और एक चीज जो कभी मत भूलना ..”
वो थोड़ी देर तक शांत रही
“आई लव यू जान ..”उसने पूरी शिद्दत से कहा ,मेरे होठो में एक मुस्कान आ गई ,मेरी बीवी थी तो लाजवाब ..
“लव यू मेरी जान,..अपना ख्याल रखना कही मुझे जलाने की चक्कर में खुद को मत फंसा लेना “
वो हँस पड़ी
“अगर फंसी तो इतना भरोसा है की आप मुझे निकाल लोगे ,आपके ही दम पर खतरा उठा रही हु ,अब तो आपको भरपूर जलाऊंगी और खुद भी मजे लुंगी ,आप बैठ कर अपना मसलते रहना ..”वो जोरो से हँसी मेरे चहरे पर भी एक मुस्कान आ गई
“तू बहुत ही बदमाश हो गई है ..”
“आपने ही तो बनाया है ..”
“चलो जाना है लव यू ख्याल रखना ..”
“लव यू मेरी जान आप भी अपना ख्याल रखना और ज्यादा जलना मत..”एक हँसी के साथ हम दोनो थोड़ा इमोशनल हो गए और फोन कट गया…
**********
 
शाम के 8 बजे थे जब मैं होटल में चेक इन किया ,कल से मुझे अपने काम पर लगना था,
मैंने सबसे पहले मोना को काल किया,
पहले तो उसके हँसी की आवाज सुनाई दी फिर उसने हैल्लो कहा और साथ ही थोड़ा रुको भी …
“हा जान आप पहुच गए “
“हा पहुच गया तुम कहा हो “
“कहा था ना की रोहित के साथ डिनर पर आयी हु ,अब घर जाने वाली हु “
“ओह घर अकेले जाओगी या ..”
उसकी हल्की सी हँसी सुनाई दी
“पता कर लेना ऐसे 15 मिनट में घर पहुच जाऊंगी “
उसने हंसते हुए फोन को रख दिया ..
क्या बतलाऊ की इस खेल में मेरा क्या हाल हो रहा था,मुझे एक अजीब सा रोमांच महसूस हो रहा था,मैंने अपने मोबाइल से कैमरे को देखने लगा सभी कैमरे अपने सही जगह पर थे,बेडरूम में ही एक माइक्रो फोन भी लगा रखा था,उसमे से कोई भी आवाज अभी तो नही आ रही थी ,
जलन और रोमांच ..दिल की धड़कने बड़ी हुई थी समझ नही आ रहा था की सही क्या है और गलत क्या है,एक तरफ मैं चाहता था की मेरी बीवी को कोई भी मत छुए वही दूसरी तरफ एक अजीब सी तम्मना भी थी की मोना मुझे धोखा दे जाए..
मैं बेसब्री से मोबाइल में नजर टिकाए हुए बैठा था ,मैं भी फ्रेश होकर तैयार हो चुका था लेकिन अभी तक तो घर कोई भी नही आया ,लेकिन थोड़ी ही देर में मुझे मोना रोहित के साथ घर के अंदर घुसते हुए दिखी,दोनो ही खुस लग रहे थे,लेकिन रोहित ने कोई भी ऐसी वैसी हरकत नही की थी की मुझे उनपर थोड़ा भी शक हो …
वो अंदर घुसे ,मारे हाल का चित्र देखने लगा,रोहित सोफे में जा जमा और मोना अपना बेग रखकर किचन में चली गई फिर पानी के साथ आयी ,उसने रोहित से कुछ कहा और रोहित ने सर हिला कर घर के दूसरे बेडरूम में प्रवेश कर दिया,मैंने वँहा भी कैमरा लगा रखा था,वो बेडरूम में जाकर सीधे बाथरूम में घुस गया,वही हाल में बैठी मोना उसके जाने के तुरंत भी बाद उठी और अपने बेग से एक छड़ी जैसी कोई चीज निकाली,मैं उसे देख कर हैरान रह गया क्योकि वो एक डिवाइस डिटेक्टर था,जिससे छिपे हुए माइक्रो फोन और हिडन कैमरा को डिटेक्ट करते है ,यानी मोना को शक था की मैं घर में कैमरा या माइक्रोफोन लगा कर ही जाऊंगा ..
उसने पहले हाल का कैमरा पकड़ लिया,मैं उसका चहरा अच्छे से देख सकता था उसने मुझे जीभ दिखाकर चिढ़ाया और हँसी ,उसकी आवाज तो मेरे कानो तक नही आयी लेकिन उसने मुझे जी भर कर चिढ़ाया और एक ही झटके में वो कैमरा काम करना बंद कर दिया,दूसरा कैमरा किचन का उसने पता लगा लिया वो भी बंद..
तब तक रोहित बाहर आ गया था,वो उस कमरे में घुसी रोहित को पता ही नही लगने दिया की वो क्या कर रही है उसने उस रूम का भी कैमरा बंद कर दिया,फिर थोड़ी ही देर में वो हमारे बेडरूम में आयी पहले तो वो एक जोर की अंगड़ाई ली फिर अपने काम में जुट गई उसे एक कैमरा और माइक्रोफोन मिल गया,उसने कैमरा को अपने चहरे की ओर कर लिया और माइक्रोफोन को अपने होठो के पास रखा…
मेरे सामने उसका चहरा था और कानो में एक आवाज गूंजी ..
“जान ...तो ऐसे मेरी जासूसी करने वाले थे आप,हाहाहाहाहाहाहाहा (वो जोरो से हँसी ) अब क्या करोगे जान ...भूल ही जाते हो की मैं आपकी ही बीवी हु आपके हर ट्रिक का मुझे पता है ,हाहाहाहाहा ओह मेरा बेबी जलन तो फूल हो रही होगी लेकिन कर कुछ ही नही सकते ,ओ ओह ..हाहाहाहाहा “
मैं सच में पसीने से भीग गया था वो तो सच में बेहद ही चालाक निकली ,मुझे ऐसे चिढ़ा रही थी की लग रहा था अभी जाकर उसे अपने बांहो में मसल दु,जी हा उसके ऊपर बेहद ही प्यार आ रहा था लेकिन हवस वाला ..
उसकी आवाज फिर से आई ..
“चलो ये कैमरा तो और माइक्रोफोन तो बंद कर रही हु अब रात भर सोचना की आखिर हम दोनो घर में कर क्या रहे है ,लेकिन आप के ऊपर भी एक रहम कर देती हु ,गेट वाला कैमरा नही निकलूंगी हाहाहाहाहा”
है भगवान उसे ये भी पता था की गेट में भी कैमरा लगा के रखा हु ,आखिर वो कैमरा भी बंद हो गया वही माइक्रोफोन से आवाज आनी भी बंद हो गई ,मेरा दिल कसमसा कर रह गया,संचमे ये बात मुझे जला भी देती और रोमांचित भी कर देती की मेरी बीवी घर में अकेले अपने पुराने बॉयफ्रेंड के साथ है,वो क्या कर रहे होंगे ,मेरे लिए तो सहना ही मुश्किल था ,आखिर अब करू तो क्या करू ……….
 
दिमाग खराब बेहद ही खराब था,आंखों के सामने बस वो गेट का फुटेज था जो की बंद था,मैं अपना लेपटॉप चालू किये बस उसे ही देख रहा था ,,अंदर क्या हो रहा होगा,??
मुझे मोना पर इतना तो भरोसा था की वो इतना आगे तो नही जाएगी की हमारी शादी को खतरा हो …
और वो चली गई तो ,मैं ही तो था जो उसे उकसाता रहता था,नही ये नही हो सकता,
जब दिमाग काम करना बंद कर देता है तो आप क्या करते है …?
शराब का सहारा,मैं दो घुट पी चुका था,आधा घंटा होई चुका था ..मैं परेशान भी था तो उत्तेजित भी ,लेकिन इतनी उत्तेजना की आदत मुझे नही थी ,मैं अब भी अपनी बीवी से बेहद प्यार था,और मैं अब भी कही ना कही ये चाहता था की वो वही मोना रहे जिसे मैं घर में छोड़कर आया था,किसी भी मर्द के लिए ये इतना आसान नही हो सकता की वो अपनी बीवी को ऐसे ही छोड़ दे …
बीवी खुद की संपति होती है और आपकी संपति पर कोई दूसरा राज करे तो सोच लो कैसा लगेगा ….
अचानक ही मेरे मोबाइल में एक मेसेज आया ,वो मोना का मेसेज था …
‘बेडरूम वाला कैमरा ऑन कर रही हु ,और माइक्रोफोन भी ..’
मेसेज पड़कर मेरे आंखों में आंसू आ गए क्या वो मुझे अपने आशिक के साथ मनाने वाली रंगरलियां दिखाने वाली है …
मैं सच में रो ही पड़ा ,तभी स्क्रीन में बेडरूम वाला कैमरा ऑन हुआ ,मोना का चहरा मेरे सामने था,उसकी आंखे लाल थी जैसे बेहद रोई हो,उसने अभी भी अपने कपड़े चेंज नही किया था …
मेरे कानो में आवाज आयी ..
‘आपके कारण मैं क्या करने वाली हु अभी ,छि अपने मुझे क्या बना दिया …’
वो कुछ बोलती उससे पहले ही मैंने अपने मोबाइल से उसे वीडियो काल कर दिया ...उसने कैमरा नीचे फेक दिया और मेरा काल उठाया …
हम दोनो के सामने हमारे चहरे थे दोनो की आंखों में आंसू था ,तभी मुझे एक आवाज आयी जैसे कोई दरवाजा पिट रहा हो ...वो रोहित ही होगा ..
‘मोना प्लीज् मुझे माफ कर दो ..’
रोहित की ये आवाज मेरे कानो में आयी ,मोना मुझे ही देख रही थी उसकी आंखे सूजी हुई थी ,लाल …
“मुझे माफ कर दो जान मैं तुमसे कुछ करने को नही कहूंगा प्लीज् …”
मैं उसके सामने गिड़गिड़ाने लगा ,वो रोते हुए भी हल्के से हँसी …
“आपको तो लगा होगा की आज मैं रोहित के साथ इसी बिस्तर पर है ना...इसीलिए माफी मांग रहे हो ना ताकि मैं ऐसा कुछ ना करू ..”
उसकी आवाज में एक गुस्सा और शरारत दोनो ही थी ...मैंने हा में सर हिलाया
“भारतीय नारी हु अपने पति को ऐसे ही गुस्से में आकर धोखा नही दे सकती समझे ,लेकिन आपने तो दिल ही दुखा दिया क्या आप सच में ऐसा सोच रहे थे की मैं ऐसा कुछ करूंगी …”
वो नाराज लग रही थी
“पागल हो गई हो क्या नही नही ...मैं जानता था की तुम ऐसा कुछ नही करोगी तुम तो बस मुझे जला रही हो ,लेकिन डर तो लगता है ना “
वो हल्के से मुस्कुराई ..तभी पीछे से दरवाजा पीटने की आवाज तेज हो गई ,रोहित जोरो से मोना को सॉरी कह रहा था,
“तुम यंहा से जा सकते हो रोहित “मोना चिल्लाई और फिर से मुझे देखने लगी
“क्या हुआ वो ऐसे क्यो दरवाजा पिट रहा है …”
वो हल्के से फिर से हँसी ..
“क्योकि उसे भी वही लगा जो आपको लगा,कि पति नही है जाऊंगा और कुछ हो जाएगा,साला मुझे समझ के क्या रखा है ...एक झापड़ मार कर यंहा घुस गई हु अब चिल्लाने दो उसे “
मेरा मन एकदम से शांत हो गया ,मुझे पता था की मोना जब तक ना चाहे कोई उसे कुछ नही कर पायेगा ..मेरी खुसी देखकर मोना भी मुस्कुरा उठी ..
“इतना खुस मत हो वो आज आपके ना होने का पूरा फायदा उठा रहा था,साले ने जबरदस्ती क्या क्या नही दबा दिया ..”
वो इतराते हुए बोली ,एक पल के लिए मेरी सांसे ही रुक गई ..
“क्या ...उसे तो मैं ..”
मैं बोल तो गया लेकिन मेरे चहरे को देखकर वो मुस्कुराई
“आपको गुस्सा तो नही आ रहा है ये सब किसी और को कहना इतना झूट तो मैं भी पकड़ सकती हु “मैं हँस पड़ा सच में मुझे इस बात पर कोई गुस्सा नही आया था ,असल में मैं तो बस इस बात से खुस था की कुछ ज्यादा नही हुआ ,
“गुस्सा नही आया तो उत्तेजना तो आई ही होगी आपको की रोहित ने मुझे मसल दिया “
उसके होठो में एक शरारती सी हँसी आ गई ..मैंने उसे आंखे बड़ी करके देखा
“क्यो तुम्हे भी मजा आया क्या “
वो हल्के से हँसी लेकिन उदास स्वर में कहा जैसे खुद से कह रही हो ..
“मजा आता अगर ये मैं जानबूझ कर करती ,लेकिन ….लेकिन उसने जबरदस्ती की ,उसने जिसे मैं दिल से अपना दोस्त मानती हु ,...”
 
उसके आंखों में फिर से आंसू आ गया था,और मुझे उसके दिल का कोई भी हाल समझ आना बंद हो गया था,आखिर वो चाहती क्या है ...एक बार फिर दरवाजा खटखटाया गया लेकिन इस बार थोड़ा धीरे ..
“मोना मुझे माफ कर देना मैं तुम्हे गलत समझ गया,सॉरी यार ,मैं जा रहा हु आशा करता हु की तुम मुझे माफ कर दोगी ..”
मोना ने पीछे मुड़ कर दरवाजे को देखा ..फिर मुझे
“क्या वो चला गया”
मैंने लेपटॉप में देखा घर का दरवाजा खुला और रोहित बाहर निकला ,वो बेहद ही परेशान दिख रहा था ,
“हा वो चला गया “
मोना ने एक गहरी सास ली और जाकर दरवाजा अंदर से बंद कर लिया वो आकर बिस्तर में लेट गई …
“जो हुआ वो नही होना था मोना ,शायद मेरे कारण ये सब हो गया “
मैं उसे उदास देखकर बोला ,उसके होठो में एक फीकी सी मुस्कान आई ..
“नही अभी ये तुम्हारे कारण नही हुआ,मैं तो बस तुम्हे जलाना चाहती थी इसका हमारे उस खेल से क्यो वास्ता नही था,मैं जानती हु की तुम मुझपर भरोसा करते हो और मुझे समझते हो ….जो हुआ उसका कारण शायद वो रात थी जो हमारे बीच बीती थी ..”
मैं चुप उसके बाते सुन रहा था,मोना ने अपने जीवन की हर जरूरी बात मुझे बतलाई थी लेकिन ये नही …
उसने मेरे चहरे को देखा ,उसकी आंखों में कोई भी भाव नही थे जैसे वो शून्य में गुम हो गई हो ..
“क्या हुआ था उस रात ..”मैं पूछ बैठा..
वो मुस्कुराई
“सुन पाओगे “
“थोड़ा तो समझ ही गया हु ,”
“फिर भी मुझसे प्यार करोगे ..”
उसकी आंखों से वो सवाल साफ था जो उसने मुझे पूछा था..
“कोई शक,”
“तुमने कैसे जाना उस रात के बारे में ,..ओह वो सब सॉफ्टवेयर...जासूसी कर रहे थे ना मेरी “
मैं थोड़ा घबरा गया
“नही जान बस थोड़ा ..”
“चुप रहो संमझती हु आपको ,भले ही कितना भी कहो की प्यार करते हो लेकिन फिर भी दिल के किसी कोने में आप को शक का कीड़ा काटता ही रहता है ,सभी मर्द एक ही जैसे होते है तो आप कैसे उनसे जुदा होंगे ..’
मैं कुछ भी नही कह पाया ..वो भी कुछ नही बोली ,थोड़ी देर बाद ही उसने एक गहरी सांस ली और कहना शुरू किया……
“तब हम कालेज में थे,रोहित और मैं बेहद ही अच्छे दोस्त थे ,रोहित मुझे चाहता था एक लड़की की तरह लेकिन उसने कभी सिरियासली नही कहा,हा मजाक में वो मुझे कई बार प्रपोज कर चुका था ,मैं जानती थी की वो मुझसे प्यार करता है उसकी आंखे बताती थी ,और मुझे भी उससे प्यार था लेकिन फिर भी हम दोस्ती का चोला ओढ़े हुए थे ,जब तक वो रात नही आयी………”
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मोना ने कहना शुरु किया,
उस रात हम एक पार्टी में थे,हम दोनो ही बेहद ही खुस थे,मैं रोहित के साथ ही पार्टी में आयी थी,हमने जमकर शराब भी पी ली थी,रोहित ही मुझे अपनी बाइक से घर छोड़ने वाला था,हम दोनो की दोस्ती ऐसी थी की मुझे उसके साथ कभी डर नही लगा,हमारे ही कालेज में लड़की थी जिसका दिल रोहित पर आ गया था,बहुत ही पैसे वाली लड़की थी ,लेकिन रोहित तो ठहरा मेरा दीवाना,मुझे उसने उस दिन तक कुछ नही कहा था वो लड़की मेरे पास आकर रोहित से अपनी बात कहने को कहती और उसकी बात सुनकर ही रोहित का चहरा उतर जाता,मैंने रोहित को बहुत कहा लेकिन वो उस लड़की को भाव ही नही देता था,पार्टी तो खत्म हो गई लेकिन ठंड के दिन में हल्की बरसात ने मौसम को और भी गर्म बना दिया था,मैंने घर में बता दिया की मैं उस लड़की के साथ रुक रही हु जो रोहित को चाहती है,रोहित भी हमे उस लड़की के घर तक लिफ्ट देने को राजी हो गया ..
लड़की ने जिद की मैंने बाइक में रोहित के पीछे बिठा दिया,उसका घर तो आ गया था लेकिन उसने रोहित से एक और ड्रिंक के लिए रिक्वेस्ट की ,उस लड़की के घर पर ही हम तीनो ने दो ड्रिंक्स और लिए,लड़की ने अपने आधे कपड़े खोल दिए ताकि वो रोहित को उत्तेजित कर सके लेकिन वो इतने नशे में हो चुकी थी की वो गिर रही थी हमने मिलकर उसे उसके कमरे में सुला दिया,और रोहित जाने लगा…
“रोहित यार इतनी चढ़ गई है और हम भीग भी गए है ,यही रुक जा कपड़े बदल ले ऐसे भी इसके बाप के पास बहुत पैसा है थोड़ी उसकी शराब और पी लेते है …”रोहित मेरी बात को टाल नही सका,हम दोनो ने ही अलग अलग कमरे में जाकर कपड़े बदल लिए,मैं एक नाइटी पहन कर उसके सामने आयी तो उसका चहरा खुला का खुला रह गया,नशे की हालत और भीगा हुआ बदन ,मैं भी उसके सुडौल शरीर को देखते ही रह गई थी ,ये मेरा पहली बार था जब मैं किसी लड़के की तरफ यू खिंची चली जा रही थी …
हमने एक पैक और बनाया,दोनो ही सोफे में बैठे थे ,रोहित मुझे ही घूर रहा था ...उसका शरीर भी भीगा हुआ था,दोनो को ठंड तो लग रही थी लेकिन शराब ने हमे थोड़ा गर्म कर रखा था,
“ऐसे क्या देख रहा है “
“तुम बहुत ही सुंदर हो”
मैं हल्के से हँसी
“कोई नई बात बोल ना “
“मैं तुमसे प्यार करता हु “
“मैं भी करती हु …”
वो मेरे आंखों में देखने लगा
“क्या हुआ ..”
“इस बार मैं सच कह रहा हु ..”
उसने अपना हाथ मेरे जांघ पर रख दिया,जैसे मेरे शरीर में एक करेंट सा दौड़ गया था ,वो अपने हाथो को हल्के से हिलाया,मेरे जिस्म में एक सुरसुरी सी दौड़ी ,शराब का वो नशा नही था जो इस छुवन का था ..
“रोहित हम अच्छे दोस्त है ..”मेरी जुबान लड़खड़ा रही थी
“लेकिन फिर भी मैं तुम्हारे प्यार में हु मोना ,मैंने कई बार ये कहना चाहा लेकिन हिम्मत ही नही हुई ..”
उसका हाथ जांघो में थोड़ा और ऊपर गया,वो जांघो के जोड़ के करीब ही था,और मेरे बिल्कुल पास आकर बैठ गया था,उसकी सांसे मेरे चहरे से टकरा रही थी ,मैंने नजर नीचे झुका रखी थी ,वो मेरे और भी करीब सटता गया,
“मोना आई लव यू ..”
 
उसने अपने होठो को मेरे होठो से मिला दिया ,मेरे भी दिल में इतने दिनों से दबे हुए अरमान जैसे एक ही झटके में बाहर आ गए मैं भी उसे चाहती थी लेकिन आज तक उससे कुछ कहा नही था,हम दोनो ही दोस्ती की आड़ में अपने जज़बातों को छुपा रहे थे …..
“कहो ना मोना क्या तुम मुझसे प्यार नही करती “
रोहित के सांसों की गर्मी मुझसे बर्दास्त नही हो रही थी ,मैं क्या कहु मेरा दिल ही जिंदा था दिमाग तो शराब ने मार कर रखा था…
मैंने उसे अपने पास खिंचा और उसके होठो में अपने होठो को मिला दिया……
अभी हमारे बीच वो हुआ जो होना था,हम एक हो गए दो जिस्म एक हो गए अभी…
मोना रोने लगी थी,और मैं उस सिचुएशन की कल्पना कर रहा था की वो कैसे एक हुए होंगे…
उसने फिर से कहना शुरू किया…
इसके बाद से ही हम दोनो कट से गए ,और हमारी शादी हो गई,रोहित भी बाहर चला गया,मजेदार बात ये है की उसे वो लड़की फिर से मिली जो उसे बेहद ही प्यार करती थी...और अब हम फिर से मिल गए ..अजीब दुनिया है ना अभी …
मैं कुछ नही कह पाया ..
“क्या अब भी वो प्यार बाकी है “बस मेरे मुह से इतना ही निकला
“”हा है...लेकिन अब मैं तम्हारी हु …”
मोना इतना बोल कर ही चुप हो गई ..
“क्या उस लड़की का नाम डॉली था ..”
मेरे प्रश्न से वो चौक गई
“तुम्हे कैसे पता ..??”
मेरे होठो में बस एक मुस्कान आ गई….

बार में हल्की हल्की सी रोशनी फैल रही थी और हल्के संगीत में लोग झूम रहे थे,माहौल नशीला था और लोग भी नशे में थे,मेरे टेबल के पास ही 3 लड़के अपनी शराब में पूरी तरह से डूबे हुए दिखाई दे रहे थे,वही उनकी नजर डांस फ्लोर पर थी ,डांस फ्लोर में एक बेहद ही मदमस्त सी हसीन लड़की पर उनकी नजर थी जो की अपने ही धुन में झूम रही थी ,लड़की के कसे हुए पिछवाड़े उसके मिनी स्कर्ट में मटक रहे थे,जो जानलेवा दिखाई पड़ रहे थे..गोरा रंग कुछ लाल हो चुका था शायद ये शराब का ही असर था…
उसके वक्ष भी बड़े तरबूज से दिखाई पड़ रहे थे,दूर होकर भी उसके शरीर का सही अनुमान हो पा रहा था,लड़के उसे भूखी नजर से देखते हुए उसके हुस्न की तारीफ अपने ही ढंग से कर रहे थे,लड़की भी नाचते नाचते थक गई और हमारे तरफ ही आयी..
“हाय क्या बदन है मिल जाए तो …”
उस लड़की की बात शायद लड़की के कानो में पड़ गई वो वही रुक कर उन लड़को को देखने लगी ,फिर उनके टेबल में रखा हुआ जाम भी अपने हलक के अंदर उतार लिया,लड़के बस उसकी इस अदा को देखते ही रह गए,वो उतनी बोल्ड दिख रही थी उतनी थी भी ,उसने लड़को को हल्के से मुस्कुरा कर देखा…
“जिस्म की इतनी भी चाह मत करो की भेड़िए भी बन जाओ “लड़की की आवाज में एक ललकार थी जिससे वो जवान लड़के भी थोड़े सहम से गए,वो मुस्कुराती हुई आगे बढ़ गई,उस लड़की को और उसकी इस अदा को देखकर मेरे होठो में एक मुस्कान तैर गई……..

***********
पार्किंग में वही लड़की उन तीनो लड़को के बीच खड़ी थी ,लड़के उसके हाथो को जोरो से पकड़ रखे थे और अंधेरे में उसके साथ कुछ करने की फिराक में थे,लड़की नशे में थी फिर भी उसके ताकत ने लड़को को हलकान कर रखा था,वो तीनो मिलकर भी उसे ठीक से काबू नही कर पा रहे थे,
“ये छोड़ो उसे ..”मेरी गरजती हुई आवाज से उनका ध्यान मेरी ओर गया..लड़के मुझे देखने लगे तभी एक लड़के ने अपने जेब से एक चाकू निकाला ..
“जान प्यारी है तो निकल जा “
उसकी बात से मुझे थोड़ी हँसी तो आयी लेकिन मैं फिर भी नही मुस्कुराया और उनकी तरफ बढ़ने लगा,वो लड़का चौकन्ना हो चुका था और अपने हाथो में उस चाकू को खिला रहा था,दो लड़के भी मुझे ही देखने लगे शायद उनकी पकड़ ढीली हुई और ..लड़की ने जोर से एक लात एक लड़के के जांघो के बीच में लगा दी ,वो तिलमिला उठा लेकिन लड़की को नही छोड़ा …
दूसरा भी उसपर काबू पता इससे पहले ही लड़की ने फिर से अपने पैर उछाले और उसकी जांघो को निशाना बनाया लेकिन लड़का बच गया,इधर तीसरा लड़का चाकू लिए कुछ सोचने लगा और उसने तुरंत ही अपनी दिशा मेरे ओर से लड़की की ओर की…
“अगर होशियारी दिखाई तो यही काट दूंगा “
लड़का होशियार निकला उसने लड़की के गले में चाकू ठिका दिया था,मैं भी वही जड़वत खड़ा हो चुका था,ऐसा लगा की बाजी उनके हाथो में है तभी …
एक कार की रोशनी से सभी चौन्धिया गए ,कार रुकी और एक पतला दुबला काला सा शख्स निकाला,वो गुंडों और लड़की को देखकर मुस्कुराने लगा …
“ये लाइट बंद कर और निकल यंहा से “लड़का चिल्लता उससे पहले ही उस शख्स ने उनपर पिस्तौल तान दी ,
लड़को की हालत खराब हो चुकी थी ,
“ये मार देंगे इसे “
“मार दे लेकिन फिर तेरा क्या होगा “वो शख्स जरा भी बिचलित नही हुआ उसकी आवाज में एक भारीपन था,बड़े ही आराम से बोले गए उसके शब्दो में बहुत ही वजन था,लड़के पीछे हटने लगे ,
“अबे गाड़ी ले के आ “एक लड़का दौड़ पड़ा ,उनकी गाड़ी उनके पास आकर रुकी और उन्होंने लड़की को आगे फेका और खुद रफू चक्कर हो गए ,मैंने दौड़कर लड़की को थाम लिया …
“तुम ठीक तो हो ना डॉली “वो शख्स दौड़ते हुए उसके पास आया ..
“मैं ठीक हु डॉ …”वो सम्हाली
“थैक्स आप आ गए वरना “
डॉली मुझे देखकर मुस्कुरा रही थी ..
“कोई बात नही ,ऐसे आप भी काफी बहादुर है ..”वो हल्के से हँसी
“अरे ये इसने ज्यादा पी ली थी वरना इन लड़को को तो यू ही मसल देती क्यो सही कहा ना “
उस शख्स की बात पर वो हँसी ..
“आप भी डॉ साहब …”
“हल्लो मैं डॉ चुतिया हु ,थैक्स आपका आप सही समय में आ गए “
 
मेरी नजर उस शख्स पर जा टिकी उसके चहरे में एक गजब की चमक थी वो मुझे देखकर स्माइल दिए जा रहा था,मैंने भी अपना हाथ आगे बढ़ाया ..
“हैलो मैं अभिषेक ...आपका नाम सुना हुआ लग रहा है ..”
वो हंसा
“सुना होगा कही ये बहुत फेमस है ,इन्होंने ही तो मशहूर ड्रग्स माफिया रोबर्टो को पकड़वाया था ..”
मेरी आंखों में चमक आ गई
“ओह सर आप डॉ चुन्नीलाल तिवारी यरवदा वाले उर्फ डॉ चुतिया ,मैं कैसे भूल गया “
वो भी हल्के से हंसे
“और आप DSP साहब मैंने भी आप का नाम सुन रखा है ,बंसल को पकड़वाने वाले आप ही हो ना “
“क्या बात है मैं इतना फेमस हु मुझे नही पता था “मुझे सच में नही पता था ..
हम दोनो ही हँस रहे थे वही डॉली मुझे ध्यान से देख रही थी..
“आप DSP अभिषेक है ,मंत्री बंसल केस वाले ..”
“जी क्यो ??”
उसके चहरे में जैसे चमक दुगुनी हो गई ,
“वाओ “
वो उछल कर मेरे गले से लग गई ,मैं और डॉ दोनो ही उसके इस रिएक्शन से डर गए ..
“वाओ तो आप है मेरी जान के पति देव …”
मुझे अब माजरा समझ चुका था..
“तभी तो मैं कहु की आखिर मैंने आपको कहा देखा है,शादी में तो आ नही पाई हा फेसबुक में जरूर आपके फोटो और चर्चे सुने है …”वो बेहद ही खुस दिखाई दे रही थी ..
“ओह तो आप मोना की दोस्त है ..”
“हु नही थी ..”
ना चाहते हुए भी उसके होठो में एक फीकी सी मुस्कान उभरी ..
“मतलब ..”
“अब मतलब तो वो ही आपको बताएगी,बस इतना समझ लो की एक गलतफहमी हो गई थी हमारे बीच ..”
ओह तो ये माजरा था,जिसे ये गलतफहमी कह रही थी शायद इसे नही पता की वो सही फहमी थी..
“तो चलिए अभी दूर कर देते है आप दोनो की गलतफहमी को “
मैं फोन निकाल कर मोना को काल करने लगा,मैंने उसे पूरा वाकया बताया,वो भी बेहद खुश लग रही थी ,मैंने दोनो को आपस में बात करवाया ,वो दोनो ही इमोशनल लग रहे थे,डॉली बात करते हुए हमसे दूर चली गई थी …
“तो DSP साहब कैसे आना हुआ यंहा “
डॉ के चहरे में वही मुस्कान थी,
“बस एक तहकीकात के सिलसिले में आया था..”
“ओह मुझे लगा की आपको डॉली के पिता जी ने भेजा होगा”
अब डॉ के चहरे की मुस्कान गाढ़ी हो चुकी थी ..मैं उनकी बात सुनकर थोड़ा घबराया ..
“म..मतलब “
“घबराइए नही वो मेरे अच्छे दोस्त है ,मंत्री जी से बात हुई मेरी ,और मैं भी चाहता हु की इस लड़की का जीवन सुधार जाए,लड़की बुरी नही है बस बुरी आदतों की मारी है,अब शायद आप ही कुछ कर पाए ..”
“जी कोशिस करूंगा ,लेकिन आप को कैसे पता की ये मंत्री जी की बेटी है ..”
वो फिर मुस्कुरा उठे ..
“क्योकि मंत्री मेरा पुराना दोस्त है और इसकी माँ भी मेरी दोस्त थी,जवानी में फिसल गए और फिर इज्जत बचने के लिए इस बेचारी को दुनिया से छिपा कर रखा ,लेकिन प्यार वो इससे भी बहुत करते है..लेकिन इसे बस यही गम है की सब कुछ होते हुए भी पिता का साया इसके पास नही है ,और अब जिससे ये प्यार करती है वो भी इसे छोड़कर चला गया…”
“ओह”मैं उसके सामने बस इतना ही बोल पाया जबकि मेरे दिमाग में कई बाते एक साथ चल रही थी,क्योकि डॉ को भी बहुत कुछ पता था ..क्या इन्हें मोना और रोहित के रिश्ते के बारे में भी पता है,जैसा मुझे डॉली की बातो से लगा की डॉली रोहित को लेकर मोना से नाराज है...मैं अपनी ही सोच में गुम था की डॉ बोल पड़े..
“ऐसे ये बात ज्यादा सोचने वाली है की आपको इसके बारे में कैसे पता चला “
“जी जी...वो ..”मैं उनकी बातो को समझने की कोशिस कर रहा था..
“वो क्या है ना की ...मेरे भी अपने कुछ कांटेक्ट है ..”मैं हल्के से मुस्कुरा दिया
“बहुत खूब..”वो भी मुस्कुराने लगे..
तभी डॉली अपने आंसुओ को पोछती हुई हमारे पास आयी...और फोन मुझे थमा दिया..
“कही साथ डिनर करते है”डॉली बोल उठी
“बिल्कुल “मैंने और डॉ ने एक साथ कहा ..

********
डिनर की मेज पर हम तीनो ही हँस हँस कर बाते कर रहे थे,मुझे डॉली और डॉ के बारे में बहुत सारी बाते पता लगी,तभी मेरे मोबाइल में दो तीन मेसेज आये ..
“उससे बच कर रहना ,साली अपने बदन के डोरे आप पर मत आजमाए..”ये मोना का मेसेज था जिसे पड़कर मेरे होठो में मुस्कान आ गई
“ऐसे भी वो मुझसे जलती है क्योकि उसे लगता है की मेरे कारण रोहित उसे छोड़ गया,अब वो मेरे प्यार को मुझसे अलग करने की कोशिस करेगी ..”
मैं फिर मुस्कुराया ..मैंने भी उसे एक मेसेज चीपका दिया
“अब समझ आया की जलना किसी कहते है …”साथ ही ढेर सारी स्माइल भी भेज दी …

**************
मैं अपने होटल की पार्किंग में अपने कार से उतरा ही था की 3 लड़के मुझे आकर घेर लिए ..
वो वही लड़के थे जिन्होंने डॉली को छेड़ा था..
उन्हें देखकर मेरे होठो में मुस्कान आ गई ..
“क्या सर उसके हाथो में तो बंदूख था,कही हमे मार देता तो ..”
लड़के की बात से मैं हँस पड़ा ..
“साले मरा तो नही ना,ये ले “
मैंने जेब से कुछ पैसे निकाल कर उनकी तरफ उछाले ..
“थैक्स साहब कुछ काम होगा तो याद करना ..”
मैं मुस्कुराता हुआ अपने कमरे की तरफ चल दिया ...
 
“हल्लो जीजा जी “
डॉली की खनकती हुई मेरे कानो में पड़ी ,
“कैसी हो तुमसे मिलना था.कुछ बात करनी थी”
“क्यों नही बताइए कहा है आप “
“मैं तो होटल ** मे रूम नंबर ** में ठहरा हु “
“ठीक है मैं पहुच जाऊंगी ..”
“यंहा ???”
“क्यो अकेले कमरे में मुझसे नही मिल सकते क्या ..”
“नही ऐसा बात नही है “
“तो आधे घंटे में आ रही हु ..”
“ओके..”

*************
“हैलो जान तुम डॉली को अपने कमरे में बुला रहे हो बोला था ना की उससे थोडा सम्हाल कर रहना “
5 मिनट भी नही हुए थे की मोना का काल आ गया,यानी डॉली ने उसे सब बता दिया ???
“अरे वो ही जिद करने लगी तो मैं क्या करू ..तुम्हे किसने बतलाया ”
मोना खामोश थी ..थोड़ी रूखी सी लगी
“रोहित ने..”
“क्या???वो तुम्हारे साथ है “
“हा उसे ही तो जलाने के लिए ऐसा कर रही है ,और उसे तो एक तीर से दो निशाना मारने का मौका मिल गया है एक तरफ रोहित को जलाना और दूसरी तरफ मुझे ..”
“तुम्हे कैसे ??”
“क्योकि उसे पता है की मैं रोहित के साथ हु ..”
“ओह”मेरे होठो में मुस्कान आ गई ये लडकिया तो बिल्लियों जैसे झगड़ रही है
“क्या ओह...देखो वो अपने अदांओ के जादू में आपको फंसा ना ले..”वो थोड़ी गंभीर थी
“जिसे तेरा नशा पड़ा हो उसे कोई दूसरा नशा कैसे चढ़ेगा मेरी जान...रोहित को ही देख लो …”
मैंने तो मजाक में बोल दिया था लेकिन मोना थोड़े देर के लिए चुप हो गई ,मुझे भी अपनी गलती का अहसास हो गया था ,मैंने अनजाने में ही उसे ताना मार दिया था…
“सॉरी मेरे कहने का कोई गलत मतलब नही था ..”
“क्यो बात नही जानती हु आपकी आदत को ,बिना चाहे भी दिल को चोट दे जाते हो ,लेकिन समझ लो …”
मोना की आवाज चेतावनी भरी हो गई थी ,
“यदि आपने उसके साथ कुछ किया तो ..”वो हल्के से हँसी
“तो ..???”
“तो मैं भी शुरू हो जाऊंगी “
वो सच में हँस पड़ी ..
“ओहो सीधे धमकी ..”
“सीधा या टेढ़ा मुझे नही पता लेकिन कुछ किये ना उसके साथ तो मुझसे बुरा कोई नही होगा ..”
“हा मेरी माँ,ऐसे भी वो मेरा पुराना प्यार नही है जो उसके साथ कुछ करू ..”
मोना फिर से चुप हो गई मैंने फिर से उसके जख्मो पर उंगली कर दी थी..
“मुझे ताना दे रहे हो ..”
“नही जान वो मुह से निकल गया..”
“मुह से वही निकलता है जो दिल में होता है ..करो जो भी करना है ..बाय.”
उसने गुस्से में फोन रखा और फिर मेरे दो बार काल करने पर भी फोन नही उठाया …
**********
 
“हल्लो हॉटी “
मैं कुछ देर के लिए डॉली को देखता ही रह गया,साला रोहित सच में या तो चुतिया था या मोना से सच में बेहद ही प्यार करता था जो इस लड़की को छोड़कर मोना के चक्कर में पड़ा हुआ था,ऐसे मोना से हसीन तो नही लेकिन मोना से कम भी नही थी ,डॉली सच में हॉट थी,एक छोटे से स्कर्ट में उसकी जाँघे चमक रही थी,और गोरा रंग काले कपड़े में खिलकर दिख रहा था,बड़े बड़े वक्षो की चोटिया बाहर आने को बेताब लग रहे थे,उसने पुशअप ब्रा पहनी थी जिससे उसके वक्ष और भी बाहर आने को व्याकुल दिख रहे थे,बाल खुले हुए और कंधे तक थे,और होठो में लगाया गया उसका गाढ़ा लिपिस्टिक ही बता रहा था की ये किसी का शिकार करने निकली है,और शायद वो मैं था जिसका शिकार ये करना चाहती थी…
“जीजू से सीधे हॉटी ..आओ अंदर “
वो मुस्कराती हुई अंदर आयी ..
“क्यो क्या खराबी है मुझे तो रश्क हो रहा है मोना की किस्मत में जो आप उसके पति है,मसल्स तो देखो,”
उसने मेरे टीशर्ट में फड़कते हुए मेरे बाइसेप्स को पकड़ लिया..
“ओह ऐसे मुझे भी आज रोहित की किस्मत पर रस्क हो रहा है की तुम उसकी गर्लफ्रैंड हो..”
उसका खिला हुआ चहरा उदास हो गया …
“आपको किसने कहा “
“इतना तो मुझे पता है,मोना ने ही बताया ..”
वो बेड में बैठ चुकी थी,उसकी जाँघे अब एक दूसरे के ऊपर थी,उसने अपने पर्स से एक सिगरेट जलाई और लंबी कस लेने लगी,मैं भी अपनी सिगरेट निकाल कर पीने लगा और उसके बाजू में जाकर बैठ गया..
“कहा की गर्लफ्रैंड वो साला किसी दूसरे लड़की के चक्कर में है ..”
उसके आवाज में गुस्सा था ….
मैंने उंगली उसके जांघो में घुमा दी ,वो मुझे आंखे फाड़े देख रही थी…
“तुम्हारे जैसी हॉट लड़की को छोड़कर वो चुतिया किसके पीछे दौड़ रहा है..”
मेरी हरकत और बात से वो थोड़ी देर को सोच में पड़ गई फिर हल्के से मुस्कुराई ..
“आपको नही बता सकती बता दिया तो आफत हो जाएगी ..”
“क्यो शायद मैं कुछ कर सकू …या छोड़ो उसे तुम्हे तो कई आशिक मिल जायेगें..”
मेरी नजर अब उसके वक्षो पर थी...उसकी मुस्कान और भी गाढ़ी हो चुकी थी…
“कर तो आप बहुत कुछ सकते है लेकिन जानने को हिम्मत चाहिए होगा ..”
मैंने उसके चहरे को ऐसे देखा जैसे मुझे कुछ पता ही नही हो ..
“जानते हो रोहित किसके पीछे पागल है …”मैं उसके चहरे को ध्यान से देखे जा रहा था जैसे मैं उस नाम को सुनने को बेताब हु …
“वो मोना है …”
“क्या ??”
मैं चौक कर उठ खड़ा हुआ ..
उसके चहरे में एक विजयी मुस्कान तैर गई ..वो एक लंबा कस लगाती है ..
“वो साली रांड है ही ऐसी फंसा कर रखा है मेरे रोहित को “
चटाक ...एक जोरदार थप्पड़ और डॉली का गाल लाल हो गया लेकिन उसके होठो में अब भी मुस्कान थी ,जबकि वो और भी गहरी हो चुकी थी ….मेरा चहरा गुस्से से जल रहा था..
“हा हा हा सच नही सुना जाता ना मिस्टर अभिषेक ..तुम दुनिया के लिए जासूस होंगे लेकिन तुम्हारी बीवी तुम्हे ही धोखा दे रही है ,रोहित उसका पुराना आशिक है और मोना तुमसे कही ज्यादा चालाक ...तुम तो उसे बस उसका दोस्त समझते थे लेकिन वो अभी तुम्हारे ही घर में उसके साथ रंगरलियां मना रही होगी ...उसने ही मेरे रोहित को मुझसे छीना है,कालेज के बाद तो दोनो अलग हो गए और रोहित मेरे साथ खुसी से रह रहा था लेकिन जबसे उसे मोना का पता चला वो उसके पास चला गया और अब मुझे इग्नोर करने लगा है ,...ना जाने साली उसे ऐसा क्या देती है जो मेरे पास नही है..देखो मुझमें कुछ कमी है क्या …”
उसने एक झटके में अपने स्कर्ट की पतली डोर को अपने कंधे से हटा दिया जो उसके कंधे में थी,स्कर्ट उसके पेट तक उतर चुका था और उसके ब्रा में उसके वक्ष फड़फड़ा रहे थे…
लेकिन मेरा गुस्सा मानो सातवे आसमान पर था…
“मुझे मेरी मोना पर पूरा यकीन है ,तू ही साली रांड है जो मेरे सामने मुझे फसाने के लिये अपना कपड़ा खोल रही है ..”
वो खिलखिला कर हँस पड़ी ,
“सच कहते है प्यार अंधा होता है ,देखो ना पहले रोहित फिर तुम दोनो ही उसके प्यार के नशे में ऐसे चूर हो गए हो की अपनी आंखों पर पट्टी बांध ली है …”
वो एक अजीब सी मुस्कान में मुस्का रही थी …
“मैं जानता हु की रोहित उसे पसंद करता था लेकिन इसका मतलब ये नही है की उन दोनो के बीच अब भी कुछ है,कचरा तो तुम्हारे दिमाग में है जो रोहित जैसे अच्छे लड़के पर शक कर रही हो ..”
वो फिर से खिलखिलाई ..
“मुझे पता है की रोहित अच्छा लड़का है लेकिन मैं ये भी जानती हु की मोना कितनी कमीनी है ,रोहित हो या तुम दोनो ही एक जैसे हो प्यार के अंधे ..मोना ने अपनी अच्छाई तुम्हे दिखाई है लेकिन उसका कमीनापन मैं जानती हु ..”
“तुम कुछ नही जानती ,मोना देवी है …”
डॉली जोरो से हँसी जैसे कोई बहुत ही बड़ा जोक मार दिया हु…
“क्या तुम जानते हो की वो दोनो साथ सो भी चुके है …”
“वो उस समय शराब के नशे में थे ..और वो शादी से पहले की बात है ..”
“ओह तो तुम्हे पता है ,सच में तुम एक अच्छे पति हो अभी...लेकिन नशे में दोनो नही बस रोहित और मैं थे,मैं नशे में सो गई और मोना ने जानबूझकर रोहित को उकसाया ,क्योकि उसे लगने लगा था की रोहित अब मेरी तरफ आकर्षित होने लगा है,आज भी उस एक रात के कारण रोहित को ग्लानि का अहसास होता है की उसने मोना को धोखा दे दिया,उसके साथ शारीरिक संबंध बनाकर भी उसके साथ शादी नही किया ...लेकिन असल में ये मोना की ही चाल थी,चाहती तो वो अपने घर जा सकती थी लेकिन वो रुकी मेरे घर में ,उसने जबरदस्ती बहाने से रोहित और मुझे ज्यादा शराब पिलाई ,मेरे घर में और शराब पिलाई और जब मैं नशे की अधिकता में सो गई तो उसने रोहित को उत्तेजित किया ,रोहित बेचारे को आज भी यही लगता है की उसने शुरुवात की लेकिन ये मोना की ही ऐसी चाल थी जिसे वो नही समझ पाया,उल्टे उसका उपयोग करके भी मोना ने उसे ही दोषी बना दिया,...”
डॉली के आंखों में आंसू आ गए ..
 
“रोहित ने कभी मेरी भी बात नही मानी,वो भी मोना को उसी तरह से अच्छी समझता है जैसे की तुम ...काश मैं उसे समझा पाती तो आज वो मुझसे दूर नही होता …”
वो रो रही थी ..
“तुम सच में उससे जलती हो ..”
उसने मुझे घूरा उसके आंखों में लाचारी थी ..
“तुम दोनो कभी मेरी बात को नही समझ पाओगे,जाने तुम्हे कैसे समझाऊं ..”
“मुझे कुछ भी नही समझना तुम जा सकती हो ..”
वो चौक कर मुझे देखने लगी …
“लेकिन ..”
“लेकिन वेकिन कुछ भी नही गेट आउट…”
वो थोड़े देर मुझे देखती रही और फिर गुस्से में पैर पटकते हुए वँहा से निकल गई ...
मैं वँहा से वापस आ चुका था मेरा मुख्य काम दो ही दिनों में हो चुका था,घर आते ही मोना मेरे गले से लग गई ,
“कितना याद आया आपका ..”
“क्या याद आया काल का तो जवाब ही नही दे रही थी ,”
“तो क्यो देती आप उस कमिनी के साथ जो थे..”
मैं मुस्कुरा उठा,
“मैंने तो उसे उसी दिन झाड़ कर बाहर कर दिया था...तुम्हारे बारे में ना जाने क्या क्या बक रही थी “
वो बेहद ही प्यार से मुझे देखने लगी और मेरे गाल को चूम लिया..
“मुझे आपसे यही उम्मीद थी जान...मैं जानती थी वो साली कमीनी तो आपको भड़काने की पूरी कोशिस करेगी ..”
वो मेरे गले से लग कर मुझे चूमने लगी …
“इसी लिए साली ने फिर से कोई रिप्लाइ नही किया,क्या कहती की अपने उसे धक्के मारकर बाहर निकाल दिया ..”
वो हँसने लगी …
“आई लव यू जान ..”
वो फिर से मेरे गले से लग गई ,मैं भी उसके कोमल बालो को सहलाने लगा…
“तो रोहित के साथ कुछ किया की नही ..”
वो हल्के गुस्से से मुझे देखने लगी..फिर शरारती मुस्कान लाकर बोली
“किया ना बहुत कुछ ..”
“अच्छा क्या ..”
“वो नही बताऊंगी जासूस हो खुद पता कर लो ..”
“अच्छा ..’
“हा”वो खिलखिलाने लगी मैंने उसे अपनी बांहो में भर लिया और उसे सीधे बिस्तर में ले जाकर पटक दिया ,
वो मुझे बड़े ही बेकरारी से देख रही थी …
“अगर मुझे पता होता की वँहा आपको डॉली मिल जाएगी तो मैं आपको कभी उसके पास जाने नही देती ..वो सच में डायन है ,आप थे जो उसके जाल से निकल आये वरना …”
मैं हँस पड़ा ..
“अब तो निकल गया ना जान छोड़ो ना उसकी बात ,तीन दिन से तड़फ रहा हु ..”
उसने कुछ नही कहा बस मुस्कुराते हुए मेरे बालो को सहलाने लगी फिर मेरे कानो में हल्के से फूक मारने लगी..
मुझे एक गुदगुदी का अहसास हुआ,मैंने उसे अपने ऊपर ला लिया,और उसके बालो को अपनी उंगली में फंसा कर उसके होठो को चूमने लगा,दोनो के होठ एक दूजे में मिल चुके थे और सांसे तेज हो चुकी थी ,धड़कने बढ़ रही थी…
मैंने उसके आंखों को हल्का गीला देखा ..
“क्या हुआ जान ..”
“रोहित मुझसे बात नही कर रहा है ..”
“कब से “
“कल से ना जाने उसे क्या हो गया ..”
“तुमने कुछ कह दिया होगा..”
वो मेरे चहरे को देखने लगी ..
“मैंने बस उसे मना किया था ,वो बेकाबू हो रहा था ..”
मेरे होठो पर एक मुस्कान आ गई
“नही करना था ना उस बेचारे की भी कई तमन्नाएं रही होंगी की प्रेमिका का पति बाहर गया है तो कुछ फायदा मिल जाए लेकिन तुम तो ..बेचारे की हर तमन्ना को ही फेल कर देती हो अब वो गुस्सा तो होगा ही ना “
मोना गुस्से से मुझे मारने लगी ..
“आपको हर वक्त मजाक ही सुझा रहता है ,भूल गए क्या उस दिन क्या हालत हो गई थी आपकी ..”
वो खिलखिलाने लगी
‘वो तो ..”
“क्या वो तो अब अगर फिर से कहे ना तो सच में रोहित के साथ …”
वो रहस्यमयी मुस्कान से मुकुस्कुराने लगी …
“क्या करेगी ..”
उसकी मुस्कान और भी खिल गई ..
“जलने का बहुत ही शौक है ना आपको ..”
“हा वो तो है ..”
मैं भी मुस्कुराने लगा ..और उसके सीने में पके एक ताजा गोल आम को दबाने लगा,मेरा लिंग जीन्स में ही अकड़ रहा था मैंने जीन्स निकाल देने में हि अपनी भलाई समझी ..उसने भी अपनी नाइटी के अंदर हाथ डाला और अपनी ब्रा और पेंटी निकाल फेंकी..
अब मेरे जिस्म में बस एक अंडरवियर थी वही मोना के जिस्म में वो नाइटी जो एक पतले कपड़े का गाउन था जो उसके एड़ी से थोड़ा ऊपर तक था..
 
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