hotaks444
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( मिस्टर.सोनी मेरे शौक के बारे मे जानते थे पर ये नही जानते थे कि मैं चुदाई करता हूँ...उन्हे ये बस पता था कि मुझे लड़किया पसंद है ... यहाँ तक वो ये भी नही जानते थे कि मैं औरतो को भी पसंद करता हूँ....)
मैं-ओके सोनी जी....मैं एग्ज़ॅम के बाद बताउन्गा...शायद मन किया तो आ जाउन्गा…
मिस्टर.सोनी-ग्रेट सर…आइ एम वेटिंग…सर ड्रिंक लीजिए ना….
ऑर सोनी जी ने वेटर से 2 स्कॉच के पेग मग़वा लिए ऑर चियर्स करके हम स्कॉच पीते हुए बातें करने लगे….
थोड़ी देर यू ही हम शादी के बारे मे…ऑफीस ऑर मेरे डॅड , मेरी पढ़ाई एट्सेटरा... की बाते करते रहे …तभी मेरे पीछे से किसी ने सोनी जी को बुलाया…
जो मेरे पीछे था वो सोनी जी को देख पा रहा था....पर मैने उसे नही देखा...
पर जैसे ही उसने आवाज़ दी तो मुझे ये जानी पहचानी आवाज़ लगी ऑर मैं देखने को पलटा…
जैसे ही मैं पलटा तो आवाज़ देने वाली शॉक हो गई…
मिस्टर.सोनी-हाँ स्मिता, क्या कह रही हो….
हाँ ये स्मिता ही थी जिसे मैं कुछ देर पहले चोद रहा था ऑर अब जो सोनी जी को बुलाने आई थी…
स्मिता(डरी हुई)-वो..वो…आपको…दीदी बुला रही है…
मिस्टर.सोनी-ओके..चलता हू…तुम यहाँ आओ…किसी से मिलवाता हूँ..
जैसे ही स्मिता सोनी जी के पास गई तो सोनी जी मुझसे बोले….
मिस्टर.सोनी-सर, मीट माइ वाइफ…स्मिता…
जैसे ही मैने सुना कि ये सोनी जी की वाइफ है..मैं मुस्कुरा दिया ऑर स्मिता डर के मारे सहम कर रह गई…
मिस्टर.सोनी-स्मिता ये है हमारे बॉस के बेटे…मिस्टर.अक मल्होत्रा…
मैं-हेलो स्मिता जी
स्मिता(डरी हुई आवाज़ मे)-हेलो
मिस्टर.सोनी-स्मिता...सर लड़की वालो की तरफ से आए हुए है…बस इसी बहाने मुलाक़ात हो गई…तुम्हे बोलता था ना कि अच्छे इंसान है बॉस के बेटे..याद है ना...(फिर से मस्का मार रहा था)
स्मिता(बात घुमाते हुए)-जी…वो..दीदी ने जल्दी आने को कहा है…
स्मिता की तो गंद फटी हुई थी ये जानकार कि मैं उसके पति को जानता हूँ , इसलिए वो जल्द से जल्द वहाँ से जाना चाहती थी....
मिस्टर.सोनी-सॉरी सर जाना होगा…
मैं-कोई बात नही..बाद मे मिल लेगे..
मिस्टर.सोनी- जी सर…ऑर अगर ना मिल पाए तो…मैं आपको अपने घर डिन्नर पर लेने आउगा किसी दिन..क्योकि शायद हम रात मे ही निकल जाए..
मैं-कोई नही…अब तो मिलते रहेगे….आप कॅरी ऑन कीजिए प्लीज़..
मिस्टर.सोनी-ओके सर…बाय
मैं-बाइ…न्ड बाइ स्मिता जी…
स्मिता(मुझे घूरते हुए)-बाइ…
ऑर सोनी जी स्मिता के साथ चले गये ऑर स्मिता जाते हुए मुझे बार बार घूरती रही ऑर मैं मुस्कुरा रहा था…
जब वो दोनो निकल गये तो मैने सोचा…कि ये तो कमाल हो गया…अब तो स्मिता की चुदाई दम से करूगा….एक बार नही,,,बार-बार तू अपने पति को धोखा देगी…स्मिता डार्लिंग…हाहहहः
मैं अपनी मस्ती मे सोच रहा था कि मुझे सामने से सोनम आती हुई दिखाई दी….वो किसी लड़की के साथ थी…
जब वो मेरी तरफ आ रही थी तो मैं उसे देखने लगा ऑर वो भी चोरी-चोरी मुझे देखती रही…ऑर मेरे साइड से पीछे की तरफ निकल गई….मैने पलट के देखा तो पाया कि वो भी मुझे रुक-रुक कर देख रही थी ऑर ऐसे ही देखती हुई वो दूर निकल गई…
मैने सोचा कि क्या सोनम मेरा प्रपोज़ल आक्सेप्ट करने वाली है,,,,,तभी मुझे देखे जा रही थी ..या फिर ऐसे ही देख रही थी कि मैं कितना पागल हूँ,,जो पहली मुलाक़ात मे प्रापोज़ कर दिया…
फिर मैं सब कुछ भूल कर शादी का प्रोग्राम देखने लगा…ऑर पेग के सीप मारता रहा…
धीरे-धीरे..स्टेज का प्रोग्राम निपट गया…ऑर लड़का –लड़की अंदर चले गये…मंडप मे शायद…
कुछ लोग डॅन्स करने लगे..कुछ खाना खाने लगे ओर खुच गप्पें मारते हुए इंडिया की राजनीति को कोसने लगे…
हमारे यहाँ सिस्टम को कोसना सबसे अच्छा टाइम पास है..हहहहहा…
थोड़ी देर अकेला रहने के बाद मुझे सोनू मिल गया ऑर हम बाते करने लगे….
मैं-हाई सोनू
सोनू- हेलो
मैं-ऑर सोनू…क्या चल रहा है….शादी के मज़े आ रहे है…
सोनू-अरे कहाँ भाई…यहाँ तो कुछ काम ही नही बन रहा..
मैं-कैसा काम
सोनू-अरे कुछ नही…ऐसे ही …ऑर सूनाओ..खाना खा लिया
मैं-नही अभी नही…
मुझे सोनू की बातों से लगा कि ये कुछ छुपा रहा है..पर मुझे नही बताना चाहता....
मैं(मन मे)-बेटा नही बताना तो मत बता…मुझे ये तो पता ही है कि तू अपनी सग़ी बेहन को चोदता है….
हम ऐसे बात ही कर रहे थे कि सोनू को भी किसी ने बुला लिया ऑर मैं फिर से अकेला रह गया स्कॉच के पेग के साथ
इसके बाद शादी मे कुछ खास नही हुआ….आंटी लोग मेरे पास आई ऑर हमने खाना खाने निकल गये…
मनु अभी भी चुप थी बस मुझे देख लेती थी….वो लड़किया भी दिखी बट सब अपने मे बिज़ी थी...
पायल भी अपने पति के साथ खाना खाते हुए दिखी ऑर हमने आँखो से इशारे भी की पर बात नही हो पाई...
ऐसे ही ड्रिंक ओर खाने का मज़ा लेकर हम फ्री हो गये….गेस्ट भी अपनी-अपनी जगह चले गये….कुछ खास लोग मंडप मे थे बाकी सोने चले गये…
मैं खाने के बाद थोड़ा टहलने लगा ओर तभी मुझे सोनू फिर से मिल गया ..
मैं- हेलो सोनू...कहाँ घूम रहे हो
सोनू- हाई...वो मैं तो यूँ ही घूम रहा हूँ...
मैं जानता था कि सोनू भी चुदाई के लिए घूम रहा है...पर शायद इसका काम नही बन रहा...तभी परेशान है.. क्यो ना इससे बात करूँ...शायद कुछ फ़ायदा हो जाय.
मैं(सीधा पॉइंट पर आते हुए)- देखो सोनू , मैं जानता हूँ कि तुम किस लिए परेशान हो...तो अच्छा होगा कि तुम सॉफ-2 बताओ, वैसे भी हम सेम एज के है भाई...
मैं-ओके सोनी जी....मैं एग्ज़ॅम के बाद बताउन्गा...शायद मन किया तो आ जाउन्गा…
मिस्टर.सोनी-ग्रेट सर…आइ एम वेटिंग…सर ड्रिंक लीजिए ना….
ऑर सोनी जी ने वेटर से 2 स्कॉच के पेग मग़वा लिए ऑर चियर्स करके हम स्कॉच पीते हुए बातें करने लगे….
थोड़ी देर यू ही हम शादी के बारे मे…ऑफीस ऑर मेरे डॅड , मेरी पढ़ाई एट्सेटरा... की बाते करते रहे …तभी मेरे पीछे से किसी ने सोनी जी को बुलाया…
जो मेरे पीछे था वो सोनी जी को देख पा रहा था....पर मैने उसे नही देखा...
पर जैसे ही उसने आवाज़ दी तो मुझे ये जानी पहचानी आवाज़ लगी ऑर मैं देखने को पलटा…
जैसे ही मैं पलटा तो आवाज़ देने वाली शॉक हो गई…
मिस्टर.सोनी-हाँ स्मिता, क्या कह रही हो….
हाँ ये स्मिता ही थी जिसे मैं कुछ देर पहले चोद रहा था ऑर अब जो सोनी जी को बुलाने आई थी…
स्मिता(डरी हुई)-वो..वो…आपको…दीदी बुला रही है…
मिस्टर.सोनी-ओके..चलता हू…तुम यहाँ आओ…किसी से मिलवाता हूँ..
जैसे ही स्मिता सोनी जी के पास गई तो सोनी जी मुझसे बोले….
मिस्टर.सोनी-सर, मीट माइ वाइफ…स्मिता…
जैसे ही मैने सुना कि ये सोनी जी की वाइफ है..मैं मुस्कुरा दिया ऑर स्मिता डर के मारे सहम कर रह गई…
मिस्टर.सोनी-स्मिता ये है हमारे बॉस के बेटे…मिस्टर.अक मल्होत्रा…
मैं-हेलो स्मिता जी
स्मिता(डरी हुई आवाज़ मे)-हेलो
मिस्टर.सोनी-स्मिता...सर लड़की वालो की तरफ से आए हुए है…बस इसी बहाने मुलाक़ात हो गई…तुम्हे बोलता था ना कि अच्छे इंसान है बॉस के बेटे..याद है ना...(फिर से मस्का मार रहा था)
स्मिता(बात घुमाते हुए)-जी…वो..दीदी ने जल्दी आने को कहा है…
स्मिता की तो गंद फटी हुई थी ये जानकार कि मैं उसके पति को जानता हूँ , इसलिए वो जल्द से जल्द वहाँ से जाना चाहती थी....
मिस्टर.सोनी-सॉरी सर जाना होगा…
मैं-कोई बात नही..बाद मे मिल लेगे..
मिस्टर.सोनी- जी सर…ऑर अगर ना मिल पाए तो…मैं आपको अपने घर डिन्नर पर लेने आउगा किसी दिन..क्योकि शायद हम रात मे ही निकल जाए..
मैं-कोई नही…अब तो मिलते रहेगे….आप कॅरी ऑन कीजिए प्लीज़..
मिस्टर.सोनी-ओके सर…बाय
मैं-बाइ…न्ड बाइ स्मिता जी…
स्मिता(मुझे घूरते हुए)-बाइ…
ऑर सोनी जी स्मिता के साथ चले गये ऑर स्मिता जाते हुए मुझे बार बार घूरती रही ऑर मैं मुस्कुरा रहा था…
जब वो दोनो निकल गये तो मैने सोचा…कि ये तो कमाल हो गया…अब तो स्मिता की चुदाई दम से करूगा….एक बार नही,,,बार-बार तू अपने पति को धोखा देगी…स्मिता डार्लिंग…हाहहहः
मैं अपनी मस्ती मे सोच रहा था कि मुझे सामने से सोनम आती हुई दिखाई दी….वो किसी लड़की के साथ थी…
जब वो मेरी तरफ आ रही थी तो मैं उसे देखने लगा ऑर वो भी चोरी-चोरी मुझे देखती रही…ऑर मेरे साइड से पीछे की तरफ निकल गई….मैने पलट के देखा तो पाया कि वो भी मुझे रुक-रुक कर देख रही थी ऑर ऐसे ही देखती हुई वो दूर निकल गई…
मैने सोचा कि क्या सोनम मेरा प्रपोज़ल आक्सेप्ट करने वाली है,,,,,तभी मुझे देखे जा रही थी ..या फिर ऐसे ही देख रही थी कि मैं कितना पागल हूँ,,जो पहली मुलाक़ात मे प्रापोज़ कर दिया…
फिर मैं सब कुछ भूल कर शादी का प्रोग्राम देखने लगा…ऑर पेग के सीप मारता रहा…
धीरे-धीरे..स्टेज का प्रोग्राम निपट गया…ऑर लड़का –लड़की अंदर चले गये…मंडप मे शायद…
कुछ लोग डॅन्स करने लगे..कुछ खाना खाने लगे ओर खुच गप्पें मारते हुए इंडिया की राजनीति को कोसने लगे…
हमारे यहाँ सिस्टम को कोसना सबसे अच्छा टाइम पास है..हहहहहा…
थोड़ी देर अकेला रहने के बाद मुझे सोनू मिल गया ऑर हम बाते करने लगे….
मैं-हाई सोनू
सोनू- हेलो
मैं-ऑर सोनू…क्या चल रहा है….शादी के मज़े आ रहे है…
सोनू-अरे कहाँ भाई…यहाँ तो कुछ काम ही नही बन रहा..
मैं-कैसा काम
सोनू-अरे कुछ नही…ऐसे ही …ऑर सूनाओ..खाना खा लिया
मैं-नही अभी नही…
मुझे सोनू की बातों से लगा कि ये कुछ छुपा रहा है..पर मुझे नही बताना चाहता....
मैं(मन मे)-बेटा नही बताना तो मत बता…मुझे ये तो पता ही है कि तू अपनी सग़ी बेहन को चोदता है….
हम ऐसे बात ही कर रहे थे कि सोनू को भी किसी ने बुला लिया ऑर मैं फिर से अकेला रह गया स्कॉच के पेग के साथ
इसके बाद शादी मे कुछ खास नही हुआ….आंटी लोग मेरे पास आई ऑर हमने खाना खाने निकल गये…
मनु अभी भी चुप थी बस मुझे देख लेती थी….वो लड़किया भी दिखी बट सब अपने मे बिज़ी थी...
पायल भी अपने पति के साथ खाना खाते हुए दिखी ऑर हमने आँखो से इशारे भी की पर बात नही हो पाई...
ऐसे ही ड्रिंक ओर खाने का मज़ा लेकर हम फ्री हो गये….गेस्ट भी अपनी-अपनी जगह चले गये….कुछ खास लोग मंडप मे थे बाकी सोने चले गये…
मैं खाने के बाद थोड़ा टहलने लगा ओर तभी मुझे सोनू फिर से मिल गया ..
मैं- हेलो सोनू...कहाँ घूम रहे हो
सोनू- हाई...वो मैं तो यूँ ही घूम रहा हूँ...
मैं जानता था कि सोनू भी चुदाई के लिए घूम रहा है...पर शायद इसका काम नही बन रहा...तभी परेशान है.. क्यो ना इससे बात करूँ...शायद कुछ फ़ायदा हो जाय.
मैं(सीधा पॉइंट पर आते हुए)- देखो सोनू , मैं जानता हूँ कि तुम किस लिए परेशान हो...तो अच्छा होगा कि तुम सॉफ-2 बताओ, वैसे भी हम सेम एज के है भाई...