hotaks444
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मैने सोनू को देखा तो वो आँखे फाडे हुए मुस्कुरा दिया...
मैं फिर सुषमा को सोफे के किनारे अपनी तरफ खीचा और उसकी गंद मे लंड सेट करके डालने लगा....
मैने लंड को सुषमा की गान्ड मे डाला और एक हाथ से उसकी चूत फैला कर मसलने लगा और धक्के मारने लगा.....
सुषमा-आअहह….दददााालल्ल्ल्ल्ल्ल…द्ददी…..आआअहह…फासस्थटत्त…आअहह
..यस…यस..यस…आअहह....तीएजज्ज़....ऊौरर..त्त्टीज्जज....आहह...उउफफफ्फ़...आआहह
मैं-यस बेबी..ये ले..…ये ले
सुषमा-आअहह…उउउंम्म….ज्ज्जूौरर्र…सससी…एसस्स.ईसस्स्सयईसस्स..आअहह…आअहह....उउफ़फ्फ़...माआ
…आहह….येस्स..एस्स…ऊहह..ऊहह..ओह्ह्ह…उउंम्म…उउफफफ्फ़…ऊहह..उउउंम्म
मैं - सुषमा..तेरा बेटा भी ऐसे ही चोदेगा...क्या ख्याल है...??
सुषमा - आअहह...अब उसे भी खुश ...आअहह ....कर दूओगीइ...उउउफ़फ्फ़
मैं- तू कहे तो अभी बुला लूँ...
सोनू ये बात सुन कर तो खुश हो गया होगा...पर सुषमा ने ख़ुसी जल्दी ही छीन ली...
सुषमा- आहह...नही...नही...आअहह..
आज्ज..सिर्फ़ तुम....आअहह...माआररूव...
ऊहह..त्तेज्ज्ज...और..तीएजज्ज....आअहह...
मैं - तो आज मैं ही फाड़ता हूँ...
और मैने स्पीड तेज कर दी और सुषमा की गान्ड मारने लगा.....
सुषमा-आअहह…उउउंम्म….ज्ज्जूौरर्र…सससी…एसस्स.ईसस्स्सयईसस्स..आअहह…आअहह....उउफ़फ्फ़...माआ
…आहह….एस्स..एस्स…ऊहह..ऊहह..ऑश…उउंम्म…उउफफफ्फ़…ऊहह..उउउंम्म
मैं- यीहह...बेबी....यस...यस...येस्स
सुषमा-आअहह….दददााालल्ल्ल्ल्ल्ल…द्ददी…..आआअहह…फासस्थटत्त…आअहह
..यस…यस..यस…आअहह....तीएज्ज्ज....ऊौरर..त्त्तीज्ज्ज....आहह...उउफफफ्फ़...आआहह
ऐसे ही थोड़ी देर तेज़ी से गंद मारने के बाद मैं लंड बाहर निकाल कर सोफे के पास खड़ा हो गया और सुषमा को साइड मे घुमा कर फिर उसकी गंद मे लंड डाल दिया और एक टाँग उठा कर तेज़ी से गंद मारने लगा....
गंद मरवाते हुए सुषमा ने अपनी 2 उंगलियाँ अपनी चूत मे डाल दी और अंदर बाहर करने लगी…
अब सुषमा की गंद और चूत, दोनो भरी हुई थी….सोनू को ये नज़ारा सॉफ नही दिख रहा होगा..क्योकि वो मेरे पीछे साइड था और सुषमा मेरे आगे…पर वो समझ तो रहा ही होगा…
मैं तो मज़े लेते हुए सुषमा की गंद मारने लगा……और सुषमा आवाज़े निकालने लगी…
सुषमा-आअहह…..आआअहह…उउउफ़फ्फ़…ऊहह..आअहह…ज्जूउर्र..सीए
..यस…यस..यस…आअहह....तीएजज्ज़....ऊौरर..त्त्टीज्जज....फाद्दद्ड…द्दूड़ो
मैं- ये फटी…यहह
सुषमा-आअहह…उउउंम्म….ज्ज्जूौरर्र…सससे.ए…एसस्स….फाड़ द्दूव..ऊहह…माआ……..ईसस्स्सयईसस्स..आअहह…
…आहह….येस्स..एस्स…ऊहह..ऊहह..ओह्ह्ह…उउंम्म…म्म्माआ..
थोड़ी देर बाद सुषमा झड्ने लगी और मैने भी झड्ने के करीब आ गया….
सुषमा-आअहह…आहह…हहा…ऐसे ही करो..आहह…..आहहह…अहहह..यईएसस..सहहाः…ज्जूउर्र्र..ससी..आहहह///..
फफफफात्तत्त…..प्प्पाट्त्ट…आहः..उउंम…हहूऊ…आअहह.ययईएसस…आऐईइईसीए हहीी…ययईसस…ज्जूौरर्र…ससीए…..तीज़्ज़ज्ज…हहाअ…उउउफफफ्फ़
एसस्सस्स…आअहह…आअहह…ययईईसस्स….ऊऊहह…आअहह
मैं-यस बेबी यस
सुषमा- अहः..उउंम…हहूऊ…आअहह.ययईएसस…आऐईइईसीए हहीी…ययईसस…ज्जूौरर्र…ससीए…..एस्स्स्स्स…आअहह…फफफफफफुऊफ़ुऊूक्कककककक…म्म्मैईयायंन्णणन्,…
.कक्कूओकमम्म्मममिईीईईईन्नननज्ज्ग …आअहहहह
और सुषमा अपनी चूत मे उंगलिया भरे हुए झड्ने लगी…और मैने भी झड़ने लगा साथ मे…और सोनू भी ….
मैं-आअहह…मैं भीयाआया…आहह…ईएहह…यीहह
सुषमा-आहह…भर दो..अहहह..गान्ड…को.आहह…उउउम्म्म्म….
ऐसे ही आवाज़े करते हुए हम झड गये और सोनू बिना आवाज़ किए हुए…..आज वो माँ की चुदाई देख कर जल्दी ही झड रहा था शायद….
झड्ने के बाद मैने सुषमा की गंद से लंड निकाला और सुषमा के बाजू मे बैठ गया…और सुषमा.....वैसे ही आँखे बंद करके लेट गई….
मैने सोनू को देखा तो वो झड्ने के बाद लंड को अंदर कर रहा था पेंट के….
मैने सोनू को इशारे से कहा कि..अब जाओ..मैं कॉल करूगा….तो सोनू मुझे ओके बोल कर आराम से गेट खोल कार निकल गया और वापिस गेट को लटका दिया….
मैं(मन मे)- चलो एक काम तो हुआ कि सोनू को उसकी माँ की चुदाई दिखा दी…अब सुषमा को रात को रोकने का काम करना है…पर साली दीपा तो सो गई…मैं तो उसी की हेल्प लेने वाला था…कोई नही..जा कर जगाता हूँ…
मैं यही सोच कर बाथरूम मे गया और फ्रेश हो कर बाहर आ या और कपड़े पहन कर दीपा के पास जाने को हुआ की मेरा सेल बजने लगा…
मैं(मन मे)- अब किसका कॉल होगा…सोनू का..????...नही उसे तो मैने कहा था कि मैं करूगा…तो आंटी का होगा…शायद…पर जैसे ही मैने स्क्रीन पर नेम देखा तो मेरी आँखे चमक उठी और मुझे एक नया प्लान दिमाग़ मे आ गया….....
अब मुझे सुषमा को रोकने के लिए दीपा की हेल्प की ज़रूरत नही…बस ये मान जाय….और मैने कॉल पिक की….
( कॉल पर )
मैं-हाई जान , कैसी हो….
रिचा- बहुत गुस्सा हूँ तुमसे…
मैं-अच्छा…ऐसा क्यो…???
रिचा- क्यो , तुम नही जानते क्या…???
मैं- नही तो...मुझे कैसे पता होगा...
रिचा- अच्छा...इतने भोले मत बनो...समझे...
मैं-अरे जान …बोलो ना क्या हुआ..???
रिचा- एक तो तुमने आग भड़का दी…और अब भूल ही गये….
मैं – आग……कैसी आग..???
रिचा- अरे यार …समझो ना…
मैं- अरे जान..खुल के बताओ….कैसी आग…???
रिचा- वही आग जो तुमने मेरी चूत मे लगा दी है…
मैं- पर मैने तो चूत की आग भुझाई थी…लगाई कहाँ थी…
रिचा- तभी तो…तुमने एक बार चुदाई की तो बरसों से ठंडी पड़ी छूट की आग भड़क गई…
मैं- ओह हो…तो अब…???
रिचा- अब क्या…अब इसका कुछ करो ना..
मैं- ओह हो जान…तुम कहती तो मैं आ जाता…पर तुमने तो मुझे बताया ही नही…
रिचा- कैसे बताती…तुम मिलते कहाँ हो…पता नही कहाँ बिज़ी रहते हो…
मैं- ओके..सौररी…अब ख्याल रखुगा..ओके
रिचा- सौरी नही चाहिए…अभी आग लगी है तो कुछ करो इसका….
मैं(मन मे)- आज रिचा को ही बुला लेता हूँ…पर क्या वो सुषमा के सामने चुद पायगी…???,,,,,,,पूछ के देखता हूँ…उसकी चूत गरम है…मान ही जायगी….नही तो मैं मना लूँगा…
रिचा- कहाँ खो गये…कुछ करो ना..
मैं- अरे जान …इसमे क्या प्राब्लम है…अभी आ जाओ…आग भुझा देता हूँ…
रिचा- ओह्ह…तुम कितने अच्छे हो…मैं अभी आती हूँ…
मैं- रूको , पहले मेरी बात सुनो..
रिचा- अब क्या…???
मैं-देखो रिचा ..तुम्हारी चुदाई तो मैं कर दूँगा अभी..बट…
रिचा- बट….क्या….???
मैं- वो ऐसा है रिचा कि मेरे पास एक और चूत है…उसको भी चोद्नना है…
रिचा- अच्छा…तो फिर…लेकिन मुझे तो अभी चुदाई करनी है…
मैं- एक रास्ता है…
रिचा- क्या…???
मैं- अगर तुम्हे प्राब्लम ना हो तो मैं तुम दोनो को साथ मे चोद सकता हूँ….
रिचा-ह्म्म…मुझे कोई प्राब्लम नही …मुझे तो बस जोरदार चुदाइ करवानी है….
मैं- ओह ग्रेट….तो आओ फिर…
रिचा- वैसे…है कौन…???....रजनी या दीपा...या कोई और...
मैं- तुम आ जाओ...और खुद ही देख लेना....तुम्हे उसकी चूत भी चखने को मिल जाएगी....हाहहहा.
रिचा- ओके..अभी आई..
इसके बाद मैने कॉल कट की और सुषमा की तरफ पलटा तो वो बिल्कुल मेरे पीछे खड़ी थी और आँखे दिखा रही थी...
मैं- अब तुम्हे क्या हुआ…???
सुषमा- मैने सब सुन लिया….कौन थी ये…???
मैं – वो…रिचा थी….
सुषमा- वही रिचा….कामिनी की फरन्ड…???
मैं-हाँ..वही...
सुषमा- तुम कितनो को चोदते हो...*???
मैईन(सुषमा को बाहों मे भर कर)- अरे जान..मुझे तो चोदने को मिल जाय….चोद देता हूँ…कोई भी हो…
सुषमा- सच मे ….कमाल हो यार….तभी तो चूत खुद चलकर सामने से आती है…
मैं- ह्म्म्म…अच्छा ये बताओ…की तुम्हे कोई प्राब्लम तो नही ना….
सुषमा- नही…पर वो कुछ बक तो नही देगी किसी से…
मैं- नही ..ये मेरी गारंटी है…तुम बोलो…कोई प्राब्लम…????
सुषमा- नही, कोई प्राब्लम नही…मैने तुम्हे ऐसे ही दो-दो चूत फाड़ते हुए देखा था…तभी तो तुम्हारे लंड की दीवानी हुई…
मैं- हां….मैं तो भूल ही गया था….तो आज तुम्हारी और रिचा की वैसी ही चुदाई करूगा…
सुषमा- ओके…मैं तैयार हूँ…अब छोड़ो…मैं बाथरूम से आती हूँ…
मैं(सुषमा को छोड़ कर)- ओके..जाओ…जल्दी आना…मुझे भी जाना है…
सुषमा- ओके अभी आई…
इसके बाद सुषमा अपनी गान्ड मटकाते हुए बाथरूम मे चली गई और जब वो थोड़ी देर मे बाहर आई तो फ्रेश दिख रही थी…..मैं भी बाथरूम जाकर फ्रेश हो आया…और सुषमा के साथ बेड पर लेट गया ….और हम दोनो रिचा का वेट करने लगे….तभी सुषमा बोली..
सुषमा- ओह माइ गॉड….मेरे पति मेरा वेट कर रहे होगे…तुमने कहा था कि संभाल लोगे..पर कुछ भी नही किया…
मैं-ओह हाँ…रूको अभी करता हूँ …रिचा को आने दो….
सुषमा- ओके….मना लेना..मुझे आज की रात जी भर के चुदना है…
मैं-अक्चा…ठीक है…आज रात तुम्हारी और कुछ…
सुषमा- और…हाँ..वो सोनू कहाँ गया…
मैं- वो तो मज़े करके चला गया होगा…और अब उसे तुम्हारा इंतज़ार है…
सुषमा- अच्छा….पर मैने कैसे…मुझे शर्म आती है….वो क्या सोचेगा…
मैं(मन मे)- अभी जब तू उछाल-उछाल के चुद रही थी, तब वो लंड को मूठ मार रहा था…वो तो बस तुझे चोदने की फिराक़ मे है…
सुषमा- कहाँ खो गये…बोलो ना…कैसे होगा..
मैं(मुस्कुरा कर)- अरे वाह…बड़ी जल्दी है , बेटे से चुदने की…
सुषमा(शरमा गई)- तुम भी ना…मत बताओ…
मैं- अरे मेरी रानी…पहले हम घर पहुच जाए…वहाँ…प्लान करते है ओके..
सुषमा- ओके…
इतने मे रिचा रूम मे एंटर हुई और उसने सामने देखा कि सुषमा पूरी नंगी मेरे सीने पर लेटी हुई मेरे लंड को सहलाते हुए बाते कर रही है …तो रिचा बोली…
रिचा- तुम लोग थोड़ी तो शर्म करो…गेट तो बंद कर लेते…
रिचा के आने से सुषमा ने शरम के मारे चद्दर से अपने आपको छिपा लिया….और मैने रिचा से कहा…
मैं- तू चुप कर…बड़ी आई शरम वाली…तू भी तो चुदने ही आई है ना…अब गेट तो लॉक कर दे…
रिचा- अरे मैं तो भले के लिए बोल रही थी…कोई देख लेता तो क्या होता…???
मैं- होना क्या है…वो भी मेरे लंड के नीचे आ जाती…हाहहाहा
रिचा- तुम भी ना…
और रिचा गेट को लॉक कर के बेड पर आ गई और सुषमा को देख कर बोली…
रिचा- क्यो सुषमा…तू भी….इसके चक्कर मे फँस ही गई…
सुषमा ने शर्मा के नीचे मूह कर लिया…
रिचा- अब शरमाना छोड़…आज रात वैसे भी हम साथ मे इस लंड के मज़े लेने वाले है तो शर्म को दूर कर दे….हहेही
मैं- हाँ, सुषमा…अब शरम छोड़ और मज़े कर…
सुषमा- ओके..पर मेरे पति को तो....
मैं(बात काट के)- अरे हाँ…रिचा..एक काम करो पहले…
रिचा- हाँ..बोलो
मैं- तुम रिचा के सेल से इसके पति को कॉल करो और कोई काम का बहाना कर के बोल दो कि आज रात सुषमा तेरे साथ ही सो जायगी….अपने रूम मे नही आयगी….ओके
रिचा- बस इतनी सी बात ..अभी लो…सुषमा ...अपने पति को कॉल करो...
उसके बाद सुषमा ने अपने पति को कॉल किया...और रिचा ने झूठ बोल कर उसके पति को मना लिया की रात को सुषमा , रिचा के साथ ही सो जायगी....और उसका पति भी संकोच मे मना नही कर पाया....
रिचा(कॉल कट कर के)- लो हो गया काम....अब अपना प्रोग्राम सुरू करे...क्यो सुषमा...
सुषमा- हाँ..आज हम दोनो ..इसके लंड को निचोड़ देते है…
मैं- हाँ, निचोड़ देना पर, पहले पेट पूजा फिर काम दूजा….मुझे भूख लगी है…
रिचा- हाँ यार चुदाई की खुशी मे तो मैं भूल ही गई थी…कि खाना भी खाना है…
सुषमा- सही कहा…इसने अभी-अभी मुझे दम से चोदा है….इसे खाने की ज़रूरत सबसे ज़्यादा है…
मैं- तो पहले खाना खाते है फिर पूरी रात मस्ती करेगे…
रिचा- ह्म्म्म
सुषमा- तो चलो फिर …
मैं- कहाँ…???
रिचा- भूल गये , डिन्नर नीचे ही होगा…
मैं- नही , नीचे जाने के लिए रेडी होना पड़ेगा…टाइम खराब होगा…यही मग़वा ले..
रिचा- पर यहाँ कैसे…???...और मैने तो कहा है कि सुषमा मेरे रूम मे है...तो पता चल जायगा...अगर सबका खाना यहाँ मगवाया….
सुषमा- हाँ सही कहा…चलो हम नीचे ही चलते है….टाइम लगता है तो लगने दो.
मैं- अरे चुप करो तुम दोनो…मैं कुछ करता हूँ…कुछ प्राब्लम नही होगी…
सुषमा- कैसे…???
मैं- तुम बस वेट करो…
और मैं सोचने लगा कि कैसे खाना रूम मे मन्गवाऊ....और कुछ सोच कर मैने एक कॉल किया........
मैने रजनी आंटी को कॉल किया..
( कॉल पर)
मैं- हेलो आंटी…कहाँ हो..???
आंटी- मैं नीचे हूँ…कामिनी के साथ..बोलो..
मैं- आंटी , एक काम था…
आंटी- हाँ बोलो…क्या काम है…
मैं- आंटी..आप डिन्नर मेरे रूम मे भिजवा दोगि..??
आंटी- बस इतनी सी बात…अभी भिजवाती हूँ..
मैं- पर आंटी...3 लोगो का भिजवाना है...
आंटी- 3 लोग…कौन-कौन है वहाँ…???
मैं- आंटी..वो रिचा और सुषमा भी है…साथ मे ही डिन्नर करेगी..
आंटी- अच्छा…सिर्फ़ डिन्नर करेगी या..तेरा लंड भी खाएगी…???
मैं(हँसते हुए)- आंटी आप भी ना…हाँ डिन्नर के बाद स्वीट डिश तो खाते ही है ना...
आंटी- ह्म्म्म..तो आज रात को तू बिज़ी रहने वाला है…
मैं- हाँ, वो तो है..
आंटी- मतलब , मेरा चान्स नही है….
मैं- अरे…आप तो अपनी हो….कभी भी कर देगे…आपका…पर ये तो नही मिलेगी ना…
आंटी- अच्छा…ठीक है…ओह हाँ, यही न्यू माल हैं तेरे है ना..??
मैं- जी आंटी…अब बाते बाद मे करना…खाना भेजो …और हाँ..नॉनवेग हो तो वही भेजना..
आंटी- मैं जानती हूँ कि तुझे नोन-वेज ज़यादा पसंद है…चिंता मत कर ,..मैने तेरे लिए मटन बनवाया है..वही भेजती हूँ
मैं- वाउ आंटी…थक्स…..
अच्छा..मटन के साथ थोड़ी स्कॉच मिल जाय तो..??
आंटी- बेटा , अब मैं स्कोथ कहाँ से लाउ ..यहाँ सब लेडीस ही है और कोई पार्टी नही हो रही…तू ही बता कि किस से कहूँ…
मैं( कुछ सोच कर)- आंटी…डॉन’ट वोर्री..रूम मे होगी ना…
आंटी- हाँ,,,तेरे रूम मे रखवाई थी…
मैं- ओके, आंटी…आप खाना भेजो ..बाद मे बात करता हूँ..
आंटी- ठीक है..अभी भिजवाती हूँ…तू मज़े कर…
इसके बाद मैने कॅल कट की और रूम मे स्कॉच देखने लगा…पर स्कॉच तो ख़त्म हो गई थी…तब मुझे ख्याल आया कि मुझे कहाँ से स्कॉच मिल सकती है…और मैं बाथ रूम मे आया और गेट लॉक करके एक कॉल किया…..
( कॉल पर)
मैं- हेलो, सोनू..कहाँ है
सोनू- भाई…हेलो…मैं बस रूम मे ही हूँ..रेस्ट कर रहा था..
मैं- ओके…तो आज फुल मज़े किए…
सोनू- हाँ भाई…थॅंक्स…तेरी वजह से आज बहुत मज़ा आया..
मैं- अरे..मेरे साथ रहेगा तो और भी मज़े करवाउन्गा…
सोनू- भाई…मैं तुम्हारे साथ हूँ…जो कहो वो करूगा..
मैं- तो अभी एक काम कर..
सोनू- बोल भाई ..क्या करना है…
मैं- देख मुझे स्कॉच चाहिए...अभी..
सोनू- भाई ..तुमने कहा और मैं ना कर सकूँ ऐसा नही हो सकता..अभी लाता हूँ..
मैं- अबे तू मत लाना..किसी से भिजवा दे…पर जल्दी…
सोनू- हाँ भाई अभी पहुचाता हूँ...वैसे स्कॉच पी कर चुदाई करना है क्या मेरी माँ की..
मैं( हँसते हुए)- हाँ..भाई..तेरी माँ कड़क माल है...स्कॉच पी कर चोदने मे ज़्यादा मज़ा आयगा...
सोनू- भाई कैसे भी चोदो बस मुझे दिलवाना ...जल्दी..
मैं- हाँ यार..घर पहुचते ही तुझे दिलवा दूँगा..अभी मेरा काम कर, जल्दी
सोनू- भाई तू कॉल कट कर..स्कॉच 5 मिनट मे आ जायगी..
मैं-ओके, बाइ
सोनू- बाइ भाई
फिर मैं हाथ मूह धो कर फ्रेश हुआ और रूम मे आ गया…मैने रूम मे आते ही देखा कि सुषमा ने एक नाइट ड्रेस पहन ली है…और सोफे पर रिचा के साथ बैठे हुए गप्पे मार रही है…मुझे देखते ही वो बोली.....
सुषमा- किस से बात हो रही थी..???
मैं- अरे वो खाना मग़वा रहा था और पीने को भी....स्कॉच..
रिचा- तो अब कुछ कपड़े भी पहन ले..वरना हम खाना छोड़ कर ये लंड खा जायगे…क्यो सुषमा…???
सुषमा- ह्म्म..सही कहा…और दोनो हँसने लगी..
मैने फिर बॉक्सर और टी-शर्ट पहन ली और दोनो के बीच मे सोफे पर बैठ कर बाते करने लगा…
थोड़ी देर बाद रूम पर नॉक हुई ..तो मैने गेट ओपन किया…वाहा एक नौकर स्कॉच और स्नकस ले कर आया था..मैने सामान लिया और वापिस गेट बंद कर के सामान को टेबल पर रख दिया…तभी फिर से गेट पर नॉक हुई…..इस बार खाना आया था..तो रिचा ने मेरी हेल्प की और हम दोनो ने खाना टेबल पर रखा…
उसके बाद रिचा और सुषमा ने खाना टेबल पर सर्व किया और साथ मे मेरे लिए पेग भी बनाया…और मैं मटन के साथ स्कॉच का मज़ा लेने लगा, और वो दोनो खाना खाने लगी…..
हम ने आराम से खाना पूरा किया और मैं 4 पेग स्कॉच भी पी गया…जब हमारा खाना ख़त्म हुआ तो मैं एक और पेग बनाया और पी गया…
सुषमा- इतना मत पियो , अभी हमें जागना है..
मैं- डॉन’ट वॉरी…पीने के बाद मैं ज़्यादा चुदाई करता हू…क्यो रिचा…????
रिचा- हाँ..मुझे याद है…सुषमा…पीने दो…फिर तगड़ी चुदाई होगी….हहहे….चलो हम फ्रेश हो जाते है जब तक….
सुषमा और रिचा जब तक बाथरूम मे जा कर फ्रेश हुई …..तब तक मैने सेक्स पवर की एक और टॅबलेट खा ली, और अपना ड्रिंक ख़त्म कर लिया….
मैं(मन मे)- आज तो मैने काफ़ी टॅबलेट खा ली..कही कुछ गड़बड़ ना कर दे ये टॅबलेट…कुछ हो ना जाय…पर अब तो खा ही ली…अब जो होगा..वो देखेगे बाद मे…अभी तो मज़े करने का टाइम है…....
मैं सोच ही रहा था कि रिचा और सुषमा फ्रेश होकर टेबल पर आ गई और मुझे हवसी नज़रों से देखने लगी….
रिचा- अब हम तुम्हे निचोड़ने वाले है...समझे....
सुषमा- अब दिखाओ अपने लंड का दम....हमारी गर्मी के आगे टिक पायगा ...कि नही....हहहे
मैं- मुझे चॅलेज....पछताओगी ...सोच लो...
रिचा - वो तो बाद मे पता चलेगा...क्यो सुषमा...???
सुषमा- हाँ , सही कहा....आज तो तुम्हे हरा ही देगे...
मैं- ओह हो , ऐसी बात है तो मेरी रंडियों ..आओ..और ज़ोर लगाओ…देखते है कि मेरा लंड निचोड़ पाती हो..या तुम दोनो की चूतो की धज्जियाँ उड़ती है….
और इसके बाद मैने सुषमा और रिचा को गले लगा लिया …और हम ने चूमते चाट ते हुए…मस्ती सुरू कर दी...….
थोड़ी देर आपस मे किस्सिंग करने के बाद सुषमा और रिचा मुझे बेड के पास ले गई और सुषमा नीचे झुक कर मेरा बॉक्सर निकालने लगी …तब तक रिचा ने अपनी नाइटी निकाल के फेक दी और फिर ब्रा-पैंटी निकाल के नंगी हो गई…सुषमा ने भी मेरा बॉक्सर निकालने के बाद अपनी नाइटी निकाल फेकि…
अब सुषमा सिर्फ़ पैंटी मे थी और रिचा पूरी नंगी ….दोनो की दोनो रंडिया नज़र आ रही थी…और उनकी आँखो मे वासना भरी हुई थी…
मैं- वाह…..तुम दोनो तो हाउसवाइफ नही रंडिया दिख रही हो….
रिचा- हाँ…आज हम तुम्हारी रंडी ही है…
सुषमा- और हमे रंडियों की तरह ही चोदो..
और इतना कह कर...उन दोनो ने मुझे धक्का मार कर बेड पर गिरा दिया...धक्का इतना तेज था कि मैं बेड के दूसरे साइड गिरते-गिरते बचा...
मैं- पागल हो क्या...मैं गिर जाता अभी...
सुषमा और रिचा दोनो मेरी आवाज़ सुन कर सहम गई…
रिचा- ओह माइ गॉड…सौररी..सौररी
सुषमा- सौररी..हम कुछ ज़्यादा ही कर गये..
मैं(मुस्कुरा कर)- अरे गिरा तो नही ना…आज ऐसे ही वाइल्ड चुदाई करते है…अब सौररी बोलना छोड़ो और रंडी बन जाओ…आ जाओ...
मेरी बात सुनकर दोनो का डर ख़त्म हो गया और दोनो बेड पर आ गई और आते ही मेरे लंड पर किस की बौछार कर दी…
दोनो मेरे लंड के साथ-साथ मेरी जाँघो पर भी किस कर रही थी…कभी- लंड पर..कभी बॉल्स पर…और जाँघो पर भी…आहह…मज़ा आ रहा था…
मैं- आहह…तुम दोनो तो आज रंडियों को भी मात दे दोगि…
रिचा- हाँ…
सुषमा- तुम बस देखते जाओ..
उसके बाद सुषमा ने मेरे बॉल्स को एक झटके मे मूह मे भर लिया और रिचा ने मेरे लंड के टोपे को....और दोनो ने लंड को प्यार करना सुरू कर दिया...
रिचा- उम्म्म...उउम्म्म्म...उउंम..
सुषमा- उम्म्म्म...उम्म्मह..उउम्म्म्ममह...
मैं- आहह..आहह...आराम से...हाँ....करती रहो..
रिचा- हमम्म...उुउऊहमम्म्म....उउउम्म्म्म....
सुषमा- सस्रररुउउउप्प्प...सस्रररुउपप..उूउउम्म्म्म...
मैं-आहह..जूऊर से..आहह...और तेज मेरी रानियो ...और तेज..
दोनो ही मेरे लंड और बॉल्स को मूह मे भर कर तेज़ी से चूसने लगी और मैं मस्ती मे आहे भरते हुए मज़ा लेने लगा....
थोड़ी देर तक मज़े लेने के बाद मैने दोनो को रोका और हम तीनो बेड पर बैठ गये...
मैं- अब क्या लंड ही चूस्ति रहोगी…
रिचा- क्या करें..मन लग गया था…
सुषमा- हाँ…है ही इतना मस्त की मूह से निकालने का मन नही करता…
मैं- ओह हो…तो चूस्ति रहना ….पर आज हम साथ है तो क्यो ना तुम दोनो चूत चूसने का भी मज़ा ले लो…..
सुषमा- मैने आज तक किसी की चूत नही चूसी…
रिचा- तो आज चूस ले ना...
मैं- ह्म्म..अब सुरू हो जाओ....
इसके बाद रिचा बेड पर लेट गाई और सुषमा को अपने उपर 69 पोजीशन मे लिटा के उसकी चूत चाटने लगी…सुषमा भी कम नही थी…उसने भी रिचा की चूत को चाटना सुरू कर दिया….और मैं दोनो को देख कर मज़ा लेने लगा…दोनो चूत चुसाइ के साथ बातें भी करने लगी...
रिचा- सस्स्ररुउउप्प…सस्ररुउउप्प…सस्ररुउउप्प..
सुषमा- सस्स्रररुउउप्प…सस्स्रररुउउप्प…सस्स्ररुउउउप्प….सस्सुउउर्र्र
रिसहा- आहह..तेरी चूत तो…सस्रररुउउप्प..सस्ररुउउप्प…
सुषमा- क्या…स्रररुउउप्प…सस्र्रुरुउपप…बोलो..सस्स्ररुउउप्प
रिचा- स्रररुउपप….भोसड़ा है…सस्स्रररुउउप्प्प…हहेही….सस्स्रररुउपप…
सुषमा- आहह…और तेरी …सस्स्रररुउुउउप्प्प्प्प…..सस्स्ररुउप्प्प….भोस्डे से बड़ी…..हहेहहे
रिचा- हाँ साली..सस्स्रररुउउप्प्प…सस्स्ररुउुउउप्प्प्प….लंड खाती रहती है…..सस्स्रररुउउप्प्प..
सुशमस- सस्स्रररुउउप्प्प…और तू…सस्स्रर्रुरुउउप्प्प…..मूली से काम चलाती है क्या..सस्रररुउउप्प्प्प….
रिचा(चूत को मूह मे भर के)- -उम्म्म्मम..उउउंम्म…उउउंम्म….
सुषमा- आअहह….ये ले…..उउउंम्म..उउंम..उउउंम…
मैने दोनो घरेलू औरतों को रंडियों की तरह चूत चुसाइ करते हुए देख कर बड़ा खुश हो रहा था…और वो दोनो…चूत को मूह मे भरती, चूस्ति और दाँत गढ़ाते हुए …एक दूसरे के मज़े ले रही थी….
मैं भी अब रुक नही पाया और मैने रिचा के मूह के पास आकर उसके मूह मे लंड डाल दिया…वहाँ सुषमा रिचा की चूत चूस रही थी और रिचा मेरे लंड का सुपाड़ा….
रिचा- उम्म्म..उउउंम्म…उउंम्म…
सुषमा- सस्स्र्र्ररुउउप्प…सस्स्रररुउउप्प..उउम्म्म्मम…
मैं- आअहह….तुम दोनो तो आज से मेरी रंडी हो गई…अब तुम्हे प्यार से नही बल्कि रंडी की तरह ही चोदुगा , हमेशा…
रिचा( लंड को मूह से निकाल कर)- मैं भी ऐसे ही चुदना चाहती हूँ…पूरी रंडी बन कर..
सुषमा- सस्स्रररुउउप्प…मैं भी…उउउम्म्म्ममम
मैं- तुम दोनो को ऐसे ही मज़े करवाउन्गा…और दूसरो से भी चुदवाउंगा…साली रंडियों…
सुषमा- सस्स्रररुउउप्प…हाँ…मेरे बेटे से भी …सस्रररुउउप्प…
रिचा- क्या…साली रंडी…अपने बेटे से भी चुदेगि…
मैं- हाँ..चूड़ेगी...और तू कहे तो तुझे भी चुदवा दूं , इसके बेटे से....
सुषमा- सस्रररुउउप्प…नही , पहले मैं…बाद मे इसे…सस्स्ररूउरुउउप्प्प्प्प
रिचा- आहह…हाँ…तेरे…बेटे को भी मज़ा दे दूगी…आहह…और तेज चूस साली…
सुषमा- उउउंम्म….उउउम्म्म्म..उउउम्म्म्म…उउउंम्म..
रिचा(लंड को मूह मे भरे हुए)- उम्म्म…..उउंम्म…उउउहमम्म्म………उउउम्म्म्मम
मैं- आहह…..और तेजज्ज़ …हाँ ऐसे ही…सुषमा ..खा जा रिचा की चूत…आहह
रिचा-उउंम्म…उूउउंम्म..
सुषमा- उउउम्म्म्मम…उउम्म्म्म….उूउउम्म्म्मममह
ऐसे ही कुछ देर तक चूत और लंड चुसाइ की आवाज़ों से रूम भर गया और हमारे शरीर की गर्मी से रूम का तापमान भी बढ़ाने लगा…
यहाँ रिचा मेरा लंड चूस रही थी और सुषमा रिचा की चूत को…और सुषमा की गान्ड मेरी आँखो के सामने खुल के आ गई थी…तो मुझसे रहा नही गया..और मैने रिचा के मूह से लंड निकाला और सुषमा की गान्ड मे डाल दिया….
सुषमा- आहह…आराअंम्म..सीए…आअज्जज..हहिी…खुली है..आहह
रिचा- हहहे…फाड़ दो…इसकी …..सस्र्रुरुउप्प्प्प्प्प
और रिचा नीचे से सुषमा की चूत चाटने लगी…
रिचा- सस्रररुउउउप्प..सस्स्ररुउउप्प
सुषमा- आअहह...इस रंडी की भी फाड़ देना....सस्स्स्रररुउउप्प्प...
मैं- हा...इसकी भी फाडुन्गा....येह्ह्ह
और मैने दूसरे धक्के मे पूरा लंड सुषमा की गान्ड मे उतार दिया…इस बार उसे दर्द कम हुआ और मज़ा ज़्यादा आया…
मैं सुषमा की कमर पर हाथ रख कर उसकी गान्ड मारने लगा..और सुषमा रिचा की चूत को मूह मे भर के चूसने लगी….नीचे से रिचा भी सुषमा की चूत को चाटने लगी….और दोनो बीच-सीच मे आहे भी भरती जा रही थी…
मैं- यीह…आहह..ये…ले…
सुषमा- उम्म्म..उउउंम्म...उउउंम्म...आअहह..उउउंम्म...
रिचा- सस्स्रररुउउप्प...सस्ररुउउप्प्प...सस्ररुउउप्प्प..
मैं- ये ले सुषमा....अब तेरी गान्ड पूरी रेडी है,,,कभी भी मरवाने को...
सुषमा-उउउंम्म...आहह...हा...ज्जूउर्र..सी..आहह..उउउंम्म
रिचा—आहह...सस्स्रररुउप्प्प्प...सस्स्रररुउउप्प...सस्रररुउउप्प...आअहह
अब रूम मे चुदाई और चुसाइ की आवाज़े कुछ ज़्यादा ही बढ़ गई थी...
मैं- ईएह…यस..यस..टेक..इट..यस…
सुषमा-आअहह…उूउउंम्म…..उउम्म्म्म..आहह
रिचा- आअहह…खा जा साली…सस्रररुउउप्प…सस्ररुउउउप्प..अहहह
मेरी जागे भी रिचा की गान्ड पर थाप दे कर चुदाई का संगीत बढ़ाने लगी…
मैं- यीहह…ये ..ले….आहह
सुषमा-आआहहा..आईइसे हिी…जूऊर सीए…जौर्र..सी..आहहाहह
रिचा-आहः..आह..अह्ह्ह्ह…अहहह…अहहहह…यईसस्स….यईसस्स….आहह
सुषमा -आअहह…हहहहा…आईयायाईए..हहिि..अहहः
त्ततप्प्प….त्त्थ्ह्प्प्प…त्तप्प..आहह…उउउंम..हमम्म..आहः.
.त्तप्प…त्तप्प्प..आहहह..अहहहह…एस्स..एस्स..उउंम्म.....सस्स्रररुउउप्प्प्प….सस्स्ररुउउप्प्प…आहह…उउउंम्म…उउंम्म..ईएहह…ये ले…ये ले…आहहह…उउम्म्म्म..सस्स्रररुउउउप्प्प्प….ताआप्प्प…आहह….उउम्म्म्मह
ऐसी ही आवाज़ो के साथ मैं सुषमा की गान्ड की धज्जिया उड़ाता रहा और रिचा और सुषमा दोनो चूत चाट ते हुए मस्त होती रही….
थोड़ी देर बाद मैने सुषमा की गान्ड से लंड निकाला तो सुषमा लूड़क कर बेड पर लेट गई और मैं उठ कर रिचा की चूत की तरफ पहुच गया…
मैने देर ना करते हुए रिचा की एक टाँग को उठाया और उसकी चूत मे लंड सेट करके …एक ही धक्के मे आधा डाल दिया…
रिचा- ओह्ह्ह….माआ…आअहह
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मैं फिर सुषमा को सोफे के किनारे अपनी तरफ खीचा और उसकी गंद मे लंड सेट करके डालने लगा....
मैने लंड को सुषमा की गान्ड मे डाला और एक हाथ से उसकी चूत फैला कर मसलने लगा और धक्के मारने लगा.....
सुषमा-आअहह….दददााालल्ल्ल्ल्ल्ल…द्ददी…..आआअहह…फासस्थटत्त…आअहह
..यस…यस..यस…आअहह....तीएजज्ज़....ऊौरर..त्त्टीज्जज....आहह...उउफफफ्फ़...आआहह
मैं-यस बेबी..ये ले..…ये ले
सुषमा-आअहह…उउउंम्म….ज्ज्जूौरर्र…सससी…एसस्स.ईसस्स्सयईसस्स..आअहह…आअहह....उउफ़फ्फ़...माआ
…आहह….येस्स..एस्स…ऊहह..ऊहह..ओह्ह्ह…उउंम्म…उउफफफ्फ़…ऊहह..उउउंम्म
मैं - सुषमा..तेरा बेटा भी ऐसे ही चोदेगा...क्या ख्याल है...??
सुषमा - आअहह...अब उसे भी खुश ...आअहह ....कर दूओगीइ...उउउफ़फ्फ़
मैं- तू कहे तो अभी बुला लूँ...
सोनू ये बात सुन कर तो खुश हो गया होगा...पर सुषमा ने ख़ुसी जल्दी ही छीन ली...
सुषमा- आहह...नही...नही...आअहह..
आज्ज..सिर्फ़ तुम....आअहह...माआररूव...
ऊहह..त्तेज्ज्ज...और..तीएजज्ज....आअहह...
मैं - तो आज मैं ही फाड़ता हूँ...
और मैने स्पीड तेज कर दी और सुषमा की गान्ड मारने लगा.....
सुषमा-आअहह…उउउंम्म….ज्ज्जूौरर्र…सससी…एसस्स.ईसस्स्सयईसस्स..आअहह…आअहह....उउफ़फ्फ़...माआ
…आहह….एस्स..एस्स…ऊहह..ऊहह..ऑश…उउंम्म…उउफफफ्फ़…ऊहह..उउउंम्म
मैं- यीहह...बेबी....यस...यस...येस्स
सुषमा-आअहह….दददााालल्ल्ल्ल्ल्ल…द्ददी…..आआअहह…फासस्थटत्त…आअहह
..यस…यस..यस…आअहह....तीएज्ज्ज....ऊौरर..त्त्तीज्ज्ज....आहह...उउफफफ्फ़...आआहह
ऐसे ही थोड़ी देर तेज़ी से गंद मारने के बाद मैं लंड बाहर निकाल कर सोफे के पास खड़ा हो गया और सुषमा को साइड मे घुमा कर फिर उसकी गंद मे लंड डाल दिया और एक टाँग उठा कर तेज़ी से गंद मारने लगा....
गंद मरवाते हुए सुषमा ने अपनी 2 उंगलियाँ अपनी चूत मे डाल दी और अंदर बाहर करने लगी…
अब सुषमा की गंद और चूत, दोनो भरी हुई थी….सोनू को ये नज़ारा सॉफ नही दिख रहा होगा..क्योकि वो मेरे पीछे साइड था और सुषमा मेरे आगे…पर वो समझ तो रहा ही होगा…
मैं तो मज़े लेते हुए सुषमा की गंद मारने लगा……और सुषमा आवाज़े निकालने लगी…
सुषमा-आअहह…..आआअहह…उउउफ़फ्फ़…ऊहह..आअहह…ज्जूउर्र..सीए
..यस…यस..यस…आअहह....तीएजज्ज़....ऊौरर..त्त्टीज्जज....फाद्दद्ड…द्दूड़ो
मैं- ये फटी…यहह
सुषमा-आअहह…उउउंम्म….ज्ज्जूौरर्र…सससे.ए…एसस्स….फाड़ द्दूव..ऊहह…माआ……..ईसस्स्सयईसस्स..आअहह…
…आहह….येस्स..एस्स…ऊहह..ऊहह..ओह्ह्ह…उउंम्म…म्म्माआ..
थोड़ी देर बाद सुषमा झड्ने लगी और मैने भी झड्ने के करीब आ गया….
सुषमा-आअहह…आहह…हहा…ऐसे ही करो..आहह…..आहहह…अहहह..यईएसस..सहहाः…ज्जूउर्र्र..ससी..आहहह///..
फफफफात्तत्त…..प्प्पाट्त्ट…आहः..उउंम…हहूऊ…आअहह.ययईएसस…आऐईइईसीए हहीी…ययईसस…ज्जूौरर्र…ससीए…..तीज़्ज़ज्ज…हहाअ…उउउफफफ्फ़
एसस्सस्स…आअहह…आअहह…ययईईसस्स….ऊऊहह…आअहह
मैं-यस बेबी यस
सुषमा- अहः..उउंम…हहूऊ…आअहह.ययईएसस…आऐईइईसीए हहीी…ययईसस…ज्जूौरर्र…ससीए…..एस्स्स्स्स…आअहह…फफफफफफुऊफ़ुऊूक्कककककक…म्म्मैईयायंन्णणन्,…
.कक्कूओकमम्म्मममिईीईईईन्नननज्ज्ग …आअहहहह
और सुषमा अपनी चूत मे उंगलिया भरे हुए झड्ने लगी…और मैने भी झड़ने लगा साथ मे…और सोनू भी ….
मैं-आअहह…मैं भीयाआया…आहह…ईएहह…यीहह
सुषमा-आहह…भर दो..अहहह..गान्ड…को.आहह…उउउम्म्म्म….
ऐसे ही आवाज़े करते हुए हम झड गये और सोनू बिना आवाज़ किए हुए…..आज वो माँ की चुदाई देख कर जल्दी ही झड रहा था शायद….
झड्ने के बाद मैने सुषमा की गंद से लंड निकाला और सुषमा के बाजू मे बैठ गया…और सुषमा.....वैसे ही आँखे बंद करके लेट गई….
मैने सोनू को देखा तो वो झड्ने के बाद लंड को अंदर कर रहा था पेंट के….
मैने सोनू को इशारे से कहा कि..अब जाओ..मैं कॉल करूगा….तो सोनू मुझे ओके बोल कर आराम से गेट खोल कार निकल गया और वापिस गेट को लटका दिया….
मैं(मन मे)- चलो एक काम तो हुआ कि सोनू को उसकी माँ की चुदाई दिखा दी…अब सुषमा को रात को रोकने का काम करना है…पर साली दीपा तो सो गई…मैं तो उसी की हेल्प लेने वाला था…कोई नही..जा कर जगाता हूँ…
मैं यही सोच कर बाथरूम मे गया और फ्रेश हो कर बाहर आ या और कपड़े पहन कर दीपा के पास जाने को हुआ की मेरा सेल बजने लगा…
मैं(मन मे)- अब किसका कॉल होगा…सोनू का..????...नही उसे तो मैने कहा था कि मैं करूगा…तो आंटी का होगा…शायद…पर जैसे ही मैने स्क्रीन पर नेम देखा तो मेरी आँखे चमक उठी और मुझे एक नया प्लान दिमाग़ मे आ गया….....
अब मुझे सुषमा को रोकने के लिए दीपा की हेल्प की ज़रूरत नही…बस ये मान जाय….और मैने कॉल पिक की….
( कॉल पर )
मैं-हाई जान , कैसी हो….
रिचा- बहुत गुस्सा हूँ तुमसे…
मैं-अच्छा…ऐसा क्यो…???
रिचा- क्यो , तुम नही जानते क्या…???
मैं- नही तो...मुझे कैसे पता होगा...
रिचा- अच्छा...इतने भोले मत बनो...समझे...
मैं-अरे जान …बोलो ना क्या हुआ..???
रिचा- एक तो तुमने आग भड़का दी…और अब भूल ही गये….
मैं – आग……कैसी आग..???
रिचा- अरे यार …समझो ना…
मैं- अरे जान..खुल के बताओ….कैसी आग…???
रिचा- वही आग जो तुमने मेरी चूत मे लगा दी है…
मैं- पर मैने तो चूत की आग भुझाई थी…लगाई कहाँ थी…
रिचा- तभी तो…तुमने एक बार चुदाई की तो बरसों से ठंडी पड़ी छूट की आग भड़क गई…
मैं- ओह हो…तो अब…???
रिचा- अब क्या…अब इसका कुछ करो ना..
मैं- ओह हो जान…तुम कहती तो मैं आ जाता…पर तुमने तो मुझे बताया ही नही…
रिचा- कैसे बताती…तुम मिलते कहाँ हो…पता नही कहाँ बिज़ी रहते हो…
मैं- ओके..सौररी…अब ख्याल रखुगा..ओके
रिचा- सौरी नही चाहिए…अभी आग लगी है तो कुछ करो इसका….
मैं(मन मे)- आज रिचा को ही बुला लेता हूँ…पर क्या वो सुषमा के सामने चुद पायगी…???,,,,,,,पूछ के देखता हूँ…उसकी चूत गरम है…मान ही जायगी….नही तो मैं मना लूँगा…
रिचा- कहाँ खो गये…कुछ करो ना..
मैं- अरे जान …इसमे क्या प्राब्लम है…अभी आ जाओ…आग भुझा देता हूँ…
रिचा- ओह्ह…तुम कितने अच्छे हो…मैं अभी आती हूँ…
मैं- रूको , पहले मेरी बात सुनो..
रिचा- अब क्या…???
मैं-देखो रिचा ..तुम्हारी चुदाई तो मैं कर दूँगा अभी..बट…
रिचा- बट….क्या….???
मैं- वो ऐसा है रिचा कि मेरे पास एक और चूत है…उसको भी चोद्नना है…
रिचा- अच्छा…तो फिर…लेकिन मुझे तो अभी चुदाई करनी है…
मैं- एक रास्ता है…
रिचा- क्या…???
मैं- अगर तुम्हे प्राब्लम ना हो तो मैं तुम दोनो को साथ मे चोद सकता हूँ….
रिचा-ह्म्म…मुझे कोई प्राब्लम नही …मुझे तो बस जोरदार चुदाइ करवानी है….
मैं- ओह ग्रेट….तो आओ फिर…
रिचा- वैसे…है कौन…???....रजनी या दीपा...या कोई और...
मैं- तुम आ जाओ...और खुद ही देख लेना....तुम्हे उसकी चूत भी चखने को मिल जाएगी....हाहहहा.
रिचा- ओके..अभी आई..
इसके बाद मैने कॉल कट की और सुषमा की तरफ पलटा तो वो बिल्कुल मेरे पीछे खड़ी थी और आँखे दिखा रही थी...
मैं- अब तुम्हे क्या हुआ…???
सुषमा- मैने सब सुन लिया….कौन थी ये…???
मैं – वो…रिचा थी….
सुषमा- वही रिचा….कामिनी की फरन्ड…???
मैं-हाँ..वही...
सुषमा- तुम कितनो को चोदते हो...*???
मैईन(सुषमा को बाहों मे भर कर)- अरे जान..मुझे तो चोदने को मिल जाय….चोद देता हूँ…कोई भी हो…
सुषमा- सच मे ….कमाल हो यार….तभी तो चूत खुद चलकर सामने से आती है…
मैं- ह्म्म्म…अच्छा ये बताओ…की तुम्हे कोई प्राब्लम तो नही ना….
सुषमा- नही…पर वो कुछ बक तो नही देगी किसी से…
मैं- नही ..ये मेरी गारंटी है…तुम बोलो…कोई प्राब्लम…????
सुषमा- नही, कोई प्राब्लम नही…मैने तुम्हे ऐसे ही दो-दो चूत फाड़ते हुए देखा था…तभी तो तुम्हारे लंड की दीवानी हुई…
मैं- हां….मैं तो भूल ही गया था….तो आज तुम्हारी और रिचा की वैसी ही चुदाई करूगा…
सुषमा- ओके…मैं तैयार हूँ…अब छोड़ो…मैं बाथरूम से आती हूँ…
मैं(सुषमा को छोड़ कर)- ओके..जाओ…जल्दी आना…मुझे भी जाना है…
सुषमा- ओके अभी आई…
इसके बाद सुषमा अपनी गान्ड मटकाते हुए बाथरूम मे चली गई और जब वो थोड़ी देर मे बाहर आई तो फ्रेश दिख रही थी…..मैं भी बाथरूम जाकर फ्रेश हो आया…और सुषमा के साथ बेड पर लेट गया ….और हम दोनो रिचा का वेट करने लगे….तभी सुषमा बोली..
सुषमा- ओह माइ गॉड….मेरे पति मेरा वेट कर रहे होगे…तुमने कहा था कि संभाल लोगे..पर कुछ भी नही किया…
मैं-ओह हाँ…रूको अभी करता हूँ …रिचा को आने दो….
सुषमा- ओके….मना लेना..मुझे आज की रात जी भर के चुदना है…
मैं-अक्चा…ठीक है…आज रात तुम्हारी और कुछ…
सुषमा- और…हाँ..वो सोनू कहाँ गया…
मैं- वो तो मज़े करके चला गया होगा…और अब उसे तुम्हारा इंतज़ार है…
सुषमा- अच्छा….पर मैने कैसे…मुझे शर्म आती है….वो क्या सोचेगा…
मैं(मन मे)- अभी जब तू उछाल-उछाल के चुद रही थी, तब वो लंड को मूठ मार रहा था…वो तो बस तुझे चोदने की फिराक़ मे है…
सुषमा- कहाँ खो गये…बोलो ना…कैसे होगा..
मैं(मुस्कुरा कर)- अरे वाह…बड़ी जल्दी है , बेटे से चुदने की…
सुषमा(शरमा गई)- तुम भी ना…मत बताओ…
मैं- अरे मेरी रानी…पहले हम घर पहुच जाए…वहाँ…प्लान करते है ओके..
सुषमा- ओके…
इतने मे रिचा रूम मे एंटर हुई और उसने सामने देखा कि सुषमा पूरी नंगी मेरे सीने पर लेटी हुई मेरे लंड को सहलाते हुए बाते कर रही है …तो रिचा बोली…
रिचा- तुम लोग थोड़ी तो शर्म करो…गेट तो बंद कर लेते…
रिचा के आने से सुषमा ने शरम के मारे चद्दर से अपने आपको छिपा लिया….और मैने रिचा से कहा…
मैं- तू चुप कर…बड़ी आई शरम वाली…तू भी तो चुदने ही आई है ना…अब गेट तो लॉक कर दे…
रिचा- अरे मैं तो भले के लिए बोल रही थी…कोई देख लेता तो क्या होता…???
मैं- होना क्या है…वो भी मेरे लंड के नीचे आ जाती…हाहहाहा
रिचा- तुम भी ना…
और रिचा गेट को लॉक कर के बेड पर आ गई और सुषमा को देख कर बोली…
रिचा- क्यो सुषमा…तू भी….इसके चक्कर मे फँस ही गई…
सुषमा ने शर्मा के नीचे मूह कर लिया…
रिचा- अब शरमाना छोड़…आज रात वैसे भी हम साथ मे इस लंड के मज़े लेने वाले है तो शर्म को दूर कर दे….हहेही
मैं- हाँ, सुषमा…अब शरम छोड़ और मज़े कर…
सुषमा- ओके..पर मेरे पति को तो....
मैं(बात काट के)- अरे हाँ…रिचा..एक काम करो पहले…
रिचा- हाँ..बोलो
मैं- तुम रिचा के सेल से इसके पति को कॉल करो और कोई काम का बहाना कर के बोल दो कि आज रात सुषमा तेरे साथ ही सो जायगी….अपने रूम मे नही आयगी….ओके
रिचा- बस इतनी सी बात ..अभी लो…सुषमा ...अपने पति को कॉल करो...
उसके बाद सुषमा ने अपने पति को कॉल किया...और रिचा ने झूठ बोल कर उसके पति को मना लिया की रात को सुषमा , रिचा के साथ ही सो जायगी....और उसका पति भी संकोच मे मना नही कर पाया....
रिचा(कॉल कट कर के)- लो हो गया काम....अब अपना प्रोग्राम सुरू करे...क्यो सुषमा...
सुषमा- हाँ..आज हम दोनो ..इसके लंड को निचोड़ देते है…
मैं- हाँ, निचोड़ देना पर, पहले पेट पूजा फिर काम दूजा….मुझे भूख लगी है…
रिचा- हाँ यार चुदाई की खुशी मे तो मैं भूल ही गई थी…कि खाना भी खाना है…
सुषमा- सही कहा…इसने अभी-अभी मुझे दम से चोदा है….इसे खाने की ज़रूरत सबसे ज़्यादा है…
मैं- तो पहले खाना खाते है फिर पूरी रात मस्ती करेगे…
रिचा- ह्म्म्म
सुषमा- तो चलो फिर …
मैं- कहाँ…???
रिचा- भूल गये , डिन्नर नीचे ही होगा…
मैं- नही , नीचे जाने के लिए रेडी होना पड़ेगा…टाइम खराब होगा…यही मग़वा ले..
रिचा- पर यहाँ कैसे…???...और मैने तो कहा है कि सुषमा मेरे रूम मे है...तो पता चल जायगा...अगर सबका खाना यहाँ मगवाया….
सुषमा- हाँ सही कहा…चलो हम नीचे ही चलते है….टाइम लगता है तो लगने दो.
मैं- अरे चुप करो तुम दोनो…मैं कुछ करता हूँ…कुछ प्राब्लम नही होगी…
सुषमा- कैसे…???
मैं- तुम बस वेट करो…
और मैं सोचने लगा कि कैसे खाना रूम मे मन्गवाऊ....और कुछ सोच कर मैने एक कॉल किया........
मैने रजनी आंटी को कॉल किया..
( कॉल पर)
मैं- हेलो आंटी…कहाँ हो..???
आंटी- मैं नीचे हूँ…कामिनी के साथ..बोलो..
मैं- आंटी , एक काम था…
आंटी- हाँ बोलो…क्या काम है…
मैं- आंटी..आप डिन्नर मेरे रूम मे भिजवा दोगि..??
आंटी- बस इतनी सी बात…अभी भिजवाती हूँ..
मैं- पर आंटी...3 लोगो का भिजवाना है...
आंटी- 3 लोग…कौन-कौन है वहाँ…???
मैं- आंटी..वो रिचा और सुषमा भी है…साथ मे ही डिन्नर करेगी..
आंटी- अच्छा…सिर्फ़ डिन्नर करेगी या..तेरा लंड भी खाएगी…???
मैं(हँसते हुए)- आंटी आप भी ना…हाँ डिन्नर के बाद स्वीट डिश तो खाते ही है ना...
आंटी- ह्म्म्म..तो आज रात को तू बिज़ी रहने वाला है…
मैं- हाँ, वो तो है..
आंटी- मतलब , मेरा चान्स नही है….
मैं- अरे…आप तो अपनी हो….कभी भी कर देगे…आपका…पर ये तो नही मिलेगी ना…
आंटी- अच्छा…ठीक है…ओह हाँ, यही न्यू माल हैं तेरे है ना..??
मैं- जी आंटी…अब बाते बाद मे करना…खाना भेजो …और हाँ..नॉनवेग हो तो वही भेजना..
आंटी- मैं जानती हूँ कि तुझे नोन-वेज ज़यादा पसंद है…चिंता मत कर ,..मैने तेरे लिए मटन बनवाया है..वही भेजती हूँ
मैं- वाउ आंटी…थक्स…..
अच्छा..मटन के साथ थोड़ी स्कॉच मिल जाय तो..??
आंटी- बेटा , अब मैं स्कोथ कहाँ से लाउ ..यहाँ सब लेडीस ही है और कोई पार्टी नही हो रही…तू ही बता कि किस से कहूँ…
मैं( कुछ सोच कर)- आंटी…डॉन’ट वोर्री..रूम मे होगी ना…
आंटी- हाँ,,,तेरे रूम मे रखवाई थी…
मैं- ओके, आंटी…आप खाना भेजो ..बाद मे बात करता हूँ..
आंटी- ठीक है..अभी भिजवाती हूँ…तू मज़े कर…
इसके बाद मैने कॅल कट की और रूम मे स्कॉच देखने लगा…पर स्कॉच तो ख़त्म हो गई थी…तब मुझे ख्याल आया कि मुझे कहाँ से स्कॉच मिल सकती है…और मैं बाथ रूम मे आया और गेट लॉक करके एक कॉल किया…..
( कॉल पर)
मैं- हेलो, सोनू..कहाँ है
सोनू- भाई…हेलो…मैं बस रूम मे ही हूँ..रेस्ट कर रहा था..
मैं- ओके…तो आज फुल मज़े किए…
सोनू- हाँ भाई…थॅंक्स…तेरी वजह से आज बहुत मज़ा आया..
मैं- अरे..मेरे साथ रहेगा तो और भी मज़े करवाउन्गा…
सोनू- भाई…मैं तुम्हारे साथ हूँ…जो कहो वो करूगा..
मैं- तो अभी एक काम कर..
सोनू- बोल भाई ..क्या करना है…
मैं- देख मुझे स्कॉच चाहिए...अभी..
सोनू- भाई ..तुमने कहा और मैं ना कर सकूँ ऐसा नही हो सकता..अभी लाता हूँ..
मैं- अबे तू मत लाना..किसी से भिजवा दे…पर जल्दी…
सोनू- हाँ भाई अभी पहुचाता हूँ...वैसे स्कॉच पी कर चुदाई करना है क्या मेरी माँ की..
मैं( हँसते हुए)- हाँ..भाई..तेरी माँ कड़क माल है...स्कॉच पी कर चोदने मे ज़्यादा मज़ा आयगा...
सोनू- भाई कैसे भी चोदो बस मुझे दिलवाना ...जल्दी..
मैं- हाँ यार..घर पहुचते ही तुझे दिलवा दूँगा..अभी मेरा काम कर, जल्दी
सोनू- भाई तू कॉल कट कर..स्कॉच 5 मिनट मे आ जायगी..
मैं-ओके, बाइ
सोनू- बाइ भाई
फिर मैं हाथ मूह धो कर फ्रेश हुआ और रूम मे आ गया…मैने रूम मे आते ही देखा कि सुषमा ने एक नाइट ड्रेस पहन ली है…और सोफे पर रिचा के साथ बैठे हुए गप्पे मार रही है…मुझे देखते ही वो बोली.....
सुषमा- किस से बात हो रही थी..???
मैं- अरे वो खाना मग़वा रहा था और पीने को भी....स्कॉच..
रिचा- तो अब कुछ कपड़े भी पहन ले..वरना हम खाना छोड़ कर ये लंड खा जायगे…क्यो सुषमा…???
सुषमा- ह्म्म..सही कहा…और दोनो हँसने लगी..
मैने फिर बॉक्सर और टी-शर्ट पहन ली और दोनो के बीच मे सोफे पर बैठ कर बाते करने लगा…
थोड़ी देर बाद रूम पर नॉक हुई ..तो मैने गेट ओपन किया…वाहा एक नौकर स्कॉच और स्नकस ले कर आया था..मैने सामान लिया और वापिस गेट बंद कर के सामान को टेबल पर रख दिया…तभी फिर से गेट पर नॉक हुई…..इस बार खाना आया था..तो रिचा ने मेरी हेल्प की और हम दोनो ने खाना टेबल पर रखा…
उसके बाद रिचा और सुषमा ने खाना टेबल पर सर्व किया और साथ मे मेरे लिए पेग भी बनाया…और मैं मटन के साथ स्कॉच का मज़ा लेने लगा, और वो दोनो खाना खाने लगी…..
हम ने आराम से खाना पूरा किया और मैं 4 पेग स्कॉच भी पी गया…जब हमारा खाना ख़त्म हुआ तो मैं एक और पेग बनाया और पी गया…
सुषमा- इतना मत पियो , अभी हमें जागना है..
मैं- डॉन’ट वॉरी…पीने के बाद मैं ज़्यादा चुदाई करता हू…क्यो रिचा…????
रिचा- हाँ..मुझे याद है…सुषमा…पीने दो…फिर तगड़ी चुदाई होगी….हहहे….चलो हम फ्रेश हो जाते है जब तक….
सुषमा और रिचा जब तक बाथरूम मे जा कर फ्रेश हुई …..तब तक मैने सेक्स पवर की एक और टॅबलेट खा ली, और अपना ड्रिंक ख़त्म कर लिया….
मैं(मन मे)- आज तो मैने काफ़ी टॅबलेट खा ली..कही कुछ गड़बड़ ना कर दे ये टॅबलेट…कुछ हो ना जाय…पर अब तो खा ही ली…अब जो होगा..वो देखेगे बाद मे…अभी तो मज़े करने का टाइम है…....
मैं सोच ही रहा था कि रिचा और सुषमा फ्रेश होकर टेबल पर आ गई और मुझे हवसी नज़रों से देखने लगी….
रिचा- अब हम तुम्हे निचोड़ने वाले है...समझे....
सुषमा- अब दिखाओ अपने लंड का दम....हमारी गर्मी के आगे टिक पायगा ...कि नही....हहहे
मैं- मुझे चॅलेज....पछताओगी ...सोच लो...
रिचा - वो तो बाद मे पता चलेगा...क्यो सुषमा...???
सुषमा- हाँ , सही कहा....आज तो तुम्हे हरा ही देगे...
मैं- ओह हो , ऐसी बात है तो मेरी रंडियों ..आओ..और ज़ोर लगाओ…देखते है कि मेरा लंड निचोड़ पाती हो..या तुम दोनो की चूतो की धज्जियाँ उड़ती है….
और इसके बाद मैने सुषमा और रिचा को गले लगा लिया …और हम ने चूमते चाट ते हुए…मस्ती सुरू कर दी...….
थोड़ी देर आपस मे किस्सिंग करने के बाद सुषमा और रिचा मुझे बेड के पास ले गई और सुषमा नीचे झुक कर मेरा बॉक्सर निकालने लगी …तब तक रिचा ने अपनी नाइटी निकाल के फेक दी और फिर ब्रा-पैंटी निकाल के नंगी हो गई…सुषमा ने भी मेरा बॉक्सर निकालने के बाद अपनी नाइटी निकाल फेकि…
अब सुषमा सिर्फ़ पैंटी मे थी और रिचा पूरी नंगी ….दोनो की दोनो रंडिया नज़र आ रही थी…और उनकी आँखो मे वासना भरी हुई थी…
मैं- वाह…..तुम दोनो तो हाउसवाइफ नही रंडिया दिख रही हो….
रिचा- हाँ…आज हम तुम्हारी रंडी ही है…
सुषमा- और हमे रंडियों की तरह ही चोदो..
और इतना कह कर...उन दोनो ने मुझे धक्का मार कर बेड पर गिरा दिया...धक्का इतना तेज था कि मैं बेड के दूसरे साइड गिरते-गिरते बचा...
मैं- पागल हो क्या...मैं गिर जाता अभी...
सुषमा और रिचा दोनो मेरी आवाज़ सुन कर सहम गई…
रिचा- ओह माइ गॉड…सौररी..सौररी
सुषमा- सौररी..हम कुछ ज़्यादा ही कर गये..
मैं(मुस्कुरा कर)- अरे गिरा तो नही ना…आज ऐसे ही वाइल्ड चुदाई करते है…अब सौररी बोलना छोड़ो और रंडी बन जाओ…आ जाओ...
मेरी बात सुनकर दोनो का डर ख़त्म हो गया और दोनो बेड पर आ गई और आते ही मेरे लंड पर किस की बौछार कर दी…
दोनो मेरे लंड के साथ-साथ मेरी जाँघो पर भी किस कर रही थी…कभी- लंड पर..कभी बॉल्स पर…और जाँघो पर भी…आहह…मज़ा आ रहा था…
मैं- आहह…तुम दोनो तो आज रंडियों को भी मात दे दोगि…
रिचा- हाँ…
सुषमा- तुम बस देखते जाओ..
उसके बाद सुषमा ने मेरे बॉल्स को एक झटके मे मूह मे भर लिया और रिचा ने मेरे लंड के टोपे को....और दोनो ने लंड को प्यार करना सुरू कर दिया...
रिचा- उम्म्म...उउम्म्म्म...उउंम..
सुषमा- उम्म्म्म...उम्म्मह..उउम्म्म्ममह...
मैं- आहह..आहह...आराम से...हाँ....करती रहो..
रिचा- हमम्म...उुउऊहमम्म्म....उउउम्म्म्म....
सुषमा- सस्रररुउउउप्प्प...सस्रररुउपप..उूउउम्म्म्म...
मैं-आहह..जूऊर से..आहह...और तेज मेरी रानियो ...और तेज..
दोनो ही मेरे लंड और बॉल्स को मूह मे भर कर तेज़ी से चूसने लगी और मैं मस्ती मे आहे भरते हुए मज़ा लेने लगा....
थोड़ी देर तक मज़े लेने के बाद मैने दोनो को रोका और हम तीनो बेड पर बैठ गये...
मैं- अब क्या लंड ही चूस्ति रहोगी…
रिचा- क्या करें..मन लग गया था…
सुषमा- हाँ…है ही इतना मस्त की मूह से निकालने का मन नही करता…
मैं- ओह हो…तो चूस्ति रहना ….पर आज हम साथ है तो क्यो ना तुम दोनो चूत चूसने का भी मज़ा ले लो…..
सुषमा- मैने आज तक किसी की चूत नही चूसी…
रिचा- तो आज चूस ले ना...
मैं- ह्म्म..अब सुरू हो जाओ....
इसके बाद रिचा बेड पर लेट गाई और सुषमा को अपने उपर 69 पोजीशन मे लिटा के उसकी चूत चाटने लगी…सुषमा भी कम नही थी…उसने भी रिचा की चूत को चाटना सुरू कर दिया….और मैं दोनो को देख कर मज़ा लेने लगा…दोनो चूत चुसाइ के साथ बातें भी करने लगी...
रिचा- सस्स्ररुउउप्प…सस्ररुउउप्प…सस्ररुउउप्प..
सुषमा- सस्स्रररुउउप्प…सस्स्रररुउउप्प…सस्स्ररुउउउप्प….सस्सुउउर्र्र
रिसहा- आहह..तेरी चूत तो…सस्रररुउउप्प..सस्ररुउउप्प…
सुषमा- क्या…स्रररुउउप्प…सस्र्रुरुउपप…बोलो..सस्स्ररुउउप्प
रिचा- स्रररुउपप….भोसड़ा है…सस्स्रररुउउप्प्प…हहेही….सस्स्रररुउपप…
सुषमा- आहह…और तेरी …सस्स्रररुउुउउप्प्प्प्प…..सस्स्ररुउप्प्प….भोस्डे से बड़ी…..हहेहहे
रिचा- हाँ साली..सस्स्रररुउउप्प्प…सस्स्ररुउुउउप्प्प्प….लंड खाती रहती है…..सस्स्रररुउउप्प्प..
सुशमस- सस्स्रररुउउप्प्प…और तू…सस्स्रर्रुरुउउप्प्प…..मूली से काम चलाती है क्या..सस्रररुउउप्प्प्प….
रिचा(चूत को मूह मे भर के)- -उम्म्म्मम..उउउंम्म…उउउंम्म….
सुषमा- आअहह….ये ले…..उउउंम्म..उउंम..उउउंम…
मैने दोनो घरेलू औरतों को रंडियों की तरह चूत चुसाइ करते हुए देख कर बड़ा खुश हो रहा था…और वो दोनो…चूत को मूह मे भरती, चूस्ति और दाँत गढ़ाते हुए …एक दूसरे के मज़े ले रही थी….
मैं भी अब रुक नही पाया और मैने रिचा के मूह के पास आकर उसके मूह मे लंड डाल दिया…वहाँ सुषमा रिचा की चूत चूस रही थी और रिचा मेरे लंड का सुपाड़ा….
रिचा- उम्म्म..उउउंम्म…उउंम्म…
सुषमा- सस्स्र्र्ररुउउप्प…सस्स्रररुउउप्प..उउम्म्म्मम…
मैं- आअहह….तुम दोनो तो आज से मेरी रंडी हो गई…अब तुम्हे प्यार से नही बल्कि रंडी की तरह ही चोदुगा , हमेशा…
रिचा( लंड को मूह से निकाल कर)- मैं भी ऐसे ही चुदना चाहती हूँ…पूरी रंडी बन कर..
सुषमा- सस्स्रररुउउप्प…मैं भी…उउउम्म्म्ममम
मैं- तुम दोनो को ऐसे ही मज़े करवाउन्गा…और दूसरो से भी चुदवाउंगा…साली रंडियों…
सुषमा- सस्स्रररुउउप्प…हाँ…मेरे बेटे से भी …सस्रररुउउप्प…
रिचा- क्या…साली रंडी…अपने बेटे से भी चुदेगि…
मैं- हाँ..चूड़ेगी...और तू कहे तो तुझे भी चुदवा दूं , इसके बेटे से....
सुषमा- सस्रररुउउप्प…नही , पहले मैं…बाद मे इसे…सस्स्ररूउरुउउप्प्प्प्प
रिचा- आहह…हाँ…तेरे…बेटे को भी मज़ा दे दूगी…आहह…और तेज चूस साली…
सुषमा- उउउंम्म….उउउम्म्म्म..उउउम्म्म्म…उउउंम्म..
रिचा(लंड को मूह मे भरे हुए)- उम्म्म…..उउंम्म…उउउहमम्म्म………उउउम्म्म्मम
मैं- आहह…..और तेजज्ज़ …हाँ ऐसे ही…सुषमा ..खा जा रिचा की चूत…आहह
रिचा-उउंम्म…उूउउंम्म..
सुषमा- उउउम्म्म्मम…उउम्म्म्म….उूउउम्म्म्मममह
ऐसे ही कुछ देर तक चूत और लंड चुसाइ की आवाज़ों से रूम भर गया और हमारे शरीर की गर्मी से रूम का तापमान भी बढ़ाने लगा…
यहाँ रिचा मेरा लंड चूस रही थी और सुषमा रिचा की चूत को…और सुषमा की गान्ड मेरी आँखो के सामने खुल के आ गई थी…तो मुझसे रहा नही गया..और मैने रिचा के मूह से लंड निकाला और सुषमा की गान्ड मे डाल दिया….
सुषमा- आहह…आराअंम्म..सीए…आअज्जज..हहिी…खुली है..आहह
रिचा- हहहे…फाड़ दो…इसकी …..सस्र्रुरुउप्प्प्प्प्प
और रिचा नीचे से सुषमा की चूत चाटने लगी…
रिचा- सस्रररुउउउप्प..सस्स्ररुउउप्प
सुषमा- आअहह...इस रंडी की भी फाड़ देना....सस्स्स्रररुउउप्प्प...
मैं- हा...इसकी भी फाडुन्गा....येह्ह्ह
और मैने दूसरे धक्के मे पूरा लंड सुषमा की गान्ड मे उतार दिया…इस बार उसे दर्द कम हुआ और मज़ा ज़्यादा आया…
मैं सुषमा की कमर पर हाथ रख कर उसकी गान्ड मारने लगा..और सुषमा रिचा की चूत को मूह मे भर के चूसने लगी….नीचे से रिचा भी सुषमा की चूत को चाटने लगी….और दोनो बीच-सीच मे आहे भी भरती जा रही थी…
मैं- यीह…आहह..ये…ले…
सुषमा- उम्म्म..उउउंम्म...उउउंम्म...आअहह..उउउंम्म...
रिचा- सस्स्रररुउउप्प...सस्ररुउउप्प्प...सस्ररुउउप्प्प..
मैं- ये ले सुषमा....अब तेरी गान्ड पूरी रेडी है,,,कभी भी मरवाने को...
सुषमा-उउउंम्म...आहह...हा...ज्जूउर्र..सी..आहह..उउउंम्म
रिचा—आहह...सस्स्रररुउप्प्प्प...सस्स्रररुउउप्प...सस्रररुउउप्प...आअहह
अब रूम मे चुदाई और चुसाइ की आवाज़े कुछ ज़्यादा ही बढ़ गई थी...
मैं- ईएह…यस..यस..टेक..इट..यस…
सुषमा-आअहह…उूउउंम्म…..उउम्म्म्म..आहह
रिचा- आअहह…खा जा साली…सस्रररुउउप्प…सस्ररुउउउप्प..अहहह
मेरी जागे भी रिचा की गान्ड पर थाप दे कर चुदाई का संगीत बढ़ाने लगी…
मैं- यीहह…ये ..ले….आहह
सुषमा-आआहहा..आईइसे हिी…जूऊर सीए…जौर्र..सी..आहहाहह
रिचा-आहः..आह..अह्ह्ह्ह…अहहह…अहहहह…यईसस्स….यईसस्स….आहह
सुषमा -आअहह…हहहहा…आईयायाईए..हहिि..अहहः
त्ततप्प्प….त्त्थ्ह्प्प्प…त्तप्प..आहह…उउउंम..हमम्म..आहः.
.त्तप्प…त्तप्प्प..आहहह..अहहहह…एस्स..एस्स..उउंम्म.....सस्स्रररुउउप्प्प्प….सस्स्ररुउउप्प्प…आहह…उउउंम्म…उउंम्म..ईएहह…ये ले…ये ले…आहहह…उउम्म्म्म..सस्स्रररुउउउप्प्प्प….ताआप्प्प…आहह….उउम्म्म्मह
ऐसी ही आवाज़ो के साथ मैं सुषमा की गान्ड की धज्जिया उड़ाता रहा और रिचा और सुषमा दोनो चूत चाट ते हुए मस्त होती रही….
थोड़ी देर बाद मैने सुषमा की गान्ड से लंड निकाला तो सुषमा लूड़क कर बेड पर लेट गई और मैं उठ कर रिचा की चूत की तरफ पहुच गया…
मैने देर ना करते हुए रिचा की एक टाँग को उठाया और उसकी चूत मे लंड सेट करके …एक ही धक्के मे आधा डाल दिया…
रिचा- ओह्ह्ह….माआ…आअहह
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